क्रिकेट फैन्स अपनी फेवरेट टीम और क्रिकेटर को मैदान पर खेलता देख पाते हैं, लेकिन मैदान में आने से पहले और जाने के बाद ड्रेसिंग रूम में भी ऐसा बहुत कुछ होता है जिसे जानना काफी इंटरेस्टिंग है. अक्सर यहां हुई बातें इंटरव्यू में ही सामने आती हैं. हम आपको ड्रेसिंग रूम के कुछ ऐसे ही किस्से बताने जा रहे हैं. इसमें कई बार खिलाड़ियों की मस्ती सामने आती है तो कई बार उनके झगड़े.
जब कोच ने पकड़ लिया था सहवाग का कॉलर...
- यह बात साल 2002 की है. नेटवेस्ट ट्रॉफी के दौरान इंडियन टीम के कोच जॉन राइट थे.
- तब सहवाग एक गलत शॉट खेलकर आउट होकर पवेलियन लौटे थे.
- गलत शॉट सिलेक्शन के चलते ड्रेसिंग रूम में उन्हें कोच से खूब डांट पड़ी थी.
- गुस्से में उन्होंने सहवाग का कॉलर पकड़कर उन पर चिल्लाते हुए कहा था अपना बोरिया-बिस्तर बांध लो.
- बाद में बाकी खिलाड़ियों ने दोनों को समझकर मामले को शांत किया.
जब तेंडुलकर हुए आग बबूला
- साल 2004 में मुल्तान टेस्ट के दौरान सचिन तेंडुलकर डबल सेंचुरी से महज 6 रन दूर थे.
- तभी कप्तान राहुल द्रविड़ ने पारी घोषित कर दी.
- इसके बाद सचिन काफी गुस्से में ड्रेसिंग रूम में पहुंचे और आग बबूला हो गए थे.
- वो सिर्फ द्रविड़ से चिल्लाते हुए बोले कि मुझे अकेला छोड़ दो.
- लेकिन इसके बाद राइट और द्रविड़ ने उनसे इसके लिए माफी मांगी.
धोनी के साथ होता था मजाक
- शुरुआती दिनों में धोनी को ड्रेसिंग रूम में साथी खिलाड़ी बिहारी कहकर पुकारते थे.
- युवराज सिंह अकसर मजाक में कहते थे कि चौके छक्के लगाने से कुछ नहीं होता, मैच जिताने वाली पारी खेलनी पड़ती है.
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