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देशभर में 1 लाख एटीएम बैंकिंग आउटलेट्स खोलेगा पेटीएम

पेटीएम के ग्राहकों के लिए यह खबर राहत देने वाली है कि पेटीएम पेमेंट्स बैंक बैंकिंग सेवा को विस्तार देते हुए पूरे देश में ‘पेटीएम का एटीएम’ बैंकिंग के एक लाख आउटलेट्स खोलेगा. कुछ महिनों पहले खुलें पेटीएम पेमेंट्स बैंक देशभर में अपनी बैंकिंग सर्विसेज के विस्‍‍तार की योजना पर काम कर रहा है.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक,  कंपनी आफलाइन डिस्ट्रिब्यूशन नेटवर्क बढ़ाने के लिए अगले तीन सालों में 3,000 करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च करेगी. इसके लिए भरोसेमंद स्थानीय साझेदारों की मदद से नगदी लेन-देन के केंद्र स्थापित किए जाएंगे.

पहले चरण में पेटीएम दिल्ली एनसीआर, लखनऊ, कानपूर, इलाहाबाद, वाराणसी और अलीगढ़ समेत चुनिंदा शहरों में 3,000 पेटीएम का एटीएम लगा रहा है. ये एटीएम पड़ोस की दुकानों जैसे होंगे जो पेटीएम के व्यावसायिक प्रतिनिधि के रूप में काम करेंगे और यह आपको बचत खाता खोलने, पैसा जमा करने या निकालने जैसी सुविधाएं देगा.

पेटीएम पेमेंट्स बैंक की एमडी रेणू सत्ती ने कहा, ‘पेटीएम का एटीएम बैंकिंग आउटलेट हमारें और भारतीय जनका के लिए काफी अहम है. यह हर एक भारतीय के लिए बैंकिंग सुविधाओं की सुलभता सुनिश्चित करने की दिशा में उठाया गया कदम है.’ उन्होंने कहा, ‘हम मानते हैं कि अति स्थानीय स्तर का बैंकिंग माडल अब तक बैंकिंग सर्विसेज से दूर रहे लाखों लोगों को अच्छी बैंकिंग सर्विसेज दे पाने में अपनी अहम भूमिका निभाएगा.’

दरअसल 17 करोड़ सेविंग्स और वॉलिट अकाउंट्स के साथ पेटीएम पेमेंट बैंक, बैंकिंग उद्योग में नया बिजनेस माडल खड़ा करना चाहता है. जिसके जरिए फाइनैंशल सर्विसेज से अछूते या अयोग्य देशभर के 5 करोड़ लोगों तक पहुचंने का लक्ष्य है. मई 2017 में रिजर्व बैंक आफ इंडिया ने शाखा अधिकरण नीति  को उदार बना दिया है.

आपके स्मार्टफोन को 12 मिनट में फुल चार्ज करेगी ये बैटरी

आज की टेक्नोलाजी भरी दुनिया में जहां तरह तरह की नई नई चीजें सामने आ रही है वहीं अब एक ऐसी तकनीक सामने आई है, जिससे आपका स्मार्टफोन सिर्फ 12 मिनट में चार्ज हो जाएगा.

वैज्ञानिकों ने एक ऐसा पदार्थ बनाया है जिससे बनने वाली बैटरी, मोबाइल फोन में लगने वाली लीथियम-आयन बैटरियों से कई गुना ज्यादा पावरफुल साबित होगी. वैज्ञानिकों ने इस बैटरी के लिए ग्राफीन युक्त पदार्थ विकसित किया है.

वैज्ञानिकों का मनना है कि ग्राफीन से तैयार होने वाली ये बैटरी लिथियम और आयन (li-ion) से बनी बैटरियों के मुकाबले पांच गुणा ज्यादा तेजी से चार्ज हो सकती है. इस पदार्थ को दक्षिण कोरिया में सैमसंग एडवांस्ड इंस्टीटयूट औफ टेक्नोलाजी (एसएआईटी) के शोधकर्ताओं ने खोजा है.

यह नई खोज मोबाइल डिवाइसों और बिजली से चलने वाले वाहनों में लगने वाली बैटरियों के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है. लिथियम से बनी बैटरियों को दिन में कम से कम एक घंटे तक चार्ज करना ही होता है. इसके मुकाबले दूसरी तरह के नए पदार्थों की खोज के लिए असंख्य प्रयास किए गए. इसी के चलते ग्राफीन पर यह रिसर्च भी की गई.

शोधकर्ताओं के मुताबिक, थ्योरी के अनुसार ग्राफीन बौल पदार्थ से बनी इस बैटरी को पूरी तरह चार्ज करने में केवल 12 मिनट का समय लगता है.

अभिषेक से ट्विटर यूजर ने पूछा, आपकी बेटी स्कूल नहीं जाती?

अभिषेक बच्चन अच्छे पति होने के साथ-साथ एक अच्छे पिता भी हैं. अभिषेक बच्चन अपने परिवार खासकर ऐश्वर्या राय बच्चन और बेटी आराध्या बच्चन को लेकर काफी कंसर्न रहते हैं. इसलिए अगर सोशल मीडिया पर कोई उनकी फैमिली को लेकर नकारात्मक कमेंट्स करता है, तो अभिषेक कभी चुप नहीं बैठते. तो भला इस बार वह चुप कैसे रह सकते थे जबकि मामला उनकी बेटी और बीवी दोनों से जुड़ा हो.

वैसे जूनियर बच्चन पहले ही कह चुके हैं कि यदि कोई भी आराध्या को लेकर गलत बोलेगा तो वह उसे मुंहतोड़ जवाब देंगे और इस बार हुआ भी कुछ ऐसा ही.

दरअसल, एक ट्विटर यूजर ने आराध्या के स्कूल जाने को लेकर सवाल उठाया. उसने अभिषेक बच्चन को कमेंट कर पूछा कि क्या आपकी बेटी स्कूल नहीं जाती? मुझे हैरानी होती है कि ऐसा कौन सा स्कूल है जो बच्चे को जब दिल करे अपनी मां के साथ ट्रिप पर जाने की इजाजत दे देता है? या फिर आप अपनी बच्ची को ब्यूटी विदआउट ब्रेन बनाना चाहते हैं ! तभी तो वह हमेशा अपनी घमंडी मां के साथ हाथ में हाथ डालकर चलती है. उसका बचपन सामान्य बच्चों जैसा नहीं है.’

उस महिला यूजर के द्वारा अपनी पत्नी और बेटी को लेकर किया गया इस तरह का कमेंट अभिषेक को कतई बर्दाश्त नहीं हुआ और उन्होंने सोशल मीडिया पर इस महिला को मुंहतोड़ जवाब देते हुए कहा, ‘मैम, जहां तक मुझे पता है…ज्यादातर स्कूल वीकेंड पर बंद होते हैं और मेरी बेटी वीक डेज पर स्कूल जाती है. आपके ट्वीट में जो शब्दों की गलतियां हैं उसे ध्यान में रखते हुए आपको भी ट्राई (स्कूल जाना चाहिए) करना चाहिए.’

हालांकि अभिषेक के इस ट्वीट को सकारात्मक लेते हुए यूजर ने उन्हें रिप्लाई करने के लिए धन्यवाद कहा. उन्होंने कहा, ‘जो आपने कहा उसे कहने के लिए अधिकतर लोग सोचते हैं लेकिन कुछ भी बोलने की हिम्मत नहीं कर पाते. आप जैसों को कुछ ऐसी तस्वीरें भी पोस्ट करनी चाहिए, जिनमें आपके बच्चे नार्मल दिखें, न कि हमेशा मां के हाथों में हाथ डाले नजर आएं.

खैर बेटी और पत्नी के बचाव में अभिषेक का ये जवाब था तो शानदार. वैसे यह पहली बार नहीं है जब अभिषेक ने आराध्या या ऐश्वर्या के लिए ऐसा किया हो. बच्चन परिवार का समय-समय पर बहू ऐश्वर्या राय और घर की सबसे छोटी सदस्य को लेकर प्यार और केयर के किस्से सामने आते रहे हैं. फिर चाहे वो फिल्म ‘ए दिल है मुश्किल’ में रनबीर कपूर के साथ बोल्ड सीन हों या ‘धूम 2’ में ऋतिक रोशन के साथ लिप-लौक. इतना ही नहीं कुछ ही दिनों पहले ऐश्वर्या की गलत तरीके से तस्वीरें खींचने वाले एक फोटोग्राफर को जूनियर बच्चन ने पास बुलाकर अपने तरीके से समझाया था.

मैं 24 साल की नवविवाहित युवती हूं. क्या विवाह के बाद मासिकचक्र में असंतुलन आना सामान्य बात है.

सवाल
मैं 24 साल की नवविवाहित युवती हूं. विवाह हुए अभी 5 महीने ही बीते हैं. मैं जब से अपने पति के घर में आई हूं मेरे पीरियड्स कभी जल्दी तो कभी देर से आ रहे हैं. विवाह से पहले मासिकचक्र  बिलकुल संतुलित था. क्या विवाह के बाद मासिकचक्र में असंतुलन आना सामान्य बात है?

जवाब
अनेक नवविवाहिताएं विवाह के बाद इस परेशानी से गुजरती हैं. महीना समय से नहीं होता और दिनों में घटबढ़ होने के साथसाथ मासिकस्राव की मात्रा भी घटबढ़ सकती है. यह शारीरिक फेरबदल ससुराल के नए सामाजिक परिवेश और उस में उपजी मानसिक उथलपुथल से संबंध रखता है.

नया घर, नए लोग, नई परिस्थितियां सभी शरीर की हारमोनल प्रणाली पर गहरी छाप डालते हैं, जिस से मासिकचक्र का संतुलन बना कर रखने वाली धुरी का बैलेंस बिगड़ जाता है. पर इस में घबराने की कोई बात नहीं.

समय के साथ जैसेजैसे आप अपने को नए घर के अनुसार ढाल लेंगी, मासिकचक्र की धुरी भी अपने सामान्य संतुलन में लौट आएगी.

मेरे प्रेमी ने शादी का वादा कर के मेरे साथ हमबिस्तरी की, अब वह शादी से मना कर रहा है. मुझे क्या करना चाहिए.

सवाल
मेरे प्रेमी ने शादी करने का वादा कर के मेरे साथ हमबिस्तरी कर ली थी, मगर अब वह शादी करने से मना कर रहा है. मुझे क्या करना चाहिए?

जवाब
आप का प्रेमी धोखेबाज है. उस ने चालाकी से आप का इस्तेमाल किया है. आप फौरन उस बेईमान से नाता तोड़ लें और आइंदा उस की मीठी बातों में न आएं. अगर आप में जरा भी समझ है, तो अब शादी से पहले किसी के साथ हमबिस्तरी न करें.

VIDEO : कलरफुल स्ट्रिप्स नेल आर्ट

ऐसे ही वीडियो देखने के लिए यहां क्लिक कर SUBSCRIBE करें गृहशोभा का YouTube चैनल.

वीडियो : जहीर खान और सागरिका घाटगे के फोटोशूट का वीडियो लौंच

भारतीय पूर्व तेज गेंदबाज जहीर खान और बौलीवुड अभिनेत्री सागरिका घाटगे 23 नवंबर को शादी के बंधन में बंध चुके हैं. दोनों ने परिवार और कुछ खास दोस्तों की मौजूदगी में कोर्ट मैरिज कर ली थी.

सागरिका की दोस्त और ‘चक दे’ फेम विद्या मालवदे ने सबसे पहले दोनों की कोर्ट मैरिज की तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर की. इसके बाद दोनों को टि्वटर पर जमकर बधाई मिली. शादी के दो दिन बाद जहीर और सागरिका फैशन मैगजीन हार्पर बाजार के कवर पेज पर नजर आए थे.

इस शूट की कुछ तस्वीरें जहीर और सागरिका ने पहले भी अपने इंस्टाग्राम पर शेयर की थी. अब इन दोनों के इस शूट का वीडियो इंस्टाग्राम पर वायरल हो रहा है. यह फोटोशूट अक्टूबर के आखिर में करवाया गया था, जिसे अब शादी के बाद लौन्च किया गया है.

दोनों मैग्जीन के जस्ट मैरिड अंक में नजर आ रहे हैं. इस अंक के लिए शूटिंग लंदन में हुई है. फोटो को टौप एंगल से लिया गया है. कपल पियानो के सामने पोज दे रहे थे. अब इस पूरे शूट का वीडियो भी सामने आ गया है.

बता दें कि जहीर-सागरिका ने अपने रिलेशनशिप का खुलासा 2017 में आईपीएल के दौरान किया था. इसके बाद दोनों की सगाई हुई थी.

भारत के शीर्ष तेज गेंदबाज रहे जहीर ने अक्टूबर 2015 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहा. उन्होंने 92 टेस्ट खेलकर 311 और 200 वनडे में 282 विकेट लिए. वहीं, 10 साल पहले हौकी पर आधारित शाहरुख खान की फिल्म ‘चक दे इंडिया’ से फिल्मों में पदार्पण करने वाली सागरिका ने मराठी और पंजाबी फिल्मों में भी काम किया.

ट्राई ने की सिफारिश, नए ग्राहक 90 दिनों तक कर सकते हैं सेवाओं का इस्तेमाल

टेलीकौम रेग्युलेटरी अथौरिटी औफ इंडिया (TRAI) ने डिपार्टमेंट औफ टेलीकौम (DoT) को नेटवर्क टेस्टिंग से जुड़ी एक और बड़ी सिफारिश की है. यदि TRAI की तरफ से की गई सिफारिश पर अमल किया गया तो आप किसी भी नेटवर्क पर फ्री कौलिंग की सुविधा का लाभ उठा पाएंगे.

हालांकि यह सुविधा आपको एक निश्चित समय समयावधि के लिए मिलेगी. ट्राई की तरफ से DoT को की गई यह सिफारिशे ऐसी टेलीकौम कंपनियों के लिए हैं जो बाजार में अपनी पकड़ बनाने की कोशिश कर रही है.

ट्राई की तरफ से कहा गया है कि बाजार में आने वाली कोई भी नई टेलीकौम कंपनी 90 दिन तक टेस्टिंग फेज के तौर पर अपनी सेवाएं ग्राहकों को फ्री में उपलब्ध करा सकती है.

रेग्युलेटरी की तरफ से यह भी कहा गया है कि टेलीकौम औपरेटर चाहे तो इस फेज को स्पेशल रिक्वेस्ट के अंतर्गत DoT को वास्तु स्थिति बताकर बढ़वा भी सकता है. साथ ही टेस्ट के दौरान टेलीकौम कंपनी को यूजर्स की एक सीमित संख्या को ही एनरोल करने की अनुमति होनी चाहिए.

ट्राई ने कहा है कि टेलीकौम सर्विस प्रोवाइडर अपनी सेवाओं के कामर्शियल लौन्च से पहले नेटवर्क टेस्टिंग के लिए टेस्ट सब्सक्राइबर्स एनरोल कर सकते हैं.

इस बारे में ट्राई ने यह भी सुझाव दिया कि टेस्ट सब्सक्राइबर की संख्या एक सर्कल में टेलीकौम कंपनी की इंस्टौल्ड नेटवर्क कैपेसिटी के पांच फीसदी पर सीमित रखी जाए. इसके तहत सर्विस प्रोवाइडर को कैपेसिटी कैल्कुलेशन से संबंधित कागजात कम से कम 15 दिन पहले ट्राई और DoT को भेजने होंगे.

टेस्ट फेज की सीमा 90 दिनों की होनी चाहिए. यदि टेलीकौम सर्विस प्रोवाइडर इस समय में नेटवर्क टेस्टिंग नहीं कर पाता तो उसे थोड़ा और समय दिया जा सकता है. इसी के साथ नेटवर्क औपरेटर टेस्ट पीरियड के दौरान उपभोक्ताओं को बदल नहीं सकता.

इसी के साथ कंपनी को सर्विस लौन्च की तारीख भी पहले से बतानी होगी. रिलायंस जियो के टेस्ट सर्विस रोल आउट करने के बाद से ही रेगुलेटर और टेलीकौम सर्विस प्रोवाइडर के बीच इस मसले पर बहस चल रही है.

बाबरी मस्जिद विध्वंस पर बन चुकी हैं ये बौलीवुड फिल्में

राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद को लेकर बौलीवुड में कई फिल्में बनीं है, जो विवादित रही हैं. इन दिनों सुनील सिंह निर्देशित फिल्म ‘गेम औफ अयोध्या’ पर काफी विवाद हो रहा है. हिन्दू सम्राट युवा वाहिनी का कहना है कि फिल्म में इतिहास के साथ छेड़छाड़ की गई है. यह फिल्म 8 दिसंबर को रिलीज होनी है. हालांकि यह पहली फिल्म नहीं है जो अयोध्या विवाद और दंगों पर बनी हो. इससे पहले ‘बौम्बे’, ‘ब्लैक फ्राइडे’, ‘रोड टू संगम’ और ‘नसीम’ जैसी फिल्मों में भी बाबरी मस्जिद-अयोध्या विवाद और कई दंगों पर कुछ अंश दर्शाए गए हैं.

बौम्बे

1995 में बनीं फिल्म ‘बौम्बे’ का निर्देशन मणिरत्नम ने किया है. इस फिल्म में मुख्य किरदार अरविंद स्वामी और मनीषा कोइराला ने निभाया है. फिल्म दिसंबर 1992 से जनवरी 1993 के बीच अयोध्या में हुए बाबरी मस्जिद विवाद पर केंद्रित है. फिल्म दोनों आलोचनात्मक और आर्थिक तौर पर सफल रही. फिल्म में एआर रहमान के दिए गए संगीत को काफी पसंद किया गया।

ब्लैक फ्राइडे

अनुराग कश्यप के निर्देशन में बनी फिल्म ‘ब्लैक फ्राइडे’ में आतंक का खौफनाक मंजर देखने को मिला था. अनुराग कश्यप की इस फिल्म को कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय अवार्ड समारोह में सराहना भी मिली. फिल्म रिलीज होती उससे पहले ही इस पर बैन लग गया. बैन लगने के 3 साल बाद फिल्म रिलीज की अनुमति मिली.

नसीम

1992 की बाबरी मस्जिद घटना के इर्द-गिर्द बनी फिल्म नसीम 1995 में आई थी. इस फिल्म के निर्देशक सईद अख्तर मिर्जा थे. फिल्म की कहानी नसीम नाम की युवती पर बनी है. इस फिल्म को 1996 में बेस्ट डायरेक्शन और स्क्रीनप्ले के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिल चुका है. फिल्म में अभिनेत्री मयूरो कांगो ने कमाल का अभिनय किया था.

रोड टू संगम

परेश रावल और ओमपुरी के अभिनय से सजी इस फिल्म में गांधीजी के सिद्धांतों और मूल्यों को दिखाने की कोशिश की गई. ‘रोड टू संगम’ की कहानी एक मुस्लिम मैकेनिक हशमत उल्लाह के इर्द-गिर्द घूमती है. बता दें कि कई अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सवों में ‘रोड टू संगम’ ने अपना जादू बिखेरा था.

बड़ा सवाल : किसको महंगी पड़ेगी जनेऊ पॉलिटिक्स

राहुल गांधी को उनके पिता राजीव गांधी की अन्त्येष्टि में जबरन जनेऊ पहनाया गया था, जो उन्होंने कपड़ों के ऊपर से पहन लिया था, यदि राहुल जनेऊ नहीं पहनते तो उन्हें अन्त्येष्टि में शामिल नहीं होने दिया जाता, भोपाल में जिस वक्त भाजपा के वरिष्ठ नेता सुब्रमणयम  स्वामी पत्रकारों के सामने यह रहस्योद्घाटन कर रहे थे, लगभग उसी वक्त पटना में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी एक राज खोल रहे थे कि लोकनायक जयप्रकाश नारायण ने एक सभा में सभी लोगों के जनेऊ उतरवा दिये थे. उनका कहना था कि हम लोगों के बीच गैर बराबरी नहीं होनी चाहिए.

जनेऊ से ताल्लुक रखते इन दोनों बयानों के अपने अलग सियासी माने हैं और विकट का विरोधाभास भी इनमे है. नीतीश ने बड़ी मासूमियत से यह भी पूछ डाला कि जो लोग जनेऊ नहीं पहनते हैं तो क्या वे हिन्दू नहीं. नीतीश को यह सवाल बजाय राहुल गांधी से पूछने के अपनी नई सहयोगी पार्टी भाजपा से करना चाहिए था क्योंकि जनेऊ पुराण के उठते ही वित्त मंत्री अरुण जेटली भाजपा को असली हिंदूवादी पार्टी करार देते विवाद को आहुति देने के मूड में थे, पर अपने ही खेमे के दूसरे, उनसे भी ज्यादा असली और महा हिंदूवादी नेता सुब्रमणयम स्वामी का मुंह तो वे भी पकड़ने की हिमाकत नहीं कर सकते थे, सो सोमनाथ मंदिर के रजिस्टर में कथित रूप से खुद का नाम गैर हिंदूवादियों के खाने में लिखाये जाने की राहुल गांधी की चालाकी या नासमझी कुछ भी कह लें राजीव गांधी की अन्त्येष्टि तक पहुंच गई. खुद स्वामी ने मान लिया कि राहुल गांधी जनेऊ धारी हिन्दू हैं.

इधर सोशल मीडिया पर एक दिलचस्प पोस्ट यह वायरल हो रही थी जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कह रहे हैं कि अभी तो उसे जनेऊ पहनाया है, जल्द ही कांवड़ यात्रा पर भी भेज दूंगा. सोशल मीडिया की दुनिया से इतर बुद्धिजीवी खीझ  कर सोचने लगे थे कि क्या गुनाह हो गया जो राहुल गांधी सोमनाथ मंदिर चले गए और कौन से रजिस्टर के कौन से खाने में अपना नाम लिखा दिया, भगवान के मंदिरो में एंट्री रजिस्टर रखने की तुक क्या और जनेऊ … वह तो आजकल ब्राम्ह्ण भी नहीं पहनते.

असल में खुद भाजपा जनेऊ को लेकर डरी सहमी है कि यह जनेऊ का फंदा कहीं गले में न आ जाये, क्योंकि हर कोई जानता है कि जनेऊ सवर्णों और उनमे भी ब्रामहणों की पहचान हुआ करता था (और आज भी है). पिछड़ों और दलितों को जनेऊ पहनने की इजाजत नहीं है, जिसे लेकर वे कुंठित और क्रुद्ध रहते हैं और इस हद तक रहते हैं कि खुद ही जनेऊ नहीं पहनते. भीमराव अंबेडकर तो जनेऊ का खुलेआम विरोध यह कहते करते थे कि यह सूत का धागा बीस फीसदी ऊंची जाति वालों के दबदबे और पहचान की निशानी है. यह कथन भी सोशल मीडिया पर चला कि दलित आदिवासी और पिछड़े कैसे खुद को हिन्दू साबित करेंगे.

बात और विवाद इस मुकाम तक आने लगा कि हिन्दू वही है जिसके कान में ब्रम्हा, विष्णु और महेश के प्रतीक तीन धागे जनेऊ के लटके हों तो भगवा खेमे में खलबली मच गई, क्योंकि इस पैमाने पर तो सवर्ण ही हिन्दू बच रहे थे, जो गुजरात विधानसभा चुनाव के लिहाज से दलितों के गुस्से की आग में घी डालने जैसी बात थी, लेकिन धोखे से ही सही जनेऊ विवाद भगवा खेमे के गले की हड्डी बन गया है जिसे वह न उगल पा रहा न निगल पा रहा.

गैर जनेऊ धारी हिन्दू फिर हीनभावना से घिरते खुद के हिन्दू होने को लेकर असमंजस से घिर गया है जिसका तोड़ निकालने विशेषज्ञ सक्रिय हो गए हैं कि ऐसा कोई उदाहरण धर्मग्रन्थों से निकाल लाएं, जिससे यह साबित होता हो कि फलां शूद्र का यज्ञोपवीत संस्कार हुआ था. चूंकि तमाम संस्कार करवाने का ठेका ब्राह्मणों का होता है इसलिए ऐसा उदाहरण ढूँढे से नहीं मिल रहा है,  हां यह प्रचार जरूर जोर पकड़ रहा है कि धर्मग्रंथों में सभी को जनेऊ धारण करने की छूट है, लेकिन इस सवाल का जबाब नहीं मिल रहा है कि अगर ऐसा है तो छोटी जाति बाले जनेऊ क्यों नहीं पहनते.

अब मैसेज का जवाब ना दे पाने पर व्हाट्सऐप खुद कर देगा औटो रिप्लाई

व्हाट्सऐप एक ऐसा लोकप्रिय मैसेजिंग ऐप है, जिसके जरिए लोग व्यस्त होने के बावजूद एक दूसरे से बात करते रहते हैं. लेकिन कई बार ऐसा भी होता है कि आप अपनों के मैसेज का रिप्लाई नहीं दे पाते.

इसी को ध्यान में रखते हुए हम अपनी इस खबर में ऐसी ट्रिक बताने जा रहे हैं जिसके द्वारा आप अपने स्मार्टफोन को छुए बिना सामने वाले यूजर को रिप्लाई कर सकते है. तो आइये जानते है कि कैसे व्हाट्सऐप करता है औटो-रिप्लाई.

औनलाइन कई ऐसी ऐप्स हैं जो आपको व्हाट्सऐप में औटो रिप्लाई करने में मदद करती है. इसके लिए सबसे पहले यूजर को स्मार्टफोन में “AutoResponder for WhatsApp” एप को इन्स्टौल करना होता है. ये एक फ्री ऐप है.

इस एप को इन्स्टौल करने के बाद आपको यह ऐप अपने व्हाट्सऐप अकाउंट से लिंक करना होगा, जिसके बाद सेटिंग्स में कुछ बदलाव करके आप किसी भी मैसेज का औटो-रिप्लाई कर सकते हैं.

कैसे करें इस्तेमाल?

  • सबसे पहले फोन में इस ऐप को डाउनलोड कर इसे इंस्टौल कर लें. अब AutoResponder for WhatsApp ऐप को ओपन करें.
  • अब नोटिफिकेशन सेटिंग पर क्लिक करें और ऐप को नोटिफिकेशन एक्सेस के लिए अनुमति दें.
  • इसके बाद नए नियम बनाने के लिए “+” आइकन पर क्लिक करें.
  • अब आप “Received Message” सेक्शन में जो भी मैसेज भेजना हो, उसे रिप्लाई टेक्स्ट में जाकर लिख सकते हैं.
  • इसी तरह आप “Reply Message” सेक्शन में जो भी मैसेज भेजना हो, उसे टाइप कर एंटर करें.
  • अब आप स्क्रौल डाउन कर रिसीवर को सेलेक्ट करें. कौन्टैक्ट, ग्रुप या दोनों को.
  • अगर आप किसी खास कौन्टैक्ट को औटोमेटिक रिप्लाई भेजना चाहते हैं तो “Specific Contacts” सेक्शन में उस कौन्टैक्ट को एंटर करें या “Ignored Contacts” सेक्शन उस कौन्टैक्ट को एंटर करें जिन्हें आप औटोमेटिक रिप्लाई नहीं भेजना चाहते हैं.
  • पूरी सेटिंग करने के बाद Tick Button पर क्लिक करें.
  • अब आपके पास जैसे ही कोई मेसेज आएगा तो आपकी तरफ से आपका वो मैसेज सेंड हो जाएगा.

इसके अलावा, आप ‘Auto-reply for WhatsApp’ ऐप का भी इस्तेमाल कर व्हाट्सऐप पर अपने कौन्टैक्ट्स को औटो रिप्लाई कर सकते हैं.

कैसे करे सेटिंग्स?

  • इंस्टौल होने के बाद ऐप को ओपन करें, जिसके बाद आपको एक Grant Permission का मैसेज आएगा.
  • इसके लिए यूजर को नोटिफिकेशन एक्सेस पर जाकर व्हाट्सऐप रिप्लाई ऐप को औन करना होता है.
  • अब ऐप ओपन होने के बाद औटो-रिप्लाई का टाइम और औटो-रिप्लाई का फीचर नजर आने लगेगा.
  • अगर आप ग्रुप में औटो रिप्लाई नहीं करना चाहते, तो आप Enable औप्शन से टिक हटा सकते हैं.
  • औटो रिप्लाई में आपको जो भी मैसेज भेजना हो, उसे रिप्लाई टेक्स्ट में जाकर लिख सकते हैं.
  • अब आपके पास जैसे ही कोई मेसेज आएगा तो आपके तय किये हुए समय पर आपका वो मैसेज सेंड हो जाएगा.
  • आप जब न चाहें तो औटो-रिप्लाई के फीचर को ऊपर की तरफ से डिसेबल भी कर सकते हैं.
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