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मेरी उम्र 36 वर्ष है. मेरी गरदन में झुर्रियां दिखने लगी हैं. गले व चेहरे के रंग में बहुत फर्क दिखता है. कोई समाधान बताएं.

सवाल
मेरी उम्र 36 वर्ष है. मेरी गरदन में झुर्रियां दिखने लगी हैं. गले व चेहरे के रंग में भी बहुत फर्क दिखता है. कृपया कोई समाधान बताएं?

जवाब
यदि त्वचा को पोषण न मिले तो झुर्रियां हो जाती हैं, इसलिए चेहरे के साथसाथ अपनी गरदन को भी नरिशमैंट दें. रात को सोने से पहले एएचए क्रीम से चेहरे व गरदन की मसाज करें. रोज सुबह नहाने से कुछ देर पहले विटामिन ई तेल की कुछ बूंदें और 2 चम्मच औलिव औयल मिला कर गरदन पर लगाएं. 15-20 मिनट बाद ठंडे पानी से धो लें. क्लीनिकल ट्रीटमैंट के तौर पर लेजर की सिटिंग्स व कोलोजन मास्क भी लगवा सकती हैं. जब भी फेशियल करवाएं ब्यूटीशियन से गरदन की मसाज भी करवाएं. गरदन का रंग साफ करने के लिए उस पर कच्चे पपीते की फांक रगड़ें.

मैं 21 साल का हूं. मुझे एक शादीशुदा औरत से प्यार हो गया है. हम एकदूसरे के बगैर नहीं रह सकते. मैं क्या करूं.

सवाल
मैं 21 साल का हूं. मुझे एक शादीशुदा औरत से प्यार हो गया है. हम एकदूसरे के बगैर नहीं रह सकते, लेकिन घर वाले इस बात के खिलाफ हैं. मैं क्या करूं?

जवाब
आप के घर वाले सही हैं. शादीशुदा औरत के चक्कर में आप अपनी जिंदगी तो बरबाद कर ही रहे हैं, साथ ही उसे भी तबाह कर रहे हैं. उस के पति को पता चलेगा तो वह कहीं की न रहेगी. उस औरत से दूर रहने में ही सब की भलाई है.

इन ऐप की मदद से बढ़ाएं अपने मोबाइल में इंटरनेट की स्पीड

स्मार्टफोन में इंटरनेट स्लो चलने की परेशानी आम बात है. आप भी इस परेशानी से जूझ रहे हैं तो हम आपको कुछ ऐसे स्मार्टफोन एप्स के बारे में बताने जा रहे हैं जो इंटरनेट की स्पीड को दोगुना कर सकती हैं. तो चलिए जानें इन एप्स के बारे में.

इंटरनेट स्पीड बूस्टर

यह एप आपकी मोबाइल इटंरनेट स्पीड को 80 फीसद तक बढ़ा सकता है. एप डेवलपर का दावा है कि इससे इंटरनेट की स्पीड बेहतर हो जाता है. इसे गूगल प्ले स्टोर से फ्री में डाउनलोड किया जा सकता है. इसे इंस्टौल करने के बाद start boost पर क्लिक करना होता है. इसके बाद एप मोबाइल इंटरनेट स्पीड को बढ़ाने के लिए मोबाइल को औप्टिमाइज करना शुरू कर देगी.

इंटरनेट बूस्टर एंड औप्टिमाइजर

इस एप को उन स्मार्टफोन्स पर भी इस्तेमाल किया जा सकता है जिसे रूट न किया गया हो. इस एप में सीरीज औफ कमांड्स दिए गए हैं जो आपके मोबाइल ब्राउजर को औप्टिमाइज करके स्पीड बढ़ाती है. यह टूल मोबाइल में ज्यादा इंटरनेट खपत करने वाली एप को बंद कर देती हैं. साथ ही कैशे मैमोरी और DNS को फ्लैश कर स्पीड बूस्ट करने में मदद करती है.

ओपन सिग्नल

यह एप आपके वाईफाई सिग्नल की स्ट्रेंथ, इंटरनेट स्पीड और हौटस्पौट लोकेशन का नेविगेशन दिखाती है. इसे गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है. इस एप में एक मैप भी दिया गया होगा जो वाई-फाई हौटस्पौट्स को दिखाएगा. इससे यह भी पता चल जाएगा कि सबसे ज्यादा स्पीड वाला हौटस्पौट कहां है और कौन है.

स्पीडटेस्ट.इन

यह एप 2G, 3G, 4G और वाई-फाई नेटवर्क की स्पीड टेस्ट करती है. अगर आपके इंटरनेट की स्पीड कम है तो आप टेलिकौम कंपनियों से शिकायत कर सकते हैं जिससे वो स्पीड को बेहतर कर सके. इस एप में अपलोडिंग और डाउनलोडिंग की स्पीड अलग बताई जाएगी.

पढ़िये क्या है सनी लियोनी की फिल्म ‘तेरा इंतजार’ की कहानी

कैनेडियन पौर्न स्टार के रूप में मशहूर अदाकारा सनी लियोनी और अरबाज खान की रोमांटिक जोड़ी वाली फिल्म ‘‘तेरा इंतजार’’ का ट्रेलर बाजार में आते ही धूम मचा रहा है. ट्रेलर में सनी लियोनी व आरबाज खान के बीच कई गर्मा गर्म हौट दृश्य नजर आते हैं. फिल्मकार राजीव वालिया की रहस्यमय, रोमांटिक व रोमांचक फिल्म ‘‘तेरा इंतजार’’ में सनी लियोनी अपने प्यार की तलाश में भटकती नजर आ रही हैं.

फिल्म ‘‘तेरा इंतजार’’ का ट्रेलर देखकर जो कहानी समझ में आती है, उसके अनुसार रौनक (सनी लियोनी) एक आर्ट गैलरी की मालकिन हैं. जिन्हे एक पेंटर वीर (अरबाज खान) से प्यार हो जाता है. वीर एक नेचुरल पेंटर है. मगर इस प्रेम कहानी को उस वक्त झटका लगता है, जब एक दिन सुबह रौनक को पता चलता है कि वीर गायब हो गया है.

अब रौनक, वीर की तलाश में भटकते हुए माध्यम (सुधा चंद्रन) तक पहुंचती है. रौनक के ईद गिर्द कई तरह की डरावनी घटनाएं घटती हैं. वह डर जाती है. माध्यम अपनी अलौकिक ताकत से रौनक के साथ घट रही घटनाओं से मुक्ति दिलाने का प्रयास करती है, वैसे वैसे रहस्य गहराता जाता है.

इस फिल्म की चर्चा करते हुए सनी लियोनी कहती हैं-‘‘यह एक ऐसी फिल्म है, जिसमें मेरी व अरबाज खान की जोड़ी को लेकर अजीब नजरों से देख रहे हैं, मगर इस फिल्म में हमारी जोड़ी काफी हौट है. अरबाज खान के साथ शूटिंग करने में हमें बड़ा मजा आया. मौरीशस में शूटिंग के दौरान हमारे बीच काफी अच्छे संबंध बन गए.

पूरी फिल्म में मेरा किरदार अरबाज खान के किरदार की तलाश में रहता है, जो कि रहस्यमय तरीके से गायब हो चुका है. लेकिन प्यार की तलाश के साथ ही रहस्य व रोमांच बढ़ता जाता है. इस तरह का किरदार मैंने पहली बार निभाया है.’’

इस फिल्म की चर्चा करते हुए अरबाज खान कहते हैं-‘‘यह एक सुंदर कर्णप्रिय गीतों के साथ ही अति रोचक फिल्म है. इसमें रोमांस, रोमांच के साथ ही रहस्य के तत्व हैं. इसमें दर्शक मुझे एक अनूठे किरदार में देख सकेंगे. ट्रेलर में कुछ रहस्य उजागर होता है, यदि लोग उसे पकड़ सकें,तो.’’

जबकि फिल्म ‘‘तेरा इंतजार’’ के पटकथा लेखक व निर्देशक राजीव वालिया कहते हैं- ‘‘हमने कड़ी मेहनत करके इस रोचक फिल्म का निर्माण किया है.’’

‘‘भाग्यश्री फिल्मस’’ के बैनर तले फिल्म‘‘ तेरा इंतजार’’ का निर्माण मिसेस अमान मेहता व बिजल मेहता तथा सहनिर्माण प्रेम सिंह,पंकज ठक्कर व मंज संघवी ने किया है.

उदित नारायण, उषा खन्ना और अनु मलिक को मिला लता मंगेशकर सम्मान

गीत-संगीत को बढ़ावा देने के लिए मध्य प्रदेश में प्रतिष्ठित राष्ट्रीय लता मंगेशकर सम्मान से कलाकारों को सम्मानित किया जाता है. हर साल की तरह इस बार भी इस प्रतिष्ठित राष्ट्रीय सम्मान से संगीत के क्षेत्र के तीन विभूतियों को सम्मानित किया गया. गुरुवार रात को वर्ष 2012 के लिए उषा खन्ना, वर्ष 2015 के लिए उदित नारायण तथा वर्ष 2016 के लिए अनु मलिक को यह सम्मान प्रदान किया गया. आपको बता दें कि यह सम्मान वर्ष 1984 में स्थापित किया गया था और अब तक 28 विभूतियों को इस प्रतिष्ठित सम्मान से सम्मानित किया जा चुका है.

समारोह में वित्त मंत्री तथा इंदौर जिले के प्रभारी जयंत मलैया ने उन्हें यह सम्मान प्रदान करते हुए कहा कि प्रदेश में गीत-संगीत को बढ़ावा देने के लिए यह पुरस्कार स्थापित किया गया है. वहीं समारोह को संबोधित करते हुए पर्यटन एवं संस्कृति राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) सुरेंद्र पटवा ने कहा कि मध्य प्रदेश की देश में कला, गीत, संगीत संस्कृति तथा पर्यटन के क्षेत्र में विशेष पहचान है.

सम्मान मिलने के बाद प्रसिद्ध गायक उदित नारायण ने कहा, यह खुशी की बात है कि मध्य प्रदेश शासन ने मुझे इसके काबिल समझा और इस सम्मान से अलंकृत किया है. लता मंगेशकर के नाम से सम्मान मिलना मां सरस्वती का आशीर्वाद मिलने के बराबर है.

अवार्ड मिलने के बाद प्रसिद्ध संगीतकार उषा खन्ना ने कहा, “मैं मध्य प्रदेश में जन्मी हूं. लता मंगेशकर के नाम से पुरस्कार मिलना मेरे लिए सबसे बड़ा आशीर्वाद है.” उनका कहना है कि गायक एवं संगीतकार एक-दूसरे के बगैर अधूरे हैं.

वहीं प्रसिद्ध संगीत निर्देशक अनु मलिक ने कहा, लता मंगेशकर के नाम से स्थापित पुरस्कार मिलना अपने आप में सबसे बड़ा सम्मान है. सम्मान की परंपरा से कला एवं संस्कृति को बढ़ावा मिलता है.

चीन के आर्थिक गलियारे को चुनौती देने की तैयारी में जापान

वन बेल्ट वन रोड नीति के तहत चीन के विस्तार को नाकाम करने के लिए जापान भारत, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया को एक साथ लाना चाहता है. इसके लिए वह इन चारों देशों के नेताओं के बीच रणनीतिक वार्ता का प्रस्ताव देगा.

जापान के विदेश मंत्री तारो कोनो ने एक अखबार को दिए साक्षात्कार में यह बात कही. कोनो ने कहा, उम्मीद है कि प्रधानमंत्री शिंजो आबे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप से 6 नवंबर को होने वाली अपनी मुलाकात के दौरान इस संबंध में प्रस्ताव रखेंगे. इस प्रस्ताव में जापान भारत, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया के नेताओं को दक्षिणपूर्व, दक्षिण और मध्य एशिया की समस्त भूमि और समुद्र के दायरे के अलावा मध्यपूर्व और अफ्रीका तक मुक्त व्यापार और रक्षा सहयोग को प्रोत्साहित करने के लिए कहा जाएगा.

अखबार ने कोनो के हवाले से कहा, हम ऐसे युग में हैं जिसमें जापान को कूटनीतिक रूप से जोर लगाते हुए एक बड़ी रणनीतिक तस्वीर बनानी है. कोनो ने कहा, इस प्रस्ताव का उद्देश्य समुद्र को मुक्त और खुला बनाए रखना है. इसमें अर्थव्यवस्था और सुरक्षा के मुद्दों पर बातचीत निश्चित रूप से शामिल होगी. जापान की मंशा एशिया से अफ्रीका तक एक उच्च स्तरीय बुनियादी ढांचा तैयार करने की है.

जापानी नेता का यह बयान ऐसे समय आया है, जिससे पहले मंगलवार को चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के महाधिवेशन में राष्ट्रपति शी जिन¨पग के महत्वाकांक्षी वन बेल्ट वन रोड योजना पर मुहर लगाई जा चुकी है. इससे इस योजना का महत्व और बढ़ चुका है. उस पर सफलता हासिल करने के लिए दबाव भी बढ़ गया है. चीन इस योजना के जरिये पूरी दुनिया पर दबदबा बनाने की जुगत में है. वन बेल्ट वन रोड के जरिए चीन की 60 से अधिक देशों को जोड़ने की योजना है.

भारत वन बेल्ट वन रोड में शामिल हो : शुआंग

चीन ने कहा है कि भारत को राष्ट्रपति शी जिनपिंग की महत्वाकांक्षी वन बेल्ट वन रोड योजना पर अपनी आपत्तियां छोड़ देनी चाहिए और इसमें शामिल हो जाना चाहिए. चीन ने कहा कि इससे कश्मीर मुद्दे पर बीजिंग का रुख नहीं बदलेगा.

चीन के विदेश मंत्रलय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने यहां कहा, हम वन बेल्ट वन रोड पहल में भागीदारी के लिए भारत समेत अन्य देशों का स्वागत करते हैं. इस योजना का उद्देश्य सभी देशों की साझा समृद्धि और क्षेत्रीय देशों के बीच संपर्क को बढ़ावा देना है. यह पहल संबंधित मुद्दों पर चीन के रुख को प्रभावित नहीं करेगी. संबंधित पहलों पर हमारी स्थिति में कोई बदलाव नहीं आएगा. गौरतलब है कि वन बेल्ट वर रोड योजना में चीन-पाक आर्थिक गलियारा (सीपीईसी) भी शामिल है, जो पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से होकर गुजरेगा.

सबसे कठिन दौर में है नवाज शरीफ का राजनीतिक जीवन

पद तो वह पहले ही गंवा चुके थे, अब पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के खिलाफ वारंट भी जारी हो गया है. वैसे इसे कानूनी कार्रवाई का एक हिस्सा भर ही माना जाना चाहिए, क्योंकि सुप्रीम कोर्ट द्वारा जारी यह वारंट जमानती है, जिसका मतलब है कि वह आसानी से जमानत हासिल करके फिलहाल तो जेल जाने से बच जाएंगे.

हालांकि नवाज शरीफ अभी पाकिस्तान में नहीं हैं. वह लंदन में हैं, जहां उनकी पत्नी कुलसुम का कैंसर का इलाज चल रहा है. लेकिन कानूनी प्रक्रिया जिस तरह से और जिस तेजी से बढ़ रही है, उसमें उनके लंदन से न लौटने की अटकलें भी जोर पकड़ने लगी हैं. नवाज शरीफ इसके पहले भी जनरल परवेज मुशर्रफ के कार्यकाल में लंबे समय तक पाकिस्तान से बाहर राजनीतिक वनवास भोग चुके हैं. हालांकि इस बार उनकी मुश्किलें बहुत ज्यादा हैं.

पाकिस्तान की अति सक्रिय न्यायपालिका जिस तरह से कभी परवेज मुशर्रफ के पीछे पड़ गई थी, अब नवाज शरीफ के पीछे पड़ी हुई है. एक तर्क यह भी दिया जा रहा है कि नवाज शरीफ के लिए बचने का सबसे अच्छा तरीका यही है कि वह पाकिस्तान न लौटें. ठीक वैसे ही, जैसे खुद को न्यायपालिका की सक्रियता से बचाने के लिए मुशर्रफ देश छोड़कर चले गए थे. इससे उन लोगों का स्वार्थ भी सिद्ध हो जाएगा, जो नवाज को सत्ता से बाहर रखना चाहते हैं.

माना जाता है कि पनामा पेपर्स के मामले में भ्रष्टाचार के तमाम आरोपों के बावजूद अभी भी वह वहां सबसे लोकप्रिय नेता हैं. पिछले दिनों जब उन्हें पद के साथ ही नेशनल असेंबली की सदस्यता गंवानी पड़ी, तो उन्होंने खाली हुई सीट से अपनी पत्नी कुलसुम को चुनाव लड़वाया, जिन्होंने भारी अंतर से जीत हासिल की.

ताजा प्रकरण को कैसे देखा जाए, इसे लेकर कई तरह की राय है. यह पूरी दुनिया में माना जाता है कि पाकिस्तान का सबसे बड़ा सत्ता केंद्र वहां की सेना है. उसके मुकाबले वहां की राजनीतिक सत्ता काफी कमजोर है, फिर भी एक ताकत की तरह वह सदा बनी रहती है. यहां तक कि तब भी, जब वहां सैनिक शासन होता है.

पिछले कुछ साल से वहां की न्यायपालिका भी एक सत्ता केंद्र के रूप में उभर रही है. वहां सिविल सोसायटी के नाम पर चलने वाले कुछ संगठन भी हैं, जो उसे लगातार शह देते हैं. न्यायपालिका से हम उम्मीद करते हैं कि वह व्यवस्था को एक स्पष्ट रूप देगी. लेकिन यह भी माना जाता है कि पाकिस्तानी न्यायपालिका की अति सक्रियता ने वहां के सत्ता समीकरण को सुलझाने की बजाय और उलझा दिया है. यही वजह है कि नवाज शरीफ के सत्ता से हटते ही अब वहां सैनिक शासन की अटकलें तेज हो गई हैं.

इसे देखने का एक दूसरा तरीका यह है कि पाकिस्तान की न्यायपालिका ने शिखर के भ्रष्टाचार से टकराने की हिम्मत दिखाई है. भ्रष्टाचार जन-जीवन को किस तरह प्रभावित कर रहा है, पाकिस्तान के लोग इसे अच्छी तरह समझते हैं. इसीलिए न्यायपालिका की इस सक्रियता को वहां समर्थन भी मिल रहा है. भले ही इसकी कीमत उस मुल्क को राजनीतिक अस्थिरता के रूप में चुकानी पड़ रही हो.

यहां हमें इस बात पर भी ध्यान देना होगा कि जिन पनामा पेपर्स में नवाज शरीफ और उनके परिवार पर कदाचार के छींटे उछले थे, उनमें दुनिया की कई बड़ी हस्तियों के नाम थे. उनमें रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भी थे, अर्जेटीना के राष्ट्रपति भी थे, सऊदी अरब के शाह भी और आइसलैंड के प्रधानमंत्री भी. इसके अलावा भारत की तकरीबन 500 बड़ी हस्तियों के नाम इसमें थे. किसी भी देश में कुछ नहीं हुआ, जबकि पाकिस्तान का पूरा तंत्र ही हिल गया. क्या यह उम्मीद की जाए कि पाकिस्तान में जो हुआ, उसका असर बाकी जगह भी दिखेगा?

अयोध्या में दीवाली आयोजन के बाद वायरल हुई सीता की हौट फोटो

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने अयोध्या में दीवाली पूजन के समय जिन राम, सीता और लक्ष्मण की आरती उतारी, वह दिल्ली के युवा मौडल थे. आयोजन से केवल 4 दिन पहले उनको यह बताया गया कि उनको राम, सीता और लक्ष्मण के किरदार निभाने हैं.

मौडलिंग और फिल्मों की अपनी अलग दुनिया होती है. कई तरह की पार्टी और फोटो शूट भी होते हैं. सीता बनी आंचल घई के हौट फोटो मीडिया में वायरल हो रहे हैं.

इनमें कुछ कम कपडों में हैं, तो एक फोटो में सीता का किरदार निभाने वाली आंचल कोई ड्रिंक हाथ में लिये हुये हैं.

सोशल मीडिया पर इन फोटो को अयोध्या के आयोजन की खबर और फोटो के साथ ट्रेंड किया गया है. असल में उत्तर प्रदेश की सरकार ने दीवाली में इन कलाकारों को राम, सीता और लक्ष्मण के पहनावे में हेलीकाप्टर से अयोध्या में उतारा. सरकार के द्वारा एक नाटकीय रूपातंरण किया गया. जिस तरह दीवाली की कहानियों में राम सीता और लक्ष्मण पुष्पक विमान से लंका विजय के बाद अयोध्या आये थे तो अयोध्या में रहने वालों ने उनकी आरती उतारी और दीपों से अयोध्या को सजाया था.

राम, सीता और लक्ष्मण बने हेमंत, आंचल और विक्रांत ठाकुर हेलीकाप्टर से राम सीता और लक्ष्मण की पूरी पोशाक में उसी वेशभूषा में अयोध्या में उतरे तो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल राम नाइक ने उनका स्वागत किया. मुख्यमंत्री ने तो राम का स्वागत अयोध्या के महाराज के रूप में किया. दिल्ली के रहने वाले 20 साल के हेमंत ने राम का किरदार निभाया. अपने किरदार के बारे में हेमंत ने बताया कि 4 दिन पहले उनको इस बात का पता चला. इसके बाद रामायण सीरियल को देखकर इसकी पूरी तैयार की. सबसे खास बात राम की तरह छाती चौडी करके चलना, चेहरे का भाव, ज्वेलरी और धनुष को लेकर चलना था.

लक्ष्मण का किरदार निभाने वाले 25 साल के विक्रांत ठाकुर उत्तर प्रदेश के मुज्जफरनगर के रहने वाले हैं. उन्होंने कुछ मराठी फिल्में भी की हैं. विक्रांत ने यूटयूब पर रामायण को देखकर अपने किरादार की तैयारी की. विक्रांत ने कहा कि राम और सीता पूरी तरह से भगवान लग रहे थे. उनके साथ खुद को देखकर रोमांच सा हो रहा था. विक्रांत इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर चुके हैं.

सीता बनने वाली आंचल घई 22 साल की हैं. वह 2 साल से दिल्ली में मौडलिंग कर रही हैं. 4 दिन में सीता के पूरे किरदार को निभाने का रिहर्सल किया. रोज 8 से 10 घंटे मेहनत की. वैसे उनको कुछ बोलना नहीं था पर सीता की तरह से दिखना, चलना, उनके कपड़े पहनना सब बड़ा मुश्किल काम था. आंचल ने बताया कि जब मुख्यमंत्री और राज्यपाल सहित कई लोग उनकी आरती उतार रहे थे तो काफी अलग अनुभव हो रहा था.

सीता बनी आंचल की फोटो को लेकर लोग तरह तरह के कमेंट भी कर रहे हैं. ऐसा पहली बार नहीं हुआ है. इसके पहले रामायण में सीता का किरदार निभाने वाली दीपिका के कुछ फोटो भी आये थे. जिनपर हंगामा हुआ था. असल में इस तरह का किरदार निभाने वालों को लोग धार्मिक अवतार समझ लेते हैं. ऐसे में जब इन किरदारों को निभाने वालों के ऐसे वैसे फोटो सामने आते हैं तो पूरा हंगामा हो जाता है. उत्तर प्रदेश की सरकार ने जिस तरह से अयोध्या के आयोजन को धार्मिक रंग दिया. उससे प्रदेश की जनता इन कलाकारों को अपना आदर्श समझ बैठी थी. जब सीता का किरदार निभाने वाली आंचल के हौट फोटो वायरल हुये तो जनता भौचक्की रह गई.

आमतौर पर ऐसे किरदारों को निभाने वाले कलाकार रंगमंच और रामलीला से जुड़े होते हैं. अयोध्या में दीवाली पूजन का पूरा कार्यक्रम बहुत भव्य और प्रोफेशनल तरीके से तैयार किया गया था, इसलिये इसमें रामलीला की जगह पर मौडलिंग और एक्टिंग करने वाले कलाकारों को लिया गया. यह कलाकार देखने में रामलीला के  कलाकारों से अधिक सुदंर दिखते हैं. आज मीडिया के इस दौर में फोटो में अच्छा दिखना भी एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है. अब सीता बनी आंचल के पुराने फोटो सामने आने से एक हंगामा सा हो गया. इससे यह भी पता चल गया कि अयोध्या के आयोजन को खास बनाने के लिये हर तरह से परफेक्ट काम किया गया.

धोनी की बेटी जीवा ने गाया मलयाली गाना, लोगों ने कहा वाह…

टीम इंडिया के धुरंधर खिलाड़ी महेंद्र सिंह धोनी की बेटी जीवा क्यूट स्टार किड्स में शुमार है. तभी तो उनकी तस्वीरें और वीडियो अक्सर सोशल मीडिया पर धूम मचाती रहती हैं.

धोनी और उनकी पत्नी साक्षी सोशल मीडिया पर जीवा की तस्वीर शेयर करते रहते हैं. हाल ही में जीवा का 36 सेकेंड का शानदार वीडियो वायरल हुआ है. जिसमें जीवा क्यूट एक्सप्रेशन के साथ मलयाली गाना गाती हुए नजर आ रही हैं.

लेकिन जहां कुछ लोगों द्वारा इस वीडियो पसंद किया गया, किसी ने उनकी तारिफ की, किसी ने कहा वाह…तो वहीं कुछ लोग ऐसे भी थे जिन्होंने इस वीडियो पर सवालिया निशान लगाया.

सोशल मीडिया पर लोगों ने कहा कि जीवा इतनी छोटी है, फिर भी उन्होंने मलयाली भाषा के गाने को इतनी आसानी से गा लिया, जबकि ये भाषा बहुत कठिन है. लोग जानना चाहते हैं कि आखिर जीवा ने कैसे मलयाली सीखी.

मालूम हो कि जीवा का खुद का इंस्टाग्राम अकाउंट भी है. यह अकाउंट उनके पापा धोनी ने बनाया है. इस अकाउंट में आपको जीवा की कई सारी तस्वीरें देखने को मिलेगी.

धोनी और साक्षी के लिए जीवा बहुत ही स्पेशल है.  बता दें कि उनकी बेटी जीवा का जन्म 6 फरवरी 2015 को हुआ था. अपनी बेटी जीवा के जन्म के समय धोनी घर पर नहीं थे, जिसकी वजह से साक्षी को जीवा को जन्म की खबर अपने पति से पहले सुरेश रैना को देनी पड़ी थी. दरअसल धोनी उस समय भारतीय क्रिकेट टीम के साथ थे और साल 2015 में होने वाले विश्व कप की तैयारियां कर रहे थे. प्रैक्टिस करते वक्त उनका दिमाग डाइवर्ट न हो जाए इसलिए वह अपने पास मोबाइल नहीं रखते थे. इसलिए जब जीवा का जन्म हुआ तब साक्षी ने इसकी जानकारी सुरेश रौना को फोन पर दी, फिर रैना ने ये खुशखबरी जा कर धोनी को बताई थी.

जियो का दूसरी कंपनी के यूजर्स भी बिना नंबर बदले ले सकते हैं मजा

रिलायंस जियो अपने ग्राहको की सुविधा को ध्यान मे रखते हुए और उनको राहत देने के लिए के लिए नए नए आफर्स और स्किम लेकर आती रहती है. लेकिन अगर आप किसी अन्य कम्पनी का नंबर प्रयोग करते हैं और रिलायंस जियो की अनलिमिटेड इंटरनेट सेवाओं का मजा लेना चाहते हैं तो ये खबर आपको लिए है. जी हां हम बिल्कुल भी मजाक नहीं कर रहे हैं, ये सच है कि आप अपने मोबाइल नंबर को बिना बदले रिलायंस जियो की सेवाओं का फायदा उठा सकते हैं क्योंकि अब जियो भी आपको नंबर पोर्टिब्लिटी की सुविधा दें रहा है.

जियो की सेवाओं का लाभ लेने के लिए अब आपको सिर्फ एक छोटा सा काम करना होगा. इसके लिए आपको मोबाइल नंबर पोर्टिब्लिटी (MNP) का इस्तेमाल करना होगा. इसकी मदद से आप कंपनी या जगह बदलने के बावजूद भी अपने पुराने नंबर को चालू रख सकते हैं. हो सकता है कि पोर्ट करवाने के दौरान आपका नंबर दो-तीन घंटे के लिए काम न करे, लेकिन कुछ घण्टों बाद ही आपकी सेवा को पुन: शुरू कर दिया जाएगा.

क्या है एमएनपी सेवा

बता दें कि एमएनपी सेवा की मदद से देशभर के किसी भी कंपनी के यूजर किसी भी कंपनी को चुन सकते हैं और अपना नंबर बदले बिना जियो की अनलिमिटेड सेवाओं का मजा ले सकते हैं.

ऐसे कराएं MNP

सबसे पहले आपको अपने मौजूदा टेलीकाम आपरेटर को नंबर पोर्ट कराने की जानकारी देनी होगी. जानकारी देने के लिए आपको PORT लिखकर 1900 पर मैसेज करना होगा. इसके जवाब में आपको 1901 नंबर से यूनीक पोर्टिंग कोड मिलेगा. जिसकी वैधता 15 दिन की होगी. अब किसी रिलायंस मोबाइल स्टोर या रिटेलर के पास जाएं. यहां पर कस्टमर एप्लिकेशन फार्म भरने के दौरान पोर्टिंग कोड डाले और इसके साथ जरूरी कागजात (आईडी प्रूफ, एड्रेस प्रूफ और एक पासपोर्ट फोटो की कापी) जमा करवाएं.

इन सभी प्रक्रियाओं को अपनाकर आप आसानी से अपना नंबर पौट करा सकते हैं और जियो की सभी सेवाओं को लाभ ले सकते हैं.

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