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‘डब्बा गुल’ में वरुण को लेकर रहस्य बरकरार

‘‘यशराज फिल्मस’’ ने जब से घोषणा की है कि वह प्रदीप सरकार के निर्देशन में एक फिल्म ‘‘डब्बा गुल’’ का निर्माण कर रहे हैं, तब से बौलीवुड में चर्चाएं गर्म हैं कि इस फिल्म में अमिताभ बच्चन के साथ वरुण धवन अभिनय करने वाले हैं. मगर मजेदार बात यह है कि वरुण धवन ने एक बयान देकर इस फिल्म में उनके होने पर रहस्य का परदा डाल दिया है. वरुण धवन ने हाल ही में एक सवाल के जवाब में मीडिया से कहा-‘‘मुझे अमिताभ बच्चन के साथ काम करने में खुशी होगी. लेकिन अभी तक मेरी तरफ से यह तय नहीं है कि फिल्म ‘डब्बा गुल’ मैं कर रहा हूं. ईमानदारी की बात यही है कि अभी जो भी खबरें फैली हुई हैं, वह महज अफवाहें हैं. ऐसा कौन सा कलाकार है, जो कि मेगा स्टार अमिताभ बच्चन के साथ काम नहीं करना चाहेगा. मगर अभी यह खबर महज अफवाह है.’’

‘‘यशराज फिल्स’’ की फिल्म ‘‘डब्बा गुल’’ एक ऐेसे एमबीए पास युवक की कहानी है जो कि मुंबई में ‘डब्बा वालों’ की जिंदगी को समझने के लिए दो माह के लिए उनसे जुड़ता है.

मैं 22 वर्षीय लड़की हूं. एक लड़के से प्यार करती हूं. वह भी मुझे चाहता है. बताएं मैं क्या करूं.

सवाल

मैं 22 वर्षीय लड़की हूं. एक लड़के से प्यार करती हूं. वह भी मुझे चाहता है पर मेरे माता पिता उस से मेरी शादी का विरोध कर रहे हैं. एक दूसरा लड़का, जो सजातीय है मुझ से विवाह करना चाहता है, परंतु मेरी मां कहती है कि वह गरीब है. बताएं मैं क्या करूं?

जवाब

यदि वाकई आप अपने प्रेमी से प्यार करती हैं और वह भी रिश्ते को ले कर गंभीर है और अंतर्जातीय होने के अलावा उस में कोई ऐब नहीं है तो आप को अपने मातापिता को उस से शादी के लिए मनाने का प्रयास करना चाहिए. यदि वे परिवार के किसी अन्य सदस्य, रिश्तेदार या पारिवारिक मित्र की बात मानते हैं तो उन से उन्हें समझाने के लिए कहें कि अंतर्जातीय विवाह आजकल आम हैं, इसलिए उन का ऐतराज बेमानी है.

 

अगर आप भी इस समस्या पर अपने सुझाव देना चाहते हैं, तो नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में जाकर कमेंट करें और अपनी राय हमारे पाठकों तक पहुंचाएं.

इस सीजन डे-नाइट टेस्ट में नहीं होगा पिंक बॉल का इस्तेमाल

बीसीसीआई अध्यक्ष अनुराग ठाकुर ने कहा कि इस होम सीजन में पिंक बॉल टेस्ट क्रिकेट में इस्तेमाल नहीं की जाएगी. इस बयान से ठाकुर ने भारत के इस लंबे होम सीजन में पहले डे-नाइट टेस्ट की मेजबानी की अटकलों पर भी विराम लगा दिया. भारतीय टीम इस सीजन में 13 टेस्ट मैच खेलेगी जो फरवरी-मार्च तक चलेंगे.

उन्हें लगता है कि बीसीसीआई को टेस्ट में पिंक बॉल का इस्तेमाल करने पर फैसला करने से पहले दिलीप ट्रॉफी की तरह और प्रयोगों की जरूरत है. ऑस्ट्रेलियाई टीम पहले ही यह शुरू कर चुकी है.

ठाकुर ने कहा, ‘‘पिंक बॉल के बारे में कुछ भी कहना बहुत जल्दबाजी होगी. जहां तक दिलीप ट्रॉफी में दूधिया रोशनी में इसके आयोजन का संबंध है तो यह काफी सफल रहा. लेकिन आपको फैसला करने से पहले पूर्ण परिदृश्य देखना होगा.’’

उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि हमें अंतिम निर्णय लेने से पहले कई क्षेत्रों को देखना होगा. मैं फैसला करने से पहले वैज्ञानिक तरीके से विस्तृत जानकारी लेना चाहूंगा. लेकिन अभी हम इस सीजन में पिंक बॉल को लागू करने के लिए तैयार नहीं हैं.’’

पिंक बॉल का इस्तेमाल न्यूजीलैंड के खिलाफ मौजूदा टेस्ट सीरीज में होना था लेकिन इस फैसले ने उन अटकलों को समाप्त कर दिया जिसमें कहा जा रहा था कि इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आगामी घरेलू सीरीज में ऐसा हो सकता था. घरेलू टीम बांग्लादेश के खिलाफ भी एक टेस्ट मैच खेलेगी.

अपने मोबाइल नंबर को बनाना है प्राइवेट?

मूवीज आदि में तो आपने कई बार प्राइवेट नंबर कॉलिंग देखा ही होगा. जब आपका नंबर प्राइवेट होता है तो उसे कोई देख नहीं पाता है, यानी कि आपका नंबर बिलकुल सिक्योर है. ऐसे में आप किसी को भी कॉल करें तो आपका नंबर शेयर नहीं होगा, बल्कि हाईड ही रहेगा.

यदि आप भी अपना नंबर प्राइवेट करना चाहते हैं, या फिर आप अपना नंबर हाईड करना चाहते हैं और नहीं चाहते कि कोई और आपका नंबर देखे तो आप उसे प्राइवेट नंबर में बदल सकते हैं.

अपने फोन नंबर को प्राइवेट करने के लिए आपको फॉलो करने होंगे ये आसान और सिंपल सी ट्रिक.

अपने एंड्रायड फोन नंबर को प्राइवेट नंबर में बदलें

यदि आप किसी से अपना नंबर शेयर नहीं करना चाहते हैं, या फिर किसी दोस्त से मजाक करना या किसी को डराना चाहते हैं तो आप इस ट्रिक के जरिए आप अपने एंड्रायड नंबर को प्राइवेट में बदल सकते हैं.

एंड्रायड 4.0 और उससे पहले यूजर्स के लिए

फोन में सेटिंग्स एप में जाएं, कॉल में जाएं, इसके बाद एडिशनल सेटिंग्स में कॉलर आईडी और फिर हाईड नंबर के विकल्प पर क्लिक करें. अब यदि आप अपने किसी दोस्त को फोन करें तो उन्हें आपका नंबर नहीं पता चलेगा, बल्कि उन्हें आपकी कॉल 'प्राइवेट नंबर कॉलिंग' के नाम से आएगी.

एंड्रायड 4.1 और उसके बाद के यूजर्स

फोन एप ओपन करें, मेनू में जाएं, कॉल सेटिंग्स, कॉलर आईडी और हाईड नंबर के विकल्प पर क्लिक करें, ऐसा करने पर आपका नंबर प्राइवेट नंबर के रूप में दिखेगा. आईफोन यूजर्स के लिए

आईफोन में अपनी सेटिंग्स एप में जाएं, फोन आइकॉन पर जाएं, शो माय कॉलर आईडी पर क्लिक करें और फिर स्लाइडर को ऑफ करें. अब आपका नंबर प्राइवेट नंबर हो गया है. विंडोज फोन यूजर्स फोन एप में जाएं, मोर विकल्प पर क्लिक करें, सेटिंग्स, शो माय कॉलर आईडी पर क्लिक करें, अब अपने अनुसार विकल्प चुनें, नो वन या फिर माय कॉन्टेक्ट्स.

अपना नंबर प्राइवेट करने के लिए आपको पहले अपने ऑपरेटर से संपर्क करना होगा. एयरटेल, वोडाफोन, बीएसएनएल में अन्य सेवाएं हैं जिनमें डायलपोर्ट, वीआईपी मोबाइल, वोडाफोन वीपीएन और वॉइस वीपीएन आदि हैं.

राष्ट्रपति चुनाव में निवेशकों की जीत

अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे क्या भारत समेत दूसरी उभरती अर्थव्यवस्थाओं के लिए नुकसानदेह साबित हो सकते हैं? नवंबर में होने वाले इस चुनाव से पहले यही सवाल निवेशकों के दिमाग में उठ रहा है. बाजार की प्रतिक्रिया को देखते हुए बात करें तो बहुत कम लोग होंगे जो रिजल्ट के बाद के हालात पर अभी दांव लगाना चाहेंगे, लेकिन वे बाजार पर बुलिश बने रहना चाहेंगे.

1996 से अब तक अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के बाद ज्यादातर मौकों पर एशियाई बाजारों में तेज उछाल आया है. बीएसई सेंसेक्स पिछले पांच में चार मौकों पर चुनाव के बाद के तीन महीने तक चढ़ा था, भले ही किसी भी पार्टी की सरकार बनी हो. सिर्फ एक बार 2008 में भारत सहित दूसरे एशियाई बाजारों में गिरावट का दौर आया था.

इस बार निवेशकों में बहुत ज्यादा घबराहट है क्योंकि रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रपति उम्मीदवार डॉनल्ड ट्रंप ने हाल के महीनों में वैश्वीकरण और मुक्त व्यापार की कड़ी आलोचना की है. अमेरिका इंटरनैशनल इन्वेस्टमेंट्स के चीफ इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटेजिस्ट जॉन प्रवीण ने कहा, 'ट्रंप की जीत पर ब्रेग्जिट जैसी नकारात्मक स्वत:स्फूर्त प्रतिक्रिया हो सकती है, लेकिन इस पर ब्रेग्जिट की तरह नेगेटिव रिएक्शन होता भी है तो उसका असर बहुत कम समय के लिए होगा.'

अमेरिका में 1996 के राष्ट्रपति चुनाव के बाद से एशियाई इमर्जिंग मार्केट्स का परफॉर्मेंस बाद के महीनों में उथलपुथल वाला रहा है. इंडियन मार्केट पांच में से तीन मौकों पर गिरा. स्ट्रैटिजिस्ट और फंड मैनेजर्स के मुताबिक, भारत से ज्यादा दिक्कत चीन को हो सकती है. हालांकि, इन्वेस्टर्स को यह उम्मीद जरूर होगी कि चीन के मार्केट पर उसका व्यापक असर न हो. अगर चीन अपनी करेंसी युआन को तेजी से डिवैल्यू होने देता है तो उसका असर इंडियन करेंसी रुपया सहित दूसरे इमर्जिंग मार्केट्स की करेंसी पर पड़ेगा. रुपये के कमजोर होने से फॉरेन पोर्टफोलियो इन्वेस्टर्स की भारत से निकलने की शुरुआत होने का खतरा पैदा होगा. इसी साल चाइनीज करेंसी युआन में डिवैल्यूएशन होने के चलते इमर्जिंग मार्केट्स में गिरावट आई थी.

अब चश्मा करेगा वीडियो रिकॉर्डिंग

स्नैप चैट मैसेंजिंग एप ने अपना पहला गैजेट कैमरे वाला चश्मा पेश किया है.

कंपनी ने इसका नाम स्पैक्टेकेल्स रखा है, कंपनी इस विशेष चश्मे को इस साल के अंत तक बाजार में उतारेगी.

इस चश्मे की कीमत 130 अमरीकी डॉलर यानी लगभग 8710 रुपए रखी गई है. इस चश्मे से एक समय में 30 सेकंड तक का वीडियो बनाया जा सकता है.

घोषणा के दौरान बताया गया कि स्नैपचैट का नाम बदलकर स्नैपइंक किया जा रहा है. स्नैपचैट युवाओं में खासा पॉपुलर है.

स्नैप बनाने वाले 26 वर्षीय इवान श्पीगल ने बताया कि स्पैक्टेकेल्स बनाने का आइडिया उन्हें कहां से आया.

उन्होंने कहा ''यह हमारी पहली छुट्टियां थीं, हम लोग कैलिफोर्निया के स्टेट पार्क गए थे. वहां जंगलों में घूम रहे थे और खूबसूरत पेड़ों को देखते हुए आगे बढ़ रहे थे.''

''जब हम वापस आए और हम लोगों ने वीडियो देखा तो हम विश्वास ही नहीं कर पाए कि हमलोगों ने ये खूबसूरत नज़ारे अपनी आंखों से देखे हैं. वह सबकुछ अविश्वसनीय था.''

गूगल ने भी किया था कुछ साल पहले कैमरे वाला चश्मा पेश

स्पेक्टैकल्स को देखने के बाद कई लोगों को गूगल ग्लास की याद आ गई होगी. गूगल ने भी एक स्मार्ट ग्लास बनाने की कोशिश की थी.

जब गूगल ग्लास विकसित होकर लोगों तक पहुंचा तो उसकी कीमत लगभग 1500 अमरीकी डॉलर यानी लगभग एक लाख रूपए थी.

यह डिवाइस लोगों की पसंद का उत्पाद नहीं बन पाई और कंपनी को इसका उत्पादन रोकना पड़ा, लेकिन वीडियो रिकॉर्डिंग करने वाले चश्मे का आइडिया पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ था.

उस समय रिकॉर्डिंग करने वाले चश्मे का लोगों ने स्वागत न करते हुए इसे लोगों की निजता में खलल डालने वाली तकनीक बताया था, जबकि कई लोगों ने इसे देखने में अजीब सा भी बताया था.

ऐसा माना जा रहा है कि स्नैप के इस प्रयास का लोग स्वागत करेंगे और इसकी बड़ी वजह स्नैप का इस चश्मे की कम कीमत है.

श्पीगल ने वॉल स्ट्रीट जर्नल को बताया कि हम किसी भी तरह की जल्दबाजी में नहीं है, हम देखेंगे कि लोग इसे किस तरह से अपनी जिंदगी का हिस्सा बनाते हैं और इसे किस तरह से पसंद करते हैं.

किराये के घर से छुटकारा पाने का सुनहरा मौका

क्‍या आप किराये के घर में रहते हैं और हर महीने अपनी सैलरी का एक बड़ा हिस्‍सा मकान किराये पर खर्च करते हैं. यदि इन सवालों के जवाब हां हैं, तो आपको अपने घर का सपना पूरा करने का सुनहरा अवसर हाथ से नहीं जाने देना चाहिए. अपने सपनों का घर खरीदने का यह वक्‍त बहुत ही सही है. यदि इस समय आप घर खरीदने से चूके तो शायद भविष्‍य में यह मौका मिलना मुश्किल होगा. यह बात इसलिए सौ फीसदी सही है, क्‍योंकि इस समय रियल्‍टी सेक्‍टर में डिमांड बिल्‍कुल नहीं है. इस वजह से प्रॉपर्टी की कीमतें 40 फीसदी तक घट चुकी हैं. इसके अलावा अनसोल्‍ड घरों की एक बहुत बड़ी इनवेंट्री खड़ी है, जिससे डेवलेपर्स पर बहुत दबाव है.

ग्राहकों की कमी से जूझ रहे डेवलेपर्स अपनी बिक्री बढ़ाने के लिए आकर्षक ऑफर और डिस्‍काउंट की पेशकश कर रहे हैं. ग्राहकों के पास समय बहुत से विकल्‍प और कई आकर्षक फाइनेंस स्‍कीमें हैं और ग्राहक के पास खूब मोलभाव करने की भी क्षमता सबसे ज्‍यादा है. दिल्‍ली-एनसीआर में तकरीबन 2,50,000 यूनिट की अनसोल्‍ड इनवेंट्री है, जिसमें से तकरीबन 35 फीसदी यूनिट अंडर कंस्‍ट्रक्‍शन हैं. मुंबई मेट्रोपोलिटन रीजन में अनसोल्‍ड इनवेंट्री 98,000 यूनिट की है. बेंगलुरु में यह संख्‍या 66,000 और पुणे में 55,000 युनिट है.

अनसोल्‍ड इनवेंट्री को खत्‍म करने के लिए डेवलेपर्स ग्राहकों को आकर्षक ऑफर्स जैसे फ्री पार्किंग, फ्री क्‍लब मेंबरशिप आदि दे रहे हैं. इस समय कई आकर्षक फाइनेंस स्‍कीम भी डेवलेपर्स द्वारा चलाई जा रही हैं, जिसमें केवल 10 फीसदी राशि देकर घर बुक कराया जा सकता है.

अपना घर होने के कई फायदे भी हैं

घर खरीदने के लिए आप जो लोन लेते हैं, उसे हर महीने चुकाने के लिए एक नियत राशि (EMI) तय कर दी जाती है, ईएमआई की राशि समय के साथ बढ़ती नहीं है. यहां तक कि तीस सालों की अवधि में भी भुगतान की राशि नहीं बढ़ेगी. लोन की ईएमआई चुकाने से आप एक स्‍थायी संपत्ति का निर्माण करते हैं, जो भविष्‍य में आपके बहुत काम आती है.

वहीं दूसरी ओर मकान किराये के रूप में किया जाने वाला भुगतान बिल्‍कुल बेकार जाता है, इस पर आपको कोई रिटर्न नहीं मिलता है. अगर आप किराए पर रहते हैं, तो मकान मालिक हर साल किराये में 10 फीसदी वृद्धि करता ही है. एक से दूसरी जगह जाने पर, कम किराये वाला मकान मिलना मुश्किल हो सकता है.

आपको बार-बार अपने घर का सामान उठाकर दूसरी जगह नहीं ले जाना पड़ेगा. सामान में टूट फूट नहीं होगी. बच्चों के स्कूल बार-बार बदलने नहीं पड़ेंगे. आप अपनी संतान को ये घर देकर अगली पीढ़ी को सुरक्षा प्रदान कर सकेंगे. यदि आपका खुद का घर है तो किसी भी आकस्मिक स्थिति में वो आपके काम आ सकता है. मुश्किल वक्त में आप घर बेचकर हालात से निपट सकते हैं. कुल मिलाकर आपका घर आपका स्थायी धन है. कुछ सालों बाद जब आप अपने घर को बेचते हैं, तो जितना पैसा आपने घर खरीदने में लगाया था, उससे ज्‍यादा पैसा आपको मिल जाता है. जरूरत पड़ने पर आप मकान को गिरवी भी रख सकते हैं.

BCCI की ड्रीम टीम में कोहली को नहीं मिली जगह

मौजूदा टेस्ट कप्तान और धुरंधर बल्लेबाज विराट कोहली बेशक लोकप्रियता के मामले में इस समय बाकी भारतीय क्रिकेटरों से कहीं आगे हों लेकिन क्रिकेट फैन्स ने अपनी ऑल टाइम ड्रीम टीम में उन्हें जगह नहीं दी है. वहीं लंबे समय से टेस्ट टीम से बाहर चल रहे युवराज सिंह को 12वां खिलाड़ी चुना.

युवराज का ड्रीम टीम का 12वां खिलाड़ी चुना जाना अब तक चुनी गई तमाम भारतीय ड्रीम टीम में सबसे आश्चर्यजनक फैसला है. भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने टीम इंडिया के 500वें टेस्ट का जश्न मनाने के लिए क्रिकेट फैन्स को सोशल मीडिया पर भारत की 'ड्रीम टीम' चुनने का मौका दिया था.

बीसीसीआई ने भारतीय क्रिकेट टीम के फेसबुक पेज पर सर्वेक्षण सीरीज शुरू की थी जिस पर क्रिकेट फैन्स को हर ऑर्डर के लिए दिए गए खिलाड़ियों में से अपनी पसंद के खिलाड़ी को वोट देने का मौका दिया गया था.

युवराज 12वें खिलाड़ी की भूमिका में चंदू बोर्डे, हेमू अधिकारी, मंसूर अली खां पटौदी और एकनाथ सोलकर के साथ मुकाबला कर रहे थे और फैन्स ने 12वें खिलाड़ी के रूप में युवराज को 62 फीसदी वोट दे डाले.

गावस्कर और वीरू की जोड़ी

ओपनिंग के पहले क्रम के लिए महान सुनील गावस्कर, पंकज रॉय, नवजोत सिंह सिद्धू, वसीम जाफर और मुरली विजय के नाम दिए गए थे.

दूसरे ओपनर के लिए वीरेंद्र सहवाग, कृष्णामाचारी श्रीकांत, गौतम गंभीर, चेतन चौहान और विजय मर्चेंट के बीच मुकाबला था. ओपनिंग जोड़ी के लिए सबकी पहली पसंद गावस्कर और सहवाग रहे.

द्रविड़ पर FANS का भरोसा कायम

तीसरे नंबर के लिए मोहिंदर अमरनाथ, रूसी मोदी, अजित वाडेकर, राहुल द्रविड़ और विनोद कांबली के बीच टक्कर थी. लेकिन यहां पर द्रविड़ के मुकाबले कोई नहीं था. द्रविड़ सबकी एकमात्र पसंद थे.

चौथे नंबर के लिए मुकाबला सचिन तेंदुलकर, विराट कोहली, गुंडप्पा विश्वनाथ, विजय मांजरेकर और दिलीप वेंगसरकर के बीच था और इस क्रम पर मास्टर ब्लास्टर सचिन के आगे फैन्स विराट को ज्यादा वोट नहीं दे पाए.

पांचवें नंबर की होड़ में वीवीएस लक्ष्मण, सौरव गांगुली, विजय हजारे, संजय मांजरेकर और पॉली उमरीगर थे. यहां पर वेरी वेरी स्पेशल लक्ष्मण अन्य दावेदारों पर हावी रहे.

छठे नंबर पर ऑलराउंडर की भूमिका के लिए वर्ल्ड कप विजेता कपिल देव का कोई जवाब नहीं था. कपिल के मुकाबले दत्तू फडकर, वीनू मांकड, अमर सिंह और रवि शास्त्री थे.

विकेटकीपर के मामले में सबसे आगे माही

विकेटकीपर के लिए महेंद्र सिंह धोनी सबकी इकलौती पसंद रहे. धोनी ने फारूख इंजीनियर, सैयद किरमानी, किरण मोरे और नयन मोंगिया को पछाड़ा.

मौजूदा ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन भी पूर्व अन्य दिग्गज स्पिनरों बिशन सिंह बेदी, हरभजन सिंह, सुभाष गुप्ते और बापू नादकर्णी पर भारी पड़े.

कुंबले का कोई मुकाबला नहीं

दूसरे स्पिनर के लिए मौजूदा भारतीय कोच और पूर्व लेग स्पिनर अनिल कुंबले का कोई जवाब नहीं था. भागवत चंद्रशेखर, एस वेंकटराघवन, ईरापल्ली प्रसन्ना और दिलीप दोषी इस मामले में प्रशंसकों की राय में काफी पीछे रह गए.

दो तेज गेंदबाजों के लिए जवागल श्रीनाथ और जहीर खान ने बाजी मारी. दसवें नंबर पर श्रीनाथ ने ईशांत शर्मा, रमाकांत देसाई, करसन घावरी और मोहम्मद निसार को पीछे छोड़ा जबकि 11वें नंबर पर जहीर ने वेंकटेश प्रसाद, अजीत आगरकर, इरफान पठान और आशीष नेहरा को पछाड़ा.

कप्तान के लिए धोनी सबकी पहली पसंद

इस ड्रीम टीम के कप्तान के लिए भारत के सबसे सफल टेस्ट कप्तान धोनी सबकी पसंद रहे. हालांकि उन्हें सौरव गांगुली से नजदीकी चुनौती मिली. धोनी को 54 फीसदी और गांगुली को 39 फीसदी वोट मिले.

इस मामले में अजीत वाडेकर, नवाब पटौदी और कपिल देव काफी पीछे रहे. ड्रीम टीम में राहुल द्रविड़ को सबसे अधिक 96 फीसदी वोट मिले.

उनके बाद कुंबले को 92, कपिल को 91 और धोनी को 90 फीसदी वोट मिले. सचिन को आश्चर्यजनक रूप से 73 फीसदी वोट ही मिल सके.

कुछ ऐसी है FANS की ड्रीम टीम

सुनील गावस्कर, वीरेंद्र सहवाग, राहुल द्रविड़, सचिन तेंदुलकर, वीवीएस लक्ष्मण, कपिल देव, एमएस धोनी (कप्तान एंड विकेटकीपर), रविचंद्रन अश्विन, अनिल कुंबले, जवागल श्रीनाथ, जहीर खान और युवराज सिंह.

राजनीति के ढेर में दफन निजी स्वतंत्रता

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक मंत्री संदीप कुमार को मंत्री पद से हटा दिया, क्योंकि एक वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर घूमने लगा, जिस में संदीप कुमार किसी औरत के साथ सैक्स संबंध बना रहा था. अरविंद केजरीवाल ने नैतिकता के मानदंडों के नाम पर संदीप कुमार को हटा दिया कि उस के मंत्री विवादों से ऊपर रहें. अगर यह क्लिप वास्तव में संदीप कुमार का किसी औरत के साथ है, जो उस की पत्नी नहीं है तो चटखारे लेने की बात तो हो सकती है पर उस में नैतिकता का सवाल उठाने का हक पत्नी को है किसी और को नहीं. सैक्स का सहमति से होना नैतिकता के दायरे में आए यह जरूरी नहीं खासकर तब जब न उस औरत ने उसी दिन आपत्ति की हो और न पत्नी ने. अब विवाद खड़ा होने पर वह औरत शिकायत करने जा पहुंची है, क्योंकि शायद उसे लगा वह नाहक बदनाम हो जाएगी.

यह तर्क चाहे बुरा लगे पर सच यह है कि सदियों से विवाह की परंपरा के बावजूद विवाहेतर संबंध बनते रहे हैं. इस पर आपत्ति और नैतिकता का सवाल असल में औरतों को बदनाम करने के लिए उठाया जाता रहा है. किसी औरत के गैरपति से संबंध बनाने की सजा औरत को ही मिलती रही है, पति को नहीं. आज भी हम इन गैरबराबरी वाले विचारों से उठ नहीं पाए हैं और नैतिकता को कोरा सैक्स से जोड़ रहे हैं. इसी वजह से ज्यादातर औरतें छुईमुई बनी रहती हैं, अपने को घर की दीवारों में कैद रखती हैं, किसी मर्द से बात करती घबराती हैं. नौकरीपेशा हों तो रातदिन डरती हैं कि कहीं कोई ऊंचनीच न हो जाए. विवाहिताओं की तो छोडि़ए, अविवाहिताएं भी इसी कारण उस युवक से प्रेम निवेदन करने से कतराती हैं, जो उन के उपयुक्त है और जिस के साथ जीवनसुख मिल सकता है. युवा प्रेम निवेदन करता है तो पहले वे इनकार करती हैं और बाद में ही झिझक कम होती है.

इस थोथी नैतिकता के कारण औरतों का व्यक्तित्व सामाजिक परंपराओं, सदाचरण, अस्मिता में खो जाता है. पुरुष हर तरह का जोखिम ले सकता है, औरत इस इज्जत को बचाने के लिए अपने को कुरबान कर देती है. संदीप कुमार के जिस भी औरत के साथ संबंध थे वे पत्नी से धोखा हो सकते हैं पर जनता को उस से कोई मतलब नहीं, जब तक यह साबित न हो जाए कि एक नेता देह के रूप में कुछ वसूली कर रहा था. अगर वीडियो चोरीछिपे बनाया गया है तो यह वीडियो ही अनैतिकता के दायरे में है. निजी स्वतंत्रता को राजनीति के ढेर में दफना देना शायद जरूरी है पर यह जनता की ज्यादती है. अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन भी मोनिका लेविंस्की के मामले में फंसे थे इस तरह की छद्म नैतिकता के चक्कर में.

सोशल मीडिया: सावधानी हटी, दुर्घटना घटी

ज्यादातर लोगों की सारी पर्सनल डिटेल्स उनके मोबाइल फोन डीटेल्स में होती हैं. लेकिन यदि आप अपने फोन में इन पर्सनल चीजों को रखकर सोशल मीडिया यूज करते हैं तो ऐसा करना आप पर भारी पड़ सकता है. इसके लिए बहुत जरूरी है कि आप अपनी पर्सनल डिटेल्स की सिक्योरिटी के लिए कुछ जरूरी कदम उठाएं.

आपकी महज एक चूक से फेसबुक, ट्विटर तथा व्हाट्सएप यूज करना महंगा पड़ सकता है. आपकी डिटेल्स की सिक्योरिटी के लिए कुछ जरूरी टिप्स हैं जिन्हें अपनाकर आप सिक्योर रह सकते हैं.

फेसबुक पर डेटा चोरी होने से ऐसे बचाएं

फेसबुक में लॉगइन वेरिफिकेशन होता है. इस वेबसाइट के सेटिंग पेज पर ही बहुत ही काम का फीचर होता है, जो व्हेयर यू लॉग्डइन नाम से होता है. यह फीचर तब बहुत ही काम का होता है जब आप कहीं और से अपना फेसबुक ओपन करते हैं. मान लें कि आप अपने दोस्त के पास गए और आपने उसके कंप्यूटर या लैपटॉप से फेसबुक लॉगइन किया और आप जब वापस आए तो लॉग आउट करना भूल गए. ऐसे में आप इस फीचर के जरिए किसी भी डिवाइस से अपना फेसबुक अकाउंट साइन आउट कर सकते हैं. इसके लिए आप ऐंड एक्टिविटी पर क्लिक कर उससें साइन आउट हो सकते हैं.

व्हाट्सएप पर डेटा चोरी होने से ऐसे रोकें

व्हाट्सएप पर आपकी चैट्स को सिक्योर करने के लिए ऐंड टू ऐंड एन्क्रिप्शन यूज किया जाता है. इससे कोई और तो क्या खुद व्हाट्सएप का स्टाफ भी आपकी चैट्स नहीं पढ़ सकता. लेकिन चिंता की बात तब हो सकती है जब आपका फोन ही खो जाए. फोन ले जाने वाले के पास आपके व्हाट्सएप अकाउंट से सारी डीटेल्स चली जाएंगी. जिनमें आपकी चैट, तस्वीरें, विडियो, ऑडियो और जरूरी डॉक्युमेंट्स आदि. ऐसे में गलत लोग आपका फायदा भी उठा सकते हैं. इसे रोकने के लिए व्हाट्सएप को एक पिन के साथ लॉक करना होगा. इसके लिए आपको एक एप की जरूरत पड़ेगी. यदि आप अकाउंट ओपन है और फोन चोरी हो जाता है तो तुरंत दूसरी सिम से व्हाट्सएप में रजिस्टर करें. इससे चोरी हुए मोबाइल फोन में तुरंत आपका अकाउंट डिऐक्टिवेट हो जाएगा.

ट्विटर पर डेटा चोरी होने से ऐसे रोकें

ट्विटर में भी सिक्योरिटी के लिए लॉगइन वेरिफिकेशन बहुत ही महत्वपूर्ण चीज है. ट्विटर अकाउंट ओपन करने के बाद अपनी प्रोफाइल के आइकन पर क्लिक करें, मेन्यू बार में जाकर सेटिंग्स पर क्लिक करें और उसके बाद सिक्यॉरिटी ऐंड प्राइवेसी सेटिंग्स पर क्लिक करें. लॉगिन वेरिफेकिशन से पहले अपना ईमेल आईडी कंफर्म करें. यह प्रोसेस आप एपल आईओएस अथवा एंड्रॉयड एप मदद से पूरी कर सकते हैं.

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