Download App

विराट ने खोली अपनी टीम के साथियों की पोल, देखिए ये मजेदार वीडियो

भारतीय कप्तान विराट कोहली दुनिया के सबसे फिट खिलाड़ियों में से एक हैं. वह जिम में समय बिताने के साथ-साथ स्वस्थ रहने के लिए अपनी डाइट पर भी बहुत ध्यान देते हैं. वेब सीरीज ‘ब्रेकफास्ट विद चैम्पियंस’ में विराट कोहली ने बताया कि वह कैसे खुद को इतना फिट रखते हैं.

कोहली ने यह भी बताया कि वह ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर में क्या लेते हैं. कोहली के दिन की शुरुआत भारी-भरकम ब्रेकफास्ट से होती है, जिसमें तीन अंडों का आमलेट और एक पूरा अंडा होता है. इसके अलावा वह पालक, काली मिर्च और पनीर लेते हैं. इसे खत्म करने के बाद वह ग्रिल्ड बेकन या मछली खाते हैं.

फलों में पपीता, खरबूजा होता है. ब्रेक फास्ट नींबू वाली ग्रीन टी के साथ खत्म होता है. चौंकिए नहीं वाकई इतना सिर्फ कोहली का ब्रेकफास्ट था. लेकिन 29 साल के कोहली का लंच इतना भारी-भरकम नहीं होता. इसमें कोहली सिर्फ ग्रिल्ड चिकन, मसले हुए आलू, पालक और सब्जियां खाते हैं. डौक्टरों का कहना है कि डिनर हमेशा हल्का होना चाहिए इसलिए कोहली ज्यादातर सी फूड खाते हैं. उनकी डाइट में प्रोटीन की मात्रा सबसे ज्यादा होती है.

इस प्रोग्राम में कोहली ने महेंद्र सिंह धोनी संग अपने रिश्तों पर भी राय रखी। विराट कोहली ने कहा कि धोनी के साथ उनकी आपसी समझ और मजबूत होती जा रही है और उन्हें इस बात का गर्व है कि कोई भी बाहरी ताकत इन दोनों के बीच दोस्ती पर असर नहीं डाल पाई है. कोहली ने कहा, ‘‘काफी लोग हमारे बीच मतभेद की खबरें उड़ाने की कोशिश करते हैं. सबसे अच्छी बात है कि न तो वह इन लेखों को पढ़ते हैं और न ही मैं. और जब लोग हमें साथ में देखते हैं तो वे हैरान होते हैं कि ‘हम दोनों के बीच मतभेद नहीं थे’. हम आपस में काफी हंसते हैं और कहते हैं कि हमें नहीं पता कि ऐसा कुछ था. ’

ये हैं टीम के मजाकिया किरदार’

कोहली के अनुसार टीम के दो मजाकिया किरदार हार्दिक पंड्या और शिखर धवन हैं. उन्होंने कहा, ‘‘हार्दिक पंड्या के पास आईपोड है लेकिन इसमें अंग्रेजी के ही गाने डाउनलोड किये हुए हैं. वह इन अंग्रेजी गानों के पांच अक्षर तक नहीं जानता. वह सिर्फ इनकी धुन पर ही मटकता है, हार्दिक एंटरटेनर है. उसके जैसा खोया हुआ आदमी मैंने जिंदगी में नहीं देखा. ’’

यह किस्सा भी सुनाया’

उन्होंने कहा, ‘‘वह कुछ भी कह सकता है. कुछ दिन पहले वह अश्विन के बारे में कुछ बताने की कोशिश कर रहा था. तो उसने कहा, ‘यार वो रवि कश्यप अश्विन (रविचंद्रन अश्विन) क्या बौलिंग करता है’. वह अपनी जुबान पर लगाम नहीं रखता, लेकिन वह साफ दिल का इंसान है.

धवन के बारे में कोहली ने रणजी ट्राफी के दिनों का वाकया याद किया, उन्होंने कहा, ‘‘रणजी मैच में हमारा विकेट कीपर पुनीत बिष्ट था, शिखर पहली स्लिप में खड़ा था और मैं दूसरी में. इस मैच के दौरान एक नया खिलाड़ी टीम में आया था और वह हमेशा मेरे पास आकर कहता कि कितना अच्छा बल्ला है और कितने अच्छे जूते हैं. वह ड्रेसिंग रूम में मेरे पीछे खड़ा दिखता था. ’’

उन्होंने कहा, ‘‘क्षेत्ररक्षण करते हुए मैंने पुनीत से कहा कि मुझे इससे खीझ होती है. पुनीत ने कहा कि मैं जानता हूं, लेकिन वह बुरा लड़का नहीं है. अब हमारे शिखर धवन ने अपना जादुई दिमाग चलाया. उसने कहा, ‘मुझे लगता है कि वह तुम्हारी नोटबुक में आना चाहता है’. मैंने उससे पूछा, ‘नोटबुक’. शिखर ने कहा, ‘यह वो किताब है जिसमें हर कोई आना चाहता है.’ तब मुझे पता चला कि वह क्या कहना चाहता था. मैं और पुनीत इस बात पर बहुत हंसे. ’’

फोर्ड के इस मौडल ने तोड़े सारे रिकार्ड, अमेजन पर हुई बंपर सेल

फोर्ड की नई इकोस्पोर्ट (EcoSport) ने अपने लौन्च से पहले ही एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है. ग्राहकों ने अपनी पसंदीदा कौम्पैक्ट एसयूवी की 123 कारों को 5 नवंबर के शुरुआती घंटों के दौरान औनलाइन बुकिंग माध्यम से बुक किया है.

यह नई फोर्ड इकोस्पोर्ट का लिमिटेड एडीशन था जो केवल अमेजन पर 24 घंटे के लिए उपलब्ध था. 5 नवंबर की आधी रात से शुरू हुए इस औफर में सभी 123 कारें ग्राहकों ने सुबह 10 बजे तक मात्र 10,000 रुपये का भुगतान कर बुक कर ली. इकोस्पोर्ट को भारत की सबसे सक्षम कौम्पैक्ट एसयूवी कहा जाता है.

फोर्ड इंडिया के मार्केटिंग उपाध्यक्ष राहुल गौतम ने कहा, ‘अमेजन पर इतनी भारी प्रतिक्रिया यह दर्शाती है कि लोगों का भरोसा ब्रांड ईकोस्पोर्ट में बना हुआ है. हमारी कौम्पैक्ट SUV पैसों के हिसाब से बेजोड़ मूल्य प्रदान करना जारी रखेगी. हम आश्वस्त हैं कि ग्राहक इस नई इकोस्पोर्ट में मौजूद सुविधाओं से प्रभावित होंगे.’

कंपनी ने नई इकोस्पोर्ट में छह-स्पीड औटोमैटिक ट्रांसमिशन के साथ 1.5 लीटर पेट्रोल इंजन के तीन सिलेंडर दिए हैं. नई इकोस्पोर्ट टाइटेनियम प्लस ट्रिम टौप वेरिएंट में उपलब्ध थी. नए पेट्रोल इंजन में 123 PS की सर्वश्रेष्ठ पीक क्षमता और 17 किमी प्रति लीटर का उत्कृष्ट माइलेज देती है.

सुरक्षा का वादा करती इकोस्पोर्ट में छह एयरबैग दिए गए हैं. औल-न्यू इकोस्पोर्ट में एक विशिष्ट फोर्ड हस्ताक्षर वाली जाली और बड़े प्रोजेक्टर हेडलैंप और कोहरे के लिए लैंप (बेजेल) दिए गए हैं. नए उपकरण पैनल और सिंक 3 में उच्च-रिजौल्यूशन वाले 8 इंच के फ्लोटिंग टच स्क्रीन मौजूद है. जिसमें एपल कार प्ले और एंड्रायड औटो से कनेक्ट करने की सुविधा है.

‘बाहुबली’ की देवसेना अब बनेंगी ‘भागमती’, फर्स्ट लुक हुआ रिलीज

‘बाहुबली’ की देवसेना के रूप में दुनियाभर के लोगों को अपना दीवाना बना चुकी दक्षिण भारतीय फिल्मों की लोकप्रिय अदाकारा अनुष्का शेट्टी इन दिनों अपनी आगामी फिल्म ‘भागमती’ को लेकर सुर्खियों में बनी हुई हैं. इस फिल्म का फर्स्ट लुक भी रिलीज हो गया है.

‘बाहुबली’ के बाद यह अनुष्का की पहली फिल्म होगी. अनुष्का ने अपनी पिछली फिल्म ‘बाहुबली’ में देवसेना की भूमिका को बेहद ही दमदार ढंग से पर्दे पर उतारा था, अब इस पोस्टर को देखकर लगता है वह एक बार फिर अपने दमदार किरदार से धमाल मचाने के लिए बिल्कुल तैयार हैं.

हालांकि अब तक उनकी इस फिल्म के बारे में और कोई भी जानकारी हासिल नहीं हो पाई है. लेकिन फिल्म का फर्स्ट लुक इतना दमदार है कि किसी को भी इस फिल्म के बारे में और भी जानने की जिज्ञासा होने लगेगी.

इस फिल्म के पहले पोस्टर में अनुष्का की हथेली पर एक बड़ा सा छेद दिखाई दे रहा है, जिसमें से काफी खून निकल रहा है. वहीं दूसरे हाथ में उन्होंने एक हथौड़ा पकड़ा हुआ है.

आपको बताते चलें कि फिल्मकार जी. अशोक के निर्देशन में बनी इस फिल्म में उन्नी मुकुंदन और आदी पिनिसेट्टी भी अहम किरदार में नजर आने वाले हैं. इनके अलावा मलयालम अभिनेता जयराम भी फिल्म में दिखाई देंगे. खबरों के मुताबिक यह एक हारर थ्रिलर फिल्म है. इस फिल्म को तमिल, तेलुगु और मलयालम भाषाओं में बनाया जा रहा है.

अब दर्शक अनुष्का की इस फिल्म को लेकर काफी उत्साहित हैं. इस लुक को अनुष्का के जन्मदिन के खास मौके पर जारी किया गया है. वहीं इस पोस्टर पर भी ‘हैप्पी बर्थ डे अनुष्का’ लिखा हुआ दिखाई दे रहा है.

‘बाहुबली’ की दोनों सीरीज की अपार सफलता ने अनुष्का को दुनियाभर में एक खास पहचान दिलाई है. फिल्म में अनुष्का और प्रभास को साथ रोमांस करते हुए देखा गया था.

यही नहीं, उनकी आन-स्क्रीन के साथ ही आफ-स्क्रीन केमिस्ट्री ने भी जमकर सुर्खियां बटोरी, हालांकि दोनों स्टार्स अपनी रिलेशनशिप पर कुछ भी बोलने से बच रहे थे. अब खबरें आ रही हैं कि इस साल दिसंबर में दोनों शादी करने जा रहे हैं.

जानिए IMEI नंबर का क्या है महत्व, मोबाइल फोन में क्या है इसकी अहमियत

फोन को रजिस्टर करना हो या इंटरनेट पर उसे बेचना हो. अक्सर ऐसे में फोन के IMEI नंबर की जरुरत पड़ती है. अगर कभी फोन चोरी हो जाए तो उसकी पुलिस में रिपोर्ट करवाने के लिए भी IMEI नंबर लिखवाना पड़ता है. इससे आपको IMEI नंबर की महत्ता तो पता चल ही गई होगी.

यूं तो यह नंबर फोन के बौक्स पर भी मौजूद होता है. लेकिन अक्सर लोग बौक्स संभाल के नहीं रखते और बाद में इस कारण परेशानी उठानी पड़ती है. हम आपको बताते हैं की किस तरह आप अपने फोन के IMEI नंबर का पता लगा सकते हैं.

क्या होता है IMEI नंबर?

IMEI यानि International Mobile Station Equipment Identity एक यूनिक नंबर होता है. इसे आधिकारिक तौर पर बेचे गए हर हैंडसेट के साथ उपलब्ध कराया जाता है.

फोन चोरी होने के बाद पुलिस भी इस नंबर से ही आपका फोन ढूंढ सकती है. इसी नंबर से पुलिस आपके चोरी हुए फोन को ब्लैकलिस्ट कर सकती है, जिससे फोन का गलत इस्तेमाल ना किया जा सके.

IMEI नंबर का सम्बन्ध सिम स्लौट से होता है. इसी कारण से ड्यूल सिम फोन के दो IMEI नंबर होते हैं. फोन के अलावा हर उस गैजेट का IMEI नंबर होता है जिसमे सिम का प्रयोग किया गया हो.

कैसे पता लगाएं क्या है आपका IMEI नंबर

USSD कोड के जरिए

  • अपने फोन का IMEI नंबर पता लगाने का सबसे आसान तरीका है USSD कोड. यह कोड लगभग सभी फीचर फोन और स्मार्टफोन्स पर काम करता है.
  • सबसे पहले अपने फोन पर *#06# डायल करें.
  • इसके बाद फोन की स्क्रीन पर IMEI नंबर दिखने लगेगा.
  • इस नंबर को नोट कर के सुरक्षित रख लें.

फोन की सेटिंग्स से करें पता

एंड्रौयड फोन का तरीका

  • एंड्रायड फोन पर IMEI नंबर जानने के लिए सेटिंग्स में जाएं.
  • इसके बाद अबाउट में जाकर IMEI में चलें जाएं.
  • इसके बाद स्टेटस पर टैप करें और स्क्रीन को नीचे की ओर स्क्रौल करके IMEI नंबर पता लग जाएगा.

आईफोन का तरीका

  • आईफोन पर IMEI पता लगाने के लिए सीटिंग में जाएं, इसमें जनरल को चुनें, इसके बाद अबाउट में जाएं. इसके बाद आपको स्क्रीन पर IMEI नंबर दिख जाएगा.

फोन खो गया हो तो ऐसे लगाएं IMEI नंबर का पता

अगर आपके पास फोन का बौक्स या बिल में से कुछ भी है तो आपको इस नंबर का पता आसानी से लग जाएगा. हर फोन के रिटेल बौक्स ओर बिल दोनों पर ही IMEI नंबर दिया होता है.

फेसबुक के इस ‘एनवेलप’ से आप भी भेज सकेंगे पैसे

अपने यूजर्स के लिए नए-नए फीचर पेश करने वाली सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक दो और नए फीचर पेश करने की दिशा में काम कर रहा है. मीडिया रिपोटर्स के मुताबिक फेसबुक जल्द ही दो नए फीचर पर काम शुरू कर सकता है. ‘रेड एनवेलप’ (red envelope) जिसके जरिए यूजर रुपये भेज सकते हैं और ‘ब्रेकिंग न्यूज’ (breaking news) जिसके जरिए प्रकाशक अपने आसपास घटित नवीनतम घटनाओं से लोगों को अवगत करा सकते हैं. इन दोनों नई विशेषताओं का आधिकारिक रूप से अभी तक परीक्षण नहीं किया गया हैं.

औनलाइन प्रकाशन द नेक्स्ट वेब के निदेशक मैट नवार ने इसे पहली बार देखा. एक प्रौद्योगिकी वेबसाइट (technology website) से बात करते हुए फेसबुक ने पुष्टि की कि ‘ब्रेकिंग न्यूज’ टैग भविष्य के परीक्षण के लिए था, लेकिन वह इस बारे में अधिक जानकारी देने से मना कर दिया. इस वेबसाइट ने कहा कि फेसबुक ने न ही ‘रेड एनवेलप’ की सुविधा के बारे में जानकारी दी और न ही इसके अस्तित्व को अस्वीकार किया है. फेसबुक के प्रतिनिधि के हवाले से बताया गया, “फेसबुक हमेशा नई चीजों का परीक्षण करता रहता है लेकिन इस समय बात करने के लिए कुछ खास नहीं है.”

रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि हो सकता है कि यह फीचर कभी लान्च ही न हो. इस साल की शुरुआत में फेसबुक ने अपने मैसेंजर एप के अंदर समूह भुगतान सुविधा को लान्च किया था जिससे उपयोगकर्ता एक समूह में सभी सदस्यों या व्यक्तिगत रूप से एक व्यक्ति को भुगतान कर सकते हैं.

फेसबुक अमेरिका और यूरोप भर में प्रकाशकों के छोटे समूहों के साथ ऐंड्रायड उपकरणों पर अपने इंस्टैंट आर्टिकल फीचर में पेवाल का भी परीक्षण कर रहा है. फेसबुक मीट्रिक मौडल और फ्रीमियम मौडल दोनों के लिए इंस्टैंट आर्टिकल में सदस्यता-आधारित समाचार उत्पादों का समर्थन करेगा.

फेसबुक मैसेंजर का पेमेंट फीचर पहले ही

फेसबुक, मैसेंजर के जरिये पेमेंट फीचर पहले ही लांच कर चुकी है. इससे यूजर अपने ग्रुप के सभी सदस्यों या किसी एक को पैसा भेज सकता है. इस साल की शुरुआत में फेसबुक ने अपने मैसेंजर ऐप के अंदर समूह भुगतान सुविधा को लान्च किया था जिससे उपयोगकर्ता एक समूह में सभी सदस्यों या व्यक्तिगत रूप से एक व्यक्ति को भुगतान कर सकते हैं.

मैं मोटापे की वजह से पहले गर्भधारण नहीं कर पाई. अब वजन कम कर लिया है फिर भी समस्या आ रही है. क्या करूं.

सवाल
मैं अपने मोटापे की वजह से पहले तो गर्भधारण नहीं कर पाई पर अब जब मैं ने अपना वजन कम कर लिया है तब भी गर्भधारण करने में समस्या आ रही है. बताएं क्या करूं?

जवाब
मोटापे के कारण गर्भधारण करने में समस्या हो सकती है. लेकिन ऐसा नहीं है कि मोटी महिलाएं कभी मां नहीं बन सकती हैं. सब से पहले आप को अपने मोटापे का कारण पता लगाना होगा जैसे कि हाइपर थायराइडिज्म, हाइपो थायराइडिज्म, हारमोन असंतुलन, कुशिंग सिंड्रोम आदि. इन सभी का उपचार संभव है. अगर आप किसी स्वास्थ्य की समस्या से जूझ रही हैं तो पहले उस का उपचार कराएं, उस के बाद डाक्टर से मिल कर वजन कम करने के लिए प्लान करें. इस से स्वाभाविक रूप से गर्भधारण करने की संभावना बढ़ जाएगी. अगर इन सब प्रयासों के बाद भी आप गर्भधारण नहीं कर पाएं तो आईवीएफ का सहारा ले सकती हैं.

टीम इंडिया दोहराएगी ये 5 गलतियां तो गंवा सकती है सीरीज

राजकोट में खेले गए दूसरे टी-20 में न्यूजीलैंड ने भारत को 40 रनों से आसानी से परास्त कर दिया. इससे पहले दिल्ली में हुए पहले टी-20 मैच में भारत ने न्यूजीलैंड को 53 रनों से मात दी थी. अब इस सीरीज का तीसरा और आखिरी मुकाबला आज यानि की 7 नवंबर को तिरुवनंतपुरम ने खेला जाएगा. यह मुकाबला दोनों टीमों को लिए निर्णायक होगा, जिसमें सीरीज के विजेता का फैसला तय होगा.

दूसरे मैच में टीम इंडिया ने कई गलतियां कीं, जिसकी कीमत भारतीय टीम को हार के रूप में चुकानी पड़ी. तीसरे टी-20 मैच में होने वाले निर्णायक मुकाबले में भारतीय खिलाड़ियों को इन गलतियों को दोहराने से बचना होगा. आइए जानते हैं भारतीय टीम की गलतियों के बारे में, जिनके चलते भारत को करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा.

खराब गेंदबाजी

हालांकि राजकोट की पिच बल्लेबाजी के लिए आसान थी लेकिन इससे भारतीय गेंदबाजों की कमी को छुपाया नहीं जा सकता है. इसी पिच पर न्यूजीलैंड के गेंदबाजों ने लक्ष्य को बचाकर दिखाया है. भारतीय गेंदबाजों ने पारी की शुरुआत से ही रन लुटाना शुरू कर दिया था.

फील्डिंग में फिसड्डी

इस बात में कोई शक नहीं है कि टीम इंडिया फील्डिंग के मामले में विश्व की सर्वश्रेष्ठ टीमों में से एक हैं, लेकिन दूसरे मैच में शायद कोई दूसरी ही टीम खेलने आई थी. भारतीय फील्डरों ने कौलिन मुनरो को एक नहीं बल्कि तीन जीवनदान दिए और नतीजा ये रहा कि उन्होंने शानदार शतक जड़ दिया. युजवेंद्र चहल, श्रेयस अय्यर और रोहित शर्मा ने आसान मौके गंवाए, जिसका नतीजा टीम को भुगतना पड़ा.

ओपनर की असफलता

न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले टी-20 में टीम इंडिया के ओपनर रोहित शर्मा और शिखर धवन ने मैच विनिंग पारी खेली थी, लेकिन राजकोट में दोनों ही ओपनर स्कोर बनाने में असफल रहे. धवन को ट्रेंट बोल्ट ने पारी के दूसरे ओवर में बोल्ड कर दिया. धवन ने मात्र एक रन बनाया. इसी ओवर की आखिरी गेंद पर रोहित ने कवर पर शौट लगाने की कोशिश की, लेकिन गेंद उनके बल्ले का बाहरी किनारा लेते हुए विकेटकीपर ग्लेन फिलिप्स के हाथों में समा गई. रोहित ने 5 रन बनाए. बड़े स्कोर का पीछा करती भारतीय टीम के लिए जरूरी था लंबी ओपनिंग पार्टनरशिप. लेकिन टीम इंडिया दोनों ओपनरों के आउट होने से कभी उबर नहीं पाई और 40 रनों से मैच हार गई.

पांड्या का खराब प्रदर्शन

हार्दिक पांड्या ने अपने हरफनमौला खेल से क्रिकेट प्रेमियों को खासा प्रभावित किया है, लेकिन पिछले कई मैचों से उनकी परफार्मेंस खराब होती दिखाई पड़ रही है. पहले टी-20 में पांड्या शून्य पर आउट हो गए. राजकोट में भी वह केवल एक रन बना कर आउट हो गए. पांड्या को धोनी से पहले बल्लेबाजी के लिए भेजा गया था. ताकि वह तेज गति से रन बना सकें. इस मैच में पांड्या ने केवल एक ओवर फेंका जिसमें उन्होंने 14 रन दिए और उन्हें कोई विकेट नहीं मिला.

धोनी की धीमी बल्लेबाजी

महेंद्र सिंह धोनी को गेम फिनिश करने की उनकी खास योग्यता के लिए जाना जाता है, लेकिन राजकोट में वह ऐसा करने में असफल रहे. कप्तान विराट कोहली के साथ धोनी स्ट्राइक रोटेट भी नहीं कर पाए. इससे दोनों बल्लेबाजों पर दबाव बढ़ता गया. कोहली ने 65 रन बनाए, लेकिन दोनों के क्रीज पर रहते जरूरी रन रेट बढ़ता गया. धोनी ने अपनी पारी में 2 चौके और तीन छक्के जरूर लगाए, लेकिन यह जीत के लिए काफी नहीं थे.

शादी से पहले मुझे एक लड़की से प्यार था. अब उस लड़की की एक बेटी है. उस के मुताबिक उस का बाप मैं हूं. मैं क्या करूं.

सवाल
मेरी शादी हो चुकी है. शादी से 6 साल पहले मुझे एक लड़की से प्यार था. उस लड़की की भी शादी हो चुकी है, फिर भी हम दोनों अभी भी एकदूसरे को चाहते हैं. उस लड़की की एक बेटी भी है. उस के मुताबिक उस की बेटी का बाप मैं हूं. मैं क्या करूं?

जवाब
आप अपनी प्रेमिका को समझा दें कि अगर बेटी आप की है, तो भी उस का खुलासा करने से नुकसान ही होगा. उस का पति उसे अपनी औलाद समझता रहे, इसी में भलाई है. इस खुलासे से आप की बीवी और प्रेमिका के पति को काफी तकलीफ होगी. लिहाजा, इसे राज ही रखें. हो सके तो प्रेमिका से कम से कम मिलें.

राहुल गांधी का ऐलान, 2019 में जीते तो बदल देंगे जीएसटी

कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी का कहना है कि 2019 के आम चुनावों में अगर कांग्रेस की जीत होती है, तो वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) में व्यापक बदलाव किए जाएंगे ताकि व्यापारियों, ग्राहकों और अन्य तबकों को राहत दी जा सके.

हिमाचल प्रदेश में चुनावी रैली में उन्होंने भाजपा के भ्रष्टाचार के आरोपों पर भी पलटवार किया. राहुल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आरोपों पर पलटवार करते हुए दावा किया कि नीति आयोग की एक रिपोर्ट के अनुसार इस पर्वतीय राज्य में भ्रष्टाचार का स्तर अन्य राज्यों से कम है. विकास के मानदंडों पर हिमाचल प्रदेश भाजपा शासित गुजरात से कहीं बेहतर है. उन्होंने कहा, ‘भाजपा ने जिन रोजगारों का वादा किया था, वे कहां हैं?’ उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने कभी व्यापमं घोटाले या ललित मोदी घोटाले या भाजपा शासित राज्यों में अन्य घोटालों की बात नहीं की.

हिमाचल के पोंटा साहिब, चंबा और नगरोटा में चुनावी सभाओं को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा, ‘हम 2019 में सत्ता में आने पर जीएसटी में पूरी तरह बदलाव करेंगे ताकि इससे प्रभावित हुई जनता की परेशानियां कम हों.’ उन्होंने कहा कि आठ नवंबर को नोटबंदी को एक साल पूरा होने के मौके पर कांग्रेस के प्रस्तावित आंदोलन का उद्देश्य छोटे कारोबारियों, युवाओं, महिलाओं और किसानों की दुर्दशा को उजागर करना है जिन्हें सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है.

चीन के साथ तुलना करते हुए राहुल ने कहा कि वह हर 24 घंटे में 50 हजार लोगों को रोजगार देता है, वहीं केंद्र सरकार केवल 450 लोगों को रोजगार देती है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की प्रमुख जिम्मेदारी बेरोजगार युवाओं के लिए रोजगार निर्माण होना चाहिए. नोटबंदी पर उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को देश को बताना चाहिए कि इस प्रक्रिया में काला धन कहां मिला.

राहुल की टिप्पणी गैर जिम्मेदाराना : रविशंकर

केंद्रीय विधि एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने जीएसटी पर राहुल गांधी की टिप्पणी की आलोचना करते हुए कहा कि उनकी ‘गब्बर सिंह टैक्स’ की टिप्पणी गैर जिम्मेदाराना है और अर्थव्यवस्था पर उनकी जानकारी संदिग्ध है. साथ ही उन्होंने कहा कि जिन लोगों के संदिग्ध खाते हैं, वही आधार का विरोध कर रहे हैं. आधार सर्वाधिक सुरक्षित पहचानपत्र है और यह 130 करोड़ में से 118 करोड़ लोगों के पास है जबकि बाकी लोग इसका विरोध कर रहे हैं. आधार कार्ड से लोगों की जवाबदेही बढ़ेगी और इससे निजता के उल्लघंन की बात बेमानी है.

ममता ने जीएसटी को बताया ‘ग्रेट सेल्फिश टैक्स’

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जीएसटी को लोगों का उत्पीड़न करने और अर्थव्यवस्था को बर्बाद करने के लिए ‘ग्रेट सेल्फिश टैक्स’ (महा स्वार्थी कर) बताया. ममता ने केंद्र सरकार की कड़ी आलोचना करते हुएकहा कि नोटबंदी एक आपदा थी.

पाकिस्तान : महिलाओं के प्रति नजरिया बदलने में नाकाम सरकार

लैंगिक विभेद की वैश्विक खाई इतनी गहरी है कि बदलाव की वर्तमान दर से इसे भरने में एक सदी से भी ज्यादा समय लग जाएंगे. वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के ताजा शोध के अनुसार यह दुर्भाग्यपूर्ण निष्कर्ष नौकरी व राजनीति, दोनों में इस मोर्चे पर नाकामी का प्रतीक है. रूढ़िवादी सोच से उपजी यह खाई विश्व प्रतिभा पूल की प्रगति में भी बुरी तरह बाधक है.

ग्लोबल जेंडर गैप रिपोर्ट कहती है कि वर्तमान परिदृश्य के मद्देनजर महिलाओं को आर्थिक बराबरी के लिए अभी 217 साल और इंतजार करना पड़ेगा, जबकि पिछले साल की रिपोर्ट में यह 170 साल माना गया था. वास्तविकता है कि पाकिस्तान जैसे देशों में महिलाएं आज भी कैरियर की शुरुआत से ही उपेक्षा झेलती हैं, वेतन तो कम मिलता ही है, शीर्ष पदों पर उनकी भागीदारी भी पुरुषों के अनुपात में बहुत कम है.

144 देशों में आर्थिक, स्वास्थ्य, शिक्षा और राजनीतिक क्षेत्र के सर्वे में लैंगिक असमानता सूचकांक पर पाकिस्तान 143वें पायदान पर है. पाकिस्तान का दो वर्षों से इसी जगह जमे रहना बताता है कि यहां महिलाओं के प्रति भेदभाव बढ़ा है. दरअसल, सत्ता और राजनीति महिलाओं के प्रति नजरिया बदलने में नाकाम रहे हैं. सच तो यह है कि यह सब जान-बूझकर हुआ, क्योंकि यह समाज महिलाओं को आगे बढ़ते देखना ही नहीं चाहता. यह लोगों को उस एहसास से भी दूर रखना चाहता है कि स्त्रियां क्या कर रही हैं या वे क्या करने में सक्षम हैं?

महिलाओं को उनके अधिकारों, समान वेतन, कार्यस्थल पर सुरक्षा से वंचित करने के नतीजे समाज-शास्त्रीय ही नहीं, आर्थिक नजरिए से भी खतरनाक होंगे. भूलना नहीं चाहिए कि आर्थिक विकास में महिलाओं की बड़ी भूमिका हो सकती है, इसलिए लैंगिक असमानता दूर करने के लिए इसे राष्ट्रीय नीति का हिस्सा बनाना होगा.

पाकिस्तान में ही फाटा व खैबर-पख्तूनख्वा जैसे अपेक्षाकृत रूढ़िवादी समाजों में भी औरतों को आगे बढ़ाने के बेहतर नतीजे मिलने के उदाहरण हैं. उन्हें नेतृत्व की भूमिका में लाना लैंगिक असमानता दूर करने में सहायक हो सकता है. एक कोशिश करके तो देखें, औरत अगर हर मोर्चे पर साथ चली, तो नतीजे निस्संदेह बेहतर होंगे.

अनलिमिटेड कहानियां-आर्टिकल पढ़ने के लिएसब्सक्राइब करें