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दुष्कर्म की खिलाड़ी मानसिकता और लड़कियों को खिलौना समझ लेना

फुटबौल के देश ब्राजील के खिलाड़ी आमतौर पर कैरियर में चमकने के बाद जो गलती करते हैं वह आखिरकार 33 वर्षीय रोबिंहो ने भी दोहरा ही दी. ब्राजील की टीम के इस तेजतर्रार और प्रतिभाशाली फौरवर्ड खिलाड़ी ने इटली के नामी क्लब एसी मिलान के लिए भी 5 साल अच्छेखासे भुगतान पर फुटबौल खेला है.

इसी दौरान साल 2013 की जनवरी में, रोबिंहो एक नाइट क्लब की पार्टी में शराब पी कर इतना बहका कि उस ने अपने 5 साथियों के साथ मिल कर एक 22 वर्षीय अल्बानियाई युवती का बलात्कार कर डाला.

युवती को इन लोगों ने इतनी शराब पिलाई थी कि वह बेहोश हो गई थी. दुष्कर्म का यह मामला इटली की अदालत में चला. रोबिंहो अपनी बेगुनाही साबित नहीं कर पाया. यहां तक कि अपने बचाव के लिए वह खुद कभी अदालत नहीं गया. हालांकि सोशल मीडिया पर खुद को वह निर्दोष कहता रहा लेकिन अदालत ने उसे पीडि़ता को 71 हजार डौलर (लगभग 46 लाख रुपए) देने का आदेश दिया है.

पेशेवर खेलों के कम ही खिलाड़ी खुद को नशे, व्यभिचार और दूसरी खुराफातों से बचा पाते हैं. रोबिंहो अपवाद साबित नहीं हुआ जिस के लिए 46 लाख रुपए की राशि कोई खास नहीं. लेकिन चिंता की बात इन खिलाडि़यों का लड़कियों को खिलौना समझ लेना है जिस का एक मनोवैज्ञानिक संबंध खेलों की दुनिया से भी है.

शादीशुदा रोबिंहो जैसे स्टार प्लेयर वर्जनाओं में नहीं रहना चाहते तो न रहें, पर लड़कियों से बल और छलपूर्वक बलात्कार वे करेंगे तो बदनाम खेल की दुनिया भी होती है. इस बाबत अंतर्राष्ट्रीय खेल संघों को गंभीरतापूर्वक विचार करना चाहिए.

तलाक और कानूनी जाल : क्या विवाह भी एक समझौता मात्र है

सुखेंदु दास और रीता मुखर्जी पतिपत्नी तो थे ही, दोनों न्यायाधीश भी थे. उन का काम दूसरों के मामले सुलझाने का था. पर अफसोस, उन्होंने अपना विवाद सुलटाने में 17 साल लगा दिए और वह भी तब सुलटा जब सुप्रीम कोर्ट ने रीता मुखर्जी की गैरहाजिरी में 24 साल की बेटी के पिता के मां से तलाक होने पर मुहर लगा दी जो 17 वर्षों से अलग रह रही थीं.

उन दोनों का विवाह प्रेमविवाह ही था क्योंकि दोनों ने स्पैशल मैरिज एक्ट में विवाह किया था जिस में या तो भागे हुए प्रेमीप्रेमिका विवाह करते हैं या अलग धर्मों के. 1993 के विवाह से एक बेटी पैदा हुई पर 2000 आने तक दोनों के संबंध में खटास पैदा हो गई और पत्नी घर छोड़ कर चली गईं. सुखेंदु दास ने जज पत्नी के खिलाफ दूसरी अदालत में गुहार लगाई. पर 2009 के फैसले में अदालत ने तलाक नहीं होने दिया.

उच्च न्यायालय ने भी अर्जी खारिज कर दी पर उस अदालत में रीता मुखर्जी न हाजिर हुईं, न उन का वकील आया. तब तक दोनों की नियुक्तियां अलगअलग शहरों में हो रही थीं. 2012 के फैसले में भी उच्च न्यायालय ने तलाक मंजूर नहीं किया जबकि दोनों ही 2000 से अलग रह रहे थे.

सुखेंदु दास को हार कर सुप्रीम कोर्ट जाना पड़ा. वहां 2017 में उन्हें न्याय मिला और सुप्रीम कोर्ट ने इसी बात को घर छोड़ना यानी डैजर्शन मान लिया कि पत्नी अदालतों में भी खुद या वकील के माध्यम से पेश नहीं हुई.

तलाक के मामलों में एक पक्ष के जिद पर उतर आने पर मामला, महीनों नहीं, वर्षों तक अदालतों की धूल चाटता रहता है. यह हमारे विवाह कानून की सब से बड़ी ट्रैजिडी है. शायद हमारी अदालतों को लगता है कि तलाक आसानी से दे देंगे तो हिंदू संस्कारों का जनाजा निकल जाएगा जहां विवाह को देवताओं की उपस्थिति में सात जन्मों का बंधक माना जाता है. असल में विवाह भी एक समझौता मात्र है और यदि एक पक्ष न माने तो दूसरा कुछ ज्यादा नहीं कर सकता.

जैसे कुछ घंटों के मंत्रों आदि से विवाह हो सकता है वैसे ही अगर विवाहविच्छेद हो तो कोई हर्ज नहीं. पर सभी अदालतों के दिमाग में शायद रामसीता का उदाहरण रहता है जिस में राम ने अकारण सीता को छोड़ दिया पर दूसरा विधिवत विवाह नहीं किया. अदालतें नरेंद्र मोदी और जसोदाबेन की तरह 2 जनों को उन के विवाह करने की गलती का पछतावा भोगने को मजबूर करती हैं ताकि हिंदू संस्कृति कायम रहे.

जहां झगड़ालू पतिपत्नी समझदार जज हों वहां भी अगर समय पर सही न्याय न मिले तो देश की स्थिति क्या है, यह स्वत: समझा जा सकता है.

धर्मों के स्वार्थी ठेकेदार और लव जिहाद के नाम पर शादियों में अड़चन

लव जिहाद का नाम ले कर शादियों में अड़चनें डालने वाले यह नहीं समझ पा रहे हैं कि आज से नहीं, सदियों से दूसरी संस्कृतियों, भाषाओं, सीमाओं और धर्मों में विवाह किया जाना असल में समाज को एक नई दिशा देता है. जब अलग संस्कृतियों और देशों के बीच विवाह होते हैं तो बहुत से पुल बन जाते हैं.

जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे के चचेरे भाई इसाओ आबे की पत्नी कल्पना दक्षिण भारतीय हैं जो पहले वाशिंगटन में थीं और अब जापान की पेंट कंपनी कानसाई पेंट में वाइस प्रैसिडैंट हैं. वे अब दोनों देशों के बीच पुल बन रही हैं. श्ंिजो आबे उन की राय भारतीय मामलों तक में लेते हैं.

हमारे कट्टरपंथियों के आदर्श सुभाष चंद्र बोस की आस्ट्रियन पत्नी एमिली शेंकल थीं जिन से सुभाष चंद्र बोस ने 1937 में विवाह किया था. उन की पुत्री अनीता बोस ने भी एक विदेशी मार्टिन पफ से विवाह किया था.

महापंडित राहुल सांकृत्यायन का बाल विवाह हुआ था पर उन्होंने फिर मंगोल मूल की रूसी एलेना नार्वे नारवेरतोवना कोजेरोवसकाया से शादी की थी. बाद में राहुल ने नेपाली लड़की से भी विवाह किया.

धर्म के दुकानदार यह भी नहीं चाहते कि विधर्मी से विवाह कर के विवाह, बच्चे होने या विवाहित युगल के बच्चों की शादियों के समय मिलने वाली मोटी दक्षिणा उन के हाथ से निकले.

संस्कृति का नाम ले कर जो हल्ला मचाया जा रहा है वह कोरी दुकानदारी है. वैसे तो हिंदू धर्म के सभी ठेकेदार समयसमय पर विदेशों में जा कर विदेशी संस्कृति से दूषित हो गए क्योंकि वे वहां विदेशी नागरिकता प्राप्त भारतीयों को बुला कर हिंदुत्व पर घंटों भाषण देने से कतराते नहीं. बस, उन्हें रहने की सुविधा, आनेजाने का टिकट और मोटी दक्षिणा मिलती रहे. हिंदू संस्कृति के अनुसार तो समुद्र पार करना भी निषेध है.

पहले इस तरह के मामले केवल धर्म की दुकानदारी के नाम पर होते थे पर अब, इसलामी देशों की देखादेखी, धर्म और राजनीति में मिक्सर चल गया है और यह कंक्रीट देश पर थोपी जा रही है. यह कंक्रीट मजबूत तो हो सकती है पर इस पर कुछ उगता नहीं है, न उत्पादन, न सोचविचार.

मेकअप टिप्स फौर कालेजगोइंग गर्ल्स : आप दिखेंगी सब से अलग और सब से खूबसूरत

कालेज लाइफ हर किसी की जिंदगी का एक अहम फेज होता है जिसे जीने के लिए हर कोई खासतौर पर लड़कियां, पहले से तैयारियां शुरू कर देती हैं. स्कूल लाइफ को अलविदा कह कर कालेज में ऐंट्री और सब से अलग दिखने का क्रेज, ये सब टीनेज में ही होता है. युवतियां अपने मेकअप को ले कर इस उम्र में बहुत चीजें ट्राई करती हैं. चलिए, आप को बताते हैं कि उम्र के इस दौर में क्या फैशन फंडा अपनाना चाहिए जिस से आप लगें सब से डिफरैंट और सब से खूबसूरत.

कालेजगोइंग गर्ल्स की इसी चाहत को ध्यान में रखते हुए सब से तेज मेकअप करने में गिनीज बुक रिकौर्ड बनाने वाली, एयरब्रश मेकअप ऐक्सपर्ट और मधुर भंडारकर की फिल्म ‘इंदु सरकार’ से ऐक्ट्रैस की नई पारी शुरू करने वाली इशिका तनेजा से लेते हैं कुछ खास मेकअप टिप्स, जो देशविदेश के अभिनेता अभिनेत्रियों, डिजाइनर्स और मशहूर गायकों के साथ काम करने के अलावा एल्पस कौस्मेटिक क्लीनिक की एक्जीक्यूटिव डायरैक्टर हैं.

– ऐग्जाम, मार्क्स और ऐडमिशन के टैंशन की निशानियां जैसे डार्क सर्कल्स वगैरा आदि आप के चेहरे पर साफ नजर आती हैं. ऐसे में इन प्रौब्लम्स को कलर करैक्शन फाउंडेशन क्रीम यानी सीसी क्रीम की मदद से छिपाया जा सकता है. इसे लगाने के लिए अपने हाथों में क्रीम लें और फिंगर की सहायता से पूरे चेहरे पर छोटेछोटे डौट्स लगा कर ब्रश से मर्ज कर लें.

–  ब्लशर के बजाय बौंजर का इस्तेमाल करें. इसे फेस के आउटर कौर्नर और चीक बोन के नीचे पाउडर ब्रश की सहायता से ब्लैंड करते हुए लगाएं. इस से आप का फेस पतला नजर आएगा. इस के अलावा बौंजर का इस्तेमाल स्किन पर ग्लो लाता है और आप को खूबसूरत बना देता है.

–  ड्रैस से मैचिंग या फिर कौंप्लिमैंट करते हुए शेड जैसे एमरल्ड ग्रीन, इलैक्ट्रिक, ब्लू, वौयलेट आदि से आप अपनी आइज को सजा सकती हैं.

इन दिनों ट्रैंड के मुताबिक, कलर लाइनर से आप अपनी आइज कोइविंग्ड स्टाइल से भी सजा सकती हैं. यह आप की आंखों की शेप को अच्छे से डिफाइन भी करेगा, साथ ही, इसे लगाने के बाद आप को ज्यादा मेकअप करने की जरूरत भी नहीं पड़ेगी. इस मौसम में आई मेकअप के लिए प्रौडक्ट्स वाटरप्रूफ ही इस्तेमाल करें. पलकों को आईलैश कलर से कलर कर उन पर मसकारा का डबल कोट लगाएं.

– बबलगम पिंक या लाइट कोरल जैसे लाइट लिप शेड्स इस सीजन में आप की खूबसूरती को निखारेंगे और उम्र की मासूमियत को भी बरकरार रखेंगे.

– सैक्सी लुक के लिए बालों को मेसी लुक दे कर साइड बन या ब्रेड बना सकती हैं. इस स्टाइल को और भी खूबसूरत बनाने के लिए उसे स्टाइलिश व फंकी ऐक्सेसरीज से सजा सकती हैं या फिर कलरफुल रिबन के साथ ब्रेड को बना सकती हैं.

इन सब के अलावा इन दिनों रैड और वौयलेट कलर पौपुलर हैं, ऐसे में आप बालों के एज्स में ब्राइट कलर करवा सकती हैं. इस से आप की पर्सनैलिटी में एक अलग ही अट्रैक्शन आएगा. इन के अलावा कुछ दूसरे हेयरस्टाइल भी बना सकती हैं.

सब से पहले बालों को प्रैसिंग मशीन से स्ट्रेट कर लें. इस के बाद ईयर टू ईयर पार्टीशियन कर के फ्रंट और बैक के बालों को अलग कर दें. फ्रंट के बालों को पिनअप कर लें और पीछे के थोड़े से बालों में फेस के मुताबिक पफ बना लें. बचे हुए बालों को प्रैसिंग मशीन से एक बार और फिनिशिंग दें. अब फ्रंट के बालों में एक कान से दूसरे कान की तरफ जाती हुई फ्रैंच चोटी बना लें और चोटी को पीछे ले जा कर पिनअप कर लें. फ्रैंच चोटी बनाने के लिए बीच के बालों को 3 हिस्सों में बांट लें और उन की चोटी बनानी शुरू करें. फिर टेल कौंब के सहारे लैफ्ट साइड से थोड़े से बाल उठाएं और चोटी के राइट वाले भाग में मिला दें.

इसी प्रकार कौंब की मदद से ही राइट साइड के बाल भी उठाएं और लैफ्ट पार्ट में मिला दें. इस पूरे प्रौसीजर को अंत तक यों ही करते रहें, फ्रैंच चोटी तैयार हो जाएगी. इस स्टाइलिश लुक में फैशनेबल रंग डालने के लिए अपनी ड्रैस के कलर से मैचिंग बीड्स लगा लें या फिर स्वरोस्की लगा कर सजाएं.

बालों को फ्रंट से साइड पार्टिंग करने के बाद राइट साइड से बालों को ट्विस्ट करते हुए पीछे की ओर ले कर आएं. फिर अपने लैफ्ट साइड से भी इसी तरह अपने बालों को ट्विस्ट करते हुए साइड में ले कर आएं और दोनों को एकदूसरे के ऊपर ट्विस्ट करते हुए ट्विस्टिंग रोल चोटी बना लें. आप चाहें तो दोनों के बीच में दूसरे कलर की हेयर ऐक्सटैंशन भी यूज कर सकती हैं.

अब गूगल मैप से आप कर पाएंगे बस या ट्रेन की लाइव ट्रैकिंग

भारत हो या विदेश हर जगह लोग गूगल मैप का इस्तेमाल कर बस, ट्रैन, कार आदि से रास्ता नेविगेट करते हैं. अगर आप रास्ता भूल जाते हैं या फिर किसी नई जगह जाते हैं तो आपको किसी से भी रास्ते की जानकारी लेने की आवश्यकता नहीं होती क्योंकि आपके हाथों में आपका स्मार्ट फोन होता है और उस फोन पर होता है गूगल मैप. यह गूगल मैप आपको बिना किसी अंजान व्यक्ति की सहायता लिए सही रास्ते पर पहुंचाता है.

देखा जाए तो यह आपको सही रास्ते पर पहुंचाने का सबसे बेहतर विकल्प है. जरा सोचिए कि बेहतर को थोड़ा और बेहतर कर दिया जाए तो कैसा रहेगा. हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि आगे आने वाले समय में गूगल मैप बेहतर विकल्प से और भी ज्यादा बेहतर होने वाला है.

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो गूगल गूगल मैप में एक नया फीचर लेकर आ रहा है जो आने वाले वक्त में आपको पब्लिक ट्रांसपोर्ट के लिए रियल-टाइम अपडेट देगा. इस नए फीचर के आने का मतलब है की अगर आप पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करते हैं तो आपकी यात्रा और सुखद और आरामदायक होने वाली है. आप ट्रिप के दौरान लौक स्क्रीन पर और अन्यथा ऐप में ही यह पब्लिक ट्रांसपोर्ट का रियल-टाइम अपडेट्स देख सकेंगे.

यूं तो गूगल की नेविगेशन अच्छी है. लेकिन इसे लेकर यूजर्स को एक परेशानी रहती थी की इसकी ऐप को हमेशा खोले रखना पड़ता था. लेकिन इस फीचर के बाद यूजर आराम से बिना ऐप ओपन रखे भी यात्रा कर पाएंगे. क्योंकि इसके बाद एप खुद यूजर को अलर्ट करेगी.

ऐप ऐसे करेगी काम

-इन अपडेट्स को एक्टिवेट करने के लिए स्क्रीन पर नीचे की ओर स्टार्ट को टैप करना होगा.

-इसके बाद यूजर्स को लाइव अपडेट्स मिलने लगेंगी.

-बस या ट्रेन की लाइव अपडेट्स अलर्ट के तौर पर यूजर्स को मिलेंगी. ऐप यूजर को यह भी बताएगी की उसे कहां पर उतरना है.

-यह फीचर उन लोगों के लिए बहुत ही मददगार साबित होने वाली है, जिनकी स्टैंड या रास्तों के बारे में जानकारी नहीं है या फिर वह उस शहर में नए हैं.

फिलहाल, गूगल ने इस अपडेट की आधिकारिक तौर पर घोषणा नहीं की है. लेकिन उम्मीद है गूगल जल्द इस अपडेट को पेश करेगा.

नागिन 3 : मौनी रौय को रिप्लेस करेगी ये टीवी एक्ट्रेस

कलर्स के पौपुलर शो ‘नागिन’ के फैन्स के लिए एक अच्छी खबर है. बात दरअसल ये है कि इस शो की तीसरी कड़ी के लिए नागिन फाइनल हो गई है. जी हां, एकता कपूर नागिन के सीजन-3 के साथ फिर से दस्तक देने आ रही हैं. इस बार पुरानी इच्छाधारी नागिन मौनी रौय और अदा खान नजर नहीं आएंगी. इस सीजन में दो नई नागिनें टीवी पर अपने जौहर दिखाएंगी.

खबर है नागिन-3 में ‘कुबूल है’ एक्ट्रेस सुरभि ज्योति और ‘ये रिश्ता क्या कहलाता है’ की शगुन यानी अनीता हसनंदानी को फाइनल कर लिया गया है.

जब नागिन का पहला सीजन लान्च हुआ था तो इसने टीआरपी की रेस में सबको पछाड़ दिया था और कई रिकार्ड बना दिए थे. नागिन की कहानी को पसंद किया गया था, और मौनी रौय का नागिन अवतार सबके दिल में उतर गया था. सुरभि ज्योति ‘कुबूल है’ सीरियल में नजर आ चुकी हैं जबकि अनिता हसनंदानी ‘ये है मोहब्बतें’ में नजर आ रही हैं.

माना जा रहा है कि शो में करणवीर बोहरा फिर से नजर आ सकते हैं. हालांकि अभी औफिशियल घोषणा का इंतजार किया जा रहा है. अगर ये सच निकलता है तो यह स्टारकास्ट काफी इंटेरस्टिंग होगी और सीजन-3 की टीआरपी पर नजर रहेगी.

बता दें कि शो की पहली दो सीरीज में मौनी रौय और अदा खान की जोड़ी इतनी पसंद की गई है कि इस बार शो मेकर्स पर काफी प्रेशर था. ऐसे में नए चेहरे लेकर आना एक बड़ा रिस्क है. लेकिन उम्मीद है कि एकता की ये नई ‘नागिन’ वही जादू चलाने में कामयाब रहेगी.

सिर्फ 1 रुपए में लें हवाई सफर का आनंद

जिन लोगों ने अभी तक हवाई सफर का आनंद नहीं लिया है, उनके लिए एक सुनहरा मौका है. कम बजट में विमान यात्रा करवाने वाली विमान कम्पनी एयर डेक्कन ने अपने ग्राहकों के लिए एक नई योजना निकाली है जिसके तहत यात्री अब सिर्फ एक रुपए में हवाई यात्रा कर सकते हैं. इस बात पर यकीन कर पाना काफी मुश्किल है लेकिन यह खबर बिलकुल सच है.

उड़ान मुंबई, दिल्ली, कोलकाता और शिलोंग के लिए शुरू होने जा रही है जो कि इनके आस-पास के शहर को जोड़ेंगे. सरकार की योजना के अनुसार उड़ान का किराया एक घंटे के सफर के लिए 2,500 होगा. वहीं गोपीनाथ का कहना है कि कुछ लकी पैसेंजर को फ्लाइट टिकट एक रुपए में भी मिलेंगे. हालांकि नासिक-मुबंई फ्लाइट का किराया 1,400 रुपए से शुरू होगा.

बता दें कि एयर डेक्कन की शुरूआत साल 2003 में जी आर गोपीनाथ ने की थी. जिसके बाद 2008 इसे विजय माल्या की किंगफिशर एसरलाइंस के साथ मर्ज कर दिया गया. पैसों की कमी के कारण इसका संचालन 2012 में रोक दिया गया लेकिन एक बार फिर क्षेत्रीय संपर्क योजना (आरसीएस) के तहत यह शुरू होने जा रहा है.

जनवरी तक नई उड़ानें शुरू हो जाएंगी जो दिल्ली से आगरा, शिमला, लुधियाना, पंतनगर, देहरादून और कुल्लू को जोड़ेंगी. इस खबर को पढ़ने के बाद अगर आप भी एक रुपए में हवाई सफर करने का मजा लेना चाहते हैं तो बिना देर किए हुए टिकट बुक करवाइए क्या पता आपको भी भी एक रुपए में हवाई सफर करने का मौका मिल जाए.

अब टोल प्लाजा पर रुकने से पेटीएम दिलाएगा निजात, जानिए कैसे

अगर आपको रोजाना औफिस जाते वक्त टोल प्लाजा से गुजरना होता है, तो आप यहां पर लगने वाले समय को बचा सकते हैं. इसके लिए आप ‘फास्टैग’ डिवाइस ले सकते हैं. एसबीआई समेत कई बड़े बैंकों के बाद पेटीएम पेमेंट्स बैंक ने भी ‘फास्टैग’ लाने की घोषणा की है. बैंक ने पूरे देश के सभी राजमार्गों पर टोल शुल्क देने को आसान बनाने के लिए पेटीएम फास्टैग को शुरू किया है.

क्या है पेटीएम फास्टैग

पेटीएम फास्टैग एक रेडियो फ्रीक्वेंसी आइ‍डेंटिफिकेशन तकनीक (आरएफआईडी) पर आधारित एक टैग है. इसे कई बार यूज किया जा सकता है. दरअसल फास्टैग एक डिवाइसनुमान सेंसर होता है, जिसे आपको अपनी कार के विंडस्क्रीन पर लगाना होता है. अगर आपकी कार पर यह टैग लगा होगा, तो आप टोल प्लाजा पर बिना रुके गुजर सकेंगे. यह टैग टोल प्लाजा पर लगे सेंसर से कनेक्ट होता है और अपने आप ही आपका टोल भर देता है.

चल रही कार कंपनियों से बात

मौजूदा समय में पेटीएम पेमेंट्स बैंक नए वाहन खरीदने वाले ग्राहकों के लिए पेटीएम फास्टैग उपलब्ध कराने की खातिर कार कपंनियों के साथ बात कर रहा है. इसके लिए कार डीलर्स के साथ भी बातचीत चल रही है. इसमें मारुति, हुंडई, टाटा, मर्सिडीज, रेनौल्ट समेत अन्य कार कंपनियां शामिल हैं.

खरीद सकते हैं औनलाइन

पेटीएम के मुताबिक पुराने वाहनों के लिए पेटीएम ऐप पर फास्टैग को औनलाइन खरीद सकते हैं. पेटीएम फास्टैग का प्रयोग करने वाले ग्राहकों को प्रत्येक टोल लेनदेन में 7.5% का कैशबैक मिलेगा. बैंक इस वित्त वर्ष के अंत तक पेटीएम फास्टैग का प्रयोग करने वाले वाहनों की संख्या 10 लाख के पार पहुंचाने की उम्मीद करता है.

कतार में रुकने से दिलाएगा निजात

पेटीएम पेमेंट्स बैंक की सीईओ रेणु सत्ती ने कहा, ” टोल प्लाजा में नकद भुगतान करने के दौरान आम लोगों का काफी समय बरबाद होता है. इसके अलावा लोगों को छुट्टे न होने की दिक्कत से भी दोचार होना पड़ता है. ऐसे में पेटीएम फास्टटैग उन्हें इस परेशानी से निजात दिला सकता है. इससे आम आदमी देश के किसी भी टोल प्लाजा पर कैलशलेस भुगतान कर सकेगा और किसी भी तरह की परेशानी भी नहीं होगी.”

पेटीएम पेमेंट्स बैंक क्या है

बता दें कि पिछले महीने ही वित्त मंत्री अरुण जेटली ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक का औपचारिक लौन्च किया. पेटीएम पेमेंट्स बैंक आप से फंड ट्रांसफर के लिए चार्ज नहीं लेता है. इसमें आपको किसी भी तरह का न्यूनतम बैलेंस बनाए रखने की दिक्कत से भी दोचार नहीं होना पड़ता है.

भारत के इस रेस्तरां में इंसान नहीं रोबोट परोसते हैं खाना

टेक्नोलाजी का विकास होने के साथ-साथ हमारी जिंदगी में भी कुछ ऐसी मशीनों ने जगह बना ली हैं, जिनके बारे में आज से कुछ सालों पहले तक हम सोच भी नहीं सकते थे. टेक्नोलाजी समय के साथ-साथ लगातार विकसित होती जा रही है. इसी का नतीजा है कि अब इंसानों के अलावा रोबोट्स भी कंपनियों में काम कर रहे हैं. केवल कंपनियों में ही नहीं बल्कि अब होटलों में भी रोबोट्स खाना परोस रहे हैं.

आपको यह बात सुनने में थोड़ी अजीब जरूर लग रही होगी, लेकिन यही सच है. अगर आपको भी रोबोट वेटर्स को देखना है तो इसके लिए आपको चेन्नई जाना होगा. दरअसल, चेन्नई की ओल्ड महाबलिपुरम रोड (OMR) में एक ऐसा रेस्तरां हैं, जहां रोबोट्स को नौकरी पर रखा गया है. वहां रोबोट्स लोगों को खाना परोसते हैं. रोबोट थीम पर आधारित इस रेस्तरां का नाम ‘ROBOT’ रखा गया है और यह इस तरह का भारत का पहला रेस्तरां है.

रोबोट थीम वाले इस होटल के पीछे कार्तिक कन्नन और वेंकटेश राजेंद्रन का आइडिया है. इस होटल की हर एक टेबल पर एक टैबलेट लगा हुआ है, जिसका इस्तमाल कर ग्राहक अपना और्डर दे सकते हैं. जब और्डर तैयार हो जाएगा, तब रोबोट वेटर्स आपकी टेबल तक आएंगे और खाना सर्व करेंगे. भारत में यह अपनी तरह का पहला रोबोट थीम वाला रेस्तरां है. यहां के मेन्यू में चाइनीज और थाई खाने ही प्रमुख तौर पर शामिल हैं. इससे पहले दोनों ने मिल कर कुछ साल पहले चेन्नई में फ्लाइट की थीम वाले रेस्तरां ‘747’ की शुरुआत की थी.

वेंकटेश ने बताया कि सभी रोबोट्स बैटरियों पर चलते हैं और सेंसर के द्वारा इनको नियंत्रित किया जाता है. उन्होंने बताया कि रोबोट्स के अंदर कुछ इस तरह से प्रोग्रामिंग की गई है कि वह जानते हैं कि कौन सी डिश को किस टेबल तक लेकर जाना है और अगर कोई बीच में उनके रास्ते को बाधित करता है तो वह रुक जाते हैं.

इसके अलावा इस रेस्तरां की सबसे खास बात यह है कि आप अगर यहां खाने जाते हैं तो आप रोबोट्स के साथ सेल्फी भी ले सकेंगे. इसके लिए अलग से सेल्फी कौर्नर भी बनाया गया है.

‘टेड टौक्स’ शो में कुछ कमाल नहीं दिखा पा रहे शाहरुख खान

देश में हजारों-लाखों की संख्या में लोगों के पास कई ऐसे आइडिया मौजूद हैं, जो शायद बड़ी से बड़ी समस्याओं को झट से दूर कर सकता है. लेकिन उन लोगों को इसके लिए प्रोत्साहन नहीं मिलता. देश में ऐसे कई भावी इंजीनियर्स, साइंटिस्ट, म्यूजिशियन, लेखक आदि हैं जिनके विचारों और खोज को देखा जाए तो लोगों की आंखे खुली के खुली रह जाएंगी. कुछ ऐसी ही विशेषताओं से भरे एक नए शो ‘टेड टौक्स इंडिया’ की शुरुआत स्टार प्लस पर हो चुकी है. जिसमें होस्ट की भूमिका में बौलीवुड के सुपरस्टार शाहरुख नजर आ रहे हैं.

बता दें कि बीते रविवार को इसका पहला एपिसोड आ चुका है. जिसमें विभिन्न क्षेत्रों से आए लोगों ने अपने-अपने विचार रखे. यहां पर आने वाले लोगों ने अपने विचारों और अपनी वैज्ञानिकी से लोगों को काफी प्रभावित भी किया. पहले एपिसोड की शुरुआत झुग्गी और बस्तियों का कैसे विस्तार किया जाए इसके बारे में गौतम भान ने जानकारी दी. उनके अलावा शुभेंदु शर्मा ने कम जगह में जंगलों को उगाने और साइंटिस्ट मनु प्रकाश ने कागज के खिलौने से बीपी को मापने की तरकीब बताई. बाद में इंदौर की स्नेहा ने न दिखाई देने वाला इंस्ट्रूमेंट को बजाया, जिसे देख लोग काफी अचंभित हुए.

मालूम हो कि ‘टेड टौक्स’ के नाम से आने वाला यह शो भले ही भारत में पहली बार शुरू हुआ है, लेकिन अमेरिका में यह काफी समय पहले से टेलीकास्ट हो रहा है.

इस शो के आखिरी में अनिरुद्ध शर्मा ने गाड़ियों से निकलने वाले धुंए को इंक में कनवर्ट करने का तरीका दिखलाया. अनिरुद्ध के मुताबिक यदि इस तकनीकी को फौलो किया जाए तो गाड़ियों से निकलने वाले धुंए से होने वाले वायु प्रदुषण से न सिर्फ छुटकारा मिलेगा बल्कि इसका सदुपयोग भी होगा.

यह शो कुछ कुछ बौलीवुड के परफेक्शनिस्ट कहे जाने वाले आमिर खान के सत्यमेव जयते से मिलता जुलता दिख रहा है. क्योंकि दोनों ही शो का कान्सेप्ट लगभग एक जैसा ही है. जैसा कि हम पहले ही बता चुके हैं कि इस शो में फिल्म स्टार शाहरुख शो को होस्ट कर रहे हैं पर उनकी बातें लोगों को कुछ खास प्रभावित नहीं कर पा रही हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि शाहरूख के बोलने का अंदाज कुछ ऐसा है दिसे देखकर ऐसा लग रहा कि वह कैमरे के सामने होस्टिंग नहीं कर रहे बल्कि सिर्फ टेलीप्राम्टर पढ़ रहे हैं.

फिलहाल शो का कान्सेप्ट तो काफी अच्छा है पर देखना ये है कि ये शो लोगों को कितना प्रभावित कर पाने में कितना सफल होता है.

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