इंटरनेट यूज करने या सर्फिंग के बाद हिस्ट्री डिलीट करना अच्छी आदत है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ लोग ऐसे भी हैं जिन्हें आपके वेब सर्फिंग की पल-पल की जानकारी होती है. आपने कौन-सी पोर्न साइट कब और कितनी बार विजिट की है इसकी जानकारी इन लोगों के पास होती है.

1. गूगल

अगर आप Gmail अकाउंट यूज करते हैं तो आपके पर्सनल इंफॉर्मेशन गूगल के पास होंगे. इसके अलावा आपकी वेब सर्फिंग आदतों के बारे में गूगल को पता चल जाता है. गूगल अपनी पॉलिसी के अनुसार आपका पर्सनल इंफॉर्मेशन तो यूज नहीं करती. लेकिन, आपकी सर्फिंग हैबिट के अनुसार आपको ऐड दिखाती है.

क्यों है खतरा-

अगर आप किसी अडल्ट कंटेंट या पोर्न वेबसाइट पर विजिट करते हैं तो गूगल को सबसे पहले पता चलता है. गूगल आपकी सर्च हिस्ट्री के हिसाब से आपको प्रोडक्ट्स के ऐड दिखाता है.

2. अडल्ट वेबसाइट्स

रिसर्च के मुताबिक सबसे ज्यादा वायरस अडल्ट कंटेंट वाले वेबसाइट्स से आते हैं. इसके अलावा ये वेबसाइट्स आपकी सर्फिंग भी ट्रैक करती हैं. Daily Beats के मुताबिक पोर्न या अडल्ट वेबसाइट पर क्लिक करते ही आपकी पर्सनल इंफॉर्मेशन उनके सर्वर में सेव हो जाती है.

क्यों है खतरा-

इन वेबसाइट्स से आपके स्मार्टफोन या सिस्टम में खतरनाक वायरस आ सकते हैं. ये वायरस आपकी बैंकिंग और पर्सनल जानकारियां चुरा सकते हैं.

3. कंटेंट नेटवर्क

ऐसी कंपनियां जो मल्टीपल वेबसाइट्स ऑपरेट करती हैं वो कुकीज के जरिए आपकी सर्फिंग हैबिट्स पर नजर रखती हैं. अगर आप फेसबुक अकाउंट से किसी अडल्ट कंटेंट वाली वेबसाइट पर लॉग इन करते हैं तो आपके साथ-साथ आपके फ्रेंड्स की जानकारी भी इन साइट्स के सर्वर में पहुंच जाती है.

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