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खुशखबरी : अब 967 रुपये में कीजिए हवाई सफर

देश की पहली फुल सर्विस इंटरनेशनल कैरियर जेट एयरवेज (Jet Airways) ने ‘उड़े देश का आम नागरिक’ स्कीम के तहत उड़ानों का संचालन शुरू करने की घोषणा की है. एयरलाइंस के रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम (आरसीएस) के तहत चार रूट दिए गए हैं. चार रूट में से तीन नए रूट्स पर उड़ानें जल्द ही शुरू की जाएंगी, जबकि लखनऊ- बरेली-दिल्ली-बरेली-लखनऊ रूट पर उड़ानें बाद में शुरू की जाएंगी. ‘उड़ान’ योजना के तहत अपनी उड़ानों के लिए 967 रुपये के शुरुआती किराए की पेशकश की है.

सभी तक पहुंचेगी हवाई यात्रा की सुविधा

इस अवसर पर, जेट एयरवेज के पूर्णकालिक निदेशक श्री गौरांग शेट्टी ने कहा, ‘जेट एयरवेज की शुरुआत भारतवासियों को विश्वस्तरीय यात्रा का अनुभव प्रदान करने और ‘उड़ान के आनंद’ के साथ ही यात्रियों को कनेक्टिविटी मुहैया कराने के मकसद से की गई है. इन नई उड़ानों की पेशकश के साथ, जेट एयरवेज यह सुनिश्चित करने के सफर पर निकल रहा है कि सुविधा से वंचित क्षेत्रों और कम सुविधा वाले एयरपोर्ट को उनके पूरा सामर्थ्य हासिल करने में सक्षम बनाया जा सके. उड़ान स्कीम एक बड़ी पहल है, जो उड्डयन क्षेत्र के लाभ को सभी लोगों तक पहुंचाने में मदद करती है.

14 जून से शुरू होगी फ्लाइट, हफ्ते में 3 बार उड़ेगी

जेट एयरवेज के उड़ानों की पहुंच देश के विस्तृत भौगोलिक क्षेत्रों तक हो गई है. हम भारतीयों को कनेक्टिविटी मुहैया कराने का लगातार प्रयास कर रहे हैं. हमारा प्रयास भारत के सभी क्षेत्रों में व्यापार और पर्यटन के विकास में अपना योगदान देने के उद्देश्य को साथ लेकर चलना है. 14 जून से शुरू होने वाली जेट एयरवेज की फ्लाइट लखनऊ-इलाहाबाद-पटना रूट पर हफ्ते में 3 बार उड़ान भरेगी. जेट एयरवेज की फ्लाइट 9डब्ल्यू 3555 लखनऊ से भारतीय मानक समय (आईएसटी) के अनुसार सुबह 6.00 बजे उड़ान भरकर सुबह 7.35 बजे इलाहाबाद पहुंचेगी.

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एटीआर एयरक्राफ्ट के विमान उड़ान भरेंगे

फ्लाइट 9डब्ल्यू 3558 इलाहबाद से सुबह 8.00 बजे (आईएसटी) पर उड़ान भरेगी और 9.40 बजे (आईएसटी) बिहार की राजधानी पटना पहुंचेगी. वापसी यात्रा में फ्लाइट संख्या 9डब्ल्यू 3557 भारतीय मानक समय के अनुसार सुबह 10.10 बजे पटना से उड़ान भरेगी और दोपहर 11.50 बजे इलाहाबाद पहुंचेगी. इलाहाबाद से फ्लाइट 9डब्ल्यू 3556 दोपहर 12.20 बजे (आईसएटी) उड़ान भरकर भारतीय मानक समय के अनुसार दोपहर 2 बजे लखनऊ पहुंचेंगी. इस रूट पर जेट एयरवेज के एटीआर एयरक्राफ्ट के विमान उड़ान भरेंगे.

दिल्ली से नासिक के बीच हफ्ते में तीन बार उड़ान

15 जून से जेट एयरवेज की फ्लाइट हफ्ते में तीन बार नई दिल्ली से नासिक के बीच उड़ान भरेगी. फ्लाइट संख्या 9डब्ल्यू 3565 नई दिल्ली से भारतीय मानक समय के अनुसार दोपहर 12.00 बजे उड़ान भरेगी और दोपहर 2.05 बजे (आईएसटी) नासिक पहुंचेगी. वापसी में फ्लाइट संख्या 9डब्ल्यू 3566 नासिक से 2.35 बजे (आईएसटी) उड़ान भरेगी और शाम 4.25 बजे नई दिल्ली पहुंचेगी. इस रूट पर बोइंग 737 विमान उड़ान भरेंगे.

16 जून से जेट एयरवेज नागपुर-इलाहाबाद-इंदौर रूट पर विमानों का संचालन हफ्ते में 3 तीन बार शुरू करेगा. जेट एयरवेज की फ्लाइट संख्या 9डब्ल्यू 3553 नागपुर से भारतीय मानक समय के अनुसार सुबह 9.45 बजे उड़ान भरेगी और 11.50 बजे इलाहाबाद पहुंचेगी. इलाहाबाद से फ्लाइट संख्या 3552 दोपहर 12.20 बजे (आईएसटी) उड़ान भरेगी और दोपहर 2.40 बजे इंदौर पहुंचेगी. वापसी में जेट एयरवेज की फ्लाइट संख्या 9डब्ल्यू 3551 इंदौर से दोपहर 3.10 बजे (आईएसटी) उड़ान भरेगी और भारतीय मानक समय के अनुसार शाम 5.15 बजे इलाहाबाद पहुंचेगी. इलाहाबाद से फ्लाइट संख्या 3554 शाम 5.40 बजे (आईएसटी) उड़ान भरेगी और भारतीय मानक समय के अनुसार 7.45 बजे नागपुर पहुंचेंगी.

उड़ान स्कीम के तहत, एयरलाइन 967 रूपये’ में आरसीएस सीटों के साथ लखनऊ-इलाहाबाद-लखनऊ रूट पर नई उड़ानों का परिचालन करेगी. जबकि पटना-इलाहाबाद- पटना रूट पर आरसीएससीटों के लिए किराया 1,216 रुपये होगा. नई उड़ानों की पेशकश के साथ, अब मेहमान ऑफर किये जा रहे सुविधाजनक कनेक्शंस के माध्यम से जेट एयरवेज के घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों नेटवर्क पर अन्य शहरों की भी यात्रा कर सकते हैं.

किराये की सूची:

लखनऊ-इलाहाबाद-लखनऊ : 967 रुपये

पटना-इलाहाबाद-पटना : 1216 रुपये

नागपुर-इलाहाबाद-नागपुर : 1690 रुपये

इंदौर-इलाहाबाद-इंदौर : 1914 रुपये

दिल्ली-नासिक-दिल्ली : 2665 रुपये

(नियम एवं शर्तें लागू)

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‘मंटो’ में मंटो की पत्नी के लिए रसिका ने नहीं किया प्रोस्थेटिक्स मेकअप

बौलीवुड की सबसे बड़ी खूबी यह है कि हर कलाकार अपने हर किरदार को चुनौतीपूण बताने से बाज नहीं आता, फिर चाहे वह किरदार साधारण ही क्यों न हो. इसके अलावा हर किरदार के लुक पर मेहनत करने को लेकर भी कलाकार कई तरह की कहानियां सुनाता रहता है. मगर अभिनेत्री रसिका दुग्गल के साथ ऐसा नहीं है.

रसिका दुग्गल ने मशहूर विवादास्पद लेखक सआदत हसन मंटो के जीवन पर आधारित फिल्म ‘‘मंटो’’ में मंटो की पत्नी सफिया का किरदार निभाया है. इस के लिए उन्होंने बहुत कम मेकअप किया है.

खुद रसिका दुग्गल कहती हैं- ‘‘मैंने सफिया के किरदार को न्याय संगत तरीके से परदे पर उकेरने के लिए किसी भी तरह के प्रोस्थेटिक्स मेकअप का सहारा नहीं लिया है. स्टाइलिस्टो ने मेरे कपड़े व बालों को इस तरह से तैयार किया कि मैं सफिया लगने लगी. मैंने इस फिल्म में बहुत कम मेकअप किया है. फिल्म देखते समय दर्शकों को उसी दौर की झलक मिलेगी.’’

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लगातार क्यों गिर रहा है रुपया, इससे क्या हैं फायदे और नुकसान

डौलर की भारी मांग के बीच रुपये में बुधवार को वर्ष 2018 की दूसरी सबसे बड़ी गिरावट आई. रुपया 7 पैसे लुढ़ककर 16 माह के नए निचले स्तर 68.14 रुपए प्रति डौलर पर पहुंच गया. कारोबार के दौरान रुपया 68.15 रुपए प्रति डौलर तक नीचे चला गया था. यह 24 जनवरी 2017 के बाद रुपए का सबसे कमजोर स्तर है. उस दिन यह 68.15 रुपए प्रति डौलर पर बंद हुआ था.

बुधवार के सत्र में अमेरिकी डौलर के सामने भारतीय रुपया औंधे मुंह लुढ़क गया है. इस गिरावट के बाद एक डौलर की कीमत 68 रुपए के नीचे है. भारतीय रुपया करीब 16 महीने के निचले स्तर पर कारोबार कर रहा है. मंगलवार को एक अमेरिकी डौलर के मुकाबले रुपया 56 पैसे की टूटकर 68.07 के स्तर पर बंद हुआ था.

क्यों आई रुपये में गिरावट

रुपए में यह गिरावट शेयर बाजार में विदेशी निवेशकों की बिकवाली की वजह से आई है. इसके अलावा खबर आई थी कि भारतीय रिजर्व बैंक ने मार्च माह में 99.6 करोड़ अमेरिकी डौलर की खरीद की है, इस खबर की वजह से भी रुपए में गिरावट देखने को मिल रही है.

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ये सब चीजे होंगी महंगी

रुपए में आई कमजोरी की वजह से हर उस वस्तु और सेवा के लिए हमें ज्यादा कीमत चुकानी पड़ेगी जो विदेशों से आयात होती है. देश में सबसे ज्यादा कच्चे तेल का आयात होता है जिससे पेट्रोल और डीजल बनता है. दूसरे नंबर पर ज्यादा आयात इलेक्ट्रोनिक्स के सामान का होता है. तीसरे नंबर पर सोना, चौथे पर महंगे रत्न, और पांचवें नंबर पर इलेक्ट्रिक मशीनों का ज्यादा आयात होता है. इन तमाम वस्तुओं को खरीदने के लिए डौलर में भुगतान करना पड़ता है. ऐसे में इस तरह की तमाम वस्तुओं को विदेशों से खरीदने के लिए ज्यादा कीमत चुकानी पड़ेगी.

इनके लिए भी चुकानी होगी ज्यादा कीमत

इन सबके अलावा देश में खाने के तेल, कोयला, कैमिकल और कृत्रिम प्लास्टिक मैटेरियल का भी ज्यादा आयात होता है. इन सबके लिए भी ज्यादा कीमत चुकानी पड़ सकती है. इन सबके अलावा विदेश घूमना, विदेश में पढ़ाई करने जैसी सेवाएं भी महंगी होंगी.

रुपए की गिरावट से किसे फायदा

रुपए की कमजोरी के सिर्फ नुकसान ही नहीं है बल्कि इससे फायदे भी हैं. अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए सरकार लंबे समय से निर्यात को बढ़ावा दे रही है. भारत से विदेशों को सामान निर्यात करने पर उसकी पेमेंट डौलर में मिलती है. अब क्योंकि रुपया कमजोर है तो ऐसे में विदेशों से आने वाले डौलर के देश में ज्यादा रुपए मिलेंगे. मतलब यह कि निर्यात से फायदा बढ़ेगा और निर्यात आधारित इंडस्ट्री और निर्यात के लिए प्रोत्साहित होगी.

क्या होता है भारत से एक्सपोर्ट

भारत से सबसे ज्यादा इंजीनियरिंग उपकरण, जेम्स एंड ज्वैलरी, पेट्रोलियम उत्पाद, और्गैनिक और इन और्गैनिक कैमिकल और दवाओं का एक्सपोर्ट होता है. इन वस्तुओं से जुड़े तमाम उद्योगों को रुपए की कमजोरी से फायदा पहुंचेगा. इनके अलावा देश से चावल, मसाले, कपास और कई कृषि आधारित वस्तुओं का भी ज्यादा निर्यात होता है और कमजोर रुपए से इस तरह की वस्तुओं के तमाम निर्यातकों तक लाभ पहुंचेगा.

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तो सोनम की सगाई की अंगूठी की यह है कीमत

बौलीवुड में हर चीज पैसे से ही तौली जाती है. जब भी किसी अभिनेत्री की शादी होती है, तो उसकी सगाई की अंगूठी से लेकर मंगलसूत्र तक की कीमत की चर्चा होती है.

अभिनेत्री असिन की सगाई की अंगूठी छह करोड़, शिल्पा शेट्टी की सगाई की अंगूठी की कीमत तीन करोड़, अनुष्का शर्मा की सगाई की अंगूठी की कीमत एक करोड़ और करीना कपूर की सगाई की अंगूठी की कीमत 75 लाख रूपए थी.

अब खबर आयी है कि सोनम कपूर के पति आनंद आहुजा, जो कि तीन हजार करोड़ की जायदाद के मालिक हैं, ने अपनी पत्नी सोनम कपूर को 90 लाख रूपए की कीमती सगाई की अंगूठी दी थी.

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डाउनलोड करें लेटेस्ट एंड्राएड औपरेटिंग सिस्टम वो भी बिल्कुल फ्री

गूगल ने हाल ही में अपने नए एंड्रायड औपरेटिंग सिस्टम P की घोषणा की थी. एंड्रायड के नए संस्करण में मौजूद सभी खूबियां पहले से ही डेवलपर्स के लिए उपलब्ध हैं. पहली बार, ये गूगल के हैंडसेट के लिए प्रतिबंधित नहीं की गई हैं. अगर आप भी उन तमाम एंड्रायड यूजर्स में शामिल हैं जो लेटेस्ट एंड्राएड औपरेटिंग सिस्टम को तुरंत ही डाउनलोड करना चाहते हैं, तो देर किस बात की, इसे अपने फोन पर तुरंत हासिल करें, ये है तरीका.

– आपको google.com पर जाकर पहले एंड्रायड फिर बेटा चुनें

– अपने गूगल अकाउंट पर साइन इन करें.

– विंडो में नीचे स्क्रौल करके अपना फोन डिवाइस सर्च करें.

– अपना डिवाइस मिलने पर क्लिक करें.

– इसके बाद आपको सौफ्टवेयर के अपडेट के लिए नोटिफिकेशन आएगा. अगर नहीं आता है तो आप मैनुअली भी अपडेट के लिए जांच कर सकते हैं. मैनुअल अपडेट के लिए आप सेटिंग्स, सिस्टम और फिर सिस्टम अपडेट पर क्लिक करें.

हालांकि अभी ये अपडेट सिर्फ उच्च क्षमता वाले गूगल फोन के लिए ही लागू होंगे. लेकिन आपको गूगल की सहयोगी कंपनियों के फोन डिवाइस को अपडेट करने के लिए ज्यादा मेहनत करनी होगी. अन्य डिवाइस जैसे, इशेन्सियल फोन, सोनी एक्सपीरिया एक्सजेड2, श्याओमी एमआई मिक्स 2एस, नोकिया 7प्लस, ओप्पो आर15 प्रो, वीवो एक्स21 और जल्दी ही लांच होने जा रहा वन प्लस 6 शामिल है.

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जीमेल में आया स्मार्ट कंपोज फीचर, ऐसे करें इस्तेमाल

जैसा कि आप जानते हैं गूगल ने सालों बाद अपनी ईमेल सर्विस जीमेल के फीचर्स में कई बड़े बदलाव किये थे. जिसका ऐलान गूगल ने अपनी इसी साल हुई आई/ओ 2018 कौन्फ्रेंस के दौरान किया था. बदलाव के बाद अब आपका जीमेल स्मार्ट हो गया है. हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि इसमें एक कास फीचर स्मार्ट कंपोज फीचर जोड़ा गया है. इस खास फीचर के जरिए यूजर किसी ईमेल को आसानी से ड्राफ्ट कर सकते हैं.

ऐसे करें इस्तेमाल

–  जीमेल के नए इंटरफेस में गियर की तरह दिख रहे ‘Setting’ बटन पर जाएं.

–  ‘Setting’ बटन पर क्लिक करने के बाद कई विकल्प सामने आ जाएंगे. इसमें ‘General’ में स्क्रौल डाउन करें और Smart Compose पर क्लिक करें.

–  यहां दिखाई दे रहे ‘Writing suggestions on’ पर क्लिक करें. इसके बाद आप इस फीचर का इस्तेमाल कर सकते हैं.

अगर आप इस फीचर का इस्तेमाल नहीं करना चाहते हैं तो वापस ऐसे ही जाकर इसे बंद कर सकते हैं. अभी यह फीचर सिर्फ अंग्रेजी में ही उपलब्ध कराया गया है. इस फीचर का उद्देश्य ईमेल में सेंटेंस को लिखने की प्रक्रिया को तेज करना है. हालांकि, गूगल का यह स्मार्ट कपोज फीचर अभी इस्तेमाल के लिए उपलब्ध नहीं है, लेकिन गूगल ने इस फीचर को प्रयोग के तौर पर उपलब्ध करा दिया है. आने वाले कुछ सप्ताह में इस फीचर को इस्तेमाल के लिए उपलब्ध करा दिया जाएगा.

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सचिन ने इस तरह पहचानी थी धोनी की क्षमता

आईपीएल के सीजन 11 में भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की लोकप्रियता अभूतपूर्व है. उनकी कप्तानी, उनकी रणनीतियों के सभी कायल हैं. आईपीएल से पहले टीम इंडिया के दक्षिण अफ्रीकी दौरे और उससे पहले भी पिछले कुछ समय से धोनी की बल्लेबाजी की कई बार आलोचना हुई. धोनी ने हालाकि इस सभी आलोचनाओं का जवाब अपने बल्ले से ही दिया. धोनी बार बार यह साबित किया है आज भी भारत में तो क्या दुनियाभर में उनका कोई सानी नहीं है.

पिछले एक साल में जब भी धोनी की टीम इंडिया में जगह पर सवाल उठे हैं, कोच से लेकर कप्तान विराट कोहली तक ने खुल कर उनका बचाव किया. चाहे नाजुक मौकों पर विराट कोहली को सलाह देना हो या कि रिस्ट स्पिनर्स को बीच मैदान पर मार्गदर्शन देना हो, धोनी अब भी टीम इंडिया एक बेहतरीन लीडर बने हुए हैं, कप्तानी छोड़ने के बाद भी.

साल 2018 के आईपीएल में तो धोनी ने अपनी लोकप्रियता के नए शिखर को छू लिया है. उन्होंने एक के बाद एक मैचों में फिनिशर की भूमिका इस अंदाज में खेली कि विरोधी भी उनके कायल हो गए हैं. गेंदबाजों में उनका खौफ लौट आया है. लेकिन एक चीज जो नहीं बदली है वह है उनका कूल अंदाज.

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हाल ही में भारत में क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर ने एक इंटरव्यू में खुलासा किया कि कैसे उन्होंने भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी में लीडरशिप के गुणों को पहचाना. सचिन ने अपनी गौरव कपूर के साथ हुए ब्रेकफास्ट विथ चैम्पियन्स  में इंटरव्यू के दौरान धोनी के बारे में खुल कर चर्चा की. सचिन ने बताया कि कैसे जब धोनी के फिल्डिंग सेट करते समय वे उनसे बात करते थे तब वे धोनी के लीडरशिप के गुण को पहचान सके.

इस चैट शो में बातचीत दौरान सचिन ने बताया, “जब भी मैं स्लिप पर फील्डिंग करता था तब हमेशा धोनी से फील्डिंग पोजिशन्स के बारे चर्चा करता था. अपने विचार बताने के बाद में उससे फील्डिंग के बारे में पूछा करता था. इसी तरह की बातचीत के दौरान ही मैं धोनी की लीडरशिप क्षमता के बारे में जान सका.”

सचिन की कप्तानी में कभी नहीं खेले धोनी

गौरतलब है कि धोनी ने कभी भी कोई मैच नहीं खेला था. सचिन ने आखिरी बार साल 2000 में कप्तानी की थी, जबकि धोनी ने अपना टेस्ट करियर साल 2005 में राहुल द्रविड़ की कप्तानी में और अपना वनडे करियर 2004 में सौरव गांगुली की कप्तानी में शुरू किया था. हालाकि सचिन को धोनी का खूब साथ मिला क्योंकि सचिन ने 2013 में क्रिकेट को अलविदा कहा था. धोनी 2008 में ही टीम इंडिया के कप्तान बन गए थे. सचिन को धोनी की कप्तानी काफी समय तक करीब से समझने का मौका मिला था.

सचिन के बारे में सभी क्रिकेट पंडित जानते हैं कि सचिन को क्रिकेट की काफी गहराई तक समझ है उनका क्रिकेट विश्लेषण बेहतरीन है. गेंदबाजों की मानसिकता के बारे में उनका अनुमान काफी सटीक कहा जाता है. उनकी कप्तानी जाने के बाद भी भारत का हर कप्तान मैदान पर उनसे सलाह लेता नजर आता था. धोनी भी सचिन की सलाह को काफी महत्व देते थे और नाजुक मौकों पर उनसे सलाह लेना नहीं भूलते थे.

दिग्गजों से भरी टीम की कप्तानी संभाली थी धोनी ने

धोनी ने जब कप्तानी संभाली थी तब टीम में सचिन, सौरव, वीवीएस लक्ष्मण, राहुल द्रविड़, वीरेंद्र सहवाग जैसे दिग्गज मौजूद थे. इनके रहते धोनी ने न केवल सफलतापूर्वक टीम की कप्तानी की बल्कि कभी किसी ने धोनी या उनकी कप्तानी के बारे कोई शिकायत नहीं की. सचिन का धोनी के बारे में यह खुलासा उस समय आया है जब धोनी की लीडरशिप की इस आईपीएल में धूम मची हुई है.

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मिथुन चक्रवर्ती की तबीयत बिगड़ी, दिल्ली में चल रहा इलाज

बौलीवुड अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती पिछले कुछ समय से बीमार चल रहे हैं. मीडिया में आई खबरों के मुताबिक काफी लम्बे समय से उन्हें पीठ दर्द की शिकायत है. जो अब काफी बढ़ गई है और जिसके चलते वह बेहद परेशान हैं. बता दें कि कुछ समय पहले वह इलाज कराकर वापस काम पर लौट आए थे, लेकिन यह दर्द एक बार फिर से शुरू हो गया है. जिसके कारण वह अब अपनी फिल्मों से जुड़े काम भी नहीं कर पा रहे हैं.

खबरों के मुताबिक मिथुन चक्रवर्ती अपने पीठ दर्द से छुटकारा पाने के लिए दिल्ली में अपना इलाज करवा रहे हैं. इससे पहले उन्होंने लौस एंजेलिस में भी इलाज करवाया था. जानकारी के लिए बता दें कि अपनी खराब तबियत के चलते ही उन्होंने राज्यसभा से इस्तीफा दे दिया था. साथ ही वह पिछले एक साल से अपने प्रोजेक्ट्स पर ध्यान भी नहीं दे पा रहे हैं.

आपको बता दें कि फिल्मों में शानदार अभिनय के कारण तीन बार नेशनल अवौर्ड जीत चुके मिथुन चक्रवर्ती ने साल 2009 में फिल्म ‘लक’ में काम किया था. इस फिल्म की शूटिंग के दौरान उन्हें गंभीर चोट लग गई थी. दरअसल, इस फिल्म की शूटिंग के दौरान उन्होंने एक स्टंट किया था जिसमें उन्हें चौपर से कूदना था, लेकिन खराब टाइमिंग की वजह से वह नीचे गिर गए थे. इस स्टंट को करते हुए उनकी पीठ में चोट लग गई थी. अब इस सालों पुराने लगे चोट की वजह से उनको काफी दर्द भी सहना पड़ रहा है.

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चुनावी नतीजे आने से पहले फिर बढ़े तेल के दाम

कर्नाटक चुनाव के नतीजे आने से पहले ही पेट्रोल-डीजल और महंगा हो गया है. 19 दिन बाद तेल कंपनियों ने दाम बढ़ाने शुरू किए तो दो दिन में ही तेल कंपनियों ने पेट्रोल पर 32 पैसे और डीजल पर करीब 43 पैसे की बढ़ोतरी की गई है. दिल्ली में आज यानी मंगलवार को पेट्रोल 75 रुपए के पास पहुंच गया है. सोमवार के बाद मंगलवार को भी तेल कंपनियों ने पेट्रोल पर 15 पैसे की बढ़ोतरी की है. इससे पेट्रोल 5 साल के उच्चतम स्तर 74.95 पैसे पर पहुंच गया है. वहीं, डीजल की बात करें तो दिल्ली में इसका भाव 66.36 पर पहुंच गया है. डीजल का यह अब तक का रिकौर्ड स्तर है.

दो दिन में बढ़ाए गए दाम

तेल कंपनियों ने 24 अप्रैल के बाद पेट्रोल-डीजल की कीमतों में रोजाना होने वाले बदलाव को बंद कर दिया था. लेकिन, कर्नाटक चुनाव की वोटिंग खत्म होते ही सोमवार से कंपनियों ने दाम बढ़ाने शुरू कर दिए हैं. सोमवार को पेट्रोल पर 17 पैसे और डीजल पर 21 पैसे की बढ़ोतरी की गई थी. पहले से तय था कि कंपनियां अपना नुकसान पूरा करने के लिए तेल के दाम में तेज बढ़ोतरी शुरू करेंगी. यही वजह है दो दिन में पेट्रोल 32 पैसे और डीजल 43 पैसे महंगा हो गया है.

एक महीने में डेढ़ रुपए महंगा हुआ पेट्रोल

पिछले एक महीने के ट्रेंड की बात करें तो पेट्रोल करीब 1.5 रुपए और डीजल पर करीब 2 रुपए बढ़ाए हैं. अप्रैल की शुरुआत में पेट्रोल के दाम 73.56 रुपए के पास थे. 15 मई तक यह दाम 75 रुपए तक पहुंच गए हैं. वहीं, डीजल की कीमतें पेट्रोल के मुकाबले ज्यादा तेजी से बढ़ी हैं. अप्रैल की शुरुआत में डीजल 64.96 के करीब था. 15 मई तक डीजल के दाम 66.35 पर पहुंच गए हैं यानी इसमें करीब दो रुपए का इजाफा हुआ है.

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क्यों बढ़ रहे हैं दाम

पेट्रोल-डीजल के दाम अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों पर निर्भर करते हैं. कच्चे तेल की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं. ब्रेंट क्रूड जहां 78 डौलर प्रति बैरल के पार निकल गया है वहीं, नायमैक्स पर क्रूड के दाम 71 डौलर प्रति बैरल के पार निकल चुकी हैं. इससे पहले कच्चा तेल 2014 में इतना महंगा हुआ था. करीब 4 साल के बाद कच्चे तेल की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं.

रुपए में कमजोरी भी है वजह

औयल मार्केटिंग कंपनियां अपने नुकसान को पूरा करने में जुटी हैं. अमेरिकी डौलर के मुकाबले रुपया लगातार कमजोर हो रहा है. रुपए का भाव 67 के पार निकल चुका है. यह रुपये का 15 महीने के निचला स्तर है. इसकी वजह से तेल कंपनियों को भारी नुकसान हो रहा है. दरअसल, रुपए में कमजोरी से कंपनियों को कच्चा तेल महंगा मिल रहा है. यही वजह है कि घरेलू मार्केट में भी पेट्रोल-डीजल के दाम लगातार बढ़ रहे हैं.

अभी और बढ़ेंगे दाम

सीनियर एनालिस्ट अरुण केजरीवाल के मुताबिक, पेट्रोल-डीजल की कीमतें अभी और बढ़ेंगी. 19 दिन तक कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ. जिसकी वजह से तेल कंपनियों को काफी नुकसान हुआ है. इसकी भरपाई के लिए कंपनियों को करीब 4-5 रुपए तक दाम बढ़ाने होंगे. ऐसे में पेट्रोल 3 और डीजल 4 रुपए तक महंगा हो सकता है. दिल्ली में पेट्रोल की कीमतें 76 रुपए और डीजल 68 रुपए का स्तर छू सकता है.

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सोशल मीडिया को लेकर जौन अब्राहम का बड़ा बयान

25 मई को प्रदर्शित होने वाली अपनी फिल्म ‘परमाणुः ए स्टोरी आफ पोखरण’ को लेकर अति उत्साहित जौन अब्राहम खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं कि उन्हें देश को शक्तिशाली बनाने वाली 1998 की इस घटना पर फिल्म बनाने व उसमें एक अहम भूमिका निभाने का अवसर मिला. इसी के साथ उनका मानना है कि सोशल मीडिया पानी का बुलबुला मात्र है.

‘‘सरिता’’ पत्रिका के साथ एक्सक्लूसिव बातचीत करते हुए सोशल मीडिया के सवालपर जौन अब्राहम ने कहा-‘‘सच यह है कि मैं सोशल मीडिया का फैन नही हूं. पर सोशल मीडिया आज की तारीख में बहुत तेजी से बढ़ रहा है. इन दिनों एक चलन हो गया है कि सारे ब्रांड सोशल मीडिया पर कलाकार की लोकप्रियता को देखकर ही कलाकार को अपना ब्रांड अम्बेसेडर बनाते हैं. पर मैं सोशल मीडिया पर फौलोवर के जो आंकड़े दिखाए जाते हैं, उन्हें सही नहीं मानता.

इतना ही नहीं मेरा मानना है कि बहुत जल्द वह वक्त आएगा, जब सारे सेलीब्रेटी, सारे कलाकार सोशल मीडिया से बाहर हो जाएंगे. सोशल मीडिया का बाक्स आफिस पर भी कोई असर नही होता.’’

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