राजकोट में खेले गए दूसरे टी-20 में न्यूजीलैंड ने भारत को 40 रनों से आसानी से परास्त कर दिया. इससे पहले दिल्ली में हुए पहले टी-20 मैच में भारत ने न्यूजीलैंड को 53 रनों से मात दी थी. अब इस सीरीज का तीसरा और आखिरी मुकाबला आज यानि की 7 नवंबर को तिरुवनंतपुरम ने खेला जाएगा. यह मुकाबला दोनों टीमों को लिए निर्णायक होगा, जिसमें सीरीज के विजेता का फैसला तय होगा.

दूसरे मैच में टीम इंडिया ने कई गलतियां कीं, जिसकी कीमत भारतीय टीम को हार के रूप में चुकानी पड़ी. तीसरे टी-20 मैच में होने वाले निर्णायक मुकाबले में भारतीय खिलाड़ियों को इन गलतियों को दोहराने से बचना होगा. आइए जानते हैं भारतीय टीम की गलतियों के बारे में, जिनके चलते भारत को करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा.

खराब गेंदबाजी

हालांकि राजकोट की पिच बल्लेबाजी के लिए आसान थी लेकिन इससे भारतीय गेंदबाजों की कमी को छुपाया नहीं जा सकता है. इसी पिच पर न्यूजीलैंड के गेंदबाजों ने लक्ष्य को बचाकर दिखाया है. भारतीय गेंदबाजों ने पारी की शुरुआत से ही रन लुटाना शुरू कर दिया था.

फील्डिंग में फिसड्डी

इस बात में कोई शक नहीं है कि टीम इंडिया फील्डिंग के मामले में विश्व की सर्वश्रेष्ठ टीमों में से एक हैं, लेकिन दूसरे मैच में शायद कोई दूसरी ही टीम खेलने आई थी. भारतीय फील्डरों ने कौलिन मुनरो को एक नहीं बल्कि तीन जीवनदान दिए और नतीजा ये रहा कि उन्होंने शानदार शतक जड़ दिया. युजवेंद्र चहल, श्रेयस अय्यर और रोहित शर्मा ने आसान मौके गंवाए, जिसका नतीजा टीम को भुगतना पड़ा.

ओपनर की असफलता

न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले टी-20 में टीम इंडिया के ओपनर रोहित शर्मा और शिखर धवन ने मैच विनिंग पारी खेली थी, लेकिन राजकोट में दोनों ही ओपनर स्कोर बनाने में असफल रहे. धवन को ट्रेंट बोल्ट ने पारी के दूसरे ओवर में बोल्ड कर दिया. धवन ने मात्र एक रन बनाया. इसी ओवर की आखिरी गेंद पर रोहित ने कवर पर शौट लगाने की कोशिश की, लेकिन गेंद उनके बल्ले का बाहरी किनारा लेते हुए विकेटकीपर ग्लेन फिलिप्स के हाथों में समा गई. रोहित ने 5 रन बनाए. बड़े स्कोर का पीछा करती भारतीय टीम के लिए जरूरी था लंबी ओपनिंग पार्टनरशिप. लेकिन टीम इंडिया दोनों ओपनरों के आउट होने से कभी उबर नहीं पाई और 40 रनों से मैच हार गई.

पांड्या का खराब प्रदर्शन

हार्दिक पांड्या ने अपने हरफनमौला खेल से क्रिकेट प्रेमियों को खासा प्रभावित किया है, लेकिन पिछले कई मैचों से उनकी परफार्मेंस खराब होती दिखाई पड़ रही है. पहले टी-20 में पांड्या शून्य पर आउट हो गए. राजकोट में भी वह केवल एक रन बना कर आउट हो गए. पांड्या को धोनी से पहले बल्लेबाजी के लिए भेजा गया था. ताकि वह तेज गति से रन बना सकें. इस मैच में पांड्या ने केवल एक ओवर फेंका जिसमें उन्होंने 14 रन दिए और उन्हें कोई विकेट नहीं मिला.

धोनी की धीमी बल्लेबाजी

महेंद्र सिंह धोनी को गेम फिनिश करने की उनकी खास योग्यता के लिए जाना जाता है, लेकिन राजकोट में वह ऐसा करने में असफल रहे. कप्तान विराट कोहली के साथ धोनी स्ट्राइक रोटेट भी नहीं कर पाए. इससे दोनों बल्लेबाजों पर दबाव बढ़ता गया. कोहली ने 65 रन बनाए, लेकिन दोनों के क्रीज पर रहते जरूरी रन रेट बढ़ता गया. धोनी ने अपनी पारी में 2 चौके और तीन छक्के जरूर लगाए, लेकिन यह जीत के लिए काफी नहीं थे.

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