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क्या आप भी स्मार्टफोन गर्म हो जाने से परेशान हैं?

स्मार्टफोन गर्म हो जाने की समस्या से निजात पाने के लिए आपको ज्यादा कुछ नहीं बस थोड़ी सी सावधानी बरतनी होगी. साथ ही कुछ बातें भी ध्यान रखनी होंगी जो आपको फोन के गर्म होने पर बिलकुल नहीं करनी चाहिए.

ढे़र सारी एप्स का इस्तेमाल

यदि आप अपने स्मार्टफोन में एक साथ कई सारी एप्स का इस्तेमाल कर रहे हैं तो यह गलती आपके फोन की नहीं, आपकी है. क्योंकि हो सकता है आपका फोन ज्यादा लोड नहीं ले पाता हो, और इसीलिए फोन जल्दी गर्म हो जाता हो.

वाई फाई ऑफ कर दें

यदि आप अपने फोन में वाई-फाई का इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं तो ऑफ कर दें. इससे भी कई स्मार्टफोन जल्दी गर्म हो जाते हैं.

भारी कवर्स

फोन की प्रोटेक्शन के लिए हमें केस या कवर का यूज करना. लेकिन ध्यान रहे कि आपका फोन कवर ज्यादा भारी न हो.

बैटरी का रखें ध्यान

स्मार्टफोन की पावर होती है उसकी बैटरी. जब बैटरी पुरानी हो जाती है तो अक्सर जल्दी गर्म होने लगती हैं. तो आप अपनी फोन की बैटरी को बदल कर ओवरहीटिंग की समस्या से बच सकते हैं.

चार्जिंग के समय फोन यूज

हम में से कई लोगों की आदत होती है कि वे 24 घंटे फोन पर लगे रहते हैं. यहां तक कि चार्जिंग के दौरान भी. लेकिन ऐसा करने से फोन ओवर हीट हो सकता है.

हैवी गेम्स

यदि आप अपने फोन में हैवी गेम्स रखते हैं, तो भी फोन जल्दी गर्म हो सकता है.

अगर आप हैं चैट के शौकीन तो आजमाएं ये एप

क्या आप अपने दोस्तों से घंटो चैट करते हैं, इनमें कुछ मैसेज ऐसे भी होते होंगे जो आप अपने पैरेंट्स को नहीं दिखाना चाहते होंगे और चैट के बाद मैसेज और पिक्स डिलीट करते होंगे. लेकिन अगर आपको ऐसी एप्लीकेशन मिले जिसमें चैट के बाद सारे मैसेज खुद-ब-खुद डिलीट हो जाएं तो कैसा रहेगा. जी हां! ये मुमकिन है स्नैपचैट के जरिए.

इस मोबाइल एप्लीकेशन की शुरुआत 2011 में हुई थी. स्नैपचैट के संस्थापक इवान स्पीगल हैं. आंकड़े बताते हैं कि स्नैपचैट ने वीडियो देखने के मामले में फेसबुक को पीछे छोड़ दिया है. आइए जानते हैं इससे जुड़े फैक्ट्स के बारे में:

1.यह ऐप 25 साल से ज्यादा उम्र के लोगों के लिए है. इस मोबाइल एप्लीकेशन में वीडियो चैट और एक दूसरे से फोटो भेजकर चैट कर सकते हैं. मजेदार बात यह है कि ये चैट कुछ पलों के बाद खुद-ब खुद डिलीट हो जाएगी. 

2. स्नैपचैट रियल टाइम नेचर इसे और भी खास बनाता है. रियल टाइम स्टोरीज, स्नैपचैट स्टोरी रियल टाइम में अपडेटेड होती हैं और अपनी लाइव तस्वीरों के जरिए यूजर्स दुनिया को दिखा सकता है कि वो उस क्षण कैसा महसूस कर रहा है.

3. स्नैपचैट के लाइव स्टोरीज फीचर के जरिए आप किसी बड़े सेमिनार पार्टी, पैनल सेशन को कवर कर सकते हैं. इस ऐप के जरिए आप एक सेशन को अटेंड कर दूसरे सेशन को किसी और के जरिए लाइव स्नैपचैट पर देख सकते हैं.

4. स्नैपचैट पर अब हर रोज 10 अरब वीडियो देखे जा रहे हैं. पिछले सात महीने में स्नैपचैट पर वीडियो देखने का आंकड़ा दोगुने से भी अधिक हो गया है.

5. स्नैपचैट के कंटेट को आप कम से कम समय के लिए देख पाते हैं इसका मतलब हुआ कि आप किसी भी विषय पर ज्यादा से ज्यादा जानकारी पा सकते हैं. इस तरह आप ट्वीट के स्क्रॉलिंग की आदत से बच सकते हैं.

6. वीडियो शेयरिंग वेबसाइट यू-ट्यूब की तरह ही स्नैपचैट ने भी एक सेकेंड से ज्यादा समय तक चलने वाले वीडियो को व्यू की श्रेणी में डाल दिया है. 

7. स्नैपचैट के लेटेस्ट वर्जन में एक रीप्ले का ऑप्शन होता है. जिससे आप पुरानी तस्वीरों को देख सकते हैं लेकिन यह सुविधा तस्वीरें देखने के बाद कुछ ही घंटे के लिए ही उपलब्ध होती हैं. उस समय-सीमा के बाद ये खुद-ब खुद डिलीट हो जाती हैं.

8. इस मोबाइल एप्लीकेशन के जरिए आप टेस्क्ट और विडियो चैट भी कर सकते हैं.

देश में पहला ऑनलाइन सट्टेबाजी केंद्र खुला

देश की पहली ऑनलाइन बेटिंग एरेना का उद्धघाटन भारत के पूर्व क्रिकेटर कपिल देव ने गैंगटोक में किया. पूरे मुल्क में बेटिंग यानी सट्टा गैरकानूनी है. लेकिन सिक्किम पर यह कानून लागू नहीं होता.

सिक्किम की तीन कंपनियों को खेल में ऑनलाइन बेटिंग की कानूनी इजाजत मिली है. ऑनलाइन गेमिंग और बेटिंग की शुरुआत यहां सिक्किम सरकार के ऑनलाइन गेमिंग रेग्युलेशन (2008) के मुताबिक की गई है. ऑनलाइन बेटिंग केवल इंट्रानेट कनेक्शन के जरिए ही हो सकेगी.

केंद्र सरकार ने अप्रैल 2014 में नोटिफिकेशन जारी कर सिक्किम सरकार को यह भी सुनिश्चित करने का आदेश दिया था कि बेटिंग सिक्किम की सीमा से बाहर कतई न होने पाए. दिलचस्प बात यह है कि इसकी शुरुआत करने के बावजूद कपिल देव ने इन दिनों जारी फुटबॉल मैचों पर सट्टा लगाने से यह कहते हुए इनकार कर दिया कि वह सट्टा लगाने वालों में से नहीं हैं.

अब आ गया है हाइपरलूप ट्रेन का जमाना

दुनिया की सबसे तेज ट्रेन हाइपरलूप वन का अमेरिका के नॉर्थ लास वेगास में पहला सफल परीक्षण हुआ. हाइपरलूप वन बुलेट ट्रेन की दोगुनी रफ्तार से दौड़ने वाली ट्रेन बनेगी. इसके साथ ही इसे दुनिया की सबसे तेज ट्रेन होने का गौरव हासिल होगा.

300 मील प्रति घंटे की रफ्तार अमेरिकी मीडिया के मुताबिक, हाइपरलूप वन की प्रोटोटाइप का अमेरिका के नेवादा रेगिस्‍तान में सफल टेस्‍ट हुआ है. हाइपरलूप वन को पहले हाइपरलूप टेक्‍नोलॉजी के नाम से जाना जाता था.

मीडिया की मानें तो पहले टेस्‍ट में ही हाइपरलूप वन ने 300 मील/घंटा की रफ्तार पकड़ी. मैग्‍नेटिक टेक्‍नोलॉजी  से लैस पॉड (ट्रैक) पर हाइपरलूप का दो मील के ट्रैक पर टेस्‍ट किया गया.

कैप्‍सूल जैसी हाइपरलूप ट्रेन रिसर्चर्स ने दावा किया है कि आने वाले सालों में वैक्यूम (बिना हवा) ट्यूब सिस्टम से गुजरने वाली कैप्सूल जैसी हाइपरलूप 750 मील यानी 1224 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ सकेगी.

इस ट्रेन को साउंड की स्‍पीड से 1236 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार को छूने का लक्ष्‍य रखा गया है. बताया जा रहा है कि वर्ष 2018 तक पहली हाइपरलूप ट्रेन पटरियों पर दौड़ाने की तैयारी है. 

फातमा सामौरा बनी FIFA की पहली महिला महासचिव

अफ्रीकी देश सेनेगल की फातमा सामौरा को फुटबॉल की वैश्विक इकाई इंटरनेशनल फुटबॉल फेडरेशन (फीफा) के महासचिव पद पर नियुक्त किया गया है. वह इस पद पर नियुक्त होने वाली पहली महिला हैं.

यह ऐतिहासिक फैसला फीफा की कांग्रेस में किया गया.  फीफा प्रेसीडेंट जियानी इन्फेन्टिनो ने मेक्सिको सिटी में वार्षिक कांग्रेस में उनकी नियुक्ति की घोषणा की. वह पूर्व महासचिव जेरोम वाल्के की जगह लेंगी जिन पर फुटबॉल संबंधी किसी प्रकार की गतिविधि में हिस्सा लेने के संदर्भ में 12 वर्षों का बैन लगा है.

गौरतलब है कि 54 वर्षीय सामौरा फुटबॉल जगत के बाहर से हैं और अभी तक संयुक्त राष्ट्र में सेनेगल की राजनयिक थीं. उन्होंने 21 वर्षों तक संयुक्त राष्ट्र के साथ काम किया है. संयुक्त राष्ट्र के विकास कार्यों के चलते वह फिलहाल नाइजीरिया में रह रही हैं.

फीफा अध्यक्ष जियानी इन्फेन्टिनो ने यहां वार्षिक कांग्रेस के दौरान सामौरा की नियुक्ति की घोषणा की. सामौर मध्य जून से अपना पदभार संभालेंगी. विश्व खाद्य कार्यक्रम से जुड़ी सामौरा ने कहा, "यह मेरे लिए एक यादगार दिन है. मैं फीफा की महासचिव बनकर खुद को गौरवांवित महसूस कर रही हूं."

शेयर धारकों के लिए सेबी उठा सकता है बड़ा कदम

पूंजी बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) की सूचीबद्ध कंपनियों के लिए अनिवार्य रूप से लाभांश का खुलासा करने की नीति लाने की योजना है. इस कदम का मकसद आम शेयर धारकों को यह समझने में मदद करना है कि वे किसी कंपनी से कितने लाभांश की उम्मीद कर सकते हैं. फिलहाल कंपनियों द्वारा लाभांश की घोषणा के लिए कोई अनिवार्य नियम या नीति नहीं है. हालांकि कुछ कंपनियों ने स्वैच्छिक तौर पर लाभांश वितरण के लिए नीति बनाई हुई है.

सेबी की इच्छा है कि ऐसी नीति हर साल कंपनी की सालाना रिपोर्ट में शामिल हो. इसके साथ ही कंपनियां अपनी वेबसाइट पर भी इसे प्रकाशित करे. शुरुआत में सेबी बाजार मूल्य के हिसाब से शीर्ष 500 कंपनियों को ही इस नियम के दायरे में लाने पर विचार कर सकता है.

एक समान नीति बनाने की कवायद

सूत्रों ने कहा कि सेबी की योजना किसी कंपनी को लाभांश भुगतान के लिए दबाव डालने की नहीं है बल्कि कंपनियों के लिए एक समान नीति बनाने की है. नियामक की मंशा है कि कंपनियां उन स्थितियों और वित्तीय मानदंडों का खुलासा करें, जिसके तहत वे लाभांश का भुगतान कर सकती हैं या नहीं कर सकतीं. मामले से जुड़े लोगों ने बताया कि सेबी कंपनियों से यह बताने को भी कह सकता है कि अगर वे लाभांश नहीं देना चाहती हैं तो कमाई को अपने पास बचाकर रखने का मकसद क्या है.

शेयर धारकों को नहीं मिलता लाभ में हिस्सा

लाभांश भुगतान के मामले में कई घरेलू कंपनियों ने अस्थाई नियम बनाए हुए हैं. उदाहरण के तौर पर 2014-15 में टाटा मोटर्स, रिलायंस पावर और ग्लेनमार्क ने अच्छा मुनाफा कमाने के बावजूद अपने शेयर धारकों को कोई लाभांश नहीं दिया. दूसरी ओर, वेदांत, टाटा स्टील और सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी एमएमटीसी जैसी कंपनियों ने नुकसान के बाद भी लाभांश का भुगतान किया.

कंपनियों का तर्क

कुछ देशों में कंपनियां अपने मुनाफे का एक नियमित हिस्सा लाभांश के तौर पर देती हैं. हालांकि लाभांश की उम्मीद करना अल्पांश शेयरधारकों का है, लेकिन कारोबार में निवेश या संभावित अधिग्रहण का तर्क देकर कंपनी नकदी अपने पास रखने और लाभांश नहीं देने को सही ठहरा सकती है. फिलहाल सेबी कंपनियों को आईपीओ लाने के समय लाभांश नीति का खुलासा करने को कहता है.

‘स्पाइस गर्ल्स’ करने वाली है वापसी

नब्बे के दशक में अपने बैंड की शुरुआत करने वाला इंग्लिश पॉप गर्ल ग्रुप 'स्पाइस गर्ल्स' म्यूजिक वर्ल्ड में वापसी करने जा रही हैं. हाल ही में 'स्पाइस गर्ल्स' ने 16 सालों के लंबे गैप के बाद मिलकर अपना पहला गाना रिकॉर्ड किया है.

'स्पाइस गर्ल्स' बैंड 1994 में बनाया गया था. इस बैंड का पहला एलबम था 'स्पाइस', जिसने रिलीज होते ही म्यूजिक वर्ल्ड में धमाल मचा दिया था. उस समय इस एलबम की पूरे विश्व में लगभग 31 मिलियन कॉपी बिकी थी, जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है. तब किसी फीमेल ग्रुप के एलबम की इतनी कापियां नहीं बिकी थीं. इसके बाद आए एलबम 'स्पाइसवर्ल्ड' को भी बहुत अच्छा रिस्पॉन्स मिला. एलबम की लगभग 20 मिलियन कॉपियां बिकीं.

इस बैंड में गायिका गैरी हॉर्नर, मेल बी और एमा बन्टन शामिल हैं. ये सब 'डीप प्ले स्टूडियो' में एक सीक्रेट संगीत सत्र में जुटीं. बैंड की बाकी सदस्य मेल सी व विक्टोरिया बेकहम इस संगीत सत्र से नदारद रहीं.

'स्पाइस गर्ल्स' के पूर्व निर्माता एलियट केनेडी ने ट्विटर पर एक पोस्ट लिखी, जिसमें लिखा, 'यह दिन इतिहास की किताबों में दर्ज करने के लिए है. 20 साल तक यह नहीं हुआ. उपयुक्त दोस्ती.' मेल बी ने पूरे बैंड की एक फोटो इंस्टाग्राम पर शेयर की और लिखा,‘‘मैं कहती हूं ऊलालाला.’’

बैंड का नया एकल गीत व अल्बम इस साल के आखिर में रिलीज होने उम्मीद है. उम्मीद है कि 'स्पाइस गर्ल्स' बैंड के नए सॉन्ग को भी काफी अच्छा रिस्पॉन्स मिलेगा.

आखिर किसने उड़ाई प्रियंका की नींद??

बॉलीवुड अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा फिलहाल अपनी फिल्म ‘बेवाच’ की शूटिंग में व्यस्त हैं और उनका कहना है कि रात में शूटिंग होने के कारण वह सोना भूल गयी हैं.

प्रियंका ने ट्वीट किया है, ‘भूल जाना..कितना दिलचस्प शब्द है.. सोना भूल गयी हूं.. और आज रात भी काफी काम है.. रात में शूटिंग.. बेवाच.’

अभी हाल ही में प्रियंका की मम्मी ने बताया कि समय की कमी के कारण ही वो अभी अपनी बेटी पर शादी का दबाव नहीं बना रही हैं. बढ़ती उम्र कोई मायने नहीं रखती. प्रियंका को जब लगे कि वो शादी को समय देने के लेए तैयार है वो शादी कर सकती है. ताकि रिश्ता अटूट बना रहे.

प्रियंका हॉलीवुड और बॉलीवुड दोनों में काफी सक्रिय हैं. 33 वर्षीय ‘क्वांटिको’ अभिनेत्री ‘बेवाच’ में विलेन विक्टोरिया लीड्स की भूमिका निभा रही हैं. इस फिल्म में डवेन जॉनसन, जैक एफ्रांन, एक्लेक्जेंड्रा ददारियो और केली रोरबाक भी हैं. फिल्म अगले साल 19 मई को रिलीज होनी है.

तो दोबारा RBI गवर्नर बनना चाहते हैं राजन?

रघुराम राजन ने भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर के पद पर दूसरे कार्यकाल में अपनी रुचि को लेकर संकेत दिए हैं. राजन ने कहा कि उन्होंने अपने इस काम में हर पल का आनंद लिया है, लेकिन अभी भी बहुत कुछ करने की जरूरत है. उन्होंने यह बात ऐसे समय कही है जबकि सुब्रमण्यन स्वामी समेत सत्तारूढ़ बीजेपी के कुछ लोग उनके कार्यकाल का विस्तार किए जाने के खिलाफ हैं.

राजन ने कहा, 'चीजों को वास्तव में आगे बढ़ाने के मामले में मुझे संतोष है ताकि (अर्थव्यवस्था में) माहौल सुधरे. मैंने अपने काम के हर पल का आनंद लिया है.' राजन का तीन वर्षीय कार्यकाल सितंबर में खत्म हो रहा है. उन्होंने अपने कार्यकाल के विस्तार के बारे में 'बीजेपी और सरकार के अंदर उत्तेजना' और इस मुद्दे पर राजनीति के बारे में एक प्रश्न के जवाब में यह बात कही.

अभी बाकी है काम

जब उनसे यह पूछा गया कि उन्हें दूसरा कार्यकाल नहीं दिया जाता है तो क्या केंद्रीय बैंक के प्रमुख के तौर पर उनका काम अधूरा रह जाएगा, राजन ने कहा, 'यह एक अच्छा सवाल है. मेरा मानना है कि हमने बहुत कुछ हासिल किया है. मेरा तात्पर्य है कि हमेशा ही कुछ-न-कुछ और करने को बचा ही रहता है.'

'महंगाई और बेरोजगारी के लिए राजन जिम्मेदार'

गौरतलब है कि वरिष्ठ बीजेपी नेता सुब्रमण्यन स्वामी ने गुरुवार को संसद के बाहर पत्रकारों से कहा था कि राजन को उनके पद से हटा देना चाहिए. स्वामी ने देश में औद्योगिक गतिविधियों में गिरावट और बेरोजगारी के लिए राजन की नीतियों को जिम्मेदार बताया है.

'राजन को शिकागो भेजो'

स्वामी ने कहा था, 'मेरे विचार में राजन भारतीय रिजर्व बैंक और देश के लिए उपयुक्त नहीं हैं. मैं उनके बारे में ज्यादा कुछ नहीं बोलना चाहता. उन्होंने महंगाई कम करने के नाम पर ब्याज दरों को बढ़ाया है जिसका नुकसान देश को हुआ. उन्हें जल्द-से-जल्द शिकागो वापस भेज देना चाहिए, यही बेहतर होगा.' राजन भारत आने से पहले शिकागो विश्वविद्यालय में बूथ स्कूल ऑफ बिजनस में फाइनेंस पढ़ाते थे. वह इस समय वहां से छुट्टी पर हैं.

अब हेल्थ इंश्योरेंस का प्रिमीयम भरना हुआ आसान

जिन परिवारों ने हेल्थ इंश्योरेंस करवा रखा है, उनके लिए जल्द एक राहत भरी खबर आने वाली है. केंद्र सरकार व्यवस्था करने जा रही है, जिसके तहत हेल्थ इंश्योरेंस की रकम का भुगतान अलग-अलग किस्तों में किया जा सकेगा.

सूत्रों के मुताबिक, बीमा नियामक एवं विकास प्राधिकरण (आईआरडीएआई) की इस कवायद का मकसद यह है कि ज्यादा से ज्यादा संख्या में लोग स्वास्थ्य बीमा लाभ लें.

वर्तमान में हेल्श इंश्योरेंस की रकम का साल में एक मुश्त भुगतान करना होता है. वहीं अन्य जीवन बीमा स्कीमों में मासिक इंस्टॉलमेंट यानी ईएमआई की सुविधा है. सूत्रों के मुताबिक, हेल्श इंश्योरेंस के लिए ईएमआई की सुविधा नहीं दी जाएगी, लेकिन पार्ट पैमेंट जरूर कर सकेंगे. जो लोग अपनी कार के लिए प्रीमियम भर रहे हैं, उनके लिए भी यह व्यवस्था लागू होगी.

लोकसभा में पेश एक रिपोर्ट के मुताबिक, किस्तों में भुगतान की सुविधा न होने से देश की आबादी का एक बड़ा हिस्सा इस सुविधा से वंचित है. महज 18 फीसदी शहरी आबादी का हेल्थ इंश्योरेंस है.

वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में यह आंकड़ा 8% से भी कम है. आईआरडीएआई के मुताबिक, बीमा कंपनियों को इस संबंध में नियम बनाकर सरकार से अनुमति लेना होगी.

 

 

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