Pregnancy Tips in Hindi : मां बनना हर महिला के जीवन का सबसे सुखद पल होता है. आज कल के व्यस्त जीवन में प्रेंग्नेंट महिलाएं अपना ख्याल रखना भूल जाती हैं. अपने खाने भरपूर ख्याल नहीं रख पाती हैं. जिस वजह से उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ता है. अगर आप भी अपना और अपने होने वाले बच्चों का ख्याल रखना चाहती हैं तो पढ़ें सरिता के Top Ten Pregnancy Tips .जिसे ट्राई करके आप अपनी हेल्दी प्रेग्नेंसी को एंजॉय कर सकते हैं.

  1. कहीं ये तो नहीं प्रेग्नेंसी में देरी का कारण

आपकी प्रेग्नेंसी पर आपके खानपान का काफी असर पड़ता है. और ये बात केवल प्रेग्नेंसी के दौरान के खानपान की नहीं है, बल्कि लंबे समय से चली आ रही आपकी डाइट पर निर्भर करती है. एक शोध से स्पष्ट हुआ है कि जो महिलाएं जंक फूड का ज्यादा इस्तेमाल करती हैं, वो देर से प्रेग्नेंट होती हैं. इसमें ये भी स्पष्ट हुआ कि जो महिलाएं सप्ताह में तीन या चार बार या इससे भी अधिक फास्ट फूड खाती हैं, उनको कम फास्टफूड खाने वाली महिलाओं की अपेक्षा, प्रेग्नेंट होने में एक महीना अधिक वक्त लगता है.

पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

2. प्रेग्नेंसी में नींद नहीं आती? इन 6 तरीकों से दूर करें परेशानी

प्रेग्नेंसी किसी भी महिला के लिए एक खास समय होता है. इस दौरान महिलाओं को खास देखभाल की जरूरत होती है. बच्चे की अच्छी सेहत के लिए जरूरी है कि गर्भवती महिला को पूरी नींद, अच्छा खानपान और स्ट्रेस फ्री माहौल मिले. इस दौरान गर्भवती महिला के हार्मोंस में बहुत से बदलाव होते हैं जिससे उन्हें स्वास्थ संबंधी कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इन परेशानियों से उनकी नींद भी प्रभावित होती है. प्रेग्नेंसी के समय गर्भवती महिलाओं को कई बार घबराहट महसूस होती है.

पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें 

3. प्रेग्नेंसी में मिसकैरेज से बचने के लिए इन बातों का रखें ध्यान

प्रेग्नेंसी के वक्त आपको बेहद सावधानी बरतनी होती है. इसमें आपका खानपान, दिनचर्या और मानसिक अशांति शामिल है. हालिया अध्ययन में ये बात सामने आई कि प्रेग्नेंसी के दौरान ज्यादा तनाव में रहने वाली महिलाओं में मिसकैरेज (Miscarriage) का खतरा बढ़ जाता है.

शोधकर्ताओं का दावा है कि प्रेग्नेंसी के दौरान तनाव में रहने वाली महिलाओं में गर्भपात का खतरा 42 फीसदी अधिक हो जाता है. इससे पहले हुए अध्ययन की रिपोर्ट में यह पाया गया था कि 24 सप्ताह की प्रेग्नेंसी में होने वाले गर्भपात में 20 फीसदी मामले तनाव के कारण होते हैं. हालांकि बाद में हुए अध्ययन के बाद यह पाया गया कि आंकड़ें इससे कहीं ज्यादा हैं. क्योंकि गर्भपात के कई मामले दर्ज ही नहीं होते.

पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें 

4. समय पर होना है प्रेग्नेंट तो इस बात का रखें ध्यान

हाल ही में हुए एक स्टडी में ये बात सामने आई कि जंकफूड का अधिक प्रयोग करने वाली महिलाओं को प्रेगनेंसी के दौरान बहुत परेशानी होती है. शोध में पाया गया कि हफ्ते में तीन चार बार से अधिक जंकफूड का सेवन करने वाली महिलाओं को प्रेग्नेंट होने में ज्यादा वक्त लगता है. वहीं जो महिलाएं जंकफूड का सेवन कम करती है वो ज्यादा सहूलियत और आसानी से प्रेग्नेंट होती हैं.

पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें 

5. इस उम्र के बाद ही पिलाएं बच्चे को गाय का दूध

organic-cow-milk

बच्चे के जन्म के साथ ही मां का दूध बेहद जरूरी होता है. मां के दूध में बच्चे को सारे जरूरी पोषण मिल जाते हैं. यही कारण है कि जन्म के तुरंत बाद बच्चे को मां का दूध पिलाना अच्छा होता है. आमतौर पर मांएं बच्चों को बहुत ज्यादा दिनों तक ब्रेस्टफीडिंग नहीं कराती हैं. कुछ दिनों बाद ही वो नवजात को गाय का दूध पिलाना शुरू कर देती हैं. बच्चे की सेहत के लिए ये नुकसानदायक होता है. इस खबर में हम आपको बताएंगे कि नवजात को क्यों गाय का दूध नहीं पिलाना चाहिए और उन्हें गाय का दूध पिलाने का सही समय कौन सा होता है.

पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें 

6. 35 साल के बाद गर्भावस्था जोखिम भरी?

गर्भधारण के समय स्त्री का स्वस्थ होना सब से ज्यादा जरूरी होता है, पर देखा गया है कि 35 वर्ष की उम्र के बाद महिलाओं को स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं घेरने लगती हैं, जिस के चलते गर्भावस्था में 20 प्रतिशत तक खतरा होने का अंदेशा बढ़ जाता है. जीवनशैली के साथसाथ समाज में हो रही सांस्कृतिक तबदीलियों की वजह से दंपतियों में 30 साल की उम्र के बाद परिवार बढ़ाने की तरफ ?ाकाव होना आम बात है. गर्भधारण में देरी की वजह से माताओं को कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है.

ये भी पढ़ें- Top 10 Best Paneer Recipe in Hindi : टॉप 10 बेस्ट पनीर रेसिपी इन

पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें 

7. जानिए गर्भावस्था को आसान बनाने के कुछ अहम सुझाव

अगर आप की गर्भावस्था सामान्य है, तो इस दौरान कामकाज जारी रखने में कोई नुकसान नहीं है. लेकिन आप को इस दौरान ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है. ऐसे कई तरीके हैं, जिन के जरीए आप काम करने के दौरान अपनी गर्भावस्था को आसान बना सकती हैं. गर्भावस्था के दौरान काम करते रहना हमेशा आसान नहीं होता है, लेकिन सही विकल्प चुन कर आप इस अवस्था के दौरान कामकाजी और निजी जीवन में बेहतर संतुलन बना सकती हैं.

पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें 

8. क्या आप जानते हैं प्रेग्नेंसी से जुड़े ये 7 मिथ और उनकी सच्चाई

यह सच है कि प्रेग्नेंसी के शुरू के दिनों में उलटियां होना बहुत सामान्य बात है, लेकिन इतनी सामान्य बात भी नहीं है जितना लोग समझ लेते हैं. सच्चाई  यह है कि ज्यादा उलटियां आने से न केवल गर्भवती वरन गर्भस्थ शिशु को भी नुकसान पहुंचता है. इसलिए बेहतर होगा कि आप डाक्टर से संपर्क करें.

ये भी पढ़ें- Top 10 Diwali Health And Food Tips in Hindi : टॉप 10 हेल्थ एंड फूड

पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें 

9. कैसी हो वर्किंग प्रैग्नैंट वूमन की डाइट, आप भी जानिए

working-women

मां बनने वाली वर्किंग लेडी अकसर खुद को थकाथका सा महसूस करती है. 8-9 घंटे औफिस में रहने के कारण वह ज्यादा थक जाती है. उस के बाद वर्किंग महिला को घर का कामकाज भी करना पड़ता है. इसलिए पूरा दिन उस के लिए मुश्किल भरा होता है. आइए, जानें कि वर्किंग लेडी जो मां बनने वाली हो उस के लिए पूरे दिन का डाइट प्लान कैसा हो:

पूरी खबर पढ़नें के लिए यहां क्लिक करें 

10. जिंदगी की जंग विशेष: गर्भवती महिलाएं अपना और नवजात का जीवन बचाएं

कोविड संकट के दौर में गर्भवती महिलाओं को संक्रमण का अधिक जोखिम होता है. ऐसा इसलिए, क्योंकि इस समय ऐसी महिलाओं की प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर होती है, जिस से खतरा अधिक बना रहता है. ऐसे में गर्भवती महिलाएं कैसे खुद को सुरक्षित रख सकती हैं. आइए जानें?

पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें 

 

और कहानियां पढ़ने के लिए क्लिक करें...