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चक्कर हारमोंस का – भाग 2 : मंजु के पति का सीमा के साथ चालू था रोमांस

‘‘अरे, तो इस में इतनी नर्वस क्यों हो रही हो? सपने सपने होते हैं,’’ मेरी चिंता कम करने को उन्होंने मुसकराते हुए कहा.

‘‘आप मेरे सपने की बात सुन कर हंसना मत, जी. जिन लोगों ने मेरी अर्थी उठा रखी थी, वे बेचारे कुबड़ों की तरह झुके होने के साथसाथ बुरी तरह हांफ भी रहे थे. आप का छोटा भाई कह रहा था कि भाभी को तो ट्रक में श्मशानघाट ले जाना चाहिए था.

‘‘और आप की आंखों में आंसू कम और गुस्से की लपटें ज्यादा दिख रही थीं. मुझे उस वक्त भी आप ऊंची आवाज में कोस रहे थे कि मैं ने हजार बार इस मोटी भैंस को समझाया होगा कि वजन कम कर ले नही तो तेरी अर्थी उठाने वालों का बाजा बज जाएगा, पर इस ने मेरी कभी नहीं सुनी. भाइयो, हिम्मत न हाराना. मैं तुम सब को 5-5 सौ रुपए इसे ढोने के दूंगा.’’

‘‘आप के मुंह से अपने लिए बारबार मोटी भैंस का संबोधन सुन मैं अर्थी पर लेटीलेटी रो पड़ी थी, जी. फिर झटके से मेरी आंखें खुलीं तो मैं ने पाया कि मेरी पलकें सचमुच आंसुओं से भीगी हुई हैं. अब मुझे आप एक बात सचसच बताओ. मुंह से तो आप ने मुझे कभी मोटी भैंस नहीं कहा है पर क्या मन ही मन आप मुझे मोटी भैंस कहते हो?’’ मैं ने बड़े भावुक अंदाज में पूछा तो वे ठहाका मार कर हंस पड़े. मैं फौरन रोंआसी हो कर बोली, ‘‘मैं ने कहा था न कि मेरी बात सुन कर हंसना मत. आप अंदाजा भी नहीं लगा सकते हो कि मैं दोपहर से मन ही मन कितनी दुखी और परेशान हो रही हूं. लेकिन आज मैं आप से वादा करती हूं कि जब तक अपना वजन 10 किलोग्राम कम न कर लूं, तब तक बच्चों के कमरे में सोऊंगी.’’

‘‘अरे, यह क्या बच्चों जैसी बातें कर रही हो?’’ वे पहले चौके और फिर नाराज हो उठे.

‘‘मुझे झिड़को मत, प्लीज. मेरी इस प्रतिज्ञा को पूरी कराने में आप को मेरा साथ देना ही पड़ेगा, जी.’’

‘‘लेकिन…’’

‘‘प्लीज,’’ मैं ने उन के माथे को एक बार प्यार से चूमा और अपना तकिया उठा कर अपनी बेटियों के पास सोने उन के कमरे में चली आई. वजन कम करना आसान काम नहीं है, ये हम सभी मोटे लोग जानते हैं, लेकिन तनमन में आग सी लगी हो तो वजन यकीनन कम हो जाता है. अनिता ने इस मामले में मेरी पूरी सहायता की थी. उस की देखरेख में मेरा वजन कम करो अभियान जोरशोर से शुरू हुआ. वह रोज मुझ से रिपोर्ट लेती और मेरा मनोबल ऊंचा रखने को मुझे खूब समझाती. आलोक के औफिस चले जाने के बाद मैं उस जिम में पहुंची जिस का ट्रेनर अनिता की पहचान का था. उस ने मेरे ऊपर खास ध्यान दिया. मैं ने जीजान से मेहनत शुरू कर दी तो मेरे वजन में हफ्ते भर में ही फर्क दिखने लगा.

‘‘तुम तो कुछकुछ फिट दिखने लगी हो, अंजु,’’ आलोक के मुंह से अप%

गोवा फिल्म फेस्टिवल में यूपी की फिल्म पॉलिसी की सराहना

लखनऊ. गोवा में आयोजित इन्टेरनेशनल फिल्म फेस्टिवल आफ इन्डिया-2021 में यूपी की फिल्म पॉलिसी को खूब सराहना मिल रही है. यहां यूपी के फिल्म बन्धु का स्टॉल भी लगाया गया है जिसका उदघाटन मशहूर फिल्म निर्माता, निर्देशक रणधीर कपूर और राहुल रावेल ने किया. वहीं फिल्म बन्धु के अध्यक्ष नवनीत सहगल और सचिव शिशिर के मार्गदर्शन में एक डेलीगेशन प्रतिष्ठित फिल्म फेस्टिवल में हिस्सा लेने पहुंचा है.

फिल्म बन्धु के स्टॉल का उदघाटन करते हुए मशहूर फिल्म निर्देशक रणधीर कपूर ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ की और कहा कि उनकी दमदार फिल्म नीति की वजह से ही समस्त निर्माता, निर्देशक उत्तर प्रदेश की ओर आकर्षित हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि मुझे खुशी हो रही है कि आज गोवा में आयोजित फिल्म समारोह में उत्तर प्रदेश सरकार का फिल्म बन्धु स्टाल का उद्घाटन उनके द्वारा हो रहा है. फिल्म निर्देशक राहुल रावेल ने यूपी को एक अद्भुत स्थान बताया. उन्होंने कहा कि यहां पर ज्यादा से ज्यादा फिल्में बननी चाहिये. उन्होंने यूपी सरकार के कार्यों तथा फिल्म नीति की खूब सराहना की. इस अवसर पर कई प्रतिष्ठित निर्माता, निर्देशक और गणमान्य लोग उपस्थित रहे.

दुनिया भर से आए निर्माता, निर्देशकों को एलडीडी पर दिखाई जा रहीं यूपी की शूटिंग लोकेशन गोवा फिल्म फेस्टिवल में लगाए गए फिल्म बन्धु के स्टॉल पर यूपी सरकार की फिल्म नीतियों का प्रचार-प्रसार बुकलेट, फोल्डर देकर और एलईडी से किया जा रहा है. पूरी दुनिया से आये कलाकारों, निर्देशकों, निर्माताओं, टेकनिकल विशेषज्ञों से सीएम योगी आदित्यनाथ के विजन, नीति और यूपी की खूबसूरत फिल्म शूटिंग लोकेशन के बारे में चर्चा की जा रही है और प्रसारण किया जा रहा है.

उत्तर प्रदेश फिल्म बन्धु के उप निदेशक दिनेश कुमार सहगल ने निर्देशक रणधीर कपूर और राहुल रावेल से मुलाकात कर उनको उत्तर प्रदेश में फिल्म निर्माण करने का न्योता भी दिया. बता दें कि गोवा फिल्म फेस्टिवल में यूपी की फिल्म पॉलिसी पर मशहूर फिल्म निदेशक करन जौहर तो इतने फिदा हो गये कि उनसे यह कहे बिना नहीं रहा गया कि यूपी के लखनऊ और वाराणसी में फिल्म शूट करो तो कहानियां अपने आप उभर जाती हैं.

Sanjay Gagnani Wedding : पृथ्वी कि शादी में शर्लिन ने मचाया परिवार वालों के साथ धमाल

एकता कपूर के सुपरहिट सीरियल कुंडली भाग्य में विलेन के किरदार में नजर आने वाले संजय गगनानी ने बीते दिन यानी 28 नवंबर को शादी के बंघन में बंध चुके हैं. टीवी के इस कपल ने दिल्ली के एक गुरुद्वारे में शादी कि है.

संजय ने अपनी शादी लॉन्ग टाइम गर्लफ्रेंड पूनम प्रीत भाटिया से कि है, जहां उनकी शादी में कुंडली भाग्य की पूरी टीम मौजूद थी. संजय यानि पृथ्वी की शादी में सृष्टि अपनी मां के साथ पहुंची थी. जहां उसने शादी में जमकर डांस किया है. वहीं पृथ्वी की शादी में उनकी ऑनस्क्रिन गर्लफ्रेंड सरलीन भी काफी ज्यादा सजधज के पहुंची थी. जहां उसे लोगों ने  खूब प्यार दिया है.

शादी के रस्मों के दौरान सरलीन ने अपनी ऑनस्क्रिन बॉयफ्रेंड की पत्नी के साथ खूब सारा फोटो क्लिक करवाया है.

वहीं हल्दी की रस्मों के दौरान संजय ने अभिषेक कपूर के साथ खूब प्यारा लुटाया है, संजय की शादी में श्रद्धा आर्या और धीरज कपूर नहीं पहुंचे फैंस इन्हें खूब ज्यादा मिस कर रहे हैं. संजय गगनानी की शादी की तस्वीरों ने सोशल मीडिया पर हंगामा मचाकर रख दिया है.

फैंस लगातार इस तस्वीर पर अपना प्यार लुटाते नजर आ रहे हैं, शादी की सभी रस्मों में अंजुम फकीह खूब मस्ती करती नजर आईं. पहले तो इन सितारों ने संगीत में जमकर धमाल मचाया उसके बाद से इन्होंने शादी में भी खूब मस्ती किया.

Bigg Boss 15 की TRP गिरते ही सलमान खान को आई Sidharth Shukla की याद, फैंस ने किया ट्रोल

बिग बॉस 15 अब धीरे-धीरे अपना पहले वाला चर्म खोता जा रहा है, अब इस शो को पहले की तरह टीआरपी नहीं मिल रही है, शो की अच्छी शुरुआत हुई थी लेकिन अब धीरे- धीरे पहले वाला रिस्पॉन्स खत्म होता जा रहा है.

जिस वजह से शो के मेकर्स काफी ज्यादा परेशान रहते है, इसे ध्यान में रखते हुए मेकर्स ने शो को बेहतर बनाने के लिए एक के बाद एक फैसला ले रहे हैं. बीते दिनों ही सलमान खान ने शो के सभी कंटेस्टेंट को आइना दिखाया है, जिसमें उन्होंने कंटेस्टेंट को कहा है कि अभी तक आप लोगों में से किसी का भी स्ट्रांग पर्सानीलिटी नहीं दिख रही है.

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इस दौरान सलमान खान ने बिग बॉस 13 के विनर और दिवंगत अभिनेता सिद्धार्थ शुक्ला को याद किया, याद करते हुए सलमान खान ने उन्हें वन मैन आर्मी बता दिया. सलमान खान ने कंटेस्टेंट से कहा कि जैसे सिद्धार्थ शुक्ला और असीम रियाज के बीच दोस्ती और दुश्मनी जो भी थी वह खुलकर सभी के सामने थी वैसे ही खेला करो, सबके साथ मिठा बनकर नहीं रह सकते हैं.

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जिसके बाद से सलमान खान और सिद्धार्थ शुक्ला की यह बात खूब इंटरनेट पर वायरल हो रही है. कुछ लोग ससमान खान के इस बयान के बाद से सिद्धार्थ शुक्ला की जमकर तारीफ भी कर रहे हैं. जिसके बाद सिद्धार्थ शुक्ला लगातार सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहे हैं.

जबकी कुछ लोगों का मानना है कि शो के शुरू होने के 2 महीने के बाद सलमान खान को सिद्धार्थ शुक्ला की याद आई है. कुछ लोग कमेंट कर रहे हैं कि पहले तो किसी ने ट्रिब्यूट नहीं दिया लेकिन अब तो लोग याद भी कर रहे हैं.

धनिया में लगने वाले कीट व रोग और उन का प्रबंधन

लेखक- डा. शैलेंद्र सिंह, आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, कुमारगंज,

अयोध्या खुशबूदार धनिया का सब्जियों में खास स्थान है. धनिया की हरीहरी पत्तियां सब्जियों को तो जायकेदार बनाती ही हैं, साथ ही किसानों की जिंदगी में बहार लाती हैं. देश के अनेक इलाकों जैसे उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, बिहार, तमिलनाडु, कर्नाटक आिद में धनिया की खेती की जाती है. धनिया की खेती करने के लिए हमेशा उन्नत किस्मों को ही लगाना चाहिए. अच्छी फसल के लिए कीट और बीमारी से बचाव भी जरूरी है.

माहू कीट यह कीट फूल आने के समय शिशु व प्रौढ़ दोनों ही रस चूस कर नुकसान करते हैं. प्रभावित फल व बीजों का आकार छोटा हो जाता है. प्रबंधन * कीट आने से पहले नीम तेल 1,500 पीपीएम की 3 मिलीलिटर दवा प्रति लिटर पानी में घोल बना कर छिड़काव करें. * अगर कीट आ गया है, तो इमिडाक्लोप्रिड 17.8 एसएल की 10 मिलीलिटर दवा प्रति 15 लिटर पानी में घोल बना कर तुरंत छिड़काव करें. स्टेम गाल रोग यह धनिया का प्रमुख रोग है. इस में पत्तियों के ऊपरी भाग, तना, शाखाएं, फूल व फल पर रोग के लक्षण कुछ उभरे हुए फफोले जैसे दिखाई देते हैं.

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शुरुआत में रोग से संक्रमित तना पीला होने लगता है और मिट्टी के पास से तने पर छोटी गाल उभार लिए हुए भूरे रंग की होती है. प्रबंधन * बीज को बोने से पहले थीरम 2.5 ग्राम दवा प्रति किलोग्राम बीज की दर से उपचारित कर लें.

* पौधों के अवशेष नष्ट कर दें.

* यदि रोग आ गया है, तो कार्बंडाजिम 1.5 ग्राम प्रति लिटर पानी में घोल बना कर छिड़काव करें. उकठा रोग इस रोग से प्रभावित पौधे शुरू में पीले पड़ने लगते हैं. कुछ ही दिनों में इन का शीर्ष मुरझा कर सूख जाता है और पौधा मर जाता है.

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प्रबंधन

* खेत की अप्रैलमई माह में सिंचाई कर के गरमियों की गहरी जुताई करें और खाली छोड़ दें.

* 2 साल का फसल चक्र अपनाएं. धनिया के स्थान पर अदरक या सरसों उगाएं.

* बोआई से पहले और आखिरी जुताई के साथ ट्राईकोडर्मा 4 से 5 किलोग्राम और गोबर की 50 से 60 किलोग्राम सड़ी हुई खाद मिला कर 1 हेक्टेयर खेत में फैला कर जुताई कराएं. बुकनी रोग इसे खर्रा रोग भी कहते हैं. इस रोग के कारण पत्तियों व तनों पर सफेदी आ जाती है और पत्तियां पीली पड़ जाती हैं.

प्रबंधन * इस के उपचार के लिए घुलनशील गंधक यानी सल्फैक्स 3 किलोग्राम अथवा 600 मिलीलिटर डाई कूनो कैप प्रति हेक्टेयर की दर से 800 लिटर पानी में घोल कर फसल पर छिड़काव करें. अधिक जानकारी के लिए कृषि विज्ञान केंद्र, बेलीपार, गोरखपुर, उत्तर प्रदेश के वैज्ञानिकों से संपर्क करें.

एक संबंध ऐसा भी : भाग 1

मैं ने शादी का कार्ड निशा को देते हुए कहा, ‘‘देखना, यह कार्ड हम दोनों की शादी के लिए ठीक रहेगा. अगले महीने की 10 तारीख का कार्ड है.’’

निशा आश्चर्यचकित एकटक मेरी ओर देख रही थी. गुस्से से बोली, ‘‘ऐसा भद्दा मजाक आप करोगे, मैं ने सपने में भी नहीं सोचा था.’’ फिर मेरे गंभीर चेहरे को गौर से देखते हुए वह बोली, ‘‘मैं आप को बता चुकी हूं कि मैं राहुल को तलाक देने के पक्ष में नहीं हूं. आप का सम्मान करती हूं लेकिन राहुल को जीजान से चाहती हूं. मैं उस के बगैर कदापि नहीं रह सकती. मैं अपना टूटता हुआ घर दोबारा बसाना चाहती हूं.’’

‘‘निशा, धीरज रखो. मैं अपनी योजना तुम्हें बताता हूं. यह मेरी अद्भुत सी कोशिश है. शायद इस से तुम्हारी बिगड़ी हुई बात बन जाए,’’ यह सुन कर निशा खुश दिखाई दी.

मैं ने निशा की पीठ प्यार से थपथपाई और उसे आश्वस्त करते हुए विनम्रता से कहा, ‘‘मैं तुम्हारा दोस्त हूं और यह चाहता हूं कि जब राहुल को यह कार्ड दिखाया जाएगा तो उस के अहं को चोट पहुंचेगी. वह अवश्य सोचेगा कि तुम्हारे दूसरे विवाह की कोई संभावना नहीं होनी चाहिए. वैसे भी वह तुम से दूर रह कर पछता रहा होगा.’’

‘‘मुझे नहीं लगता है कि मुझ से दूर रह कर वह परेशान है. मुझे तो पता चला है कि दोस्तों के साथ उस की हर शाम मौजमस्ती में गुजर रही है. उस की एक महिला दोस्त उस के साथ विवाह के सपने देख रही है,’’ निशा ने कहा.

मैं ने निशा को आगे बताया कि शादी के कार्ड की कुछ गिनीचुनी प्रतियां ही छपवाई हैं. राहुल के एक मित्र को कार्ड दिखा भी दिया है. अब तक तो वह उसे कार्ड दिखा चुका होगा. वैसे एक कार्ड मैं ने उसे राहुल के लिए भी दे दिया था.

राहुल को जब निशा के विवाह के बारे में पता चला तो उस ने तीव्र प्रतिक्रिया दिखाते हुए निशा से फोन पर बात की.

‘‘तुम अगर यह समझती हो कि मैं तुम्हें किसी और से शादी करने दूंगा तो गलत समझती हो. जिस घमंड के साथ तुम मुझे छोड़ कर अपने मायके चली गई थीं वह एक दिन टूटेगा और विवश हो कर तुम मेरे घर रहने के लिए वापस लौटने को मजबूर हो जाओगी. मैं देखता हूं कि तुम कैसे कांतजी से विवाह करती हो.’’

निशा राहुल की प्रतिक्रिया से मन ही मन खुश थी. उसे लगा राहुल अभी भी उस से बहुत प्यार करता है और कोर्र्टकचहरी की भागदौड़ से तंग आ चुका है. उस ने संक्षेप में राहुल से कहा, ‘‘लगता है जब मैं तुम्हारे साथ मौजूद नहीं हूं, तुम्हें मेरी अहमियत और जरूरत महसूस हो रही है. यह बात मेरे लिए अच्छी है. मिथ्या अभिमान त्याग कर खुशीखुशी मुझे और हमारी बेटी रिंकू को यहां आ कर अपने घर ले जाओ.’’

राहुल ने बगैर कोई उत्तर दिए फोन का रिसीवर रख दिया था.

निशा को अब तक साफतौर पर यह पता नहीं चल पा रहा था कि आखिर राहुल की मां उस से क्या चाहती हैं. वे अपनी बहू में किस प्रकार के गुण ढूंढ़ती हैं. जिस बात के लिए वे अपने बेटे से उस का तलाक चाहती थीं वह बात थी उन के घर एक बेटी (रिंकू ) का जन्म होना. उन की चाहत थी कि उन के घर एक लड़के का जन्म हो. वैसे भी शुरू से ही राहुल की मां को निशा पसंद नहीं थी क्योंकि निशा के मायके जाने के बाद उन्हें दोनों वक्त का खाना बनाना पड़ता था. घर का सारा काम करना पड़ता था. वे अपना अहम भी बरकरार रखना चाहती थीं.

एक दिन राहुल किसी काम से मौल गया हुआ था तो उस ने देखा कि निशा, कार में मेरे साथ आई हुई थी. उसे बहुत आश्चर्य हुआ. निशा कार से बाहर निकल कर मौल में चली गई और वह मन ही मन कुछ सोचता वहीं खड़ा रहा.

‘निशा एक सुंदर और आकर्षक लड़की है जिसे कोई भी प्रेम करने से इनकार नहीं करेगा. उस में कुछ ऐसी बातें अवश्य हैं जिन से प्रभावित हो कर मैं उसे अपनाना चाहूंगा. वास्तव में मैं कई बार निशा को आश्वस्त कर चुका हूं कि उसे राहुल से अधिक प्यार करूंगा. हम दोनों का बारबार मिलना इस बात का प्रमाण है. जब कभी भी हम दोनों एक हो पाए तो निशा के जीवन में कोई कमी नहीं रहेगी,’ मैं कार में बैठा सोचता रहा.

‘मैं आप की बात जरूर मानूंगी. अगर तलाक के कारण राहुल ने मुझे छोड़ दिया तो…इस के लिए कांतजी आप को इंतजार करना होगा,’ निशा ने एक दिन मुझ से कहा था.

निशा जैसे ही मौल से बाहर आई मैं ने आगे बढ़ कर हाथ मिलाने के लिए अपना हाथ बढ़ाया. वह मुसकराते हुए मेरी ओर आ रही थी. उस ने पूरे उत्साह से मुझ से हाथ मिलाया. उस की आंख में चमक थी. वह बहुत खुश दिखाई दे रही थी.

राहुल यह देख कर जलभुन उठा. मेरी गाड़ी से वह थोड़ी दूरी पर खड़ा था. हम दोनों ने उसे जानबूझ कर अनदेखा किया हुआ था. मैं ने कार का दरवाजा खोल कर निशा को बैठने का संकेत किया. वह ड्राइविंग सीट के साथ वाली सीट पर बैठ गई और मैं ने कार स्टार्ट कर के उसे मेन रोड पर ले लिया. देखते ही देखते मेरी कार राहुल की आंखों से ओझल हो गई.

राहुल के पास मोटरबाइक थी. उस ने हम दोनों का पीछा नहीं किया. राहुल को एक झटका सा लगा. अगर वह निशा को दोबारा घर में ला कर बसा नहीं पाया तो मेरे संबंध में उस के लिए एक विकल्प मौजूद है. उसे इस बात का एहसास था. निशा इतनी खूबसूरत है कि कोई भी उसे सहर्ष पत्नी के रूप में स्वीकार कर लेगा. वैसे निशा मेरे बारे में राहुल को सविस्तार बता चुकी थी कि मैं उसे स्वीकार करने के लिए तत्पर हूं और जैसे ही तलाक की कार्यवाही पूरी होगी, मैं उस से विवाह में देर नहीं लगाऊंगा. मैं निशा को आश्वस्त कर चुका था.

एक दिन निशा आफिस के बाद सीधे मेरे घर आई. मैं उस समय अकेला ही था. वह बहुत परेशान लग रही थी. कारण पूछने पर बताया कि राहुल ने फोन पर उस से कहा है कि अगर तुम सीधी तरह से तलाक के कागज पर स्वीकृति के हस्ताक्षर नहीं करोगी तो मैं तुम पर चरित्रहीनता का आरोप लगा दूंगा. मैं ने मोबाइल से तुम्हारी और कांतजी की फोटो ले कर तैयार करवा ली है. रिंकू और स्वयं के लिए जो खर्चे का आवेदन- पत्र दिया है उसे भी वापस लो. मैं कोई भी रकम तुम्हें जीवननिर्वाह के लिए देने के पक्ष में नहीं हूं.

 

मैं 24 साल का हूं लेकिन 34 साल की औरत से प्यार करता हूं, मुझे क्या करना चाहिए ?

सवाल

मैं 24 साल का नौजवान हूं. मुझे 34 साल की एक औरत से प्यार हो गया है. हम दोनों रोजाना सैक्स संबंध बनाते हैं. वह औरत बोलती है कि अब शादी कर लो, क्योंकि मैं तुम्हारे बिना नहीं रह सकती. मैं बेरोजगार हूं. मुझे सही सलाह दें?

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जवाब

उस औरत से सैक्स संबंध बनाने का रोजगार तो आप को मिला हुआ?है. चूंकि आप उसे सैक्स सुख दे रहे हैं, इसलिए वह शादी के लिए जोर दे रही?है. लेकिन आगे चल कर आप की हालत बुरी हो सकती? है.

रोजाना सैक्स करने से पेट नहीं भरता, इसलिए कोई नौकरी या छोटामोटा कारोबार करें जिस से आप की गैरत जिंदा रहे, नहीं तो आप उस औरत के‘रखैल’ जैसे बन कर रह जाएंगे. हां, उस के पास अच्छाखासा पैसा हो तो शादी कर लें.

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अगर आपकी भी ऐसी ही कोई समस्या है तो हमें इस ईमेल आईडी पर भेजें- submit.rachna@delhipress.biz

सब्जेक्ट में लिखें- सरिता व्यक्तिगत समस्याएं/ personal problem

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मौसम सर्द…न बढ़ाए जोड़ों का दर्द, करें ये उपाय

जोड़ों का दर्द सामान्य भी होता है तो गंभीर भी. सामान्य दर्द को तो आप खानपान और जीवनशैली में बदलाव ला कर ठीक कर सकते हैं, लेकिन गंभीर दर्द के लिए उपचार की जरूरत होती है. एक अनुमान के अनुसार हर 4 व्यक्तियों में से 1 जोड़ों के दर्द से परेशान है. यह समस्या पुरुषों की तुलना में महिलाओं को ज्यादा होती है.

क्यों होता है जोड़ों का दर्द

जोड़ों में दर्द होने के कई कारण हो सकते हैं जैसे बोन फ्लूइड (हड्डी द्रव) या मैम्ब्रेन में परिवर्तन आना, चोट लगना या अंदर किसी बीमारी का पनपना, हड्डियों का कैंसर, आर्थ्राइटिस, मोटापा, ब्लड कैंसर, उम्र बढ़ने के साथ जोड़ों के बीच के कार्टिलेज कुशन को लचीला और चिकना बनाए रखने वाला लूब्रिकैंट कम होना, लिगामैंट्स की लंबाई और लचीलापन कम होना.

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जोड़ों को कैसे रखें स्वस्थ

जोड़ों के दर्द खासकर आर्थ्राइटिस का कोई उपचार नहीं है, लेकिन कुछ उपाय हैं, जिन्हें अपना कर इस की चपेट में आने से बचा जा सकता है या इस की चपेट में आने पर लक्षणों को नियंत्रित किया जा सकता है:

– जोड़ों में मौजूद कार्टिलेज को आर्थ्राइटिस के कारण नुकसान पहुंचता है. यह 70% पानी से बना होता है, इसलिए ढेर सारा पानी पीएं.

– कैल्सियम युक्त खाद्यपदार्थों जैसे दूध, दूध से बनी चीजों, ब्रोकली, सालमन, पालक, राजमा, मूंगफली, बादाम, टोफू आदि का सेवन करें.

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– विटामिन सी और डी स्वस्थ जोड़ों के लिए बहुत उपयोगी हैं. इसलिए इन से भरपूर खाद्यपदार्थों जैसे स्ट्राबैरी, संतरा, किवी, पाइनऐप्पल, फूलगोभी, ब्रोकली, पत्तागोभी, दूध, दही, मछली आदि का पर्याप्त सेवन करें.

– सूर्य के प्रकाश में भी कुछ समय बिताएं. इस से विटामिन डी मिलेगा.

– वजन को नियंत्रण में रखें. वजन अधिक होने से जोड़ों पर दबाव पड़ता है.

– नियमित ऐक्सरसाइज करें, जो जोड़ों की जकड़न कम करने में सहायता करती है. लेकिन ऐसे व्यायाम करने से बचें, जिन से जोड़ों पर ज्यादा दबाव पड़ता है.

– शराब और धूम्रपान का सेवन जोड़ों को नुकसान पहुंचाता है. आर्थ्राइटिस से पीडि़त अगर इन का सेवन बंद कर दें तो उन के जोड़ों और मांसपेशियों में सुधार आ जाता है और दर्द में भी कमी होती है.

– स्वस्थ लोग भी धूम्रपान न करें, क्योंकि यह आप को रूमैटौइड आर्थ्राइटिस का शिकार बना सकता है.

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– फल और सब्जियों का सेवन अधिक मात्रा में करें. इस से औस्टियोआर्थ्राइटिस से बचाव होगा.

– अदरक और हलदी का सेवन करें. ये जोड़ों की सूजन को कम करते हैं.

– आरामतलबी की जिंदगी न जीएं.

– सूजन बढ़ाने वाले पदार्थों जैसे नमक, चीनी, अलकोहल, कैफीन, तेल, ट्रांस फैट और लाल मांस का सेवन कम करें.

– पैदल चलना, जौगिंग करना, डांस करना, जिम जाना, सीढि़यां चढ़ना या हलकेफुलके व्यायाम कर के भी हड्डियों को मजबूत कर सकते हैं.

सर्दी के मौसम में रखें विशेष ध्यान

सर्दी के मौसम में जोड़ों का दर्द अधिक सताता है, क्योंकि इस मौसम में लोग आराम अधिक करते हैं. इस से शारीरिक सक्रियता कम हो जाती है. दिन छोटे और रातें बड़ी होने से जीवनशैली बदल जाती है, खानपान की आदतें भी बदल जाती हैं. लोग व्यायाम करने से कतराते हैं, जिस से यह समस्या और गंभीर हो जाती है. अत: निम्न बातों का ध्यान रखें:

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– नियमित व्यायाम करें. शारीरिक रूप से सक्रिय रहें.

– जब बाहर तापमान अत्यधिक कम हो तो बाहर टहलने और अन्य गतिविधियों से बचें.

– शरीर को हमेशा गरम कपड़ों से ढक कर रखें.

– पानी कम न पीएं. प्रतिदिन 8-10 गिलास पानी जरूर पीएं.

– ठंड से खुद को बचा कर रखें. जिस हिस्से में दर्द हो उसे गरम कपड़े में लपेट कर रखें.

– ठंडी चीजें खाने के बजाय गरम चीजों का सेवन अधिक करें. लहसुन, प्याज, सालमन मछली, गुड़, बादाम, काजू आदि का अधिक सेवन करें.

– नियमित ऐक्सरसाइज करें. इस से मांसपेशियों को खुलने में मदद मिलेगी और जोड़ों की अकड़न से राहत मिलेगी. हां, ऐक्सरसाइज करने में जल्दबाजी न करें.

– चोकरयुक्त आटे की रोटी और मूंग की दाल का सेवन करें. हरी सब्जियों कद्दू, लौकी, घिया, ककड़ी, पत्तागोभी, फूलगोभी, गाजर आदि का सेवन करें. ब्रोकली का उपयोग अधिक से अधिक करें. यह आर्थ्राइटिस को बढ़ने नहीं देती.

– अगर दवा लेते हों तो नियमित समय पर लेते रहें.

अगर जोड़ों के दर्द के साथ निम्न समस्याएं हों तो तुरंत डाक्टर को दिखाएं: सूजन, लालपन, जोड़ों का उपयोग करते समय समस्या हो, अत्यधिक दर्द आदि.

घरेलू उपाय

– पेन रिलीवर का उपयोग करें.

– जोड़ों के ऐसे उपयोग से बचें, जिस से दर्द हो.

– प्रतिदिन कुछ बार 15-20 मिनट तक आइसपैक लगाएं.

– खुद को गरम रखें, अगर आप का शरीर गरम होगा तो आप के जोड़ कड़े नहीं होंगे.

– पर्याप्त मात्रा में पानी का सेवन करें.

– गरम तरल पदार्थों का सेवन करें.

– नियमित ऐक्सरसाइज करें.

– लगातार एक ही स्थिति में न बैठे रहें. अपना पोस्चर बदलते रहें. थोड़ीथोड़ी देर बाद चहलकदमी कर लें.

– सूर्य की रोशनी जोड़ों के दर्द में आराम पहुंचाती है, इसलिए प्रतिदिन कुछ देर धूप जरूर सेंकें.

– तेल से मसाज करें ताकि जोड़ों का दर्द दूर हो सके.

– गरम पानी में थोड़ा सा नमक डाल कर उस में पैरों को डुबोएं, इस से जोड़ों की ओर रक्त सुचारु होता है.

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