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महाराष्ट्र के नांदेड़ में भाजपा की हार से मिलते सबक

नांदेड़ महाराष्ट्र का एक छोटा शहर है, पर बहुत छोटा भी नहीं. यहां रोजाना हवाई सेवा चलती है, क्योंकि 10वें सिख गुरु गोबिंद सिंह का 1708 में यहीं देहांत हुआ था और उन्होंने ही सिख पंथ के नेता की जगह गुरु ग्रंथ को दी थी. 6 लाख की आबादी वाले इस शहर का नाम तब चमका, जब यहां 11 अक्तूबर, 2017 को हुए कारपोरेशन के चुनाव में इतिहास रच डाला. उम्मीद थी कि यहां भारतीय जनता पार्टी ही जीतेगी और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस डेरा जमाए हुए थे और 2012 के चुनाव में 41 सीटें जीत कर राज कर रही कांग्रेस को हराने के लिए कमर कसे हुए थे.

नतीजे चौंकाने वाले निकले. 81 सीटों में से 73 कांग्रेस को मिलीं, भारतीय जनता पार्टी को 6, शिव सेना को एक व शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को बड़ा अंडा मिला. कांग्रेस के अशोक चव्हाण ने राहुल गांधी को तोहफा दे दिया कि भाजपा की हर जगह जीत की कोई गारंटी नहीं.

यह ठीक है इस शहर में मुसलिम व दलित वोटर ज्यादा हैं और 2014 में भी नरेंद्र मोदी की लहर में यह सीट कांग्रेस के पास रही थी, पर उम्मीद थी कि जिस तरह नरेंद्र मोदी का दबदबा बढ़ रहा था उस में कांग्रेस की दाल सिर्फ दलदल बन कर रह जाएगी.

नांदेड़ जीत कर कांग्रेस को नया जोश मिला है कि मेहनत की जाए तो सरकार को पटकनी दी जा सकती है. जरूरत है एक ठीकठाक लीडर की और बड़ी पार्टी की लड़ने की मंशा की.

आज जनता बुरी तरह नोटबंदी, टैक्सबंदी, मांसबंदी, मुंहबंदी, सोचबंदी, शौचबंदी, आधारबंदी से कराह रही है. नारे चाहे यह मुक्त भारत, वह मुक्त भारत के लग रहे हों, देश में असल लहर तो मुक्ति मुक्त भारत की चलाई जा रही है, जिस में मुट्ठीभर दरबारी और भगवाधारी पूरे देश को मुसलिम देशों की तरह धर्म के नाम पर चलाने की कोशिश में लगे हैं. नांदेड़ ने जताया है कि यह कोशिश उलटवार कर सकती है और मुक्ति दिलाने वाले को ताकत से मुक्त कर सकती है.

लोकतंत्र और वोटतंत्र में बहुत खराबियां हैं, पर फिर भी अपनी राय को जाहिर करने और अपने गुस्से को वोट से पहुंचाने की ताकत अब भी आम लोगों के हाथों में है. जल्दी ही गुजरात व हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और इन पर नांदेड़ के चुनाव का असर पड़ सकता है.

वैसे, इसी तरह के परिणाम 2014 में भी आए थे, जब मोदी लहर के बावजूद अरविंद केजरीवाल दिल्ली विधानसभा की 70 में से 67 सीटें जीत गए थे, पर फिर कारपोरेशन के चुनाव हार गए थे. नांदेड़ एक फुस अनार भी साबित हो सकता है और महाबम भी. यही कुछ पंजाब के गुरदासपुर में हुआ, जहां भाजपा की विनोद खन्ना की सीट पर कांग्रेस ने तकरीबन 3 लाख वोटों से जीत हासिल की.

नोटबंदी का एक साल : चुनाव में काम आएंगे पुराने 500 और 1000 के नोट

केंद्र सरकार ने आज से ठीक एक साल पहले 8 नवंबर, 2016 को 500 और 1000 रुपये के नोटों पर रोक लगा दी थी. इसके बाद लोगों को बैंक जाकर इन नोटों को बदलवाना अनिवार्य था. कई ऐसे लोग भी थे, जो समय से अपने सभी पुराने नोट बदल नहीं सके. लेकिन क्या आपने कभी सोचा कि उन नोटों का क्या हुआ? बैंक में उन्हें जमा करने के बाद उनका क्या किया गया? अगर नहीं पता, तो हम बताते हैं.

केंद्र सरकार द्वारा बंद किए वे सभी 500 और 1000 के नोट दक्षिण अफ्रीका भेजे जा रहे हैं, जहां उन्हें होने वाले चुनावों में इस्तेमाल किया जाएगा. ऐसा केरल में कन्नूर की कंपनी वेस्टर्न इंडियन प्लाइवुड लिमिटेड के वजह से हो रहा है, जो बीते नवंबर से उन नोटों को हार्ड बोर्ड (लकड़ी के) बनाकर रीसाइकल करने में जुटी है.

कंपनी के मार्केटिंग हेड पी. महबूब ने इस बारे में कहा कि 2019 में दक्षिण अफ्रीका में चुनाव होने हैं और यह हार्ड बोर्ड उसी दौरान काम आएंगे. उनके मुताबिक, भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के तिरुवनंतपुरम स्थित क्षेत्रीय दफ्तर से उन्हें तकरीबन 800 टन के बंद किए गए नोट मिले थे. 1945 में इस कंपनी की स्थापना कन्नूर के वलापट्टनम में हुई थी, जो प्लाईवुड, ब्लौक बोर्ड और फ्लश डोर तैयार करती है.

ऐसे काम आएंगे 500 और 1000 के नोट

पुराने नोट जिस कागज से बनाए गए थे, वह अच्छी गुणवत्ता का था. ऐसे में कंपनी उन नोटों को मशीनों से लुग्दी के रूप में तब्दील करेगी. कंपनी लकड़ी लुग्दी से कड़े और मुलायम बोर्ड बनाती है. यही बोर्ड बनाने में वह पांच से 15 फीसद तक पुराने नोटों की लुग्दी इस्तेमाल करेगी, जिसे लकड़ी की लुग्दी के साथ मिलाया जाएगा. यह काम थर्मोमकैनिकल पल्पिंग की तकनीक से किया जाएगा.

आमतौर पर आरबीआई नोटों का निस्तारण उन्हें जला कर करता है लेकिन इस बार नोटों की संख्या बेहद अधिक थी, लिहाजा बैंक ने उसे रीसाइकिल होने के लिए भेज दिया. कंपनी ने इन नोटों के लिए बैंक को 200 रुपये प्रति टन के हिसाब से रकम चुकाई है. ऐसा पहली बार होगा कि यह कंपनी अपने हार्ड बोर्ड्स में भारतीय मुद्रा को मिला कर उन्हें अफ्रीकी और खाड़ी देशों में निर्यात करेगी.

औनलाइन बिक रहे हैं 500 1000 के नोट

नोटबंदी के वक्त कई ऐसे लोग भी थे, जो समय से अपने सभी पुराने नोट बदल नहीं सके. ये अब अपने पुराने नोट उसकी वास्तविक कीमत से ज्यादा मूल्य पर औनलाइन नीलाम कर रहे हैं.

इस काम के लिए वे ‘ई-बे’ जैसी साइट का इस्तेमाल करते हैं. पुराने नोटों को सहेज कर रखने के शौकीन इन नोटों के खरीदार बनते हैं.

ऐसी ही साइटों पर 500 और 1000 के पुराने नोट उपलब्ध हैं. वैसे पुरानी चीजों को सहजने की प्रवति नई नहीं है. ऐसा नोटबंदी से पहले भी होता रहा है. प्रचलन से हट गए नोटों को लोग अपनी रुचि के अनुसार संग्रहालय या घर के किसी कोने में सहेजकर रखते थे. देश ही नहीं, ऐसा विदेश में भी होता है. नोट जितना पुराना होता जाता है, उसकी कीमत उतनी ही बढ़ती जाती है.

क्या हैं कीमतें

‘ई-बे’ वेबसाइट पर 299 से 599 तक की कीमत पर 500 और 1000 के नोट उपलब्ध हैं. यहां 200 और 500 के नए नोट भी उपलब्ध हैं. इनकी खासियत लकी माना जाने वाला नंबर 786 मौजूद होना है. 786 नंबर के 200 के नोट की कीमत 425 रुपये और 500 के नोट की कीमत 900 रुपये है.

साथ ही यहां 10 का पुराना नोट 120 रुपये 1 रुपये का पुराना नोट 140 रुपये और 100 रुपये का नोट 275 रुपये की कीमत पर उपलब्ध है. यहां 20 रुपये के पूर्ण चक्र वाले नोट की कीमत 1699 रुपये है.

ओला की माइक्रोसाफ्ट के साथ वैश्विक भागीदारी की घोषणा

ऐप के जरिए लोगों को कैब बुकिंग सेवा देने वाली ओला ने प्रमुख प्रौद्योगिकी कंपनी माइक्रोसाफ्ट के साथ वैश्विक भागीदारी की घोषणा की है. ओला इस करार के तहत माइक्रोसाफ्ट के माइक्रोसाफ्ट क्लाउड, एआई और उत्पादकता टूल का इस्तेमाल करेगी.

इसका उद्देश्य दुनिया भर के कार विनिर्माताओं के लिए अत्याधुनिक ‘कनेक्टेड व्हीकल प्लेटफार्म’ तैयार करना है. इससे कारों की बेहतर देखभाल के साथ ही ग्राहकों के अनुभव को बेहतर बनाया जाएगा.

इस अवसर पर भारत की दो दिवसीय यात्रा पर आए माइक्रोसाफ्ट के सीईओ सत्य नडेला ने कहा, ‘दोनों कंपनियां अपनी इस पेशकश को वैश्विक स्तर पर कार विनिर्माताओं के समक्ष भी रखेंगी. ओला के साथ मिलकर हम अपने ग्राहकों को और समझदार, कनेक्टेड व उत्पादक अनुभव मुहैया कराना चाहते हैं.

ओला के सह संस्थापक व सीईओ भविश अग्रवाल ने ओला और माइक्रोसाफ्ट के साथ वैश्विक भागीदारी की रूपरेखा को सामने रखते हुए कहा, दोनों कंपनियों के इस तरह से साथ काम करने से भारत व अन्य देशों में भविष्य की मोबिलिटी को और बल मिलेगा. इसके जरिये एआई व आईओटी जैसी नई तकनीक की शक्तियों का उपयोग किया जाएगा. इस करार में माइक्रोसाफ्ट वरीय क्लाउड प्रदाता होगा तथा उसके यूजर क्लाउड प्लेटफार्म का इस्तेमाल ओला-प्ले में भी होगा.

सड़कों पर रफ्तार भरने के लिए तैयार है ये सिंगल पहिये वाली बाइक

बाइक के शौकीन लोगों के लिए यह खास खबर है, क्योंकि जल्द ही सड़कों पर रफ्तार भरने के लिए उनके हाथ में एक पहिये वाली जबरदस्त बाइक आने वाली है. जी हां, अब वह दिन दूर नहीं जब आपको सड़क पर एक पहिये वाली बाइक भी फर्राटा भरते नजर आएगी. ्आर

पको बता दें कि हाल ही में टोक्यो में आयोजित 45वें मोटर शो में बाइक निर्माता कंपनी यामहा ने 3 पहियों वाली सुपरबाइक पेश की थी. जिसके बाद अब बाजार में सिंगल पहिये वाली मोटरबाइक जा रही है. नये डिजाइन की इस बाइक को लेकर युवाओं में जबरदस्त क्रेज है.

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मोटरबाइक निर्माता कंपनी रायनो मोटर्स (Ryno Motors) ने सिंगल व्हील मोटरसाइकिल डिजाइन की है. कंपनी ने इस बाइक का डिजाइन भी काफी दमदार बनाया है. कंपनी ने इस बाइक की टेस्टिंग भी कर ली है.

बाइक को माडर्न होवरबोर्ड को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया है. इस बाइक का वजन करीब 72 किग्रा है, लेकिन इस पर 115 किलो वजन को आसानी से ले जा सकता है. बैटरी से चलने वाली रायनो की इस बाइक के 25 इंच चौड़े टायर में ही बैटरी की जगह बनाई गई है. आप इसे एक बार फुल चार्ज करने के बाद आसानी से मीलों का सफर तय कर सकते हैं.

आरामदायक सिंगल सीट वाली रायनो की यह बाइक 10 मील प्रति घंटा यानी करीब 16 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ने में सक्षम है. इस सेल्फ बैलेंसिंग बाइक को आसानी से टर्न भी किया जा सकता है.

सिंगल व्हील बाइक को पार्क करने का तरीका काफी मजेदार है. इस बाइक के फ्रंट बंपर पर बाइक को पार्क करने के लिए स्टैंड दिया गया है. आम बाइक की तरह रायनो की इस बाइक में हैडलाइट, हार्न, पावर प्लग, एडजस्टेबल सीट और ब्रेक सभी कुछ दिए गए हैं. उम्मीद की जा रही है कि इस बाइक का फाइनल माडल जल्द ही बाजार में उपलब्ध होगा.

रिलायंस बंद करने जा रही है अपनी वौयस कौलिंग सुविधा

रिलायंस कम्युनिकेश (Rcom) जल्द ही अपने यूजर्स को झटका देने वाली है. अनिल अंबानी के स्वामित्व वाली रिलायंस कम्युनिकेशंस अपने सभी नेटवर्क पर वौयस कौलिंग सर्विस 1 दिसंबर से बंद करने जा रही है. आरकौम अब अपनी 3जी और 4G LTE सर्विस पर फोकस करेगी.

एयरसेल के साथ मर्जर रद्द होने के बाद कंपनी ने यह कदम उठाया है. फिलहाल कंपनी मोबाइल कारोबार के लिए अल्‍टरनेटिव पर विचार कर रही है. इसकी जानकारी टेलीकौम अथौरिटी औफ इंडिया (TRAI) ने दी है. ऐसे में आरकौम के यूजर्स के पास दूसरे नेटवर्क पर शिफ्ट होने के अलावा दूसरा रास्ता नहीं है.

वायरलेस कारोबार भी होगा बंद

रिलायंस कम्युनिकेशन के वायरलेस बिजनेस को भी बंद करने करने की घोषणा की जा चुकी है. 30 नवंबर को इसका आखिरी दिन होगा. इस बारे में सभी एम्पलौइज को सूचना दी गई है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कंपनी के इस फैसले के बाद रिलायंस की डीटीएच सेवा नवंबर में पूरी तरह बंद हो जाएगी. कंपनी के टेलीकौम विभाग के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर गुरदीप सिंह का कहना है कि वायरलेस कारोबार को कर्ज की वजह से बंद करना पड़ रहा है.

कारोबार को चलाने की कोशिश की गई, लेकिन अब इसे 30 दिन से ज्यादा चलाना संभव नहीं है. हालांकि, ILD वौयस, कंज्यूमर वौयस और 4G डौन्गल पोस्ट-पेड सर्विस को जारी रखा जा सकता है.

इस वजह से बंद होगी वौयस कौलिंग

रिलायंस कम्युनिकेशंस पर करीब 46 हजार करोड़ रुपए का कर्ज है. एयरसेल के साथ डील से कर्ज की रकम चुकाने का मौका था, लेकिन डील के रद्द होने से वायरलेस सर्विस बंद करने का फैसला लिया जाएगा.

4G सर्विस प्रोवाइड कराएगी कंपनी

रिलायंस कम्युनिकेशंस अपने आठ सर्किल (आंध्रप्रदेश, हरियाणा, महाराष्ट्र, यूपी ईस्ट, वेस्ट, तमिलनाडु, कर्नाटका और केरला) में 2G और 4G सर्विस देती है. कंपनी सिस्टेमा श्याम टेलिसर्विसेस के नेटवर्क को अपग्रेड करने का काम करेगी. इससे दिल्ली, राजस्थान, यूपी वेस्ट, तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल, गुजरात और कोलकाता जैसे जगहों पर 4G सर्विस मुहैया कराई जा सकेगी.

31 दिसंबर है आखिरी तारीख

आरकौम के यूजर्स के पास अपने नंबर को पोर्ट कराने के अलावा कोई विकल्प नहीं है. 31 दिसंबर तक ग्राहकों को अपना नंबर दूसरे नेटवर्क पर पोर्ट कराना होगा या नंबर बंद करना पड़ेगा. पोर्टेबिलिटी में कंपनी भी अपने ग्राहकों की मदद कर रही है. इसके लिए सभी ग्राहकों को पोर्टिंग रिक्वेस्ट कोड नंबर एसएमएस के जरिए भेजे जा रहे हैं.

कैसे कराएं नंबर पोर्ट

नंबर पोर्ट कराने के लिए अपने फोन से PORT और अपना मोबाइल नंबर लिखकर उसे 1900 पर भेजें. SMS भेजने के बाद 8 अंकों का यूनिक कोड मिलेगा. इस कोड को एक निर्धारित फौर्मेट, कस्टमर एप्लीकेशन फौर्म (जिस कंपनी में पोर्ट कर रहे हैं) के साथ कंपनी के आउटलेट पर एक फोटो और एड्रेस प्रूफ सहित जमा करना होगा.

पोर्टेबिलिटी के लिए अलग से कोई चार्ज नहीं देना होगा. याद रहे एड्रेस प्रूफ के तौर पर आपको आधार देना जरूरी होगा.

फेसबुक डाटा का रखना है बैकअप तो अपनाएं ये आसान उपाय

सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक के जरिए आप आसानी से अपने परिवार और दोस्तों के साथ साथ पूरी दुनिया से जुड़े रहते हैं. फेसबुक के माध्यम से लोग अपने फोटो, वीडियो और अन्य पसंद के लिंक, समाचार, जानकारियां और रचनाएं अपने मित्रों के साथ शेयर करते हैं. ऐसे में आपके फेसबुक अकाउंट पर काफी डाटा सेव हो जाता है.

फेसबुक पर सेव डाटा हालांकि सुरक्षित है किंतु यदि किसी कारणवश आपका अकाउंट बंद हो जाए या आप उसे एक्सेस न कर पाएं तो वहां मौजूद महत्वपूर्ण डाटा नष्ट भी हो सकता हैं. ऐसे में आप चाहें तो फेसबुक पर मौजूद डाटा का बैकअप लेकर उसे हमेशा के लिए सुरक्षित रख सकते हैं.

फेसबुक डाटा बैकअप लेने का आसान तरीका

– सबसे पहले अपना फेसबुक अकांउट ओपेन करें. जहां अकाउंट में दाईं ओर दिए गए एक नेविगेशन बटन पर क्लिक करना होगा.

– जिसके बाद “Settings” आप्शन आएगा उस पर क्लिक करें.

– “Settings” टैब में जनरल अकाउंट सेटिंग विंडो ओपेन होगी. यहां आपके अकाउंट की जानकारी दी गई है. जिसमें नाम, अकाउंट और कान्टैक्ट मौजूद हैं.

– वहीं इस विंडो में सबसे नीचे “Download a copy of your Facebook data Information” का लिंक दिया गया है. जिस पर आपको क्लिक करना है.

– डाउनलोड कापी लिंक पर क्लिक करने के बाद “Start My Archive” का आप्शन आएगा, इस बटन पर क्लिक करें.

– “Start My Archive” बटन पर क्लिक करते ही डाउनलोडिंग के लिए एक रिक्वेस्ट विंडो ओपेन होगी उसे स्टार्ट करें. जिसमें पूछा जाएगा कि अपने फोटो, मैसेज या अन्य जानकारियों को सेव रखना चाहते हैं?

– स्टार्ट पर क्लिक करने के बाद आपसे फेसबुक अकाउंट का पासवर्ड पूछा जाएगा. वहां क्लिक करते ही फेसबुक पर मौजूद डाटा डाउनलोड होना शुरू हो जाएगा. यह डाटा ZIP फार्मेट में डाउनलोड होगा.

– फेसबुक से डाटा डाउनलोड होने में लगभग 1 घंटा या उससे भी अधिक लग सकता है. जिसके पूरा होते ही आपको ईमेल पर जानकारी दी जाएगी. ध्यान रखें कई बार ईमेल आने में देरी भी हो सकती है.

जब जहीर खान को किसी ने किया मैच के दौरान प्रपोज, देखिए वीडियो

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व तेज गेंदबाज जहीर खान अपने खेल के साथ-साथ पर्सनल लाइफ की वजह से भी अक्सर सुर्खियों में रहे हैं. इन दिनों जहीर खान अपनी शादी की वजह से चर्चा में हैं. बताया जा रहा है कि वह जल्द ही बौलीवुड एक्ट्रेस सागरिका घाटगे के साथ शादी के बंधन में बंधने जा रहे हैं.

अभी अप्रैल के महीने में ही दोनों ने सगाई भी की. इसके बाद अब सागरिका और जहीर की शादी की तारीख भी तय हो गई है. लेकिन सागरिका से पहले जहीर की शादी की चर्चा एक्ट्रेस ईशा शरवानी के साथ थी. ऐसा माना जा रहा था कि 2011 वर्ल्ड कप के बाद जहीर खान ईशा से शादी कर लेंगे.

लेकिन इनकी ब्रेकअप की खबरों ने फैंस की इस उम्मीद को वहीं खत्म कर दिया. बता दें कि जहीर ईशा के साथ आठ साल तक रिलेशन में थे. बता दें कि जहीर खान 39 साल के हैं और उनके साथ के लगभग सभी क्रिकेटर शादी कर अपना घर बसा चुके हैं.

एक दौर था जब जहीर खान की फैंस में लड़कियों की लिस्ट भी काफी लंबी हुआ करती थी. जब भी वह बौलिंग करने मैदान पर आते तो उनके नाम से पूरा स्टेडियम गूंजने लगता था. 2005 में खेले जा रहे एक मैच के दौरान भी कुछ ऐसा ही हुआ था. पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट मुकाबले के दौरान जब जहीर बौलिंग करने आए तो एक लड़की ने उन्हें प्रपोज कर दिया. जब भारत बल्लेबाजी कर रही थी तो कैमरा स्टेडियम में बैठी एक अंजान लड़की पर गया जो ‘आई लव यू जहीर’ कहकर पुकार रही थी.

वह लड़की ‘आई लव यू जहीर’ कहकर उनकी तरफ फ्लाईंग किस दे रही थी. ये नजारा देख जहीर खान का चेहरा शर्म से लाल हो गया. वहीं उनके साथ के खिलाड़ी खासतौर पर युवराज सिंह जहीर के साथ मस्ती करने में जुट गए. जब कैमरा बार-बार लड़की को दिखाने लगा तो जहीर ने भी लड़की की ओर फ्लाईंग किस दिया.

इस तरीके को अपनाकर अपने कंप्यूटर को रखें सुरक्षित

मौर्डन पीसी और इंटरनेट एक दूसरे के पूरक बन चुके हैं. यानी कि अगर आपके पीसी या कंप्यूटर में इंटरनेट कनेक्शन नहीं है तो आपका कंप्यूटर सिर्फ एक डिब्बा बनकर रह जाता है. ऐसे में इंटरनेट जितना आपके लिए लाभदायक साबित होता है उतना ही खतरनाक भी है.

हम औनलाइन सर्फिंग के दौरान कई ऐसी वेबसाइट को एक्सेस करते हैं जो हमारे पीसी के लिए खतरनाक है. ऐसे में कंप्यूटर में सिक्योरिटी का न होना आपके कंप्यूटर के लिए नुकसानदायक हो सकता है. यहां अपनी इस खबर में आपको कंप्यूटर को सुरक्षित रखने के कुछ आसान तरीके बताने जा रहे हैं.

Windows Defender को ठीक से चेक कर लें

विंडोज-10 में विंडोज डिफेंडर सिक्योरिटी सेंटर एप को शामिल किया गया है जो आपके सिस्टम को वायरस से बचाता है. इसमें एंटीवायरस और फायरवौल मौजूद होता है जो आपकी पीसी को मालवेयर जैसे वायरस से सुरक्षित रखता है. ऐसे में यह चेक कर लें कि आपके कंप्यूटर में Windows Defender ठीक से काम कर रहा है या नहीं.

पीसी को रखें अपडेट

विंडोज 10 में आने वाले अपडेट्स अक्सर नए सिक्योरिटी पैच के साथ आते हैं. यह सिक्योरिटी पैच आपके सिस्टम या पीसी के सभी फीचर्स पर नजर रखता है कि यह सही से काम कर रहा है या नहीं. अगर आपके पीसी का सौफ्टवेयर कई महीनों पुराना हो चुका है तो इसमें वायरस का खतरा भी ज्यादा है. इसके लिए जरुरी है कि अपने सिस्टम के सौफ्टवेयर अपडेट की जांच कर लें. अगर आपके सिस्टम में कोई नया सौफ्टवेयर अपडेट आया है तो इसे तुरंत अपडेट कर लें.

जरुरी फाइल का रखें बैकअप

साइबर अटैक में सबसे पहले आपके सिस्टम में रखे डाटा को हैक किया जाता है. ऐसे में जरुरी है कि आप अपने डाटा की बैकअप फाइल बनाकर रखें. इस डाटा को अपने किसी सुरक्षित पेन ड्राइव, सीडी या हार्ड ड्राइव में सेव करके रखे. अगर किसी तरह का वायरस आपके सिस्टषम में आता है तो आपके डाटा को हैक नहीं कर सकता.

संदिग्ध ईमेल को न खोलें

वायरस कई तरह के होते हैं. अक्सर आपके ईमेल आईडी में कई तरह की लिंक आते हैं जो आमतौर पर सुरक्षित नहीं होते हैं. ऐसे में हैकर्स हैकर्स किसी न किसी लिंक या मेल के जरिए आपके कंप्यूटर में वायरस डाल देते हैं. इन सबसे बचने के लिए किसी भी संदिग्ध ईमेल या लिंक को खोलने से पहले सोच ले.

फाइल डाउनलोड करने के लिए सोर्स का रखें ध्यान

अपने सिस्टम या कंप्यूटर में किसी भी चीज को डाउनलोड करने से पहले उस वेबसाइट को जांच लें. कई बार किसी वेबसाइट से फाइल को डाउनलोड करने के साथ ही कुछ वायरस या मैलवेयर भी आ जाते हैं. ऐसे में किसी भी फाइल को डाउनलोड करने के लिए सोर्स का ध्यान रखें.

मुझ में हमबिस्तरी करने की कूवत नहीं है, क्योंकि लगातार हस्तमैथुन करने से मेरा अंग छोटा व पतला हो गया है. क्या करूं.

सवाल
मैं 26 साल का हूं. मेरी शादी हो चुकी है, पर मुझे लगता है कि मुझ में हमबिस्तरी करने की कूवत नहीं है, क्योंकि लगातार हस्तमैथुन करने से मेरा अंग छोटा व पतला हो गया है. क्या करूं?

जवाब
हस्तमैथुन से हमबिस्तरी करने की कूवत कम नहीं होती. छोटेपतले अंग से भी इस काम में फर्क नहीं पड़ता. हमबिस्तरी से पहले बीवी के अंगों को सहला कर उसे तैयार करें, फिर दिमाग में कोई वहम लाए बगैर हमबिस्तरी करें.

टी 20 क्रिकेट में धोनी की जगह ले सकते हैं ये पांच खिलाड़ी

न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरे टी 20 मुकाबले में भारतीय क्रिकेट टीम को एक हाई स्कोर मैच में हार मिली. हार के पीछे कप्तान विराट कोहली ने बल्लेबाजों को जिम्मेदार ठहराया.

कोहली के बयान देने के बाद पूर्व कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी के औसत प्रदर्शन को लेकर दिग्गज क्रिकेटरों ने उन्हें अपने निशाने पर रखा. पूर्व क्रिकेटर वीवीएस लक्ष्मण और अजीत अगरकर ने कहा कि अब भारतीय टीम और खुद धोनी को नये खिलाड़ियों को खेलने का मौका देना चाहिये.

धोनी ने न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरे टी 20 मुकाबले में 49 रन बनाए लेकिन जिस तरह से उन्होंने बल्लेबाजी की उस पर सवाल उठने लगे हैं. कई दिग्गज उन्हें बाहर करने की मांग करने लगे हैं.

इस बात में कोई शक नहीं कि विश्व क्रिकेट में विकेट के पीछे धोनी जैसा कोई नहीं लेकिन विकेट के आगे धोनी की जगह लेने के लिए कई स्टार बाहर बैठे हैं. खास तौर पर बात अगर टी 20 की करें तो कई ऐसे युवा और अनुभवी खिलाड़ी है जो धोनी की जगह ले सकते हैं. आइए नजर डालते हैं उन विकेटकीपर बल्लेबाजों पर जो आने वाले समय में धोनी की जगह ले सकते हैं और आपको टी 20 क्रिकेट में खेलते दिख सकते हैं.

दिनेश कार्तिक

एक समय आईपीएल के दूसरे सबसे मंहगे खिलाड़ी रहे कार्तिक धोनी की जगह लेने में सबसे आगे हैं. भारत के पहले टी 20 मुकाबले में जीत कार्तिक के बल्ले से ही निकली थी. धोनी के डेब्यू करने से पहले से ही दिनेश कार्तिक भारत के लिए मैच खेलते आ रहे हैं, लेकिन समय का चक्र ऐसा घूमा कि कार्तिक की जगह धोनी ने ले ली. पिछले कुछ समय से कार्तिक ने अपना खेल मे काफी सुधार किया जिसके कारण उन्हें टीम में जगह मिलने लगी. आज कार्तिक में रक्षात्मक शाट के साथ-साथ आक्रामक बल्लेबाजी के भी गुण भी देखने को मिल रहे हैं. 10 टी 20 में इनका औसत 21 और स्ट्राइक रेट 126 का रहा है लेकिन अन्य टी 20 में 20 अर्द्धशतक ये दर्शाते हैं कि इनके पास लंबी पारी खेलने का भी काफी अनुभव है.

ऋद्धिमान साहा

33 साल के साहा के नाम आईपीएल फाइनल में शतक लगाने का रिकार्ड है. टेस्ट क्रिकेट में धोनी की जगह लेने वाले साहा को कभी भारत के लिए टी 20 खेलने का मौका नहीं मिला. लेकिन आईपीएल में इनके तूफानी खेल से सभी वाकिफ हैं. अब देखना होगा कि क्या साहा का अंतरराष्ट्रीय टी 20 डेब्यू हो पाता है या नहीं.

ऋषभ पंत

महज 20 साल की उम्र में ऋषभ पंत ने अपने खेल की बदौलत काफी नाम कमाया है. आईपीएल में उनका प्रदर्शन शानदार रहा जिसके कारण उन्हें टीम में भी जगह मिली. लेकिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अभी अपनी चमक नहीं दिखा पाए हैं, पर उनके प्रदर्शन को देख कर यह जरूर अंदाजा लगाया जा सकता है कि आने वाले समय में पंत भारत के नियमित खिलाड़ी बन सकते हैं.

के एल राहुल

भारत के लिए तीनों फार्मेट में शतक लगा चुके के एल राहुल धोनी की जगह सबसे बेहतरीन उम्मीदवार के रूप में दिखते हैं. देखा जाए तो राहुल पार्ट टाइम विकेटकीपर के सबसे बेहतरीन उदाहरण हैं. तेज गति से रन बनाने के साथ-साथ राहुल स्ट्राइक भी रोटेट करने में सक्षम हैं. इतना ही नहीं राहुल मध्यक्रम में अपनी बल्लेबाजी से एक मजबूत स्तंभ बन सकते हैं. अभी तक खेले अपने 9 अंतरराष्ट्रीय टी 20 में राहुल ने एक शतक और एक अर्द्धशतक लगाया है. उनका औसत 50 का और स्ट्राइक रेट 150 के करीब है.

केदार जाधव

8 साल टी 20 खेलने के बाद 2015 में केदार जाधव ने भारत के लिए डेब्यू किया. इसके बाद से केदार जाधव को भारत का एक उभरता हुआ बेहतरीन बल्लेबाज माना गया. आईपीएल के दौरान केदार जाधव ने रायल चैलेंजर्स बैंगलुरु के लिए विकेटकीपर की भूमिका निभाई. उनकी इस भूमिका ने आरसीबी के खेल को काफी बदला. अंतरराष्ट्रीय टी 20 में उनके नाम 1 अर्द्धशतक दर्ज है तो टी 20 क्रिकेट में उन्होंने 8 अर्द्धशतक लगाए हैं. अगर उनके इन मैचो को देखा जाए तो केदार टी 20 में धोनी की जगह लेने की योग्यता रखते हैं.

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