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क्या आपने देखा बिना पेट्रोल के उड़ने वाला विमान

बिना पेट्रोल के चलने वाला सौर-ऊर्जा इंजन से युक्त सोलर इम्पल्स ने अब तक का सबसे लंबा सफर तय किया है. तीन दिन का सफर तय कर इस विमान ने प्रशांत महासागर पार करते हुए कैलीफोर्निया पहुंचा है. यह इस विमान के लिये बड़ी उपलब्धि है.

पैसिफिक इज डन

प्रशांत महासागर के ऊपर उड़ते वक्त तेज हवाओं का सामना करना पड़ा, साथ ही मौसम की मार इस विमान को झेलनी पड़ीं. तमाम विषम परिस्थितियों से जूझने के बाद जब विमान कैलीफोर्निया में लैंड हुआ तो पायलट ने कहा, "पैसिफिक इज डन."

सबसे खतरनाक उड़ान

यह उड़ान इस विमान के लिये सबसे खतरनाक उड़ान थी, क्योंकि बीच में कहीं भी इमर्जेंसी लैंडिंग की सुविधा उपलब्ध नहीं थी. सौर ऊर्जा से चलने वाले इस विमान के लिये सबसे बड़ा खतरा था कि कहीं बीच में सौर ऊर्जा से प्राप्त बिजली समाप्त हुई तो विमान को कैसे संभाला जायेगा.

विमान से जुड़ी खास बातें

1.इस विमान की खासियत यह है कि इसमें ऊर्जा का एक-एक भाग सूर्य से प्राप्त किया

2.इस विमान की छत पर 17,000 फोटोवोल्टाइक सेल लगी हैं, जो सूर्य से ऊर्जा को प्राप्त कर उसे सेव करती हैं.

3.इस विमान में फिलहाल 50 यात्री यात्रा कर सकते हैं.

4.दोपहर के वक्त विमान का प्रोपेलर विमान को उड़ने में मदद करने के साथ-साथ बैटरी को चार्ज भी करता है.

5.इम्पल्स ने अपनी पहली उड़ान अबू धाबी से मार्च 2015 में भरी थी.

एडल्ट कॉमेडी को लेकर ये कहा नरगिस फाखरी ने…

बॉलीवुड एक्ट्रेस नरगिस फाखरी का कहना है कि वह हिन्दी फिल्मों में व्यस्क कॉमेडी करने में असहज महसूस करती हैं. अमेरिकी मॉडल और एक्ट्रेस नरगिस की आने वाली अगली फिल्म हाउसफुल सीरीज की तीसरी फिल्म है. वह भारत में अब इस शैली की फिल्मों में काम करने को इच्छुक नहीं हैं.

नरगिस ने बताया, मैं व्यस्क या सेक्स कॉमेडी फिल्में नहीं करूंगी. भारत में हास्य की भावना भी काफी अलग है. अगर आप अमेरिका या जर्मनी या लंदन जाएंगे तो लोगों में अलग हास्य की भावना मिलेगी. ऐसे में मैं व्यस्क या सेक्स कॉमेडी फिल्म अमेरिका में कर सकती हूं लेकिन भारत में नहीं.

अंग्रेजी व्यस्क कॉमेडी फिल्मों को बाजार में देखते हुए हिन्दी फिल्म निर्माताओं ने 'ग्रांड मस्ती', 'क्या सुपर कूल हैं हम', 'मस्तीजादे' और अन्य फिल्मों जैसे व्यस्क कॉमेडी फिल्मों के निर्माण का भी प्रयास किया.

नरगिस ने बताया कि उन्होंने अभी तक हिन्दी में कोई व्यस्क कॉमेडी फिल्म नहीं देखी है. साजिद-फरहाद निर्देशित 'हाउसफुल 3' फिल्म में वह अभिनेता अक्षय कुमार, अभिषेक बच्चन, रितेश देशमुख और लीजा हेडन के साथ नजर आने वाली हैं.

 

 

हर कर्मचारी का होगा एक ही पीएफ अकाउंट

पीएफओ ने एक मई को ‘एक कर्मचारी, एक ईपीएफ खाता’ पेश करने की योजना बनाई है ताकि समय से पहले भविष्य निधि की निकासी को हतोत्साहित किया जा सके और राज्य सरकारों को इसकी पेंशन प्रणाली से जुड़ने के लिए प्रेरित किया जा सके.

कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ने 21 अप्रैल को हुई एक आंतरिक बैठक में यह फैसला किया है. इससे पहले सरकार 19 अप्रैल को भविष्यनिधि निकासी के संबंध में अपना फैसला वापस ले चुकी है. इसमें सरकार ने निकासी को सख्त बनाने और अंशधारकों को 58 साल की उम्र से पहले भविष्य निधि में नियोक्ता के योगदान (मूल वेतन का 3.67 प्रतिशत) को निकालने के संबंध में मानदंडों को सख्त बनाया था.

गुरवार को हुई बैठक में ईपीएफओ के केंद्रीय भविष्य निधि आयुक्त वी पी जॉय ने भविष्य निधि निकासी के मानदंडों के संबंध में विवाद पर चर्चा की. जॉय ने कहा कि कर्मचारियों और नियोक्ताओं के बीच प्रभावी संवाद की जरूरत है. उन्होंने कहा कि कर्मचारियों द्वारा हर बार नौकरी बदलने पर निकासी से जुड़े मुद्दे का समाधान अच्छी सेवा और आसान माध्यम के जरिए किया जाए. उनका मानना है कि नियोक्ताओं और कर्मचारियों को अपने व्यक्तिगत प्रोफाइल से जुड़ी राशि देखने की सुविधा होनी चाहिए.

जॉय ने कहा कि सेवा में सुधार और बेहतर पेंशन प्रणाली का अर्थ होगा कि हम पेंशन सेवाओं के लिए एक अतिरिक्त चैनल खोल सकते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि यदि ईपीएफओ सेवाएं और योजनाएं ज्यादा कर्मचारी अनुकूल बनाई जाती हैं तो राज्य सरकारों के लिए ईपीएफ पेंशन प्रणाली से जुड़ने की वजह तैयार की जा सकती है.

जॉय ने अपने कर्मचारियों को सूचित किया कि ईपीएफओ ने एक मई 2016 को एक कर्मचारी एक ईपीएफ खाता प्रणाली पेश करने का प्रस्ताव किया है. उन्होंने कहा कि ईपीएफ सेवा सुधरने पर ज्यादा लोग स्वेच्छा से ईपीएफ प्रणाली से जुड़ेंगे.

 

 

टाइगर श्राफ खोलेंगे मार्शल आर्ट स्कूल

जैकी श्राफ के बेटे और अपने करियर की पहली फिल्म‘‘हीरोपंती’’ से चर्चा में आए टाइगर श्राफ इन दिनों अपने करियर की दूसरी फिल्म ‘‘बागी’’को लेकर चर्चा में है. फिल्म ‘‘बागी’’में केरला की मूल मार्शल आर्ट फार्म केरला पट्टू को चित्रित किया गया है.इस फिल्म के लिए टाइगर श्राफ ने षिफूजी गुरू से केरला पट्टू मार्शल आर्ट फार्म को खास तौर पर सीखा. जबकि वह बचपन से ही मार्शल आर्ट सीखते आ रहे हैं. वास्तव में टाइगर श्राफ जब चार साल के थे, तब उन्होने पहली बार ब्रूसली की फिल्म ‘एंटर द ड्रैगन’’ देखी थी. इस फिल्म से ही उनकी जिंदगी बदली थी. जबकि फिल्म ‘‘बागी’’ में अभिनय करने के बाद  टाइगर श्राफ को अहसास हुआ कि मार्शल आर्ट तो हर नारी के उत्थान के लिए अति आवश्यक है.इसलिए अब टाइगर श्राफ लड़कियो के लिए मार्शल आर्ट का स्कूल खोलने जा रहे हैं.
इस बारे में जब हमारी टाइगर श्राफ से बात हुई, तो टाइगर श्राफ ने कहा- ‘‘मैं मार्शल आर्ट का स्कूल खोलने की योजना पर काम कर रहा हॅू. जहाॅ मैं हर लड़की व नारी को मुफ्त में मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग देना चाहता हॅूं. इस स्कूल को लेकर मैने बहुत बड़ी योजना बनायी है.’’
जब हमने टाइगर श्राफ का ध्यान इस ओर दिलाया कि लड़कियों को मार्शल आर्ट सिखाने का काम तो अभिनेता अक्षय कुमार भी कर रहे हैं. तो क्या वह अक्षय कुमार के साथ मिलकर इस स्कूल के काम को अंजाम देने वाले हैं?

इस पर टाइगर श्राफ कहते हैं-‘‘नहीं! अक्षय कुमार जी अपने हिसाब से इस काम को अंजाम दे रहे है. मेरी योजना काफी अलग तरह की है. मैं स्कूल की तरह इसे चलाना चाहता हूँ. मेरी राय में मार्शल आर्ट से नारी सशक्तिकरण होता है.’’

मार्शल आर्ट का नारी सशक्तिकरण से क्या संबंध है? इस पर टाइगर श्राफ ने कहा-‘‘आज की तारीख में नारीयों पर अत्याचार, शरीरिक शोषण, बलात्कार की घटनाएं बढ़ रही है. ऐसे में मार्शल आर्ट नारियों में एक नई उम्मीद की किरण है. मार्शल आर्ट सीखने के बाद हर लड़की आत्मरक्षा कर सकती है.इससे नारीसशक्तीकरण भी होगा.’’
 

लोन डिफॉलटर्स को नहीं मिलेगी एसबीआई में नौकरी

अगर आप देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) में नौकरी के लिए आवेदन करना चाहते हैं तो कर्ज व क्रेडिट कार्ड आदि के भुगतान के अपने इतिहास को दुरूस्त रखें क्योंकि बैंक उन प्रत्याशियों के आवेदन स्वीकार नहीं करेगा जिनका इस मामले में रिकार्ड खराब रहा हो.

एसबीआई लिपिकीय संवर्ग में फिलहाल कनिष्ठ एसोसिएट्स (ग्राहक सपोर्ट तथा बिक्री) तथा कनिष्ठ कृषि सहयोगी की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू की है. इसमें यह कहा गया है कि जिन उम्मीदवारों को ऋण चुकाने का रिकार्ड खराब है, वह देश के सबसे बड़े बैंक के लिये योग्य नहीं होंगे.

हाल में जारी विज्ञापन के अनुसार जिन उम्मीदवारों के चरित्र और नैतिकता के संदर्भ में कोई विपरीत रिपोर्ट है तो वे भी पद के लिये आवेदन देने के लिये पात्र नहीं होंगे.

एसबीआई ने अभ्यर्थियों से पदों के लिये आवेदन देने से पहले सिबिल से अपने ऋण इतिहास के बारे में जानकारी प्राप्त करने की सलाह दी है. 

 

 

अब नए विवाद में बाबूलाल गौर

मध्य प्रदेश के वरिष्ठ और अति बुजुर्ग मंत्री बाबूलाल गौर एक नये विवाद मे फँस गये हैं जो दरअसल मे बेहद आम स्त्री पुरुष सम्बन्धों के लिहाज से है. हुआ यूँ कि नई लो फ्लोर बसों के शुभारम्भ पर यात्रियों को बस मे चढ़ाते गौर ने एक महिला के नितम्ब पर हाथ रख दिया जिसका किसी ने वीडियो बनाकर वाइरल कर दिया. इस बीडीओ मे साफ दिख रहा है कि कथित पीडित महिला जो भाजपा कार्यकर्ता भी है को बस मे चढ़ाते गौर ने उसे पीछे से छुआ. अब हल्ला इस बात पर मच रहा है कि रंगीन मिजाज गौर ने ऐसा जानबूझ कर किया यानि उनकी नीयत मे खोट था और उनकी मंशा शुद्ध छेड़छाड़ की थी काँग्रेस तो उन्हे घेर ही रही है पर खुद भाजपा की ही महिला विधयक उन पर आरीप मढ़ रही हैं. विवाद बढ़ता देख मुख्य मंत्री शिवराज सिंह ने उन्हे तलब किया है.

अपनी तरफ़ से गौर सफाई दे चुके हैं कि यह किसी की  कारगुज़ारी है सच कूछ भी हो सकता है पर एक सच यह भी है कि बुढ़े भी मौका देख छेड़छाड़ करते हैं लेकिन उनकी उम्र और सफेद वालों का लिहाज करते महिलायें उनकी हरकतों को नज़र अंदाज़ कर जाती हैं और युवतिया ज़रूर आपस मे चटखारे लेकर बतियाती रहती हैं कि बाप दादा की उम्र के मर्द भी हरकतों से बाज नहीँ आते गौर के मामले मे तो पीडिता ने कोई शिकायत ही नहीँ की है पर भाजपा का ही एक धड़ा महिला के पीछे पड़ गया है कि वह सामने आकर शिकायत दर्ज कराये नारी सम्मान और नैतिकता का दम्भ भरने बाली भाजपा से गौर की यह हरकत न उगलते बन रही है न निगलते मामले का यह पहलू भी कम दिलचस्प नहीँ कि गौर ने कोई बड़ा गुनाह नहीँ कर दिया है सम्भव है यूँ ही बेख्याली मे उनका हाथ महिला को छू गया हो पर वीडियो देख लोग यह छूट उम्र के आधार पर उन्हे देने तैयार नहीँ क्योंकि ऐसा इरादतन करना वे मान रहे हैं.दम ती इन चर्चाओं मे भी है कि गौर राघव जी भाई से तो बेहतर हैं जिन पर अपने नौकर राज़ कुमार के यौन शोषण का मुकदमा चल रहा है

अमीर भिखारी

मंदिर की सीढि़यों पर बैठे हुए, टे्न में घूमते हुए, रैड लाइट पर भीख मांगते हुए तो आप ने भिखारियों को देखा ही होगा, जिन्हें देख कर आप सोचते होंगे कि इन की मुश्किल से महीने की 1000 रुपए कमाई होती होगी और आप उन पर तरस खा कर उन की झोली मे कुछ पैसा गिरा देते होंगे. लेकिन आज समय बिलकुल बदल गया है. आज जमाना आ गया है अमीर भिखारियों का, जिस ने हमारे दिमाग में बनी भिखारियों की इमेज को धूमिल कर दिया है.

48.98 लाख प्रतिमाह कमाने वाला भिखारी

अगर भिखारी 4-5 हजार रुपए महीने का कमाते तो फिर भी सोचा जाता कि वे ज्यादा कमाई करने के चक्कर में पौश कालोनियों के आसपास या फिर 24×7 काम करते हैं. लेकिन एक भिखारी के लिए प्रतिमाह 48.98 लाख कमाना बहुत बड़ी बात है. लेकिन ये सच है. अभी हाल ही में दुबई नगरपालिका के निरीक्षकों ने अमीरात पुलिस के साथ मिल कर भिखारियों पर शिकंजा कसने के उद्देश्य से अभियान चलाया था, जिस के चलते 50-60 भिखारियों को पकड़ा गया, जिस में एक भिखारी 48.98 लाख प्रतिमाह कमाने वाला भी था. ये भिखारी वीजा के साथ दुबई में ऐंटर हुआ. इस देश में आने का मकसद यह था कि बहुत कम समय में अमीर बन सके.

वो इस के लिए जुमे की रोज मस्जिद के बाहर लाइन लगा कर खड़े हो जाते थे और मस्जिद में जाने वाले लोग उन की पैसों से भरपूर पेट पूजा करवाते थे. जिस से उन की मौजें ही मौजें हो रही थीं. देने वालों को क्या पता था कि वे उन के दिए पैसों से अमीर बन रहे हैं.

ऐसा सिर्फ दुबई में ही नहीं बल्कि भारत में भी है जहां आप को ढेरों अमीर भिखारी देखने को मिल जाएंगे, जिन के पास मकान, बंगले, गाड़ी सबकुछ है लेकिन बिजनैस ऐसा, जिस में दूसरों के सामने खुद को ऐसे दिखाना कि वे आप को भीख देने पर मजबूर हो जाएं.

अभी तक आप ने सब से अमीर व्यक्ति या फिर सब से अच्छे लीडर के बारे में सुना होगा लेकिन अब आप इंडिया के टौप 5 अमीर भिखारियों के बारे में भी जान लें जिन का विवरण इस प्रकार हैः

1. 49 साल का भारत जैन, जो भीख मांगने का काम करता है उस के पास 2 मिलियन के करीब संपत्ति है. उस के मुंबई में दो फ्लैट्स हैं, हर फ्लैट की कीमत 70 लाख के करीब है. उस की एक जूस की दुकान भी है, जिस से उसे हर महीने 10 हजार रुपए किराया भी मिलता है.

2. कृष्णाकुमार, जो मुंबई में अपने परिवार के साथ रहता है, उस के भी मुंबई में कई मकान हैं, जिस की कीमत लाखों में है. जिस से आप सहज ही अंदाजा लगा सकते हैं कि उस के पास कितनी संपत्ति होगी.

3. पटना की करवटिया देवी जो अमीर भिखारियों की लिस्ट में तीसरे नंबर पर शामिल है, उस के पास भी काफी संपत्ति है. उस ने 9 साल पहले पटना रेलवे स्टेशन और वहां से गुजरने वाली ट्रेनों में भीख मांगने का काम शुरू किया था. इस से उस ने इतना पैसा कमा लिया कि उस ने अपनी बेटी की शादी ग्रैंड लैवल पर की. वह एलआईसी के लिए उस का सालाना प्रीमियम 36 हजार रुपए भरती है.

4. समबाजी काले जो मुंबई के सुबरबन एरिया में रहता है और भीख मांगने का काम करता है. उस की एक दिन की इनकम 1000 रुपए है. वो अपार्टमैंट में रहता है और उस के शोलापुर डिस्ट्रिक्अ में खद के 2 मकान हैं. उसे इस जौब से बहुत प्यार है क्योंकि उसे लगता है कि इस में उसे कुछ लगाने की जरूरत नहीं पड़ती बल्कि मिलता ही मिलता है.

5. लक्ष्मी डोस जो कोलकाता मे रहती है और अमीर भिखारियों की सूची में 5वें स्थान पर है. उस ने 1964 में भिखारी का काम शुरू किया जब वह 16 साल की थी. वो लोगों के सामने लाचार बन कर भीख मांगती थी. आज उस का बैंक में अकाउंट होने के साथसाथ खुद का के्रडिट कार्ड भी है.

पढ़ालिखा भिखारी

अभी कुछ समय पहले एक ऐसा मामला भी सामने आया, जिस में दिल्ली यूनिवर्सिटी से ग्रैजुएट छात्र जो बीपीओ में जौब करता था और वहां से 15,000 रुपए महीना भी कमा लेता था. उस के दिमाग में एक आइडिया आया कि अगर वह 2 घंटे के लिए भिखारी बन जाए तो ज्यादा कमाई कर सकता है. उस ने अपने इस आइडिया को हकीकत में बदला और इस में वह सफल भी हो गया.

भीख मांगने के स्टाइल

लाइफ फंडों के बल पर चलती है ये तो सब जानते हैं लेकिन भीख मांगने के लिए अलगअलग स्टाइल्स अपनाए जाएंगे ये किसी को नहीं पता था. आइए जानते हैं उन्हीं स्टाइल्स के बारे में. कुछ औरतें भीख मांगने के लिए अपने हाथ में छोटा सा बच्चा और दूध की बोतल ले कर घूमती हैं और लोगों से यह कह कर भीख मांगती हैं कि उन का बच्चा कल रात से भूखा है इसलिए दूध पिलाने के लिए पैसा दे दो. मैट्रो स्टेशन पर आप को आजकल ऐसे भिखारी भी देखने को मिल जाएंगे जो बच्चों की बीमारी का बहाना बना कर ढेरों पैसे लूट लेते हैं. वो इस तरह से बच्चे को जमीन पर लिटाते हैं जैसे वो मरने की हालत में हों. ऐसे में कोई भी तरस खा कर उन्हें पैसे दे देते हैं.

  1. रैड लाइटों पर आप को ऐसे भिखारी भी देखने को मिलेंगे जो हाल में फावड़ा लिए हुए होते हैं और ये कह कर पैसा मांगते हैं कि मेरा ठेकेदार 6 दिनों से छुट्टी पर है जिस कारण परिवार के भूखे मरने की नौबत आ गई है.
  2. कुछ झूठे फ्रैक्चर के नाम पर भीख मांगते हैं.
  3. कुछ लोग ये कह कर भीख मांगते हैं कि हमारे गांव में बाढ़ आ गई है जिस कारण सब कुछ उजड़ गया है इसलिए हमारी पैसों से मदद करें.
  4. कुछ बूढ़ी औरतें झूठे दवाई के परचे दिखा कर भी पैसा बटोरने की कोशिश करती हैं.
  5. यह व्यक्ति बोल नहीं सकता और आप की जो मदद बने कर दें. जैसे फंडे अपना कर मोटी रकम कमा लेते हैं.
  6. कुछ बेटी की शादी के नाम पर ढेरों बटोर लेते हैं.
  7. कुद मिला कर उन्हें ये बिजनैस खूब भा रहा है. क्योंकि इस में रटेरटाए डाइलौग्स लाखों की कमाई जो करवा देते हैं और मेहनत भी नहीं करनी पड़ती.

देने वालों का भी दोष

इस काम को प्रोत्साहित करने का श्रेय आम लोगों को जाता है क्योंकि जब कोई भीख मांगता है और हम उसे न दें तो वह इस धंधे को छोड़ने पर मजबूर हो जाएगा. लेकिन जब हम बैठेबैठाए उन का पेट भर रहे हैं तो वे कभी भी काम नहीं करेंगे.

इसलिए भीख मांगने वालों को कभी पैसा न दें. अगर आप को बहुत ही जरूरतमंद व्यक्ति दिखाई देता है तो उस की रोटी व कपड़े से मदद करें.

रक्षा क्षेत्र में एफडीआई बढ़ाने की तैयारी में सरकार

केंद्र सरकार रक्षा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) की सीमा को 49 प्रतिशत से बढ़ाने की तैयारी कर रही है. फिलहाल डिफेंस में स्वत: मंजूरी मार्ग से 49 प्रतिशत एफडीआई की अनुमति है. वहीं इससे ज्यादा विदेशी निवेश के लिए विदेशी निवेश संवद्र्धन बोर्ड (एफआईपीबी) की मंजूरी जरूरी होती है.

सूत्रों के मुताबिक इस बारे में दिशा निर्देश तैयार करने के बारे में एक बैठक इसी सप्ताह रक्षा मंत्रालय में हुई थी. इन दिशा निर्देशों से 49% से अधिक की शेयरधारिता वाले मामलों में विदेशी निवेश लाने में सुविधा होगी. पिछले साल सरकार ने रक्षा क्षेत्र में एफडीआई नियमों के उदार करते हुए स्वत: मंजूरी मार्ग से 49% एफडीआई की अनुमति दी थी.

आपको बता दें कि फ्रांस की रक्षा क्षेत्र की कंपनी डीसीएनएस ने क्षेत्र में 100 फीसदी के प्रस्ताव के साथ संपर्क किया है. सरकार ने हालांकि रक्षा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश नीति को उदार बनाया है, लेकिन अभी तक क्षेत्र में कोई प्रमुख विदेशी निवेश हासिल नहीं हुआ है.

 

विवाह पूर्व समझौता: पहले करार फिर विवाह

हमारे यहां विवाह को सात जन्मों का बंधन माना जाता है, जहाँ  अग्नि के सात फेरे ले कर दो तन, और मन एक पवित्र बंधन में बंधते हैं लेकिन कई लोगों के लिए एक ही जीवन में यह गठबंधन दूभर होने लगता है . ऐसे में कल्पना कीजिए कि लड़का और लड़की के परिवार शादी की तैयारियों पर विचार करने की बजाय ऐसे किसी  समझौते पर विचार-विमर्श कर रहे हो जिसमे इस विषय पर बात हो रही हो कि विवाह टूटने की सूरत में दोनों को क्या-क्या संपत्ति मिलेगी .ऐसा ही कुछ विचार विमर्श  भारतीय परिवेश में भी देखने को मिल रहा है .

हाल में ही महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने कानून एवं न्याय मंत्री डी वी सदानंद देवगौड़ा से विवाह से पूर्व समझौते  को अनिवार्य बनाने जाने की सिफारिश की. यह सिफारिश इसलिए की गई है क्योंकि आर्थिक सामाजिक रूप से पिछड़े तबकों में महिलाओं को विवाह उपरांत जायदाद और तलाक के दौरान संपत्ति आदि विषयों में काफी जिल्लत झेलनी पड़ती है. गौरतलब है कि मंत्रालय लम्बी न्यायिक प्रणाली, महिला सुरक्षा, सम्पत्ति में उचित अधिकार आदि के मद्देनजर भी इस क़ानून को पारित करवाना चाहता है. हालाँकि यह निर्णय केंद्र और संसद के लिए आसान नहीं होगा क्योंकि एक ओर तो यह भारतीय परंपरा से जुड़ता है तो वहीं पितृसत्तात्मक समाज में एक महिला को अपने स्वतंत्र चुनाव का कानूनी अवसर देगा. वित्तीय योजनाकारों का कहना है कि विवाह में बंधने से पहले यह शुरुआत अच्छी हो सकती है.विवाह पूर्व समझौते में जायदाद, देनदारी, कारोबार और उस पर मालिकाना हक सहित सभी बातें शामिल होती हैं. इससे दोनों पक्षों को विवाह से पहले एक दूसरे की वित्तीय स्थिति जानने में भी मदद मिलेगी.

वैवाहिक संबंध खराब होने के बाद स्त्री अगर तलाक लेने के बारे में सोचती है तो वह आगे के जीवन के संबंध में अनिश्चित रहती है और पुरुष अगर तलाक लेना चाहता है तो उसे अव्यावहारिक मांगों का सामना करना पड़ता है. इससे दोनों अपना जीवन घुट-घुटकर जीते हैं.‘विवाह पूर्व समझौता’ विवाह से पहले दोनों पक्षों के बीच एक लिखित समझौता होगा जिसमें दोनों द्वारा अलग-अलग होने के तौर-तरीकों के अलावा संपत्ति, देनदारी, जिम्मेदारी और कर्तव्यों का ब्योरा रहेगा. इसको संबंधित अधिकारी के पास पंजीकृत कराना होगा और इसकी कानूनी बाध्यता होगी.समझौते में तलाक होने की स्थिति में संपत्ति के मालिकाना हक का भी ब्योरा होगा .

अगर हम भारतीय समाज का मनोविश्लेषण करें तो एक सहज सवाल यह खड़ा होता है कि क्या वाकई हम ऐसे उदार और आधुनिक क़ानून के लिए तैयार हैं, क्या हमारा समाज इस कानून को स्वीकार कर पाएगा? क्या शादियों को बनाए रखने के लिए कोई  कानून हो सकता  है, जो विवाह को टूटने से बचाए और यदि टूटने से नहीं बचा सकता  तो कोई ऐसा करार जो दोनों ही पक्षों के लिए राहत देने वाला हो. क्योंकि जब भी शादी टूटती है तो सबसे ज्यादा असर निराश्रित की देख-रेख पर ही पड़ता है. जो भी सदस्य पैसा नहीं कमाता है, उसके लिए जीवन जीना मुश्किल हो जाता है. चूंकि आमतौर पर महिलाएं वित्तीय रूप से कमजोर होती हैं, वे लंबी अदालती लड़ाई का भार वहन नहीं कर पाती हैं. साथ ही यह पुरुषों के लिए भी ठीक इस लिहाज से हो सकता है, क्योंकि उन्हें भी संबंध विच्छेद में अनाप-शनाप मुआवजे की मांग को नहीं मानना पड़ेगा क्योंकि कई मामलों में महिलाएं संबंध टूटने पर कानून का दुरुपयोग करती हैं.

जहां तक पश्चिम की बात है तो वहां की सभ्यता में ऐसे करार होते हैं . पश्चिमी देशों में ‘विवाह पूर्व समझौते’ की प्रणाली प्रभाव पूर्ण ढंग से चल रही है. विकसित देशों जैसे अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस और जर्मनी जैसे देशों में यह चलन काफी दिनों से है..हालांकि,विवाह  के टूटने का जो दुख भावनात्मक स्तर पर होता है, वह ऐसे किसी करार की सहायता से पाटा नहीं जा सकता .

जबरदस्त कॉमेडी का तड़का है ‘हाउसफुल 3’, ट्रेलर रिलीज

'हाउसफुल ' सीरिज की 'हाउसफुल-3 ' का ट्रेलर रविवार को रिलीज कर दिया गया है. इस फिल्म के कलाकार अक्षय कुमार, अभिषेक बच्चन, रितेश देशमुख, जैकलीन फर्नांडिस, नरगिस फाखरी और लीजा हेडन ने मुंबई में ट्रेलर को लॉन्च किया. साथ ही ट्विटर पर इसे शेयर किया गया.

साजिद नाडियाडवाला की इस फिल्म फ्रैंचाइज की पिछली दो फिल्में सफल रही हैं.  सीरीज की पहली फिल्म 2010 में और दूसरी फिल्म 2012 में प्रदर्शित हुई थी. अब तीसरी का इंतजार फैन्स को है. देखना है ये फिल्म दर्शकों कों को कितना लुभा पाती है.

साजिद नाडियाडवाला के निर्माण और साजिद-फरहाद के निर्देशन वाली 'हाउसफुल-3' की रिलीज 3 जून है. इसका वितरण इरोस इंटरनेशनल ने किया है.

फिल्म के 3.16 मिनट ट्रेलर को देखकर लग रहा है कि इसमें जबरदस्त कॉमेडी का तड़का लगाया गया है. इस फिल्म में अक्षय कुमार, अभिषेक बच्चन,रितेश देशमुख,बोमन इरानी,चंकी पांडे,जैकलीन फर्नाडीज,नरगिस फाखरी और लीसा हेडन मुख्‍य भूमिका में हैं. इस फिल्म में अभिषेक बच्चन पहली बार नजर आ रहे हैं.

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