बिना पेट्रोल के चलने वाला सौर-ऊर्जा इंजन से युक्त सोलर इम्पल्स ने अब तक का सबसे लंबा सफर तय किया है. तीन दिन का सफर तय कर इस विमान ने प्रशांत महासागर पार करते हुए कैलीफोर्निया पहुंचा है. यह इस विमान के लिये बड़ी उपलब्धि है.

पैसिफिक इज डन

प्रशांत महासागर के ऊपर उड़ते वक्त तेज हवाओं का सामना करना पड़ा, साथ ही मौसम की मार इस विमान को झेलनी पड़ीं. तमाम विषम परिस्थितियों से जूझने के बाद जब विमान कैलीफोर्निया में लैंड हुआ तो पायलट ने कहा, "पैसिफिक इज डन."

सबसे खतरनाक उड़ान

यह उड़ान इस विमान के लिये सबसे खतरनाक उड़ान थी, क्योंकि बीच में कहीं भी इमर्जेंसी लैंडिंग की सुविधा उपलब्ध नहीं थी. सौर ऊर्जा से चलने वाले इस विमान के लिये सबसे बड़ा खतरा था कि कहीं बीच में सौर ऊर्जा से प्राप्त बिजली समाप्त हुई तो विमान को कैसे संभाला जायेगा.

विमान से जुड़ी खास बातें

1.इस विमान की खासियत यह है कि इसमें ऊर्जा का एक-एक भाग सूर्य से प्राप्त किया

2.इस विमान की छत पर 17,000 फोटोवोल्टाइक सेल लगी हैं, जो सूर्य से ऊर्जा को प्राप्त कर उसे सेव करती हैं.

3.इस विमान में फिलहाल 50 यात्री यात्रा कर सकते हैं.

4.दोपहर के वक्त विमान का प्रोपेलर विमान को उड़ने में मदद करने के साथ-साथ बैटरी को चार्ज भी करता है.

5.इम्पल्स ने अपनी पहली उड़ान अबू धाबी से मार्च 2015 में भरी थी.

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