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अब करण जौहर और एकता की राह पर चलेंगे विपुल

लेखक-शान्तिस्वरुप त्रिपाठी

बौलीवुड में स्टूडियो सिस्टम के शुरू होते ही विदेशी स्टूडियो ने धड़ल्ले से भारत में प्रवेश कर लिया था, लेकिन चार-पांच वर्ष के अंदर ही यह विदेशी स्टूडियो पूरी तरह से असफल हो गए, मगर इस बीच इन्होंने बौलीवुड के निजी फिल्म निर्माताओं की कमर तोड़कर रख दी. धीरे-धीरे निजी निर्माताओं ने अपनी दुकानदारी बंद करनी शुरू कर दी. तो वहीं आदित्य चोपड़ा, करण जोहर, एकता कपूर जैसे फिल्म निर्माताओं ने वक्त की नब्ज को पहचान कर कौरपोरेट कल्चर को अपनाते हुए स्टूडियो सिस्टम की तरह काम करना शुरू किया.

कारगिल गर्ल: अधर में लटकी जाह्नवी की ‘गुंजन सक्सेना बायोपिक’

ऐसे में भला निर्माता निर्देशक विपुल अम्रतलाल शाह कब तक चुप बैठते. वैसे भी बतौर निर्माता उनकी ‘फोर्स टू’,‘कमांडो 2’ और बतौर निर्माता निर्देशक ‘नमस्ते लंदन’ सहित कुछ फिल्में लगातार बौक्स औफिस पर धराशाही हो चुकी है. इसलिए अब विपुल अम्रतलाल शाह ने भी अपनी फिल्म निर्माण कंपनी को ‘स्टूडियो’ में बदलते हुए एक साथ कई फिल्मों और वेब सीरीज के निर्माण की घोषणा की है.

क्या होगा सुपरहीरोज का खात्मा

विपुल अम्रतलाल शाह ने अपनी कंपनी के तहत निर्मित की जाने वाली फिल्मों के निर्देशन के लिए कई सफल निर्देशको को अनुबंधित किया है. इनमें ‘द गाजी अटैक’ फेम निर्देशक संकल्प रेड्डी, फिल्म ‘लाहौर’ फेम राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त निर्देशक संजय पूरण सिंह चैहाण, ‘कमांडो 2’ फेम देवेन भोजानी को अनुबंधित किया है. इसके अलावा दो वेब सीरीज बनाने जा रहे हैं, जिसमें से एक वेब सीरीज गुजराती के मशहूर लेखक हरकिशन मेहता के उपन्यास पर है. यह कहानी है 1812 से 1855 के बीच 1919 लोगों की हत्या करने वाले कुख्यात ठग आमीर अली की. और दूसरी वेब सीरीज चिकित्सा जगत में इंसानों पर दवाओं के जो खतरनाक प्रयोग किए जा रहे हैं, उस पर है.

संकल्प रेड्डी भारतीय इतिहास को बदल देने वाली सच्ची घटना पर आधारित फिल्म का निर्देशन करेंगे, जबकि संजय पूरण सिंह चैहाण रहस्य रोमांच प्रधान एक्शन फिल्म निर्देशित करेंगें. जबकि देवेन भोजानी की फिल्म की कहानी एक इंसान और उसके कुत्ते की भावना प्रधान कहानी है. जबकि चौथी फिल्म का निर्देशन वह स्वयं करने वाले हैं.

कागरः क्या राजनीतिक बदलाव रक्त क्रांति के बिना संभव नहीं

खुद विपुल अमृतलाल शाह कहते हैं, ‘‘मैं अपनी नई फिल्मों को लेकर काफी उत्साहित हूं. यह सभी विविधता पूर्ण विषयों पर हैं और बेहतरीन निर्देशकों द्वारा निर्देशित की जा रही हैं. मैं स्वयं एक ऐसी शैली की फिल्म पर काम कर रहा हूं, जिस तरह की फिल्म मैने स्वयं आज तक नही देखी है.’’

क्या यही है अंधा कानून

आप ने किसी से उधार ले रखा हो और चुका न पाने पर देने वाला यदि जलील कर जाए तो क्या इसे आत्महत्या के लिए उकसाना कहेंगे? कम से कम तमिलनाडु के एक मजिस्ट्रेट और वहां के उच्च न्यायालय का तो यही खयाल है. तमिलनाडु के अर्जुनन ने राजगोपाल को 2001 में क्व80 हजार उधार दिए थे. सालभर बाद जब उस ने क्व80 हजार मूल और क्व5 हजार ब्याज मांगा तो राजगोपाल ने आत्महत्या कर ली और लिख गया कि आत्महत्या कर्ज देने वाले के तकाजों के कारण कर रहा हूं.

सैक्स संबंधों में उदासीनता क्यों

समझ नहीं आता कि इस देश की अदालतें कैसी हैं कि इस मामले में पैसे देने वाले को ही गुनहगार मान सकती हैं. छोटी अदालत और बड़ी अदालत दोनों ने अर्जुनन को कैद की सजा सुना डाली. भारतीय दंड विधि की धारा 306 के अंतर्गत आत्महत्या के लिए उकसाना अपराध है पर अपना पैसा वापस मांगना कैसे आत्महत्या के लिए उकसाना हो गया?

अगर कमजोर दिल का कोई व्यक्ति अपनी गलती पर कहे बुरेभले पर आत्महत्या कर लें तो इसे उकसाना कहना तो कानून का माखौल उड़ाना है. कानून तो यह चाहता है कि कोई इस तरह का माहौल न बना दे कि आदमी को आत्महत्या के लिए मजबूर होना पड़े.

खतरे में है व्यक्तिगत स्वतंत्रता

घरों में इस तरह की बातें बहुत होती हैं. पति या सास की डांट, पिता की फटकार, बहन के रूठने, प्रेमिका के न करने पर अकसर लड़कियांलड़के आत्महत्या कर लेते हैं पर यह आत्महत्या के लिए मजबूर करना नहीं कहा जा सकता. सुप्रीम कोर्ट ने अर्जुनन को राहत दी पर 15 साल बाद. क्व80 हजार देने पर अर्जुनन को लाखों रुपए वकीलों को देने पड़े होंगे. उस पर हर समय तलवार लटकती रही होगी. हो सकता है कुछ दिन जेल में भी रहा हो.

सावधान, आप बेचे जा रहे हैं

कानून व्यावहारिक होने चाहिए, अदालतों को उन्हें ढंग से लागू करना चाहिए. मनमानी बातें नहीं होनी चाहिए. सुप्रीम कोर्ट को तो पुलिस, मजिस्ट्रेट और हाई कोर्ट सब को फटकारना चाहिए था कि आखिर क्यों ऐसा फैसला दिया कि एक बेगुनाह न्याय के लिए भटकता रहा?

मेमोरी शार्प करना चाहते है तो ये खबर है आपके लिए

फिट बौडी और फिट ब्रेन से ही हम पूरी तरह से हेल्दी कहलाते हैं. बौडी को हेल्दी रखने के लिए हम अच्छी डाइट और एक्सरसाइजेज करते हैं. पर क्या दिमाग की सेहत के लिए आप कुछ करते हैं? हम आपको बता दें कि दिमाग की सेहत हमारे खानपान पर निर्भर करती है. हम क्या खाते हैं क्या नहीं, हमारे मानसिक स्थिति को प्रभावित करती है. ऐसे में जरूरी है कि आप अपने खानपान को ले कर काफी सजग रहें.

इस खबर में हम ऐसे खास खुराक के बारे में बताएंगे जिसको अपनी डाइट में शामिल कर आप अपने दिमाग को तेज बना सकते हैं. तो आइए जाने खास डाइट प्लान के बारे में.

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हल्दी

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हल्दी में कई ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो तनाव को दूर करने में काफी मददगार होते हैं. हल्दी में मौजूद कर्क्यूमिन व्यक्ति के भीतर फील-गुड हार्मोन तो डोपामाइन और सेरोटोनिन अवसाद संबंधित लक्षणों को कम करने का काम करते हैं. दिमाग तेज करने के लिए हल्दी का आधा चम्मच काफी असरदार होता है.

अश्वगंधा

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तनाव को दूर कर दिमाग को स्वस्थ रखने का बेहद पुराना नुस्खा है अश्वगंधा. स्ट्रेस हार्मोंस को कम करने के लिए इसका प्रयोग किया जाता है. दिमाग को तेज करने के लिए एक चम्मच अश्वगंधा का पाउडर रात को सोने से पहले गर्म दूध के साथ लें, कुछ ही दिनों में आपको असर दिखेगा.

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बुढ़ापे में चाहिए अच्छी याददाश्त तो ये खबर है आपके लिए है

बेरी

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ब्लूबेरी हो स्ट्रौबेरी या ब्लैक बेरी, एंटीऔक्सीडेंट से भरपूर होने की वजह से दिमाग के लिए बेहद फायदेमंद होता है. यह आपकी एकाग्रता में वृद्ध‍ि करने में भी सहायक है.

अखरोट

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अखरोट आपके दिल के साथ साथ दिमाग के लिए भी काफी असरदार होता है. इसमें अल्फा इनोलेनिक एसिड के साथ कई अन्य पोषण तत्व मौजूद होते हैं. जो दिमाग तक पर्याप्त मात्रा में औक्सीजन पहुंचाकर रक्तसंचार बढ़ाने का काम करते हैं. जिसकी वजह से मेमोरी शार्प होती है.

चिकन सूप बनाने की आसान रेसिपी

 सामग्री :

चिकन ( 200 ग्राम)

कौर्न फ्लोर ( 03 बड़े चम्मच)

अंडा (1)

गाजर ( 01 नग)

टमाटर (1)

लहसुन ( 03 कली)

सिरका ( 01 बड़ा चम्मच)

अदरक ( 01 इंच का टुकड़ा)

जानें कैसे बनाएं कीमा मटर

काली मिर्च ( 1/2 छोटा चम्मच)

चिली सौस ( आवश्यकतानुसार)

नमक (स्वादानुसार)

बनाने की विधि :

सबसे पहले अदरक को धो लें और लहसुन की कलियां छील कर दोनों को एक साथ मिलाकर पीस लें.

अब एक प्रेशर कुकर लें, उसमें चिकन, अदरक-लहसुन का पेस्ट, काली मिर्च डाल दें और आवश्यकतानुसार पानी भी मिला दें.

क्रिस्पी भुट्टे के पकौड़े

इसके बाद कुकर को बंद करके उसे मध्यम आंच पर 20 मिनट तक पका लें.

पकने के बाद कुकर को उतार लें और उसका ढक्कन खोल दें और ठंडा होने दें.

उसके बाद कुकर का पानी और चिकन पीस अलग-अलग कर लें.

चिकन में से हड्डियों को अलग कर दें और इसके बाद उबले चिकन का गुनगुना पानी लेकर उसमें कौर्न फ्लोर को घोल लें और चिकन के छोटे-छोटे पीस कर लें.

फिश मौली रेसिपी

साथ ही गाजर और टमाटर को भी धुल कर बारीक-बारीक काट लें.

अब कुकर को पुन: आंच पर रखें, उसमें चिकन का पानी, चिकन पीस, गाजर और टमाटर डाल दें और मध्यम आंच पर थोड़ी देर पकने दें.

उसके बाद उसमें अंडा तोड़ कर डालें और लगभग 15 मिनट तक पकने दें.

जब सूप थोड़ा गाढ़ा हो जाए, तो गैस बंद कर दें, इसके बाद उसमें सिरका और चिली सौस डाल दें और कुकर का ढ़क्कन बंद कर दें.

पांच मिनट के बाद कुकर का ढ़क्कन खोलें और अब आपका चिकन सूप तैयार है.

समर ड्रिंक : फ्रूट टिंगल

मैंगो पैन केक

अगर आप आम के शौकीन हैं, तो अब तक आप आम का अचार, मैंगो आइसक्रीम, मैंगो शेक,  मैंगो कुल्फी और खट्टी-मीठी चटनी के अलावा आप मैंगो पैन केक विद आइसक्रीम भी बना सकती हैं. तो झट से आपको इसकी रेसिपी बताते हैं.

सामग्री :

आम (02 छिले और कटे हुए)

वनीला आइसक्रीम ( 02 स्कूप)

शहद ( 02 छोटे चम्मच)

आटा ( 150 ग्राम)

दूध ( 250 मिली)

शक्कर ( 03 छोटे चम्मच)

मक्खन ( 01 छोटा चम्मच)

बेकिंग पाउडर ( 1/4 छोटा चम्मच)

बनाने की विधि :

सबसे पहले पैन केक के लिए बताई गयी सामग्री को आपस में अच्छी तरह से मिला कर पेस्ट बना लें.

अब एक नौन स्टिक पैन में मक्खन डाल कर उसे गर्म करें.

मक्खन के गर्म होने पर पैनकेक का मिश्रण उसमें डाल दें और इसे सुनहरा होने तक भूनें.

मिश्रण के भुन जाने पर आंच बंद कर दें और मिश्रण को ठंडा होने दें.

मिश्रण के ठंडा होने पर उसपर आधी आइसक्रीम, आम का गूदा और शहद मिला दें.

अब आपका मैंगो पैन केक्स रोल तैयार है.

इसे सर्विंग बाउल में निकालें और ऊपर से आइसक्रीम डाल कर मैंगो पैन केक विद आइसक्रीम टेस्ट करें.

बाईं करवट सोने के हैं बड़े फायदे, आप भी जाने

लोगों के सोने का तरीका अलग अलग होता है. कोई दाईं ओर करवट ले कर सोता है तो कोई बाईं ओर. बहुत से लोगों को पेट के बल सोने की आदत होती है. आपके सोने के तरीके में आपकी सेहत का राज छिपा हुआ है. आपकी सेहत सोने के तरीके से काफी प्रभावित होती है.

इस खबर में हम आपको बाईं करवट सोने के फायदों के बारे में बताएंगे.

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  • हमारा दिल बाईं ओर होता है. जब हम उसी तरफ करवट कर के सोते हैं को हमारे दिल पर कम दबाव होता है और हमारी सेहत के लिए ये फायदेमंद होता है.
  • डाइजेशन के लिए भी बाईं ओर करवट कर के सोना अच्छा होता है. असल में बाईं तरफ करवट लेकर सोने से शरीर में मौजूद वेस्ट मटेरियल आसानी से छोटी आंत से बड़ी आंत तक पहुंच जाता है. इसके बाद वेस्ट मटेरियल शरीर से आसानी से बाहर निकल जाता है और व्यक्ति को पेट संबंधी समस्याएं होने का खतरा कम होता है.
  • जानकारों की माने तो बाईं करवट हो कर सोना सेहत के लिहाज से काफी अच्छा होता है. इस पोजिशन में सोने से पाचन अंग बेहतर काम करते हैं.
  • प्रेग्नेंसी में महिलाओं को खास तौर पर बाईं करवट के सोना चाहिए. ऐसा इसलिए क्योंकि इस जेस्चर में उनकी कमर पर कम दबाव पड़ता है साथ ही गर्भाशय और भ्रूण में खून का बहाव अच्छे से होता है.
  • जिन लोगों को सोते वक्त खर्राटा लेने की समस्या होती है उनके लिए ये जेस्चर काफी अच्छा होता है. दरअसल, बाईं करवट लेकर सोने से जुबान और गला न्यूट्रल पोजिशन में रहते हैं, जिससे सोते समय सांस लेने में कोई दिक्कत नहीं होती है.
  • इन सारे फायदों के अलावा बाईं करवट लेकर सोने से गर्दन और कमर दर्द से राहत मिलती है. किडनी और लिवर बेहतर तरीके से काम करते हैं. गैस और सीने में जलन की समस्या नहीं होती है. अल्जाइमर का खतरा भी कम होता है.

मेकअप रिमूव करने के लिए अपनाएं ये 5 होममेड टिप्स

मेकअप करने के बाद उसे हटाना भी चेहरे के लिए बहुत जरूरी होता है. मेकअप न हटाने पर वह स्किन के रोमछिद्रों को बंद कर देता है, जिससे चेहरे पर मुंहासे, झुर्रियां जैसी परेशानियां हो जाती हैं. जिस तरह मेकअप करते वक्त सही प्रोडक्ट्स का खास ध्यान रखती हैं उसी तरह मेकअप रिमूव करते वक्त भी सही प्रोडक्ट्स का ध्यान रखना बहुत जरूरी है. कई महिलाएं मेकअप के लिए तो महंगे-महंगे ब्यूटी प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करती हैं, लेकिन बात जब मेकअप रिमूव करने की आती है, तो नौर्मल फेस वौश का ही इस्तेमाल करती हैं. मेकअप हटाने के लिए सीधे फेस वौश का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए, क्योंकि इससे मेकअप सही ढंग से रिमूव नहीं हो पाता है और स्किन भी खिंची-खिंची नजर आती है.

खुद बनाएं मेकअप रिमूवर

मेकअप हमेशा मेकअप रिमूवर से ही रिमूव करना चाहिए. अगर आप के पास मेकअप रिमूवर नहीं है या खत्म हो गया है तो आप घर पर ही मेकअप रिमूवर बना सकती हैं. इस के लिए आप को अतिरिक्त पैसे खर्च करने की जरूरत नहीं है.

1. नेचुरल कोकोनट औयल है फायदेमंद

खाने से लेकर बालों तक को चमकदार बनाने वाला नारियल का तेल हमारी स्किन के लिए भी बहुत लाभदायक है. नारियल तेल में बहुत से पोषक तत्त्व और विटामिन पाए जाते हैं, जो हमारी स्किन के स्वास्थ्य के लिए काफी लाभदायक होते हैं. नारियल का तेल मेकअप रिमूवर का भी काम करता है.

दरअसल, मेकअप में ऐसे पदार्थ होते हैं जो स्किन से चिपक जाते हैं और आसानी से नहीं छूटते हैं. ऐसे में आप नारियल के तेल से आसानी से मेकअप को रिमूव कर सकती है. मेकअप रिमूव करने के लिए नारियल के तेल को पूरे चेहरे पर लगाएं और 5 मिनट बाद कौटन से क्लीन कर लें. इस से मेकअप भी रिमूव हो जाएगा और स्किन भी हैल्दी रहेगी.

2. फ्रैश स्किन के लिए दूध

दूध पीना जितना सेहत के लिए फायदेमंद है उतना ही चेहरे के लिए भी फायदेमंद है. इसे हटाने के लिए दूध का भी इस्तेमाल कर सकती हैं. मेकअप हटाने के लिए मलाई वाले दूध का इस्तेमाल करें. पहले पूरे चेहरे पर दूध लगा लें और फिर थोड़ी देर बाद कौटन से क्लीन कर लें. इस से चेहरा क्लीन तो होगा ही, फ्रैश-फ्रैश भी नजर आएगा.

3. शहद और बेकिंग सोडा

शहद और बेकिंग सोडे का मिश्रण किसी भी तरह के मेकअप को आसानी से रिमूव कर देता है. मेकअप को हटाने के लिए रुई पर शहद और 1 चुटकी बेकिंग सोडा डालें. फिर उस से पूरे चेहरे को क्लीन कर लें.

4. खीरे से करें फेस पर मसाज

सलाद में खाया जाने वाला खीरा सौंदर्य के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है. इस में विटामिन सी, के और बीटा कैरोटीन जैसे पोषक तत्त्व मौजूद होते हैं, जो बालों और स्किन को स्वस्थ रखने में बहुत लाभकारी माने जाते हैं. खीरे को नैचुरल क्लींजर और टोनर की तरह भी इस्तेमाल किया जाता है. यह स्किन की डीप क्लींजिंग कर उसे ताजगी का एहसास कराता है. मेकअप रिमूव करने के लिए खीरा बहुत फायदेमंद है. इस के लिए खीरे का पेस्ट बना लें. अब उस में बादाम का तेल मिलाएं. फिर इस पेस्ट को पूरे चेहरे पर लगाएं. थोड़ी देर मसाज कर के पानी से धो लें.

5. खूबसूरती को रखेगा बरकरार ऐलोवेरा और वैसलीन

ऐलोवेरा औषधीय गुणों से भरपूर पौधा है. यह चेहरे का सौंदर्य बरकरार रखने के लिए बहुत लाभदायक है. वैसलीन स्किन को रुखेपन से बचाती है. साथ ही उसे मौइश्चराइज भी करती है. इस पैट्रोलियम जैली में किसी भी प्रकार का हानिकारक कैमिकल नहीं होता. ऐलोवेरा और वैसलीन के मिश्रण से आसानी से मेकअप भी रिमूव कर सकती हैं. मेकअप रिमूव करने के लिए ऐलोवेरा और वैसलीन का मिश्रण बना लें. मिश्रण में वैसलीन की मात्रा ज्यादा रखें. अब इस मिश्रण को पूरे चेहरे पर लगा लें. कुछ देर बाद कौटन की मदद से मेकअप क्लीन कर लें.

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कारगिल गर्ल: अधर में लटकी जाह्नवी की ‘गुंजन सक्सेना बायोपिक’

कारगिल युद्ध के समय भारत की पहली फीमेल फाइटर पायलट रही गुंजन सक्सेना की जिंदगी पर बन रही बायोपिक फिल्म ‘कारगिल गर्ल’ बीच में ही फंस गई है. दरअसल जब भी किसी सैन्य अधिकारी पर फिल्म बनानी हो, तो उस सैन्य अधिकारी के पारिवारीक सदस्यों के साथ साथ रक्षा मंत्रालय से इजाजत लेना जरूरी होता है. फिल्म के निर्माताओं ने रक्षा मंत्रालय के पास अपनी इस फिल्म के संबंध में सारे दस्तावेज जमा करके इजाजत मांगी है. लेकिन अभी तक रक्षा मंत्रालय ने इस फिल्म को लेकर स्वीकृति प्रदान नही की है.

लीड रोल में है जाह्नवी कपूर…

इस फिल्म में जाह्नवी कपूर, गुंजन सक्सेना का किरदार निभा रही हैं, जबकि गुंजन सक्सेना के भाई के किरदार में एक्टर अंगद बेदी और पिता के किरदार में पंकज त्रिपाठी नजर आएंगे. फिल्म की शूटिंग इन दिनों लखनऊ में हो रही है.

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सूत्रों का दावा है कि 28 अपैल्र से इस फिल्म के लिए कुछ पारिवारिक सीन लखनऊ में ही एअरफोर्स स्टेशन के करीब फिल्माए जाएंगे. इसके बावजूद इस फिल्म को लेकर निर्माताओं की तरफ से कोई अधिकारिक बात नही की जा रही है.

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5 टिप्स: ऐसे दूर करें गर्दन का कालापन

आमतौर पर आप अपने चेहरे की सफाई पर जितना ध्यान देती हैं,  उतना गर्दन की सफाई पर ध्यान नहीं देती. इस तरह आपके गर्दन पर मैल जमने लगती है और धीरे-धीरे मैल का कालापन जम जाता है. आपको ऐसे कुछ घरेलू टिप्स बताते हैं, जिससे आप अपनी गर्दन को साफ और सुंदर बना सकती हैं.

  1. संतरे का छिलका

संतरे में भी विटामिन सी भरपूर मात्रा में होती है. इसलिए संतरे के छिलके और दूध को मिलाकर एक पेस्ट तैयार कर लें. नहाने से पहले इस पेस्ट से रोजाना अपने गर्दन की मालिश करें. कुछ दिनों में आपको फर्क नजर आने लगेगा.

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2. नींबू का रस

नींबू में विटामिन सी और सिट्रिक एसिड होता है. इसकी वजह से इसे प्राकृतिक ब्लीच भी कहते हैं. गर्दन का कालापन हटाने के लिए नहाने से पहले पांच या दस मिनट तक गर्दन पर नींबू का टुकड़ा रगड़ें. अगर आपकी त्वचा बहुत ज्यादा नाजुक है तो आप इसमें गुलाब जल मिला सकती हैं. इसके लगातार प्रयोग से आपकी गर्दन पर जमी मैल छूट जाएगी.

3. आलू

आलू में केटाकोलिस नाम का एंजाइम पाया जाता है. यह एंजाइम दरअसल, स्क‍िन को ठंडक पहुंचाता है और काले धब्बों को साफ करता है. आप आलू का रस निकाल कर नहाने से पहले अपनी गर्दन पर रगड़ें. बेहतर परिणाम के लिए आप आलू के रस में नींबू का रस भी मिला सकती हैं.

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4. बेसन

बेसन एक तरह से नेचुरल स्क्रबर है, जो डेड स्क‍िन को हटाने में बहुत मददगार होता है. इसके अलावा इसे लगाने से त्वचा में चमक भी आती है. गर्दन का कालापन हटाने के लिए आप बेसन का इस्तेमाल पानी या दूध मिलाकर कर सकती हैं. इसमें यदि चुटकी भर हल्दी डाल दें तो इसका असर और बढ़ जाएगा.

5. खीरा

आपने कई बार खीरे का इस्तेमाल मास्क के तौर पर देखा होगा. इसकी मूल वजह यही है कि खीरा त्वचा की डेड स्क‍िन्स की मरम्मत कर उसे तरोताजा बनाता है. खीरे को कस कर गर्दन पर लगाएं. दस मिनट बाद खीरे के रस से दस मिनट तक गर्दन की मालिश करें और फिर धो लें. कालापन दूर हो जाएगा.

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5. केला

घर में रखे-रखे केला यदि ज्यादा पक गया है और उसे कोई खा भी नहीं रहा है तो उसका इस्तेमाल आप अपनी गर्दन पर जमी मैल हटाने के लिए कर सकती हैं. केले का पेस्ट बनाएं और उसमें जैतून का तेल मिला लें. इस मिश्रण को गर्दन पर लगाएं. दस मिनट रखें और फिर हल्के हाथों से मालिश करते हुए धो दें.

यूं कोई बेवफा नहीं होता

किसी शायर ने क्या खूब कहा है कि – कुछ तो मजबूरियां रही होंगी, यूं कोई बेवफा नहीं होता… सच है कि नाजायज या समाज में गलत मानी जाने वाली चीजों की ओर इन्सान किसी न किसी मजबूरी में ही उन्मुख होता है, वरना बदनामी ओढ़ने का शौक भला किसे होता है? कहीं न कहीं कोई न कोई कमी जरूर होती है, जिसकी भरपाई इन्सान गलत तरीके से करने की कोशिश करता है. ‘मैं, तुम और वो’ में ‘वो’ उस कमी को पूरा करता है जो ‘मैं’ और ‘तुम’ के बीच पैदा हो गयी है. हाल ही में एक्स्ट्रा मैरिटल डेटिंग ऐप ‘ग्लीडेन’ ने एक सर्वे रिपोर्ट जारी करते हुए खुलासा किया है कि दस में से सात शादीशुदा महिलाएं किसी न किसी रूप में पति को धोखा देती हैं. यह सर्वे भारतीय युगल के बीच हुआ है, जिसमें पांच लाख से अधिक लोग शामिल हुए. ‘महिलाएं अडल्टरी या व्यभिचार क्यों करती हैं’ शीर्षक से हुए इस सर्वेक्षण में यह बात सामने आयी है कि बेंगलुरु, मुंबई और कोलकाता में ऐसी  महिलाओं की संख्या सबसे अधिक है, जो पति के अलावा भी किसी अन्य पुरुष के प्रति या तो आकर्षित हैं, या उनके साथ मानसिक, शारीरिक या भावनात्मक सम्बन्ध में हैं. इस सर्वे में 5 लाख भारतीय ग्लीडन यूजर्स में से 20 फीसदी पुरुषों और 13 फीसदी महिलाओं ने अपने जीवनसाथी को धोखा देने की बात स्वीकार की है. कई महिलाएं अपने पति को सिर्फ इसलिए धोखा देती हैं क्योंकि उनकी शादी नीरस हो गयी है तो कुछ इसलिए क्योंकि पति उनके घरेलू कामों में उनका हाथ नहीं बंटाते हैं. हालांकि इस सर्वेक्षण से यह खुलासा भी हुआ है कि बाहरी पुरुष या बाहरी स्त्री के साथ सम्बन्ध बनने के बाद दम्पत्ति का आपसी सौहार्द और शादीशुदा जिन्दगी ज्यादा अच्छी हो गयी है. यही नहीं, शादी से बाहर एक साथी को खोजने से उन्हें अपने जीवन में उत्साह का अहसास हुआ है. सर्वे में दस में से चार महिलाओं का मानना है कि अजनबियों के साथ मौजमस्ती के बाद उनके जीवनसाथी के साथ उनका रिश्ता और अधिक मजबूत हुआ है.

नास्तिकता की ओर बढ़ रही है दुनिया

–  औरत की बेवफाई पर एक्स्ट्रा मैरिटल डेटिंग ऐप ‘ग्लीडेन’ की सर्वे रिपोर्ट चौंकाने वाली है.

–  सर्वे के मुताबिक दस में से सात शादीशुदा महिलाएं किसी न किसी रूप में पति को धोखा देती हैं.

–  बेंगलुरु, मुंबई और कोलकाता में ऐसी बेवफा महिलाओं की संख्या सबसे अधिक है, जिनका सम्बन्ध पति के साथ पर-पुरुष से भी है.

अधूरी रह गई डौन बनने की चाहत

दरअसल वैवाहिक जीवन में प्यार के साथ-साथ शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक सम्बन्धों की जरूरत मर्द और औरत दोनों को ही होती है. सेक्स से जुड़ी किसी भी बात को पुरुष बड़े आराम से शेयर कर लेते हैं, जबकि महिलाएं शर्म और हिचकिचाहट महसूस करती हैं. यही कारण है कि स्त्री चरम सुख और पूर्ण आनन्द प्राप्त करने के बारे में स्वयं कुछ नहीं कह पाती, लेकिन सेक्स एक ऐसी आग है जो भड़कने के बाद आसानी से शांत नहीं होती. इसी चक्कर में वह अन्य पुरुष की तरफ आकर्षित हो जाती हैं.

कोई समझेगा इन के दर्द को

इसी तरह दाम्पत्य जीवन में भावनात्मक लगाव होना भी बहुत जरूरी है. शारीरिक सम्बन्धों का सुख तभी हासिल होता है जब जोड़े के बीच भावनात्मक लगाव, प्रेम और विश्वास हो. शारीरिक सम्बन्ध कोई मशीनी क्रिया नहीं है. यह पूरी तरह दिल-दिमाग से जुड़ी प्रक्रिया है. जब तक महिला अपने पुरुष के प्रति प्रेम महसूस नहीं करती है, तब तक उसका शरीर सेक्स के लिए तैयार नहीं होता है. ऐसे में वैवाहिक जीवन का सेक्स सम्बन्ध भी बलात्कार बन कर ही रह जाता है. बार-बार इस प्रताड़ना से गुजरती ऐसी महिला का किसी ऐसे पुरुष की ओर आकर्षित हो जाना, जिसके प्रति वह प्यार महसूस करने लगे, कोई आश्चर्य की बात नहीं है. अनसुईया जब पति के साथ बिस्तर पर होती है, तो जब तक पड़ोस के नौजवान और आकर्षक युवक सौरभ की कल्पना न करे, उसका शरीर पति के साथ सेक्स के लिए तैयार ही नहीं होता है. प्रत्यक्ष तौर पर तो वह पति के साथ हमबिस्तर होती है, मगर उसकी कल्पना में सौरभ ही होता है. इस कल्पना से उसे पति के साथ सम्बन्ध बनाने में आसानी होती है. यह सच सत्तर प्रतिशत महिलाओं का सच है, और यह ‘कल्पना’ उनके लिए इसलिए जरूरी हो जाती है क्योंकि पति मानसिक और भावनात्मक तौर पर पत्नी से जुड़ा ही नहीं होता है और सेक्स को एक शारीरिक क्रिया समझ कर फटाफट निपटा लेना चाहता है.

ममता, मजहब और माशूक

महिला का किसी अन्य पुरुष के साथ सम्बन्ध बनाने के और भी कई कारण होते हैं. एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर के चलते आज समाज में अनेक अपराध पनप रहे हैं, कहीं घरेलू हिंसा हो रही है, कहीं कत्ल हो रहे हैं, कहीं तलाक हो रहे हैं. भारतीय समाज के लिए ऐसी खबरें अच्छी तो नहीं हैं, लेकिन कभी यह जानने की कोशिश नहीं की जाती है कि आखिर ऐसा होता ही क्यों है?

इसी कड़ी में कल आगे पढ़िए- औरतें ‘बेवफा’ होने के लिए मजबूर क्यों हो जाती हैं?

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