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तो रिवर राफ्टिंग इंस्ट्रक्टर होते ये अभिनेता

बॉलीवुड अभिनेता सिद्धार्थ मल्होत्रा पिछले काफी वक्त से नित्या मेहरा के निर्देशन में बनी आगामी फिल्म 'बार बार देखो' की तैयारियों में व्यस्त हैं. सिद्धार्थ ने काफी कम समय में हिन्दी सिनेमाजगत में अपनी एक खास पहचना बना ली है. लेकिन हाल ही में सिद्धार्थ ने बताया है कि अगर वह अभिनेता न होते तो क्या होते.

रोमांच पसंद करने वाले सिद्धार्थ मल्होत्रा का कहना है कि अगर वह अभिनेता नहीं होते तो रिवर राफ्टिंग प्रशिक्षक बनना पसंद करते, क्योंकि इसमें बेहद 'रोमांच और डर' है. सिद्धार्थ ने हाल ही में अपने प्रशंसकों के साथ एक लाइव फेसबुक चैट की थी, जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर वह बॉलीवुड में सफल नहीं होते तो राफ्टिंग प्रशिक्षक बनना पसंद करते.

सिद्धार्थ ने कहा, ‘मैं रिवर राफ्टिंग प्रशिक्षक बनना चाहता हूं. इसमें बेहद रोमांच, उत्साह, साहस और डर है.’ उन्होंने अपने प्रशंसकों को अपने पसंदीदा निर्देशकों के बारे में भी बताया, जिनके साथ वह काम करना पसंद करते हैं. उन्होंने कहा, ‘मैं इम्तियाज अली, राजकुमार हिरानी और जोया अख्तर के साथ काम करना चाहता हूं.’

आगामी फिल्म 'बार-बार देखो' में सिद्धार्थ के साथ कैटरीना कैफ मुख्य किरदार में नजर आएंगी. इस फिल्म में ये दोनों पहली बार साथ में रोमांस करते हुए नजर आएंगे. फिल्म में इन दोनों ने अपने लुक के साथ भी काफी बदलाव किया है. इसके अलावा सिद्धार्थ ने अभिनेत्री जैकलिन फर्नांडीज के साथ अपनी अगली एक्शन फिल्म की शूटिंग शुरू कर दी है.

स्नैपडील ने रिटर्न पॉलिसी में किए बड़े बदलाव

स्नैपडील से स्मार्टफोन, कंप्यूटर समेत अन्य इलेक्ट्रॉनिक प्रॉडक्ट्स की वापसी पहले से ज्यादा मुश्किल होगी क्योंकि अब कोई आइटम वापस करते वक्त आपको डॉक्युमेंट भी देने होगा. यह डॉक्युमेंट आपको स्नैपडील के ऑथराइज्ड सर्विस सेंटर से बनवाने होंगे जिसमें सामान में गड़बड़ी बताई जाएगी और डॉक्युमेंट बनने के सात दिनों के अंदर इसे कंपनी को देना होगा, तभी सामान वापस हो सकेगा.

हालांकि, स्नैपडील का कहना है कि यह पॉलिसी पुरानी है, लेकिन कुछ सेलर्स ने बताया कि उन्हें 11 जुलाई को मिले ईमेल से पहले इसकी जानकारी नहीं थी. कंपनी ने विक्रेताओं को भेजे ईमेल में कहा, 'इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम्स: हमें ब्रैंड/ओईएम के सर्विस सेंटर से एक डॉक्युमेंट चाहिए होता है जिसमें कहा गया हो कि जो सामान डिलिवर हुए उनमें गड़बड़ी है. रिफंड या रिप्लेसमेंट रिक्वेस्ट की प्रोसेसिंग से पहले हम शिकायत की जांच के लिए क्वॉलिटी चेक करेंगे. वही आइटम्स रिटर्न या रिप्लेस होंगे जिसमें गड़बड़ी पाई जाएगी.'

विक्रेताओं ने कंपनी के इस कदम का स्वागत किया है. ऑनलाइन सेलर्स ग्रुप ई-सेलर सुरक्षा फोरम के संजय ठाकुर ने कहा, 'सबसे बड़ा बदलाव 'नो क्वेश्चन आस्क्ड' पॉलिसी को हटाया जाना है जिससे उनकी डिलिवरी कॉस्ट बढ़ जाती है. अब बेवजह की वापसी और ग्राहकों के फ्रॉड्स कम होंगे.'                                                                                                                                                         

देश में कम हो जाएगा तेल?

कंजंप्शन और एक्सपेंशन योजनाओं को देखते हुए ऑइल प्रॉडक्ट्स के नेट एक्सपोर्टर भारत के पास अगले 15 सालों में शायद कोई सरप्लस कपैसिटी ना हो. देश की सबसे बड़ी रिफाइनरी कंपनी इंडियन ऑइल कॉर्पोरेशन के चीफ ऑफ रिफाइनरीज ने यह बात कही है. कंपनी के डायरेक्टर (रिफाइनरीज) संजीव सिंह ने बताया, 'हम पहले से ही बहुत ज्यादा सरप्लस में नहीं हैं. 15 सालों में सभी योजनाबद्ध कदमों के बावजूद देश शायद डेफिसिट में रहे. लेकिन, यह चिंता की बात नहीं है क्योंकि हम इंपोर्ट कर सकते हैं.'

भारत की सालाना रिफाइनरी कपैसिटी 23 करोड़ टन है. सिंह ने कहा कि मौजूदा इकाइयों के एक्सपेंशन योजना के मुताबिक, यह 2030 तक 30 करोड़ टन पर पहुंच जाएगी. इसके अलावा, सरकार वेस्ट कोस्ट पर 6 करोड़ टन की एक नई रिफाइनरी बनाने की संभावनाएं तलाश रही है. इसके बनने के बाद डिमांड-सप्लाई की स्थिति में बड़ा बदलाव आएगा. पिछले दो साल में देश से पेट्रोलियम प्रॉडक्ट्स का नेट एक्सपोर्ट घटा है. यह गुजरे फिस्कल में 3.23 करोड़ टन था, जो इससे एक साल पहले 4.26 करोड़ टन था.

रिन्यूएबल एनर्जी और इलेक्ट्रिक कारों के ऑइल और गैस की डिमांड पर संभावित असर का जिक्र करते हुए सिंह ने कहा, '2030 तक कुछ भी बड़े तौर पर बदलने नहीं जा रहा है. तेल और गैस खपत के 2040 तक बढ़ने के आसार हैं.' उन्होंने हालांकि कहा, 'अगर टेक्नॉलजी में रैडिकल बदलाव होते हैं और हमारी खपत घटती है तो डिमांड नीचे आ जाएगी.' सिंह ने कहा, 'क्रूड मार्केट बहुत बड़ा है, लेकिन प्रॉडक्ट्स केवल कुछ कंपनियों के पास ही हैं.'

ब्राउजर के गैरजरूरी टैब खुद हो जाएंगे बंद

अक्सर इंटरनेट चलाते समय कई टैब खोलने की आदत पड़ जाती है लेकिन यूजर उसे बंद करना भूल जाते हैं जिसकी वजह से अधिक डाटा की खपत होती है और कंप्यूटर हैंग होने लगता है. मगर ब्राउजर के ये टैब खुद-ब-खुद बंद भी हो सकते हैं लेकिन इसके लिए एक्सटेंशन की मदद लेनी होगी.

गूगल क्रोम वेब स्टोर पर मौजूद Tab Wrangler एक्सटेंशन की सहायता से क्रोम ब्राउजर में खोले गए पुराने टैब जो प्रयोग नहीं किए जा रहे हैं वह तय समय के बाद खुद ब खुद बंद होने लगते हैं.

इस मुफ्त एक्सटेंशन को अपने ब्राउजर में शामिल करने के लिए ‘क्रोम ब्राउजर’ खोलें, उसके सर्च बार chrome webstore टाइप करें. यहां बाईं ओर सर्च का विकल्प मिलेगा, उसमें Tab Wrangler टाइप कर दें. साथ ही सर्च बार के नीचे दिए गए विकल्पों में से Extensions का चयन करें. अब आपके सामने सबसे ऊपर Tab Wrangler लिखा मिलेगा, उस पर क्लिक करें और वह आपके ब्राउजर में शामिल हो जाएगा.

इसका आइकन यूआरएल बार के दाईं तरफ दिखाई देगा. जरूरत पड़ने पर ऑटोमैटिक बंद होने वाले फीचर को रोक भी सकते हैं. इसके अलावा बंद हुए टैब को दोबारा खोलने के लिए इस एक्सटेंशन के आइकन को दबाने के बाद आपको रीस्टोर करने का विकल्प भी मिल जाएगा.

खुद तय करें टैब का समय

जब इस एक्सटेंशन को ब्राउजर में शामिल करेंगे तो उसमें 20 मिनट का समय पहले से सेट होता है. यानी कोई भी टैब 20 मिनट इस्तेमाल न होने पर खुद बंद हो जाएगा. इसमें दिए गए समय को कम और ज्यादा भी कर सकते हैं. समय को बदलने के लिए ब्राउजर के यूआरएल बार के पास दिए गए एक्सटेंशन के आइकन पर क्लिक करें. इसके बाद नई डिस्प्ले खुलेगी जिसमें ऊपर की ओर ‘ऑप्शन’ लिखा मिलेगा. इस पर क्लिक कर दें. यहां से आपको 20 मिनट का समय दिखाई देगा. इसके समय को यहीं से बढ़ा या घटा भी सकते हैं.

पसंदीदा टैब को कर सकते हैं लॉक

ब्राउजर में किसी एक टैब को खुला रखना चाहते हैं तो उसे लॉक किया जा सकता है. इसके लिए एक्सटेंशन के आइकन पर जाना होगा. इसके बाद जो स्क्रीन खुलेगी उसमें Tab Lock पर क्लिक करें. यहां से ब्राउजर में खुली सभी वेबसाइट को एक साथ देख सकते हैं. इसके अलावा जिस टैब को लॉक करना चाहते हैं उसके सामने दिए गए बॉक्स पर टच कर दें. यह वेबसाइट तब तक लॉक रहेंगी जब तक आपका कंप्यूटर खुला रहेगा. वहीं स्थायी तौर पर किसी वेबसाइट को खुला रखना चाहते हैं तो एक्सटेंशन के आइकन पर दोबारा क्लिक करने के बाद ऊपर की तरफ तीसरे नंबर पर दिए गए ‘ऑप्शन’ पर क्लिक करने के बाद सबसे नीचे Auto-Lock लिखा मिलेगा, उसके नीचे दिए गए बॉक्स में जिस वेबसाइट को लॉक करना चाहते हैं उसका यूआरएल कॉपी कर शामिल कर दें.

तो ये हैं राजन के उत्तराधिकारी

आरबीआई के गवर्नर के पद हेतु नीति आयोग के उपाध्यक्ष अरविंद पनगढ़िया का नाम फाइनल बताया जा रहा है. अगले 48 घंटो में पनगढ़िया के नाम की औपचारिक घोषणा हो सकती है. वर्तमान आरबीआई गवर्नर रघुराम राजन का कार्यकाल 4 सितंबर को खत्म हो रहा है और उन्होंने आरबीआई गवर्नर के पद के कार्यकाल के विस्तार के लिए पहले ही मना कर दिया है.

रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आज अफ्रीकी देशों के दौरे के वापस लौटने के बाद नए नाम का ऐलान हो सकता है. मोदी 7 जुलाई से चार अफ्रीकी देशों, मोजाम्बिक, केन्या, तंजानिया और दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर थे और वह कल ही स्वदेश लौटे हैं. हालांकि पीएम कार्यालय ने इस विषय पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया है लेकिन कार्यालय की ओर से कहा गया है कि 18 जुलाई से पहले आरबीआई के नए गवर्नर का नाम घोषित कर दिया जाएगा. पनगढ़िया के कार्यालय की ओर से भी इस बात पर किसी भी तरह का कॉमेन्ट करने से इनकार कर दिया गया.

गौरतलब है कि वर्ल्ड बैंक, आईएमएफ (विश्व मुद्रा कोष), डब्ल्यूटीओ (विश्व व्यापार संगठन) और यूएन (संयुक्त राष्ट्र) में काम कर चुके पनगढ़िया को नरेंद्र मोदी की आर्थिक नीतियों का समर्थक माना जाता है. अरविंद पनगढ़िया कोलंबिया यूनिवर्सिटी में प्रफ़ेसर भी रहे हैं. पनगढ़िया को 5 जनवरी 2015 को देश के पहले नीति आयोग (नैशनल इंस्टिट्यूशन फॉर ट्रांसफ़र्मेशन इंडिया) का उपाध्यक्ष बनाया गया था. पनगढ़िया एशियन डिवेलपमेंट बैंक के चीफ इकॉनमिस्ट भी रह चुके हैं.

तो इन्हें बॉलिंग कोच बनाना चाहते हैं कुंबले

ऐसी खबर आ रही है कि टीम इंडिया के नये हेड कोच अनिल कुंबले चाहते हैं कि इस बार टीम के बॉलिंग कोच की कमान जहीर खान के हाथ में हो, उनकी दिली इच्छा है कि इस बार कोई इंडियन खिलाड़ी ही इस पोस्ट पर हो.

लेकिन जब इस बारे में क्रिकेट सलाहकार समिति के अहम सदस्य सौरव गांगुली से पूछा गया तो उन्होंने ऐसी किसी भी बात से इंकार कर दिया लेकिन हां उन्होंने बातों-बातों में ये इशारा जरूर किया कि इस बारे में निर्णय बीसीसीआई लेगी और वो, लक्ष्मण और तेंदुलकर का इन सारी बातों से कोई लेना-देना नहीं है.

हालांकि गांगुली ने कहा कि कुंबले खुद बॉलर हैं ऐसे में हो सकता है कि बीसीसीआई बॉलिंग कोच रखे ही नहीं लेकिन अगर इस पोस्ट के लिए जहीर फाइनल होते हैं तो निश्चित रूप में वो एक अच्छी च्वाइस होंगे लेकिन उनका नाम फाइनल होने से पहले ये देखना होगा कि वो साल भर के लिए खाली है कि नहीं.

गौरतलब है कि टीम इंडिया के पूर्व तेज गेंदबाज जहीर खान के बारे में क्रिकेट के कई दिग्गजों ने कहा है कि उन्हें टीम इंडिया का बॉलिंग कोच बनना चाहिए क्योंकि टीम इंडिया को बॉलिंग में ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है.

ट्विटर और इंस्टाग्राम की लत बनाएगी मालामाल

युवराज सिंह, नेहा धूपिया, साइना नेहवाल और सोनाक्षी सिन्हा जैसे सेलेब्रिटी प्रायोजित ट्वीट के जरिए कई बड़े ब्रांड का प्रमोशन करते हैं. भारतीय ही नहीं, विदेशी हस्तियां जैसे जस्टिन बीबर और किम कारदशियां किसी ब्यूटी प्रोडक्ट या फिर खाने के उत्पाद के समर्थन में इंस्टाग्राम और ट्विटर पर पोस्ट करती रहती हैं. उदाहरण के लिए सोनाक्षी ने अपने ट्विटर अकाउंट एक फोटो साझा की थी, जिसमें वह कॉफी कंपनी स्टारबक्स की कॉफी पीते हुए नजर आ रही थीं. इन हस्तियों को किसी ब्रांड के प्रमोशन के लिए प्रति ट्वीट एक लाख से लेकर एक करोड़ रुपये तक दिए जाते हैं.

पैसे कमाने का फंडा

इंस्टाग्राम पर कई मार्केटिंग एजेंसियां लोकप्रिय इंस्टाग्राम यूजर और विज्ञापनदाताओं के बीच एक समझौता कराती हैं. इनमें सबसे चर्चित कंपनी मोबाइल मीडिया लैब है. समझौते के तहत प्रभावशाली यूजर अपनी फोटो इंस्टाग्राम पर पोस्ट करते हैं. इस फोटो में वे उन ब्रांड के कपड़े या असेसरीज इस्तेमाल करते हैं, जिन ब्रांड से उन्होंने समझौता किया है. उदाहरण के लिए किसी व्यक्ति ने एडिडास के जूते पहनकर फोटो खींची और पोस्ट की, साथ ही नीचे एडिडास के जूते बेचने वाली ई-कॉमर्स साइट का लिंक भी डाल दिया तो उसे देखने वाले लोगों के बीच में एडिडास की मार्केटिंग हो जाती है.

एक फोटो दिलाएगी हजारों रुपये

इंस्टाग्राम पर सेलेब्रिटी और ब्रांड के बीच समझौता कराने वाली मार्केटिंग एजेंसी मोबाइल मीडिया लैब के मुताबिक अगर आपके एक लाख फॉलोवर हैं तो एक प्रायोजित फोटो पोस्ट करने पर 700 से 900 डॉलर यानी लगभग 43 हजार से 55 हजार रुपये कमा सकते हैं. अगर किसी के पांच लाख फॉलोवर हैं तो 2,000 से 3,000 डॉलर (करीब 1.34 लाख से 2 लाख रुपये) प्रति फोटो कमाई की जा सकती है. मोबाइल मीडिया लैब की मानें तो फैशन जगत के कुछ सेलेब्रिटी तो एक फोटो पोस्ट करके 8,000 डॉलर (लगभग 5.3 लाख रुपये) तक कमा लेते हैं.

आम यूजर यूं हो सकते हैं मालामाल

ट्विटर

माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर आम यूजर भी अपने ट्वीट से पैसे कमा सकता है. कई वेबसाइट प्रायोजित ट्वीट की सुविधा देती हैं. एडडाइनेमो ऐसी वेबसाइट है, जो 100 फॉलोवर वाले ट्विटर यूजर को ट्वीट की सुविधा देती है.

हालांकि यह वेबसाइट आपके ट्वीट के प्रभाव के आधार पर भुगतान करती है. इस पर अकाउंट बनाने के लिए addynamo.com पर जा सकते हैं. साइन-अप करने के बाद अपना ईमेल एड्रेस, ट्विटर हैंडल और अकाउंट की जानकारी सबमिट कर दें.

ट्विटर के जरिए लॉग-इन करने पर आपको प्रायोजित ट्वीट के बारे में जानकारी मिलेगी कि आपको किसी खास ब्रांड के बारे में ट्वीट करना है. इस ट्वीट को यूजर अपने हिसाब से लिखेंगे. फिर इसे सबमिट कर दें. इसके बाद यह वेबसाइट बताएगी कि आपका ट्वीट ब्रांड के प्रमोशन के लिए उचित है या नहीं.

ऐसे मिलेगा पैसा

इस वेबसाइट के जरिए अगर आपने 20 डॉलर (करीब 1,350 रुपये) की कमाई कर ली तो यह रकम आपके अकाउंट में भेज दी जाएगी. वेबसाइट पर 20 डॉलर की कमाई होने के बाद ही यूजर को बैंक अकाउंट को उससे जोड़ने का विकल्प मिलेगा.

माइलाइक्स से भी कमाई

माइलाइक्स ट्विटर पर प्रायोजित ट्वीट के लिए पैसे देने वाली शानदार वेबसाइट है. आपके ट्वीट में दिए गए लिंक पर अगर एक व्यक्ति ने क्लिक किया तो यह आपको 0.42 डॉलर देगी. इसका इस्तेमाल करने के लिए mylikes.com/ पर जाएं.

इंस्टाग्राम पर सेल्फी को बनाएं विज्ञापन

अमेरिकी कंपनी स्टाइलनिटी की वेबसाइट पर सेल्फी पोस्ट कर पैसे कमाए जा सकते हैं. यह वेबसाइट आपकी सेल्फी को विज्ञापन में बदल देती है. साइट पर जितने अधिक लोग यूजर की सेल्फी को पसंद करेंगे, उसकी कमाई उतनी ही ज्यादा होगी.

ऐसे करें इस्तेमाल

सेल्फी को वेबसाइट पर पोस्ट करने के बाद उन ब्रांड को इसमें टैग कीजिए, जिनके प्रोडक्ट आपकी सेल्फी में दिख रहे हैं. उदाहरण के लिए अगर आपने ‘एडिडास’ की जैकेट पहकर कोई सेल्फी खींची है तो ‘एडिडास’ कंपनी के वेरिफाइड अकाउंट को

इस सेल्फी में टैग करें. कपड़ों के अलावा घड़ी, स्मार्टफोन आदि भी सेल्फी में शामिल किए जा सकते हैं.

यूजर उन्हीं ब्रांड को सेल्फी में टैग कर सकते हैं, जिनके प्रोडक्ट, जैसे कपड़े, घड़ी आदि उनकी सेल्फी में दिख रहे हैं. सेल्फी पोस्ट करने के लिए stylinity.com पर अकाउंट बना सकते हैं.

अकाउंट रजिस्टर करने के बाद बाईं ओर सेल्फी पोस्ट करने का विकल्प मिल जाएगा. यहां सेल्फी के साथ उन ब्रांड के कपड़े या जूतों के लिंक टैग करने पड़ेंगे, जिनके उत्पाद को यूजर ने सेल्फी में पहन रखा या वह उसके आसपास मौजूद है.

इशांत ने मान ली हार!

इशांत ने दो दिवसीय अभ्यास मैच के बाद बीसीसीआई.टीवी से कहा, 'आपको खुद के प्रति ईमानदार होना होगा. इससे आपको चीजों को स्वीकार करने में आसानी रहती है. मैं मानता हूं कि मैंने छोटे प्रारूपों में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया लेकिन मैं टेस्ट मैचों में अच्छा प्रदर्शन कर रहा हूं और इसलिए मैं जानता हूं कि मेरे मजबूत पक्ष क्या हैं. अपने मजबूत पक्षों को समझना महत्वपूर्ण होता है.'

इशांत ने कहा हर किसी के अपने अलग स्ट्रॉन्ग पॉइंट्स होते हैं. अब तक 68 टेस्ट मैचों में 201 विकेट लेने वाले इशांत ने कहा, 'भुवनेश्वर कुमार' का मजबूत पक्ष स्विंग है लेकिन वह मेरी जैसी उछाल हासिल नहीं कर पाता. इसी तरह से मैं भुवी की तरह गेंद को स्विंग नहीं करा सकता हूं.'

इस तेज गेंदबाज ने कहा कि वह उमेश यादव, भुवनेश्वर और शार्दुल ठाकुर के साथ अपने अनुभव साझा कर रहे हैं. उन्होंने कहा, 'मैं अपने अनुभव साझा कर रहा हूं और उम्मीद है जिससे मुझे फायदा पहुंचा उससे उन्हें भी पहुंचेगा. लेकिन उन्हें भी अपने मजबूत पक्षों की पहचान करनी होगी.'

नशे में धुत्त हो एंडी मरे ने मनाया जीत का जश्न

एंडी मरे ने दूसरी बार विम्बल्डन जीतने की खुशी में रातभर पार्टी की. स्कॉटलैंड के 29 वर्षीय मरे ने पत्नी किम के साथ गुइलधाल में चैंपियंस डिनर में हिस्सा लिया. इसके तुरंत बाद में ड्रॉमा नाइट क्लब पहुंचे.

मरे यहां से सुबह 4 बजे बाहर निकले. इस दौरान उन्होंने न तो कोट पहना था न ही गले में टाई थी. वे बेहद नशे में और थके हुए नजर आए.

हालात ऐसे थे कि वे ठीक से आंखे भी नहीं खोल पा रहे थे. ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि नाइट क्लब में मरे अपने साथ विम्बल्डन ट्रॉफी भी ले गए थे, जिसे संभालने की जिम्मेदारी एक व्यक्ति को सौंपी थी. उनके साथ सूट पहने एक व्यक्ति था, जिसने हाथ में बॉक्स पकड़ा था. इसी बॉक्स में ट्रॉफी होने की बात कही जा रही है.

हालांकि सुबह वे एक टीवी कार्यक्रम में शामिल हुए और तरोताजा नजर आए. मरे ने अपनी जीत पर कहा- मुझे अभी भी लगता है कि मेरा श्रेष्ठ प्रदर्शन आना बाकी है. मैं और भी ग्रैंड स्लैम जीत सकता हूं.

आशा भोंसले का दर्द या संगीत की चिंता

संगीत जगत में जिन ऊंचाईयों को आशा भोसले ने छुआ है, उन ऊंचाईयों को छूने की ललक आज के किसी भी गायक या संगीतकार में नजर नहीं आती. संगीत का जो पतन हो रहा है, उसको लेकर आशा भोसले का दर्द हाल ही में अमेरीका के वाशिंगटन डीसी में पत्रकारों से बात करते हुए झलक पड़ा.

आशा भोसले हाल ही में वाशिंग्टन डीसी में, ‘वोल्फ टैप फाउंडेशन फार द परफार्मिंग आर्ट्स’ के समारोह का हिस्सा बनने गयी थी. उसी वक्त 83 वर्षीय मशहूर भारतीय गायक आशा भोसले ने वाशिंगटन डीसी के पत्रकारों के सामने कबूल किया कि अब वह म्यूजिकल कंसर्ट का हिस्सा नहीं बनेगी.

उन्होंने इस उम्र में भी अपनी मधुर आवाज की वजहों का जिक्र करते हुए कहा, ‘संगीत में रियाज बहुत जरुरी है. मैं हर दिन सुबह उठकर सबसे पहले ‘ओम’ का उच्चारण करती हूं. यही मेरे लिए योग है. उसके बाद मैं वॉक पर जाती हूं. फिर घर पर शास्त्रीय संगीत का रियाज करती हूं. अपनी आवाज को प्रशिक्षित करती रहती हूं. यदि आप रियाज नहीं करेंगे, तो आप अपनी आवाज खो देंगे.’

जब वाशिंगटन के पत्रकार ने आशा भोसले से कहा कि उन पर व उनके समकालीन कुछ गायकों पर आरोप लगता रहा है कि आप लोगों ने दूसरे गायकों को उभरने नहीं दिया? इस पर आशा भोसले ने कहा, ‘हम अपने समय में किसी पर भी अंकुश नहीं लगाते थे. हमारे दौर में लता मंगेशकर या किशोर कुमार या मो.रफी जैसे दूसरे गायक नहीं थे. आज भी नहीं है. किसी के पास वैसी आवाज नहीं है. किसी के पास उनके जैसा दिमाग भी नहीं है कि वह कुछ सीख सके. हम गीत व संगीत दोनों में सुधार करते थे. पर आज तो लोग दूसरे का गाना सुनकर उसकी नकल करते हैं. हम लोग गाना सुनने के बाद सोचते थे कि अब इसमें नया क्या कर सकते हैं. आज कल के गायक तो संगीत को छोड़िए सही उच्चारण करना भी नहीं सीखना चाहते.’

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