हरनाज कौर संधू ने मिस यूनिवर्स के ताज पर कब्जा कर के विश्व में अपनी खूबसूरती और सूझबूझ के झंडे गाड़ दिए हैं. यह हमारे लिए खुशी की बात है, लेकिन हमें यह भी नहीं भूलना चाहिए कि इस चुनाव के पीछे आयोजकों का भारत सहित समूचे एशियाई देशों पर व्यापारिक और कूटनीतिक नजरिया भी रहता है.
भारत ने सौंदर्य के पैमाने पर देश- दुनिया को चौंका दिया है. तभी तो रीता फारिया से ले कर सुष्मिता, ऐश्वर्या, प्रियंका, युक्ता, लारा और हरनाज तक देश में 6 मिस वर्ल्ड और 3 मिस यूनिवर्स चुनी जा चुकी हैं. सौंदर्य प्रतियोगिता और प्रतिस्पर्धा में कौन कितना और किस स्तर पर सुंदर है? इसे ले कर बनाए गए पैमाने में भारतीय सुंदरता एक बार फिर अगली पंक्ति में आ चुकी है.
हरनाज कौर संधू मिस यूनिवर्स का खिताब जीतने वाली तीसरी भारतीय हैं. इन से पहले ठीक 21 साल पहले जब 2000 में लारा दत्ता सुष्मिता सेन के बाद मिस यूनिवर्स चुनी गई थीं, तब उसी साल हरनाज कौर सिंधू का जन्म हुआ था.
बचपन से ले कर किशोरावस्था तक आतेआते उन्हें अपनी सुंदरता का एहसास होने लगा था. स्कूल से कालेज के दिनों तक वह सुष्मिता सेन, ऐश्वर्या राय, प्रियंका चोपड़ा, लारा दत्ता, युक्ता मुखी से ले कर मानुषी तक की सुंदरियों की कायल बन चुकी थीं. उन के ग्लैमर और सेलीब्रेटीपन से काफी हद तक प्रभावित हो गई थीं
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यही विशेष कारण रहा कि वह मौडलिंग और सिनेमा के परदे तक खिंचती चली गईं.
मिस यूनिवर्स और मिस वर्ल्ड की ख्यातिप्राप्त सुंदरियों ने उन्हें काफी प्रभावित किया था. वह न केवल सुंदरता, बल्कि अपनी बात को दमदार तरह से वैश्विक मंच के लोगों तक पहुंचाने को उत्सुक हो गई थीं.
लेकिन संधू का दुबलापन उन्हें इस से दूर रखे हुए था. एक दिन वही छरहरी काया उन की मजबूती बन गई. उसी का असर है कि अब तक दुनिया की 2 सब से बड़ी सौंदर्य प्रतियोगिताओं में भारत कुल 9 सुंदरियों में उन का नाम भी शामिल हो गया.
इस साल 70वीं मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता 2021 का आयोजन 12 दिसंबर को इजरायल के दक्षिणी शहर इलात में आयोजित हुआ था. इसे ले कर सब से खास बात यह थी कि इस मुकाबले में पूरी दुनिया से चुन कर आईं खूबसूरत लड़कियों को टक्कर देने के लिए भारत की हरनाज संधू शामिल हुई थीं.
हाल ही में संधू ने ‘लिवा मिस दिवा यूनिवर्स 2021’ का खिताब अपने नाम किया था. अब वह इस महत्त्वाकांक्षा के साथ मंच पर खड़ी थीं कि उन्हें दुनियाभर में अपनी खूबसूरती का लोहा मनवाना है, जिस की तैयारी उन्होंने पूरी शिद्दत के साथ की थी.
भारतीय समय के अनुसार 13 दिसंबर, 2021 की सुबह का वक्त था. भारत की मिस इंडिया हरनाज कौर संधू भी एक मजबूत दावेदारी वाली प्रतियोगी के तौर पर शामिल थीं. इस से पहले के कई राउंड पार कर वह यहां तक पहुंची थीं. 3 घंटे तक चली इस लाइव प्रतियोगिता में विशेष राउंड भी होना था, जो प्रतियोगिता के नियम के मुताबिक आखिरी और फाइनल होता है.
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इधर भारत में मीडियाकर्मियों समेत समस्त देशवासियों को उस के नतीजे का बेसब्री से इंतजार था. चंडीगढ़ में सुबह साढ़े 5 बजे से ही संधू परिवार टेलीविजन से चिपका हुआ था.
हरनाज की मां रविंदर कौर दुआ मांगने गुरुद्वारे भी चली गई थीं. हालांकि बेटी का हौसला बढ़ाने के लिए वह इसराइल जाना चाहती थीं.
प्रतियोगिता को लाइव नहीं देख पाने के बारे में रविंदर से जब लोगों ने पूछा कि वह वहां क्यों नहीं गईं, तब हंसते हुए कहा कि हम यहां से भी उस को अपना सपोर्ट और आशीर्वाद दे सकते हैं. आज तक मैं किसी पीजेंट में नहीं गई तो मुझे इस का डर भी था. थोड़ा मजाकिया लहजे में बोली कि मैं ने अभी तक जिसे भी वोटिंग की है वो हारे ही हैं.
पंजाब की रहने वाली 21 वर्षीय हरनाज संधू ने पराग्वे की नादिया फरेरा और दक्षिण अफ्रीका की ललेला मसवाने को पछाड़ कर इस खिताब पर कब्जा जमाया. खिताब जीतने के बाद हरनाज संधू ने कहा, ‘मैं, मेरे परिजन और मिस इंडिया संगठन की आभारी हूं, जिन्होंने इस पूरे सफर में मेरा मार्गदर्शन किया और मेरा समर्थन किया.’
इसी के साथ उन की भावना से भरी प्रतिक्रिया थी, ‘उन सब के लिए बहुत सारा प्यार, जिन्होंने मुझे ताज दिलाने के लिए प्रार्थनाएं कीं. 21 सालों के बाद भारत के लिए यह गौरवशाली ताज ले जाना सब से बड़े गर्व का क्षण है.’
उल्लेखनीय है कि सौंदर्य प्रतियोगिताओं में हरनाज 17 साल की उम्र से ही भाग लेती रही हैं. इस से पहले 2021 में उन्हें मिस दीवा 2021 का खिताब भी मिल चुका है. उन्होंने 2019 में फेमिना मिस इंडिया पंजाब का खिताब जीता था, फिर उसी साल फेमिना मिस इंडिया प्रतियोगिता के शीर्ष-12 में उन्होंने जगह बना ली थी.
अंतत: प्रतियोगिता के उस राउंड की भी बारी आ गई, जब हरनाज से ज्यूरी द्वारा 2 सवाल पूछे गए थे. उन के जवाब दे कर संधू ने न केवल पूरी दुनिया को चौंका दिया, बल्कि उस के बाद ही उन्हें मिस यूनिवर्स के ताज से नवाजा गया. उन की आंखों में खुशी के आंसू छलक आए. उन के इसी नए व्यक्तित्व पर आज देश को नाज है.
टौप थ्री यानी अंतिम राउंड के दौरान सभी प्रतिभागियों से पूछा गया था कि आज के समय में दबाव का सामना कर रही उन युवा महिलाओं को वो क्या सलाह देना चाहेंगी, जिस से वो उस का सामना कर सकें?
इस सवाल पर हरनाज संधू ने कहा, ‘आज के युवा पर सब से बड़ा दबाव उन का खुद पर भरोसा करना है. यह जानना कि आप अनोखे हो, यह आप को ख़ूबसूरत बनाता है. अपने आप की दूसरों से तुलना करना बंद करिए और पूरी दुनिया में जो हो रहा है उस पर बात करना बेहद जरूरी है. बाहर निकलिए, खुद के लिए बोलिए क्योंकि आप ही अपने जीवन के नेता हैं. आप खुद की आवाज हैं. मैं खुद में विश्वास करती हूं और इसीलिए मैं आज यहां पर खड़ी हूं.’इस सवाल के जवाब ने हरनाज को टौप थ्री में शीर्ष पर बना दिया और वो विजयी घोषित की गईं.
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कालेज की फ्रैशर पार्टी के बाद बढ़ी दिलचस्पी
इस से पहले टौप-5 के राउंड में उन से जलवायु परिवर्तन से जुड़ा सवाल पूछा गया था. पूछा गया सवाल था कि अधिकतर लोग सोचते हैं कि जलवायु परिवर्तन एक छलावा है, आप उन्हें समझाने के लिए क्या करेंगी?
इस का जवाब हरनाज ने बड़े ही आत्मविश्वास के साथ दिया था, ‘मेरा दिल टूट जाता है जब मैं प्रकृति को देखती हूं कि वो कितनी दिक्कतों से गुजर रही है. और यह सब हमारे गैरजिम्मेदाराना व्यवहार के कारण है. मैं पूरी तरह मानती हूं कि यह समय कम बात करने का और अधिक काम करने का है, क्योंकि हमारा हर एक काम प्रकृति को या तो बचा सकता है या नष्ट कर सकता है. रोकथाम और सुरक्षा करना, पछताने और मरम्मत करने से बेहतर है. और दोस्तो, मैं आज इसी के लिए आप को राजी करने की कोशिश कर रही हूं.’
हरनाज संधू की मां रविंदर कौर डाक्टर हैं. उन का पैतृक गांव कोहाली गुरदासपुर जिले में है. उन्हें आज यह याद करते हुए आश्चर्य होता था कि एक समय में उन की बेटी को कभी मोटी तो कभी दुबलीपतली कह कर चिढ़ाया जाता था, आज वह मिस यूनिवर्स है.
हालांकि वह यह भी कहती हैं कि बौडी शेमिंग को पीछे छोड़ कर उस ने यहां तक पहुंचने में काफी मेहनत की और आत्मविश्वास को जरा भी डगमगाने नहीं दिया.
रविंदर कौर हरनाज की पहली बार 2017 में इस क्षेत्र मे कदम रखने के बारे में बताती हैं कि कैसे उसे पिता प्रीतम सिंह संधू ने इस की इजाजत दी थी. यहां तक कि उस के बाद बच्चों ने घर में जम कर भांगड़ा किया था.
सौंदर्य प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए हरनाज ने सब से पहले अपने भाई को बताया था, फिर मां से गुहार लगाई थी. जाट परिवार होने के कारण उसे डर था कि कहीं इस के लिए पिता मना न कर दें. इसलिए उस ने अपने पिता को बाद में बताया.
इस पर पिता प्रीतम सिंह ने बताया, ‘तब मुझे भी लगा कि बच्चों पर भरोसा कर के आगे बढ़ने का मौका देना चाहिए. मेरी हां पर उन्होंने घर में दिन भर भांगड़ा किया था.’
उन्होंने बताया, ‘सौंदर्य प्रतियोगिताओं में जाने की शुरुआत 2017 में तब हुई थी, जब हरनाज सेक्टर 42 के सरकारी कालेज पहुंची थीं. वहां उन की फै्रशर पार्टी थी और उस में वह सैकेंड रनरअप चुन ली गई थीं. उस के बाद हरनाज ने कई प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया और फिर आगे बढ़ती चली गईं.’
हालांकि हरनाज अभी भी चंडीगढ़ के गवर्नमेंट कालेज में एमए की स्टूडेंट हैं. वह पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन की पढ़ाई कर रही हैं. हरनाज के मातापिता ने मीडिया से उन के बचपन के बारे में भी कई बातें साझा की हैं.
उन की मां के अनुसार, हरनाज छोटी उम्र से ही अच्छे व्यवहार वाली और मृदुभाषी थी. उन्हें इस के लिए स्कूल से सर्टिफिकेट भी मिले थे. हरनाज ने भले ही कई सौंदर्य प्रतियोगिताएं जीती हैं, लेकिन उन्हें भी अपने शरीर के कारण बौडी शेमिंग का सामना करना पड़ा था. इस बाता को हरनाज अपने कुछ इंटरव्यू में भी बता चुकी हैं कि कैसे बहुत पतले होने के कारण उन्हें लोग टोकते रहते थे और टिप्पणी भी करते रहते थे. ऐसा होने पर परिवार ने हमेशा उन की हिम्मत बढ़ाई.
बचपन में बहुत मोटी थीं हरनाज
रविंदर के अनुसार हरनाज बचपन में मोटी थी. हम उसे कद्दू कह कर बुलाते थे, लेकिन बाद में वह पतली हो गई. लोग उसे बोलते थे लेकिन मैं ने उसे कहा कि इच्छाशक्ति मजबूत होनी चाहिए और किसी की फिक्र मत करो. ये तुम्हारा शरीर है और तुम्हें खुद से प्यार करना चाहिए.
बौडी शेमिंग हुई तो थी, वो कभी परेशान भी हो जाती थी. लेकिन मैं उसे प्रोत्साहित करती थी. उन्होंने यह भी बताया कि उन के हरनाज के साथ का रिश्ता मांबेटी से ज्यादा दोस्ती का रहा है. वह खुद अपनी सीक्रेट्स उसे बताती रहती हैं.
हरनाज को अपने मातापिता के साथ परिवार के दूसरे लोगों से भी सहयोग मिला. उन की मां का कहना है कि हरनाज के ताया और ताई ने भी बहुत सपोर्ट किया है.
हरनाज की ताई लकविंदर कौर ने इस पर अपनी खुशी जताते हुए मीडिया को बताया कि हरनाज उन के पास आ कर हमेशा किसी काम के लिए कहती थीं कि ताई, मैं आप की मदद करूंगी. बताओ कैसे करनी है.
कुछ ऐसी ही प्रतिक्रिया उन के ताऊ ने भी दी है, ‘हरनाज अपने पूरे परिवार में अकेली बेटी हैं, जिन से मिली कुछ खुशियां ऐसी होती हैं, जिन्हें बयां नहीं किया जा सकता. सुबह जब उस के ताज के बारे में सुना, तब हमारी आंखों में खुशी के आंसू थे. हमारी बेटी ने वो कर दिखाया जो हम ने कभी सोचा भी नहीं था… हरनाज आज जहां है, वहां अपनी मेहनत से पहुंची है.’
संधू को घुड़सवारी, तैराकी और घूमने का बहुत शौक है. एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने कहा कि अपने खाली वक्त में वह इन्हीं शौक को पूरा करती हैं.
चंडीगढ़ की मौडल हरनाज संधू ने अपने करियर में अब तक कई खिताब जीते हैं. इन में साल 2017 में टाइम्स फ्रैश फेस मिस चंडीगढ़, साल 2018 में मिस मैक्स इमर्जिंग स्टार, साल 2019 में फेमिना मिस इंडिया पंजाब और साल 2021 में मिस यूनिवर्स इंडिया का खिताब शामिल है. साल 2018 में हरनाज ने मिस इंडिया पंजाब का खिताब हासिल करने के बाद द लैंडर्स म्यूजिक वीडियो तेराताली में भी काम किया. इस के बाद इसी साल उन्होंने सितंबर में मिस दिवा यूनिवर्स इंडिया 2021 का खिताब मिला था. तब उन्हें यह ताज खुद बौलीवुड हीरोइन कृति सेनन ने पहनाया था.
मिस यूनिवर्स 2021 का हिस्सा बनने से पहले ही हरनाज फिल्मों में अपनी जगह हासिल कर कर चुकी हैं. अगले साल उन की 2 फिल्में रिलीज होने वाली है. दोनों पंजाबी फिल्में ‘बाईजी कुट्टांग’ और ‘यारा दियां पू बारां’ हैं.
सिंधू सोशल साइट पर भी काफी सक्रिय रहती हैं. उन्हें अपनी फिटनैस से बेहद प्यार है. साथ ही प्रकृति से भी बेहद लगाव रखती हैं. ग्लोबल वार्मिंग और प्रकृति संरक्षण को ले कर अपने विचार और वक्तव्य से वह मिस दिवा पेजेंट में भी जज पैनल को प्रभावित कर चुकी हैं. उन का मानना है कि पृथ्वी को बचाने के लिए हमारे पास अभी भी समय है, इसलिए जितना हो सके प्रकृति का संरक्षण किया जाए.
मिस यूनिवर्स 2021 के दौरान हरनाज ने स्विमसूट से ले कर नैशनल कौस्ट्यूम सेशन तक में अपनी खूबसूरती से लोगों को प्रभावित किया. उन्होंने नैशनल कौस्ट्यूम सेशन में पिंक कलर का लहंगा पहना था, इस के साथ ही वह हाथों में मैचिंग छतरी के साथ नजर आई थीं. उन के इस लुक में लोगों ने पारंपरिक भारतीय महारानी के शाही अंदाज का अनुभव किया था. मिस यूनिवर्स 2021 की इस प्रतियोगिता के पहले दौर में 75 से अधिक प्रतियोगियों ने हिस्सा लिया था. साथ ही इस रेस में मिस स्वीडन, मिस थाईलैंड, मिस यूक्रेन, मिस यूएसए, मिस वेनेजुएला, मिस कैमरून, मिस ब्राजील, मिस ब्रिटिश वर्जिन आईलैंड समेत कई ब्यूटी क्वीन शामिल हुईं.
इस के जजेज का पैनल भी कुछ कम महत्त्वपूर्ण नहीं था, जिस में बौलीवुड अभिनेत्री उर्वशी रौतेला भी शामिल थीं. इस प्रतियोगिता को व्यापारिक नजरिए से भी देखा जा रहा है. भारत समेत समूचे एशियाई देशों पर प्रतियोगिता के आयोजकों की नजरें टिकी रहती हैं. उन में मार्केटिंग और कूटनीतिक नजरिया भी शामिल है.
सभी को मालूम है कि मिस यूनिवर्स के मंच से कही गई हर बात को पूरी दुनिया अहमियत देगी. इस के लिए भारत को आगे कर के ही संभावित निर्णय को प्रमुखता प्रदान की जा सकती है.
अब तक चुनी गईं देश से 9 सुंदरियां
हरनाज कौर संधू के अलावा भारत में कुल 9 सुंदरियों का नाम इतिहास में दर्ज हो गया है. उन में 3 के नाम मिस यूनिवर्स का खिताब है, तो 6 सुंदरियां बीते 55 साल के दरम्यान मिस वर्ल्ड का ताज पहन चुकी हैं. एक नजर उन सुंदरियों पर डालते हैं—
रीता फारिया (1966): भारत की पहली मिस वर्ल्ड का खिताब रीता फारिया के नाम है, जिन्होंने अंतरराष्टीय सौंदर्य प्रतियोगिता में भारत की सफलता का पहला परचम 1966 में लहराया था.
जब रीता फारिया मिस वर्ल्ड बनीं, तब वह इस खिताब को जीतने वाली न केवल भारत, बल्कि एशिया की भी पहली प्रतियोगी थीं. उन दिनों प्रतियोगिता का फाइनल समारोह लंदन में हुआ था. हालांकि उन्होंने सौंदर्य और ग्लैमर को अपना करियर नहीं बनाया.
कुछ समय पहले पहली भारतीय मिस वर्ल्ड रीता फारिया को यूनाइटेड किंगडम में गोवन कम्युनिटी द्वारा सम्मानित किया गया था. साल 1971 में रीता फारिया ने एंडोक्राइनोलौजिस्ट डेविड पावेल से शादी कर ली और साल 1973 में दोनों डबलिन चले गए थे. उन के 2 बेटे और 5 पोतेपोतियां हैं.
सुष्मिता सेन (1994): भारत की पहली मिस यूनिवर्स सुष्मिता सेन को सन 1994 में यह खिताब तब मिला था, जब वह मात्र 18 साल की थीं. उन की बदौलत ही भारत ने मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता में पहली बार कामयाबी का झंडा गाड़ा था. उन दिनों यह प्रतियोगिता फिलीपींस की राजधानी मनीला में हुई थी.
ऐश्वर्या राय (1994): एक ही साल में भारत की 2 सुंदरियों को उन की सुंदरता के लिए ताज पहनाया गया था, उन में एक ऐश्वर्या राय भी थीं. वह 1994 में ही भारत की दूसरी मिस वर्ल्ड बनीं थीं. भारत के लिए यह दोहरी सफलता थी. मिस यूनिवर्स के बाद ऐश्वर्या राय मिस वर्ल्ड बनीं थीं.
यह प्रतियोगिता दक्षिण अफ्रीका के शहर सन सिटी में हुई थी. ऐश्वर्या राय ने फिल्म और मौडलिंग को करियर बनाया.
डायना हेडेन (1997): भारत की तीसरी मिस वर्ल्ड डायना हेडेन के सिर पर यह ताज 1997 में सेशेल्स के विक्टोरिया शहर में पहनाया गया था. डायना का जन्म हैदराबाद में हुआ था. हैदराबाद पब्लिक स्कूल से ही डायना ने ऐक्टिंग और ड्रामा की पढ़ाई की थी. इस के आगे की पढ़ाई के लिए वह लंदन चली गई थीं.
युक्ता मुखी (1999): भारत की चौथी मिस वर्ल्ड को यह खिताब लंदन में हुई मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता में मिला था. युक्ता का जन्म 1979 में बेंगलुरु के एक सिंधी परिवार में हुआ था, लेकिन उन की परवरिश दुबई में हुई थी. फैशन की दुनिया में अपना सिक्का जमाने के बाद युक्ता मुखी ने फिल्म इंडस्ट्री का रुख कर लिया था.
प्रियंका चोपड़ा (2000): भारत की 5वीं मिस वर्ल्ड प्रियंका चोपड़ा को यह खिताब लंदन में हुई मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता में मिला था. प्रियंका ने बौलीवुड से ले कर हौलीवुड तक में अपने अभिनय का डंका बजाया है. उन की एक विशेष पहचान देसी गर्ल की बनी हुई है, जो छोटे शहर से आ कर इस मुकाम को हासिल कर पाई हैं.
प्रियंका चोपड़ा का जन्म 18 जुलाई, 1982 को जमशेदपुर, बिहार (वर्तमान में झारखंड) में अशोक चोपड़ा और मधु चोपड़ा के घर में हुआ था. उस के मातापिता आर्मी में डाक्टर के पद पर कार्य कर चुके हैं. उन की कजिन बहनें परणीति चोपड़ा, मीरा चोपड़ा और मन्नारा चोपड़ा भी बौलीवुड में सक्रिय हैं.
भारत में सब से ज्यादा भुगतान पाने वाली और सब से लोकप्रिय हस्तियों में से एक प्रियंका चोपड़ा को कई पुरस्कार मिले हैं, जिस में राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार और 5 फिल्मफेयर पुरस्कार शामिल हैं.
2016 में भारत सरकार ने उन्हें पद्मश्री, चौथे उच्चतम नागरिक पुरस्कार से सम्मानित किया है और टाइम पत्रिका भी प्रियंका चोपड़ा को दुनिया में 100 सब से प्रभावशाली लोगों में शामिल कर चुकी है.
लारा दत्ता (2001) : भारत को फिर एक बार मिस यूनिवर्स लारा दत्ता के रूप में मिल गई. वह देश की दूसरी मिस यूनिवर्स थीं. लारा दत्ता साइप्रस में हुई प्रतियोगिता में मिस यूनिवर्स बनी थीं. ये 21वीं सदी की पहली मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता थी.
लारा दत्ता की गिनती बौलीवुड की सफल अभिनेत्रियों में होती है. हालांकि वह फिल्म जगत से गायब रह कर भी चर्चा में बनी रहती हैं. उन की चर्चा सुंदरता के साथसाथ लव अफेयर को ले कर भी हुई.
कभी केली दोरजी के साथ उन के अफेयर की चर्चाओं को हवा मिली तो कभी डिनो मारिया के साथ. साल 2009 में टेनिस स्टार महेश भूपति के प्यार के किस्से सामने आने के बाद साल 2011 के फरवरी महीने में उन्होंने महेश के साथ शादी रचा ली.
लारा को स्टाइलिश और फिटनैस लेडी के रूप में जाना जाता है. कारण वह एरोबिक्स, योगा, स्विमिंग और मेडिटेशन से वह खुद को फिट रखती हैं.
मानुषी छिल्लर (2017): भारत की छठी मिस वर्ल्ड मानुषी दिल्ली एनसीआर की रहने वाली हैं. उन्हें इस का ताज चीन के हेनान प्रांत के सान्या शहर में हुई मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता में पहनाया गया था. उन की पहचान या करियर फिल्में या मौडलिंग में नहीं बन पाई है, लेकिन उन्होंने हैदराबाद में आयोजित 2017 ग्लोबल उद्यमिता शिखर सम्मेलन में बतौर वक्ता अपना संभाषण दे कर सब को चौंका दिया था.
मानुषी को एनीमिया फ्री हरियाणा कैंपेन का ब्रांड एंबेसडर बनाया गया. बताते हैं उस के बाद ही हरियाणा सरकार द्वारा उन के ‘ब्यूटी विद ए परपज’ परियोजना ‘शक्ति’ को 18 करोड़ रुपए का सरकारी अनुदान भी प्राप्त हुआ.