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..और कटरीना चलने लगीं ‘टाइगर’ की चाल

बौलीवुड सुपरस्‍टार सलमान खान और कटरीना कैफ इन दिनों अपनी आगामी फिल्म ‘टाइगर जिंदा है’ को लेकर सुर्खियों में बने हुए हैं. दोनों की जोड़ी को एक साथ पर्दे पर देखने के लिए फैंस काफी उत्सुक हैं.

हाल ही में दोनों इंडियन सुपर लीग (ISL) की ओपनिंग सेरमनी के लिए कोच्चि पहुंचे थे. यहां सलमान ने अपने गानों में परफार्मेंस देकर सबका दिल जीत लिया. कटरीना ने भी उनका खूब साथ दिया. लेकिन फिलहाल दोनों एक वीडियो को लेकर चर्चा में हैं.

सलमान और कटरीना की यह वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. इस वीडियो में सलमान और कटरीना लोगों का अभिवादन कर रहे हैं. वहीं सलमान के पीछे चल रही कटरीना उनके चलने की एक्टिंग करती नजर आ रही हैं.

#Katrinakaif mimicking #SalmanKhan is literally the cutest thing you will watch today!

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दोनों की सामने आई इस वीडियो को देख लग रहा है कि दोनों के बीच की दूरियां अब खत्म हो गई हैं और दोनों एक बार फिर अच्छे दोस्त बन गए हैं. बता दें, हाल ही में कटरीना सलमान खान के साथ उनकी बहन अर्पिता खान की पार्टी में भी पहुंची थीं. वहीं अगर दोनों की फिल्म की बात करें तो यह फिल्म 22 दिसंबर को रिलीज होगी और जल्द ही फिल्म के पहले गाने ‘स्वैग से स्वागत’ को रिलीज किया जाएगा.

चेक से करते हैं पेमेंट तो ये खबर आपके लिए ही है

यदि आप चेक से पेमेंट करते हैं तो ये पूरी खबर आपके काम की है. डिजिटल ट्रांजेक्शन को बढ़ावा देने के लिए सरकार एक और बड़ा कदम उठा सकती है. अखिल भारतीय व्यापारी परिसंघ (CAIT) के जनरल सेकेट्री प्रवीण खंडेलवाल कहते हैं कि सरकार क्रेडिट और डेबिट कार्ड के माध्यम से पेमेंट को लगातार बढ़ावा दे रही है. इसीलिए जल्द ही चेकबुक की सुविधा खत्म की जा सकती है.

नोटबंदी के बाद से ही मोदी सरकार डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने की कोशिश कर रही है. डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए सरकार कई आकर्षक औफर भी पेश कर चुकी है. इसी क्रम में अब सरकार डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए चेकबुक की व्यवस्था को बंद कर सकती है. यदि चेकबुक बंद हुई तो व्यापारियों के पास नगद भुगतान के अलावा डिजिटल पेमेंट का ही औप्शन बचेगा.

डिजिटल पेमेंट को बढ़ाने के लिए सरकार क्रेडिट और डेबिट कार्ड के माध्यम से भुगतान करने के पक्ष में है. खंडेलवाल ने बताया कि अभी सरकार नोट की छपाई पर 25000 करोड़ रुपए खर्च करती है, वहीं इन नोटों की सुरक्षा पर 6000 करोड़ खर्च किए जाते हैं.

इस तरह नोटों की छपाई और रखरखाव में कुल 31000 करोड़ का खर्च किया जाता है. यदि सरकार कैशलेस इकोनमी बनाने में कामयाब होती है तो इससे खर्च में बड़ी कमी आएगी. उन्होंने कहा कि यदि सरकार डिजिटल ट्रांजेक्शन को बढ़ावा देना चाहती है तो कार्ड पेमेंट पर लगने वाले चार्ज भी खत्म करने होंगे.

उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि देशभर में 80 करोड़ एटीएम कार्ड हैं, लेकिन सिर्फ पांच फीसदी कार्ड का इस्तेमाल डिजिटल ट्रांजैक्शन के लिए होता है, जबकि 95 फीसदी एटीएम कार्ड सिर्फ कैश निकालने के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं. उन्होंने लोगों से भी डिजिटल इंडिया को बढ़ावा देने की अपील की.

बस 10 सेकेंड में बनाएं अपने नाम की रिंगटोन

आप चाहतें हैं कि जब आपका फोन रिंग करे तो आपके फोन की रिंगटोन में आपका नाम हो. आपका फोन आपका नाम लेकर बोले कि हैलो (आपका नाम) आपका फोन रिंग कर रहा है. तो फिर यह खबर आपके काम की है. इसमें हम आपको बताने जा रहे हैं कि कैसे आप अपने नाम की रिंगटोन बना सकते हैं.

आप अपने नाम की रिंगटोन बना सकते हैं. बस 10 सेकंड में बिना पैसा खर्च किए ही पसंदीदा म्यूजिक पर आपकी रिंगटोन तैयार हो जाएगी.

आप अपने फोन पर कुछ इस तरह की रिंगटोन बना सकते हैं. जैसे आपका फोन बज रहा है (आपका नाम) जी. योर फोन इज रिंगिंग (आपका नाम). प्लीज पिक अप द फोन (आपका नाम). प्लीज आंसर द फोन (आपका नाम). अपना फोन उठाइए (आपका नाम).

नाम की रिंगटोन बनाने का सिलसिला यहीं खत्म नहीं होता है इनके अलावा आप अपने नाम की और भी रिंगटोन्स बना सकते हैं. रिंगटोन बनाना काफी आसान होता है. अपने नाम की रिंगटोन बनाने के लिए पैसे भी नहीं लगते हैं, तो आइये जानते हैं कि कैसे आप अपने मोबाइल में अपने नाम का रिंगटोन बनाकर उसे सेट कर सकते हैं.

– आप अपने मोबाइल या कंप्यूटर से http://freedownloadmobileringtones.com वेबसाइट पर जाएं. इसके बाद यहां एक नीली पट्टी पर सर्च रिंगटोन का औप्शन होगा. उस पर क्लिक करें.

– उसके बाद नया पेज खुल जाएगा और डायलौग बौक्स ओपन होगा. अब इस बौक्स में नाम लिखकर रिंगटोन सर्च करें.

– सर्च करने के बाद आपके सामने कई तरह की रिंगटोन आ जाएंगी. अब वहां पढ़कर आपको जो रिंगटोन डाउनलोड करनी है, कर सकते हैं. रिंगटोन के नीचे ही उसे डाउनलोड करने का लिंक दिया होता है. उस पर क्लिक करते ही नया पेज खुल जाएगा.

– इस पेज पर स्क्रोल करके आप थोड़ा नीचे आएंगे तो आपको डाउनलोड करने का औप्शन मिल जाएगा.

– इसपर क्लिक करते ही एक और नया पेज खुल जाएगा और रिंगटोन बजने लगेगी. यहीं से आप रिंगटोन डाउनलोड कर सकते हैं.

आखिर 7 नंबर की ही जर्सी क्यों पहनते हैं धोनी

खेल के मैदान में कुछ खिलाड़ी अपने खेलने के अंदाज से तो कुछ अपने व्यक्तित्व तो वहीं कुछ अपने जर्सी नंबर की वजह से प्रसिद्ध होते हैं. फिर चाहे वह कोई भी खेल हो. एक खिलाड़ी का अपना एक जर्सी नंबर होता है जिसे अक्सर वह खेल के दौरान पहनता है.

क्रिकेट जगत में अपने बल्ले से धूम मचा रहे विराट कोहली 18 नंबर की जर्सी पहनते हैं तो वहीं पूर्व टीम इंडिया के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी 7 नंबर की जर्सी पहनकर मैदान पर उतरते हैं. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि आखिर क्यों हर खिलाड़ी के पास है एक खास नंबर की जर्सी. नहीं तो यहां जानिए.

दरअसल, एकदिवसीय क्रिकेट में खिलाड़ियों के जर्सी नंबर का चलन 1999 विश्व कप से शुरू हुआ. विश्व कप 1999 में सभी कप्तान 1 नंबर की जर्सी पहनते थे. कप्तान को छोड़कर बाकी सभी खिलाड़ी अपने-अपने नंबर चुन सकते थे. लेकिन अब ऐसा नहीं है, कप्तान कोई भी जर्सी नंबर चुन सकते हैं.

कुछ खिलाड़ी ऐसे हैं जो कोई भी जर्सी नंबर चुन लेते हैं तो वहीं कुछ खिलाड़ी एक खास नंबर को अपने पसंदीदा जर्सी नंबर के तौर पर चुनते हैं. इन खिलाड़ियों ने अपने जर्सी के नंबर के पीछे की कहानी को छुपाया है. एक नजर डालते हैं खिलाड़ियों की जर्सी नंबर के पीछे की कहानी पर.

महेंद्र सिंह धोनी – 7

धोनी भारतीय टीम के सबसे सफल पूर्व कप्तानों में से एक हैं. वह मैदान में 7 नंबर की जर्सी पहने दिखते हैं. धोनी क्रिकेट में आने से पहले फुटबौल में गोलकीपर थे और उन्होंने नंबर 7 अपने पसंदीदा फुटबौल क्लब मैनचे्स्टर यूनाइटेड के कारण ही चुना.

मैनचेस्टर यूनाइटेड के मौजूदा सुपर स्टार क्रिस्टियानो रोनाल्डो 7 नंबर की जर्सी के साथ खेलते थें. धोनी का जन्मदिन 7 जुलाई को होता है. यही नहीं धोनी का कई गाड़ियों का भी नंबर 7 से शुरू होता है. धोनी 7 नंबर को अपना लकी नंबर मानते हैं.

विराट कोहली – 18

विराट कोहली को 18 नंबर से एक अलग तरह का लगाव है. विराट कोहली के पिता, प्रेम कोहली का देहांत 18 दिसंबर 2006 को हुआ था. इसी नंबर के साथ उन्होंने अंडर-19 और सीनियर वर्ल्ड कप जीता था. इसके बाद उन्होंने कभी भी अपनी जर्सी का नंबर नहीं बदला.

रोहित शर्मा – 45

भारतीय क्रिकेट टीम के एक और धुरंधर बल्लेबाज रोहित शर्मा 45 नंबर की जर्सी पहनते हैं. दरअसल जब रोहित पहली बार अंडर-19 क्रिकेट खेलने गए थें उस दौरान उनकी मां ने उनकी लिए यही नंबर चुना था तब से लेकर आज तक रोहित इसी नंबर के साथ मैदान पर उतरते हैं.

युवराज सिंह – 12

युवराज सिंह का जन्मदिन 12 दिसम्बर को आता है. इतना ही नहीं उनके जन्म के वक्त दोपहर के 12 बजे थे और उनके जन्म का स्थान भी सेक्टर 12 था. यही कारण है कि युवराज की जर्सी 12 नंबर का है.

आर. अश्विन – 99

आर. अश्विन ने अपनी जर्सी का नंबर बहुत सोच समझ कर रखा है. अश्विन जब स्कूल में पढ़ते थें, तो उनके क्लास का रोल नम्बर 9 था, और उनके बेस्ट फ्रेंड पार्थिव पटेल की भारतीय जर्सी का भी 9 ही था. अश्विन ने दोनों नंबर्स को एक करके अपनी जर्सी का नम्बर 99 रख लिया.

शिखर धवन – 25

भारतीय टीम के ओपनर शिखर धवन को आपने अक्सर 25 नंबर की जर्सी पहनते हुए देखा होगा. शिखर धवन का 25 से एक खास नाता है. उनकी पत्नी और बच्चे का जन्मदिन 25 को ही आता है. इसलिए शिखर ने इसे अपनी जर्सी का नंबर दे दिया है.

रविंद्र जडेजा – 8

रविंद्र जडेजा की जर्सी का नंबर 8 है, और उनकी जन्म की तारीख 6/12/1988 है. इस पूरी तारीख को जोड़ा जाए तो कुल योग 44 बनता है. 4+4= 8. यही कारण है इनकी जर्सी पर 8 नंबर देखते हैं.

हरभजन सिंह – 03

हरभजन सिंह की जर्सी पर 03 उनकी जन्म की तारीख है. हरभजन को ये नंबर उन्हें उनकी हैट्रिक की याद दिलाता है.

हार्दिक पांड्या – 228

हार्दिक पांड्या का डोमेस्टिक करियर में 228 सबसे बड़ा स्कोर है. रणजी ट्राफी में उन्होंने इस मैजिक आंकड़े को छुआ था. इसी कारण उन्होंने अपनी नीली जर्सी पर इस नंबर को लिखवाया है.

बिना ब्याज के 20 हजार तक का लोन दे रहा है ये बैंक

प्राइवेट सेक्टर के बैंक आईसीआईसीआई (ICICI) ने पेटीएम के साथ मिलकर एक करार किया है, इस करार के तहत लोगों को बिना ब्याज के छोटे लोन की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी, लेकिन इस सुविधा को लेने के लिए आपको आईसीआईसीआई बैंक का ग्राहक होना जरूरी है.

इसके बाद यदि आप 20 हजार रुपए तक की खरीदारी पेटीएम के जरिए लोन लेकर करते हैं, तो आपको 45 दिनों तक कोई ब्याज नहीं देना होगा. इसकी मदद से उपभोक्ता अपनी जरूरतों की चीजें जैसे बिजली-पानी का बिल, ग्रौसरी का बिल डिजिटल क्रेडिट पर मिले इस लोन से कर सकेंगे.

अब इस नई सेवा के जरिए आपको कोई भी रोजमर्रा की चीजों का पेमेंट करने के लिए 20,000 रुपए तक डिजिटल क्रेडिट दिया जाएगा. इस नई सेवा का नाम पोस्टपेड सेवा रखा गया है. पेटीएम – आईसीआईसीआई बैंक पोस्टपेड नाम का ये डिजिटल क्रेडिट अकाउंट तुरंत ऐक्टिवेट हो जाएगा और बैंक का दावा है कि जरूरत पड़ने पर ग्राहकों को तुरंत पैसा ट्रांसफर हो जाएगा.

बैंक के मुताबिक, यदि 45 दिनों के बाद तक पैसा वापस नहीं किया जाता है तो कस्टमर को 50 रुपए लेट फीस और 3 फीसद ब्याज के साथ पूरी रकम लौटानी होगी.

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि आप एक बार में 20 हजार रुपए तक का लोन ही ले सकेंगे. लोन कितनी बार ले सकते हैं इसकी कोई सीमा निश्चित नहीं की गई है, लेकिन अगली बार इसका इस्तेमाल करने के लिए पहले लिए गये लोन को या बकाया को चुकता करना जरूरी होगा यानि कि अगली बार आप इसका इस्तेमाल बकाया चुकता होने पर ही कर सकते हैं.

पेटीएम – आईसीआईसीआई बैंक पोस्टपेड की सुविधा लेने के लिए आपको किसी डाक्युमेंटेशन या बैंक ब्रान्च में जाने की आवश्यकता नहीं है. यह एक प्राइवेट क्रेडिट कार्ड की तरह काम करता है. इस सर्विस के तहत इस बैंक के ग्राहकों को 3000 रुपए से लेकर 20,000 रुपए तक का क्रेडिट मिल सकता है. हालांकि, क्रेडिट कार्ड की लिमिट ग्राहक के क्रेडिट स्कोर पर निर्भर करेगी और उसी हिसाब से तय की जाएगी यानि जिसका क्रेडिट स्कोर जितना अच्छा होगा, उसे उतना ज्यादा ही लोन दिया जाएगा.

किराए पर छत दे आप कमा सकते हैं पैसे

अगर किसी शहर में आपका अपना घर या ऐसी बिल्डिंग है और उसकी छत खाली पड़ी है तो आप उस से पैसे कमा सकते हैं. केंद्र सरकार जल्द ही एक पालिसी का ऐलान करने जा रही है, जिसके बाद वो आपके घर की छत को किराये पर लेगी. छत को किराये पर देने वालों को डबल फायदा होगा.

पहला, इससे हर महीने एक आमदनी का जरिया खुल जाएगा और दूसरा आपको बिजली का उपयोग करने के लिए किसी तरह का कोई पैसा नहीं देना होगा. इससे आपको कम से कम 25 सालों तक फ्री में बिजली का बिल अदा करने के झंझट से भी मुक्ति मिल जाएगी.

इसमें सोलर पावर कंपनियां आपसे छत किराए पर लेगी और उस पर पैनल लगाएंगी. ये कंपनियां आपकी छत का मेंटिनेंस भी करेंगे जिससे छत पर होने वाला आपका खर्च भी बचेगा. साथ ही, यह आपको उसका किराया भी देंगी.

न्‍यू एंड रिन्‍यूएबल एनर्जी मंत्रालय के सचिव आनंद कुमार ने अपने हालिया इंटरव्यू में बताया कि सरकार रेंट ए रूफ पालिसी पर काम कर रही है. इस पालिसी के तहत डेवलपर घरों और इमारतों की छतों को किराये पर ले सकेंगे और प्रत्‍येक घर और इमारत मालिक को किराए का भुगतान करेंगे. यहां पैदो होने वाली बिजली ग्रिड को भेजी जाएगी.

मोदी सरकार ने सोलर पावर का टारगेट 1 लाख मेगावाट कर दिया है, जो पिछली सरकार में 20 हजार मेगावाट था. इसमें से 40 हजार मेगावाट बिजली रूफटौप सोलर प्‍लांट से हासिल की जानी है. इसके लिए सरकार छत पर सोलर प्‍लांट लगाने के लिए लोगों को प्रेरित कर रही है.

लोग छत पर पैदा होने वाली बिजली बेच भी सकते हैं, लेकिन इस स्‍कीम को अधिक फायदा नहीं मिल रहा है, इसलिए सरकार बड़े डेवलपर्स को यह मौका देना चाहती है कि वे किसी भी छत पर सोलर प्‍लांट लगाएं और उस छत का किराया दे दें. सरकार को उम्‍मीद है कि अगर बड़े डेवलपर्स रूफ टौप पर सोलर प्‍लांट लगाते हैं तो टारगेट हासिल किया जा सकता है.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सराकर ने रेंट ए रूफ पालिसी तैयार कर ली है. इस पालिसी के तहत पावर डेवलपर्स, मकान मालिकों से समझौता करेगा. यह समझौता निर्धारित अवधि के लिए होगा. जो अधिकतम 25 साल तक हो सकता है. सोलर पावर डेवलपर्स एक साथ कई छत किराए पर ले सकेंगे और वहां सोलर प्‍लांट लगाकर बिजली बेच सकते हैं.

पालिसी लागू होने के बाद सरकार रिन्युबल एनर्जी मंत्रालय की वेबसाइट पर डीटेल जारी करेगी. इसमें शर्तें भी तय की जाएंगी. इसके अलावा सोलर पावर डेवलपर्स भी विज्ञापन निकाल कर उन एरिया के बारे में बताएंगे, जिनमें वे रूफ टौप सोलर प्‍लांट लगाना चाहते हैं, आप उस विज्ञापन के आधार पर एप्‍लाई कर सकेंगे.

क्यों दुःखी हैं दीपिका पादुकोण?

संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘‘पद्मावती’’ में शीर्ष भूमिका निभाने वाली अदाकारा दीपिका पादुकोण इन दिनों काफी दुःखी हैं. उनके दुःख की वजह उनकी फिल्म को लेकर हो रहा विरोध है.

उनकी राय में विरोध करने वालों को फिल्म देखने के बाद विरोध करना चाहिए.

खुद दीपिका पादुकोण कहती हैं- ‘‘हमें दुःख इस बात का है कि जब हमोर इरादे नेक है, हम दो वर्ष की मेहनत से इसे बना रहे थे, तो फिल्म के प्रदर्शन से पहले ही उसका विरोध क्यों किया जा रहा है. फिल्म देखने के बाद यदि किसी को कुछ गलत लगे, तो वह हमसे कहें, हम अपनी गलती मान लेंगे. मगर फिल्म के प्रदर्शन से पहले, जबकि किसी ने न फिल्म देखी है, न तो किसी ने फिल्म की पटकथा पढ़ी है, तो फिर वह किस बात को लेकर परेशान हो रहे हैं.

मैं यह बात नहीं समझ पा रही हूं. हम भी भारतीय सभ्यता, संस्कृति, भारतीय इतिहास, पद्मावती की जो कहानी है, उसको सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया को दिखाना चाहते हैं. हमारे इरादे एकदम नेक हैं.’’

..तो पौर्न साइट खोलते ही बजने लगेगा भजन

मोबाइल फोन के बढ़ते चलन और इंटरनेट की आसान पहुंच ने लोगों के जीवन को आसान और सुगम बना दिया है. छोटी से छोटी जानकारी हो या किसी चीज की खरीदारी आज सभी औनलाइन होने लगी है. मोबाइल और इंटरनेट पर बढ़ती निर्भरता ने बच्चे-बच्चे के हाथ में मोबाइल थमा दिया है.

अगर इंटरनेट दुनिया भर की जानकारियों का एक विशाल मायाजाल है जिसमें ज्ञान का अतुल्य भंडार है तो वहीं गंदी और पौर्न साइटस की भरमार भी है. जिनका कच्ची उम्र के बच्चों और किशोर तक पहुंचने का हमेशा डर रहता है.

लेकिन अब इसका हल बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी के इंस्टीट्यूट औफ मेडिकल साइंसेस के न्यूरोलाजिस्ट और उनकी टीम ने खोज निकाला है. इन लोगों ने मिलकर एक ऐसा एप्लीकेशन डेवलप किया है जिसको मोबाइल में इंस्टाल करने के बाद आप मोबाइल पर किसी तरह के पौर्न साइट्स नहीं खोल सकते इस ऐप का नाम ‘हर हर महादेव’ नाम दिया गया है. यह ऐप मोबाइल में पौर्न देखने की कोशिश के दौरान साइट को ब्लौक करने वाले फिल्टर की तरह काम करेगा.

प्राप्त जानकारी के अनुसार ऐप पौर्न साइट को ब्लौक कर देगा और यदि कोई पौर्न साइट खोलने की कोशिश करेगा तो डिवाइस में भजन बजने लगेगा. ऐप में अभी सिर्फ हिंदू भक्ति गीत ही हैं लेकिन अभी दूसरे धर्म के भक्ति गीतों को भी इसमें शामिल करने पर काम चल रहा है. यह ऐप मोबाइल और डेस्कटाप दोनों के लिए उपलब्ध है.

ऐप को बनाने वाले आईएमएस के न्यूरोलाजिस्ट का कहना है कि यह ऐप उन पौर्न साइट्स को फोन में ब्लौक करता है, जहां पौर्न या आपत्तिजनक कंटेंट उपलब्ध होता है. ऐप लोगों को इस तरह की गंदी सामग्री से बचाएगा. यह नया ऐप अचानक से आने वाली पौर्नोग्राफी, हिंसा, गंदे संदेशों से परिवार के लोगों को बचाएगा.

रजिस्ट्रेशन के बाद इस ऐप को डाउनलोड किया जा सकता है. इसके बाद जब भी अवांछित साइट्स खुलेंगी तो सिर्फ भक्ति गीत ही सुनाई देगी. इस ऐप को डाउनलोड करने के बाद इंटरनेट प्रयोग करने के दौरान कोई भी गंदी वेबसाइट नहीं खुलेगी.

प्रियंक ने किया प्यार का इजहार, एक साथ बाथरुम में दिखे ये दोनों

पिछले कई हफ्तों से बिग बौस के घर में पुनीश और बंदगी की नजदीकियां कुछ ज्यादा ही बढ़ती दिखीं. इसके चलते उन्हें कभी गार्डन में लगे बेंच पर तो कभी बेड पर साथ लेटे देखा गया. इसके बाद घरवालों ने इस बारे में बातें करना भी शुरू कर दिया.

वहीं घर में अब बंदगी और पुनीश के अलावा एक और जोड़ा बना है. ये जोड़ा है प्रियांक और बेनाफ्शा का. घर में रहते हुए प्रियांक और बेनाफ्शा की काफी नजदीकियां बढ़ चुकी हैं. वहीं प्रियांक और बेनाफ्शा भी पुनीश और बंदगी की तरह एक दूसरे के साथ ब्लैंकेट में नजर आए.

बाकी घर सदस्य जैसे हितेन, पुनीश, बंदगी, लव और विकास ने भी ये नजारा देखा वहीं हितेन ने कहा कि प्रियांक और बेनाफ्शा को ऐसा नहीं करना चाहिए क्योंकि कुछ वक्त पहले तो वह पुनीश और बंदगी के लिए ऐसी बातें करते थे, अब वही चीज वह खुद कर रहे हैं.

इसके अलावा सलमान खान ने पुनीश और बंदगी को ये चेतावनी दी थी कि वह नेशनल टेलीविजन पर हैं, इस बात का ध्यान रखें. लेकिन यही बात अब प्रियांक और बेनाफ्शा भी मानने को तैयार नहीं हैं. इस बीच बेनाफ्शा और प्रियांक दोनों घर के बाथरूम में भी साथ नजर आए.

बिग बौस के अनसीन क्लिप में दिखाया गया, प्रियांक किसी बात से अपसेट हैं, वहीं वह बेनाफ्शा से भी बात नहीं करते. ऐसे में बेनाफ्शा प्रियांक को मानाती हैं. प्रियांक बेनाफ्शा से कहते हैं कि मुझे अभी अकेले रहने दो और वह बाथरूम की तरफ जाते हैं.

ऐसे में बेनाफ्शा उन्हें फौलो करती हुईं उनके साथ बाथरूम में घुस जाती हैं. इस दौरान बाथरूम का दरवाजा खुला रहता है. इसके बाद प्रियांक बेनाफ्शा से कहते हैं कि वह उनके लिए मर रहे हैं. इस दौरान उनकी आंखों में आंसू होते हैं.

इससे कुछ दिन पहले ही पुनीश और बंदगी भी अपना प्राईवेट टाईम एक साथ बिताने के लिये रात के डेढ़ बजे लोगो की नजरो से बचते हुए एक ही बाथरुम में घुसकर खुद को लौक कर लिया था और अब यह काम प्रियंक ने किया है. देखना यह की इस हफ्ते हुएं रोमांस की बारिश कौन सा मोड़ लेती है और सलमान क्या हिदायत देंगे घरवालो को.

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