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‘कसौटी जिंदगी 2’ में लग सकता है ताला, एकता कपूर हुईं परेशान

सीरियल कसौटी जिंदगी 2 इन दिनों लगातार सुर्खियों में बना हुआ है. कुछ दिनों पहले पार्थ समथान को कोरोना हुआ था जिस वजह से वह होम कोरेंटाइन थें, वहीं कुछ समय बाद पार्थ समथान ने यह शो छोड़ने का फैसला लिया.  अब पार्थ समथान इस शो को बॉय बोल चुके हैं.

खबर यह आ रही है कि पार्थ समथान की जगह अगर कोई अच्छा ऑप्शन नहीं मिला और हालात ऐसे ही चलते रहेंगे तो एकता कपूर के इस शो में जल्द ही ताला लग जाएगा.

वहीं एकता कपूर कोरोना टाइम से ही परेशान चल रही हैं इस शो को लेकर लेकिन अभी तक हालात में कुछ सुधार नहीं आया है.

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एकता कपूर ने अनुराग बासु के किरदार के लिए बहुत से कलाकारों से बातचीत की है. जिनके नाम है, आदित्या सिंह , हर्षद चोपड़ा, आशिम गुलाटी हालांकि अभी तक इन सबमें से किसी का नाम फाइनल नहीं हुआ है.शो के मेकर्स तलाश में लगे हुए हैं लेकिन देखना अब ये है कि आगे होता क्या है.

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वहीं इस शो के लीड रोल में नजर आने वाली अदाकारा एरिका फर्नाडिश को लेकर भी खबर आ रही है कि वह भी इस शो को जल्द ही अलविदा कहने वाली हैं.

एरिका फर्नाडिश इस शो में प्रेरणा की रोल में नजर आ रही थी. फैंस को अनुराग प्रेरणा की यह जोड़ी काफी पसंद आ रही थी. प्रेरणा इस शो को छोड़ने का फैसला अपने परिवार की वजह से लेंगी.

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पार्थ समथान का रिप्लेसमेंट तलाशना शो के मेकर्स के लिए बहुत ज्यादा भाड़ी पड़ रहा है. शो के मेकर्स अपनी पूरी कोशिश में लगे हुए हैं.

अनुराग बासु यानि पार्थ समथान की फैन फॉलोइंग जबरदस्त है. शायद ही उनकी जगह कोई ले पाए. पार्थ के इस फैसले से फैंस काफी नाराज हैं. उन्हें समझ नहीं आ रहा पार्थ ने यह फैसला क्यों लिया.

संजय दत्त को लेकर सामने आई बड़ी खबर , जल्द होंगे अस्पताल से डिस्चार्ज

कुछ दिनों पहले बॉलीवुड गलियारे से खबर आई की सबके चहेते अभिनेता संजय दत्त कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी से जुढ रहे हैं. संजय दत्त को लॉग्स कैंसर हैं औऱ यह तीसरे चरण में पहुंच चुका है. इस बात से संजय दत्त के फैंस लगातार उनके लिए दुआएं मांग रहे हैं.

संजय दत्त इन दिनों कोकिलाबेन अस्पताल में भर्ती हैं. वहां उनके टेस्ट चल रहे हैं. खबर यह भी आ रही हैं कि वह टेस्ट खत्म करा के दल्द ही घर वापस आएंगे.

इस बात की जानकारी संजय दत्त की प्तनी मान्यता दत्त ने आधिकारिक रूप से फैंस के बीच दिया था. उन्होंने पोस्ट में यह भी कहा था कि संजय हमेशा से फाइटर हैं इस लड़ाई में भी वह जीत  हासिल करेंगे.

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संजय दत्त की पत्नी मान्यता दत्त कुछ दिन पहले ही दुबई से अपने बच्चों के साथ धर वापस लौटी हैं. संजय दत्त की पत्नी और बच्चें इन दिनों होम कोरेंटाइन हैं.

वहीं , संजय दत्त की बहन प्रिया दत्त अपने भआई के साथ अस्पताल में हैं. वहां लगातार कुछ दिनों से संजय दत्त के टेस्ट चल रहे हैं. रिपोर्ट की मानें तो संजय दत्त की पत्नी को इस बात से बहुत राहत राहत मिली है कि वह जल्द घर वापस आने वाले हैं.

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वहीं खबर यह भी हैं कि संजय दत्त जल्द ही अपने इलाज के लिए मलेशिया या अमेरिका के लिए रवाना हो सकते हैं. संजय दत्त के फैंस उन्हें ठीक होने के लिए लगातार दुआएं मांग रहे हैं. संजय दत्त की पत्नी और बच्चें भी संजय से जल्द मिलना चाहते हैं.

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संजय दत्त को इस बात का बिल्कुल भी अंदाजा नहीं था कि वह इतनी गंभीर बीमारी से जुझ रहे हैं. संजय दत्त अपनी फैमली के काफी वक्त से दूर थें. उन्होंने पोस्ट में शेयर भी किया था कि वह इस वक्त सबसे ज्यादा अपनी पत्नी और बच्चों को मिस कर रहे हैं.

बहुत अधिक स्टीम लेने के कारण मेरी त्वचा लटक गई है, मुझे क्या करना चाहिए ताकि त्वचा में कसावट आ जाए?

सवाल
बहुत अधिक स्टीम लेने के कारण मेरी त्वचा लटक गई है और कांतिहीन भी हो गई है. मुझे क्या करना चाहिए ताकि त्वचा में कसावट आ जाए और वह कांतिमय दिखने लगे?

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जवाब

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अधिक समय तक बारबार स्टीम लेने से ऐसा होना स्वाभाविक है. अब आप को अपनी त्वचा में कसावट लाने के लिए एएचए क्रीम से चेहरे की मसाज करनी चाहिए. इस के अलावा अंडे की सफेदी चेहरे पर 5-7 मिनट लगा कर रखने के बाद चेहरे को पानी से धो लें. इस के साथ ही ऐलोवेरा जैल भी चेहरे पर लगाएं. बेहतर और मनचाहे परिणाम के लिए आप को किसी अच्छे कौस्मैटिक क्लीनिक से लेजर और यंग स्किन मास्क की कुछ सिटिंग्स लेनी चाहिए.

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खूबसूरत दिखने के लिए भी करें स्टीम का प्रयोग

बाजार में बहुत से ऐसे ब्यूटी प्रोडक्ट मौजूद हैं जो ये दावा करते हैं कि उनके इस्तेमाल से त्वचा खूबसूरत और लंबे समय तक जवान बनी रहेगी. लेकिन इनमें से ज्यादातर प्रोडक्ट केमिकल बेस्ड ही होते हैं जिससे स्क‍िन डैमेज होने का खतरा बना रहता है.

ऐसे में सबसे बेहतर यही है कि हम घरेलू उपाय अपनाएं. घरेलू उपायों का कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है. जिसकी वजह से त्वचा की कुदरती खूबसूरती बर्बाद नहीं होती. इसके अलावा घरेलू उत्पाद त्वचा को पोषण देने का भी काम करते हैं.

घरेलू उपाय आप अपनी त्वचा के टाइप के अनुसार चुन सकते हैं. इसके अलावा स्टीम लेना भी बहुत फायदेमंद है. आमतौर पर लोगों को लगता है कि सिर्फ सर्दी हो जाने पर, कफ जमा हो जाने पर ही स्टीम ली जाती है लेकिन ऐसा नहीं है.

स्टीम लेना एक ब्यूटी ट्रीटमेंट है. फेस स्टीमिंग से न सिर्फ चेहरे पर ग्लो आता है बल्क‍ि ताजगी भी मिलती है. लेकिन इसके लिए सबसे जरूरी है कि आपको स्टीम लेने का सही तरीका मालूम हो. स्टीम लेने के लिए स्टीमर या फिर किसी बाल्टी में गर्म पानी ले लें. स्टीम लेने के दौरान पूरे चेहरे को अच्छी तरह ढक लें ताकि पूरे चेहरे पर बराबर स्टीम मिले.

स्टीम लेने के फायदे:

1. त्वचा की मैल साफ हो जाती है. स्टीम लेने से पोर्स खुल जाते हैं और अंदरुनी मैल भी साफ हो जाती है. स्टीम लेने से ब्लैक हेड्स आसानी से निकल जाते हैं. इससे त्वचा पर निखार आता है.

2. स्टीम लेने से डेड स्किन भी आसानी से साफ हो जाती है. जिससे त्वचा पर नेचुरल ग्लो नजर आता है.

3. स्टीम लेने से मुहांसे और झुर्रियां अगर हैं तो कम हो जाते हैं और होने की आशंका भी बहुत कम हो जाती है.

4. स्टीम लेने से त्वचा का मॉइश्चर बैलेंस भी बना रहता है. इससे त्वचा रूखी और बेजान नजर नहीं आती.

Crime Story: पिंकी का हनीट्रैप

घटना मध्य प्रदेश के रतलाम जिले की है. 29 नवंबर, 2019 को दोपहर के 2 बजे का समय था. रतलाम के पास अलकापुरी क्षेत्र में स्थित हनुमान ताल के पास कस्बा जावरा के एक प्रसिद्ध व्यापारी मोहित पोरवाल हाथ में सूटकेस लिए खड़े थे. वह काफी घबराए हुए थे, चेहरे पर हवाइयां उड़ रही थीं, डर की छाया साफ दिखाई दे रही थी.

चेहरे पर आ रहे पसीने को वह बारबार रूमाल से पोंछ रहे थे. उन की नजर सुनसान सड़क पर लगी हुई थी. जबकि वहां से कुछ दूर सुनसान जगह पर सादा कपड़ों में मौजूद 10 पुलिस वालों की नजरें मोहित कुमार पर जमी हुई थीं. साथ ही वहां आनेजाने वाले व्यक्तियों पर भी थीं.

उसी समय एक पुलिसकर्मी थाना औद्योगिक नगर के टीआई शिवमंगल सिंह सेंगर से संपर्क बनाए हुए था. मोहित के आसपास फैले पुलिसकर्मी उस समय सतर्क हो गए, जब उन्होंने 3 व्यक्तियों को चौकन्ने भाव से मोहित की तरफ आते देखा.

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वे तीनों मोहित के पास आ कर कुछ पल के लिए रुके और मोहित के हाथ से सूटकेस ले कर जाने के लिए तेजी से मुड़े. वे तीनों भाग पाते उस से पहले ही आसपास छिपे पुलिसकर्मियों ने उन्हें अपनी गिरफ्त में ले लिया.

उन युवकों ने पूछताछ में अपने नाम शिव उर्फ भोला निवासी लक्ष्मणपुरा, कालू उर्फ अविनाश, दिनेश टका निवासी बिरयाखेड़ी, रतलाम बताए. उन तीनों को पकड़ कर पुलिसकर्मी टीआई शिवमंगल सिंह सेंगर के पास ले आए. टीआई शिवमंगल सेंगर ने उन से सख्ती से पूछताछ की तो उन्होंने कबूल कर लिया कि उन के गिरोह की सरगना पिंकी शर्मा उर्फ प्रियांशी है, जिस ने व्यापारी मोहित को अपने जाल में फंसाया था.

साइबर सेल से मिली जानकारी के बाद एसपी रतलाम को पहले से ही शक था कि पिंकी शर्मा उर्फ प्रियांशी इस गिरोह में शामिल है. जब उस का नाम सरगना के तौर पर सामने आया, तो महिला पुलिस के साथ गई टीम ने उसे एमबी नगर स्थित उस के घर से गिरफ्तार कर लिया.

पकड़े जाने पर पिंकी शर्मा ने स्वीकार किया कि पिछले दिनों इंदौर में चर्चाओं में रहे हनीट्रैप कांड की तरह उस ने मोहित को लालच दे कर शिकार बनाया था. पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों के पास से लूट में प्रयुक्त एक स्कूटर, मोटरसाइकिल, मोहित की सोने की अंगूठी और नकद 2 हजार रुपए के अलावा सोने की बाली, चांदी का कड़ा, खिलौना रिवौल्वर एवं एक चाकू बरामद कर लिया. उन से की गई पूछताछ के बाद ब्लैकमेलिंग करने की पूरी कहानी इस प्रकार सामने आई—

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मध्य प्रदेश के रतलाम जिले के रहने वाले 45 वर्षीय मोहित जावरा के जानेमाने अनाज व्यापारियों में से एक हैं. जमा हुआ खानदानी कारोबार है. शहर के रईसों में इन का नाम भी शुमार है.

मोहित छोटी उम्र से ही परिवार का बिजनैस संभाल रहे थे. व्यापार के अलावा वह सोशल मीडिया में भी एक्टिव रहते थे. इसी के चलते कुछ महीने पहले वाट्सऐप पर उन की मुलाकात रतलाम की एमबी कालोनी निवासी आधुनिक विचारों वाली 22 वर्षीय सुंदरी पिंकी शर्मा से हुई.

धीरेधीरे यह जानपहचान दोस्ती में बदल गई और समय के साथ इस दोस्ती में वे सब बातें भी होने लगीं, जिन्हें बेहद निजी कहा जा सकता है. धीरेधीरे वह पिंकी में काफी रुचि लेने लगे.

बताते हैं पिंकी से उन की 1-2 मुलाकातें सार्वजनिक स्थानों पर हुईं. फिर वह मोहित को अकेले में मिलने के लिए बुलाने लगी. अब तक परिवार के प्रति ईमानदार रहे मोहित, उस से अकेले में मिलने में कोई रुचि नहीं दिखा रहे थे.

लेकिन जवान और खूबसूरत दोस्त का खुला आमंत्रण वह भला कब तक ठुकराते, इसलिए न न करते हुए भी वह एक दिन उस की बताई जगह पर मिलने को तैयार हो गए. मिलने के लिए तारीख तय हुई 24 नवंबर की दोपहर और स्थान था विरियाखेड़ी के ईंट भट्ठों का सुनसान इलाका.

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मन में कुछ आशंकाएं और ढेर सारे सपने ले कर मोहित तय वक्त पर विरियाखेड़ी पहुंच गए. उन के मन में एक शंका थी कि शायद ही पिंकी उन से मिलने आए. लेकिन यह देख कर उन का दिल खुश हो गया कि पिंकी उन के पहुंचने से पहले ही वहां खड़ी उन का इंतजार कर रही थी.

‘‘कितनी देर कर दी जनाब आने में. क्या इसी तरह इंतजार करवाओगे?’’ पिंकी मुसकरा कर बोली.

‘‘नहीं यार,बस आतेआते टाइम लग गया.’’ मोहित ने कहा.

‘‘ओके चलो, पहली बार देर हुई है, इसलिए माफ करती हूं. मालूम है लड़कों को अपनी गर्लफ्रैंड से मिलने उस से पहले पहुंचना चाहिए.’’ वह बोली.

‘‘लड़कों को न, लेकिन मैं लड़का नहीं हूं.’’ मोहित ने कहा.

‘‘तो क्या हुआ, मेरे बौयफ्रैंड तो हो. लेकिन मैं आप को एक बात बताऊं कि मुझे लड़कों के बजाए परिपक्व मर्दों में रुचि है.’’ पिंकी ने बताया.

‘‘वो क्यों?’’ मोहित ने पूछा.

‘‘सब से बड़ी बात तो यह है कि वह इस मामले में अनुभवी होते हैं. दूसरे लड़कों की तरह ज्यादा परेशान भी नहीं करते.’’ पिंकी ने तिरछी नजरों से मोहित की तरफ देखते हुए कहा, ‘‘अब ज्यादा समय खराब मत करो. वहां सामने एक घर है, वहां कोई नहीं आताजाता. चलो, वहीं चल कर बात करते हैं.’’

मोहित उस के साथ उस मकान में जाने से मना करना चाहते थे, लेकिन पिंकी को देखने के बाद वह उसे मना नहीं कर सके और उसे साथ ले कर उस के बताए मकान में चले गए.

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दोनों के बीच बातचीत शुरू हो गई. पिंकी की सैक्सी बातों और हरकतों से मोहित अपना होश खोने लगे. इस से पहले कि वह अपनी हसरतें पूरी कर पाते, तभी दरवाजे पर लात मार कर अंदर घुस आए 3 युवकों को देख कर मोहित घबरा गए. उन का गीला गला एक झटके में रेगिस्तान बन गया.

‘‘क्या हो रहा है बुड्ढे, बेटी की उम्र की लड़की के साथ अय्याशी की जा रही है.’’ उन में से एक युवक ने मोहित से कहा तो उन से कोई जवाब देते नहीं बना.

‘‘चल कर ले अय्याशी, हम तेरा लाइव शो देखेंगे.’’ दूसरा बोला.

‘‘देखिए, ऐसा कुछ नहीं है. हम लोग यहां यूं ही आए थे.’’ मोहित ने थूक गटकते हुए किसी तरह कहा.

लेकिन वे तीनों नहीं माने. उन्होंने चाकू की नोंक पर मोहित और पिंकी के पूरे कपड़े उतरवा दिए और फिर उसी अवस्था में दोनों के अश्लील फोटो और वीडियो अपने कैमरे में कैद करने के बाद बोले, ‘‘अब जाओ, यह वीडियो हम तुम्हारे बीवीबच्चों को भेज देंगे. फिर आराम से बैठ कर सब के साथ देखना.’’

‘‘देखिए, मैं आप के हाथ जोड़ता हूं. हम यहां ऐसा कुछ भी नहीं कर रहे थे. आप वीडियो और फोटो डिलीट कर दें.’’ मोहित ने उन तीनों से कहा तो उन्होंने इस के बदले में 20 लाख रुपयों की मांग की.

उस वक्त मोहित के पास इतना रुपया नहीं था, सो तय हुआ कि हफ्ते भर में मोहित 20 लाख रुपए बदमाशों को दे कर उन से वीडियो और फोटो वापस ले लेंगे. मामला सुलट गया तो पिंकी और मोहित के वहां से जाने के पहले बदमाशों ने मोहित की सोने की अंगूठी और जेब में रखे 2 हजार रुपयों के अलावा पिंकी के जेवर भी लूट लिए.

मोहित जैसेतैसे वापस जावरा पहुंच तो गए लेकिन उन के दिल को पलभर का भी सुकून नहीं था. पिंकी के चक्कर में उन्हें पीढि़यों से बनाई बापदादाओं की इज्जत धूल में मिलती दिखाई दे रही थी. मामला अगर दुनिया के सामने आ जाता तो समाज और अपने परिवार के सामने नजरें ऊंची नहीं कर पाते. इन्हीं सब खयालों से डरे हुए मोहित को रात में नींद भी नहीं आई.

 

पिंकी को याद करने का तो सवाल ही नहीं था. लेकिन अगले ही दिन सुबहसुबह पिंकी का फोन आ गया. उन्होंने बेमन से पिंकी से बात की तो उस ने कल की घटना पर दुख जताया लेकिन उस की बातों से ऐसा नहीं लग रहा था कि उसे इस बात की कोई टेंशन है. उस समय उन्होंने पिंकी की इस बेफिक्री पर ज्यादा गौर नहीं किया.

इधर दोपहर होते ही बदमाशों का फोन आ गया, जिस में कहा गया कि वह जल्द से जल्द उन्हें 20 लाख रुपए दे दें. इस के कुछ देर बाद पिंकी का भी फोन आ गया.

उस ने बताया कि बदमाशों ने उसे भी फोन कर जल्द से जल्द 20 लाख रुपए की मांग की है. साथ ही उस ने सलाह भी दी कि वह जल्द से जल्द बदमाशों की मांग पूरी कर दें वरना अपनी दोस्ती खतरे में पड़ जाएगी.

यहां पूरी बनीबनाई इज्जत खतरे में पड़ी थी और पिंकी को अब भी प्यारमोहब्बत की बातें सूझ रही थीं. मोहित को पिंकी पर बहुत गुस्सा आ रहा था लेकिन यह मौका गुस्सा दिखाने का नहीं था, इसलिए वह किसी तरह अपने गुस्से को काबू में किए रहे.

दूसरी तरफ एक के बाद एक तीनों बदमाश उन्हें बारबार फोन कर 20 लाख रुपयों की मांग करते हुए पिंकी के साथ बनाया उन का अश्लील वीडियो वायरल करने की धमकी दे रहे थे. जितनी बार बदमाशों का फोन आता, उतनी ही बार पीछे से पिंकी का फोन आ जाता. वह हर बार मोहित को सलाह देती कि जैसे भी हो, बदमाशों की मांग जल्द पूरी कर दें. इस से मोहित को शक होने लगा कि कहीं पिंकी भी इन बदमाशों से मिली हुई तो नहीं है.

क्योंकि वह जानते थे कि अगर बदमाशों ने वीडियो वायरल कर भी दी, तो पिंकी का कुछ नहीं बिगड़ेगा. लेकिन उन की पूरी इज्जत धूल में मिल जाएगी. मीडिया में न तो पिंकी का नाम आएगा और न फोटो लेकिन उन के नाम के तो पोस्टर छप जाएंगे. फिर पिंकी क्यों इतना डर रही है. वह बारबार बदमाशों को रुपए देने का दबाव क्यों बना रही है.

 

काफी सोचविचार के बाद मोहित ने 4 दिन बाद पूरी कहानी रतलाम के एसपी गौरव तिवारी को बता दी. मोहित की बात सुन कर एसपी साहब समझ गए कि मोहित किसी ब्लैकमेल कराने वाले गिरोह के शिकार बन गए हैं. इसलिए उन्होंने इस गिरोह को गिरफ्तार करने के लिए औद्योगिक क्षेत्र के टीआई शिवमंगल सिंह सेंगर के नेतृत्व में एक पुलिस टीम बना दी.

पुलिस की साइबर सेल ने पिंकी के मोबाइल की काल डिटेल्स निकाली तो पता चला कि बदमाश जिन फोन नंबरों से मोहित से बात कर रहे थे, उन नंबरों पर काफी दिनों से पिंकी की बारबार बात होती रही है.

इस से यह साफ हो गया कि पिंकी ने ही मोहित को हनीट्रैप में फंसा कर ठगने की साजिश रची है. इसलिए एसपी के निर्देश पर जांच अधिकारी शिवमंगल सिंह सेंगर ने योजना बना कर मोहित से आरोपियों को पैसों का इंतजाम हो जाने का फोन करवाया.

बदमाशों ने उन्हें 29 नवंबर, 2019 की दोपहर 2 बजे पैसा ले कर हनुमान ताल पर बुलाया. जिस के बाद योजना अनुसार एसपी रतलाम ने सुबह से ही हनुमान ताल पर सादा लिबास में पुलिसकर्मी तैनात कर दिए. दोपहर में जैसे ही तीनों बदमाश शिव, कालू और दिनेश मोहित से फिरौती के 20 लाख रुपए लेने के लिए आए, पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया.

पिंकी के बारे में बताया जाता है कि वह मूलरूप से किला मैदान, झाबुआ की रहने वाली थी. वह रतलाम में एक फाइनैंस कंपनी में नौकरी करती थी. उस कंपनी में राकेश (परिवर्तित नाम) भी नौकरी करता था. वहीं पर दोनों की दोस्ती हुई. राकेश रतलाम के ही  जावरा का रहने वाला था. चूंकि दोनों ही जवान थे, इसलिए जब उन की दोस्ती प्यार में बदली, तब उन्होंने शादी का फैसला कर लिया.

दोनों ने घर वालों की मरजी के बिना लवमैरिज कर ली. लेकिन शादी के कुछ दिनों बाद ही दोनों के बीच मतभेद हो गए. हालांकि इस दौरान पिंकी एक बेटी की मां बन चुकी थी. जब दोनों के बीच ज्यादा ही कलह रहने लगी तो वह बेटी को पति के पास छोड़ कर चली आई.

इस दौरान पिंकी की मुलाकात रतलाम के ही रहने वाले सन्ना नाम के बदमाश से हुई. वह सन्ना के साथ रतलाम के चांदनी चौक क्षेत्र में रहने लगी. सन्ना के जरिए पिंकी की जानपहचान लक्ष्मणपुरा, रतलाम के रहने वाले भोला, हाट की चौकी के कालू और बीरियाखेड़ा के दिनेश से हुई. ये सभी आपराधिक सोच वाले युवक थे.

 

पिछले दिनों इंदौर में हनीट्रैप के मामले में हाईफाई लोगों के फंसने का मामला सामने आया था. उसी से प्रेरित हो कर पिंकी और उस के इन साथियों ने मोटा पैसा कमाने के लिए प्लान बनाया. लिहाजा पिंकी के जरिए वे सब मोटी आसामी को अपने जाल में फांस कर उन्हें ब्लैकमेल करने लगे.

पिंकी पिछले 5 सालों से शहर के युवकों को अपने रूपजाल में फंसा कर ठगने का काम कर रही थी.

इसी योजना के तहत उस ने मोहित से दोस्ती की और एकांत जगह पर स्थित भट्ठों पर बने कमरे में ले गई और उन्हें अपने रूपजाल में फंसाने का जतन करने लगी. तभी उस के तीनों साथियों ने आ कर मोहित के साथ उस की अश्लील फिल्म बना ली.

मोहित को उस के ऊपर शक न हो इसलिए मोहित के साथ उन्होंने पिंकी के साथ भी लूटपाट का नाटक किया था. लेकिन रतलाम पुलिस ने जल्द ही इस गिरोह के नाटक का परदा गिरा दिया.

आरोपी शिव उर्फ भोला, कालू, दिनेश और पिंकी से पूछताछ के बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया.

सोना, कितना सोना है

तेज़ रफ़्तार से भागती ज़िंदगी में कोरोना ने ब्रेक लगा दिए हैं. सब लोग बीते पांच महीने से अपने अपने घरों में कैद हैं. इस दौरान घरेलू महिलाओं का काम तो ज़रूर बढ़ गया है, क्योंकि घर के मर्द और बच्चे पूरे समय घर में बने हुए हैं, लिहाज़ा सारा दिन उनके खाने-पीने और अन्य बातों का ख्याल रखना पड़ रहा है, इसलिए उनको आराम का वक़्त कम ही मिल रहा है, लेकिन जो महिलायें अविवाहित हैं या एकाकी जीवन जी रही हैं, उनके पास आराम का भरपूर समय है. इस समय को वे भरपूर नींद ले कर गुज़ार रही हैं. रात की पूरी नींद तो ले ही रही हैं, दिन में भी चार-पांच घंटे की नींद का मज़ा उठा रही हैं. कामकाजी महिलायें जो वर्क फ्रॉम होम कर रही हैं, वो भी काम ख़त्म करके बिस्तर पर पसर जाती हैं, कि चलो एक नींद ले ली जाए. पुरुषों को तो आराम करने और खर्राटे बजाने का भरपूर समय कोरोना ने मुहैय्या कराया है. अब सुबह जल्दी उठ कर ऑफिस के लिए भागमभाग मचाने की ज़रूरत नहीं है, लिहाज़ा देर तक सोने का लुत्फ़ उठाया जा रहा है. दोपहर में भी यह सोच कर कई घंटे की नींद मार ली जाती है कि ऐसा मौक़ा फिर कहाँ मिलेगा.

कहना गलत ना होगा कि कोरोना काल में लोगों का खाना और सोना खूब हो रहा है और फिर शिकायत कि देखो वज़न बढ़ रहा है, कपड़े तंग हो रहे हैं. अब ऑफिस में तो एकाध बार चाय और दिन में आधे घंटे के ब्रेक में दो रोटी-सब्ज़ी जल्दी-जल्दी निगल कर काम में जुट जाते थे. मगर घर में ठाठ से तीन वक़्त लज़ीज़ खाना, चार-पांच बार चाय-नाश्ता और उस पर भरपूर आराम, वज़न तो बढ़ना ही है. लेकिन क्या आप जानते हैं यह आराम आपको सिर्फ मोटा-थुलथुल ही नहीं बना रहा है, बल्कि यह आपको कई अन्य रोग भी दे सकता है.

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स्वस्थ रहने के लिए पर्यापत मात्रा में नींद लेना बहुत जरूरी है, परंतु अधिक सोने से स्वास्थ्य पर विपरित असर पड़ने लगता है. जरूरत से ज्यादा सोने से आप कई प्रकार की बीमारियों का शिकार हो सकते हैं. कम नींद लेना जहां स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं होता है, वहीँ ज्यादा नींद लेना भी खतरनाक है. जरूरत से ज्यादा सोने से सेहत पर बहुत बुरा असर पड़ता है. नींद कम आने की बीमारी को “इनसोमनिया” कहा जाता है और ज्यादा नींद आने की बीमारी को “हाइपरसोमनिया” कहा जाता है. अगर आपको भी बहुत ज्यादा नींद लेने की आदत पड़ गयी तो आप “हाइपरसोमनिया” से पीड़ित हो सकते हैं.

ज्यादा नींद लेने का सबसे पहला असर हमारे पेट पर पड़ता है. देर तक सोये रहने से हमारी अंतड़ियों में एकत्रित मल से नमी और पानी अंतड़ियों द्वारा अवशोषित होता रहता है जिससे मल सख्त हो जाता है. इससे हमें कब्ज की समस्या पैदा हो जाती है. आपने भी महसूस किया होगा कि पहले जब आप सुबह जल्दी उठ कर फ्रेश होने जाते थे तब कितनी जल्दी फ्रेश हो जाते थे, लेकिन कोरोना काल में देर तक सोने के बाद जब आप फ्रेश होने के लिए टॉयलेट में बैठते हैं तो देर तक बैठे रहते हैं और फ्रेश होने की फीलिंग ही नहीं आती है. ये समस्या ज़्यादा सोने से पैदा होती है. आँतों में मल सख्त होकर जम जाता है और प्रेशर देने पर भी बाहर नहीं आता है. ये कब्ज की समस्या धीरे-धीरे पूरे बॅाडी सिस्टम को प्रभावित करती है. गैस और एसिडिटी की समस्या भी इसी वजह से पैदा होती है और आप हर वक़्त बदन दर्द, सर दर्द, बदहज़मी, जलन, चिड़चिड़ेपन और थकान से भरे रहते हैं. शिकायत करते हैं कि इतनी देर तक सोने के बाद भी थकान नहीं जाती, फ्रेश फीलिंग नहीं आती. दरअसल ज़्यादा सोना ही आपकी इन समस्याओं की वजह है.

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ज्यादा नींद लेने से मोटापा भी बढ़ने लगता है. अधिक सोने की वजह से कैलोरी बर्न नहीं होती है, जिस वजह से मोटापा बढ़ सकता है. महिलाओं में मोटापा पुरुषों की तुलना में जल्दी चढ़ता है खासतौर पर उनकी कमर और जाँघों पर चर्बी जल्दी जमती है और यह अंग भारी होने लगते हैं. अधिक नींद लेने की वजह से सिर दर्द की समस्या हो सकती है. ज्यादा नींद लेने की वजह से शरीर में सेरोटोनिन लेवल बढ़ सकता है, जिस वजह सिरदर्द की समस्या पैदा हो जाती है. कमर दर्द की समस्या भी ज्यादा देर तक सोने की वजह से होती है. अधिक नींद लेने की वजह से खून के बहाव पर भी बुरा असर पड़ता है. बिस्तर पर ज्यादा देर तक रहने से पीठ अकड़ने लगती है और कमर दर्द की शिकायत हो जाती है.

ज्यादा सोने की वजह से डिप्रेशन की समस्या हो सकती है. अधिक नींद लेने से डोपानाइन और सेरोटोनिन हार्मोंस का लेवल कम हो जाता है, जिस वजह से डिप्रेशन की समस्या हो सकती है. अवसाद के कारण मूड भी खराब रहने लगता है. वहीँ ज़्यादा सोना आपकी याददाश्त पर भी बुरा प्रभाव डालता है. इससे आपकी याददाश्त कमजोर पड़ने लगती है.

ज्यादा सोना सेहत के लिए सिर्फ नुकसानदेह ही नहीं, बल्कि जानलेवा भी हो सकता क्योंकि ज्यादा सोने से हार्ट स्ट्रोक का खतरा बढ़ता है. 9 घंटे या इससे ज्यादा सोने से हार्ट स्ट्रोक का खतरा 23 प्रतिशत बढ़ जाता है. जी हां, नई स्टडी के अनुसार, जो लोग हर रात 9 घंटे या उससे अधिक समय तक सोते हैं, उनमें 7 घंटे से कम सोने वाले लोगों की तुलना में हार्ट स्ट्रोक का खतरा 23 प्रतिशत अधिक होता है. स्टडी में पाया गया है कि कम सोने वालों की तुलना में लंबे समय तक सोने वाले लोग और दिन के समय लंबी झपकी लेने वाले दोनों में 85 प्रतिशत लोगों को हार्ट स्ट्रोक की आशंका रहती है. दिन में लंबी झपकी लेने से भी स्ट्रोक का जोखिम बढ़ता है. स्टडी से यह भी पता चला है कि दिन के समय में देर तक सोने या झपकी लेने वालों में कलेस्ट्रॉल का लेवल प्रतिकूल रूप से बढ़ता है और इससे ना सिर्फ उनकी कमर का साइज बढ़ जाता है बल्कि हार्ट स्ट्रोक का जोखिम भी बढ़ जाता हैं. स्टडी में कहा गया कि लंबी झपकी लेना और सोना एक संपूर्ण निष्क्रिय जीवनशैली की ओर इशारा करता है, जो स्ट्रोक के बढ़ते जोखिम से भी संबंधित है.

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दिन में ज्यादा नींद लेने से डायबिटीज का खतरा बढ़ सकता है. दिन के समय एक घंटे से अधिक समय तक नींद लेने से टाइप-2 मधुमेह का 45 प्रतिशत ज्यादा खतरा हो सकता है.यूनिवर्सिटी ऑफ टोक्यो के अनुसंधानकर्ताओं ने तीन लाख से अधिक लोगों की भागीदारी वाले 21 अध्ययनों से डेटा जुटाया है. उन्होंने पाया कि दिन में 60 मिनट से ज्यादा समय तक नींद नुकसानदेह हो सकती है. दिन में 40 मिनट से कम समय तक नींद लेने लेना ही पर्याप्त है, इससे मधुमेह का ख़तरा नहीं है. दरअसल दिन में लंबी नींद का परिणाम रात में नींद बाधित होने के रूप में सामने आता है. आप रात में सोते तो हैं मगर नींद कच्ची रहती है. कच्ची नींद शरीर के उन अंगों के काम में बाधा बनती है, जो काम गहरी नींद के दौरान शरीर करता है, जैसे खाने का सही पाचन, अवशोषण, दिमाग से फ़ालतू बातें डिलीट करने का काम, शरीर की मांसपेशियों को आराम देकर नए दिन के लिए ऊर्जावान बनाने का काम आदि. अगर हम दिन में सोते हैं और रात में गहरी नींद से महरूम रहते हैं तो डिस्टर्ब नींद दिल के दौरे, मस्तिष्काघात, हृदय संबंधी समस्याओं तथा टाइप-2 डायबिटीज सहित अन्य समस्याओं को जन्म देती है. अनुसंधानकर्ताओं का कहना है कि काम या सामाजिक जीवन शैली के चलते नींद पूरी नहीं होने का परिणाम ज्यादा भूख लगने के रूप में सामने आता है, जिससे टाइप-2 मधुमेह का खतरा बढ़ने की संभावना प्रबल होती है.

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कितना सोएं ?

अगर आप उन लोगों में से हैं जो दिन हो या रात, हर वक्त घोड़े बेचकर सोने में यकीन रखते हैं, तो आज ही अपनी इस आदत को बदल दें क्योंकि ज्यादा सोना सेहत के लिए खतरनाक साबित होता है. स्वस्थ रहने के लिए रोजाना 7 से 8 घंटे रात की नींद लेनी चाहिए और दिन में आधे घंटे से ज़्यादा ना सोएं. इससे ज्यादा सोने से स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है. अधिक नींद लेने की वजह से दिल से संबंधित समस्याएं हो सकती हैं. दिल की बीमरियों से बचे रहने के लिए ज्यादा नींद लेने से परहेज करें. अच्छे स्वास्थ्य के लिए स्वस्थ खानपान के साथ-साथ अच्छी नींद लेना बहुत जरूरी है. रात की अच्छी नींद को इंसान की कई बीमारियों के इलाज के लिए सबसे अच्छी दवा के रूप में माना जाता है.

सत्ता के निशाने पर रहे जामिया-जेएनयू-एएमयू पढ़ाई में सरकार की ही रैंकिंग में टौप पर

गोदी मीडिया और सरकार के निशाने पर रहे देश के 3 केंद्रीय विश्वविद्यालयों ने सरकार द्वारा ही की तैयार की गई रैंकिंग में 36 केंद्रीय विश्वविद्यालयों को पछाड़ कर टौप स्थान हासिल किए हैं. यह सीधासीधा गोदी मीडिया, सरकार और सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी के मुंह पर तमाचा है. सत्ताधारी नेता सन्न रह गए हैं और चापलूस टीवी मीडिया इस पर डिबेट नहीं कर रहा.

दिल्ली के 2 केंद्रीय विश्वविद्यालय जामिया मिल्लिया इसलामिया (जेएमआई) व जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालय (जेएनयू) और उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ मुसलिम विश्वविद्यालय (एएमयू) को हालिया दिनों में जितना बदनाम करने की कोशिश की गई और वहां पढ़ने वाले स्टूडैंट्स को निशाना बनाया गया, उतना ही इन तीनों यूनिवर्सिटियों के स्टूडैंट्स शिक्षा के क्षितिज पर स्टार बन कर चमक रहे हैं.

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टारगेट पर रहे, उभरे टौप पर :

केंद्र सरकार के शिक्षा मंत्रालय की सूची में पहले टौप 4 में से 3 वे विश्विद्यालय हैं जो पिछले 5-6 सालों से लगातार मीडिया और मोदी सरकार के मंत्रियों के निशाने पर रहे हैं. इस सूची में सब से ऊपर जामिया है तो टौप फोर यानी पहले 4 में एक बार फिर जेएनयू का नाम भी आया है. इस के अलावा अलीगढ़ मुसलिम विश्विद्यालय का नाम भी शामिल है.

वर्ष 2019-20 सैशन के लिए केंद्र सरकार की रैंकिंग में जामिया ने देश में 39 केंद्रीय यूनिवर्सिटियों को पीछे छोड़ते हुए टौप रैंक हासिल किया है. जामिया के बाद दूसरे नंबर पर अरुणाचल प्रदेश की राजीव गांधी यूनिवर्सिटी और तीसरे नंबर पर जेएनयू है, जबकि एएमयू ने चौथा मुक़ाम हासिल किया है. बता दें कि जामिया को 90 फ़ीसदी स्कोर के साथ रैंकिंग में पहला नंबर मिला है. राजीव गांधी यूनिवर्सिटी को 83, जेएनयू को 82 और एएमयू को 78 फ़ीसदी पौइंट्स मिले हैं.

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सेलैक्शन का आधार :

यूनिवर्सिटियों का मूल्यांकन 2019-20 में तय किए गए एमओयू के हिसाब से किया गया है. दरअसल, सैंट्रल यूनिवर्सिटी रैंकिंग में विश्वविद्यालयों का मूल्यांकन कई पैमानों के आधार पर किया जाता है. इस में विभिन्न पाठ्यक्रमों यूजी, पीजी, पीएचडी में छात्रों की संख्या और लैंगिक अनुपात भी शामिल हैं. इस के अलावा, कैंपस प्लेसमैंट भी इस चयन का आधार बनता है. नेट और गेट परीक्षा में सफल होने वाले छात्रों के आधार पर भी यह रैंकिंग तैयार की जाती है.

विचारधाराविशेष के पुजारी :

जिन शिक्षण संस्थानों पर मीडिया और सरकार द्वारा देशद्रोह की गतिविधियों का अड्डा होने के आरोप लगाए जाते हैं उन का सरकार के ही शिक्षा मंत्रालय की रैंकिंग में टौप पर आना यह बताता है कि उन पर आरोप मढ़ने वाले किसी विचाधाराविशेष के पुजारी हैं. उन की विचारधारा पर जो न चले वह देशद्रोही है, आतंकवादी है.

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जेएनयू, जामिया और एएमयू विश्वविद्यालयों में स्टूडैंट्स की गतिविधियों को लगातार यह कह कर प्रचारित किया जाता रहा है कि वहां टुकड़ेटुकड़े गैंग पैदा होता है, पलता है और बढ़ता है. जेएनयू में कन्हैया कुमार और उन के साथियों पर लगा देशद्रोह का मामला अदालत में है.

पिछले साल मोदी सरकार ने धार्मिक भेदभाव करने वाला सीएए क़ानून बनाया जिस के ख़िलाफ़ जामिया और एएमयू के छात्रों ने अपनी जानें हथेली पर रख कर और कैरियर दांव पर लगा कर अभियान शुरू किया. पुलिस ने बेरहमी से छात्रों को मारापीटा और प्रशासन ने यूनिवर्सिटी के दरवाज़ों पर ताला जड़ दिया. एएमयू  में जिन्ना की तसवीर को ले कर भी विवाद पैदा किया गया था.

मोदी सरकार के दौर में शिक्षण संस्थानों में स्टूडैंट्स को देशद्रोही कहने से ले कर उन पर हमलों तक की कई घटनाएं सामने आई हैं और इन घटनाओं को ले कर सरकार पर पक्षपात के आरोप भी लगे.

टौपर जामिया :

केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने देशभर के केंद्रीय विश्वविद्यालयों की ग्रेडिंग और स्कोरिंग पर विस्तृत अध्ययन कर सैंट्रल यूनिवर्सिटी रैंकिंग की जो सूची जारी की उस में जामिया को 90 फीसदी पौइंट्स मिले हैं. जामिया 100 साल पुरानी यूनिवर्सिटी है और इस की नींव रखने वालों में महात्मा गांधी जैसी शख्सियत का नाम भी है. इस यूनिवर्सिटी के पहले खजांची यानी कोषाध्यक्ष जमना लाल बजाज रहे हैं, जिन्हें महात्मा गांधी के दत्तक पुत्र के नाम से जाना जाता था.

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अंगरेजों के ख़िलाफ़ चल रहे आज़ादी के आंदोलन में जामिया की महत्त्वपूर्ण भूमिका हुआ करती थी. पिछले साल जब नागरिकता संशोधन क़ानून और एनआरसी को ले कर विरोध हुआ और यहां के स्टूडैंट्स ने उस में सक्रिय हिस्सा लेना शुरू किया तो यह शिक्षण संस्थान गोदी मीडिया के निशाने पर आ गया. विश्वविद्यालय परिसर में पुलिस ने लाठियां भांजीं, पुस्तकालय और छात्रावास तक में पुलिस के घुसने व स्टूडैंट्स के साथ मारपीट करने की घटनाएं हुईं.

यूनिवर्सिटी के स्टूडैंट्स जब आंदोलन कर रहे थे तो बाहरी व्यक्ति द्वारा पुलिस की मौजूदगी में गोलियां चलाने जैसी घटनाएं भी हुईं. मीडिया में स्टूडैंट्स पर देशद्रोह जैसी गतिविधियों में लिप्त होने के आरोप लगे. लेकिन इन सब के बाद शिक्षा मंत्रालय की सैंट्रल यूनिवर्सिटी रैंकिंग ने केंद्रीय विश्वविद्यालयों में शिक्षा के प्रदर्शन पर की गई ग्रेडिंग/स्कोरिंग में जामिया को टौप यानी पहले नंबर पर पाया.

ऐसे में यह साफ हो जाता है कि एक बड़ी राजनीतिक साजिश के तहत देश के कुछ विश्विद्यालयों को बदनाम करने की घृणात्मक साजिश की जा रही है.

 

कीटनाशकों के इस्तेमाल में बरतें सावधानी

फसल में जब कीटों का प्रकोप बढ़ता है, तब इस के बचाव के लिए किसान फसल पर कीटनाशक दवाओं का छिड़काव करता?है. अकसर देखने में आता?है कि कीटनाशक छिड़कते समय किसान लापरवाही बरतते हैं. कीटनाशक जहरीले रसायन होते हैं, जो सांस के जरीए व त्वचा के द्वारा हमारे शरीर को नुकसान पहुंचा सकते?हैं. इसलिए जरूरी?है कि कीटनाशक का छिड़काव करते समय सावधानी बरती जाए, जिस से फसल के साथसाथ किसान की सेहत भी ठीक रहे. एक बार मैं ने देखा कि एक किसान कीटनाशक टैंक को कमर पर लगा कर छिड़काव कर रहा था. तब टैंक से रिस कर उस का रसायन किसान की बनियान को भिगोता हुआ कमर पर बह रहा था. उस समय तो जोशजोश में मौसम की गरमी का एहसास समझ कर किसान ने उसे नजरअंदाज कर दिया, लेकिन जब बाद में देखा तो कमर पर तमाम फफोले व चकत्ते बन गए थे. डाक्टर से इलाज भी कराना पड़ा. अधिकतर किसान स्प्रे करते समय मुंह पर मास्क या कपड़ा भी नहीं बांधते, जबकि हवा में कीटनाशक उड़ कर सांस के जरीए हमारे शरीर में चला जाता है, जो बहुत घातक होता?है. इसलिए जरूरी है कि इन बातों को नजरअंदाज न करें व सावधानियों का ध्यान रखें:

* छिड़काव करते समय अलग कपड़े (एपरन) पहनें व चश्मे का इस्तेमाल जरूर करें. चेहरे पर मास्क लगा कर दवा का स्प्रे करें. अगर मास्क नहीं है, तो कम से कम मुंह पर कपड़ा बांध कर स्प्रे करें व चश्मा पहनें. अगर आप सामान्य कपड़े पहन कर भी स्प्रे करते हैं, तो उन्हें तुरंत ही धो कर सुखा दें.

* कीटनाशक दवा का अदलबदल कर स्प्रे करें, क्योंकि एक ही कीटनाशक दवा छिड़कने पर कीट उस के आदी हो जाते?हैं.

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* वैज्ञानिकों या कृषि माहिरों द्वारा बताई गई किसी अच्छी कंपनी की दवा का ही इस्तेमाल करें.

* कीटनाशक खरीदते समय उस की एक्सपाइरी डेट यानी खत्म होने की तारीख जरूर देख लें कि कहीं वह पुराना तो नहीं हो गया. बंद डब्बा ही खरीदें, जिस पर कंपनी का लेबल लगा हो.

* कीटनाशक को बच्चों की पहुंच से दूर रखें. इसे ठंडी, सूखी जगह पर रोशनी से दूर ताला बंद कर के रखें. अन्य किसी दवा या तेल आदि मिलतीजुलती चीज के साथ न रखें. ऐसे में धोखा हो सकता?है.

* रसायनों के डब्बों की अदलाबदली कभी न करें.

* यदि लेबल उतर जाए, तो उसे चिपका दें या उस पर लिख दें कि यह कौन सा कीटनाशक है.

* रिसने वाले डब्बे को न रखें.

* कीटनाशक का इस्तेमाल डब्बे पर लिखे तरीके से ही करें.

* स्प्रे मशीन को अच्छी तरह जांच लें. ठीक अवस्था में ही इसे इस्तेमाल में लाएं. देख लें कि कहीं लीक तो नहीं है.

* घरेलू बर्तन में घोल कभी न बनाएं. जिस बर्तन में घोल बनाया?है, उसे पशुओं व खाद्य पदार्थों से अलग रखें.

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* कभी भी हाथ से घोल न बताएं. लकड़ी के डंडे आदि से हिला कर या उलटपलट कर घोल बनाएं.

* डब्बा खोलते समय चेहरा उस से दूर ही रखें.

* स्प्रे टंकी को कभी पूरी न भरें. इस से छलकने का डर रहता है. रसायन की मात्रा अच्छी तरह नाप कर डालें.

* छिड़काव करते समय कुछ भी न खाएं, न ही धूम्रपान करें. छिड़काव के बाद हाथमुंह को अच्छी तरह से साबुन से धो लें.

* हवा की उलटी दिशा में चलते हुए छिड़काव न करें. इस से हवा में उड़ कर रसायन खुद पर गिरने लगता है.

* कृषि रसायनों को पशुओं से भी दूरी बना कर रखें.

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* रसायन का शरीर पर असर होने पर तुरंत डाक्टर से संपर्क करें.

* छिड़काव के समय साफ पानी अलग से एक बड़े बर्तन में जरूर रखें ताकि जरूरत पड़ने पर उसे इस्तेमाल किया जा सके.

* अगर रसायन शरीर पर गिर जाए और उस से जलन आदि महसूस हो, तो तुरंत साबुन और पानी से अच्छी तरह धोना चाहिए.

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* रसायन अगर आंख में चला जाए, तो कम से कम 15 मिनट तक साफ पानी से धोते रहें और तुरंत डाक्टर से संपर्क करें.

कंगना रनौत ने 15 साल बाद ट्विटर पर मारी धमाकेदार एंट्री, सुशांत केस में कही ये बात

कंगना रनौत पिछले कुछ महीनों से लगातार लाइम लाइट में बनी हुई हैं. कंगना रनौत लगातार सुशांत सिंह राजपूत के लिए लड़ाई लग रही थी और उनका मानना है कि वह सुशांत सिंह राजपूत के लड़ाई में सफल भी हुई हैं.

हाल ही में कंगना ने अपने सोशल मीडिया के जरिए एक बयान जारी किया है और बताया है कि उन्हें सोशल मीडिया ज्वांइन करने के लिए लोग लगातार कई वर्षों से कह रहे थे लेकिन वह अपनी बात को फिल्मों के जरिए कहती थी. हालांकि इस वजह से उन्होंने कई डिल्स भी कैंसिल किया है.

कंगना रनौत का ट्वीटर अकाउंट उनके टीम के लोग हैंडल करते हैं लेकिन कुछ दिनों पहले कंगना ने आधिकारिक रूप से इस बात का ऐलान किया है कि वह ट्विटर अकाउंट पर आ चुकी हैं. खुद का अकाउंट भी हैंडल कर रही हैं.

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कंगना ने बताया कि जब वह ट्विटर और बाकी सोशल मीडिया अकाउंट नहीं देखती थी उस वक्त लोग उन्हें चुडैल कहते थें.

हाल ही में कंगना ने ट्विटर पर अपने फैंस से बातचीत करते हुए फोटो शेयर किया है. जिसमें वह बेहद खूबसूरत लग रही हैं.

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उन्होंने कहा है कि मुझे सोशल मीडिया के ताकत का अंदाजा लग गया है. सोशल मीडिया ने मुझे सुशांत सिंह केस में बहुत कुछ सिखिया है. जिस तरह से सोशल मीडिया ने सुशांत के केस में एकजुट होकर सुशांत के लिए न्याय कि मांग कि और जीत भी हमारी हुई.

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अब लोगों से मुझे उम्मीद हो गई है अगर एकता हो इंसान में तो पूरे देश को बदला जा सकता है. मुझे आप सभी का साथ चाहिए . आप सभी का धन्यवाद.

‘कसौटी जिंदगी 2′ के आखिरी एपिसोड में इमोशनल नजर आएंगे पार्थ समथान

कसौटी जिंदगी 2 के लीड रोल में नजर आने वाले पार्थ समथान जल्द ही इस शो को अलविदा कहने वाले हैं. खबर है कि पार्थ इस शो के आखिरी एपिसोड में रोते हुए नजर आएंगे. पार्थ कि कुछ वीडियो शो से आउट हुई है जिसमें वह काफी इमोशनल लग रहे हैं.

पार्थ समाथन और एरिका फर्नाडिस एक दूसरे के साथ मस्ती करते भी सेट पर नजर आएं हैं. अनुराग आखिरी एपिसोड में प्रेरणा से मिल पाएंगे और अपनी बेटी को देखकर इमोशनल हो जाएंगे.

वहीं प्रेरणा का बेहद हॉट लुक भी दिखाया जाएगा जिसमें प्रेरणा पूल में नजर आएंगी. प्रेरणा का यह लुक शायद फैंस को पहली बार नजर आएगा.

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शो के आखिरी एपिसोड के शूटिंग के दौरान पार्थ समाथन बार- बार इमोशनल नजर आ रहे थें. कुछ तस्वीर शूटिंग के दौरान कि आउट हुई है. जिसमें पार्थ का नया लुक देखने को मिला हुआ है.

बता दें कि कुछ दिनों पहले पार्थ समाथन को कोरोना हो गया था. वह कुछ दिनों तो खुद को होम कोरेंटाइन रखा था. इसके बाद शो पर वापसी करने के कुछ दिनों बाद ही उन्होंने शो छोड़ने का फैसला लिया.

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वहीं शो से खबर यह भी आ रही है कि इस शो कि अदाकारा यानी एरिका फर्नाडिस भी इस शो को जल्द ही अलविदा कहने वाली हैं. हालांकि इस बात की कोई आधिकारिक रूप से घो।णा नहीं हुई है.

अब देखना यह है कि प्रेरणा और अनुराग के रूप में नया चेहरा कौन होगा. हालांकि फैंस को पार्थ और एरिका की जोड़ी खूब पसंद आती है.

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फैंस एक भी एपिसोड़ कसौटी जिंदगी का मिस नहीं करना चाहते हैं. कुछ दिनों पहले करणसिंह ग्रोवर ने इस शो को अलविदा कहा है उसके बाद उनकी जगह करण पटेल मिस्टर बजाज के किरदार में नजर आएं थें.

कैसे बनाएं स्वादिष्ट मोदक

फेस्टिवल सीजन में हर कोई अपने घर पर पसंदीदा स्वीट मोदक बनाता है.  मोदक सभी को  प्रिय होता है.  ऐसे में आइए जानते हैं मोदक बनाने का सबसे आसान तरीका.

 

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सामग्री भरावन की

– थोड़ा सा पानी

– 1 कप गुड़ कद्दूकस किया

– 2 कप नारियल कद्दूकस किया

– थोड़ा सा इलायची पाउडर

– 2 बड़े चम्मच घी

– थोड़े से काजू बारीक कटे.

सामग्री डो की

– 1 कप पानी

– 1 छोटा चम्मच घी

– 1 कप चावल का आटा

– नमक स्वादानुसार.

विधि

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– एक पैन में पानी और गुड़ डाल कर मीडियम आंच पर पकाएं.

– फिर इस में नारियल डाल कर 10 मिनट तक अच्छी तरह चलाएं.

– जब मिक्स्चर अच्छी तरह मिक्स हो जाए तब उस में घी, इलायची पाउडर और काजू डाल कर अच्छी तरह चलाएं और फिर आंच से उतार कर एक तरफ रख दें.

– डो तैयार करने के लिए 1 कप पानी गरम कर उस में नमक और घी डालें.

– जब पानी अच्छी तरह उबलने लगे तब उस में चावल का आटा डाल कर अच्छी तरह से चलाएं ताकि गांठें न बनें.

– फिर इसे ढंक कर 1 मिनट तक पकाएं और आंच बंद कर दें.

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– अब इस मिक्स्चर को गरमगरम ही अच्छी तरह मिक्स करते हुए 10 बराबर भागों में बांट कर स्मूद बौल्स बना पूरी के आकार का बेलें.

– बेलने के बाद कोकोनट फिलिंग भर सील कर स्टीमर प्लेट पर केले के पत्तों पर रख कर 10-15 मिनट तक पका कर गरमगरम सर्व करें.

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