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किसानों को सलाह तैयार फसल का रखें खास ध्यान

हमारे गांवों के खेतों में गेहूं की फसल पक कर खड़ी है. कहीं तो इस की कटाई भी शुरू हो गई है, तो कहीं फसल कटने वाली है. अकसर देखने में आया है कि कहींकहीं फसल कटने के बाद भी कईकई दिनों तक खेत में पड़ी रहती है, क्योंकि फसल गहाई के लिए कृषि यंत्रों का भी इंतजार करना पड़ जाता है या कंबाइन से अनाज तो ले लिया, लेकिन उस के फसल अवशेष खेतों में ही पड़े रह जाते हैं. अब गरमी भी चरम पर होती है. ऐसे में आग लगने का खतरा भी ज्यादा रहता है और फसल जल कर खाक हो सकती है.

इन्हीं बातों को ले कर फार्म एन फूड को आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, कुमारगंज, अयोध्या द्वारा संचालित कृषि विज्ञान केंद्र, सोहांव, बलिया के अध्यक्ष प्रो. रवि प्रकाश मौर्य ने बताया कि आगजनी न हो, इस पर खास ध्यान देने की जरूरत है. पैदल, मोटरसाइकिल, कार, जीप, ट्रैक्टर या दूसरे साधन से जा रहे हों, तो बीड़ीसिगरेट रास्ते में कतई न पीएं और न ही किसी को पीने दें. जरा सी लापरवाही किसी की सालभर की कमाई बरबाद कर सकती है.

कभीकभी ईंधनचालित वाहनों में खराबी आ जाने के चलते उस के धुएं के साथ चिनगारियां भी निकलती हैं. उसे ठीक कराने के बाद ही सफर करें. जिस खेतखलिहान के ऊपर से बिजली के तार निकल रहे हों, उस की भी निगरानी रखने की जरूरत है. बिजली के खंभे के पास से कभीकभी हवा चलने पर तारों के सटने से चिनगारियां निकलती हैं, उस से बचने की जरूरत है.

इस के लिए बिजली महकमे को फोन कर के ठीक करा लें. आग से बचने के लिए मड़ाई की जगह का चयन खेतखलिहान, रिहायशी इलाके, रेलवे लाइन, सड़क, बिजली की तार के खंभों से दूर करना चाहिए. कटाई मशीन से करानी हो तो ऐसी मशीन से कराएं, जिस से अनाज के साथसाथ भूसा भी मिल सके. बिजली के तारों से आग लगने पर सूखी मिट्टी और बालू डालें.

पानी का इस्तेमाल बिजली रहने पर बिलकुल न करें. विद्युत, अग्निशामक, सिंचाई, नलकूप, नहर से संबंधित विभागों का मोबाइल नंबर जरूर रखें, जिस से जरूरत पड़ने पर उन की मदद ली जा सके. किसान फसलों की कटाई और मड़ाई में साफसफाई का काम निबटाएं. जो भी मशीनरी इस्तेमाल करनी हो, उस की ठीक से सफाई हो. किराए की मशीनरी की सफाई भी ठीक से होना जरूरी है.

किसान अपने हाथों को ठीक से साबुन से धोएं. कोई चीज खाने से पहले और बाद में भी हाथ जरूर धोएं. गांव में लोग आपस में तंबाकू एक हाथ से दूसरे हाथ में ले कर खाते हैं, ऐसे बिलकुल न खाएं. धूम्रपान में बीड़ीसिगरेट पीते हैं, जिस में एक बीड़ी में कभीकभी एकसाथ कई लोग भी पीते हैं, ऐसा न करें.

Anupmaa: छोटी अनु ने बताई सच्चाई तो हैरान हो गया अनुज, पाखी पहुंची मुंबई

सीरियल अनुपमा में इन दिनों लगातार नए-नए मोड़ आ रहे हैं, इन दिनों सीरियल में देखने को मिल रहा है कि अनुपमा काफी ज्यादा परेशान है वह अपनी एकेडमी को खोलने की कोशिश कर रही है लेकिन बीच में बहुत परेशानियां कर रही हैं.

इन दिनों दिखाया जा रहा है कि अनुज वापस मुंबई चला जाता है, जहां पर माया प्लानिंग करती नजर आ रही हैं, अनुज को छोटी अनु कहती है कि मैं मम्मी के साथ जाना चाहती थी लेकिन मैं गई नहीं क्योंकि माया ने मुझे झूठ बोलने को कहा था, वह आप दोनों को अलग करना चाहती थीं. छोटी अनु कहती है कि मैं आप दोनों के साथ रहना चाहती हूं कैसे साथ में रहूं.

 

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आगे देखने को मिलेगा कि डिंपल और समर अनुज से बात करते-करते लड़ जाते हैं, वहीं डिंपल अनुज से अपनी और समर की जिम्मेदारी लेने को कहेगी, लेकिन आप दोनों अलग हैं तो मैं साथ में कैसे कहूं जिम्मेदारी लेने के लिए.

वहीं वनराज अपनी हरकतों से बाज नहीं आता है , वहीं दूबारा वह अनुपमा से मिले पहुंच जाता है,वहीं वनराज को अनुपमा कहती है कि मैं हर भाषा को समझ चुकी हूं मुझे किसी को अब नहीं समझना नहीं है.

Yrkkh : अभिमन्यु को चैलेंज करेंगे अभिनव और अक्षरा, जानें क्या होगा

सीरियल ये रिश्ता क्या कहलाता है में इन दिनों लगातार नए-ए ड्रामें देखने को मिल रहा है, सीरियल में इन दिनों बताया जा रहा है कि अक्षरा के बेटे की सच्चाई अभिमन्यु को पता चल गया है कि अबीर उसका बेटा है.

जैसे ही अभिमन्यु को सच्चाई का पता चला है वह पागल हो गए हैं, हालांकि अभि अपने बेटे को पाने के लिए हर कोशिश करता नजर आ रहा है वह चाहता है कि उसके बेटे अबीर का इलाज इंडिया में हो और वह अमेरिका ना जाए इलाज के लिए.

 

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हालांकि अक्षरा बिल्कुल इसके खिलाफ है वह चाहती है कि अपने बेटे के इलाज के लिए उसे अमेरिका लेकर जाए, वहीं मंजरी और आरोही को भी इस सच्चाई का पता चल चुका है, मंजरी इस बात से काफी ज्यादा परेशान है कि कहीं अक्षरा की वजह आरोही से शादी ना टूट जाए.

वहीं आने वाले एपिसोड में देखने को मिलेगा कि अभि अबीर के बर्थ डे की प्लानिंग कर रहा है, जैसे ही इस बात की खबर अक्षरा और अभिनव को लगती है वह परेशान हो जाते हैं. जब केक का डिस्कशन चल रहा होता है तो वह अबीर नाराज हो जाता है. आरोही से शिकायत करता है जाकर.

टोफू सलाद से लेकर पास्ता रोल तक, एनीमिया में फायदेमंद होगी ये 6 रेसिपीज

एनीमिया एक ऐसी बीमारी है, जिसमें शरीर में खून की कमी हो जाती है. शरीर में सामान्यतया रक्त का जो स्तर होना चाहिए, जब उस स्तर की कमी होती है, तो इसे एनीमिया या रक्ताल्पता कहते हैं. खून की कमी कई कारणों से होती है, जैसे कहीं चोट लगने से अधिक रक्त निकल जाना, माहवारी में अधिक रक्तस्राव, खूनी बवासीर होना या रक्त कोशिकाओं का गलत बनना और शरीर में आयरन की कमी होना. शरीर में आयरन की कमी होने से हीमोग्लोबिन का स्तर कम हो जाता है. त्वचा की रौनक कम हो जाती है. भूख न लगना व कब्ज की शिकायत होना एनीमिया में आम बात है.

लेकिन यदि हम अपने आहार में आयरन की पूरी मात्रा लें, तो इस बीमारी से बच सकते हैं. दैनिक आहार में आयरनयुक्त चीजों का सेवन करना एनीमिया को रोकता है. आयरन फल, सब्जी, अनाज में पाया जाता है. सेब, केला, पास्ता, शहद, खुमानी, सूरजमुखी के बीज, तिल, बादाम, चना, पालक, बथुआ, मेथी, चौलाई, ब्रौकली, सोयाबीन, हरा प्याज, सलाद पत्ता, तिल, गुड़, चुकंदर, किशमिश, खजूर, अंजीर, कच्चा केला आदि चीजें आयरन की मुख्य स्रोत हैं.

इन 6 रेसिपीज को अपनाकर भी आप आयरन की कमी दूर कर सकती हैं :

  1. हेल्दी पास्ता रोल

सामग्री :

1 कप उबला पास्ता, 1 कप उबले कद्दूकस किए आलू, 1/2 कप उबली पिसी मटर, 1 कप व्हाइट सौस, 1 बड़ा प्याज बारीक कटा, 1 छोटा चम्मच बारीक कटा अदरक, 2 कटी हरी मिर्चें, हरा धनिया, 1 कप ब्रेड क्रंब, तेल तलने के लिए, लाल मिर्च, नमक स्वादानुसार.

विधि :

सारी सामग्री अच्छी तरह मिला कर रोल बनाएं. प्रत्येक रोल को ब्रेड के चूरे में लपेटें. गरम तेल में सुनहरा होने तक तलें. पौष्टिक रोल तैयार है.

2. सोयाबीन चीला विद वेजीटेबल

सामग्री :

2 बड़े चम्मच सोयाबीन का आटा, 2 बड़े चम्मच बेसन, 1/2-1/2 छोटा चम्मच हल्दी और अजवाइन, 1-1 बड़ा चम्मच कसी हुई गाजर, पत्तागोभी, चुकंदर, कटा हरा धनिया, 2 बारीक कटी हरी मिर्चें, चुटकी भर हींग, तेल तलने के लिए, नमक स्वादानुसार.

विधि :

आटा, बेसन, हलदी, अजवाइन, हींग व नमक मिला कर गाढ़ा घोल तैयार करें. सारी सब्जियां मिला लें. नानस्टिक तवे पर चिकनाई लगा कर 1 बड़ा चम्मच घोल फैलाएं. बीच में सब्जियां डालें, तेल डालें. कलछी से सब्जियां फैला कर सेंकें. करारा होने पर चटनी के साथ परोसें. खनिज विटामिन व आयरन से भरपूर चीला तैयार है.

3. टोफू सलाद

सामग्री :

150 ग्राम टोफू (सोयाबीन दूध से बना पनीर), 1 बड़ा चम्मच मूंग स्प्राउट, 1 बड़ा चम्मच कटा हरा प्याज, 1 बड़ा चम्मच कटी शिमला मिर्च, 1 बड़ा चम्मच बारीक लंबे पतले टुकड़ों में कटा चुकंदर, 1 बड़ा चम्मच नीबू का रस, 1 छोटा चम्मच तेल, चुटकीभर पिसी सफेद मिर्च व नमक स्वादानुसार.

विधि :

एक कांच के बाउल में सारी सामग्री अच्छी तरह मिला लें. फ्रिज में 30 मिनट ठंडा करें. ड्रैसिंग मिला कर परोसें. खनिज व विटामिन से भरपूर सलाद एनीमिया में बेहद लाभदायक है.

4. कच्चे केले की भुजिया

सामग्री :

250 ग्राम कच्चे केले, 1/2 छोटी चम्मच अजवाइन, चुटकी भर हींग, 1-1 छोटा चम्मच हलदी व धनिया पाउडर, 1/2 छोटा चम्मच अमचूर पाउडर, 1/2 कप उबली मटर, 1 बड़ा चम्मच तेल, नमक स्वादानुसार.

विधि :

केलों को उबालें, छील कर गोल टुकड़ों में काटें. पैन में तेल गरम करें, हींग भूनें, अजवाइन डालें. सभी सूखे मसाले डालें, केले व मटर को डाल कर भूनें. नमक डालें, आयरनयुक्त स्वादिष्ठ भुजिया तैयार है.

5. पनीर स्टफ्ड खुबानी

सामग्री :

50 ग्राम पनीर, पानी में भिगो कर फुलाई हुई 10-12 खुबानी, 1 छोटा चम्मच शहद, चुटकी भर इलायची पाउडर.

विधि :

पनीर कद्दूकस करें. शहद व इलायची पाउडर मिला लें. खुबानी को बीच से काटें. बीज निकालें, पनीर भरें, किशमिश से सजा कर पेश करें. खुबानीआयरन का अच्छा स्रोत है. अत: एनीमिया में बहुत लाभदायक है.

6. एप्पल-किशमिश खीर

सामग्री :

2 कप दूध, 1 बड़ा सेब, 2 बड़े चम्मच किशमिश, 1 बड़ा चम्मच कटे खजूर, चुटकी?भर छोटी इलायची, 1 छोटा चम्मच शहद.

विधि :

खजूर व किशमिश धो कर दूध के साथ उबाल लें. जब दूध की मात्रा आधी रह जाए तो सेब कद्दूकस कर के मिला दें. शहद व इलायची पाउडर मिला दें. आयरन से भरपूर खीर तैयार है.

जल संक्रमण से बचने के ये हैं सबसे आसान उपाय

जल संक्रमण से उत्पन्न रोग, जिन का प्रादुर्भाव मानसून काल में होता है, हमारे कृषि प्रधान देश की विकट समस्या है. मैडिकल शोध, दवाइयां व टीकाकरण भी इस का पूरी तरह से निदान करने में असमर्थ हैं. प्रश्न यह उठता है कि जीवनशैली को किस तरह बेहतर बनाएं कि जल संक्रमण से होने वाली बीमारियों से बचा जाए. इस का संक्षिप्त जवाब यह है कि पेयजल स्वच्छ रहे. उबाल कर, आरओ इत्यादि तरीकों से पेयजल को शुद्ध किया जाए. जल संक्रमण से होने वाले कुछ सामान्य रोग ये हैं :

फ्लूरोसिस :

प्रकृति द्वारा जमीन से प्राप्त जलस्रोतों में यदि फ्लोराइड की मात्रा ज्यादा हो तो फ्लूरोसिस हो सकता है. शरीर में फ्लोराइड की अधिक मात्रा इकट्ठा हो जाने से दांतों की (इनामेल) सफेद पर्त नष्ट हो जाती है. ऐसे में ठंडे या गरम पेय से तेज झनझनाहट होती है.

मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया :

ये रोग मच्छर द्वारा उत्पन्न होते हैं. इन में तेज बुखार कंपन के साथ, सिरदर्द, मांसपेशी में अत्यधिक कसाव व पीड़ा, कमजोरी आदि हो सकती है. चिकनगुनिया से जोड़ों में दर्द होता है. इस से बचने के लिए मच्छरदानी का प्रयोग करें. जलजमाव न होने दें ताकि मच्छर का प्रजनन न हो.

टाइफाइड, दस्त, हैजा एवं जिगर रोग :

ये रोग संक्रमित भोजन व दूषित पेय पदार्थों से होते हैं. इन में पेट में दर्द, उलटी, दस्त व बुखार हो सकता है. इस से बचने के लिए शुद्ध जल, उबला हुआ पानी का प्रयोग करें. खाद्य पदार्थों को ढक कर रखें. बाजार का खुला भोजन न खाएं.

सर्दी, जुकाम, फ्लू :

लगातार नाक से पानी बहना, नाक का लाल हो जाना, छींकना, गले व सीने में दर्द, बुखार, गले में कफ आदि रोग  राइनोवाइरस के कारण होते हैं. ये व अन्य कई वायरस बारिश के मौसम में अत्यधिक सक्रिय हो जाते हैं. यह छूत की बीमारी है और हवा में पानी की बूंदों एवं नम हवा से एक से दूसरे इंसान तक फैलता है. इन रोगों से बचाव के लिए हाथों को समयसमय पर धोएं एवं साफ रखें. खांसते व छींकते समय रूमाल या टिशू का प्रयोग करें और मुंह पर हाथ रख लें. इस्तेमाल में लाए रूमाल या टिशू को सावधानी से कूड़ेदान में डालें और फिर हाथ को धोएं.

बारिश के मौसम में हवा में नमी रहती है. नम हवा के कारण फफूंदी का शरीर पर संक्रमण हो जाता है. इस में पैर के अंगूठे व उंगलियों के बीच, गुप्तांग के अगलबगल एवं पीठ की त्वचा और महिलाओं के गुप्तांग में खुजली व सफेद पानी का स्राव आदि हो सकता है.

  • बचाव के लिए त्वचा को साफ कर सूखा रखने के प्रयास करें.
  • बारिश या संक्रमित जल के संपर्क में आने पर जल्दी ही स्वच्छ जल से त्वचा को साफ कर, सूखा कर लें.
  • महिलाओं को योनि संबंधित रोग से बचाव के लिए मलमूत्र व मासिकधर्म के दौरान विशेष सफाई रखनी चाहिए.
  • गुप्तांगों को साफ करने के लिए साबुन (बिना डिटर्जेंट वाला) या लोशन का उपयोग करना चाहिए.

सावधान! महिलाओं की सेहत खराब कर रही है शराब

पिछले दिनों एअर इंडिया की एक महिला पायलट और क्रू के एक सदस्य को ‘प्रीफ्लाइट अलकोहल टैस्ट’ में फेल होने के बाद सजा के तौर पर 3 माह की ग्राउंड ड्यूटी पर भेज दिया गया. यह मामला डाइरैक्टर जनरल औफ सिविल ऐविएशन तक पहुंचा, क्योंकि एअरक्राफ्ट रूल्स के मुताबिक क्रू मैंबर्स को फ्लाइट के 12 घंटे पहले तक अलकोहल सेवन की इजाजत नहीं है.

इसी तरह पिछले साल नवंबर में दिल्ली के रोहिणी इलाके में रहने वाली प्रीति नाम की 36 वर्षीय महिला ने शराब के नशे में गाड़ी से 5 मजदूरों को कुचल दिया. घटना सुबह 11:30 बजे की थी. प्रीति कार में अकेली थी. हरियाणा हाईवे पर उस ने काम कर रहे 5 मजदूरों को टक्कर मार दी, जिन में से 2 ने मौके पर ही दम तोड़ दिया.

ऐसी कितनी ही घटनाएं आए दिन घटती रहती हैं, जिन में शराब के नशे में डूबी महिलाएं अपना नुकसान कर बैठती हैं. बात सिर्फ दुर्घटनाओं या इमेज खराब होने तक ही सीमित नहीं रहती वरन शराब पीने का खमियाजा कई दफा अपना सब कुछ लुटा कर भी भुगतना पड़ता है.

आमतौर पर जब शराब पीने की बात आती है, तो भारत समेत पूरी दुनिया की महिलाएं पुरुषों पर बात डाल देती हैं, जबकि सच यह है कि अब महिलाएं भी बड़ी संख्या में इस लत की शिकार होने लगी हैं.

हाल ही में और्गनाइजेशन फौर इकौनोमिक कौरपोरेशन ऐंड डैवलपमैंट द्वारा जारी एक ग्लोबल रिपोर्ट में यह बात सामने आई है कि भारत में शराब का सेवन पिछले 20 सालों में 55% तक बढ़ा. शराब सेवन की दृष्टि से 40 देशों की सूची में भारत को तीसरा स्थान मिला है. महिलाओं में इस का प्रयोग तेजी से बढ़ रहा है. आंकड़ों के अनुसार पिछले 10 सालों में हमारे देश में शराब का सेवन करने वाली महिलाओं की संख्या लगभग दोगुनी हो गई है. ‘वर्ल्ड हैल्थ और्गनाइजेशन’ की हालिया रिपोर्ट के मुताबिक भारत में करीब 11% महिलाएं शराब का सेवन करती हैं.

आलम यह है कि आजकल शराब को भी कुछ महिलाएं स्टेटस और आजादी से जोड़ कर देखने लगी हैं. यदि उन्हें शराब पीने से रोका जाता है तो वे इसे रूढि़वादी सोच और महिलाओं के प्रति सोचीसमझी साजिश का नाम दे कर हंगामे पर उतर आती हैं. शराब पी कर वे स्वयं को आजाद और आधुनिक महसूस करती हैं.

महिलाओं के लिए अधिक खतरनाक है शराब

शराब का सेवन पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए ही नुकसानदायक होता है. लेकिन महिलाओं की शारीरिक रचना के कारण शराब उन्हें पुरुषों की तुलना में अधिक नुकसान पहुंचाती है.

राजीव गांधी कैंसर इंस्टिट्यूट ऐंड रिसर्च सैंटर की डाक्टर इंदु अग्रवाल बताती हैं कि महिलाएं शराब के प्रभावों के लिए अधिक संवेदनशील होती हैं. बराबर मात्रा में शराब लेने पर महिलाओं के खून में पुरुषों के मुकाबले उस का असर ज्यादा होता है. महिलाओं पर एकसमान ड्रिंक लेने का प्रभाव पुरुषों के मुकाबले दोगुना ज्यादा होता है. इस के कई जैववैज्ञानिक कारण हैं:

शरीर में फैट : महिलाओं का वजन पुरुषों के मुकाबले कम होता है और पुरुष के समान वजन की एक महिला में पुरुष के मुकाबले कम पानी और ज्यादा फैटी टिशू होगा. चूंकि पानी शराब का घनत्व घटाता है, इसलिए महिलाओं के शरीर में शराब का घनत्व ज्यादा लंबे समय तक और अधिक मात्रा में रहता है.

ऐंजाइम : महिलाओं में ऐंजाइम का स्तर कम होता है, जो अमाशय और यकृत में शराब को मैटाबोलाइज कर सके. परिणामस्वरूप महिलाओं के खून में शराब की मात्रा ज्यादा हो जाती है.

हारमोन : मासिकचक्र के दौरान हारमोन के स्तर में बदलाव से महिलाओं द्वारा अलकोहल मैटाबोलाइज करने का तरीका प्रभावित होता है.

शराब के सेवन के प्रभाव

शराब के सेवन से न केवल शारीरिक, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य भी बुरी तरह प्रभावित होता है, जिस का प्रभाव व्यक्ति के निजी और प्रोफैशनल जीवन पर पड़ने लगता है.

शारीरिक स्वास्थ्य पर असर

लिवर डिजीज : जो लोग लगातार अधिक मात्रा में शराब का सेवन करते हैं उन्हें लिवर की सूजन और लिवर सिरोसिस जैसी परेशानियों से जूझना पड़ता है. अगर इन का समय रहते उपचार न कराया जाए तो लिवर पूरी तरह खराब हो सकता है, जो जीवन के लिए घातक होता है.

रक्तदाब बढ़ना : शराब का सेवन रक्तदाब को बढ़ा देता है. महिलाओं में शराब के सेवन से होने वाले उच्च रक्तदाब का खतरा पुरुषों से दोगुना होता है.

थकान : अधिक मात्रा में शराब का सेवन करने से विटामिन बी12 की मात्रा कम हो जाती है, जिस के कारण थकान होती है. चक्कर आना, भ्रमित होना जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं.

मोटापा : शराब शरीर में लैप्टिन के स्तर को कम कर देती है. यह भूख को नियंत्रित करने वाला हारमोन है. इस का स्तर कम होने से भूख अधिक लगती है, जिस से कैलोरी का इनटेक अधिक होता है और मोटापा बढ़ता है. शराब के सेवन के बाद उन चीजों को खाने का मन करता है, जिन में कैलोरी की मात्रा अधिक होती है. इस से वजन बढ़ने का खतरा और अधिक बढ़ जाता है.

प्रजनन क्षमता प्रभावित होती: फर्टिलिटी ऐक्सपर्ट डा. अरविंद वै- बताते हैं, ‘‘शराब के सेवन से समयपूर्व मेनोपौज, बांझपन, गर्भपात आदि का खतरा बढ़ जाता है. जो महिलाएं नियमित शराब का सेवन करती हैं उन का मासिकचक्र गड़बड़ा जाता है. इस के सेवन से अंडोत्सर्ग पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ता है. अंडों की गुणवत्ता भी प्रभावित होती है. जो महिलाएं गर्भावस्था के दौरान शराब का सेवन करती हैं उन के गर्भस्थ शिशु का स्वास्थ्य भी प्रभावित होता है. हमारे देश में पिछले 5 वर्षों में बांझपन की समस्या 20 से 30% बढ़ गई है. इस के प्रमुख कारणों में शराब का लगातार बढ़ता सेवन भी एक है.’’

मानसिक स्वास्थ्य पर असर

अनिद्रा और अवसाद : सरोज सुपर स्पैश्यलिटी अस्पताल के मनोचिकित्सक, डा. संदीप गोविल कहते हैं, ‘‘शराब का सेवन करने से अनिद्रा की समस्या बढ़ जाती है, जिस से मानसिक तनाव बढ़ता है. लगातार तनाव की स्थिति अवसाद में बदल जाती है. अगर अवसाद की स्थिति से बाहर आने का प्रयास न किया जाए और शराब का सेवन जारी रखा जाए तो व्यक्ति गहरे अवसाद में चला जाता है. गहरे अवसाद को आत्महत्या के सब से प्रमुख कारणों में से एक माना जाता है.’’

मस्तिष्क का क्षतिग्रस्त हो जाना : डा. संदीप बताते हैं, ‘‘शराब के कारण मस्तिष्क में विषाक्तता बढ़ती है, जिस के कारण याददाश्त प्रभावित होती है और डिमेंशिया होने का खतरा बढ़ जाता है. शराब मस्तिष्क की कोशिकाओं को क्षतिग्रस्त कर देती है. इस से मिरगी का खतरा बढ़ जाता है. महिलाओं में यह प्रभाव अधिक होता है. शराब मस्तिष्क की क्षतिग्रस्त कोशिकाओं के पुनर्निर्माण की प्रक्रिया को भी धीमा करती है.’’

गर्भावस्था में कतई न करें सेवन

डा. अरविंद वै- के अनुसार गर्भावस्था के दौरान शराब का सेवन बिलकुल नहीं करना चाहिए. जब गर्भवती महिला शराब पीती है, तो प्लैसेंटा के द्वारा वह शिशु तक पहुंच जाती है. इस से गर्भस्थ शिशु के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर कई नकारात्मक प्रभाव पड़ते हैं. चूंकि इस समय बच्चे का पाचनतंत्र विकसित हो रहा होता है, इसलिए यहां वयस्क शरीर की तुलना में शराब का ब्रेकडाउन अत्यधिक धीमा होता है और बच्चे के रक्त में शराब का स्तर काफी समय तक बना रहता है. गर्भावस्था के दौरान किसी भी समय कितनी भी मात्रा में शराब का सेवन गर्भस्थ शिशु को हानि पहुंचा सकता है खासकर पहली और दूसरी तिमाही में.

शराब से कैंसर का डर

इंटरनैशनल ऐजेंसी फौर रिसर्च इन टू कैंसर (आईएआरसी, विश्व स्वास्थ्य संगठन का एक अंग) ने शराब को ग्रुप 1 कार्सिनोजेन के रूप में वर्गीकृत किया है. इस का मतलब है कि इस बात का ठोस प्रमाण है कि शराब से कैंसर होता है. शराब सिर, गरदन, आहारनली, यकृत, आंत, मलाशय व स्तन कैंसर का एक प्रमुख कारण है.

डा. जय गोपाल शर्मा, राजीव गांधी कैंसर रिसर्च सैंटर बताते हैं कि शराब से अग्नाशय के कैंसर तथा कई अन्य तरह के कैंसर का खतरा बढ़ता है. इन में से प्रत्येक कैंसर में खतरा ली गई शराब की मात्रा के अनुसार बढ़ता है.

यदि प्रयास किया जाए तो शराब की लत आसानी से छोड़ी जा सकती है. हाल ही में पूर्व सिने अभिनेत्री पूजा भट्ट ने स्वयं को इस लत से आजाद किया है. 45 साल की पूजा ने पिछले साल 25 दिसंबर से शराब का त्याग किया और फिर दोबारा इसे हाथ नहीं लगाया. इस संदर्भ में उन का कहना है कि उन के पिता महेश भट्ट के एक मैसेज ने उन्हें शराब छोड़ने को प्रेरित किया और वे इस पर पूरी तरह कायम हैं. वे जिंदगी को ज्यादा बेहतर ढंग से जीने के अपने फैसले से बहुत खुश हैं.

वास्तव में यदि दृढ़निश्चय के साथ शराब छोड़ने का प्रयास किया जाए तो इस की लत से आजाद होना कतई कठिन नहीं है.

क्या कहता है कानून

शराब सेवन से जुड़े कानूनी पक्ष की जानकारी देते हुए सीनियर ऐडवोकेट कुनाल मदान बताते हैं कि 4 राज्यों गुजरात, बिहार, नागालैंड और मणिपुर में शराब की बिक्री व उपभोग पर पूरी तरह प्रतिबंध है. इस के अतिरिक्त सामान्य रूप से मोटर ह्विकल ऐक्ट 1988 के सैक्शन 185 के मुताबिक कोई व्यक्ति जब शराब या किसी ड्रग के प्रभाव में रह कर ड्राइविंग करते हुए पकड़ा जाता है, तो उसे पहली दफा सजा के तौर पर 6 माह की जेल, 2 हजार जुर्माना या दोनों हो सकते हैं. 3 साल के अंदर यही गलती दोहराने पर 2 साल तक की सजा, 3 हजार जुर्माना या दोनों का भागीदार बनना पड़ता है. हाल ही में मोटर ह्विकल अमैंडमैंट बिल, 2016 के अंतर्गत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में यूनियन कैबिनेट द्वारा जुर्माने की राशि 10 हजार कर दी गई है.

Yrkkh: अबीर को बचाने के लिए सबसे लड़ेगा अभिमन्यु, आरोही का पता चलेगा सच

सीरियल ये रिश्ता क्या कहलाता है में इन दिनों लगातार नए-नए ड्रामें देखने को मिल रहे हैं, इस सीरियल में इन दिनों कहानी अभिमन्यु और अबीर के इर्द -गिर्द घूम रही है. सीरियल में दिखाया जा रहा है कि अभिममन्यु को अपने बेटे अबीर की सच्चाई का पता चल गया है कि अबीर उसका ही बेटा है.

इस खबर के मिलते ही अभिमन्यु खुशी से रोने लगता है और उसे अमेरिका लेकर न जाने के लिए प्लानिंग करता है और अपने आप से वादा करता है कि वह अबीर को सर्जरी करके बचाएगा.

 

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वहीं दूसरी तरफ अभिनव अभिमन्यु से बात करने के लिए परेशान है वह कहता है कि दोस्त मुझे तुमसे कुछ बात करनी है तो इस पर अभि कहता है कि मुझे पहले अबीर को बचाने के लिए सर्जरी करनी है मैं नहीं चाहता कि अबीर को कुछ भी हो.

इस बात को अस्पताल में मौजूद अक्षरा और आरोही दोनों सुन लेती है, आरोही इस बात को सुनते ही बाहर चली जाती है तो वहीं अक्षरा अभिमन्यु में अबीर को लेकर बहस होने लगती है.

वहीं दूसरी तरफ अभिमन्यु आरोही से अपनी शादी को आगे बढ़ा देता है जिससे मंजरी नाराज हो जाती है.  रूही सवाल करती है कि आप शादी को क्यो टाल रहे हैं.

अनुज को अपना बनाने के लिए माया करेगी प्लानिंग, पाखी देगी करारा जवाब

सीरियल अनुपमा में इन दिनों देखने को मिल रहा है कि अनुज और अनुपमा एक-दूसरे से अलग हो गए हैं, फैंस दोनों को एक साथ देखने के लिए तरस रहे हैं, बता दें कि अनुज और अनुपमा को मिलाने की कोशिश कर रहा है अंकुश लेकिन बरखा और माया इस प्लान को सफल  नहीं होने दे रही हैं.

बता दें कि सीरियल में आने वाले ट्विस्ट यहीं खत्म नहीं होते हैं, आगे सीरियल में दिखाया जाएगा कि अनुज अनुपमा तो नहीं मिल पाते हैं लेकिन उनकी इस खबर से माया और बरखा प्लान करती हैं कि अनुज अनुपमा को प्यार नहीं करता है पहले की तरह इसलिए अब इन लोगों को मिलना संभव नहीं है.

 

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बरखा इस बात को माया को बताती है लेकिन बरखा बताती है कि दोनों एक-दूसरे से मिल नहीं पाएं हैं, इस खबर के सामने आते ही दोनों अनुपमा के खिलाफ साजिश रचने लगती हैं.

बता दें कि अनुपमा अनुज से अलग होने के बाद से अपने लाइफ को बदलकर आगे बढ़ने की कोशिश में लगी हुई है. हर दिन वह नया प्रयास कर रही है, लेकिन बरखा और माया अनुज से अनुपमा को हमेशा के लिए दूर करना चाहती है, जिसकी जानकारी कही न कही अंकुश को हो चुकी है.

वहीं पाखी कपाड़िया हाउस में जाकर कहती है कि मुझे उस दिन का इंतजार है जिस दिन अनुपमा अनुज वापस आएंगे तो बाकी लोगों को समान उठाकर मैं बाहर फेंक दूंगी.

लंच स्पेशल: ऐसे बनाएं पंजाबी दाल पालक, दाल तड़का और पनीर मेथी मलाई

पंजाबी दाल पालक हर किसी को खाना बहत ज्यादा पसंद होता है, ऐसे में अगर आपको भी अपने लंच में बनाना है पंजाबी दाल तड़का तो इस रेसिपी को अपनाएं.

पंजाबी दाल पालक

सामग्री

– 500 ग्राम पालक

– 150 ग्राम दाल भिगोई हुई

– 1/2 छोटा चम्मच लालमिर्च पाउडर

– 2 हरीमिर्चें कटी

– 1 प्याज कटा

– 1 टमाटर कटा

– 1/4 छोटा चम्मच हलदी पाउडर

– 2 खड़ी लालमिर्चें

– 1 छोटा चम्मच घी

– 1 छोटा चम्मच तेल

– 1/2 छोटा चम्मच अदरक बारीक कटी

– 1/2 छोटा चम्मच लहसुन कटा

– 1/2 छोटा चम्मच जीरा

– 1/4 छोटा चम्मच गरममसाला

– चुटकी भर हींग

– नमक स्वादानुसार.

विधि

एक प्रैशर कुकर में दाल, पालक, नमक, हलदी, टमाटर, हरीमिर्च व लहसुन के साथ 1/2 कप पानी डाल कर 5 मिनट तक प्रैशर कुक करें. अब एक पैन में तेल गरम कर के हींग, जीरा और अदरक भूनने के बाद प्याज भून लें. फिर इस में प्रैशर कुक की हुई दाल, लालमिर्च पाउडर व गरममसाला डाल कर 1 उबाल आने तक पकाएं. परोसने से पहले घी में खड़ी लालमिर्चों को गरम कर के दाल के ऊपर डालें.

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दाल तड़का

सामग्री

– 1/2-1/2 कप मूंग दाल, चना दाल, तूअर दाल

– 1/2 छोटा चम्मच हलदी

– 2 छोटे चम्मच घी

– 1/2 छोटा चम्मच लहसुन बारीक कटा

– 1/2 कप प्याज बारीक कटा

– 1/2 कप टमाटर बारीक कटा

– 1 सैशे टाटा संपन्न दाल तड़का मसाला

– 1 कप पानी

– धनियापत्ती

– नमक स्वादानुसार

विधि

1/2-1/2 कप मूंग दाल, चना दाल और तूअर दाल प्रैशर कुकर में पका लीजिए. उस में 1/2 छोटा चम्मच हलदी और स्वादानुसार नमक मिला दीजिए. 1 छोटा चम्मच बारीक कटे लहसुन को 2 चम्मच घी में डाल कर कुछ सैकंड भून लीजिए. 1/2 कप बारीक कटा प्याज सुनहरा रंग आने तक अच्छी तरह से भून लीजिए. अब 1/2 कप बारीक कटा टमाटर मुलायम होने तक पका लीजिए. उस में 1 सैशे टाटा संपन्न दाल तड़का मसाला मिला कर हलकी आंच पर 1/2 मिनट तक भून लीजिए. इस मिश्रण में पकी हुई दाल और 1 कप पानी मिला कर अच्छे से मिक्स करें और मिश्रण उबालने रखें. धनियापत्ती से सजा कर गरमगरम दाल तड़का कर परोसें.

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पनीर मेथीमलाई

सामग्री

– 200 ग्राम मेथी कटी

– 200 ग्राम पनीर क्यूब्स में कटा

– 100 ग्राम मलाई

– 1 छोटा चम्मच अदरकलहसुन का पेस्ट

– 1 हरीमिर्च कटी

– 10 ग्राम काजू का पेस्ट

– 10 ग्राम क्रीम

– 1/2 छोटा चम्मच पनीर मसाला

– थोड़ा सा लालमिर्च पाउडर

– 1 बड़ा चम्मच तेल

– नमक व कालीमिर्च स्वादानुसार.

विधि

एक पैन में तेल गरम कर के अदरकलहसुन का पेस्ट व हरीमिर्च सौते करें. फिर इस में काजू पेस्ट, लालमिर्च पाउडर, नमक व कालीमिर्च डाल कर 1 मिनट तक तेज आंच पर भूनें. अब इस में मेथी व पालक डाल कर कुछ देर ढक कर पकाएं. फिर गरममसाला, मलाई व क्रीम डाल कर कुछ देर तक तेज आंच पर भूनें. क्रीम से गार्निश कर के परोसें.

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मुर्ग मलाई

सामग्री

– 250 ग्राम चिकन

– 1 छोटा चम्मच अदरकलहसुन का पेस्ट

– 200 मिलीलिटर दूध

– 1 छोटा चम्मच काजू पाउडर

– 1/2 छोटा चम्मच कौर्नफ्लोर

– 1/2 छोटा चम्मच इलायची पाउडर

– 1 चम्मच तेल

– 40 ग्राम मलाई

– 1 बड़ा चम्मच क्रीम

– 1 छोटा चम्मच चिकन मसाला

– 1 छोटा चम्मच जीरा

– 1 बड़ा चम्मच प्याज की प्यूरी

– नमक व कालीमिर्च स्वादानुसार

– थोड़ी सी मलाई गार्निशिंग के लिए.

विधि

एक बाउल में चिकन, अदरकलहसुन का पेस्ट, नमक, कालीमिर्च व दूध डाल कर अच्छी तरह मिलाएं और 1 घंटे तक मैरीनेट होने के लिए रखें. एक बरतन में तेल गरम कर के जीरा भून कर प्याज की प्यूरी भूनें. अब इस में काजू पाउडर व चिकन डाल कर तेज आंच पर 2 मिनट तक भूनें. फिर ढक कर चिकन पका लें. कौर्नफ्लोर को पानी में घोल कर इलायची पाउडर, चिकन मसाले व मलाई के साथ डाल कर भूनें. अब क्रीम डाल कर कुछ देर तक पकाएं व मलाई से गार्निश कर के परोसें.

अपने पार्टनर को अपना दीवाना बनाने के लिए दिखें सेक्सी

बात पुराने समय की करें तो लड़के हमेशा चाहते थे। कि उनकी पार्टनर सुन्दर और सुशिल दिखने वाली हो। लेकिन अब ज़माना बदल गया है जिससे उनकी सोच भी बदल गई है अब वो चाहते हैं की उनकी पार्टनर खूबसूरत के साथ साथ हॉट एन्ड सेक्ससी दिखनी चाहिए। हालाँकि कई लड़किया खूबसूरत तो होती हैं लेकिन सेक्ससी नहीं लगती। यदि आप भी चाहती हैं खुद को हॉट एंड सेक्ससी लुक देना तो देर किस बात की अपने जीवन में अपनाओं ये कुछ टिप्स जिनसे आप सेक्ससी दिखने के साथ साथ अपने पार्टनर को अपना दीवाना बना सकती हैं.

बॉडी शेप पर दे ध्यान :
आपका फिगर आपके बारे में बहुत कुछ कहता है लड़को को न तो ज्यादा पतली और न ही ज्यादा मोटी लड़कियां भाती है इसलिए अपना फिगर मेन्टेन कर के रखें। जिसके लिए जरूरी है कि आप एक अच्छी हेल्थी डाइट लें। जंक फ़ूड को इग्नोर करें। रोज ऐसे व्यायाम करें जिससे बॉडी को अच्छी शेप और फेस पर ग्लो मिले.

हाई हील्स : हाई हील्स पहनने से आपकी हाइट तो अच्छी दिखेगी ही साथ में आपकी चाल में भी बदलाव आएगा जोकि आपकी पर्सनालिटी को अट्रैक्टिव बनाएगा.

मेकअप करते समय रखें ध्यान : वक़्त की नज़ाक़त को समझते हुए हमें मेकअप करना चाहिए ,ज्यादा भड़कीला मेकअप आपको हॉट की जगह अतरंगी लुक देता है। वैसे नेचुरल मेकअप हमेशा सबसे बेहतर होता है। डार्क कलर के ऑउटफिट के साथ डार्क लिपस्टिक बेस्ट है लेकिन यदि आपके लिप्स बड़े और मोटे हैं तो डार्क लिपस्टिक अवॉयड करें.

बालों का करें मेकओवर :बालों में हाईलाइट करा कर एक हॉटी लुक अपना सकती हैं साथ ही यदि आपके बाल लम्बे हैं तो उन्हें आप कोई अच्छा हेयर कट करा कर नया स्टाइलिश लुक दे सकती हैं.

पर्सनालिटी पर करें काम :आपका पहनावा और बोलने का तरीका ऐसा हो कि आपका पार्टनर आपसे प्रभावित हो , अपने निर्णय खुद लेने की आदत आपको बोल्ड लुक देती है ,और सबसे अहम बात की आप खुद की पहली पसंद हों। आपका खुद पर विश्वास बोल्ड और सेक्ससी लुक में बढ़ोतरी करता

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