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आखिर वरूण धवन किसे धोखा दे रहे हैं?

बहुत पुराना मुहावरा हैं, ‘इंसान दूसरों को धोखा दे सकता है. मगर अपने आपको धोखा नही दे सकता.’ जो इंसान खुद को धोखा देने का प्रयास करता है, वह सिर्फ असफलता ही दर्शाता है.’ यह मुहावरा वरुण धवन पर बहुत सटीक बैठता है.

बौलीवुड के सफलतम फिल्मकार डेविड धवन की संतान होने के नाते बिना किसी तरह के स्ट्रगल के वरूण धवन को करण जोहर ने फिल्म ‘स्टूडेंट आफ द ईअर’में अभिनय करने का मौका दिया. उसके बाद किस्मत से उन्हें लगातार सफलता मिलती गयी. पर इस सफलता ने उनका दिमाग खराब कर दिया है या उनके पास पास मौजूद उनके मैनजर व पीआरटीम ने उन्हे चने के झाड़ पर चढ़ा रखा है, यह तो वही जाने. पर वह जिस तरह की बयानबाजी कर रहे हैं, उससे तो यही लगता है कि वह खुद को धोखा दे रहे हैं.

सभी मानते हैं कि शाहरुख खान व रोहित शेट्टी की पिछली फिल्म ‘दिलवाले’ सुपर फ्लाप थी, जिसमे वरुण धवन ने भी अभिनय किया था. मगर वरुण धवन ने ‘सरिता’ पत्रिका से बात करते हुए दावा किया कि उनकी फिल्म ‘दिलवाले’ एक सफल फिल्म थी.

‘सरिता’ पत्रिका से बात करते हुए वरुण धवन ने कहा, ‘शाहरूख सर के साथ मेरे संबंध अभी भी बहुत अच्छे हैं. दिलवाले मेरे करियर की सफल फिल्म है, असफल नहीं. दिलवाले को बच्चों ने ज्यादा पसंद किया है. देखिए, कभी कभी एक ही फिल्म कुछ दर्शकों के लिए चलती है, कुछ दर्शकों के लिए नहीं चलती. मेरी राय में पैसा लगाने वाला निर्माता पैसा कमा ले, तो मैं खुश हूं. रोहित शेट्टी ने दिलवालेसे पैसा कमाया है, गंवाया नहीं है. रोहित शेट्टी के साथ काम करके मुझे बड़ा मजा आया.  का ट्रेलर आने के बाद रोहित शेट्टी ने मुझे बधाई भी दी. अब मेरी फिल्म, ‘ढिशुम’ सफलता के नए रिकार्ड बनाएगी.’

अब वरूण धवन दिलवाले की सफलता का गुणगान कर किसे धोखा दे रहे हैं? 

सनी फिल्मों को कहने वाली हैं अलविदा

बॉलीवुड की हॉट अदाकारा सनी लियोनी ने काफी कम समय में हिन्दी सिनेमाजगत में अपनी एक अलग पहचान बना ली है. लेकिन अब सनी का कहना है कि अभी फिल्मों में काम करने का मतलब यह नहीं है कि वह हमेशा फिल्मों में काम करती रहेंगी.

एडल्ट फिल्मों की जानी मानी अभिनेत्री सनी लियोन वर्ष 2011 में कलर्स चैनल के रियलिटी शो 'बिग बॉस सीजन 5' के जरिये भारत आईं और वर्ष 2012 में वह अपनी पहली फिल्म 'जिस्म-2' में नजर आईं. सनी को लगता है कि मनोरंजन उद्योग में काम करने वाले प्रत्येक व्यक्ति को वहां से निकल कर अन्य क्षेत्रों में भी काम करना चाहिए.

सनी ने कहा कि अगर आप एक कारोबारी व्यक्ति या मनोरंजन से जुड़े व्यक्ति के तौर पर सफल होना चाहते हैं तो आपको हर संभव तरीका खोजना होगा. उन्होंने कहा, ‘मेरे लिए फिल्मों का सिलसिला हमेशा जारी नहीं रहेगा. अंत होगा. लेकिन सवाल भी है कि इसके बाद क्या?’

'जिस्म-2' के बाद सनी लियोनी ने ‘जैकपॉट’, ‘रागिनी एमएमएस 2’ और ‘एक पहेली लीला’ जैसी कई फिल्मों में काम किया. पिछले काफी वक्त से खबर है कि सनी, शाहरुख खान की आगामी फिल्म ‘रईस’ में एक आइटम सॉन्ग में ठुमके लगाती हुई नजर आएंगी. उन्होंने हाल ही में इस गाने की शूटिंग भी की है. खबरों के अनुसार कहा जा रहा है कि सनी और शाहरुख पर फिल्माया गया यह गाना साल 1980 के हिट गीत 'लैला ओ लैला' का नया रूप है. मूल गीत फिरोज खान और जीनत अमान पर फिल्माया गया था.

किसने किया कैट को रिप्लेस?

बॉलीवुड में इन दिनों काफी कॉम्प्टीशन है. अच्छी फिल्म और एंडोर्समेंट हासिल करने के लिए एक्टर्स के बीच बहुत कड़ी टक्कर है. सुनने में आया है कि आजकल जैकलीन फर्नांडिस की नजर कट्रीना कैफ की ब्रांड डील्स पर है. क्या जैकलीन इन ब्रांड की डील्स में कट्रीना को पीछे छोड़ पाएंगी?

इस सवाल का जवाब तो आने वाला वक्त ही देगा. लेकिन सूत्रों की मानें तो जैकलीन इन दिनों पूरा जोर लगा रही हैं कि उन्हें वो विज्ञापन फिल्में और ब्रांड की एंडोर्समेंट मिल जाए, जिन्हें अभी कट्रीना कर रही हैं.

सूत्र ने बताया, 'जैकलीन ने कट्रीना के हाथ से फिल्म 'बैंग बैंग' का सीक्वल तो छीन ही लिया है. यह फिल्म जैकलीन के लिए बहुत मायने रखती है. अगर यह फिल्म चल जाती है, तो उनका करियर फिर एक बार फिर उड़ान भरने लगेगा. इसके अलावा अब जैकलीन की नजर कट्रीना के एडोर्समेंट पर है. उन्होंने अपनी टीम को इस काम पर लगा दिया. सुनने में आया है कि कुछ एंडोर्समेंट तो उन्होंन साइन भी कर लिए हैं.'

वैसे जैकलीन के करियर को किक तो सलमान खान की फिल्म 'किक' से ही मिल गई थी. अब देखना है कि 'बैंग बैंग' जैकलीन के करियर में कितनी धूम मचाता है.

अब आ रहा है कलाई पर बंधने वाला फोन

अगले पांच सालों में आपकी कलाई पर बांधे जा सकने वाला फोन बाजार में उपलब्ध हो सकता है. यह बात लेनोवो मोबाइल बिजनस ग्रुप के को-प्रेजिडेंट Aymar de Lencquesaing ने एक इंटरव्यू में कही. उन्होंने बताया कि 2020 तक ओनर की कलाई पर बंध सकने वाला फोन बाजार में आ सकता है. जून 2016 में कंपनी ने लेनोवो टेक वर्ल्ड में एक फ्लेक्सिबल प्रोटोटाइप फोन का डेमो भी पेश किया था.

लेनोवो टेक वर्ल्ड में चीनी निर्माता कंपनी लेनोवो ने अलग-अलग डिग्री तक घुमने वाले दो हैंडसेट्स के डेमो पेश किए थे. इसमें 8 इंच का एक टैबलेट था जो कि आधे से मुड़ सकता है. दूसरा स्मार्टफोन लेनोवो का 4.26 इंच का Cplus है जो ओनर की कलाई पर एक चूड़ी की तरह बंध सकता है. दोनों डिवाइस ही गूगल ऐंड्रॉइड पर काम करते हैं. केवल लेनोवो ही इस तरह के प्रॉजेक्ट्स नहीं बना रहा है. साउथ कोरियन निर्माता कंपनी सैमसंग भी स्क्रीन फोल्ड होने वाला फोन डिवेलप कर रही है.

शुरुआत में यह डिवाइस एशिया के बाजारों में बेचा जाएगा. 2011 CES, लॉस वेगास में सैमसंग भी अपने फोंस की प्लास्टिक से बनी फ्लेक्सिबल डिस्पले का डेमो दिखा चुकी है. इस तकनीक का प्रयोग अब टैबलेट के लिए भी किया जा सकता है. LG भी ट्रांसपैरंट डिस्पले के अपने प्रॉजेक्ट पर काम कर रही है. सैमसंग ने बताया है कि पहला फोल्डेबल स्मार्टफोन 2017 तक पेश किया जा सकता है जो दिखने में लेनोवो के CPlus से थोड़ा कम शानदार हो सकता है.

पावर प्रॉजेक्ट्स के लिए सख्त होंगे बिडिंग नॉर्म

सरकारी इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करने में गड़बड़ी करने वाली कंपनियों को पावर सेक्टर के जेनरेशन और ट्रांसमिशन प्रॉजेक्ट्स के लिए बोली लगाने से रोका जा सकता है. अल्ट्रा मेगा पावर प्रॉजेक्ट्स (यूएमपीपी) से जुड़े बिड डॉक्युमेंट्स में इस प्रस्ताव को शामिल किया गया है. इस पर केंद्रीय कैबिनेट में जल्द फैसला हो सकता है.

पावर ट्रांसमिशन प्रॉजेक्ट्स के नए बिडिंग फॉर्मेट में यह भी मॉडल दिख सकता है. कंपनियों पर तीन से ज्यादा अल्ट्रा मेगा पावर प्रॉजेक्ट्स हासिल करने पर रोक वाले क्लॉज को भी बरकरार रखा गया है. पावर ट्रांसमिशन प्रॉजेक्ट्स से जुड़े बिड नियमों की समीक्षा करने के लिए बनाई गई एक्सपर्ट कमिटी ने भी पावर मिनिस्ट्री को रोक लगाने वाले क्लॉज को शामिल करने की सिफारिश की है. कमिटी की सिफारिशों में कहा गया है, 'मौजूदा बिडिंग फ्रेमवर्क और स्टैंडर्ड बिडिंग डॉक्युमेंट्स (एसबीडी) के तहत पहले गड़बड़ी कर चुकी पार्टी पर पाबंदी लगाने वाला क्लॉज नहीं था.'

कमिटी की राय थी कि एक ही तरह के प्रॉजेक्ट पर पहले काम पूरा करने में नाकाम रही इकाइयों को आगे के प्रॉजेक्ट्स के लिए हिस्सा लेने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए. इस बात पर भी चर्चा हुई कि इस तरह का क्लॉज नए यूएमपीपी डॉक्युमेंट में पेश किया गया है, जिसे गहन विचार-विमर्श के बाद तैयार किया गया है. जिन तमाम बड़े ट्रांसमिशन प्रॉजेक्ट्स के लिए टैरिफ आधारित कॉम्पिटीटिव बिडिंग हुई थी, उनमें सिर्फ दो प्रॉजेक्ट्स पर अमल नहीं हो पाया.

संभावित बिडर्स को कंपनी और अपने अहम मैनेजरों के खिलाफ पेंडिंग जांच के सभी मामलों के बारे में विस्तार से जानकारी देनी होगी. पावर मिनिस्ट्री और ऑक्शन कराने वाली सरकारी फर्म एमएसटीसी जल्द बिडिंग प्लैटफॉर्म लॉन्च करेंगी, जो मौजूदा मैन्युअल ऑक्शन प्रोसेस की जगह लेगा. इस प्लैटफॉर्म के जरिये पावर ट्रांसमिशन प्रॉजेक्ट्स के लिए सबसे कम बोली लगाने वाली इकाइयों के बारे में फैसला किया जाएगा.

इस डिवाइस से मिलेगी लहराते बालों के साथ सेल्फी

अगर आप सेल्फी लेने के शौकीन हैं तो आपके स्मार्टफोन में जरूर ऐसे ऐप्स होंगे, जिनकी मदद से आप फोटो में कई फिल्टर ऐड कर सकते हैं. मगर सेल्फी को और दमदार बनाने के लिए लोग अनोखा तरीका अपना रहे हैं. वे एक मिनी फैन इस्तेमाल कर रहे हैं, जिससे बाल लहराने लगें.

ऑनलाइन ऐसे बहुत से मिनी फैन मिल जाते हैं, जो फोन के माइक्रो-यूएसबी पोर्ट या फिर 3.5 mm ऑडियो जैक पर लगाने पर चलते हैं. इनसे चलने वाली हवा से बाल लहराने लगते हैं.

बहुत से यूजर्स इस डिवाइस को इस्तेमाल कर रहे हैं ताकि उनकी सेल्फी लहराते हुए बालों के साथ आए. जब हवा न चल रही हो, इसे इस्तेमाल करते ऐसे सेल्फी विडियो बनाए जा सकते हैं मानो मंद-मंद हवा चल रही है.

भारत में इस तरह से डिवाइसेज ऑनलाइन शॉपिंग पोर्टल्स पर उपलब्ध हैं. इसके लिए Mobile mini fan या iPhone fan सर्च करना होगा. इनकी कीमत 80 रुपये से शुरू है.

बैंकों पर लगेगा ताला

सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के कर्मचारियों का एक हिस्सा एसबीआई के सहयोगी बैंकों के विलय और आईडीबीआई बैंक के निजीकरण के विरोध में 12 जुलाई से दो दिन की राष्ट्रव्यापी हड़ताल पर जाने की घोषणा की है.

ऑल इंडिया बैंक एंप्लाइज ऐसोसिएशन के महासचिव सी.एच. वेंकटचलम ने कहा, 'मुख्य श्रम आयुक्त के साथ समझौता बैठक विफल हो गई है और हम अपनी हड़ताल की घोषणा पर कायम हैं. ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स ऐसोसिएशन और स्टेट सेक्टर बैंक एंप्लाइज ऐसोसिएशन ने भी हड़ातल की अपील का समर्थन किया है.

घोषणा के मुताबिक एसबीआई के पांच सहयोगी बैंकों में 12 जुलाई को हड़ताल रहेगी जबकि सार्वजनिक क्षेत्र के अन्य बैंकों में 13 जुलाई को हड़ताल होगी.

सफर होगा सुहाना, ‘तेजस’ के साथ

भारतीय रेलवे ने 'तेजस' ट्रेनों में यात्रा को आनंददायक और मनोरंजक बनाने का फैसला लिया है. तेजस ट्रेनों के कोचों को हाई टेक्नोलॉजी वाली एंटरटेनमेंट यूनिटों, वाई-फाई सुविधा और ब्रेल डिस्प्ले और कॉफी मशीन से लैस करते हुए तैयार किया जा रहा है, ताकि इसके यात्रियों को सफर को दौरान पूरा आनंद मिल सके.

पहली तेजस ट्रेन दो अक्टूबर को गांधी जयंती के अवसर पर चलने की संभावना है. रेलवे की कोशिश है कि इसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों हो. एलएचबी फ्रेम पर निर्मित यह फुल एसी ट्रेन न सिर्फ शताब्दी से ज्यादा तेज रफ्तार से चलेगी, बल्कि अधिक आरामदेह और सुसज्जित भी होगी. करीब 130 किलोमीटर की रफ्तार वाली तेजस दिल्ली से मुंबई की दूरी को 10 घंटे में पूरा करेगी.

सुनहरे रंग के होंगे डिब्बे

तेजस के डिब्बे सुनहरे रंग के होंगे. वहीं, इसी साल आने वाली हमसफर के डिब्बों पर धरती और आकाश के रंगों वाली विनाइल शीट लगी होगी, ताकि यह संदेश दिया जा सके कि यह आम आदमी का वाहन है.

लगेंगे 22 नए फीचर

तेजस के डिब्बों को निखारा तो जाएगा ही, साथ ही साथ में 22 नए फीचर भी लगाए जाएंगे. इन नए फीचर्स में हर यात्री के लिए मनोरंजन स्क्रीन और हैंड फोन सॉकेट के साथ-साथ सुरक्षा निर्देश देने वाले एलईडी बोर्ड भी शामिल होंगे.

जब कोच ने पकड़ा सहवाग का कॉलर

क्रिकेट फैन्स अपनी फेवरेट टीम और क्रिकेटर को मैदान पर खेलता देख पाते हैं, लेकिन मैदान में आने से पहले और जाने के बाद ड्रेसिंग रूम में भी ऐसा बहुत कुछ होता है जिसे जानना काफी इंटरेस्टिंग है. अक्सर यहां हुई बातें इंटरव्यू में ही सामने आती हैं. हम आपको ड्रेसिंग रूम के कुछ ऐसे ही किस्से बताने जा रहे हैं. इसमें कई बार खिलाड़ियों की मस्ती सामने आती है तो कई बार उनके झगड़े.

जब कोच ने पकड़ लिया था सहवाग का कॉलर…

– यह बात साल 2002 की है. नेटवेस्ट ट्रॉफी के दौरान इंडियन टीम के कोच जॉन राइट थे.

– तब सहवाग एक गलत शॉट खेलकर आउट होकर पवेलियन लौटे थे.

– गलत शॉट सिलेक्शन के चलते ड्रेसिंग रूम में उन्हें कोच से खूब डांट पड़ी थी.

– गुस्से में उन्होंने सहवाग का कॉलर पकड़कर उन पर चिल्लाते हुए कहा था अपना बोरिया-बिस्तर बांध लो.

– बाद में बाकी खिलाड़ियों ने दोनों को समझकर मामले को शांत किया.

जब तेंडुलकर हुए आग बबूला

– साल 2004 में मुल्तान टेस्ट के दौरान सचिन तेंडुलकर डबल सेंचुरी से महज 6 रन दूर थे.

– तभी कप्तान राहुल द्रविड़ ने पारी घोषित कर दी.

– इसके बाद सचिन काफी गुस्से में ड्रेसिंग रूम में पहुंचे और आग बबूला हो गए थे.

– वो सिर्फ द्रविड़ से चिल्लाते हुए बोले कि मुझे अकेला छोड़ दो.

– लेकिन इसके बाद राइट और द्रविड़ ने उनसे इसके लिए माफी मांगी.

धोनी के साथ होता था मजाक

– शुरुआती दिनों में धोनी को ड्रेसिंग रूम में साथी खिलाड़ी बिहारी कहकर पुकारते थे.

– युवराज सिंह अकसर मजाक में कहते थे कि चौके छक्के लगाने से कुछ नहीं होता, मैच जिताने वाली पारी खेलनी पड़ती है.

– लेकिन एक दिन धोनी ने उल्टा उन्हें जवाब दिया कि तुम हमेशा गुस्से में क्यों रहते हो.

– इसके बाद से दोनों हमेशा के लिए अच्छे दोस्त बन गए.

कोहली का पहला दिन

– जब पहली बार विराट कोहली ड्रेसिंग रूम में आए तो अन्य खिलाड़ियों ने उनके साथ प्रैंक का प्लान बनाया.

– उनसे कहा कि जो भी नया खिलाड़ी आता है वह सचिन तेंदुलकर के पैर छूता है.

– जब सचिन आए तो कोहली उनका पैर छूने के लिए आगे बढ़े.

– सचिन ने उन्हें रोकते हुए पूछा कुछ चाहिए क्या. बाद में पता चला कि उनके साथ मजाक हुआ है.

घबरा गए युवराज सिंह

– साल 2000 में जब युवराज सिंह टीम में शामिल किए गए तो सौरव गांगुली ने उनसे पूछा कि ओपनिंग करोगे?

– इस सवाल के बाद युवराज काफी घबरा गए थे, लेकिन किसी तरह उन्होंने खुद को संभालते हुए कहा था हां.

– हालांकि घबराए युवी को बाद में नींद की गोलियां तक खानी पड़ी थीं.

– लेकिन गांगुली ने उनसे कहा कि मैं मजाक कर रहा था.

पुर्तगाल ने दर्ज की ऐतिहासिक जीत

पुर्तगाल ने मेजबान फ्रांस को 1-0 से हराकर यूरो कप जीत लिया. एडर ने एक्स्ट्रा टाइम के दूसरे हाफ में खिताबी गोल किया. 1921 से इंटरनेशनल फुटबॉल खेल रहे पुर्तगाल का यह पहला बड़ा खिताब है. इसी के साथ 56 साल में पहली बार फ्रांस को मेजर टूर्नामेंट में अपनी जमीन पर हार मिली है. इससे पहले पुर्तगाल का बेस्ट 2004 यूरो कप के फाइनल में पहुंचना रहा था. लगातार 14 मैच नहीं हारी है पुर्तगाल.

पुर्तगाल की टीम सांतोस के कोच बनने के बाद 14 मैच लगातार नहीं हारी है.उसने टूर्नामेंट के अपने 7 मैच में 9 गोल किए. खिताब जीतने पर पुर्तगाल को 189 करोड़ रुपए मिले. उपविजेता फ्रांस को 174 करोड़ रुपए मिले.

दोनों टीमों ने खेला रफ गेम

दोनों टीमों ने शुरुआत में काफी रफ-टफ मैच खेला. दोनों टीमें विरोधी स्टार खिलाड़ी को घेरने की कोशिश कर रही थीं. मेजबान फ्रांस ने जहां पुर्तगाल के स्टार क्रिस्टियानो रोनाल्डो को निशाना बनाया. वहीं पुर्तगाल ने फ्रांस के एटोनी ग्रिजमैन को घेरने की कोशिश की. इसी कोशिश में रोनाल्डो पहले ही हाफ में घायल हुए. 25th मिनट में उन्हें स्ट्रेचर पर बाहर ले जाया गया. इसके बाद वे नहीं लौटे.

रोनाल्डो ने सेमीफाइनल में शानदार गोल करते हुए अपनी टीम को फाइनल में पहुंचाया था, उस मैच में वेल्स के खिलाफ पहला गोल रोनाल्डो के बूट से ही आया था. जबकि दूसरे गोल में भी क्रास देने में उनका बड़ा रोल था.

फैक्ट फाइल

-यूरो कप के 56 साल के इतिहास में पहला फाइनल जिसमें 90 मिनट में गोल नहीं हुआ.

– फ्रांस पांचवीं बार किसी मेजर टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचा. तीन बार जीता, दो बार हार का सामना करना पड़ा.

– पुर्तगाली कप्तान रोनाल्डो यूरो कप में सर्वाधिक गोल का रिकॉर्ड तोड़ नहीं सके. वे फ्रांस के प्लाटिनी (9 गोल) के साथ बराबरी पर रह गए.

– 41 साल बाद फ्रांस को हराने में पुर्तगाल कामयाब हुआ.

– 6 गोल दागने वाले ग्रिजमैन को गोल्डन बूट का अवॉर्ड मिला.

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