हमारे देश में ज्यादातर लोग हाथ से खाना खाना पसंद करते हैं. कम उम्र से ही हमें खाने के सही तरीकों में हाथ से खाने की बात भी बताई जाती है. पर क्या आपको पता है कि इसके पीछे विज्ञान क्या है? कई जानकार बताते हैं कि हम सब पांच तत्वों से बने हैं, जिन्हे जीवन ऊर्जा भी कहते हैं. ये पांचों तत्व हमारे हाथ में मौजूद हैं. इनमे से किसी भी एक तत्व का असंतुलन बीमारी का कारण बन सकता है. हाथ से खाना खाने से शरीर में निरोग रखने की क्षमता विकसित होती है. इसलिए जब हम खाना खाते हैं तो इन सारे तत्वों को एक जुट करते हैं, जिससे भोजन ज्यादा ऊर्जादायक बन जाता है और यह स्वास्थ्यप्रद बनकर हमारी उर्जा को संतुलित रखता है.
1.होता है पाचन में सुधार
छुअन हमारे शरीर का सबसे प्रभावशाली अनुभव होता है. जब हम हाथों से खाना खाते हैं तो हमारा मस्तिष्क हमारे पेट को यह संकेत देता है कि हम खाना खाने वाले हैं. इससे हमारा पेट इस भोजन को पचाने के लिए तैयार हो जाता है. इससे पाचन क्रिया अच्छी होती है. इससे खाने में ध्यान लगता है.
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2.माइडफुल ईटिंग
जब हम खाना खाते हैं तो हमें पता चलता है कि ये अब हमारे मुंह में जाने वाला है. इसे माइंडफुल इटिंग भी कहते है. ये चम्मच और कांटे से खाना खाने से ज्यादा स्वास्थयप्रद है. माइंडफुल ईटिंग के कई फायदें हैं, इसका सबसे जरूरी फायदा है कि इससे खाने के पोषक तत्व बढ़ जाते हैं. इससे पाचन क्रिया सुधरती है.
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