Download App

मनहूस साबित हुई ‘शुद्धि’, अब नहीं बनेगी

करण जौहर ने बड़े जोशो खरोश के साथ तीन साल पहले करण मल्होत्रा के निर्देशन में अति महत्वाकांक्षी फिल्म ‘‘शुद्धि’’ का निर्माण करने की घोषणा की थी. जिस दिन इस फिल्म की घोषणा हुई थी, तभी से इस पर मनहूसी का छायी रही. करण जौहर ने इस फिल्म के लिए करीना कपूर के साथ हृतिक रोशन को मुख्य भूमिका में लिया था. इससे यह तय हो गया था कि ‘मैं प्रेम की दीवानी हूं’, ‘यादें’, ‘मुझसे दोस्ती करोगे’ व ‘कभी खुशी कभी गम’ जैसी सफलतम फिल्मों की यह जोड़ी ‘‘शुद्धि’’की नैया पार लगाएगी. मगर अचानक कुछ ही माह बाद हृतिक रोशन ने इस फिल्म को करने से मना कर दिया. तब इस फिल्म के साथ सलमान खान को जोड़ा गया. मगर करीना कपूर ने इस फिल्म को यह कहकर करने से मना कर दिया कि वह तो ‘शुद्धि’ हृतिक रोषन के साथ काम करने के लिए कर रही थीं. यहीं से करण जौहर और करीना कपूर के बीच दूरियां बढ़ती चली गयी.

करण जौहर धीरे धीरे आलिया भट्ट को आगे बढ़ाने लगे. उसके बाद फिल्म ‘‘शुद्धि’’ के साथ दीपिका पादुकोण सहित कई कलाकारों को जोड़ने की चर्चा होती रही. पर अंततः करण जौहर ने अपने बैनर की फिल्म ‘‘स्टूडेंट ऑफ द इयर’’ के कलाकारों में से वरूण धवन और आलिया भट्ट को फिल्म ‘‘शुद्धि’’का चेहरा बनाया. मगर किसी न किसी वजह से फिल्म की शूटिंग शुरू नहीं हो पायी. सूत्रों की मानें तो बार बार कलाकारों के बदलते रहने की वजह से फिल्म की पटकथा को भी अब तक अंतिम रूप नही दिया जा सका है.

फिल्म ‘‘शुद्धि’’ के ना बनने और हमेशा के लिए बंद कर दिए जाने को लेकर कई तरह की चर्चाएं हो रही हैं. सूत्रों की माने तो ‘‘शुद्धि’’ को निर्देशित करने वाले निर्देशक करण मल्होत्रा की फिल्म ‘‘बद्रर्स’’ के बाक्स आफिस पर असफल होने से करण जौहर को निराशा हुई. करण जौहर को लगा कि अब करण मल्होत्रा के निर्देशन में इस फिल्म को बनाना ठीक नहीं रहेगा और उन्होंने नए निर्देशक को तलाशना शुरू कर दिया. यूं तो कुछ माह पहले एक पत्रकार सम्मेलन में एक पत्रकार द्वारा ‘‘शुद्धि’’ की प्रगति को लेकर सवाल किए जाने पर करण जौहर ने झुंझलाहट के साथ कहा था-‘‘ओह गाड! मुझे बख्श  दो! आप लोग कब तक ‘शुद्धि’ को लेकर सवाल करेंगे? मुझे खुद नही पता कि ‘शुद्धि’ को किसकी बुरी नजर लग गयी है. शायद मैं यह फिल्म नही बना पाउंगा.’’

बालीवुड के सूत्रों की माने तो करण जौहर ने चार माह पहले ही हमेशा के लिए इस फिल्म को ठंडे बक्से में डाल दिया था. अपने इसी निर्णय के कारण करण जौहर ने झुंझलाहट में वह बयान दिया था. बहरहाल,अब तो करण जौहर के नजदीकी सूत्र भी बता रहे हैं कि अब यह फिल्म नहीं बनेगी.

 

प्रसून जोशी को सनी लियोनी का करारा तमाचा

एक टीवी चैनल पर सनी लियोनी के विस्तृत इंटरव्यू के प्रसारण के बाद आमिर खान सहित बालीवुड  की तमाम बड़ी बड़ी हस्तियां सनी लियोनी के पक्ष में खड़ी हो गयी थी. लेकिन दो दिन पहले मुंबई में एक फिल्म के कार्यक्रम में एक विज्ञापन एजेंसी से जुड़े तथा बालीवुड के चर्चित पटकथा व संवाद लेखक प्रसून जोशी ने सनी लियोनी के पेशे की तुलना ड्रग डीलर के साथ करते हुए सनी लियोनी के खिलाफ बहुत कुछ गलत कह डाला.

उस वक्त प्रसून जोशी ने कहा कि उनकी फितरत में नहीं है कि वह सरे आम किसी इंसान का अपमान करें, लेकिन इसके मायने यह भी नहीं है कि वह सनी लियोनी के व्यवसाय के पक्ष में हैं. उस वक्त प्रसून जोशी के बगल में बैठे आमिर खान भी चुप रहे.

मगर दो दिन बाद ही प्रसून जोशी के इस बयान पर जब सनी लियोनी से सवाल किया गया, तो सनी लियोनी ने बड़े भोलेपन के साथ कहा- ‘‘यह प्रसून जोशी कौन हैं? मुझे अब गूगल सर्च में जाकर देखना पड़ेगा कि वह कौन है? उसके बाद ही मैं कुछ कह सकूंगी.’’ कुछ लोग सनी लियोनी के इस जवाब को प्रसून जोशी पर बहुत बड़ा तमाचा मान रहे हैं. गूगल सर्च में सनी लियोनी सबसे ज्यादा लोकप्रिय हैं. कुछ लोग इसे सनी लियोनी की भलमनसाहत की संज्ञा दे रहे हैं. अन्यथा वह भी प्रसून को लेकर गलत शब्दों का उपयोग कर सकती थी?

वास्तव में दो दिन पहले एक फिल्म के कार्यक्रम के दौरान पत्रकार ने आमिर खान का ध्यान उनके उस बयान की ओर दिलाया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि यदि सनी लियोनी चाहेंगी, तो वह सनी लियोनी के साथ फिल्म करना चाहेंगे. इस पर आमिर खान ने कहा था-‘‘जब मैंने सनी जी का इंटरव्यू चैनल पर देखा, तो मुझे बुरा लगा. उनसे जिस तरह के सवाल पूछ जा रहे थे,वह भी मुझे बुरा लगा. उनसे सवाल पूछा गया कि यदि आपको आमिर खान के साथ काम करने का मौका मिला तो करेंगी? शायद उनका जवाब था- नहीं! मुझे यह भी ठीक नहीं लगा. मुझे लगा कि वह ऐसा क्यों कह रही है? मेरा यह मानना है कि यदि कहानी सही हो, किरदार सही हो और उन किरदारों में हम दोनो फिट बैठते हों, तो मुझे कतई समस्या नहीं है उनके साथ काम करने में. उनकी निजी जिंदगी जो है,उससे मेरा कोई लेना देना नहीं है.वह एक इंसान हैं. वह एक औरत हैं. मैं उनकी इज्जत करता हूं’’

आमिर खान की बात पूरी होने से पहले ही प्रसून जोशी ने माइक लेकर सनी लियोनी के खिलाफ अपने विचार रखने शुरू कर दिए. जबकि इस पूरे प्रकरण में किसी भी पत्रकार ने प्रसून जोशी से कोई सवाल नहीं किया था. बहरहाल, प्रसून जोशी ने धाराप्रवाह बोलते हुए कहा-‘‘मैं एक प्वाइंट कहना चाहूंगा कि किसी को कोई प्रोफेशन बहुत अच्छा चलता होगा, उसकी निंदा नहीं करनी चाहिए. हम कलाकार के नाम पर व्यवसाय का बहुत ज्यादा महिमा मंडल करना शुरू कर देते हैं. यह जरुरी नहीं कि किसी के जीवन में जुड़ा व्यवसाय समाज के लिए अच्छा काम कर रहा हो. समाज के लिए किसी न किसी रूप से सकारात्मक होना चाहिए. क्योंकि सवाल उनका उठा है, तो कहना चाहता हूँ कि सनी लियोनी का जो व्यवसाय है,उसकी मैं कतई इज्जत नहीं करता हूं और मैं नहीं चाहूंगा कि उस व्यवसाय से हमारी युवा पीढ़ी प्रेरित हो. लेकिन उसके बारे में किसी व्यक्ति को कटघरे में खड़ा करना किसी भी कलाकार को शोभा नही देता. लेकिन इसका यह मतलब नहीं लगाया जाना चाहिए कि कल को आप कहें कि यह ड्रग डीलर है, यह इसका व्यवसाय है. यह इसका निजी मसला है. हो सकता है कि मैं उसकी इज्जत न करुं. मुझे लगता है कि यह उसका व्यवसाय गलत है. पर जब वह मेरे सामने आएगा, तो क्या मैं उसे बेइज्जत करूंगा, जी नहीं. उसका सम्मान नहीं करुंगा, तो शायद इसके लिए मेरा कल्चर मुझे इजाजत नहीं देगा. लेकिन साथ साथ उस व्यवसाय का महिमा मंडल भी मैं नहीं करूंगा. यदि कोई व्यवसाय समाज के लिए हानिकारक है, तो उसकी आलोचना की जानी चाहिए.’’

दो दिन पहले यानी कि 25 जनवरी को संपन्न एक फिल्म के कार्यक्रम के दौरान फिल्मकार राकेश ओमप्रकाश मेहरा, लेखक कमलेष पांडे, लेखक प्रसून जोशी, वहीदा रहमान, आमिर खान, अतुल कुलकर्णी, शर्मन जोशी, सिद्धार्थ के अलावा कई अन्य लोग मौजूद थे. इस कार्यक्रम की सबसे बड़ी खासियत यह रही कि जब भी पत्रकारों ने आमिर खान से उनके भारत छोड़ने या असहिषणुता के बयान को लेकर सवाल किया, उस सवाल का जवाब आमिर ने भी दिया, पर बीच में आमिर खान की सफाई देने का काम प्रसून जोशी जरुर करते हुए नजर आए. अब वह ऐसा क्यों कर रहे थे, इसकी वजह तो वही ज्यादा बेहतर बता सकते हैं. आखिर वह नामचीन लेखक व कवि भी हैं.

खुशखबरी: अब 555 रुपए में लें हवाई सफर का मजा

अगर इस साल छुट्टियों में हवाई सफर का मजा लेना चाहते हैं, तो बेहतरीन मौका है. गोएयर, स्‍पाइस जेट और एयरकोस्‍टा जैसी एयरलाइन कंपनियां हवाई सफर पर जबर्दस्‍त डिस्‍काउंट दे रही हैं. एयरकोस्टा ने अपने सभी नौ घरेलू डेस्टिनेशन के लिए उड़ानों के किराए 555 रुपए तक घटा दिए हैं. वहीं बजट एयरलाइन गोएयर 1,826 रुपए (कर अतिरिक्‍त) में हवाई सफर का मौका दे रही है. इसके अलावा स्पाइसजेट ने 826 रुपए (कर अतिरिक्‍त) से एयर फेयर की शुरुआत की है.

आज खत्‍म हो रही है एयर कोस्‍टा की सेल
एयर कोस्टा की चार दिन की छूट की पेशकश सोमवार शुरू हुई है. इसके तहत सभी 9 घरेलू डेस्टिनेशन पर 555 रुपए में टिकट मिल रही हैं. एयर कोस्‍टा जयपुर, अहमदाबाद, विशाखापट्टनम, हैदराबाद, विजयवाड़ा, तिरुपति, चेन्‍नई, बैंगलुरू, कोयंबटूर के बीच सेवाएं देती है. यह योजना इकोनॉमी एवं इकोनॉमी-प्लस दर्जों दोनों पर लागू है. एयर कोस्टा ने कहा कि छूट की पेशकश के तहत बुक किए गए टिकटों पर यात्रा 8 फरवरी और 29 अक्तूबर, 2016 के बीच की जा सकती है.

स्‍पाइसजेट का ऑफर
स्‍पाइस जेट ने रिपब्लिक डे के मौके पर 826 रुपए में डोमेस्टिक और 3,026 रुपए में विदेशी हवाई सफर का ऑफर लॉन्‍च किया है. ऑफर के तहत 25 से 27 जनवरी के बीच टिकटों की बुकिंग की जा सकेगी. इस बुकिंग पर 1 फरवरी से 12 अप्रैल के बीच सफर किया जा सकेगा. स्‍पाइस जेट की ओर से लॉन्‍च किए गए ऑफर में डोमेस्टिक उड़ानों के लिए बेस फेयर 826 रुपए से शुरू होगा. इस बेस फेयर पर ग्राहकों को टैक्‍स अलग से देना होगा. यह ऑफर कुछ चुनिंदा रूट्स के लिए होगा. वहीं दूसरी ओर इंटरनेशनल उड़ानों के लिए बेस फेयर 3026 रुपए से शुरू होगा.

गो एयर का ऑफर
बजट एयरलाइन गोएयर ने रिपब्लिक डे पर प्रमोशनल ऑफर पेश किया है, जिसमें किराये की शुरुआत 1826 रुपए (बेस फ्यूल सरचार्ज) से होगी. 1826 रुपए का किराया दिल्‍ली-लखनऊ रूट पर लागू होगा. इसी ऑफर के तहत दिल्‍ली-मुंबई रूट का किराया 2268 रुपए से शुरू होग. यह ऑफर पहले आओ पहले पाओ के आधार पर दिया जाएगा.

पिछले बजट की क्या ये 6 बातें याद हैं आपको

फाइनेंशियल ईयर 2015-2016 के खत्‍म होने से पहले आपकी टैक्‍स की टेंशन भी बढ़ गई होंगी. हर साल की तरह आप इस साल भी अपनी टैक्‍स देनदारी बचाने के लिए इंश्‍योरेंस, एफडी, पीपीएफ, एनएससी जैसे दूसरे विकल्‍पों में निवेश की प्‍लानिंग कर रहे होंगे. लेकिन टैक्‍स बचाने की हड़बड़ी में सरकार द्वारा बढ़ाई गई एक्‍जेम्‍प्‍शन लिमिट के बारे में सोचना ही भूल जाते हैं, जो हमारा टैक्‍स बचाने में भी मददगार होते हैं. सरिता टीम आपको आयकर के अलग अलग सेक्शन्स के अंतर्गत उन संशोधित सीमाओं के बारे में बता रही है जिनके बारे में जानना आपके लिए जरूरी है.

बढ़ गई है हैल्‍थ इंश्‍योरेंस की लिमिट
स्वयं, बच्चों के लिए और अपने पार्टनर के लिए दिए गए मेडिकल इंश्योरेंस का प्रीमियम पर इनकम टैक्स सेक्शन 80डी के तहत मिलने वाली छूट की लिमिट 15 हजार रुपए सालाना से बढ़कर 25 हजार रुपए सालाना कर दी गई है. अगर अपने माता पिता के मेडिकल इंश्योरेंस के प्रीमियम का भुगतान कर रहे हैं तो उस पर आप 30 हजार तक की कटौती की मांग कर सकते हैं. पहले आप आप केवल 20 हजार रुपए की क्लेम कर सकते थे. वरिष्ठ नागरिकों के मामले में जहां पहले 20 हजार रुपए सालाना की लिमिट थी अब वहां 30 हजार कर दी गई है.

एनपीएस में निवेश कर पा सकते हैं 50 हजार की छूट
इनकम टैक्स एक्ट की धारा 80 सीसीडी के सेक्शन-1बी के तहत अब आप नैशनल पेंशन स्कीम के अंतर्गत 50 हजार रुपए की अतिरिक्त कटौती की भी मांग कर सकते हैं. यह कटौती सेक्शन 80 सी के तहत मिलने वाली 1.5 लाख रुपए के अलावा है. अब सेक्शन 80 सी और 80सीसीडी (1बी) की कुल कटौती 2 लाख रुपए है.

डिपेंडेंट के मेडिकल खर्च की लिमिट 25 हजार बढ़ी
सेक्शन 80डीडी के तहत आप 75 हजार रुपए सालाना की कटौती की मांग कर सकते हैं उन मेडिकल खर्चों पर जो आप अपने डिपैंडेंट रिश्तेदार जो विक्लांग (40 फीसदी से ज्यादा और 80 फीसदी से कम) है. पिछले साल तक यह राशि 50 हजार रुपए सालाना थी. गंभीर विक्लांगता (80 फीसदी के ज्यादा) की स्थिति में आप 1.25 लाख रुपए सालाना की मांग कर सकते हैं. ये पिछले साल तक 1 लाख रुपए थी. कटौती की मांग करते वक्त आपको मेडिकल ऑथोरिटी की तरफ से मिले गए सर्टिफिकेट को पेश करना अनिवार्य होत है.

गंभीर बीमारी के खर्च पर अतिरिक्‍त छूट
वरिष्ठ नागरिकों पर किए गए मेडिकल खर्चे जिनमें डिमैंशिया, कैंसर, एड्स आदि जैसी बीमारी शामिल हैं उस पर सालाना 60,000 रुपए की कटौती को बढ़ाकर 80,000 कर दिया गया है. ये कर कटौती सेक्शन 80डीडीबी के तहत है.

विकलांगता पर मिलती है टैक्‍स राहत
व्यक्ति की विकलांगता के मामले में सेक्शन 80यू के तहत कटौती की लिमिट 50 हजार से बढ़ाकर 75 हजार रुपए कर दी गई है. गंभीर विकल्गता के मामले में लिमिट को 1 लाख से बढ़ाकर 1.25 लाख कर दी गई है. ये उस स्थिति में संभव है जब करदाता खुद किसी भी तरह की विक्लांग्ता से पीड़ित हो.

पिछले साल से दोगुना हुआ रेंट अलाउंस
आपके नियोक्ता की ओर से दिए जाने वाले किराया भत्ता पर आप 1600 रुपए प्रति महीना की मांग कर सकते हैं. पिछले साल तक यह लिमिट 800 रुपए प्रति महीना थी. साथ ही अगर व्यक्ति नेत्रहीन या ऑर्थियोपेडिकली विकलांग हो उस स्थिति में आप 3200 रुपए प्रति महीना तक की मांग कर सकते हैं. यह लिमिट पिछले साल तक 1600 रुपए प्रति महीना थी.

भारतीयों के लिए स्मार्टफोन सबसे जरूरी साथी

भारतीय लोग यात्रा करने के दौरान अपने स्मार्टफोन को सबसे जरूरी साथी मानते हैं और वे स्मार्टफोन को टूथब्रश, डियोड्रेंट तथा ड्राइविंग लाइसेंस से भी ज्यादा तरजीह देते हैं. मोबाइल फोन संबंधित आचरण के संबंध में यात्रियों के बीच कराए गए एक अध्ययन से यह जानकारी सामने आयी है. यह सर्वेक्षण उत्तरी अमेरिका, यूरोप, दक्षिण अमेरिका और एशिया..प्रशांत क्षेत्र में कराया गया.

यात्रा वेबसाइट एक्सपीडिया डाट काम की ओर से यह सर्वेक्षण नार्थस्टार कंपनी ने किया. इसमें 19 देशों के 9,642 यात्रियों ने भाग लिया. एक्सपीडिया समूह के अध्यक्ष अमन भूटानी ने कहा कि हमें पता लगा कि यात्रा की हर प्रक्रिया में यात्री मोबाइल फोन का इस्तेमाल करते हैं. इसमें जानकारी जुटाने से लेकर टिकट बुक करने और यात्रा के अनुभवों को साझा करने तक की प्रक्रिया शामिल है. हालांकि मोबाइल फोन पर अति निर्भरता हर देश में नहीं है.

सर्वेक्षण के अनुसार चीन और ताइवान में 94 प्रतिशत, थाइलैंड में 91 प्रतिशत लोगों ने स्मार्टफोन को यात्रा में सबसे महत्वपूर्ण साथी बताया वहीं जर्मनी, नार्वे और स्वीडन में यह संख्या कम रही.

रिकॉर्ड मुनाफा, फिर भी आईफोन की रफ्तार सुस्त

एप्पल के इतिहास में आईफोन की बिक्री सबसे सुस्त रही है. अक्टूबर-दिसंबर तिमाही के दौरान कंपनी ने 7.48 करोड़ आईफोन की बिक्री की है, जो कि पिछले साल के मुकाबले सिर्फ 3 लाख अधिक है. 2007 में आईफोन की लॉन्चिंग के बाद से लेकर अब तक की सबसे कम ग्रोथ है. हालांकि, इसके बावजूद टेक्नोलॉजी सेक्टर की प्रमुख कंपनी ने रिकार्ड तिमाही मुनाफा दर्ज किया है. एप्पल का मुनाफा 26 दिसंबर को समाप्त तिमाही के दौरान दो फीसदी बढ़ा जो पिछले साल की तिमाही में 18.4 अरब डॉलर था, जबकि आय भी दो फीसदी बढ़कर 75.9 अरब डॉलर रही. इससे पहले दिसंबर में मॉर्गन स्टेनली ने कंपनी के इतिहास में पहली बार आईफोन की बिक्री घटने का अनुमान लगाया था.

एप्पल ने की रिकॉर्ड बिक्री, लेकिन चिंता बरकरार

एप्पल की बिक्री अपने रिकॉर्ड स्तर पर है और कंपनी को वृद्धि के नए स्रोतों की तलाश करनी होगी. बिक्री घटने के डर से पिछले साल एप्पल के शेयरों में 20 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई थी. मुख्य कार्यकारी टिम कुक ने तिमाही नतीजे से जुड़े बयान में कहा, हमारी टीम ने एप्पल को विश्व के सबसे इनोवेटिव प्रोडक्ट्स और आईफोन, एपल वॉच और एपल टीवी की रिकार्ड बिक्री के जरिए जबरदस्त मुनाफा दर्ज करने में मदद की. रिजल्ट अच्छा आने के बावजूद हम सबसे खराब दौर की बात इसलिए कर रहे है, क्योंकि आईफोन जब से लॉन्च हुआ है इसकी बिक्री में जोरदार इजाफा देखने को मिला है. लेकिन इस ऐसा नहीं हुआ है.

2007 के बाद आईफोन की बिक्री की ग्रोथ सबसे कम

एप्पल ने इस दौरान एक अरब आईफोन, आईपैड, मैकिंटोश कंप्यूटर, आईपॉड टच उपकरण, एपल टीवी और एपल वाच बेचे. दिसंबर में समाप्त तिमाही में एप्पल के आईफोन की बिक्री 7.48 करोड़ इकाई रही, जो पिछले साल की इसी तिमाही में हुई 7.45 करोड़ इकाई के मुकाबले थोड़ी ही ज्यादा है और 2007 में पेश इस लोकप्रिय उपकरण की बिक्री की वृद्धि दर इस अवधि में सबसे कम रही.

सफा ने किया इरफान को बोल्ड, जल्द करेंगे निकाह

लंबे समय से टीम इंडिया में वापसी का इंतजार कर रहे ऑलराउंडर क्रिकेटर इरफान पठान फरवरी के दूसरे सप्ताह में निकाह कर सकते हैं. उनकी शादी बड़ौदा की सफा से तय हुई है. फैमिली से जुड़े करीबियों के मुताबिक, इरफान की फैमिली ने हाल में सूरत की एक ज्वैलरी शॉप से शॉपिंग भी की. निकाह बड़ौदा में ही होगा और डेट वेलेनटाइन डे के आसपास रखी गई है. इसी बीच, इरफान के पिता महमूद खान पठान और मां समीमबानो ने हाल ही में दुल्हन के लिए सूरत की ज्वैलरी शॉप से शॉपिंग की. बताया जा रहा है कि इरफान और सफा की फैमिली एक-दूसरे को काफी पहले से जानती हैं.

सीए से रह चुका है अफेयर…

आपको बता दें कि क्रिकेटर इरफान पठान ऑस्ट्रेलिया में रहने वाली सीए शिवांगी के साथ 6 साल रिलेश्नशिप में रहे. दोनों शादी भी करने वाले थे, लेकिन फैमिली तैयार नहीं थी. साल 2012-13 में इरफान पठान और शिवांगी की राहें जुदा हो गई.

2013 में यूसुफ पठान ने किया था निकाह

इरफान पठान के भाई यूसुफ ने 2013 में होली के दिन फिजियोथेरेपिस्ट आफरीन से निकाह किया था.

आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में भारत फिर बना नंबर वन

इंग्लैंड की दक्षिण अफ्रीका पर चार मैचों की श्रृंखला में 2-1 से जीत के बाद भारत ने मंगलवार को लगभग साढ़े चार साल बाद फिर से टेस्ट क्रिकेट में नंबर एक स्थान हासिल किया. इससे पहले शीर्ष पर काबिज दक्षिण अफ्रीका ने सेंचुरियन में आखिर टेस्ट मैच में 280 रन से जीत दर्ज की लेकिन इससे उसकी टीम खुद को रैंकिंग तालिका में तीसरे स्थान पर खिसकने से नहीं बचा पायी.

भारत अब 110 अंक लेकर शीर्ष पर काबिज हो गया है. उसके बाद आस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका का नंबर आता है. पाकिस्तान चौथे, इंग्लैंड पांचवें, न्यूजीलैंड छठे, श्रीलंका सातवें, वेस्टइंडीज आठवें, बांग्लादेश नौवें और जिम्बाब्वे दसवें स्थान पर है. आईसीसी ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा है, ‘इंग्लैंड की दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 2-1 से जीत के बाद भारत टेस्ट रैंकिंग में आधिकारिक तौर पर नंबर एक बन गया.’

भारत अगस्त 2011 के बाद पहली बार टेस्ट रैंकिंग में नंबर एक पर पहुंचा है. वह पिछले साल दक्षिण अफ्रीका को अपनी सरजमीं पर 3-0 से हराने के बाद दूसरे स्थान पर पहुंचा था.

युवराज को पीछे छोड़ विराट-रैना ने तोड़ा 6 साल पुराना रिकॉर्ड

ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध वनडे सीरीज में बुरी तरह हार झेलने वाली भारतीय टीम ने 26 जनवरी को टी20 सीरीज का पहला मैच जीतकर शानदार आगाज किया है. इसी वर्ष भारत में होने जा रहे टी-20 वर्ल्ड कप से पहले यह गणतंत्र दिवस का शानदार तोहफा था. इस मैच में जीत के साथ ही कई रिकॉर्ड भी बने.

कोहली-रैना ने तोड़ा छह वर्ष पुराना रिकॉर्ड

अंतर्राष्ट्रीय टी-20 क्रिकेट में भारतीय टीम की ओर से तीसरे विकेट के लिए सबसे बड़ी साझेदारी (134 रन) का रिकॉर्ड अब विराट कोहली और सुरेश रैना के नाम हो गया है, इससे पहले यह रिकॉर्ड युवराज सिंह और सुरेश रैना के नाम था, जिन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 2 मई 2010 को खेले गए मैच में 88 रनों की साझेदारी की थी.

टी-20 में भारत की ओर से तीसरी बड़ी साझेदारी

कोहली-रैना की यह साझेदारी भारती की तरफ से अंतर्राष्ट्रीय टी-20 क्रिकेट में किसी भी विकेट के लिए तीसरी बड़ साझेदारी है. इस लिस्ट में कोहली-रोहित शर्मा 138 रनों के साथ सबसे आगे है, उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 2 अक्टूबर 2015 को दूसरे विकेट के लिए 138 रन जोड़े थे. वहीं दूसरे नंबर पर वीरेन्द्र सहवाग और गौतम गंभीर हैं, जिन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ 19 सितंबर 2007 को पहले विकेट के लिए 136 रन जोड़े थे.

कोहली की टी-20की टॉप पारी

विराट कोहली ने 55 गेंदों में 90 रनों की तेज तर्रार पारी खेली जो उनका सर्वोच्च स्कोर है. कोहली ने अपनी इस पारी में 9 चौके और दो छक्के लगाए. इस पारी के लिए कोहली को मैन ऑफ द मैच से नवाजा गया. यह उनके करियर का 10वां अर्धशतक भी था.

टी-20 में रैना बने एक हजारी

टी-20 के बेहतरीन बल्लेबाज सुरेश रैना ने अंतर्राष्ट्रीय टी-20 क्रिकेट में एक हजार रन पूरे कर लिए हैं, ऐसा करने वाले वे विराट कोहली (1106 रन) के बाद दूसरे भारतीय बल्लेबाज हैं. ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध  खेली गई 41 रनों की पारी के दौरान रैना ने यह उपलब्धि प्राप्त की, अब उनके खाते में 1024 रन हो गए हैं. रैना अब तक अंतरराष्ट्रीय टी-20 करियर में एक शतक और तीन अर्धशतक लगा चुके हैं.

राकेश ओमप्रकाश मेहरा क्यों बना रहे हैं ‘मिर्जिया’..?

सामाजिक सरोकार के पैरवीकार माने जाने वाले फिल्मकार राकेश ओमप्रकाश मेहरा ने 2006 में ‘‘रंग दे बसंती’’ जैसी फिल्म बनाकर हलचल मचा दी थी. उसके बाद से वह लगातार सामाजिक मुद्दों को उकेरने वाली फिल्में ही बनाते रहे हैं. अब जबकि उनकी फिल्म ‘‘रंग दे बसंती’’ के रिलीज को दस साल पूरे हो गए हैं, तो वह सामाजिक चेतना की बात को परे रखकर प्रेम कहानी वाली फिल्म ‘‘मिर्जिया’’ लेकर आ रहे हैं. जिसमें अनिल कपूर का बेटा और सोनम कपूर का भाई हर्षवर्धन कपूर हीरो है. तो क्या राकेश ओम प्रकाश मेहरा की सोच में बदलाव का यह परिणाम है?

वैसे फिल्मकार मेहरा खुद इसे सोच का बदलाव नहीं मानते हैं. वह कहते हैं-‘‘मैंने हमेशा अपनी हर फिल्म में किसी न किसी सवाल या मुद्दे का जवाब तलाशने की कोशिश की. मेरी फिल्में ‘रंग दे बसंती’, ‘दिल्ली 6’ और ‘भाग मिल्खा भाग’ ’त्रियोलाजी थी. तीन फिल्मों की श्रृंखला थी. इन तीनों में मैं कुछ खोज रहा था, जिसका जवाब मुझे मिला. ‘रंग दे बसंती’ में करप्शन के मुद्दे को लेकर, युवा बैठकर सरकार को कोसने की बजाय खुद सड़क पर निकलता है. इसमें यह बात उभरी थी कि सिर्फ बैठे न रहे, मुद्दे हल भी करे. ‘दिल्ली 6’ में जांत पांत और हिंदू मुस्लिम को लेकर जो असहिष्णुता की बात हो रही थी, उसका आइना दिखाने का मौका मिला. ‘भाग मिल्खा भाग’में मुझे यह जवाब मिला कि असली लड़ाई हमारी अपनी आंतरिक है. हमें अपने आपको बदलना व उठाना है. यदि हम सभी इस बात को समझकर खुद को बदलने लगें, तो सब कुछ संभव है. अब मैं अपनी नई फिल्म ‘मिर्जिया’ में प्यार के मायने क्या हैं, उसे तलाश रहा हॅूं. इस फिल्म से मैं प्रेम को लेकर लोगो की सोच व समझ में आए बदलाव को समझने का प्रयास कर रहा हूं. प्रेम का भी समाज से गहरा संबंध है. तो मैं आज भी समाज व देश से जुड़ी बात ही करने जा रहा हूं.’’

फिल्म ‘‘रंग दे बसंती’’ में तो मंत्री पर गोली चलवा दी गयी थी? इस पर मेहरा कहते हैं-‘‘आज दस साल बाद मेरी यह फिल्म ज्यादा मायने रखती है. देखिए, हम इतिहास को भूलकर अपनी गलतियों को दोहराते हैं, जिसकी हम बहुत बड़ी कीमत चुकाते हैं. इतिहास भी कमाल की चीज है. कई बार इसका पुनः लेखन होता है. जैसे जैसे विचार व आईडियोलॉजी बदलती है, वैसे वैसे इतिहास में भी बदलाव किया जाता रहा है. जब हमने फिल्म ‘रंग दे बसंती’ बनाने जा रहे थे, उस वक्त मुझे 1916 से 1937 तक जो आम आजादी का आंदोलन शुरू हुआ था, उसकी याद आयी थी. आजादी के इस आंदोलन में युवा वर्ग शामिल था. जिनकी सोच यह थी कि हमें आजादी सिर्फ अंग्रेजों से नहीं चाहिए, बल्कि आजादी एक इंसान से दूसरे इंसान के शोषण खत्म को करने की चाहिए. हम खुद के गुलाम न बने. कोई बाहर से आकर आपकी मातृभूमि का बलात्कार करे या खुद अपनी जननी यानी कि मातृभूमि का बलात्कार करे, यह गलत ..मैने उसी सोच को लिया और सोचा कि यदि आज भगत सिंह या राजगुरू होते, तो क्या करते, तो फिल्म के क्लायमेक्स में फिल्म का किरदार करण सिंह अपने आपको गोली से मार देता है. फिल्म रिलीज हुई. दस साल हो गए. इन दस वर्षों में हजारों घटनाक्रम हुए, जब युवा पीढ़ी ने बंदूक नहीं उठाई, बल्कि मोमबत्तियां जलाकर शांति मार्च निकाला. किसी युवक ने हाथ में बंदूक नहीं उठायी. वह समझदार है. अंततः हम शांतिप्रिय लोग हैं.’’

राकेश ओमप्रकाश मेहरा आगे कहते हैं-‘‘हमारी फिल्म ‘रंग दे बसंती’ के प्रदर्शन के बाद पार्लियामेंट में एक कानून में बदलाव किया गया. कई ग्रुप बने. जेसिका लाल कांड, मट्टू कांड से लेकर कैंडल मार्च वगैरह बहुत कुछ है. पर मैं यह नहीं कहूंगा कि यह सब ‘रंग दे बसंती’ का असर है, पर यह जरुर कहूंगा कि कहीं न कहीं यह फिल्म इन घटनाक्रमों के पीछे कैटेलिस्ट रही. इंसान को एक इशारे की जरूरत होती हैं. मुझे लगता है कि हमारी फिल्म ने इशारा किया था. पर उसका श्रेय मैं नही लूंगा. वह सब तो लोंगो के उपर हैं.’’

अनलिमिटेड कहानियां-आर्टिकल पढ़ने के लिएसब्सक्राइब करें