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पद्मावत : राजपूतों के आन बान और शान का बेहतरीन चित्रण

जब किसी रचनात्मक इंसान के हाथ बंधे हों यानी कि रचनात्मक बंदिशों के साथ किसी विषय पर फिल्म बनानी हो, तो उस फिल्म का क्या हश्र हो सकता है, इसका नमूना है संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘‘पद्मावत’’. पटकथा लेखन में कुछ गलतियों के बावजूद सुकून की बात यह है कि फिल्म ‘‘पद्मावत’’ में राजपूतों की ‘आन बान व शान’ का बेहतरीन चित्रण है.

यूं तो हम बचपन से किताबों में दर्ज कहानी ‘‘एक था राजा एक थी रानी, दोनों मर गए, हो गयी खत्म कहानी’’ को सुनते आए हैं, पर उसी कहानी को फिल्म ‘‘पद्मावत’’ में नए अंदाज में देखते हुए भी इस सवाल का जवाब नहीं मिलता कि पुरुष (अपने पति व अपने लोगों) के सम्मान के लिए एक स्त्री का जबरन जौहर यानी कि आग में कूद कर मौत को गले लगाने के सत्य घटनाक्रम से कैसे निपटा जाए.

 

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फिल्म की कहानी 13वीं सदी में अफगानिस्तान से शुरू होती है. खिलजी वंश का शासक जलालुद्दीन खिलजी (रजा मुराद) अफगानिस्तान में अपने लोगों के साथ बैठ कर दिल्ली सल्तनत पर काबिज होने की योजना बना रहा है. उसी वक्त उनका भतीजा अलाउद्दीन खिलजी (रणवीर सिंह) जो कि वहशी, निर्दयी व अति गुससैल है, शुतुरमुर्ग के साथ पहुंचता है. शुतुरमुर्ग के एवज में जलालुद्दीन खिलजी की बेटी मेहरूनिशा (अदिति राव हैदरी) का हाथ मांग लेता है. शादी के वक्त जब कार्यक्रम हो रहे हैं, उसी वक्त अलाउद्दीन राजमहल में ही एक महिला के साथ शारीरिक संबंध स्थापित करता है. मेहरूनिशा से शादी के बाद जलालुद्दीन, अलाउद्दीन को कारा का शासक बना देता है. अलाउद्दीन खिलजी चाल चलता है कि जलालुद्दीन उसके पास कारा पहुंच जाएं, जहां सारे सैनिक उसके विश्वासपात्र हैं. वहां पर वह सबसे पहले जलालुद्दीन द्वारा भेंट में लाए गए मलिक काफूर की परीक्षा लेते हुए मलिक कफूर के हाथों जलालुद्दीन के साथ आए दो विश्वासपात्रों की हत्या करवा देता हैं. उसके बाद खुद ही जलालुद्दीन खिलजी की हत्या कर राजा यानी कि सुल्तान बन बैठता है और अपनी पत्नी मेहरूनिशा को पिता की मौत पर आंसू तक नहीं बहाने देता.

उधर सिंहल की राजकुमारी पद्मावती जंगल में शेर का शिकार कर रही है. पद्मावती का शेर पर चलाया गया तीर चित्तौड़ के राजा रतन रावल सिंह को लग जाता है, जो कि सिंहल नरेश के मेहमान हैं. राजा रतन रावल “सिंहल” में पाए जाने वाले खास तरह के मोती को लेने आए हैं. राजा रतन रावल की सेवा करते करते पद्मावती उसे दिल दे बैठती है और फिर राजा रतन रावल सिंह, पद्मावती से शादी करके ही वापस चित्तौड़ पहुंचते हैं. चित्तौड़ पहुंचने पर राजा रतन रावल सिंह अपनी पत्नी पद्मावती के साथ राज्य के गुरू राघव चेतन के पास ले जाते हैं. राघव चेतन, पद्मावती से कुछ सवाल पूछते हैं और जवाब पाकर वह खुद को हारा हुआ पाते हैं. रात में जब राजा रतन रावल सिंह और पद्मावती एकांत के क्षण बिताते हुए प्रेम मग्न हैं, तभी उन्हे गुप्त रूप से देखने राघव चेतन पहुंचते हैं और पकड़े जाते हैं. सजा के तौर पर पद्मावती उन्हें देश निकाला देने की बात करती है. देश निकाला मिलने पर राघव चेतन चितौड़ राज्य को मिटा देने की धमकी देते हुए बाहर निकलता है और दिल्ली सल्तनत पर काबिज हो चुके अलाउद्दीन खिलजी के पास जाकर पद्मावती के रूप सौंदर्य की तारीफ कर खिलजी को चित्तौड़ पर अधिकार जमाने की सलाह देता है.

पद्मावती के रूप सौंदर्य की प्रशंसा सुनकर पद्मावती को पाने की ख्वाहिश के साथ अलाउद्दीन खिलजी अपनी सेना लेकर चित्तौड़ पर आक्रमण के लिए निकलता है. कुछ दूर पर डेरा डालकर वह चित्तौड़ के राजा के पास संदेश भिजवाता है. राजा रतन रावल सिंह उससे डरते नहीं है और उसकी शर्त मानने के लिए तैयार नहीं होते. दूसरे दिन खिलजी अपने सैनिकों की एक छोटी सी टुकड़ी चित्तौड़ पर आक्रमण के लिए भेजता है, यह सभी मारे जाते हैं. अब राघव चेतन, खिलजी को समझाता है कि चित्तौड़ के किले को भेदना आसान नही है. तब खिलजी मनौवैज्ञानिक दबाव बनाने के लिए सैनिकों के साथ वहीं डेरा डाले रहता है. इधर महल में दिवाली का त्यौहार हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है. फिर होली का त्यौहार मनाया जाता है. अब खिलजी योजना के तहत राजा रतन रावल सिंह के पास सुलहनामे का संदेश भेजता है. खिलजी, चित्तौड़ के राजा की हर शर्त मानकर उनकी मेहमान नवाजी देखने के लिए निहत्था चित्तौड़ राज महल पहुंचता है. शतरंज की बिसात पर दोनों के बीच तीर चलते हैं. अंततः राज्य की जनता की भलाई के खिलजी से समझौता हो जाए, इसलिए पद्मावती की शक्ल दर्पण में खिलजी को दिखायी जाती है. उसके बाद तो खिलजी, पद्मावती को पाने के लिए और अधिक लालायित हो जाता है और राजा रतन रावल को अपने डेरे में बुलाता है. दूसरे दिन जब राजा रतन रावल, खिलजी के डेरे में पहुंचते हैं, तो वह उन्हे बंदी बनाकर दिल्ली ले जाकर जेल में कैद कर देता है. अब शर्त है कि कि जब पद्मावती, खिलजी से मिलने जाएंगी, तभी राजा रतन रावल की रिहाई होगी.

चित्तौड़ की बड़ी महारानी नागमती (अनुप्रिया गोयंका) के विरोध के बावजूद गोरा व बादल के संग योजना बनाकर कुछ शर्तों के साथ पालकी में बैठकर दिल्ली जाती हैं. इन पालकियों में चित्तौड़ के बहादुर सैनिक हैं. उधर दिल्ली में खिलजी की पत्नी मेहरूनिसा, पद्मावती की मदद करती है. पद्मावती, राजा रतन रावल को छुड़ाकर चित्तौड़ पहुंचती है, मगर चित्तौड़ राज्य को गोरा व बादल को खोना पड़ता है.

इस पराजय से खिलजी अतिक्रोधित होकर अपनी पूरी सेना लेकर चित्तौड़ पर हमला बोलते हुए आग के बम बनाकर चित्तौड़ के किले की दीवारों को क्षति पहुंचाता है. फिर राजा रतन रावल सिंह और खिलजी के बीच युद्ध होता है, जब खिलजी हारने लगता है, तो युद्ध के नियमों को ताक पर रखकर खिलजी का गुलाम मलिक काफूर छल करते हुए राजा रतन रावल को तीरों से छलनी कर देता है. अब दोनों तरफ की सेनाओं के बीच युद्ध शुरू हो जाता है. इधर महल के अंदर राजा के मारे जाने पर पद्मावती सभी महिलाओं को इकट्ठाकर जौहर करने के लिए कहती हैं. जब खिलजी, राजमहल में घुसकर पद्मावती तक पहुंचता है, तब तक पद्मावती के साथ सभी नारियां जौहर कर चुकी होती हैं.

बड़े कैनवास की अति भव्यता वाली ‘हम तो दिल दे चुके सनम’, ‘देवदास’, ‘रामलीला : गोलियों की रासलीला’ व ‘‘बाजीराव मस्तानी’’ जैसी फिल्में बना चुके फिल्मकार संजय लीला भंसाली इस बार ‘पद्मावती’ में बुरी तरह से चूके हैं. फिल्म के ज्यादातर दृष्य आंखों को भाते हैं, मगर पूर्णता में यह फिल्म प्रभावित नहीं कर पाती. महायुद्ध, प्रेम कथा और कास्ट्यूम ड्रामा वाली यह फिल्म संजय लीला भंसाली की महत्वाकांक्षी फिल्म होते हुए भी सतहीफिल्म नजर आती है.

इंटरवल के बाद फिल्म पर से उनकी पकड़ छूट जाती है. इंटरवल से पहले भी एडिटिंग टेबल पर मेहनत की गयी होती, तो ठीक होता. फिल्म जरुरत से ज्यादा लंबी हो गयी है. राजा रतन रावल सिंह और रानी पद्मावती के बीच के रिश्तों वाले दृष्य भावनात्मक स्तर पर स्पर्श नही करते. इसी के साथ संजय लीला भंसाली की छाप वाले गीत संगीत व नृत्य देखने के शौकीन दर्शक इस बार ‘पद्मावत’ देखकर निराश होंगे. फिल्म का क्लायमेक्स प्रभावशाली नही बन पाया. राजपुताना औरतों के जौहर को प्रतीकात्मक रूप से दिखाना इस फिल्म की कमजोर कड़ी रही. वैसे इसके लिए फिल्मकार को दोषी नहीं ठहराया जा सकता. क्योंकि देश के कानून के हिसाब से भी वह जौहर को उसके सही अंदाज में चित्रित नहीं कर सकते थे और यह बात संजय लीला भंसाली को शुरू से ही पता था.

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फिल्म के तमाम दृष्य जिस तरह से सुंदरता बन पड़े हैं, उसके लिए निर्देशक संजय लीला भंसाली के साथ ही कैमरामैन सुदीप चटर्जी बधाई के पात्र हैं. संजय लीला भंसाली ने राजस्थान के रग को बाखूबी पकड़ा है.

फिल्म में पद्मावती और अलाउद्दीन खिलजी का कोई भी स्वप्न दृष्य नही है. एक भी दृष्य दोनो आमने सामने नहीं आते हैं. फिल्म में राजपूतों के पराक्रम, उनके वसूलों व राजपूत महिलाओं के आत्म सम्मान का ही चित्रण है. इससे राजपूत संगठनों को राहत की सांस लेनी चाहिए.

जहां तक अभिनय का सवाल है, तो अति क्रूर व वहशी अलाउद्दीन खिलजी के किरदार में रणवीर सिंह ने दमदार अभिनय किया है. खुद रणवीर सिंह ने ट्वीटर पर अपने किरदार को दानव की संज्ञा दी है. उन्होने जिस तरह से इस किरदार को परदे पर उभारा है, उसके लिए उनकी तारीफ करनी ही पड़ेगी.एक वाक्य में कहे तो यह फिल्म पूरी तरह से रणवीर सिंह की है. रणवीर सिंह ने साबित कर दिखाया कि उनके अंदर अभिनय की असीम संभवनाएं हैं. ‘पद्मावती’ के किरदार में दीपिका पादुकोण ने भी जानदार अभिनय किया है.

राजा रतन रावल सिंह के किरदार में पहले शाहरुख खान को लिया जा रहा था, पर बाद में कई बदलाव हुए. विक्की कौशल सहित कई दूसरे कलाकारों के नामों की भी चर्चाएं रहीं. अंत में शाहिद कपूर को राजा रतन रावल सिंह के किरदार में चुना गया. राजपूत राजा के किरदार में शाहिद कपूर काफी निराश करते हैं. शाहिद कपूर तो संवाद अदागी करते हुए अपने पिता व मशहूर अभिनेता पंकज कपूर की नकल करते हुए नजर आते हैं.

यदि इस फिल्म को लेकर एक समुदाय के अति प्रतिक्रियावादियों ने विरोध कर फिल्म के प्रदर्शन को लटकाया न होता, तो यह संजय लीला भंसाली की एक और कास्ट्यूम ड्रामा वाली फिल्म के अलावा कुछ न साबित होती.

दो घंटे 43 मिनट की अवधि वाली फिल्म ‘‘पद्मावत’’ का निर्माण संजय लीला भंसाली, सुधांशु वत्स व ‘वायकौम 18’ ने किया है. फिल्म के निर्देशक संजय लीला भंसाली, लेखक संजय लीला भंसाली और प्रकाश कापड़िया संगीतकार. संजय लीला भंसाली व संचित बलभरा, कैमरामैन. सुदीप चटर्जी तथा फिल्म के कलाकार हैं – दीपिका पादुकोण, रणवीर सिंह, शाहिद कपूर, अदिति राव हैदरी, जिम सर्भ, रजा मुराद व अन्य.

आइपीएल 2018 के मैचों के समय में हुआ बड़ा बदलाव

इंडियन प्रीमियर लीग (आइपीएल) के नए सीजन यानी IPL-11 में क्रिकेट फैन्स को एक बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा. आइपीएल गवर्निग काउंसिल ने सोमवार को यह जानकारी दी कि IPL-11 सात अप्रैल से 27 मई तक चलेगा और इसके उद्घाटन मैच और फाइनल मैच दोनों की मेजबानी मुंबई करेगा. उद्घाटन समारोह मुंबई में छह अप्रैल को होगा.

नए समय पर शुरू होंगे मैच

नए बदलाव के तहत मैचों की टाइमिंग में हेरफेर किया गया है. नए शेड्यूल के मुताबिक पिछले सीजन तक जो मैच रात 8 बजे से शुरू हुआ करते थे, वे अब शाम 7 बजे से ही शुरू हो जाएंगे, जबकि दोपहर बाद चार बजे से शुरू होने वाला मैच शाम पांच बजकर 30 मिनट से शुरू होगा.

प्रसारक के आग्रह पर लिया गया फैसला

आइपीएल चेयरमैन राजीव शुक्ला ने कहा, ‘प्रसारकों ने मैचों के समय में बदलाव करने का आग्रह किया था और आइपीएल गवर्निग काउंसिल ने सैद्धांतिक तौर पर इसे स्वीकार भी कर लिया है. मैचों के रात आठ बजे शुरू होने से वह देर रात तक खिंच जाते हैं. जहां तक दोनों मैचों के प्रसारण समय में टकराव होने का सवाल है तो प्रसारक ने कहा कि उसके पास दोनों मैचों का एक साथ प्रसारण करने के लिए पर्याप्त चैनल हैं.’

27 और 28 जनवरी को होगी आइपीएल की नीलामी

आइपीएल चेयरमैन राजीव शुक्ला का कहना है कि यह मामला अदालत में है और मुझे लगता है कि 24 जनवरी को अदालत इस मामले का निस्तारण कर देगी. हम इसका इंतजार कर रहे हैं. अगर स्टेडियम तैयार रहता है और अदालत आरसीए की स्थिति को स्पष्ट कर देती तो जयपुर को प्राथमिकता दी जाएगी. अगर ऐसा नहीं होता है तो पुणे वैकल्पिक स्थल होगा.’ आइपीएल की 27 और 28 जनवरी को बेंगलुरु में नीलामी होगी, जिसमें 360 भारतीयों सहित 578 खिलाड़ियों की बोली लगेगी.’

इन दो टीमों की होगी वापसी

आइपीएल टूर्नामेंट की तैयारियां शुरू हो गयी हैं. इस साल आइपीएल में एक बड़ा परिवर्तन देखने को मिलेगा चेन्नई सुपरकिंग्स और राजस्थान रौयल्स की आइपीएल में वापसी होगी. वहीं, गुजरात लायंस और पुणे सुपर जाइंट्स बाहर हो गई हैं. बता दें कि मैच फिक्सिंग को लेकर इन टीमों पर 2 साल का बैन लगाया गया था.

लखनऊ महोत्सव पर भारी पड़ा उत्तर प्रदेश दिवस

लखनऊ महोत्सव का अयोजन लखनऊ में हर साल होता है. कला संस्कृति से जुडा यह महोत्सव लखनऊ की अपनी पहचान होती थी. हर साल नवम्बर-दिसम्बर माह में इसका आयोजन बडे धूमधाम से सरकारी खर्च पर होता था. देशविदेश के तमाम कलाकार इसमें हिस्सा लेते थे. मुख्यमंत्री और राज्यपाल इसके उदघाटन और समापन में अपना समय देते थे.

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने लखनऊ का आयोजन तय समय पर नहीं किया. इसके लिये नगर निगम चुनाव होने का बहाना किया गया. नगर निगम चुनाव नवम्बर में था देखा जाये तो दिसम्बर में लखनऊ महोत्सव का आयोजन किया जा सकता था. जिससे उसकी अलग पहचान बनी रहती. उत्तर प्रदेश सरकार ने पहली बार 24 जनवरी का उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस मनाने की शुरूआत की.

ऐसे में लखनऊ महोत्सव को उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस का एक हिस्सा बना दिया गया. जिसके तहत 24 जनवरी को उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस मनाया जायेगा. यह 3 दिन चलेगा, 27 जनवरी से 2 फरवरी तक लखनऊ महोत्सव के लिये तय है.

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उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस मनाने का प्रस्ताव उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाइक ने अखिलेश सरकार के समक्ष भी रखा था. तब यह आयोजन नहीं हो पाया. योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस मनाने का फैसला किया. योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस को भव्य तरीके से मनाने का फैसला किया. अब इसमें उपराष्ट्रपति वेकैंया नायडू सहित राज्यपाल और मुख्यमंत्री इसमे हिस्सा लेगे. इस संबंध में प्रदेश सरकार द्वारा विज्ञापन में दी गई जानकारी को देखने के बाद साफ झलकता है कि उत्तर प्रदेश महोत्सव लखनऊ महोत्सव पर भारी पड रहा है.

24 जनवरी 1950 को संयुक्त प्रांत का नाम बदल कर उत्तर प्रदेश रखा गया था. इस वजह से 24 जनवरी को ही उत्तर प्रदेश का स्थापना दिवस माना गया. राज्यपाल राम नाइक ने उत्तर प्रदेश दिवस मनाने के औचित्य पर तर्क देते बताया कि हम महाराष्ट्र दिवस पहले मनाते थे. ऐसे में उत्तर प्रदेश दिवस मनाने का ख्याल आया. सरकार से जुड़े सूत्र कहते है अभी यह तय नहीं है कि आगे से लखनऊ महोत्सव और उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस एक साथ होगे या अलग अलग. जिस तरह से योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश महोत्सव को बडे स्तर पर मनाने की योजना बनाई है उससे साफ दिख रहा है कि आगे भी लखनऊ महोत्सव को उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस से जोड कर मनाया जाए.

लखनऊ महोत्सव में लखनऊ की कला संस्कृति की झलक दिखती थी. अब उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस के जुडने से पूरे प्रदेश की गतिविधियों को शामिल किया जायेगा. जिससे लखनऊ की कला संस्कृति को अहम जगह नहीं मिल पायेगी. ऐसे में लखनऊ का पुराना गौरव नहीं दिख सकेगा. इस बार यह महोत्सव अवध शिल्पग्राम में मनाया जा रहा है. सरकार ने अपने प्रचार में साफ लिखा है ‘नव निर्माण-नवोत्थान-नव-कार्य-संस्कृति‘. जिससे साफ है कि इस उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस से लखनऊ महोत्सव की पहचान भी बदल जायेगी.

ICICI बैंक ग्राहकों को दे रहा 500 रुपए का कैशबैक

अगर आप ICICI बैंक के ग्राहक हैं तो, बैंक आपको घर बैठे 500 रुपए कमाने का मौका दे रहा है. जी हां आईसीआईसीआई बैंक ने अपने ग्राहकों के लिए नई सुविधा शुरु की है. बैंक अपने ग्राहकों को बिजली और पानी जैसे बिल जमा करने पर 500 रूपए को कैशबैक औफर दे रहा है. आईसीआई बैंक ने अपनी वेबसाइट पर इसके बारे में ज्‍यादा जानकारी दी है.

इसके मुताबिक अगर आप बिजली और पानी जैसे यूटीलिटी से जुड़े बिलों का भुगतान नेट बैंकिंग या मोबाइल ऐप के जरिए करते हैं तो लगातार 3 बिल जमा कराने के बाद आप 500 रुपए का कैशबैक हासिल कर सकते हैं. बैंक के मुताबिक यह औफर 10 जनवरी से शुरू हो चुका है और 28 फरवरी तक लागू रहेगा.

कैसे लें इस औफर का लाभ

बैंक के मुताबिक यह औफर बिजली, पानी, गैस, डीटीएट, पोस्टपेड मोबाइल और लैंडलाइन फोन जैसी सुविधाओं के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है. औफर का लाभ उठाने के लिए सबसे पहले वेबसाइट या मोबाइल ऐप पर बिलर के तौर पर पंजीकृत करें.

लगातार 3 महीने तक बिल का भुगतान करने के बाद ग्राहक के खाते में 500 रुपए का कैशबैक आ जाएगा. ध्यान रखें कि बिल की राशि कम से कम 500 रुपए होना जरूरी है.

चौथे बच्चे की तैयारी में हैं बौलीवुड के किंग खान

बौलीवुड के रोमांस किंग यानी कि शाहरुख खान इन दिनों अपनी अपकमिंग फिल्म ‘जीरो’ को लेकर चर्चा में हैं. आनंद एल राय निर्देशित इस फिल्म में शाहरुख खान के साथ बौलीवुड अभिनेत्री कैटरीना कैफ और अनुष्का शर्मा भी नजर आने वाली हैं. अपनी इस फिल्म में बौने का किरदार निभा रहे शाहरुख खान अब एक दूसरी खबर को लेकर चर्चा में हैं. खबर है कि किंग खान चौथे बच्चे की प्लानिंग कर रहे हैं. चौंकिए मत…क्योंकि ये कोई अफवाह नहीं है, बल्कि शाहरुख ने खुद अपनी इस इच्छा को जाहिर किया है.

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बात दरअसल ये है कि शाहरुख इस समय फिल्म ‘जीरो’ की शूटिंग के साथ ही साथ स्टार प्लस के शो ‘टेड टौक्स इंडिया नई सोच’ की शूटिंग में भी व्यस्त हैं. जब शाहरुख खान ‘टेड टौक्स’ की शूटिंग कर रहे थे तो उन्हें ‘आकांक्षा’ बोलने में काफी दिक्कत हो रही थी. इसके लिए उन्हें कई रीटेक करने पड़े.

इससे परेशान शाहरुख ने कहा, मैं इस नाम को पुकारने में बहुत अटक रहा हूं. यह मेरे लिए काफी शर्मनाक है क्योंकि मेरे साथ ऐसा कभी नहीं होता. मुझे लगता है कि मैं जल्द एक चौथा बच्चा पैदा करने वाला हूं और उसका नाम ‘आकांक्षा’ रखने वाला हूं.

शाहरुख अपनी इस बात को भले ही मजाक में कह गए हों, लेकिन उनका यह मजाक बेवजह नहीं हो सकता. कहीं ऐसा न हो कि सच में शाहरूख अपने चौथे बच्चे की प्लानिंग कर रहे हो.

बता दें कि, ‘टीईडी टौक्स- इंडिया नई सोच’ शो में शाहरुख लोगों को प्यार ही नहीं नए आइडियाज शेयर करने की सलाह देते हैं. ये शो सोशल कौज से जुड़ा हुआ है और शाहरूख अपने इस शो कि जरिए काफी सुर्खियां बटोर रहे हैं.

स्मार्टफोन बेचने से पहले इस तरह करलें परमानेंट डाटा डिलीट

नया स्मार्टफोन खरीदने से पहले या बाद में अक्सर लोग पुराने फोन को बेचने का सोचते हैं. इससे नया फोन लेने के लिए पैसो में मदद भी हो जाती है और एक तरह से पैसों की बचत भी हो जाती है. बाजार में भी कई दुकानें या इ-कौमर्स वेबसाइट्स हैं जो पुराने फोन बदलने या बेचने का औफर देते हैं. इसके बदले या तो आपको एक तय अमाउंट मिलता है या नए फोन में डिस्काउंट. ऐसे में कई बार यूजर्स उन बातों को भूल जातें है, जिसके चलते उनके फोन की प्राइवेसी खतरे में पड़ जाती है.

ज्यादातर यूजर्स सोचते हैं कि फोन को फौर्मेट करने के बाद उनका डाटा डिलीट हो गया. लेकिन हैकर्स और साइबर क्रिमिल्स के पास ऐसे कई सौफ्टवेयर होते हैं, जो आपके डाटा को रिस्टोर कर सकते हैं. ये भी हो सकता है कि जिसे आपने अपना पुराना फोन बेचा हो, वो इस सौफ्टवेयर की मदद से आपके डिलीट किए डाटा को रिस्टोर कर ले. ऐसे में हम आपको उन तरीकों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनके इस्तेमाल से आप अपने डाटा को सेफ तरीके से डिलीट कर सकते हैं.

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एंड्रौयड स्मार्टफोन्स से कैसे करें डाटा डिलीट?

गूगल ने अपने औपरेटिंग सिस्टम में कई बदलाव किए हैं. एंड्रौयड 6.0 मार्शमैलो या इससे ऊपर के औपरेटिंग सिस्टम वाले स्मार्टफोन में डिफाल्ट इनक्रिप्शन होता है. लेकिन अगर आपका स्मार्टफोन एंड्रौयड 5.1 लौलीपौप या इससे नीचे OS पर काम करता है, तो आपको अपने स्मार्टफोन को इनक्रिप्ट करना होगा.

  • अगर आप गूगल का स्मार्टफोन इस्तेमाल कर रहे हैं, तो अपने फोन को इनक्रिप्ट करने के लिए Settings में जाएं और फिर Security & Location में जाएं.
  • सैमसंग स्मार्टफोन के यूजर्स Settings में जाएं, इसके बाद Lock screen और फिर Security Encrypt Phone पर क्लिक करें.
  • फोन को इनक्रिप्ट करने के बाद अपने फेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम ऐप में जाकर मैन्युअल sign out करें. इसके बाद अपने फोन के Settings में जाएं और अपने सभी गूगल अकाउंट्स को sign out करें.
  • इसके बाद आप अपने फोन को रिसेट कर सकते हैं.
  • गूगल स्मार्टफोन यूजर्स Settings में जाएं, फिर System में, इसके बाद Reset options और फिर Erase all data पर क्लिक करें.
  • ऐसे ही सैमसंग यूजर्स Settings>General management>Reset >Factory data reset पर जाकर रिसेट करे.
  • Xiaomi यूजर्स के लिए Settings > Additional Settings > Backup & Reset > Factory data reset.
  • अगर आपके पास OnePlus स्मार्टफोन है तब Settings > Backup & Reset > Factory data reset.
  • Honor यूजर्स Settings > System > Reset > Factory data reset पर जाकर अपने डाटा को डिलीट करें.

पाक कप्तान का जमकर उड़ रहा मजाक, लोगो ने कहा हर कोई धोनी नहीं होता

पाकिस्तान क्रिकेट टीम के कप्तान सरफराज अहमद सोमवार को हंसी के पात्र बने. कारण एक मैच में उनके आउट होने का तरीका था. वह इस दौरान स्टंपिंग से बचने की कोशिश कर रहे थे. पाकिस्तानी कप्तान का प्रयास अच्छा था, मगर वह उससे अपना विकेट नहीं बचा सके.

सोशल मीडिया पर लोगों ने इसी बात पर उनका जमकर मजाक बनाया. चूंकि सरफराज जिस अंदाज में क्रीज पर गिरे थे, वैसे ही टीम इंडिया के बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी भी स्टंट कर स्टंपिंग से खुद को बचाते हैं. आमतौर पर वह पैर फैलाकर विकेट बचाने में कामयाब भी साबित होते हैं, मगर सरफराज इस मामले में चूक गए. यही कारण था कि लोगों ने न केवल सरफराज को लेकर मजाकियां टिप्पणियां कीं बल्कि यह भी कहा कि ऐसा तब होता है, जब आप किसी प्रोफेशनल (धोनी) के स्टंट्स की नकल करने का प्रयास करते हैं. एक यूजर ने यह पूछते हुए ट्वीट किया कि कहीं सरफराज क्रीज पर योगा तो नहीं कर रहे थे.

सोमवार को वेलिंगटन पाकिस्तान-न्यूजीलैंड का पहला टी-20 मैच था. पाकिस्तान ने 19.4 ओवर्स में 10 विकेट पर 105 रन बनाए थे. जवाबी पारी में कीवी टीम ने 15.5 ओवर में महज तीन विकेट के नुकसान पर 106 रन बना लिए. ऐसा कर न्यूजीलैंड ने यह मैच 7 विकेट से अपने नाम किया और सीरीज में 1-0 से बढ़त ले ली. मैच में हार-जीत से इतर एक और चीज भी देखने के लिए, जिस पर पूरी पाकिस्तानी क्रिकेट टीम की किरकिरी हुई.

हुआ यूं था कि सरफराज अहमद पिच पर डटे थे. गेंदबाजी मिशेल सैंटनर कर रहे थे. पाकिस्तानी कप्तान ने उनकी गेंद को क्रीज के बाहर थोड़ा बढ़कर स्वीप करना चाहा, लेकिन इसी दौरान वह अपना संतुलन खो बैठे और गिर गए.

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वह अपने दोनों पैर विपरीत दिशा में फैला कर विकेट बचाना चाह रहे थे, मगर नाकामयाब रहे. पीछे खड़े विकेटकीपर ग्लेन फिलिप्स ने उन्हें स्टंप आउट कर दिया. सरफराज 14 गेंदों पर नौ रन कर इसके बाद पवेलियन लौट गए, जिसमें एक चौका भी शामिल था. देखिए उनके आउट होने पर कैसे मजे लिए.

फिल्म “पद्मावत” रिलीज से पहले रणवीर सिंह ने खुद के किरदार को बताया दानव

संजय लीला भंसाली की विवादित फिल्म ‘पद्मावत’ का कई संगठन विरोध कर रहे हैं. हालांकि राहत की खबर यह है कि श्री राजपूत करणी सेना के संरक्षक लोकेंद्र सिंह कालवी ने भंसाली के आमंत्रण को स्वीकार कर लिया है. यानी कालवी रिलीज से पहले फिल्म देखेंगे. इसको लेकर करणी सेना में फूट पड़ने के भी आसार बनने लगे हैं. उधर, राजस्थान समेत कई राज्यों में उच्चतम न्यायालय के निर्णय के खिलाफ पुनर्विचार याचिका दायर करने का निर्णय लिया है. इसी बीच ‘पद्मावत’ में अलाउद्दीन खिलजी की भूमिका निभाने वाले रणवीर सिंह ने खुद के किरदार को ‘दानव’ बता डाला है.

रणवीर सिंह ने ट्विटर पर अलाउद्दीन खिलजी के कई अवतारों वाला एक कोलाज शेयर किया. इसमें उन्होंने खिलजी को एक दानव बताया. बता दें कि इस फिल्म में दीपिका पादुकोण रानी पद्मावती, शाहिद कपूर महारावल रतन सिंह की भूमिकाओं में है.

राजस्थान ने दायर की पुनर्विचार याचिका

राजस्थान के गृह मंत्री गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि सरकार ने उच्चतम न्यायालय के फिल्म पर प्रतिबंध के निर्णय के विरुद्ध पुनर्विचार याचिका दायर करने का निर्णय लिया है. उन्होंने कहा कि पुनर्विचार याचिका सोमवार (22 जनवरी) या मंगलवार (23 जनवरी) को दायर की जायेगी. उन्होंने याचिका को मजबूती देने के लिये करणी सेना को भी याचिका में पार्टी बनने का आग्रह किया है. करणी सेना के नेताओं के साथ एक बैठक के बाद कटारिया ने कहा कि उच्चतम न्यायालय के निर्णय का अध्ययन करने के बाद सरकार ने उच्चतम न्यायालय में पुनर्विचार याचिका दायर करने का निर्णय लिया है. उन्होंने कहा कि सरकार का मानना है कि आमजन की भावनओं का ध्यान रखा जाये.

संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावत पर जारी गतिरोध को खत्म की दिशा में कदम बढ़ाते हुए श्री राजपूत करणी सेना ने भंसाली प्रोडेक्शन की ओर से फिल्म देखने के आमंत्रण को स्वीकार कर लिया है. श्री राजपूत करणी सेना के संरक्षक लोकेन्द्र सिंह कालवी ने बताया कि हम रिलीज से पहले फिल्म देखने को तैयार है. हमने कभी नहीं कहा कि हम फिल्म नहीं देखेंगे. फिल्म निर्माताओं ने एक वर्ष पूर्व विश्वास दिलाया था कि फिल्म की विशेष स्क्रीनिंग की जाएगी और अब उन्होंने हमें स्क्रीनिंग के लिए लिखा है हम उसके लिए तैयार है.

भंसाली प्रोडेक्शन ने 20 जनवरी को श्री राजपूत करणी सेना और राजपूत सभा जयपुर को एक पत्र लिखकर फिल्म देखने के लिए आमंत्रित किया था. पत्र में बताया गया था कि फिल्म में रानी पद्मावती और अलाउद्दीन खिलजी के बीच किसी प्रकार का प्रेम प्रसंग को नहीं दिखाया गया है.

करणी सेना प्रमुख मिले योगी से

राजपूत करणी सेना के सदस्यों ने सोमवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी अदित्यनाथ से मुलाकात की और उनसे राज्य में फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की मांग की. राजपूत करणी सेना के संस्थापक लोकेंद्र सिंह ने आज शाम पत्रकारों को बताया, ‘मैं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिला और उनसे फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की मांग की.’ मुख्यमंत्री से करीब 20 मिनट की मुलाकात के बाद उन्होंने कहा कि अगर उत्तर प्रदेश में फिल्म प्रदर्शित हुई तो सिनेमा हाल में ‘जनता कर्फ्यू’ लगायेगी.

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कालवी ने कहा कि उन्हें फिल्म में 40 बिन्दुओं पर आपत्ति है. महाराणा प्रताप और शिवाजी जैसे व्यक्तित्व पर फिल्म बनाओ और बौक्स औफिस पर फिल्म बाहुबली का रिकार्ड तोड़ो. इस बीच गोरखपुर में एसआरएस सिनेमा हाल के सामने आज लोगो ने फिल्म पद्मावत के विरोध में प्रदर्शन किया. इन लोगों ने फिल्म के निर्देशक संजय लीला भंसाली का पुतला भी फूंका और नारे भी लगाए.

प्रदर्शनकारियों ने फिल्म पर प्रतिबंध लगाने के लिये जिलाधिकारी को एक ज्ञापन भी सौंपा. प्रदर्शन का नेतृत्व स्थानीय नेता संदीप सिंह कर रहे थे, उनके साथ हिन्दू समाज, शिव राष्ट्र सेना, अखंड राष्ट्रवादी सेना, राजपुताना शौर्य फाउंडेशन तथा क्षत्रिय महासभा से जुड़े लोग भी शामिल थे. सिंह ने कहा, ‘ फिल्म पद्मावत हिन्दुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचा रही है, हम इसके प्रदर्शन के खिलाफ है. हम फिल्म पर प्रतिबंध की मांग को लेकर प्रदर्शन करते रहेंगे.’

पद्मावत के विरोध में चित्तौडगढ़ में प्रस्तावित जौहर निरस्त

राजस्थान के चित्तौड़घढ़ में विवादित फिल्म ‘पद्मावत’ के विरोध में महिलाओं द्वारा प्रस्तावित जौहर निरस्त कर दिया गया. अब महिलाओं ने प्रधानमंत्री से इच्छामृत्यु की स्वीकृति की मांग की है. जौहर स्वाभिमान मंच की महिलाओं ने फिल्म पर प्रतिबंध नहीं लगने की स्थिति में 24 जनवरी को जौहर करने की घोषणा की थी, लेकिन अब इसे वापस ले लिया गया है. चित्तौडगढ़ में श्री राजपूत करणी सेना के महासचिव विश्वबंधु सिंह ने बताया कि सर्व समाज की महिलाओं ने 24 जनवरी को जौहर करने का निर्णय निरस्त कर दिया गया है. कल एक रैली निकाली गई थी और महिलाओं ने इच्छामृत्यु की मांग की है. उन्होंने कहा कि रैली के बाद महिलाओं ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा जिसमें फिल्म पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की मांग की गई है.

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उन्होंने बताया कि इससे पूर्व जौहर करने की इच्छुक महिलाओं को एक फार्म वितरित किया गया था, लेकिन अब यह निरस्त हो गया है. एक अन्य नेता धर्मेन्द्र सिंह ने बताया कि जौहर कानूनी रूप से सही नहीं था. इसलिये इसे वापस लेने का निर्णय लिया गया है. उन्होंने बताया कि 24 जनवरी को फिल्म के विरोध में संगठन स्तर पर कोई योजना नहीं है. फिर भी कोई अपनी मर्जी से आकर प्रदर्शन करना चाहे तो विरोध प्रदर्शन कर सकता है.

1900 से अधिक महिलाओं ने फिल्म पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की मांग को लेकर 24 जरनवरी को जौहर के लिये पंजीकरण कराया था. चित्तौड़घढ़ किले में अलाउद्दीन खिजली के आक्रमण के दौरान अपने आत्मसम्मान के लिये मेवाड की रानी पद्मिनी ने 16 हजार महिलाओं के साथ 1303 ईस्वी में जौहर किया था. चित्तौड़घढ़ के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी ने भी कहा कि जौहर जैसी किसी प्रकार की गतिविधि प्रस्तावित नहीं है.

रिपब्लिक डे औफर : स्पाइसजेट दे रहा सिर्फ 769 में हवाई सफर का मौका

ई-कौमर्स कंपनियों से लेकर हवाई यात्रा कराने वाली कंपनियों तक हर कोई गणतंत्र दिवस के मौके को भुनाने में लगा है. एक तरफ जहां ई-कौमर्स वेबसाइट्स पर डिस्काउंट की बारिश हो रही है. वहीं, एयरलाइंस भी सस्ते हवाई सफर का औफर पेश कर रही हैं. विस्तारा, एयर एशिया, गो एयर, इंडिगो के बाद अब स्पाइसजेट भी ऐसा ही औफर लाई है. स्पाइसजेट ने रिपब्लिक डे औफर पेश किया है. इसमें यात्री सिर्फ 769 रुपए के बेस फेयर पर हवाई सफर का आनंद ले सकते हैं.

4 दिन के लिए है औफर

स्पाइस जेट ‘ग्रेट रिपब्लिक डे सेल’ के नाम से यह औफर लेकर आई है. औफर के तहत घरेलू उड़ानों का शुरुआती किराया 769 रुपए और इंटरनेशनल रूट्स के लिए यह कीमत 2469 रुपए तय की गई है. एयरलाइन ने अपनी वेबसाइट पर जारी बयान में यह जानकारी दी. सेल पीरियड 22 से 25 जनवरी है जबकि ट्रैवल पीरियड 12 दिसंबर तक है.

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प्रोमो कोड का इस्तेमाल करना होगा

घरेलू पैसेंजर्स को सर्विस देने के लिहाज से स्पाइस जेट भारत की तीसरी सबसे बड़ी एयरलाइन कंपनी है. एयरलाइन ने अपने बयान में कहा कि कस्टमर्स इस औफर का फायदा स्पाइस जेट की मोबाइल ऐप के जरिए भी उठा सकते हैं. इसके लिए प्रोमो कोड REP69 है. यह औफर एक तरफ के ट्रैवल के लिए ही लागू होगा.

ग्रुप बुकिंग पर लागू नहीं

इसके इस औफर को किसी अन्य औफर के साथ क्लब नहीं किया जा सकता है, साथ ही ग्रुप बुकिंग पर यह औफर लागू नहीं होगा. यह औफर सीमित समय के लिए है, जो पहले आओ, पहले पाओ की तर्ज पर मिलेगा.

यहां से बुक कर सकते हैं टिकट

स्पाइसजेट के मुताबिक, यात्री टिकट बुकिंग एयरलाइन की वेबसाइट, मोबाइल ऐप, ट्रैवल पोर्टल्स और बुकिंग एजेंट के जरिए भी बुक कर सकते हैं. हालांकि, इसमें यह भी कहा गया है कि मोबाइल ऐप के जरिए टिकट बुक करने पर एडिशनल डिस्काउंट भी मिल सकता है.

उर्वशी रौतेला की पोस्ट पर लोगों ने किया ट्रोल, ढंग से कपड़े पहनने की दी सलाह

63 वें जिओ फिल्मफेयर अवौर्ड का आयोजन मुंबई में शनिवार को किया गया. इस शानदार शाम में बौलीवुड जगत की कई दिग्गज हस्तियां शामिल हुईं. शो को बौलीवुड के किंग खान यानी की शाहरुख खान और डायरेक्टर करण जौहर ने अलग अंदाज में होस्ट किया. फिल्म फेयर अवौर्ड में बौलीवुड जगत की कई हस्तियां जिनमें इरफान खान, विद्या बालन, राजकुमार राव जैसे स्टार शामिल थे. अवौर्ड फंक्शन में बौलीवुड अभिनेत्री उर्वशी रौतेला भी नजर आईं. उर्वशी ब्लैक कलर की ड्रेस में बेहद खूबसूरत लग रही थीं. कार्यक्रम की कुछ तस्वीरें उर्वशी ने अपने इंस्टाग्राम अकांउट पर शेयर की, जिसके बाद लोगों ने उर्वशी को ट्रोल करना शुरु कर दिया.

उर्वशी ने सोशल मीडिया पर तस्वीरें शेयर करते हुए लिखा, फिल्म फेयर अवौर्ड में.. लेडी इन ब्लैक. कैप्शन में उर्वशी ने हेट स्टोरी 4 का भी ज्रिक किया. तस्वीरें फिल्म 63 वें फिल्मफेयर अवौर्ड के रेड कारपेट की है. तस्वीरों में उर्वशी एक ब्लैक बोल्ड ड्रेस में नजर आ रही हैं. उर्वशी ने यह तस्वीरें अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर शेयर की. जिसके बाद लोगों ने उनका मजाक बनाना शुरु कर दिया. फैंस ने कमेंट कर उर्वशी को ढंग से ड्रेस पहनने की हिदायत भी दी.

उर्वशी रौतेला अपनी अपकमिंग फिल्म ‘हेट स्टोरी 4’ को लेकर चर्चा में हैं. इस फिल्म में उर्वशी के साथ एक्टर करण वाही भी नजर आने वाले हैं. पहले फिल्म ‘हेट स्टोरी 4’ इसी साल 2 मार्च को रिलीज होनी थी, लेकिन निर्माताओं ने फिल्म की रिलीज को आगे खिसका दिया. जिसके बाद यह फिल्म 9 मार्च को रिलीज होगी. फिल्म का फर्स्ट लुक जारी हो चुका है. फर्स्ट लुक को उर्वशी ने खुद सोशल मीडिया पर शेयर किया था. बता दें कि फिल्म ‘हेट स्टोरी 3’ को दर्शकों ने पसंद किया था जिसके बाद निर्माताओं ने फिल्म का सीक्वल बनाने की घोषणा की थी.

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