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पर्यावरण पर विश्व सहमति

शायद 13 नवंबर को पेरिस में इसलामिक स्टेट के आतंकवादियों द्वारा लगभग 150 लोगों की जान लेने का नतीजा था कि 3 सप्ताह बाद हुए पर्यावरण शिखर सम्मेलन में 195 देशों ने सर्वसहमति से एक नियत कार्यक्रम को अमलीय जामा पहनाने का वादा कर लिया. पिछले पर्यावरण सम्मेलन विफल रहे थे क्योंकि चीन और भारत जैसे देश, जो आज पर्यावरण खराब करने वाले अग्रणी देशों में से हैं, विकसित देशों के पिछली सदियों के गुनाहों के लिए आर्थिक मुआवजा देने की मांग कर रहे थे. इस बार शायद इन 150 मौतों का डर था कि दुनिया को दिखाना जरूरी हो गया था कि चाहे मामला पर्यावरण का हो या आतंकवाद का, मानवता को बचाने के लिए विश्व एक है. विश्व आज एक ग्लोबल विलेज है जहां कुछ की बदमाशी कुछ हद तक ही मंजूर है. सीमा पार की, तो सारा गांव एक हो कर लड़ने को तैयार है पुराने गिलेशिकवे भुला कर.

इस सम्मेलन के बाद विश्व कोशिश करेगा कि ग्लोबल टैंप्रेचर, जिस के 3 प्रतिशत बढ़ने का डर है, 1.5 प्रतिशत तक ही बढ़े. यह तब ही संभव है जब जमीन से निकल रहे कार्बन ईंधन, कोयला व तेल का इस्तेमाल कम हो या इस तरह हो कि पर्यावरण पर असर न पड़े. इस का मतलब यह भी है कि विश्व सोलर एनर्जी, विंड एनर्जी, हाइड्रोइलैक्ट्रिक एनर्जी आदि का इस्तेमाल करे.

सीधे शब्दों में पश्चिमी एशिया के तेल भंडारों, जिन पर इसलामिक कट्टरवादी इतरा रहे हैं, को निरर्थक बनाना है. धुएं, प्रदूषण, पानी में घुलते जहर, प्लास्टिक कचरे से परेशान देश अब आतंकवाद के कड़वे घूंट भी पी रहे हैं और इन सब का स्रोत पश्चिमी एशिया का इसलामी साम्राज्य है. उसे कमजोर करना विश्व की पहली जरूरत बन गई है. इस पेरिस समझौते में इस क्षेत्र के तेल उत्पादक देशों ने भी विश्व की भाषा समझ ली और चुपचाप सहमति दे दी.
बदलते मौसम के मिजाज ने भारत और चीन को भी झुकने को मजबूर कर दिया. भारत अभी चेन्नई में अतिवर्षा का कहर देख चुका था और उस से पहले कश्मीर व उत्तराखंड में. उसे अब एहसास है कि प्रदूषण और कार्बन गैसों को हवा में छोड़ने की कीमत महंगी पड़ रही है. पहले ही सावधानी रखो.

पेरिस समझौता एक बार फिर यह आश्वासन देता है कि दुनिया विनाश के कगार पर नहीं बैठी. दुनिया के देशों में ऐसे नेता हैं जो कुछ खो कर बहुत पाने की आशा में आम सहमति अपनाने को तैयार हैं.

पोर्न स्टार के पैर छूता है सेंसर बोर्ड: राखी सावंत

राखी सावंत का कहना है कि सेंसर बोर्ड पोर्न स्टार के पैर छूता है. यह बात उन्होंने अपने नए वीडियो ‘पार्टी पंजाबी स्टाइल’ की लॉन्चिंग के बाद मीडिया से बात करते हुए कही. उन्होंने नाम तो नहीं लिया, लेकिन उनका इशारा सनी लियोनी की ओर था.

राखी ने कहा कि वे सेंसर से नाराज हैं, क्योंकि उन्होंने पोर्न स्टार की मूवी को पास कर दिया, जबकि उनका एक साफ सुथरा वीडियो रोक दिया गया. राखी ने इंडियन ऑडियंस पर नाराजगी जाहिर करते हुए आरोप लगाया कि इसने एक पोर्न स्टार (सनी लियोनी) को भगवान बना दिया है.

मीडिया ने जब राखी से कहा कि हिंदुस्तान की जनता पोर्न स्टार को पसंद कर रही है तो उन्होंने दो टूक शब्दों में, "पसंद क्या करेंगे, बगैर कपड़ों के तो हर किसी को पसंद आता है." जब उनसे बोला गया कि यह तो वे भी कर सकती हैं तो उन्होंने कहा, "नहीं मैं ऐसा नहीं कर सकती. हिंदुस्तान की संस्कृति में ऐसा नहीं कर सकते."

राखी सावंत का कहना है कि वे हिंदुस्तान की लड़कियों को बचाने के लिए एक पोर्न स्टार से मुकाबला कर रही हैं. उनके अनुसार, यह मुकाबला एक पोर्न स्टार और रॉक स्टार का है. राखी खुद को रॉक स्टार बता रही हैं. राखी के अनुसार, इस साल का उनका रेजोल्यूशन पोर्न स्टार की बैंड बजाना है. यह काम वे अपने डांस, टैलेंट और जुबान से करेंगी.

इस देश में हो सकती है ‘फास्ट एंड फ्यूरियस 8’ की शूटिंग

हॉलीवुड की लोकप्रिय फिल्म फ्रेंचाइजी ‘फास्ट एंड फ्यूरियस’ के आठवें सीक्वल की शूटिंग क्यूबा में होने की संभावना है. कई सूत्रों का कहना है कि ‘फास्ट एंड फ्यूरियस 8’ के निर्देशक एफ.गैरी ग्रे हाल में फिल्म की शूटिंग के लिए सही जगह की तलाश कर लौटे हैं और इसमें क्यूबा भी शामिल है.

सूत्रों ने बताया कि प्रोडक्शन टीम ने वहां शूटिंग करने के लिए कागजी कार्यवाही भी आगे बढ़ा दी है. एक बयान में कहा गया, ‘‘यूनिवर्सल पिक्चर्स स्टूडियो क्यूबा में ‘फास्ट एंड फ्यूरियस’ के अगले सीक्वल के हिस्से की शूटिंग के लिए फिलहाल अमेरिका और क्यूबा की सरकार से अनुमति लेने की प्रक्रिया में है.’’

अगर अनुमति मिलती है कि यह 1960 के बाद क्यूबा में फिल्माई गई पहली हॉलीवुड फिल्म होगी. सीक्वल में अभिनेता विन डीजल एक बार फिर मुख्य भूमिका में नजर आएंगे. ‘फास्ट एंड फ्यूरियस 8’ उत्तरी अमेरिका में 14 अप्रैल, 2017 को रिलीज होगी.

‘सुलतान’ में सलमान के साथ रोमांस करेंगी अनुष्का शर्मा

यश राज फिल्म्स ने अपनी आगामी फिल्म 'सुलतान' की नायिका को लेकर लगाई जा रही अटकलों को विराम लगाते हुए पुष्टि कर दी है कि इस फिल्म में सुपरस्टार सलमान खान के साथ अनुष्का शर्मा अभिनय करेंगी.

इस फिल्म से संबंधित घोषणा एक साल पहले की गई थी. इसके बाद इस फिल्म की नायिका के तौर पर कंगना रणौत, दीपिका पादुकोण, कृति सेनन और परिणीति चोपड़ा के नाम पर विचार किए जाने की अटकलें लगाई जा रही थीं. इस फिल्म में अनुष्का को लिए जाने की बात कुछ महीनों पहले भी सामने आई थी लेकिन तब अभिनेत्री ने कहा था कि उन्हें इस फिल्म में काम करने का कोई प्रस्ताव नहीं मिला.

अब वाईआरएफ की कास्टिंग निर्देशक शानू शर्मा ने ट्विटर पर ट्वीट किया, सुलतान में अनुष्का शर्मा अभिनेत्री होंगी. 'सुलतान' के आधिकारिक ट्विटर पेज पर भी अभिनेत्री का फिल्म में स्वागत किया गया है. ट्वीट में कहा गया है, सुलतान की मुख्य अभिनेत्री से मिलिए. इस ट्वीट के साथ अनुष्का और सलमान (50) की फोटो लगाई गई है जिसमें 27 वर्षीय अभिनेत्री सलमान से गले मिल रही हैं. अनुष्का ने भी इसी फोटो को ट्वीट किया और उसे 'सुलतान' शीर्षक दिया.

 

तो क्या कटरीना कैफ की वजह से डूबेगी ‘फितूर’…?

2003 में प्रदर्शित कैजाद गुस्ताद की फिल्म ‘‘बूम’’ से बौलीवुड में कदम रखने वाली ब्रिटेन में पली बढ़ी अदाकारा कटरीना कैफ बहुत जल्द बौलीवुड में अपने चेहरे मोहरे की वजह से छा गयीं. क्योंकि बौलीवुड में हमेशा खूबसूरत चेहरों को प्रधानता मिलती रही है.

दर्शक भी सिनेमा के परदे पर खूबसूरत चेहरे को देखता रहा है. मगर पिछले तीन चार वर्षों से सिनेमा और सिनेमा का दर्शक बदला है. अब दर्शक सिर्फ परदे पर खूबसूरत चेहरा नहीं देखना चाहता, बल्कि वह परदे पर वास्तविक पात्रों को देखना चाहता है. दर्शकों की इस नयी कसौटी पर कटरीना कैफ पूरी तरह से असफल साबित होती जा रही हैं.

इसी के चलते उनकी पिछली फिल्म ‘‘फैंटम’’ बुरी तरह से असफल हो गयी. उसके बाद से ही चर्चाएं गर्म हो गयी थीं कि अब कटरीना कैफ का करियर खत्म.

इतना ही नहीं जब से अभिषेक कपूर निर्देर्शित नई फिल्म ‘‘फितूर’’ का ट्रेलर बाजार में आया है, तब से बौलीवुड में चर्चाएं गर्म हैं कि, ‘‘क्या कटरीना कैफ अपने कैरियर के साथ साथ ‘फितूर’को भी ले डूबेंगी?’’ इस चर्चा की वजह यह है कि ‘फितूर’ के ट्रेलर में कटरीना कैफ जिस तरह ब्रिटिश लहजे वाली हिंदी में संवाद अदायगी कर रही हैं, वह वर्तमान दर्शकों को कभी नहीं रास आएगा.

वास्तव में ‘बूम’ से लेकर अब तक कटरीना कैफ लगभग हर फिल्म में उन पात्रों को निभाती रही हैं, जिनका संबंध किसी न किसी तरह से विदेश या ब्रिटिश मूल से रहा है. इस वजह से हर फिल्म में उन्हें दर्शक पसंद करते रहे हैं. लेकिन फिल्म ‘फितूर’ की पृष्ठभूमि में कश्मीर है, जिसमें कटरीना कैफ ने अय्याश, रईस और चालाक मां की बेटी का किरदार निभाया है. फिल्म में उनकी मां बनी तब्बू उर्दू मिश्रित हिंदी में बात करती हैं, जबकि बेटी बनी कटरीना कैफ ब्रिटिश लहजे वाली हिंदी में बात करती हुई नजर आ रही हैं.

मजेदार बात यह है कि अभिषेक कपूर की फिल्म ‘फितूर’का ट्रेलर रोमानी संवादों के साथ शुरू होता है. ऐसे में कटरीना का ब्रिटिश लहजा वाला संवाद सुनकर हंसी ही आती है. इसके अलावा फिल्म ‘फितूर’ में कश्मीर की पृष्ठभूमि के साथ साथ कहानी का एक क्लासिक अंदाज है.अभिषेक कपूर ने बड़ी मीठी और काव्यात्मक भाषा का उपयोग किया है. पर कटरीना कैफ की संवाद अदायगी सभी पात्रों से एकदम अलग और बचकानी नजर आ रही है.

आज का दर्शक किसी भी रूप में उन किरदारों और उन फिल्मों को पसंद नहीं करता, जो कि उन्हें वास्तविक नजर नहीं आते हैं. बौलीवुड के सूत्रों की माने तो ट्रेलर में कटरीना कैफ दाग की तरह नजर आ रही हैं. इसी लिए लोग ट्रेलर की तारीफ कर रहे हैं. पर यह शंका भी व्यक्त कर रहे हैं कि क्या कटरीना कैफ अपने कैरियर के साथ साथ ‘फितूर’को भी डुबाएंगी?

बौलीवुड में चर्चाएं गर्म हैं कि 12 साल से बौलीवुड में काम करते हुए भी कटरीना कैफ अपने हिंदी भाषा के उच्चारण को क्यों नहीं सुधार पायीं?

“प्लेबॉय मेन्शन” जैसी पार्टी करेंगे तुषार और आफताब

तुषार कपूर और आफताब शिवदासानी की आने वाली फिल्म “क्या कूल है हम 3” पिछले कुछ दिनों से काफी चर्चाओं मैं है. इस फिल्म के 3 गाने जारी हो चुके है और हर गाना अपने हॉट वीडियो के लिए प्रसिद्द हुआ है. क्या कूल है हम 3 दो हफ्ते में सिनेमाघरों में लगने वाली है. ऐसे में फिल्म का प्रचार जोरो शोरो से चल रहा है. अगले दो हफ्तों में आफताब और तुषार भारत के अलग अलग शहरों मैं जाकर अपनी फिल्म का प्रचार करने वाले हैं.

फिल्म का प्रचार बाकि सभी फिल्मों से अलग हो, इसके लिए फिल्म के निर्माताओं ने एक अनोखी योजना बनाई है. तुषार और आफताब हर शहर में Naughty Nights का आयोजन करेंगे. Naughty Nights प्लेबॉय मेंशन जैसी पार्टी होने वाली है. यह एक पूल पार्टी होगी, जहां शहर के सभी के सभी युवा वर्ग के लोग आ कर एन्जॉय कर सकेंगे.

तुषार और आफताब Naughty Nights पार्टी को लेकर काफी उत्त्साहित है. दोनों ने इन पार्टियों के लिए तैयारी भी करना चालू कर दी है साथ ही दोनों ने पार्टी मैं सुनाने के लिए डर्टी जोक्स की लिस्ट भी तैयार कर ली है. क्या कूल है हम 3, 22 जनवरी को सिनेमाघरों में लगेगी. इस फिल्म में तुषार और आफताब के साथ ईरानियन अदाकारा मंदाना करीमी भी अहम भूमिका मैं दिखेंगी. 

नए साल के ये हैं 4 नए ब्यूटी ट्रैंड्स, आप भी आजमाएं

विंटर 2015-16 के लेटैस्ट मेकअप ट्रैंड्स अब ब्यूटी की दुनिया में छाने वाले हैं. ऐडवांस होते मेकअप ट्रैंड में आप पिछड़ न जाएं, इसलिए सौंदर्य विशेषज्ञा भारती तनेजा लेटैस्ट मेकअप ट्रैंड की जानकारी दे रही हैं:

ग्राफिक आईज: इस विंटर के मेकअप ट्रैंड में आईज की शेप ज्योमैट्रिक डिजाइन से डिफाइन की जाएगी. डबल विंग्ड, फिशटेल, बोल्ड बैटविंग व कैटी स्टाइल से आंखों के आसपास ऐब्सट्रैक्ट व अल्ट्राडिजिटल लुक क्रिएट किया जाएगा यानी जितना बिग ऐंड बोल्ड लाइनर उतनी ही ज्यादा आप ट्रैंडी और फैशनेबल.

आई मेकअप

ऐक्सैसराइज योर आईज: अट्रैक्टिव पर्सनैलिटी के लिए ज्यादातर महिलाएं केवल स्टाइलिश कपड़ों और खूबसूरत मेकअप का ही नहीं, बल्कि डिफरैंट ऐंड ब्यूटीफुल ऐक्सैसरीज का भी इस्तेमाल करती हैं. अगर बात करें लेटैस्ट मेकअप ट्रैंड की तो इन दिनों आंखों पर भी ऐक्सैसरीज का इस्तेमाल कर के उन्हें डिफरैंट लुक दिया जा रहा है. पलकों पर आर्टिफिशियल ट्रिम्ड लौंग लैशेज, इनर कौर्नर पर स्वरोस्की स्टड व वाटर लाइन के नीचे स्टोन लाइन इन दिनों ट्रैंड में है.

स्ट्रौंग आईब्रोज: फेस को स्ट्रौंग फ्रेम देने के लिए थिक आईब्रोज का दौर फैशन की दुनिया में फिर लौट आया है. तो अब ब्रश व जैल से क्रिएट करें बोल्ड लुक व प्लकर को कहें बायबाय.

कमबैक औफ औरेंज: बीते वर्षों में लिप्स पर छाने वाले इस कोरल शेड को कुछ समय के लिए महिलाएं भुला बैठी थीं, पर विंटर फैशन वीक के साथ औरेंज शेड ने एक बार फिर कमबैक किया है. ऐप्रिकौट, कोरल, मैंडारिन जैसे ऐक्जौटिक शेड्स आईज पर अपना कमाल दिखाएंगे.

न्यू स्मोकी आईज: स्मोकी आईज ऐवरग्रीन हैं. न्यूड बेस व लिप्स के साथ आप इन्हें अभी भी जब चाहें कैरी कर सकती हैं, क्योंकि इस सीजन में शिमर्स इन हैं, तो ऐसे में शिमरी स्मोकी आईज भी क्रिएट की जा सकती हैं. नाइट पार्टी में थोड़ा सा शिमर और ऐड करने के लिए स्टड का इस्तेमाल भी किया जा सकता है.

जैट ब्लैक: अब जैट ब्लैक का टाइम है. आंखों को सैंसुअल व सैक्सी लुक देने के लिए जैट ब्लैक शेड का इस्तेमाल किया जाएगा. रात के वक्त काजल को स्मज कर के बेहद ट्रैंडी ग्रंज लुक भी अपनाया जा सकता है.

फेस मेकअप

डीप टैन: गोरे रंग की चाहत रखने वाली महिलाएं अब टैंड लुक को पसंद करने लगी हैं, इसलिए इस बार ब्लशऔन की जगह ब्रोंजर ले सकती हैं. ब्रोंजर के इस्तेमाल से फेस निखरा दिखेगा, साथ ही चेहरे पर सनकिस्ड लुक नजर आएगा.

ब्राइट ऐंड शाइनी फेस: बेशक लिप्स पर शाइनी व ग्लौसी लुक इन दिनों आउट हो चला है, मगर फेस पर ग्लो टच इन है. टिंटिड मौइश्चराइजर, लिक्विड फाउंडेशन जैसे बेस आप के इस ग्लौसी लुक को पाने में मदद कर सकते हैं. ये आप को फ्लालैस लुक तो देंगे ही, साथ ही स्किन को हाईड्रेट भी करेंगे. इस के साथ ही फीचर्स को हाईलाइट करने के लिए ग्लौस का इस्तेमाल किया जाएगा, जो लाइट के रिफलैक्शन से शाइनी व खूबसूरत नजर आएगा. ग्लौसी टच के लिए शिमर्स को लिक्विड फाउंडेशन के साथ मिक्स कर के या शिमर बेस्ड फाउंडेशन अथवा पाउडर शिमर्स का यूज किया जाएगा.

हेयरस्टाइल

आउट औफ पूल हेयर लुक: सुनने में शायद अजीब लगे, लेकिन हेयरस्टाइल का यह ट्रैंड इस मौसम में हिट रहेगा. वैटीवैटी से इस स्टाइल को कैरी करने के लिए जैल का इस्तेमाल किया जाएगा. वैट लुक के साथ कोई भी स्टाइल आसानी से बनाया जा सकता है.

लिप मेकअप

डार्क पाउट: औक्सब्लड, बरबेरी, प्लम, फ्रौस्टेड कौफी व डीपेस्ट ब्लैक जैसे डार्क बट मैट लिप शेड्स इस सीजन लिप्स के लिए फेवरेट रहेंगे, इसलिए आप न चाहते हुए भी इन्हें न नहीं कह सकेंगी.

नो मेकअप (ट्रांसी लुक): करैक्टिव मेकअप की टैक्नीक और नैचुरल शेड्स के साथ किया गया ट्रांसपैरेंट मेकअप भी इस सीजन में हिट रहेगा तो फिर देर किस बात की, नैचुरली ब्यूटीफुल दिखने के लिए अपनाएं इस लुक को.

पौलिश्ड अपडू: मैसी लुक हुई अब कल की बात. अब बारी है स्लीक युग की. इस सीजन में बालों को स्लीक पोनीटेल के रूप में संवारा जाएगा. यों तो बे्रड्स आउट हो चली हैं, लेकिन फ्रंट स्टाइलिंग में मल्टीब्रेडेड स्टाइल इन है. इस स्टाइल को खूबसूरती से डैकोरेट करने के लिए ओमेट हैडपीस का इस्तेमाल किया जाएगा.

अन्य फेमस ट्रैंड्स

टैंपोरेरी टैटू: फिल्म ‘अशोका’ में करीना कपूर का वह आईकैचिंग लुक भला किसे याद नहीं होगा. आउटर कौर्नर पर कंटंपेरेरी आर्ट एक बार फिर से ट्रैंड में है. लेकिन अगर आप इतने बोल्ड लुक की चाहत नहीं रखती हैं, तो चिन के ऊपर भी यह आर्ट करवा सकती हैं.

ब्राइडल ट्रैंड: आईब्रोज के ऊपर बिंदियों का ट्रैंड आउट है. सैंटर में छोटी सी बिंदी इन है. इस के अलावा छल्ले जैसी पतली नथ पूरे चेहरे को हाईलाइट करेगी. ग्लौसी लिप्स कुछ वक्त के लिए आउट रहेंगे. यह ब्राइड के लिए गुड न्यूज है, क्योंकि इस से नथ पर ग्लौस चिपकेगा भी नहीं.

दांपत्य की डोर, न होने दें कमजोर

पतिपत्नी का रिश्ता विश्वास की डोरी से बंधा होता है. अगर इस रिश्ते में विश्वास की गाड़ी जरा सी भी डगमगाई, तो फिर रिश्ते के टूटने में देर नहीं लगती. पूरा परिवार ताश के पत्तों की तरह बिखर जाता है. अत: एकदूसरे पर संदेह करना मतलब घर की बरबादी को न्योता देना है. फिर चाहे संदेह पति करे या पत्नी. ज्यादातर मामलों में जब पत्नी नौकरीपेशा होती है तब यह संदेह उत्पन्न होता है, जिस का कारण औफिस के लोगों से बातचीत, दोस्ती होती है. संदेह करने वाला पति यह नहीं समझता कि उस की भी औफिस में महिला दोस्त हैं. वह भी उन से हंसहंस कर बातें करता है. अगर औरत किसी से हंसतेबोलते दिख जाए तो हजारों लोगों की उंगलियां उठने लगती हैं. समाज के ठेकेदार पता नहीं उसे क्याक्या नाम देने लगते हैं.

एक सच्ची दास्तां से रूबरू कराना चाहता हूं. पतिपत्नी दोनों नौकरीपेशा हैं. उन के परिवार में 4 लड़के भी हैं. बड़े लड़के की उम्र करीब 27 साल होगी. काफी सालों तक सब ठीक चलता रहा. फिर अचानक पति के स्वभाव में बदलाव आने लगा. वह बदलाव परिवार को बरबाद करने के लिए काफी था. पति सरकारी नौकरी करता है. पत्नी प्राइवेट जौब करती है. कुछ साल पहले पतिपत्नी के बीच मतभेद शुरू हो गए थे. मतभेद की वजह शक था. पतिपत्नी में रोज लड़ाई होती थी. पति पत्नी को गंदी गालियां देता. बेचारी पत्नी सहन करती रही.

पति को पत्नी के औफिस के एक आदमी पर शक था. पत्नी आखिर अपनी बेगुनाही को कैसे साबित करे, यह उस के लिए बड़ी मुसीबत बन चुकी थी. मोहल्ले में, रिश्तेदारों में परिवार की बदनामी हो रही थी. लेकिन पति को इस से क्या मतलब? उस पर तो धुन सवार थी. पति सुबह से शाम तक गायब रहे तो कुछ नहीं. लेकिन पत्नी के पास किसी का फोन भी आ जाए तो वह क्यों आया है? किस का है? कौन है? हजारों सवाल खड़े हो जाते हैं.

ऐसा ही कुछ उस परिवार में चल रहा था. दरअसल, पत्नी एक दिन अपने सहकर्मी की गाड़ी में बैठ कर औफिस तक गई थी. बस पति को यही बात खाए जा रही थी. हर रोज इस बात पर ताना देता. यहां तक कि वेश्या तक कहा. पूरे घर में तनाव का माहौल बना रहता था. 57 साल की उम्र में पति का इस तरह से व्यवहार करना पत्नी और बच्चों को तनिक भी अच्छा नहीं लगता था. पूरे मोहल्ले में वह परिवार चर्चा का विषय बना हुआ था. पत्नी पर शक करने से कितना नुकसान परिवार झेल रहा था, पति को इस बात से कोई लेनादेना नहीं था. कहते हैं बेटा हो जब आप बराबर, तो समझो उसे बाप बराबर. लेकिन उस परिवार में पति को न अपने बच्चों का लिहाज था और न ही पत्नी का.

पतिपत्नी का रिश्ता आपसी विश्वास पर टिका होता है. लेकिन उस परिवार में यह विश्वास डगमगा गया था, जिस से पूरा परिवार तबाह हो रहा था.

रिश्ते पर भरोसा

पतिपत्नी के रिश्ते की डोर भरोसे पर टिकी होती है. भरोसा टूटा कि रिश्ता टूटा. घरपरिवार में एक बार कलह ने दस्तक दे दी तो फिर बाहर जाने वाली नहीं. धीरेधीरे लड़ाईझगड़े इतने बढ़ जाते हैं कि तलाक तक की नौबत आ जाती है, जिस से पूरा परिवार तबाह हो जाता है. जिंदगी भर इस रिश्ते की गाड़ी को चलाने के लिए एकदूसरे पर पूरा भरोसा करना जरूरी है.

सुनीसुनाई बातों को अनसुना करें

अकसर पति को पत्नी की बातें दूसरों से सुनने को मिलती हैं. अधिकतर मामलों में जब लोग कोई बात किसी से कहते हैं तो उस में कुछ बातें मिर्चमसाले के साथ खुद से भी जोड़ देते हैं. ऐसे में ये बातें आहत करती हैं. शक की गुंजाइश पैदा कर देती हैं. अत: इस रिश्ते में दूसरे की बातों को ज्यादा महत्त्व न दें जब तक कि आप अपनी आंखों से न देख लें.

भावनाओं की कद्र करें

पतिपत्नी के रिश्ते में एकदूसरे की भावनाओं की कद्र करना बहुत जरूरी है. कभीकभी छोटी सी बात भी काफी बड़ी बन जाती है. औफिस से लौट कर आने के बाद जो समय मिलता है, उसे एकदूसरे के साथ व्यतीत करें ताकि दिलों की बातें एकदूसरे से कह सकें. पतिपत्नी के रिश्ते में सैक्स का बहुत महत्त्व है. अधिकतर रिश्ते इस वजह से टूट जाते हैं कि इस क्रिया के लिए समय नहीं निकाल पाते. इस से संदेह की स्थिति उत्पन्न होती है.

बच्चों के भविष्य की चिंता

पतिपत्नी के रिश्ते से जब आप मातापिता के रिश्ते में पहुंचते हैं तब आप एक अच्छा जोड़ा कहलाने के साथसाथ अच्छे मातापिता भी कहलाना पसंद करते हैं. जब आप बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के बारे में सोचेंगे तो फालतू बातों की ओर आप का ध्यान ही नहीं जाएगा.

अफेयर से बचें

शादी के पहले आप का किस से क्या संबंध था, किस से अफेयर था, इस बात को भूलते हुए शादी के बाद अफेयर से बचें. कुछ मामलों में ऐसा होता है कि एकदूसरे से प्यार करने वालों की जब शादी दूसरी जगह हो जाती है और जब यह बात पत्नी या पति को पता चलती है तो संदेह की स्थिति उत्पन्न हो जाती है. लेकिन कई बार शादी के बाद भी किसी के साथ अफेयर की बातें सामने आती हैं, जिस से पूरा परिवार बिखरने लगता है. अत: जब एक बार शादी के बंधन में बंध जाते हैं, तो फिर अपने जीवनसाथी और परिवार के विषय में ही सोचना चाहिए.

जिंदगी 4 दिन की नहीं, इसलिए याद रखें ये 4 बातें

हम सब जानते हैं कि जिंदगी 4 दिनों की नहीं, जिसे यों ही बरबाद कर दिया जाए. जिंदगी तो एक खूबसूरत नगमा है, जिसे यदि सुरों के साथ गुनगुनाया जाए तो हमारे साथसाथ आसपास का माहौल भी खुशनुमा हो जाएगा. तो 4 साल के अंतराल पर आने वाले इस लीप ईयर में जिंदगी के सुरों को पहचानने और उसे खूबसूरती व पूर्णता के साथ जीने के लिए ये 4 बातें जरूर याद रखें:

ब्रेकअप ब्लूज को कहें बायबाय

जिंदगी में हर किसी को कभी न कभी प्यार जरूर होता है. यह प्यार जीवन में बेहतरी और पूर्णता के लिए हो तो बहुत अच्छा, मगर जब यह आंसुओं का सबब बनने लगे तो इस से किनारा कर लेना ही बेहतर है. कई दफा न चाहते हुए भी हमें ब्रेकअप का दर्द सहना पड़ता है. बात जो भी हो पर इस दर्द को खुद पर कभी हावी न होने दें.

नैशनल क्राइम रिकौर्ड्स ब्यूरो की रिपोर्ट के मुताबिक भारत में 3.2% लोग प्यार में असफलता की वजह से आत्महत्या करते हैं. प्यार में असफलता या रिजैक्शन डिप्रैशन की वजह बनती है. 2012 में 2,023 पुरुषों ने तो 1,826 महिलाओं ने इस वजह से आत्महत्या की.

गो अहैड: जिसे आप ने चाहा वह आप का नहीं हो सका, तो उस के लिए परेशान न हों. जिंदगी ने जरूर आप के लिए कुछ और अच्छा सोच रखा है.

एक झटके में उसे अपनी जिंदगी से बाहर कर दें. शारीरिक रूप से ही नहीं, मानसिक रूप से भी. इस के लिए उस से जुड़ी सारी यादों से नाता तोड़ने का प्रयास करें. उस की तसवीरें, खत, उपहार वगैरह को नष्ट कर दें या फिर लौटा दें. यही नहीं, अपने गैजेट्स से भी उस के संपर्कसूत्र पूरी तरह खत्म कर दें. अब ऐसे ऐप्स उपलब्ध हो गए हैं, जो इस कार्य में आप की मदद करेंगे.

हाल ही में सोशल नैटवर्किंग वैबसाइट, फेसबुक रिश्तों में खटास पड़ने या रिश्ता खत्म होने की स्थिति में आप के दर्द को कम करने के लिहाज से नया टूल ले कर आया है. फेसबुक के इस नए ब्रेकअप टूल से बिना ब्लौक किए आप के ऐक्स की कोई पोस्ट न्यूज फीड पर नहीं दिखेगी और नया मैसेज आने या फोटो पोस्ट होने पर ऐक्स का नाम भी नहीं दिखेगा. इस से आप को उसे भूलने में सुहूलत होगी.

सच्चे प्यार का इंतजार करें: अपनी जिंदगी में किसी और के आने का रास्ता खुला रखें.  प्यार एहसासों का कारवां साथ ले कर आता है. जीवन को सुनहरे रंग देता है. जबकि प्यार की कमी इनसान के मन में सूनापन भर देती है और यह स्थिति जिंदगी के प्रति नकारात्मक रवैया पैदा करती है. इसलिए स्वयं को इस से बचाएं. बिना शर्तों के प्यार करें.

गले लगाएं जिंदगी को: जिंदगी आप के दामन में खुशियों के फूल तभी गिराती है जब आप हंस कर उसे गले लगाते हैं. मन में उत्साह, सकारात्मकता और स्नेह के दीप जलाए रखें. हर किसी से खुल कर मिलें. अपने कंफर्ट जोन से बाहर आएं, जीवन को नए मकसद दें, अच्छे दोस्त बनाएं, फिर देखिए, जिंदगी कैसे कदम से कदम मिला कर चलती है.

अमेरिका की टीवी ऐंकर, एक्टीविस्ट अश्वेत अरबपति ओपरा विनफ्रे के शब्दों में, ‘‘जितना ज्यादा आप अपनी जिंदगी की तारीफ करेंगे और जश्न मनाएंगे, उतने ही ज्यादा जिंदगी में उत्सव मनाने के मौके आएंगे.’’ प्रसिद्ध ग्रीक दार्शनिक अरस्तू के मुताबिक, ‘‘यदि आप चाहते हैं कि सब कुछ वैसा ही हो जैसा आप चाहते हैं, तो अपनी सोच को बदल दो, सब कुछ बदल जाएगा.’’र याद रखें, आप के पास जितना है, बहुत है. ऐसे लोगों की कमी नहीं, जिन्हें जिंदगी ने शारीरिक अपंगता, गरीबी और बदहाली दी, फिर भी उन्होंने नए कीर्तिमान स्थापित किए.

क्या आप जानते हैं कि आर्थिक परेशानी से जूझने वाले धीरूभाई अंबानी रिलायंस कंपनी को स्थापित कर के भारत के सब से अमीर व्यक्ति बने. लेखक मिल्टन और कवि सूरदास अंधे थे, म्यूजिक राइटर बीथोवन बहरे थे, इंगलैंड के प्रधानमंत्री रहे विंस्टन चर्चिल हकलाते थे, दार्शनिक सुकरात की बीवी ने उन्हें आजीवन परेशान रखा. यदि वे चाहते तो ‘हम कुछ नहीं कर सकते’ का राग अलापते रहते.

जिंदगी के माने समझें: जिंदगी किसी एक रिश्ते या व्यक्ति पर आश्रित नहीं. जिंदगी मिली है एक मकसद के लिए, यह भूलें नहीं. अपनी जिंदगी का कोई मकसद तय करें और फिर उसे पाने के लिए स्वयं को पूरी तरह समर्पित कर दें.

योजना

जिंदगी में योजनाओं की बहुत अहमियत है. हर काम योजनानुसार हो, तभी जिंदगी में सुकून रहता है.

मानसिक योजनाबद्धता: मन को नियंत्रित रखना, उसे निश्चित दिशा में पूर्व योजनानुसार एकाग्रचित्त करना, सकारात्मक भावों से पोषित करना, अधिकतम ऊर्जा के प्रयोग हेतु तैयार करना, मानसिक योजनाबद्धता के तहत आते हैं.

लेखक विलियम शैक्सपीयर के शब्दों में, ‘‘कोई भी चीज अच्छी या बुरी नहीं होती. हमारे सोचने का नजरिया ही उसे अच्छा या बुरा बनाता है.’’

भावी जीवन की योजनाएं: जीवन का हर पल अहम है. आने वाला वक्त वर्तमान पलों की दहलीज पर खड़ा है. तो क्यों न आज ही से कल को संवारने की नींव डाली जाए. आप का यह प्रयास मन को सुकून और जीवन को स्थिरता देगा.

वित्तीय योजना: डा. हर्षला चांडोरकर, सीनियर वाइस प्रैसिडैंट सिबिल के अनुसार, हमेशा लोन ईएमआई का भुगतान समय पर करें. अपने लोन की सभी ईएमआई और क्रैडिट कार्ड के खर्च पर नजर रखें और लोन का भुगतान करने व क्रैडिट कार्ड के बिल चुकाने के लिए हर महीने ऐडवांस में पूंजी निकाल कर रखें. सुनिश्चित करें कि आप अपने क्रैडिट कार्ड बिलों और लोन ईएमआई का भुगतान माह दर माह तय तिथि से पहले करते हैं.

भविष्य के लिए बचत: भविष्य के आप के क्या सपने हैं और आप क्या करना चाहते हैं, इस का एक रोडमैप तैयार करें, फिर अपने खर्चों और लोन भुगतान का नियोजन सावधानीपूर्वक करें.

व्यवस्था हर जगह जरूरी: घर हो या औफिस या कहीं और, खुद को और अपनी चीजों को व्यवस्थति रखना बहुत जरूरी है. इस से न सिर्फ आप का समय बचता है वरन बेकार के तनाव से भी दूर रहती हैं. अपनी प्रत्येक चीज इस तरह करीने से व्यवस्थित रखें कि जब भी जरूरत हो आप मिनटों में उसे निकाल सकें वरना कुछ लोगों का आधा वक्त तो अपना सामान खोजने में ही निकल जाता है.

पहले स्वयं को आंकें

अकसर हम छोटीछोटी बातों पर दूसरों से नाराज होते रहते हैं और ऐसे समय में हमारे दिमाग में बस यही चलता रहता है कि सामने वाले ने हमारे साथ क्याक्या गलत किया. पर ऐसी स्थिति में हमें पहले स्वयं को आंकना चाहिए, फिर दूसरों को.

ठंडे दिमाग से सोचें: किसी पर नाराज होना बहुत आसान है. जब हमें किसी बात पर गुस्सा आता है, तो अंदर तक शरीर में हड़कंप मच जाता है. क्रोध चिता समान है. यह शरीर को बहुत नुकसान पहुंचाता है, मगर हम इस बात से इत्तफाक नहीं रखते. हमें तुरंत आवेग में आने के बजाय ठंडे दिमाग से सोचना चाहिए. हो सकता है सचाई जान कर आप को लगे कि बेवजह ही गुस्सा किया था और यदि गुस्सा बेवजह नहीं था तो भी जल्द ही सामने वाले को क्षमा कर नाराजगी भूल जानी चाहिए. जितनी अधिक देर तक आप गुस्से में रहेंगे, शरीर को उतना ही ज्यादा नुकसान पहुंचेगा.

नसीहत देने से पहले स्वयं उस पर अमल करें: जिंदगी में दूसरों को नसीहत देना बहुत आसान होता है, मगर क्या आप ने ध्यान दिया है कि उन में से कितनी बातों पर आप स्वयं अमल करती हैं?

मान लीजिए, आप अपने बच्चे से कहती हैं कि झूठ बोलना गलत है, मगर स्वयं बेबात झूठ बोलती हैं. तो क्या आप का बच्चा आप की बात  मानेगा? जब तक प्रैक्टिकली आप उसे वैसा ही कर के नहीं दिखाएंगी, भला वह आप की बात क्यों सुनेगा?

दूसरों को दोषी ठहराने की प्रवृत्ति त्यागें: हम में से ज्यादातर लोगों को आदत होती है कि दूसरों के अवगुण तो बढ़ाचढ़ा कर दिखाना जानते हैं, मगर अपनी गलतियों पर गौर नहीं करते. हम सोचते हैं कि फलां व्यक्ति ने हमारे साथ अच्छा व्यवहार नहीं किया या झूठ बोला अथवा स्वार्थी रवैया अपनाया. मगर क्या हम ने व्यक्तिगत स्वार्थ त्याग कर उस की मदद की या कभी उस का साथ दिया, जो उस से कोई अपेक्षा रख रहे हैं?

विवादों की जड़ में आप ही तो नहीं: कभी आप ने यह गौर किया है कि आप की जिंदगी में किसी के साथ विवाद हो रहे हैं, उस की जड़ में कौन है? कहीं वह आप ही तो नहीं? किसी को गलत ठहराने या बुराभला कहने में एक पल भी नहीं लगता. मगर अपनी गलती स्वीकारने और क्षमा मांगने में पूरा जीवन भी कम पड़ जाता है.

देना सीखें

क्या आप ने कभी सोचा है, जिंदगी में आप दूसरों से कितना कुछ लेते हैं. मांबाप, रिश्तेदार दोस्तों से प्यारदुलार, समय, पैसा, भोजन, कपड़ा, जरूरत के वक्त सहयोग, सुरक्षा. समाज भी आप को सुरक्षित माहौल और व्यवस्था देता है. मगर जब कभी इन्हें कुछ देने की नौबत आती है, तो हम झिझकते हैं.

प्यार और खुशियां बांटें: जिस तरह बगैर कुछ सोचे हम लेते हैं, क्या उन के लिए कुछ सोचना हमारा फर्ज नहीं? कभी किसी को बिना स्वार्थ कुछ दे कर देखिए, खुशी का एक अलग एहसास आप के मन को महकाएगा.

समय भी दें: व्यक्ति को आर्थिक या शारीरिक के साथसाथ मानसिक मदद की भी जरूरत होती है. जब आप किसी को यह एहसास दिलाते हैं कि आप हमेशा उस के साथ हैं, उसे भावनात्मक सपोर्ट दे रहे हैं, तो उस व्यक्ति के साथ आप का जो कनैक्शन जुड़ता है वह कभी टूटता नहीं. वह व्यक्ति भविष्य में आप की खुशियों की वजह बनता है. आप का दायरा बढ़ता जाता है और जीवन में आप कभी अकेले नहीं रहते.

एहसान जता कर न करें: किसी को कुछ दे रहे हैं, किसी तरह की मदद कर रहे हैं, तो कभी इस बात का एहसान न जताएं. इस बात की अहमियत नहीं होती कि आप कितना दे रहे हैं, अहमियत इस बात की होती है कि कितने प्यार और अपनत्व के साथ दे रहे हैं.

अपेक्षा न रखें: किसी को कुछ दे रहे हैं, तो यह जरूर याद रखें कि इस के बदले कुछ पाने की इच्छा आप के मन में न हो. दरअसल, जब आप मन में अपेक्षा रखते हैं और किसी वजह से वह व्यक्ति उसे पूरा नहीं करता तो आप का मन बहुत दुखता है. इस के विपरीत यदि आप कोई अपेक्षा ही नहीं रखते तो आप का मन शांत बना रहता है और यह जीवन को खुशहाल रखने के लिए जरूरी है.  हाल ही में आस्ट्रेलिया में किए गए एक सर्वे के मुताबिक, खुशहाल जिंदगी के 3 मुख्य सूत्र हैं, जिन्हें आप गोल्डन ट्राइएंगल औफ हैपीनैस कह सकते हैं. डीकिन यूनिवर्सिटी में पर्सनल वैलबींग के क्षेत्र में 15 वर्षों के रिसर्च के आधार पर यह निष्कर्ष निकाला है कि सफल और सुखी जीवन के 3 मुख्य आधार हैं- अच्छे व्यक्तिगत संबंध, आर्थिक सुरक्षा और जिंदगी में एक खास मकसद का होना.

सैलिब्रिटीज से जानिए हैपी लाइफ के फंडे

बिग मैजिक पर आने वाले शो, ‘छुटकी शौपकीपर और वो’ के गौरव गेरा कहते हैं, ‘‘सब से सिंपल फंडा है, टैंशन न लेना और अपने जीवन की छोटीछोटी खुशियों को महत्त्व देना.’’ बिग मैजिक के ही ‘फेसबुक विद कविता’ की होस्ट, कविता कौशिक कहती हैं, ‘‘सदैव मातापिता का आशीर्वाद मिलना, अपने दिल की आवाज सुनने का साहस और जिंदगी में सफर करने का मौका.’’

सब टीवी के शो, ‘चलती का नाम गाड़ी’ के रोनित राज कहते हैं, ‘‘हैपी लाइफ का फंडा है, स्वयं खुश रहना और परिवार तथा करीबी लोगों को खुश रखना. दूसरों की गलतियां भूल कर उन्हें क्षमा करना और किसी भी तरह की नकारात्मक सोच से दूर रहना.’’

सब टीवी के ही ‘पुलिस फैक्टरी’ में शमशेर सिंह की भूमिका निभाने वाले तरुण खन्ना के मुताबिक, ‘‘मैं उस वक्त स्वयं को दुनिया का सब से खुशहाल व्यक्ति मानता हूं जब मैं अपने डेढ़ साल के बेटे के साथ होता हूं. परिवार व दोस्तों के साथ समय बिताना किसी भी व्यक्ति के जीवन का बेहतरीन समय होता है.’’

ऐंड टीवी के सीरियल, ‘भाबीजी घर पर हैं’ में विभूति नारायण की भूमिका निभा रहे, आशिफ शेख कहते हैं, ‘‘हैपी लाइफ का फंडा है न आप मेरी पीठ पर वार करें और न मैं आप की पर.’’

‘सावधान इंडिया’ के होस्ट सुशांत सिंह के मुताबिक, ‘‘हैपी लाइफ का फंडा है, जो है, अभी है, जी लो हर पल.’’ लाइफ ओके के सीरियल ‘जाने क्या होगा रामा रे’ की विनती इडनानी के शब्दों में, ‘‘मैं जो करने में ऐंजौय करती हूं, वही मुझे खुशी देता है. जैसे डांसिंग, ऐक्टिंग, स्लीपिंग. मगर सब से महत्त्वपूर्ण है, कुछ करने का पैशन. स्वयं को अपने लक्ष्य के नजदीक देखना ही मुझे खुशी देता है.’’

पत्रकार से मजाक करना क्रिस गेल को पड़ सकता है भारी

वेस्टइंडीज़ के आक्रामक बल्लेबाज क्रिस गेल का 'मज़ाक' उन्हें महंगा पड़ता दिखाई दे रहा है. बिग बैश लीग (बीबीएल) के दौरान  चैनल 10 की पत्रकार मेल मैकलाघलिन के साथ गेल के विवादास्पद टीवी इंटरव्यू के बाद उनका भविष्य खतरे में नज़र आ रहा है. दरअसल गेल ने मैच के बीच में इंटरव्यू के दौरान मेल को मज़ाकिया लहजे में उनकी आंखों की तारीफ की और पत्रकार को ‘ड्रिंक’ पर चलने के लिए कहा. इस घटना के बाद क्रिस तुरंत प्रतिबंध से तो बच गए, लेकिन उनकी टीम मेलबर्न रेनेगेड्स ने उन पर 10 हज़ार डॉलर (4.8 लाख रुपए) का जुर्माना लगाया है. हेराल्ड सन अख़बार की मानें तो क्रिकेट आस्ट्रेलिया उन्हें बीबीएल से प्रतिबंधित करने की तैयारी में भी है.

36 साल के गेल ने अपने इस बर्ताव के लिए माफी मांगते हुए कहा है कि उन्होंने यह सब कुछ मज़ाक में कहा था. लेकिन अधिकारी इसे काफी गंभीरता से ले रहे हैं. क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के सूत्रों के मुताबिक क्रिस गेल का मुद्दा अब लगातार बढ़ता जा रहा है और इसका बच्चों और युवा फैंस पर बुरा असर पड़ रहा है.

इतना ही नहीं इस मुद्दे को लेकर क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया इस लीग में लगातार बढ़ रहे विदेशी खिलाड़ियों के दबदबे को भी खत्म करना चाहता है. इसीलिए काफी मुमकिन है कि अगले साल बिग बैश लीग में क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया क्रिस गेल को खेलने की इजाज़त ना दे.

पहले के विवाद सामने आए

इस घटना के बाद क्रिेस के अन्य कथित 'अभद्र व्यवहार' के मामले भी सामने आने लगे जिसमें से एक सिडनी वर्ल्ड कप के दौरान का है. एक अंग्रेजी अखबार में छपी ख़बर के मुताबिक फेयरफैक्स मीडिया से बात करते हुए एक ऑस्ट्रेलियन महिला पत्रकार ने क्रिस पर आरोप लगाया है कि पिछले साल वर्ल्ड कप के दौरान इस क्रिकेटर ने उनके साथ अभद्र व्यवहार किया था. ख़बर के मुताबिक वेस्ट इंडीज़ टीम के साथ काम करने वाली इस रिपोर्टर से क्रिस ने ड्रेसिंग रूम में अपना तौलिया हटाते हुए पूछा – क्या तुम इसे ढूंढ रही हो?

वहीं क्रिस गेल ने  Fairfax Media पर गलत आरोप लगाने के लिए कानूनी कार्रवाई शुरु कर दी है. गेल के मैनेजर ने कहा कि इस मौके का फायदा उठाकर कोई भी व्यक्ति क्रिस गेल पर गलत आरोप नहीं लगा सकता और जो भी ऐसा कर रहे हैं उन्हें याद रखना चाहिए कि क्रिस और उनका मैनेजमेंट हर तरह के अधिकार और कानूनी विकल्पों पर गौर फरमा रहा है. साथ ही यह भी कहा गया है कि इस स्तर पर क्रिस और उनके अधिकारियों द्वारा अब किसी भी तरह की टिप्पणी नहीं की जाएगी.

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