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लोकतंत्र के हक में है सोशल मीडिया प्रोवाइडर्स की ये पहल

साल 2016 के राष्ट्रपति चुनाव में रूस को हस्तक्षेप करने की इजाजत देने को लेकर अमेरिकी कांग्रेस द्वारा पूछताछ किए जाने के बाद अमेरिका के बड़े सोशल मीडिया प्रोवाइडर अब अपने प्लेटफॉर्म में बदलाव करने जा रहे हैं. जहां ट्विटर रूस की सरकारी न्यूज एजेंसियों को प्रतिबंधित करेगा, तो फेसबुक तथ्यों की बेहतर जांच की योजना बना रहा है, और साथ ही वह राजनीतिक विज्ञापनों के स्रोत को भी उजागर करेगा.

संक्षेप में, सोशल मीडिया से जुड़ी दिग्गज कंपनियां अब अपनी बड़ी जिम्मेदारी स्वीकार कर रही हैं, ताकि लोगों को सच और झूठ में फर्क करने में मदद कर सकें और शिष्टाचार कायम रख पाएं. पूर्व में ‘फेक न्यूज’ और आक्रामक प्रचार के प्रति इन प्रोवाइडर्स ने जो उदासीनता बरती, उससे लोकतंत्र कमजोर हुआ, जो एक खुले समाज की आजादी की हिफाजत करता है, और इसमें इंटरनेट भी शामिल है.

गूगल ने यह कहा है कि अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव अभियान के दौरान उसने अपनी यू-ट्यूब साइट पर रूस से जुड़े 1,108 वीडियो चलाने की इजाजत दी थी. फेसबुक ने भी माना है कि यह संभव है कि करीब 12 करोड़, 60 लाख लोगों ने उसकी साइट पर रूस की गलत सूचनाएं देखी-पढ़ी हों. इन नंबरों का आकार बताता है कि किस कदर सोशल मीडिया सूचनाओं को प्रसारित कर सकता है, चाहे वे सही हों या गलत. सिर्फ इन निजी कंपनियों को ही ऐसे लोगों के खिलाफ कदम नहीं उठाने चाहिए, जिनका असली मकसद अमेरिकियों को आपस में लड़ाना और भय का माहौल खड़ा करना है.

रूस के इंटरनेट ट्रोल्स ने आखिर यही तो करने की कोशिश की. पिउ रिसर्च सेंटर ने अपने ताजा सर्वेक्षण में पाया है कि 1994 के बाद आज अमेरिकी अपने विरोधी को लेकर सबसे ज्यादा बंटे हुए हैं. रिपब्लिकनों और डेमोक्रेट्स के बीच की खाई और चौड़ी हो गई है, क्योंकि दोनों पक्षों का एक-दूसरे को लेकर काफी नकारात्मक नजरिया है. इस खाई पर पुल बनाने के लिए अमेरिका के नागरिकों को भी वही करना होगा, जो अब ट्विटर, गूगल व फेसबुक जैसे सोशल मीडिया प्रोवाइडर करने जा रहे हैं. विवेकशील विचारकों के बिना लोकतंत्र टिक ही नहीं सकता.

जियो का नया धमाका, रिचार्ज कराने से पहले जरूर पढ़ लें ये खबर

अगस्त में जिन जियो यूजर्स ने रिचार्ज कराया था, उनकी वैधता अब धीरे-धीरे खत्म हो रही है. आने वाले दिनों के अंदर लगभग सभी यूजर्स के प्लान के 84 दिन पूरे हो जाएंगे. ऐसे में उन्हें जियो की सर्विस का फायदा लेने के लिए रिचार्ज करना होगा.

अपने ग्राहकों को ध्यान में रखते हुए रिलायंस जियो ने एक शानदार औफर पेश किया है. जियो अब अपने रिचार्ज वाउचर्स पर कैशबैक दे रहा है. यह कैशबैक औनलाइन रिचार्ज पर दिया जा रहा है. मतलब अगर आप पेटीएम, अमेजन पे, मोबिक्विक और एक्सिस पे आदि से रिचार्ज करते हैं तो आपको जियो के रिचार्ज पर कैशबैक मिलेगा. जानें कहां मिलेगा कितना कैशबैक.

अमेजन पे

अमेजन पे से 399 रुपये का रिचार्ज करने पर नए ग्राहंको को 99 रुपये का कैशबैक मिलेगा और पुराने उपभोक्ताओं को 20 रुपये का कैशबैक मिलेगा.

मोबिक्विक

जियो के 399 रुपये के रिचार्ज पर 300 रुपये का कैशबैक मिल रहा है. यह कैशबैक मोबिक्विक से रिचार्ज करने पर दिया जा रहा है. यह कैशबैक नए और पुराने दोनों तरह के यूजर्स के लिए है. मोबिक्विक से जियो के नए यूजर्स 399 रुपये का रिचार्ज करते वक्त NEWJIO कोड डालेंगे तो 300 रुपये का कैशबैक मिल जाएगा. वहीं पुराने यूजर्स को JIO149 कोड डालना है. पुराने यूजर्स को 124 रुपये का कैशबैक मिलेगा.

पेटीएम

वहीं पेटीएम से जियो का 399 रुपये का रिचार्ज करते वक्त नए यूजर NEWJIO कोड डालेंगे तो उन्हें 50 रुपये का कैशबैक मिलेगा. इसके अलावा पुराने यूजर्स PAYTMJIO कोड डालेंगे तो उन्हें 15 रुपये का कैशबैक मिलेगा.

फ्लिपकार्ट फोन पे

फ्लिपकार्ट के फोनपे से रिचार्ज करने पर जियो के नए यूजर्स को 75 रुपये का कैशबैक मिलेगा और पुराने यूजर्स को 30 रुपये का कैशबैक मिलेगा.

एक्सिस पे

एक्स्सि पे से रिचार्ज करने पर जियो के नए यूजर्स को 100 रुपये का कैशबैक मिलेगा. अगर आप पुराने यूजर हैं तो आपको 35 रुपये का कैशबैक मिलेगा.

फ्रीचार्ज

वहीं फ्रीचार्ज से रिचार्ज करने पर जियो के पुराने यूजर्स को JIO50 कोड डालकर 50 रुपये का कैशबैक मिलेगा. वहीं फ्रीचार्ज पर जियो के पुराने यूजर्स के लिए कोई औफर नहीं है.

मेरे परिवार में किडनी से संबंधित बीमारियों का इतिहास रहा है. बताएं कि कैसे मैं इस से बचा रह सकता हूं.

सवाल
मैं 38 वर्षीय वकील हूं. मेरे परिवार में किडनी से संबंधित बीमारियों का इतिहास रहा है. कृपया बताएं कि कौन सी सावधानियां रख कर मैं इस से बचा रह सकता हूं?

जवाब
जीवनशैली में कुछ परिवर्तन कर गुरदों के रोग के खतरे को कम किया जा सकता है. संतुलित और पोषक भोजन का सेवन करें. अलकोहल का सेवन न करें. नियमित ऐक्सरसाइज करें. उन दवाओं के सेवन से बचें जो किडनी को नुकसान पहुंचाती हैं. शारीरिक रूप से सक्रिय रहें. रक्त में शुगर के स्तर को नियंत्रित रखें. नमक का सेवन कम करें. वजन नियंत्रित रखें. धूम्रपान न करें.

आज ही के दिन सचिन को पछाड़ रोहित ने बनाया था वर्ल्ड रिकार्ड

भारत और श्रीलंका के बीच तीन टेस्ट मैचों की सीरीज का पहला टेस्ट मैच 16 नवंबर, 2017 को कोलकाता के ईडन गार्डन में खेला जाएगा. इस मैदान ने क्रिकेट इतिहास में कई रिकार्ड बनते और टूटते देखा है. आज ही के दिन ठीक तीन साल पहले (13 नवंबर, 2014) भारतीय टीम के हिटमैन रोहित शर्मा ने श्रीलंका के खिलाफ ईडन गर्डन में ही विश्व क्रिकेट में एक नया इतिहास रचा था.

रोहिन ने 264 रनों की पारी खेलते हुए एक खास रिकार्ड बना लिया था, जिसे अभी तक कोई खिलाड़ी नहीं तोड़ पाया है. रोहित शर्मा की यह अनोखी पारी आज तक सभी को याद है.

रोहित की इस पारी के बाद उनकी फैन फौलोइंग और बढ़ गई. 264 रन बनाने के बाद ही रोहित शर्मा वनडे क्रिकेट में 250 से ज्यादा रन बनाने वाले दुनिया के अकेले खिलाड़ी बन गए. हालांकि, रोहित जब मैदान में उतरे थे तो 4 रन पर श्रीलंका के थिसारा परेरा ने थर्ड मैन पर उनका कैच छोड़ दिया था, जो उन्हें बाद तक भारी पड़ती रही. इस दौरान रोहित ने 33 चौके और 9 छक्के जड़े थे.

यहां गौर करने वाली बात ये है कि पहले 100 रन रोहित ने 100 गेद में ही बनाए. लेकिन उसके बाद 164 रन उन्होंने सिर्फ 73 गेंद में पूरे कर लिए. इस मैच में रोहित उंगली की चोट के बाद लौटे थे.

रोहित के इस रिकार्ड से पहले टीम के पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने इंदौर में वेस्टइंडीज के खिलाफ 200 रन बनाए थे. साल 2010 के इस मैच में वनडे का पहला शतक लगाने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी सचिन ही थे. इसके बाद साल 2011 में इंदौर में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेले गए मैच वनडे में वीरेंद्र सहवाग ने 219 रनों की पारी खेली और सचिन को पीछे छोड़ दिया. हालांकि महिला क्रिकेट में बेलिंडा क्लार्क ने 229 रन 1997 में बनाए थे. लेकिन इन दोनों को पीछे छोड़ते हुए 2013 में रोहित ने इस रिकार्ड को अपने नाम कर लिया.

आपको बता दें कि इस मैच में श्रीलंका की पूरी टीम रोहित शर्मा के बराबर भी रन नहीं बना पाई और 251 रन पर ढेर हो गई.

बेहतर बैटरी लाइफ पाने का आसान तरीका

आज के समय में स्मार्ट फोन हमारी रोजमर्रा की जिंदगी का अहम हिस्सा बन गया है. ऐसे में इसकी बैटरी लाइफ एक बड़ी समस्या है. जैसे-जैसे इसकी बैटरी पुरानी होती जाती है, बार-बार चार्जर इस्तेमाल करने की जरूरत भी बढ़ती जाती है. हमारे द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले ज्यादातर इलेक्ट्रानिक्स डिवाइस लिथियम इयान और लिथियम पाली बैटरी के साथ आते हैं. ये क्विक चार्ज फीचर से तो लैस होते हैं लेकिन जरूरी नहीं है कि आपको लंबी बैटरी लाइफ मिले. इसीलिए बैटरी की उम्र को ध्यान में रखते हुए आज हम आपके लिए कुछ उपाय लेकर आएं हैं जिसका इस्तेमाल कर आप अपने फोन की बैटरी की समस्या से निजात पा सकते हैं.

मुफ्त ऐप से बचें, ऐप्स खरीदना शुरू करें

अमेरिकी शोधकर्ताओं का यह दावा है कि विज्ञापन के साथ आने वाले ऐप्स आपके डिवाइस की बैटरी लाइफ औसतन 2.5 से 2.1 घंटे तक कम कर सकते हैं. अध्ययन के मुताबिक, फोन का प्रोसेसर उसके दिमाग की तरह होता है. विज्ञापन भी इस दिमाग के कुछ हिस्सों का इस्तेमाल करता है जिस कारण से यह धीमा पड़ जाता है.

लेकिन ऐसा नहीं है कि सभी फ्री ऐप्स आपके फोन की बैटरी पर असर डाल रहे हैं, लेकिन अगर आपको उस पर कोई विज्ञापन नजर आए तो समझ लीजिए कि यह आपके फोन के लिए सही नहीं है.

अगर आप इंटरनेट का इस्तेमाल नहीं कर कर रहे हैं तो वाई-फाई का कनेक्शन आफ कर दें.

लोकेशन ट्रैकिंग बंद कर दें

हाल ही में आई एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि फेसबुक ऐप आईफोन की बैटरी को जल्दी खत्म कर देता है क्योंकि यह बार-बार जीपीएस माड्यूल का इस्तेमाल करके यूजर की लोकेशन जानता रहता है. ऐसे में जिन ऐप को आपके लोकेशन की जरूरत नहीं है, उनके लोकेशन ट्रैकिंग को आफ कर देने से आपको जरूर मदद मिलेगी.

15% बैटरी होने पर उसे पूरी तरह से चार्ज करें

बैटरी को 100 फीसदी से सीधे ले जाकर शून्य पर खत्म करने से बेहतर है कि आप इसे 15 फीसदी तक ही डिस्चार्ज करें. पूरी तरह से उसकी बैटरी को खत्म न होने दें. हो सकें तो हफ्ते में 2 बार फोन को आफ कर पूरी तरह से चार्ज करें, 100% चार्ज होने के बाद ही फोन आन करें ऐसा करने से आपके बैटरी की डिस्चार्ज साइकिल तीन गुनी बढ़ जाएगी.

फ्लाइट मोड का इस्तेमाल करें

अगर आप ऐसी जगह पर हैं जहां कोई नेटवर्क नहीं है तो बेहतर होगा कि फोन में एयरप्लेन मोड (फ्लाइट मोड) एक्टिव कर लें. आपका फोन ऐसी जगहों पर बार-बार नेटवर्क तलाश करेगा जिसका असर बैटरी लाइफ पर पड़ेगा.

डिस्प्ले की ब्राइटनेस कम करें

यह सुझाव लैपटाप और मोबाइल डिवाइस पर लागू होता है. लैपटाप और मोबाइल का ब्राइटनेस कम करके उसकी बैटरी का पावर बचाया जा सकता है. डिवाइस के इनएक्टिव रहने पर आपका डिस्प्ले कितनी देर तक आन रहे, यह कम करके भी आप थोड़ी बैटरी बचा सकते हैं. एंड्रायड पर आप सेटिंग्स के बाद डिस्प्ले में जाकर यह तय कर सकते हैं. यह उपाय अपना कर आप 20% तक बैटरी लाइफ बचा सकते हैं.

वाई-फाई पर ऐप अपडेट करें या बैटरी चार्ज करते वक्त

सबसे बेहतर यही होगा कि यह अपडेटिंग का यह एक्शन आम तौर पर स्थिर रहे और जब भी आपको अपने फोन पर ऐप्स को अपडेट करने की आवश्यकता हो तो आप मोबाइल डेटा इंटरनेट के बजाय वाई-फाई का इस्तेमाल करे. अगर आपके डिवाइस में विकल्प मौजूद है तो सिर्फ चार्ज होते वक्त इसे शेड्यूल कर सकते हैं.

एंड्रायड पर प्ले स्टोर ऐप में इस सेटिंग तक पहुंच सकते हैं. ऐप को लान्च करें. स्क्रीन पर बाएं तरफ से स्वैप करके मेन्यू खोलें. इसके बाद सेटिंग्स मे जाएं, फिर आटो-अपडेट ऐप्स में. इसके बाद वाई-फाई आन्ली मोड को ही चुनें.

लो पावर मोड को आन करें

सभी एंड्रायड फोन में बैटरी सेवर मोड मौजूद नहीं है. अगर आप एंड्रायड 5.0 या उसके बाद के वर्जन को इस्तेमाल कर रहें तो आपके डिवाइस पर इस मोड के मौजूद रहने की संभावना ज्यादा है. जैसे ही आपके फोन की बैटरी 15 फीसदी पर पहुंचती है, यह अपने आप एक्टिव हो जाता है. यह बैकग्राउंड ऐप रिफ्रेश, लोकेशन ट्रैकिंग और सिंक एक्टिविटी को बंद कर देता है, ताकि बैटरी लाइफ बचाई जा सके.

इन सुझावों का पालन करने पर आप पाएंगे कि आपका फोन पहले की तुलना में ज्यादा बेहतर बैटरी लाइफ दे रहा है.

सलमान खान ने यह फोटो शेयर कर किया “रेस 3” के सितारों का खुलासा

बौलीवुड सुपरस्टार सलमान खान ने जब से “रेस 3” में कदम रखा है तब से यह फिल्म सुर्खियों में बनी हुई है, पर इसकी वजह सलमान खान नहीं बल्कि इस फिल्म में शामिल होने वाले बाकी के स्टार्स रहे हैं.

इस फिल्म में कभी किसी सितारे के शामिल होने की तो कभी किसी के फिल्म से बाहर होने की खबरें आती रही हैं, पर रेमो डीसूजा की इस फिल्म में वाकई कौन कौन से सितारें शामिल होंगे इसका खुलासा खुद सलमाल खान ने कर दिया है.

जी हां, सलमान खान ने इसका खुलासा सोशल मीडिया पर “रेस 3” की पूरी कास्ट टीम का एक फोटो शेयर कर किया है.

इस फोटो में सलमान खान के अलावा “रेस 3” में जैकलीन फर्नांडिस, साकीब सलीम, बौबी देओल, फ्रेडी दारुवाला, और डेजी शाह नजर आ रहे हैं. इस फिल्म को रमेश तोरानी प्रोड्यूज कर रहे हैं. इस तस्वीर को शेयर कर सलमान खान ने कैप्शन भी दिया है, ‘बाकी सब तो ठीक है, लेकिन हाट, कूल, सेक्सी, स्वीट, चार्मिंग रमेश जी “रेस 3” की टीम की इस तस्वीर में कैसे लग रहे हैं.’

खबरे हैं कि “रेस 3” साल 2018 में ईद के मौके पर रिलीज होगी.

बता दें, “रेस 3” से पहले इस फिल्म के दो पार्ट पहले भी आए थे. साल 2008 में अब्बास मस्तान की ‘रेस’ में सैफ अली खान, अक्षय खन्ना, कैटरीना कैफ और बिपाशा बासु थे. ‘रेस 2’ आई, जिसमें सैफ अली खान, दीपिका पादुकोण, अनिल कपूर, जैकलीन फर्नांडिस, नील नितिन मुकेश थें.

जहां फिल्मरेस’ 2008 की ब्लौकबस्टर साबित हुई वहीं इसके फिल्म का दूसरा पार्ट बौक्स आफिस पर कुछ खास कमाल न दिखा सका. अब ये देखना बहुत ही दिलचस्प होगा कि सलमान खान की फिल्म ‘रेस 3’ एक बार फिर से दर्शकों को लुभाने में कितना सफल होगी.

जन्मदिन पर शाहरुख ने की ऐसी हरकत की नेता ने लगाई फटकार, देखें वीडियो

इन दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है. इसमें महाराष्ट्र के एमएलसी जयंत पाटिल बौलीवुड अभिनेता शाहरुख खान को खरी-खोटी सुनाते नजर आ रहे हैं. वीडियो शाहरुख के जन्मदिन से एक दिन पहले का है जब वह अपने प्राइवेट यौट से अपना जन्मदिन मनाने अलीबाग पहुंचे थे.

पार्टी के बाद अलीबाग से मुंबई लौटते समय शाहरुख इस मुसीबत में फंस गए. दरअसल अलीबाग में शाहरुख का फार्महाउस है. जैसे ही लोगों को खबर मिली कि वो अपना जन्मदिन मनाने अलीबाग आए हैं तो उनके फैन्स उनकी एक झलक पाने के लिए वहां पहुंच गए.

जब शाहरुख का प्राइवेट यौट अलीबाग के किनारे पर पहुंचा शाहरुख भीड़ देखकर कुछ देर अंदर ही बैठे रहे. ठीक उसी समय अलीबाग के एमएलसी जयंत पाटिल भी मुंबई जाने के लिए अपने यौट में चढ़ने का इंतजार कर रहे थे.

लेकिन शाहरुख के प्राइवेट यौट के वहां होने से पाटिल का यौट किनारे पर नहीं लग पा रहा था. जब पाटिल को काफी देर हो गई तो उन्होंने अपना टेम्पर लूज कर दिया और शाहरुख के यौट पर चढ़कर अपने यौट पर चले गए.

इसी दौरान जब पाटिल उनके यौट पर जाने लगे तो शाहरुख का पर्सनल स्टाफ उनसे भिड़ गया. उसके बाद पाटिल गुस्से में आ गए और शाहरुख पर चिल्लाने लगे. उन्होंने शाहरुख को कहा कि आपने अलीबाग खरीद लिया है क्या?

हालांकि शाहरुख ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी और थोड़ी देर में उतर कर चले गए. शाहरुख की इस बर्थडे पार्टी में बौलीवुड के जाने माने चेहरे पहुंचे थे.

यहां देखें वीडियो जिसमें पाटिल शाहरुख पर नाराज हो रहे हैं.

बड़े फायदे का सौदा है होम इंश्योरेंस

भारत में लोग अच्छा घर बनाने के लिए खूब पैसा खर्च कर देते हैं लेकिन जब उस घर की सुरक्षा की बात आती है तो वह उस पर उतना ध्यान नहीं देते. वह अपने घर की सुरक्षा के लिए होम इंश्योरेंस लेने में पैसा खर्च नहीं करते. होम इंश्योरेंस लेने के बहुत फायदे हैं. आप एक प्राकृतिक आपदा से अपने घर की रक्षा नहीं कर सकते, लेकिन आप उसकी मरम्मत या उसे फिर से बनाने का खर्च इंश्योरेंस के माध्यम से कवर कर सकते हैं.

क्या है होम इंश्योरेंस पालिसी

होम इंश्योरेंस एक प्रभावी टूल होता है जो किसी भी संभावित आपदा से आपके घर को आर्थिक सुरक्षा प्रदान करता है. अगर अर्थव्यवस्था के लिहाज से देखें तो आज के समय में लोग अपने लक्ष्यों (बुनियादी जरूरतों) को आसानी से और समय पूर्व प्राप्त कर रहे हैं. बीते कुछ दशकों में भवन निर्माण में भी तेजी आई है और लोग घरों (फ्लैट या मकान) की खरीद बहुत ही आसानी से कर पा रहे हैं लिहाजा इस तरह की संपत्ति की सुरक्षा भी काफी अहम हो जाती है.

क्यों जरूरी है होम इंश्योरेंस पालिसी

हाल ही में आईं कुछ प्राकृतिक आपदाओं के कारण आर्थिक नुकसान और बीमित नुकसान के बीच अंतर पाया गया है. ऐसा फाइनेंशियल टूल की पर्याप्त जानकारी न होने की वजह से देखने को मिलता है. इसलिए प्राकृतिक आपदाओं की सूरत में घर के मालिक को होम इंश्योरेंस न होने के कारण काफी नुकसान उठाना पड़ता है.

जिस तरह से आप अपनी ज्वैलरी की सुरक्षा के लिए उसका बीमा करवाते हैं उसे बैंक लौकर में रखवाते हैं ठीक उसी तरह घर का बीमा भी आज के दौर में काफी अहम हो चला है. आप घर के बीमा के साथ साथ घर में उपलब्ध सामानों जैसे कि होम अप्लाइंस, पोर्टेबल इक्विपमेंट (सेलफोन, लैपटाप और टीवी) की सुरक्षा को भी सुनिश्चित कर सकते हैं.

क्लेम करने का तरीका

हमारे देश में होम इंश्योरेंस बहुत ज्यादा महंगा नहीं है, इसलिए हमेशा आवश्यक ऐड-औन के साथ एक होम इंश्योरेंस पौलिसी लेने की सलाह दी जाती है ताकि भारी नुकसान होने पर आप आसानी से भारी मरम्मत का खर्च उठा सकें.

बारिश के कारण हुए सभी नुकसान के कागजात तैयार करें. आप उनकी फोटो ले सकते हैं या एक वीडियो भी बना सकते हैं.

सभी क्षतिग्रस्त वस्तुओं को निरीक्षण के लिए संभाल कर रखें.

क्लेम से संबंधित सभी दस्तावेजों को भावी उपयोग के लिए संभाल कर रखना चाहिए.

अस्थायी उपयोग के लिए आपको जिन-जिन चीजों की मरम्मत करनी है उन सभी चीजों की एक सूची बनाकर रखें.

अनचाहे विज्ञापनों से बचने के लिए गूगल कर रहा है ये काम

अगर आप गूगल क्रोम का इस्तेमाल करते हैं, तो आपके लिए एक अच्छी खबर है. गूगल अपने सर्च इंजन में एक ऐसा फीचर जोड़ने वाला है जो आपको काफी पसंद आएगा. गूगल के मुताबिक अब वो क्रोम ब्राउजर में जबरदस्ती वेबसाइट रिडायरेक्ट को रोकेगा.

पहले किसी वेबसाइट को खोलने के लिए आपको विज्ञापनों के दूसरे वेबसाइट पर जबरदस्ती रिडायरेक्ट किया जाता था. उदाहरण के तौर पर आपने किसी न्यूज वेबसाइट का यूआरएल ओपन किया और रिडायरेक्ट होकर किसी स्पैम वेबसाइट पर चले गए. मुमकिन है आपके साथ यह समस्या आई होगी, क्योंकि यह काफी आम है.

गूगल के प्रोडक्ट मैनेजर ने अपने ब्लौग पोस्ट में लिखा है कि कंपनी ने क्रोम यूजर्स के फीडबैक के आधार पर काम कर रही है. उन्होंने कहा है, ‘डेस्कटाप के हर 5 में से एक 1 क्रोम ब्राउजर यूजर ने अनचाहे कान्टेंट दिखाए जाने को लेकर रिपोर्ट किया है’.

गूगल के मुताबिक वेब पेज अक्सर किसी अनचाहे विज्ञापनों और वेबसाइट्स पर रिडायरेक्ट करते हैं और ऐसा पेज पर थर्ड पार्टी कान्टेंट होने की वजह से होता है. खास बात ये है कि वेबसाइट चलाने वाला भी यह नहीं चाहता. Chrome 64 वर्जन में गूगल इस समस्या का समाधान करेगा और इसके लिए रिडायरेक्ट पेज की बजाए एक इनफो बार दिखाया जाएगा.

गूगल आने वाले समय में वेबसाइट पर दिए जाने वाले थर्ड पार्टी पौप अप में दिए गए हिडेन क्लिक बेट को भी हटाएगा. आम तौर पर कुछ वेबसाइट खोलने पर कई पौप अप आते हैं जिनमें हिडेन बटन होते हैं, इन्हें क्लिक करते ही आप किसी दूसरी वेबसाइट पर चले जाते हैं. इसे भी ब्लौक करने की तैयारी की जा रही है.

गूगल वेबसाइट पर दिए जाने वाले थर्ड पार्टी विंडोज को भी ब्लौक करने की तैयारी में है जो वेबसाइट विजिट करने वाले को भ्रमित करते हैं. ये बदलाव गूगल क्रोम के 64 और 65 वर्जन के साथ दिए जाएंगे.

अपनी एक ही गेंद से इस भारतीय खिलाड़ी ने दिला दी थी पाक के खिलाफ जीत

2007 के टी-20 वर्ल्‍डकप की यादें अभी भी भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के दिमाग में ताजा होंगी. पाकिस्‍तान के खिलाफ ग्रुप मैच में टीम इंडिया के एक धुरंधर ने न सिर्फ अर्धशतक बनाया था, बल्कि नियमित गेंदबाज नहीं होने के बावजूद बौल आउट में स्‍टंप को हिट कर भारत की जीत में भूमिका निभाई थी.

दरअसल, दोनो टीमों ने 141-141 रन बनाए थे और मैच टाई होने के बाद बौल आउट मुकबला हुआ था. जी हां! यहां बात हो रही है ओपनर रौबिन उथप्‍पा की. उथप्पा आज (11 नवंबर) 32 साल के हो गए.

पाकिस्‍तान के खिलाफ मिली उस जीत के बाद टीम इंडिया ने पीछे मुड़कर नहीं देखा था. खास बात यह रही कि फाइनल में उसी पाकिस्‍तान को हराकर टीम चैंपियन बनी थी.

उथप्पा ने टी-20 क्रिकेट में सिर्फ एक ही गेंद फेंकी है, जिसने उन्हें अमर बना दिया. यह गेंद उन्होंने अपने पहले टी-20 मैच में पाकिस्तान के खिलाफ बौल आउट के दौरान डाली थी, जो सीधे स्टंप्स पर लगी और भारत ने क्रिकेट इतिहास का पहला और आखिरी बौल आउट जीत लिया.

इस मैच में एक के बाद एक भारतीय विकेट गिरते जा रहे थे, लेकिन रौबिन विकेट पर जमे हुए थे. पाकिस्तान के तेज गेंदबाज मोहम्मद आसिफ की खतरनाक गेंदबाजी के बीच उन्‍होंने 39 गेंदों पर चार चौकों और दो छक्‍कों की मदद से 50 रन बनाए.

मैच में टीम इंडिया के सभी धुरंधर फ्लाप साबित हुए थे. गौतम गंभीर 0, सहवाग 5, युवराज 1 और दिनेश कार्तिक 11 रन बनाकर पवेलियन लौट चुके थे. उथप्‍पा के बाद टीम के टौप स्‍कोरर तत्कालीन कप्‍तान महेंद्र सिंह धोनी (33 रन) रहे थे. भारत की ओर से बनाए गए 141 रनों के जवाब में पाकिस्‍तानी टीम ने भी 20 ओवर में 7 विकेट के नुकसान पर 141 रन बनाए थे.

मैच टाई होने के बाद बौल आउट का फैसला लिया गया था, जिसमें दोनों टीमों के 5-5 गेंदबाजों को स्‍टंप हिट करना था. भारत ने इसके लिए सहवाग, उथप्‍पा, श्रीसंत, पठान और हरभजन को यह करना था, जबकि पाकिस्‍तान के लिए यह जिम्‍मेदारी तनवीर, अराफात, अफरीदी, उमर गुल और मोहम्मद आसिफ को सौंपी गई थी.

भारत के लिए सहवाग, हरभजन और उथप्‍पा ने स्‍टंप को हिट किया जबकि अराफात, गुल और अफरीदी, तीनों स्‍टंप मिस कर गए. बौल आउट में 3-0 से जीत भारत के खाते में आई थी. उथप्पा के इस स्टंप हिट ने उन्हें क्रिकेट इतिहास में अमर बना दिया.

रौबिन फिलहाल टीम इंडिया का हिस्सा नहीं हैं. वे क्रिकेट के छोटे फार्मेट के बेहतरीन खिलाड़ी माने जाते हैं. ताबड़तोड़ बल्‍लेबाजी के अलावा जरूरत पड़ने पर विकेटकीपर की भूमिका में भी खुद को साबित कर चुके हैं. आईपीएल के कई मैचों में वे विकेटकीपर बल्‍लेबाज की हैसियत से उतर चुके हैं.

उथप्पा के पिता वेणु अंतरराष्ट्रीय हौकी रेफरी रह चुके हैं. हौकी से जुड़े परिवार से आने बावजूद उथप्पा ने अपने भविष्य के लिए क्रिकेट को ही चुना. उथप्पा काफी कम उम्र से क्रिकेट खेल रहे हैं.

बता दें कि 2002 में ही उथ्प्पा ने 17 साल की उम्र में ही कर्नाटक के लिए रणजी क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया. इससे पहले उन्होंने कर्नाटक के लिए फर्स्ट क्लास डेब्यू किया था और अपनी पहली पारी में 61 रन भी बनाए. उथप्पा ने 2004 की अंडर-19 वर्ल्ड कप टीम का भी हिस्सा रहे है.

अपने वनडे डेब्यू में उथप्पा ने इंग्लैंड के खिलाफ इंदौर में 86 रनों की पारी खेली. यह उस वक्त डेब्यू मैच में भारत के लिए सर्वाधिक स्कोर था. उन्होंने बृजेश पटेल का रिकार्ड तोड़ा, जिन्होंने 1974 में इंग्लैंड के खिलाफ लीड्स में 82 रन बनाए थे.

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