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बंद होने वाला है विंडोज 10 का फ्री अपग्रेडेशन

अगर आपने अभी तक विंडोज 10 अपग्रेड नहीं किया है तो जल्द से जल्द अपग्रेड कर लें क्योंकि माइक्रोसॉफ्ट अब विंडोज 10 के लिए अपनी मुफ्त सेवा बंद करने जा रही है. कंपनी के ब्लॉग के मुताबिक जल्द ही विंडोज 10 के लिए आपको $119 (लगभग 7,926 रुपए) चुकाने होंगे.

माइक्रोसॉफ्ट विंडोज के कॉर्पोरेट वाइस प्रेसिडेंट युसुफ मेहदी ने कंपनी के ब्लॉग पर लिखा है, 'माइक्रोसॉफ्ट विंडोज 10 यूजर्स के लिए अब तक फ्री था, लेकिन यह ऑफर 29 जुलाई को खत्म हो जाएगा. इसके बाद यूजर्स को नए डिवाइस में विंडोज 10 मिलेगा और इसके होम वर्जन के लिए 119 डॉलर चुकाने होंगे.' गौरतलब है कि जब माइक्रोसॉफ्ट ने पिछले साल इसे लॉन्च किया था तो ऐतिहासिक ऐलान करते हुए इसे फ्री कर दिया था.

युसुफ मेहदी ने ब्लॉग में विंडोज 10 की सफलता के बारे में भी लिखा है. कंपनी के मुताबिक, 'विंडोज 10 ऑपरेटिंग सिस्टम को दुनिया भर के 300 मिलियन (30 करोड़) डिवाइसेज में यूज किया जा रहा है. इनमें कंप्यूटर के साथ स्मार्टफोन भी शामिल हैं.' युसुफ ने जानकारी दी कि माइक्रोसॉफ्ट की पर्सनल असिस्टेंट कोर्टाना ने अभी तक विंडोज 10 में 6 बिलियन (6 अरब) सवालों के जवाब दिए हैं. साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि विंडोज 10 पर पहले से ज्यादा गेम खेले जा रहे हैं. इसके लॉन्च के बाद से 9 बिलियन (9 अरब) घंटे से ज्यादा गेम खेले गए हैं. कंपनी ने यह भी दावा किया कि मार्च में माइक्रोसॉफ्ट के नए ब्राउजर ऐज पर 63 बिलियन (63 अरब) मिनट बिताए गए हैं जो कि पिछले क्वार्टर से 50 फीसदी ज्यादा है.

मोबाइल डेटा कम खर्च करने के 7 आसान तरीके

अनलिमिटेड डेटा प्लान महंगे होने की वजह से ज्यादातर स्मार्टफोन यूजर लिमिटेड डेटा प्लान ही लेते हैं. मगर अक्सर यह चिंता सताती है कि डेटा खत्म न हो जाए. मगर हम दे रहे हैं आपको ऐसे टिप्स, जिनपर अमल करके आप डेटा की बचत कर सकते हैं और आपका डेटा प्लान पूरा महीना निकाल देगा. आगे जानें, कौन से हैं वे तरीके, जिनकी मदद से आप ऐंड्रॉयड स्मार्टफोन पर डेटा की खपत कम कर सकते हैं:

1. क्रोम में डेटा कंप्रेशन इस्तेमाल करें

स्मार्टफोन पर वेब ब्राउजिंग में बहुत ज्यादा डेटा खर्च होता है. बहुत सारी वेबसाइट्स हेवी होती हैं और ज्यादा डेटा तो उनमें आने वाले विज्ञापनों को लोड करने में खर्च हो जाता है. आप Chrome में डेटा कंप्रेशन फीचर के जरिए कम डेटा खर्च कर सकते हैं. इस फीचर के ऐक्टिवेट होने के बाद गूगल वेबसाइट्स और ब्राउजर के बीच होने वाले डेटा ट्रांसफर को खुद मैनेज करता है और ज्यादा बचत करता है.

क्रोम ओपन करें और 3 डॉट्स वाले मेन्यू पर टैप करें. यहां से Settings में जाएं. यहां पर आपको Data Saver का ऑप्शन दिखेगा. इसे सिलेक्ट करें. अब आपका ब्राउजर कम डेटा इस्तेमाल करेगा.

2. बैकग्राउंड डेटा बंद करें

बहुत सारे एप ऐसे हैं, जो लगातार डेटा इस्तेमाल करते रहते हैं. जिस वक्त स्मार्टफोन इस्तेमाल नहीं किया जा रहा होता, उस वक्त भी वे नोटिफिकेशंस वगैरह पाने और हर चीज अपडेटेट रखने के लिए इंटरनेट से जुड़े रहते हैं. जरूरी नहीं है कि सभी एप को इस तरह ऐक्टिव रखा जाए. आप काम के एप्स के अलावा अन्य एप्स को जररूत के हिसाब से बैकग्राउंड में भी डेटा इस्तेमाल करने से रोक सकते हैं. इसके लिए Settings में जाएं, Data Usage सिलेक्ट करें और जिस एप को डेटा इस्तेमाल करने से रोकना है, उसे सिलेक्ट करें. इसके बाद ‘Restrict app background data’ लेबल को ऑफ कर दें.

3. एप्स को वाई-फाई पर अपडेट करें

एप्स को कभी भी सिम कार्ड के नेटवर्क पर अपडेट न करें. हमेशा किसी वाई-फाई नेटवर्क पर जाने के बाद ही एप अपडेट करें. ऐसा करने के लिए आपको गूगल प्ले स्टोर में जाकर ऑटो अपडेट फीचर ऑफ करना होगा. Google Play Store पर जाएं और Settings पर टैप करें. यहां पर आपको Auto-update apps बटन दिखाई देगा. यहां Auto-update apps over Wi-Fi only ऑप्शन सिलेक्ट करें.

4. ऑनलाइन स्ट्रीमिंग से बचें

ऑनलाइन विडियो और म्यूजिक स्ट्रीम करने में बहुत ज्यादा डेटा खर्च होता है. मोबाइल डेटा पर यह सब करने से बचें. आप अपने फोन पर ही विडियो या म्यूजिक स्टोर कर सकते हैं. फिर भी आपको स्ट्रीमिंग करनी ही है तो स्ट्रीमिंग क्वॉलिटी Low रखें.

5. काम के कॉन्टेंट को कैश करके रखें

कुछ ऐसे एप्स हैं, जो डेटा को मोबाइल पर ही कैश (एक तरह से स्टोर) रखने में मदद करते हैं. जैसे कि Google Maps और Google Play. वाई-फाई नेटवर्क में जाने पर ज्यादा से ज्यादा डेटा कैश करने की कोशिश करें. इससे आप उसे बाद में इस्तेमाल कर पाएंगे और मोबाइल डेटा भी खर्च नहीं होगा.

6. अकाउंट सिंक सेटिंग्स चेक करें

रियल टाइम सिंकिंग और पुश नोटिफिकेशंस वैसे तो बहुत काम की होती हैं, मगर इनके लिए स्मार्टफोन लगातार नेट के जरिए कन्टेंट चेक करता रहता है. इसमें बहुत डेटा खर्च होता है. बेहतर होगा कि आप अकाउंट सिंक सेटिंग को जरूरत के हिसाब से ही एडजस्ट करें. इसके लिए Settings में जाकर Accounts में जाएं और Sync के लिए उन्हीं सर्विसेज को चुनें, जिनकी पुश नोटिफिकेशन या सिंकिंग जरूरी है.

7. डेटा मैनेजमेंट एप डाउनलोड करें

डेटा मैनेजमेंट एप्स से भी आप डेटा बचा सकते हैं. ये एप्स डेटा को कंप्रेस करते हैं और 50 फीसदी तक सेविंग कर सकते हैं. ये कुछ ऐप्स को डेटा ऐक्सेस करने से भी रोक देते हैं. आप Opera Max या CM Data मैनेजर जैसे एप ट्राई कर सकते हैं.

2020 तक 120 अरब डॉलर होगा भारत का ई-कामर्स

एसोचैम-फोरेस्‍टर की एक रिपार्ट में यह बताया गया है कि 2020 तक भारत देश की ई-कामर्स क्षेत्र की आय 120 अरब डॉलर के करीब पहुंच जाएगी. इसका मतलब यह है कि ई-कामर्स की सालाना वृद्धि 51 प्रतिशत है, जो पूरी दुनिया में सबसे ज्‍यादा है. 2016 में देश की ई-कामर्स की आय फिलहाल 30 अरब डॉलर है.

चीन और जापान से भी ज्‍यादा भारत का वृद्धि दर

रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत का ई-कामर्स चीन और जापान जैसे देशों से अभी भी पीछे है लेकिन इसका वृद्धि दर दूसरें देशों की तुलना में बहुत ज्‍यादा है. भारत की सालाना वृद्धि 51% के मुकाबले चीन का ई-वाणिज्य कारोबार 18% की दर से, जापान का 11% की दर से तथा दक्षिण कोरिया का 10% की दर से वद्धि कर रहा है. रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि ब्रिक्स देशों में भारत में इंटरनेट इस्तेमाल करने वालों की संख्या 2016 में 40 करोड़ है,  ब्राजील में 21 करोड़ तथा रूस में 13 करोड़ है.

75% ग्राहक 15 से 34 उम्र वाले

आजकल हर कोई इंटरनेट के महत्‍व को समझता है और सभी इसका जोरों-शोरो से इस्‍तेमाल करते हैं. हर कोई ई-कामर्स से रूबरू है और यह इनको काफी सुविधाजनक भी लगता है क्‍योंकि इससे उनको घर बैठे ही सारा सामान मिल जाता हैं. एसोचैम-फोरेस्‍टर की अध्‍ययन रिपोर्ट में इस बात को भी बताया गया है कि भारत देश में करीब 75% आनलाइन ग्राहक 15 से 34 साल की उम्र तक के हैं.

 

बेहोशी में भी अपने डायलॉग दोहरा रहा था ये एक्टर

अपने दमदार अभिनय से फिल्मों में अपने हर किरदार के साथ न्याय करने के लिए पहचाने जाने वाले ऐक्टर नवाजुद्दीन सिद्दीकी का कहना है कि 'रमन राघव 2.0' में उनके किरदार पर उन्हें इतनी मेहनत करनी पड़ी थी कि एक बार तो वह एक अस्पताल में आधी बेहोशी की हालत में भी फिल्म के डायलॉग बोल रहे थे.

'रमन राघव' को सनकी रमन के नाम भी जाना जाता है. वह एक मनोरोगी सीरियल किलर था और 1960 के दशक के दौरान मुंबई की गलियों में उसकी दहशत थी. अनुराग कश्यप के निर्देशन में बनी इस फिल्म में नवाजुद्दीन राघव की भूमिका निभा रहे हैं. उन्होंने कहा, 'हमने करीब 20 दिन फिल्म की शूटिंग की. शूटिंग के दौरान एक दिन मेरी तबीयत ठीक नहीं थी और मुझे अस्पताल ले जाया गया. मुझे बाद में बताया गया कि जब मैं अस्पताल में आधी बेहोशी की हालत में था, मैं तब भी फिल्म के संवाद दोहरा रहा था.'

नवाजुद्दीन ने कहा कि बड़े पर्दे के किसी भी किरदार ने उन्हें पहले कभी इतना परेशान नहीं किया. उन्होंने कहा, 'मेरी पत्नी आई और उन्होंने मुझे ऐसे देखा और अनुराग से पूछा कि वह मुझसे क्या करा रहे हैं. इस हद तक मेरे साथ कभी ऐसा नहीं हुआ. यह भूमिका मुझे दिमागी रूप से थका रही थी. 'नवाजुद्दीन ने कहा, 'मुझे पहले यह बात समझनी पड़ी कि यह किरदार अलग दुनिया से आता है, वह हमारी या आपकी तरह नहीं सोचता. ऐसे लोगों की, खासकर रमन राघव की मानसिकता अलग है.'उन्होंने कहा, 'जो वह आसानी से करता था, हमारे लिए वह सोचना भी आसान नहीं है. मुझे किरदार के भीतर घुसना पड़ा, उसे पूरी तरह समझना पड़ा और इसके बाद मैंने इसे पर्दे पर निभाया. यह वास्तव में बहुत मुश्किल था.' यह फिल्म कान समारोह के डायरेक्टर्स फोर्टनाइट वर्ग में दिखाई जाएगी. इस उत्सव की शुरुआत 11 मई से होगी.

हादसा: मैदान पर ही फुटबॉलर की मौत

फुटबॉल की दुनिया उस वक्त सदमे में आ गई जब 26 साल के कैमरून के खिलाड़ी पैट्रिक इकेंग को मैदान पर ही हार्ट अटैक आ गया. दो घंटे के भीतर अस्पताल में उनकी मौत हो गई. वह रोमानिया में अपने क्लब डिनामो बुकारेस्ट से खेल रहे थे.

मैच के 70 वें मिनट में वह मैदान पर गिर पड़े. डॉक्टर मैदान की ओर दौड़े और उन्हें नजदीक के अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां दो घंटे के भीतर उनकी मौत हो गई. जैसे ही फैंस को उनकी मौत का पता चला वे अस्पताल के बाहर पहुंचे और अपनी संवेदना व्यक्त की.

मिडफील्डर पैट्रिक इकेंग विटोरुल कोंस्टांटा के खिलाफ मैच में सब्सीट्यूट प्लेयर के रूप में मैदान पर उतरे थे. डिनामो बुकारेस्ट क्लब ने इकेंग की मौत की पुष्टि करते हुए एक बयान में कहा, आज रात डिनामो हमेशा के लिए हार गया.

क्लब का हर सदस्य इस मुश्किल घड़ी में शोक संतप्त परिवार के साथ खड़ा है. भगवान इकेंग की आत्मा को शांति प्रदान करें. कैमरून की फुटबॉल एसोसिएशन ने ट्वीट किया लॉयन पैट्रिक इकेंग की अपने क्लब डिनामो बुचारेस्ट के लिए खेलते वक्त मौत हो गई.

इकेंग के पूर्व क्लब कोरडोबा ने ट्वीट कर उनकी मौत पर दुख व्यक्त किया है. उन्होंने ट्वीट किया, कोई भी शब्द पैट्रिक इकेंग की मौत के लिए हमारे दुख को व्यक्त करने के लिए पर्याप्त नहीं है. आपकी मौत ने हमें शोकाकुल कर दिया है. आपको हम कभी भूल नहीं पाएंगे.

वह इसी साल जनवरी में ही अपने क्लब से जुड़े थे. इकेंग एक प्रतिभाशाली खिलाड़ी थे. साल 2015 से अपने देश के लिए खेल रहे थे. कैमरून के फैंस के मन में साल 2003 की याद ताजा हो गई जब देश के स्टार खिलाड़ी मार्क विवियम की फो कॉन्फ्डेशन्स कप के दौरान मैदान पर ही हार्ट अटैक से मौत हो गई थी.

पेटीएम से अब पार्किंग चार्ज पेमेंट भी मुमकिन

देश की सबसे बड़ी वॉलेट कंपनी पेटीएम ने अपने वॉलेट के जरिये कैशलेस पेमेंट सॉल्यूशंस ऑफर करने के लिए देश भर में कई पार्किंग मैनेजमेंट कंपनियों से समझौता किया है. पेटीएम अपने वॉलेट के जरिये कैशलेस लेनदेन बढ़ाने के लिए लगातार कोशिश कर रही है. यह कदम भी इसी कड़ी का हिस्सा है. यहां वह ऑफलाइन मार्केट को टारगेट कर रही है.

पेटीएम 500 से अधिक पार्किंग लॉट से इसके लिए एग्रीमेंट कर चुकी है. इसमें एसए पार्किंग, सिक्योर और डीएपीएस जैसे मर्चेंट्स शामिल हैं. कुछ पार्किंग लॉट में यह सर्विस शुरू भी हो गई है. इसके तहत पार्किंग लॉट यूजर्स को उनके पेटीएम वॉलेट के जरिये क्यूआर कोड और बारकोड स्कैनर्स के इस्तेमाल से पेमेंट की सुविधा देंगे.

इस बारे में पेटीएम के वाइस प्रेसिडेंट किरन वासीरेड्डी ने बताया, 'पेमेंट्स आसान और तेज होनी चाहिए. इस पहल से ऐसा ही होगा.' कंपनी ने अगले दो क्वॉर्टर्स में 25 पर्सेंट कैश ट्रांजैक्शंस को डिजिटल पेमेंट में शिफ्ट करने का लक्ष्य रखा है. पेटीएम से मिले डेटा के मुताबिक, भारत में पार्किंग 2,000 करोड़ रुपये का मार्केट है, जिसका 15 पर्सेंट से भी कम हिस्सा ऑर्गनाइज्ड है.

दिलचस्प बात यह है कि पेटीएम की सबसे बड़ी इनवेस्टर अलीपे चीन में अपने यूजर्स को पार्किंग पेमेंट्स ऑफर करती है. पेटीएम का मानना है कि भारत में इस सेगमेंट में तूफानी बढ़ोतरी की गुंजाइश है. कंपनी ने कई अन्य ऑफलाइन बाजार को भी टारगेट किया है. वह पान दुकान, सब्जी बेचने वालों और आदित्य बिड़ला ग्रुप के फूड एंड ग्रॉसरी रिटेल यूनिट मोर, इंडियन ऑयल पेट्रोल पंप, कैफे कॉफी डे और पिज्जा हट जैसी फूड चेन, कई स्कूल और कॉलेजों में भी वॉलेट से पेमेंट की सुविधा ऑफर कर रही है.

 

IPL में शाहरुख की टीम सबसे रईस

इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में अपने मालिक बॉलिवुड स्टार शाहरुख खान की स्टार पावर और हाल के वर्षों में मैदान पर अपने अच्छे प्रदर्शन की बदौलत कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) मुनाफा कमाने में अन्य टीमों से काफी आगे है. आईपीएल में शामिल अधिकतर अन्य टीमें अभी तक मुनाफे से दूर हैं.

2014-15 में केकेआर का रेवेन्यू सभी आईपीएल टीमों में सबसे अधिक रहा था. उस वर्ष लोकसभा चुनाव की वजह से आधा टूर्नमेंट यूएई में होने के बावजूद टीम के रेवेन्यू में 30 फीसदी और मुनाफे में 54 फीसदी की ग्रोथ दर्ज की गई थी. आईपीएल की किसी भी अन्य टीम ने प्रॉफिट के लिहाज से अभी तक ऐसा प्रदर्शन नहीं किया है.

एक से अधिक बार टूर्नमेंट जीतने वाली चेन्नई सुपर किंग्स और मुंबई इंडियंस भी ऐसा नहीं कर पाई हैं. इसकी एक बड़ी वजह यह है कि ज्यादातर अन्य टीमों ने अभी तक मर्चेंडाइजिंग और डिजिटल एक्टिविटीज जैसे रेवेन्यू के नए सोर्सेज तक पहुंच नहीं बनाई है.

केकेआर को चलाने वाली नाइट राइडर्स प्राइवेट लिमिटेड का 2014-15 में रेवेन्यू 168.71 करोड़ रुपये रहा. इसी वर्ष टीम ने दूसरी बार टूर्नमेंट जीता था. इससे पिछले वर्ष में टीम का रेवेन्यू 128.81 करोड़ रुपये का था. 2014-15 में इसका प्रॉफिट 14.15 करोड़ रुपये का था,  जो इससे पिछले वर्ष में 9.18 करोड़ रुपये दर्ज किया गया था.

एडवाइजरी सर्विसेज फर्म अमेरिकन अप्रेजल के मैनेजिंग डायरेक्टर वरुण गुप्ता ने कहा,  'स्पॉन्सर्स को शाहरुख खान का अपने लोगो के साथ शर्ट पहनाना काफी पसंद आता है. अगर टीम अच्छा प्रदर्शन करती है तो वह बेहतर मोलभाव कर सकती है.'

2014-15 में प्रॉफिट कमाने वाली दूसरी टीम किंग्स इलेवन पंजाब थी. इसका प्रॉफिट 12.76 करोड़ रुपये रहा था. हालांकि, इससे पिछले वर्ष में टीम को 4.35 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था. 2014-15 में किंग्स इलेवन पंजाब का रेवेन्यू 26 पर्सेंट बढ़कर 130.05 करोड़ रुपये रहा, जो इससे पिछले वर्ष में 103.21 करोड़ रुपये का था.

पिछले कुछ वर्षों में इंडियन प्रीमियर लीग ने स्पॉट-फिक्सिंग और बेटिंग के आरोपों की वजह से बहुत से झटके सहे हैं. इन गड़बड़ियों के कारण कुछ गिरफ्तारियां भी हुई और चेन्नई सुपर किंग्स और राजस्थान रॉयल्स को दो वर्षों के लिए निलंबित किया गया है. इससे टूर्नामेंट की छवि पर बड़ा असर पड़ा है.

आईपीएल के शुरुआती वर्षों में ज्यादातर टीमों को तीन से चार वर्ष में ब्रेक-ईवन पर पहुंचने की उम्मीद थी. लेकिन डेटा से पता चलता है कि टूर्नामेंट के नौवें वर्ष में भी अधिकतर टीमें यह लक्ष्य हासिल नहीं कर सकी हैं. कुछ लोकप्रिय टीमों ने स्पॉन्सरशिप से मिलने वाला रेवेन्यू बढ़ाने में कामयाबी पाई है, लेकिन इनमें से अधिकतर अभी तक प्रॉफिट कमाने से दूर हैं. उदाहरण के लिए, मुकेश अंबानी की मुंबई इंडियंस ने 2011 से अच्छे प्रदर्शन के दम पर रेवेन्यू बढ़ाया है, लेकिन अभी तक यह प्रॉफिट में नहीं आ सकी है.

पिता से तुलना पर देश छोड़ना चाहता है यह खिलाड़ी

पाक क्रिकेट टीम के महान स्पिन गेंदबाज अब्दुल कादिर का पाक क्रिकेट में अच्छा खासा दबदबा है. कादिर की बात को पीसीबी भी गंभीरता से सुनता है. कादिर ने पाकिस्तान टीम के लिए 67 टेस्ट मैच और 104 अंतराष्ट्रीय मैच खेले है.

इस महान खिलाड़ी का बेटा आजकल सुर्खियों में बना हुआ है. कादिर का बेटा उस्मान कादिर क्रिकेट की खातिर देश छोड़ने के लिए तैयार है. एक वक्त था कि उस्मान कादिर को पाकिस्तान स्पिन डिपार्टमेंट का भविष्य माना जाता था. वो दो बार पाकिस्तान की ओर से अंडर-19 विश्व कप में शिरकत भी कर चुके हैं.

बावजूत इसके उस्मान के करियर पर ब्रेक लग गया और उन्हें घरेलू क्रिकेट खेलने के लिए भी जूझना पड़ा. मायूस होकर उन्होंने ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका का रुख किया जहां वो क्लब क्रिकेट खेलते नजर आए.

इतना ही नहीं, अपने देश में हमेशा उनकी तुलना अपने पिता के शानदार रिकॉर्ड से होती रहती है जिससे उस्मान काफी परेशान है. इसलिए उस्मान पाकिस्तान छोड़ कर ऐसे देश में खेलना चाहते हैं जहां उनका पूरा ध्यान सिर्फ क्रिकेट पर हो.

किसने किया शाहरूख की फिल्म में काम करने से इन्कार ?

बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान सुपरहिट फिल्‍म 'इत्‍तेफाक' का रीमेक बनाना चाहते हैं. इस फिल्‍म के लिए उनकी प‍हली पसंद वरुण धवन थे लेकिन वरुण ने इस फिल्‍म को करने से इनकार कर दिया है. आपको बता दें वर्ष 1969 में बी.आर चोपड़ा ने 'इत्‍तेफाक' बनाई थी. इस फिल्‍म से राजेश खन्‍ना ने इंडस्‍ट्री में एक खास पहचान बनाई थी.

अब बी.चोपड़ा के पोते अभय चोपड़ा, करण जौहर एकसाथ मिलकर इस फिल्‍म का रीमेक बनाने जा रहे हैं. इसके लिए वरुण धवन से संपर्क किया गया था लेकिन उन्‍होंने अपने बिजी शेड्यूल के कारण इस फिल्‍म में काम करने से इनकार कर दिया. 'इत्‍तेफाक' के गाने, कंटेट बेहतर डायरेक्‍शन और शानदार एक्टिंग से बॉक्‍स ऑफिस पर खूब कमाल मचाया था.

वरुण ने हाल ही में फिल्‍म 'ढिसूम' की शूटिंग खत्‍म की है. इसके अलावा वे करण जौहर की 'बद्रीनाथ की दुल्‍हानियां' और अपने पापा डेविड धवन की फिल्‍म 'जुड़वा 2' में काम कर रहे हैं. ऐसे में देखा जाये तो वरुण बेहद व्‍यस्‍त हैं. लेकिन चर्चा तो ऐसी भी है कि 'दिलवाले' की असफलता के कारण उन्‍होंने इस फिल्‍म को करने से इनकार कर दिया है.

बताते चलें कि वरुण और शाहरुख ने रोहित शेट्टी की फिल्‍म 'दिलवाले' में साथ काम किया था. फिल्‍म में काजोल और कृति शैनन भी मुख्‍य भूमिका में थे. लेकिन फिल्‍म बॉक्‍स ऑफिस पर कुछ खास कमाल नहीं कर पाई. रीमेक में सिद्धार्थ मल्‍होत्रा और सोनाक्षी सिन्‍हा मुख्‍य भूमिका निभा सकते हैं.

 

 

‘बैडमैन’ का किरदार कोई और नहीं कर सकता: गुलशन

फिल्म बैडमैन के रूप में पहचाने जाने वाले और 1989 की फिल्म ‘राम लखन’ में केसरिया विलायती के किरदार को लेकर प्रसिद्ध अनुभवी अभिनेता गुलशन ग्रोवर का कहना है कि कोई भी अभिनेता बैडमैन का मेरा किरदार मुझसे बेहतर नहीं कर सकता.

मशहूर फिल्मकार रोहित शेट्टी कथित तौर पर सुभाष घई द्वारा निर्देशित फिल्म ‘राम लखन’ की रीमेक बनाने की योजना बना रहे हैं. रिपोर्ट है कि इसमें उनके साथ अभिनेता शाहिद कपूर और रणवीर सिंह जैसे सितारे प्रमुख भूमिका में नजर आएंगे.

फिल्म में गुलशन द्वारा निभाई गई नकारात्मक भूमिका की काफी सराहना की गई, हालांकि उनका मानना है कि मनोरंजन-जगत का कोई भी कलाकार यह किरदार उनसे बेहतर नहीं कर सकता.

गुलशन ने कहा, यह सर्वश्रेष्ठ किरदार था. आज बैडमैन का किरदार वेब फिल्म ‘बैडमैन’ के रूप में सामने है, कितना शानदार है, मुझे फिल्म में जरूर होना चाहिए. यह पूछे जाने पर कि रीमेक में उनका किरदार कौन कर सकता है? इसपर गुलशन ने कहा, मुझे नहीं लगता कि यह भूमिका कोई और कर सकता है.

मूल फिल्म में दिग्गज अभिनेता जैकी श्रॉफ और अनिल कपूर क्रमश: राम और लखन के किरदार में थे. ‘बैडमैन’ में गुलशन ग्रोवर प्रमुख भूमिका में हैं. इसका प्रसारण वायकॉम 18 के डिजिटल प्लेटफार्म ‘वूट’ पर किया जाएगा. वेब फिल्म का प्रसारण मध्य मई से चार भागों में शुरू होगा.

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