थाईलैंड एक बेहद खूबसूरत देश है. विश्व भर के पर्यटकों को रिझाने वाला पटाया समुद्र तट राजधानी बैंकौक से 100 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. यह चौन बूरी प्रांत के एंफोए बांग लामुंग क्षेत्र का हिस्सा है. प्राकृतिक खूबसूरती के साथ ही पटाया नाइटलाइफ के लिए विश्वप्रसिद्ध है. यहां के मदिरालय, जिन्हें गोगो कहा जाता है, रात के समय ग्राहकों से ठसाठस भरे रहते हैं. दरअसल, ये मदिरालय वास्तव में वेश्यावृत्ति का अड्डा होते हैं. यहां बार गर्ल्स और कोयोटे डांसर्स की दुनिया सरगर्म रहती है. कहा जाता है कि पटाया की नाइटलाइफ संस्कृति मात्र 30 वर्ष पुरानी है. गोगो मदिरालयों के आगेपीछे की सड़कों को वाकिंग स्ट्रीट कहा जाता है जहां दिन ढले ही वेश्याओं का जमावड़ा लगना शुरू हो जाता है. यहां प्रतिवर्ष 70 से 80 लाख सैलानी आते हैं. इन में विवाहित जोड़े अधिक होते हैं. अकेले या अविवाहित लोग पटाया की नाइटलाइफ एंजौय करने आते हैं.
नाइटलाइफ के 2 क्लब सर्वाधिक चर्चित हैं, पहला, ‘अल्कतराज’ और दूसरा, ‘ऐंजलविच’. नाइटलाइफ के लिए पटाया ही नहीं, बांग लामुंग, चौन बूरी और थाईलैंड भी मशहूर हैं.
शहर और शहरवासी
पटाया शहर की आबादी मात्र डेढ़ से 2 लाख के बीच है. यहां रहने वाले अधिकांश लोग थाईचाइनीज मूल के हैं. पर्यटन स्थल के रूप में विकसित हो जाने के कारण आसपास के सर्वाधिक निर्धन क्षेत्र ईसान के ढेरों लोग यहां कामधंधे की तलाश में आ बसे. बीतते समय के साथ पटाया की मुख्य जनसंख्या में सेवानिवृत्त विदेशी लोगों की काफी वृद्धि हुई. थाईलैंड ऐसे अप्रवासी सेवानिवृत्त लोगों को विशेष वीजा उपलब्ध कराता है जो 50 वर्ष से अधिक आयु के होते हैं और थाईलैंड का किसी भी रूप में हिस्सा बन कर वहां रहना चाहते हैं.
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यह क्षेत्र पर्यटन की दृष्टि से यातायात के विभिन्न साधनों से जुड़ा है. सड़क मार्ग, रेलमार्ग, विशेष बस मार्ग, टैक्सी और विमान सेवाओं से पूरी तरह जुड़ा हुआ है पटाया शहर. यातायात की इतनी सुविधाओं के रहते पटाया पहुंचना मुश्किल काम नहीं.
सामान्य जीवन
पटाया का सामान्य जीवन अत्यंत सीधासादा है, जैसा आम शहरों में होता है लेकिन यहां की नाइटलाइफ बहुत महंगी है. हर छोटी से छोटी चीज और छोटे से छोटे काम के लिए पैसा देना होता है. नाइटलाइफ यहां के पर्यटन व्यवसाय का मानो हिस्सा है जहां से सरकार को मोटी कमाई होती है.
दर्शनीय स्थल
रिवर क्वाई ब्रिज, जिसे ले कर प्रसिद्ध हौलीवुड फिल्म भी बनाई गई थी, जिस में जापानी युद्धबंदी शिविर का वर्णन था.
वाट समन, गणेश की लेटी हुई विशाल प्रस्तर प्रतिमा.
वाट सुवान खुहा, गौतम बुद्ध की लेटी हुई विशाल स्वर्ण प्रतिमा.
सुखावाड़ी पटाया, विशाल शाही महल.
हाटयाई, आधुनिक बाजार.
वाट फ्रौ काओ, स्वर्ण जडि़त गुंबदों वाला विशाल मंदिर.
लांफुन टेंपल, वास्तुशास्त्र का अद्भुत उदाहरण.
इन के अलावा भी बहुत कुछ है पटाया और थाईलैंड में देखने को जैसे, द मिलियन ईयर्स स्टोन्सपार्क, पटाया क्रोकोडाइल फार्म, पटाया पार्क बीच रिजौर्ट वाटर पार्क, फनी लैंड एम्यूजमैंट पार्क, सिरीपौर्न और्किड फार्म, सिल्वर लेक वाइनरी और अंडरवाटर वर्ल्ड (एक्वेरियम).
सैंचुअरी औफ ट्रुथ : लकड़ी के स्तंभाकार ढांचे थाईलैंड में लेइम रेचावेट समुद्री तट पर स्थित हैं. वे इस बात का सांकेतिक प्रमाण हैं कि मानवता का विकास किस प्रकार हुआ था.
मिनी वर्ल्ड एम्यूजमैंट पार्क : जिस प्रकार हौलैंड में एक कलाकार द्वारा बनाई गई शहर की लघु प्रतिकृति, जिसे विश्वभर से लोग देखने जाते हैं, की लोकप्रियता को देखते हुए पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए थाईलैंड में एक मिनीवर्ल्ड की स्थापना की गई है, जहां लंदन का टावर ब्रिज, फ्रांस का एफिल टावर, अमेरिका का स्टैच्यु औफ लिबर्टी और टे्रवी फाउंटैन की लघु प्रतिकृतियां बहुत खूबसूरती से उकेरी गई हैं.
अन्य आकर्षण
थाईलैंड रंगबिरंगे आकर्षक रंगों का त्योहारी देश भी है. लोग बहुत उत्साह के साथ विभिन्न त्योहारों को मनाते हैं. यहां मनाए जाने वाले बहुत से त्योहार ठीक भारतीय त्योहारों की तरह उत्साहपूर्वक मनाए जाते हैं.
सांगक्रौन : इसे स्थानीय भाषा में वानकाई भी कहा जाता है. यह रंगों का त्योहार है और भारत में खेली जाने वाली होली ही की तरह रंगों और पानी से सराबोर करने वाला त्योहार है. यह हर वर्ष अप्रैल माह के मध्य में मनाया जाता है.
चाइनीज न्यू ईयर : जनवरी के अंत से ले कर फरवरी के मध्य तक मनाया जाने वाला यह त्योहार विशेष रूप से पटाया में रहने वाले थाई-चाइनीज लोग मनाते हैं. सारे शहर को दुलहन की तरह कंदीलों और प्रकाश झालरों से सजाया जाता है. लोग ढोल जैसे वाद्य के साथ नृत्य करते हैं और गले मिलते हैं.
इंटरनैशनल म्युजिक फैस्टिवल : प्रत्येक वर्ष मार्च के महीने में पटाया में विश्वभर से आए संगीत कलाकार जुटते हैं और अपनी कला का प्रदर्शन करते हैं. इस फैस्टिवल में भारत की भागीदारी को विशेष महत्त्व दिया जाता है. भारत से 10 से 15 दल इस में हिस्सा लेते हैं.
मिस टिफनी यूनिवर्स ब्यूटी पेजैंट : यह एक अनूठी सौंदर्य प्रतियोगिता है जो केवल पटाया में प्रत्येक वर्ष मई के महीने में आयोजित की जाती है. इस प्रतियोगिता की विशेषता है कि इस में केवल उभयलिंगी हिस्सा लेते हैं. इन के अतिरिक्त समलिंगी लोग भी हिस्सा ले सकते हैं.
फूड फैस्टिवल : सितंबर माह में 9 दिन चलने वाला फूड फैस्टिवल मनाया जाता है. इस में विशुद्ध शाकाहारी खाद्य पदार्थों को ही शामिल किए जाने की इजाजत होती है. इन 9 दिनों में लोग जहां तक संभव हो सके, केवल शाकाहारी भोजन ही करते हैं.
बाजार : थाईलैंड के बाजार अंतर्राष्ट्रीय स्तर की वस्तुओं की खरीदफरोख्त के लिए जाने जाते हैं. दुनियाभर से भ्रमण पर निकले पर्यटक, विशेष रूप से वे जो थाईलैंड घूमने गए हैं, वहां के बाजारों का लोभ संवरण नहीं कर सकते. स्थानीय, चीनी, अमेरिकी, जापानी और अन्य देशों के उत्पादों से ठसाठस भरे बाजार अपनेआप में आकर्षण का केंद्र हैं. हालांकि पटाया समुद्रतटीय आकर्षण है फिर भी यहां के बाजार भी शहरी बाजार से कम नहीं.
यहां बाजारों को उन की गुणवत्ता, विषय और बिक्री दरों के अनुरूप 3 श्रेणियों में बांटा गया है–लोकल मार्केट, सुपर मार्केट और हाइपर मार्केट. लोकल मार्केट में पर्यटक कम ही रुचि लेते हैं क्योंकि वहां सिर्फ स्थानीय लोगों की रोजमर्रा की वस्तुओं की ही बहुतायत रहती है. उन का आकर्षण होते हैं सुपर मार्केट और हाइपर मार्केट जहां से वे अपनी मनपसंद वस्तुएं खरीद सकते हैं.
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भाषा और धर्म
यहां की आधिकारिक भाषा थाई है. वैसे यहां कई भाषाएं बोली जाती हैं यानी चाइनीज, इंगलिश और हर उस देश की भाषा जिस मूल का नागरिक वहां रहता है.
थाईलैंडपटाया में मुख्यधर्म है बौद्ध धर्म. थाईलैंड में 94.6 प्रतिशत लोग बौद्ध धर्म के अनुयायी हैं और 4.6 प्रतिशत मुसलिम हैं. 0.7 प्रतिशत ईसाई और शेष हिंदू व सिख हैं.
भोजन व्यवस्था
जैसा कि हम पहले बता चुके हैं कि थाईलैंड में थाईचाइनीज मूल के लोगों की बहुतायत है, इसलिए कहना अनावश्यक होगा कि प्रमुख भोजन में नूडल्स, प्रौन और नौनवेज भोजन प्रमुखता से लिया जाता है लेकिन चूंकि थाईलैंड में भारतीय भी रहते हैं, भारतीय भोजन के लिए कई रेस्तरां भी उपलब्ध हैं. यह बात अलग है कि भारतीय रेस्तरां ढूंढ़ने में थोड़ी मेहनत करनी पड़ती है.
यातायात
थाईलैंड का यातायात काफी अस्तव्यस्त रहता है (भारत के पुराने शहरों की तरह). थ्रीव्हीलर्स, स्कूटर, मोटरसाइकिल, साइकिल व पैदल सभी भीड़ के रूप में सड़कों पर नजर आते हैं.
रेल : थाईलैंड में मीटरगेज की रेल 4,070 किलोमीटर रास्ता तय करती है. इस के अलावा बैंकौक मैट्रो और बैंकौक स्काई ट्रेन उपलब्ध हैं.