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घर संभाल रही गृहिणी को दें स्पेस, ताकि घर का माहौल बना रहे सुखद

गृहिणी पूरे परिवार की धुरी होती है. खुद की परवाह किए बिना वह अपने पति, सासससुर और बच्चों की देखरेख में लीन रहती है. सुबह से शाम तक चकरघिन्नी की तरह सारे घर में घूमती और सब का ध्यान रखती गृहिणी के पास अपने लिए वक्त ही कहां होता है कि वह अपनी मनमरजी से थोड़ा वक्त निकाल कर अपना मनपसंद काम कर सके.

सारे परिवार की अपेक्षाएं पूरी करतेकरते उस की सारी जिंदगी बीत जाती है. अगर वह अपनी मनमरजी करने लगे तो यह सभी को अखरने लगता है. क्या उस का अपना कोई वजूद नहीं? उस की अपनी इच्छाएं या आकांक्षाएं नहीं हो सकतीं? सब के लिए जीने वाली को क्या थोड़ा समय भी अपने लिए जीने का हक नहीं?

पति का एकाधिकार

हर पति की चाह होती है कि वह जब औफिस से घर आए तो पत्नी उस का पूरा खयाल रखे और अकसर हर पत्नी यह करती भी है, पर इस का मतलब यह तो नहीं कि वह पति के सोने तक हाथ बांध कर उस की जीहुजूरी करती रहे. विभा जो एक गृहिणी हैं उन की यही शिकायत है कि उन के पति का शादी के दूसरे दिन से यही रवैया है. उन्हें विभा का हर वक्त अपने आगेपीछे घूमना और जरूरत के वक्त उन की हर चीज हाजिर करना जरूरी है. यहां तक कि उन के सो जाने के बाद भी अगर वह कुछ पढ़नालिखना चाहे या संगीत सुनना चाहे तो उसे अगले दिन ताना सुनने को मिल जाता है.

इस सब से तंग आ चुकी विभा झल्ला कर कहती है कि मुझे जीने दो. मेरा अपना भी कोई वजूद है, अपनी इच्छाएं हैं, मुझे भी स्पेस चाहिए. मैं उन की पत्नी हूं कोई गुलाम नहीं.

बच्चों की मनमानी

संगीता को पुराने हिंदी गीत सुनने का बेहद शौक है. वह अकसर अपने मोबाइल पर पुराने गीत, गजलें डाउनलोड कर के सुनना पसंद करती है. पर बच्चों को ये गीत बोरिंग लगते हैं. वे आपत्ति करते हैं तो संगीता का दिल टूट जाता है, पर जब पति और बच्चे घर में नहीं होते तो वह अपनी मनमरजी से जीती है, पुराने गीत सुनते हुए खुशीखुशी सारे काम करती है. पति और बच्चों के घर में न रहने पर उसे लगता है कि वह आजाद है. अपनी मरजी से अपना समय व्यतीत कर सकती है.

वह कहती, ‘‘सारे दिन में बस यही कुछ घंटे होते हैं जब मैं अपनी मनमरजी से जी सकती हूं. इस तन्हाई का भी अलग ही मजा होता है.’’

बच्चों की पढ़ाई

आजकल कंपीटिशन का जमाना है. सभी अभिभावक अपने बच्चों को सब से आगे देखना चाहते हैं. ऐसे में गृहिणी की जिम्मेदारी सब से ज्यादा अहम मानी जाती है. बच्चे का अच्छा या खराब प्रदर्शन गृहिणी की ही जिम्मेदारी मानी जाती है वरना यह सुनने को मिलता है कि सारा दिन करती ही क्या हो. बच्चों की पढ़ाई पर ध्यान दो. खासकर परीक्षा के दिनों में तो गृहिणी को ऐसा लगता है जैसे उसी की परीक्षा चल रही है और इस परीक्षा में अव्वल आने का पूरा दबाव उस के ऊपर होता है. इन दिनों तो वह सब से ज्यादा बंध जाती है.

परिवार का स्वास्थ्य

अगर बच्चे बीमार हो गए तो यह भी गृहिणी की गलती मानी जाती है कि उस ने ध्यान नहीं रखा. अगर वह रोज सादा खाना बनाए तो भी किसी को पसंद नहीं आता और अगर उस ने कभी कुछ स्पैशल बनाया और सब के पेट खराब हो गए तो भी उसे ही सुनने को मिलता है कि यह बनाने की क्या जरूरत थी. ऐसे में गृहिणियां कभीकभी उलझन में पड़ जाती हैं. एक तो सुबहशाम रसोई से छुट्टी नहीं मिलती ऊपर से कोई बीमार हो जाए तो भी उन्हीं की गलती.

अगर पति को अपने दोस्तों के साथ घूमनेफिरने और मौजमस्ती का हक है और बच्चों को भी पर्याप्त स्पेस मिल जाती है, तो गृहिणी को क्यों नहीं? कुछ पल तो उसे भी अपने लिए जीने का पूरा हक है. उसे भी स्पेस चाहिए.

आई स्पैशलिस्ट : चापलूसी का तमाशा देखने का तरीका हम बताते हैं

जनाब जेब हलकी हो तो हो,  यारदोस्तों को अपनी उपलब्धियों और समृद्ध जीवन के किस्से बयान करने से मिलने वाला असीम आनंद संपूर्ण घाटे की भरपाई कर देता है. लेकिन कम्बख्त कुछ वक्त से मुझे मिली ‘आई स्पैशलिस्ट’ की व्यंग्यात्मक मानद उपाधि ने सारा गुड़गोबर कर रखा है.

वैसे इस उम्र में भी मेरे चक्षुद्वय सहीसलामत हैं. मुझे नेत्र विशेषज्ञ से कंप्यूटर द्वारा आंखों की जांच व दोष निवारण हेतु उपनेत्र अर्थात चश्मे की बिलकुल आवश्यकता नहीं है. मेरी समस्या अंगरेजी वर्णमाला के नौवें अक्षर ‘आई’ से जुड़ी है. मुझे मैं सर्वनाम की कारक रचना मैं ने, मुझे, मुझ को, मुझ से, मुझे, मेरे लिए, मेरा, मेरे, मेरी, मुझ में, मुझ पर से गहरा लगाव रहा है.

मैं यूनिवर्सिटी में प्राध्यापक हूं. गुजरे जमाने में क्लास भी लिया करता था. प्रोफैसर फिर विभागाध्यक्ष पद की प्राप्ति के बाद इस कार्य से पूर्णमुक्ति मिल चुकी है. प्रदेश के मुखिया अपनी बिरादरी से बने और लंबे समय तक सत्ता पर काबिज रहे. उन्होंने प्रोफैसर पद प्राप्ति की राह में बिछे रोड़े किनारे लगाए. पनघट की कठिन डगर आसान हो गई. मेरी डगमगाती नैया भी किनारे लग गई. वर्तमान में मेरे अपने प्रदेश में प्रोफैसरों की संख्या सर्वाधिक है. मेरा प्रदेश सचमुच महान है.

मेरा वर्तमान औफिस चैंबर काफी बड़ा है. अनेक आरामदेह कुरसियां लगी हैं.

2 एअरकंडीशनर टंगे हैं. दोस्तों की अच्छीखासी टोली है. सभी जुटते हैं. गपशप का दौर चलता है. अपनी सैलेरी जस्टीफाई हो जाती है.

देर की चुप्पी से बोरियत हो रही थी. टोली के जुटने में थोड़ी देर थी. मैं ने अपनी महंगी सोने की चेन वाली इंपोर्टेड घड़ी की सूइयों पर नजरें टिकाईं. आज की चर्चा के विषय का मैं ने चयन कर लिया था.

स्वीट, नमकीन, चाय, कोल्ड डिं्रक के दौर के साथ यारदोस्तों को अपनी बातें सुनाने में असीम सुख की प्राप्ति होती है.

‘‘मेरी मैडम फेसबुक से जुड़ी हैं. कई हजार फ्रैंड बनाए हैं,’’ मैं ने टोली को जानकारी दी.

‘‘मैडम का कोई जवाब नहीं. अपने जमाने में हेमा मालिनी का टाइटल मिला था,’’ राजीव सक्सेना ने मेरी ही बताई पुरानी बात दोहराई.

‘‘बड़ी अचीवमैंट है. शाही टोस्ट और काजू की बरफी से कम में बात नहीं बनेगी,’’ धीरेंद्र ओझा ने महंगे स्वीट की डिमांड पेश की. ओझा ने टिफिन लाना बंद कर दिया था. मेरे चैंबर में पदार्पण के साथ ही उस की जीभ गीली होने लगती थी.

मैं ने सहर्ष हामी भरी. अच्छाखासा डोज देना था. सक्सेना ने अटैंडैंट को बुला कर आज का मेनू समझाया.

‘‘बिटिया विदेश भ्रमण से कब लौट रही हैं?’’ कमल पांडे मेरी कमजोरी जानता था. मेनू में कोल्ड ड्रिंक जुड़वाने के लिए अकसर बिटिया की बातें उठाया करता था.

‘‘सुहाना अभी मोंबासा में है. मोंबासा केन्या का बड़ा शहर है. बेहतरीन जगह है. वहां के रेस्तराओं में हर देश के व्यंजन परोसे जाते हैं. मल्टीप्लैक्स में बौलीवुड की सभी हिट फिल्में दिखाई जाती हैं.’’

पांडे ने मुझे बिटिया की बात बताने का मौका दिया. मैं ने उस का भरपूर फायदा उठाया.

‘‘बिटिया ने चैक भेजा है. हमारी मैरिज ऐनिवर्सरी है,’’ मैं ने सिटी बैंक का चैक लहराया. इस मौके के लिए ही मैं ने चैक कपबोर्ड में डाल रखा था.

सक्सेना ने मेरे हाथ से चैक ले कर उसे विभागीय नोटिस की तरह सर्कुलेट किया. चैक देख कर जोड़ीदारों को ईर्ष्या हुई. मेरी छाती गर्व से चौड़ी हो गई.

‘‘25 साल पूरे हो गए. सिल्वर जुबली आ गई. मैडम ने अपने को काफी अच्छा मैंटेन किया हुआ है. लेडीलक भी बेहद मेहरबान है. वैसे मुझ जैसे दिलफेंक दोस्तों से खतरा भी है,’’ चौबे मजाकिया लहजे में बोला.

‘‘मैडम काफी ऐक्टिव हैं. अच्छे कौंटैक्ट्स हैं. अपने फिगर के प्रति सजग हैं. कितनी तारीफ करूं. रुकती नहीं जुबां. इक हुस्न परी दिल में है जो मुझ से मुखातिब है,’’ मैं ने चौबे के कौंप्लीमैंट्स को सहज भाव से स्वीकार किया. अपनी जीवनसंगिनी के सम्मान में फिल्मी गीत की पंक्तियां सुनाईं.

मैं तालियां ऐक्सपैक्ट कर रहा था. लेकिन मुझे निराश होना पड़ा. शायद मैं सुर में नहीं था.

‘‘सुहाना बिटिया सैलिब्रेशन को फाइनैंस कर रही है. वैसे बिटिया गोल्डेन इवैंट प्रायोजित करे, पर्सनली मुझे तो अच्छा नहीं लगेगा,’’ संजय शुक्ला मुसकरा कर बोला.

‘‘बिटिया ने पसंदीदा गिफ्ट के लिए चैक भेजा है. उस का अभी काफी लंबा प्रोग्राम है. आना संभव नहीं होगा. मैरिज ऐनिवर्सरी सैलिबे्रशन फाइव स्टार होटल में अरेंज किया जाएगा. अतिविशिष्ट अतिथि रहेंगे. वृहत आयोजन होगा,’’ मैं ने शुक्ला को लाजवाब कर दिया.

स्वीट, नमकीन, कोल्ड ड्रिंक सर्व की जा चुकी थी. सभी आनंद उठा रहे थे.

‘‘बंटी जरमनी से बेंगलुरु वापस आ गया है. हमें बुलाया है. हैल्थ की पूरी जांच करानी है. एक एमएनसी ने पूरी फैमिली का हैल्थ कवर प्रोवाइड किया है,’’ मैं ने अपने बड़े साहबजादे के जरमनी प्रवास का किस्सा बयान किया, कंपनी की सक्सैस में बंटी के योगदान की चर्चा की.

‘‘बटलू पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है. थोड़ा पिछड़ गया है,’’ यादव ने मेरे छोटे साहबजादे की बात उठाई.

‘‘बटलू की राजनीति में दिलचस्पी है. उसी दिशा में अग्रसर है. प्रगति संतोषजनक है. परिवार की पूरी सहमति है,’’ मैं ने यादव की सलाह को सिरे से नकार दिया.

इस तरह की टाइम पास बैठकें चलती रहती हैं. थोड़ी जेब हलकी होती है. लेकिन अपनी उपलब्धियों, ऐशोआराम, समृद्ध जीवनस्तर के किस्से बयान करने में असीम आनंद की अनुभूति होती है. तकलीफदेह घुटनों की टीस कुछ पलों के लिए विस्मृत हो जाती है.

आवास पर अपने मध्यवर्गीय संबंधियों से भी संवाद होते हैं. मेरे वैस्टर्न लाइफ स्टाइल से उन्हें ईर्ष्या होती है. टौयलेट में टिश्यू पेपर से वे नाकभौं सिकोड़ते हैं. देश में चल रहे गंभीर जल संकट से अनजान व इस संकट के समाधान के प्रति असंवेदनशील हैं.

वैसे इन दिनों मेरे चैंबर की बैठकों में उपस्थिति में गिरावट आ गई है. आवास पर नियमित रूप से आने वाले रिश्तेदार भी कन्नी काटने लगे हैं. यारदोस्तों ने मुंह फेर लिया है. ओझा टिफिन ले कर आने लगा है.

‘1-2 स्वीट में बहुतकुछ सुनना, हजम करना पड़ता है. खीसें निपोरनी पड़ती हैं. सचमुच कठिन कार्य है. कान पक जाते हैं. बहुत बोर करता है. ‘आई स्पैशलिस्ट’ को झेलना हकीकत में काफी पेशेंस का काम है,’ मेरे प्रति ये कमैंट्स हैं, अतिविश्वस्त सूत्रों से मुझे पता चला है.

‘आई’ शब्द से मेरा जुड़ाव कब और क्यों हुआ, मुझे मालूम नहीं. शायद यह एक जन्मजात गुणअवगुण है या जैनेटिक लक्षणविकार है. मैं ने अपने संगीसाथी, सहयोगी, यारदोस्त, सगेसंबंधी सब से अच्छा व्यवहार किया है. कठिन परिस्थितियों में आर्थिक संकट से भी उबारा है. उपरोक्त सामाजिक संस्थानों ने ही मुझे ‘आई स्पैशलिस्ट’ की मानद उपाधि प्रदान की है.

अपनी, अपने कुनबे की बातें करना क्या कोई भ्रष्टाचार है जिस में अनेक राजनेताओं व नौकरशाहों की संलिप्तता संदेह से परे है? जीवनसंगिनी की तारीफ, अपने पुत्रपुत्रियों की योग्यतानुसार उपार्जित उत्कृष्ट उपलब्धियों की चर्चा करना क्या संज्ञेय अपराध है? मेरे साथ सचमुच ज्यादती हो रही है. अपने संगीसाथियों, यारदोस्तों, सगेसंबंधियों का मेरे प्रति वर्तमान आचरण अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण व मेरी समझ के परे है.

कैसे करें वाई-फाई पासवर्ड हैक या रिकवर

ज्यादातर लोग वाई-फाई नेटवर्क सेटअप करते वक्त अपने डिवाइस पर पासवर्ड डालते हैं और उसके बारे में भूल जाते हैं. लेकिन जब आप नया फोन खरीदते हैं, या फिर आपके घर आया हुआ कोई मेहमान अपने स्मार्टफोन से नेटवर्क एक्सेस करना चाहता है, तब आपको वाई-फाई पासवर्ड याद नहीं आता और फिर आप अपने वायरलेस राउटर को रीसेट करने पर मजबूर हो जाते हैं. लेकिन अब आपको ऐसा करने की जरूरत नहीं है क्योंकि हम यहां ऐसी टिप्स बता रहे हैं जिसके जरिए आप वाई-फाई का पासवर्ड हैक या रिकवर कर सकते हैं.

विंडोज (Windows)

ऐसे तो आपको इंटरनेट पर कई ऐप्स मिलेंगे, जो दावा करते हैं कि उनकी मदद से आप वाई-फाई पासवर्ड रिकवर कर सकते हैं, पर Windows कंप्यूटर के लिए किसी ऐप की जरूरत नहीं पड़ती. अगर आपके पास पीसी का एडमिनिस्ट्रेटर एक्सेस ना हो, तो भी इन सुझावों का पालन करके वाई-फाई पासवर्ड जान सकते हैं.

वाई-फाई पासवर्ड रिकवर करने के लिए वाई-फाई नेटवर्क से कनेक्टेड कंप्यूटर लें. फिर Start > Control Panel > Network and Sharing Centre मे जाएं.

Windows 8 कंप्यूटर पर आप Windows key + C टैप कर सकते हैं, इसके बाद सर्च पर क्लिक करें और Network and Sharing Center पर जाएं.

फिर लेफ्ट साइड बार में चेंज एडप्टर सेटिंग्स पर क्लिक करें.

आप जिस वाई-फाई नेटवर्क का इस्तेमाल कर रहे हैं उस पर राइट-क्लिक करें. फिर स्टेटस पर जाएं.

वायरलेस प्रौपर्टीज पर क्लिक करें.

सिक्योरिटी टैब पर क्लिक करें.

अब आप वाई-फाई नेटवर्क का नाम और छिपा हुआ पासवर्ड देख पाएंगे. शो कैरेक्टर्स पर चेक करने से आपका सेव किया हुआ पासवर्ड दिखने लगेगा.

मेक (Mac)

आप Mac पर सेव किए हुए वाई-फाई पासवर्ड को Keychain Access ऐप के जरिए ढूंढ सकते हैं.

इसके लिए Applications/Utilities में जाएं.

Keychain Access खोलें. बायीं तरफ सबसे ऊपर की तरफ में Keychains के अंदर लिस्टिड System keychain में जाएं.

फिर दायीं तरफ टौप कौर्नर में बने सर्च बौक्स में नेटवर्क (SSID) का नाम टाइप करके वाई-फाई नेटवर्क को खोजें, जिसका पासवर्ड जानने की कोशिश कर रहे हैं.

सर्च रिजल्ट आने के बाद नेटवर्क के नाम पर डबल क्लिक करें. इसके बाद शो पासवर्ड के विकल्प पर क्लिक करें.

राउटर के जरिए

अगर आपके पास कोई Windows या Mac कंप्यूटर नहीं है जिसमें Wi-Fi के पासवर्ड सेव हो, या फिर आप अपने फोन या टैबलेट के जरिए पासवर्ड जानने की कोशिश कर रहे हैं तो आप राउटर के जरिए सेव किए हुए पासवार्ड को खोज सकते हैं. याद रखिए कि टैबलेट और मोबाइल फोन जब तक वाई-फाई नेटवर्क से कनेक्ट नहीं होंगे आप पासवर्ड नहीं जान पाएंगे.

सबसे पहले ब्राउजर खोलें और राउटर के लोकल एड्रेस पर जाएं. सामान्य तौर पर यह http://192.168.1.1 होता है, हालांकि राउटर के ब्रांड पर भी URL निर्भर करता है, इसलिए सही एड्रेस जानने के लिए मैनुअली जाच लें या फिर आधिकारिक वेबसाइट पर देख लें.

यूजरनेम और पासवर्ड डालें. और यह भी अलग-अलग कंपनियों के लिए अलग-अलग होगा. हालांकि, डिफौल्ट के तौर पर MTNL और Airtel द्वारा दिए जाने वाले राउटर में यूजरनेम और पासवर्ड admin होता है. वहीं, अन्य राउटर्स में डिफौल्ट पासवर्ड password होता है. अगर यह कौम्बिनेशन काम नहीं करता तो आपको अपने राउटर की निर्माता कंपनी या इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर से संपर्क करना होगा.

पहले इंटरनेट पर क्लिक करें, फिर वायरलेस पर. इस सेक्शन में आप सिक्योरिटी टाइप (WEP, WPA) और Key देख पाएंगे.

key फील्ड के बगल वाले बौक्स में वाई-फाई नेटवर्क का पासवर्ड उपलब्ध रहता है. और कई राउटर पर यह प्लेन टैक्सट में उपलब्ध रहता है.

अगर सारे उपाय काम ना करें…

अगर कोई भी उपाय काम नहीं करता तो आपको राउटर रीसेट करना पड़ सकता है. ऐसा तब तक नहीं करें जब तक आप किसी भी डिवाइस को नेटवर्क से कनेक्ट नहीं कर पा रहे हों. राउटर को रीसेट करना आखिरी उपाय है, क्योंकि इसके बाद आपको इंटरनेट कनेक्शन रीस्टोर करने के लिए पूरे नेटवर्क को फिर से सेटअप करना होगा.

फोन हैंग होने की समस्या से पाएं निजात

कई बार ज्यादा इस्तेमाल करने के बाद आपका स्मार्टफोन हैंग करने लगता है. इससे बचने के लिए आप नया फोन खरीदते हैं पर कुछ समय बाद वो भी हैंग करने लगता है. ऐसे में आपको यह जानकारी होना जरूरी हे कि फोन हैंग करने के पीछे का कारण क्या है.

बिना जरूरत अपडेट करना

कई स्मार्टफोन कंपनियां अपने हैंडसेट के पुराने औपरेटिंग सिस्टम को अपडेट करने की सुविधा देती हैं. लेकिन औपरेटिंग सिस्टम अपडेट करने से स्मार्टफोन स्लो हो सकता है. इसकी वजह फोन में पुराने हार्डवेयर. कम स्पीड वाला प्रोसेसर और रैम हो सकती है. स्मार्टफोन में ऐप्स अपडेट करने में भी कई बार यह समस्या आती है.

एक साथ कई ऐप्स खोल कर रखना

जब आप स्मार्टफोन पर ऐप्स इस्तेमाल करने के बाद बैक करते हैं, तो ऐप्स बंद न होकर मिनीमाइज हो जाते हैं, पूरी तरह बंद नहीं होते और बैकग्राउंड में ओपन ही रहते हैं. ऐसा करते करते कई ऐप्स बैकग्राउंड में ओपन ही रह जाते हैं. इंटरनेट ऐक्सेस करने पर ये भी सक्रिय हो जाते हैं. इस वजह से फोन स्लो हो जाता है और कई बार हैंग भी हो जाता है.

कैशे डीलिट न करना

अगर आप फोन पर इंटरनेट का ज्यादा इस्तेमाल करते हैं तो इससे भी आपका फोन स्लो हो जाता है. इंटरनेट पर जब भी कुछ सर्च किया जाता है तो यह फोन की टेंपररी मेमोरी में सेव हो जाता है. जैसे जैसे डेटा बढ़ते जाता है, स्मार्टफोन स्लो होने लगता है.

थर्ड पार्टी ऐप्स इन्स्टाल करना

आप कई बार अपने स्मार्टफोन में ऐसे ऐप्स इन्स्टाल कर लेते हैं जो प्ले स्टोर पर भी नहीं होते. ऐसे ऐप्स से साफ्टवेयर के करप्ट होने का खतरा रहता है. इससे फोन भी हैंग होता है.

फोन औफ या रिस्टार्ट नहीं करना

बहुत से यूजर अपने स्मार्टफोन को कभी औफ या रिस्टार्ट नहीं करते. ऐसे में लगातार यूज करते रहने से स्मार्टफोन स्लो हो जाता है और हैंग होने लगता है.

सही चार्जर इस्तेमाल न करना

कई बार आप किसी भी चार्जर से फोन चार्ज कर लेते हैं. ऐसा करने से फोन की बैटरी पर असर पड़ता है.

बेमतलब के ऐप्स फोन में रखना

बहुत से यूजर्स अपने स्मार्टफोन में ऐसे ऐप्स रखते हैं जिनको वे कभी यूज नहीं करते. ऐसे फोन की इंटरनल मेमोरी का स्पेस कवर करते हैं और आपका फोन हैंग होने लगता है.

अर्जुन-परिणीति के उपर फिल्माया गया अबतक का सबसे महंगा गाना

बौलीवुड अभिनेता अर्जुन कपूर और अभिनेत्री परिणीति चोपड़ा इन दिनों अपनी फिल्म ‘नमस्ते इंग्लैंड’ की शूटिंग मे व्यस्त हैं. सूत्रों की माने तो यह एक म्यूजिकल रोमांटिक फिल्म है. इस बीच खबर आ रही है कि इस फिल्म का एक गाना हाल ही में शूट हुआ है और यह गाना बौलीवुड का सबसे महंगा गाना है.

फिल्म के प्रोड्यूसर विपुल शाह ने खुद इस बात की जानकारी दी है कि यह मेरे करियर का सबसे महंगा गाना है. उनके मुताबिक ‘नमस्ते इंग्लैंड’ का गाना ‘तू मेरी मैं तेरा’ की शूटिंग में 5.5 करोड़ का खर्च आया है. इसे 11 दिन में शूट किया गया है. गौरलतब है कि बौलीवुड में इससे पहले दूसरे महंगे गाने रहे हैं, पार्टी आल नाइट, मलंग, ठा-ठा करके और डोला रे डोला लेकिन अब इस कड़ी में तू मेरी, मै तेरा दर्ज हो गया है.

विपुल शाह ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा कि मैं आमतौर पर नंबर्स की बात नहीं करता लेकिन ये सही है कि ये मेरी लाइफ का सबसे महंगा गाना है. मैं गानों को डायरेक्ट करता हूं. इनमें कोरियोग्राफर की जरुरत नहीं होती. इस ट्रेवल सौन्ग को जावेद साहब से बेहतर कौन डायरेक्ट करता.

विपुल शाह ने बताया कि इसे 18-20 लोकेशन पर शूट किया गया है. परिणीति और अर्जुन के किरदार पंजाब से लंदन की यात्रा करते हैं. इसी दौरान इसे फिल्माया गया है. इसे समुद्र के बीच में भी शूट किया गया है.

‘डांसिंग अंकल’ को मिला पहला एड, वीडियो हुआ वायरल

सोशल मीडिया पर डांसिंग अंकल यानी कि संजीव श्रीवास्तव का डांस वीडियो काफी वायरल हो रहा है. उनके इस शानदार डांस वीडियो को काफी पसंद किया जा रहा है. शादी के वीडियो वायरल होने के बाद उन्होंने अब बजाज अलाइंस (Bajaj Allianz)  के साथ करार किया है और उनके लिए डांस करते दिख रहे हैं. वो बजाज अलाइंस के जिंगल ‘समझो हो गया’ पर डांस करते दिख रहे हैं. इस वीडियो को संजीव श्रीवास्तव ने खुद ट्विटर पर शेयर किया है.

पहले उन्होंने फिल्म खुदगर्ज का गाना ‘आप के आ जाने से’ पर डांस किया. इस वीडियो को एक ही दिन में लाखों लोगों ने शेयर किया. लोगों को अंकल का गोविंदा स्टाइल खूब पसंद आया. जिसके बाद उनका दूसरा वीडियो वायरल हुआ था जिसमें उन्होंने ‘चढ़ती जवानी’ पर डांस किया था. ये डांस उन्होंने अपने देवर की शादी में किया था. जहां से वो चर्चा में आ गए. मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से लेकर अभिनेत्री रवीना टंडन, दिव्या दत्ता आदि कई सारे स्टार प्रोफेसर श्रीवास्तव के डांस के फैन हो गए हैं.

प्रोफेसर संजीव श्रीवास्तव कहते हैं मैंने डांस अपनी मां से सीखा. मेरी मां भरतनाट्यम करती थीं. मैं खुद मिथुन चक्रवर्ती, गोविंदा, जावेद जाफरी जैसे डांसरों का बड़ा फैन हूं. मैंने 1986,1987,1988 में लगातार तीन साल मध्यप्रदेश डांस प्रतियोगिता जीती थी. जब मैं इंजीनियरिंग पढ़ने नागपुर गया तो धनवटे ड्रामा कंपनी, मेलाडी मेकर्स जैसी संस्थाओं से जुड़ा. अब भी मेरे कालेज के वार्षिकोत्सव के आखिरी दिन छात्रा और मेरे साथी मुझे स्टेज तक खींच लाते हैं डांस करने के लिये.

160 करोड़ से भी ज्यादा कमाते हैं विराट कोहली, फोर्ब्स लिस्ट में आया नाम

भारतीय क्रिकेटरों की कमाई देश के बाकी खेलों के खिलाड़ियों से काफी ज्यादा रहती है यह बात किसी से भी नहीं छुपी है. यहां तक कि महिला क्रिकेटरों की की कमाई पुरुष क्रिकेटरों के मुकाबले कुछ भी नहीं है. हाल ही में देखा गया कि टी20 महिला एशिया कप जैसे अंतराराष्ट्रीय टूर्नामेंट में भी प्लेयर औफ द टूर्नामेंट के खिताब में भी केवल 250 डौलर की ईनामी राशि दी गई. लेकिन भारतीय पुरुष क्रिकेटरों की बात और है. अगर बाद नामी गिरामी भारतीय खिलाड़ियों की हो फिर तो सोने पे सुहागा. हाल ही में फोर्ब्स ने सबसे ज्यादा पैसा कमाने वाले खिलाड़ियों की सूची जारी की.

फोर्ब्स की सूची में भारतीय क्रिकेट कप्तान विराट कोहली दुनिया के सबसे ज्यादा कमाई करने वाले टॉप 100 खिलाड़ियों में शामिल हो गए हैं जबकि फोर्ब्स की इस सूची में अमेरिका के चैम्पियन मुक्केबाज फ्लायड मेवेदर शीर्ष पर हैं. इस सूची में भारत से सिर्फ कोहली का नाम है जो दो करोड़ 40 लाख डालर की कमाई के साथ 83वें स्थान पर है. इसके साथ ही एक चौंकाने वाली बात यह है कि दुनिया में सबसे ज्यादा कमाई करने वाले खिलाड़ियों की सूची में शीर्ष 100 में कोई महिला नहीं है.

क्रिकेट के दीवाने भारत में कोहली सबसे बड़ा नाम ही नहीं बल्कि काफी लोकप्रिय भी है. उनके ट्विटर पर ढाई करोड़ से अधिक फालोअर हैं. मेवेदर इस सूची में शीर्ष पर हैं जिनकी पिछले साल की कमाई 25 करोड़ 50 लाख डालर है. फोर्ब्स ने कहा, ‘‘कोहली की बड़ी कमाई पिच के बाहर है जिसमें वह प्यूमा, पेप्सी, आडी और ओकले जैसी बड़ी कंपनियों के ब्रांड दूत हैं.

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टौप महिला खिलाड़ी इस वजह से रहीं गायब

फोर्ब्स ने कहा कि महिला टेनिस स्टार लि ना , मारिया शारापोवा और सेरेना विलियम्स सूची में नियमित थे लेकिन लि 2014 में रिटायर हो गई जबकि शारापोवा 15 महीने के डोप निलंबन के बाद वापसी की कवायद में है. सेरेना सितंबर में बेटी के जन्म के बाद से वापसी की कोशिश में है. इस सूची में एनबीए के 40 खिलाड़ी हैं. मेवेदर सात साल में चौथी बार शीर्ष पर है.

फुटबौल स्टार्स की कमाई भी कम नहीं

अर्जेंटीना के स्टार फुटबालर लियोनेल मेस्सी दूसरे स्थान पर हैं जबकि पुर्तगाल के स्टार स्ट्राइकर तीसरे स्थान पर है. मेस्सी का वेतन और बोनस आठ करोड़ डालर से अधिक है जबकि ढाई करोड़ डालर से अधिक उन्हें एडीडास, गेटोरेड, पेप्सी और हुवेइ के विज्ञापन से मिलते हैं. रोनाल्डो की कमाई दस करोड़ आठ लाख डालर रही. ब्राजील के फुटबाल स्टार नेमार 13 पायदान की छलांग लगाकर पांचवें स्थान पर है जिनकी कमाई नौ करोड़ डालर रही.

टेनिस स्टार रोजर फेडरर सातवें, गोल्फर टाइगर वुड्स 16वें, टेनिस स्टार रफेल नडाल 20वें और गोल्फर रोरी मैकलरोय 26वें स्थान पर है.

शीर्ष 100 में 22 देशों के खिलाड़ी हैं जिनमें 66 अमेरिकी हैं. बेसबाल, बास्केटबाल और फुटबाल के 72 खिलाड़ी इस सूची में है.

मेसी को पछाड़ चुके हैं विराट कमाई के मामले में

गौरतलब है कि सालाना कमाई के मामले में करीब आठ महीने पहले ही फोर्ब्स की ही सूची में विराट मेसी को पीछे छोड़ चुके हैं. तब फोर्ब्‍स की दुनिया के नामचीन प्‍लेयर्स की यह सूची उनकी कमाई  के आधार पर तैयार की गई थी. इस लिस्ट में अर्जेंटीना के स्टार फुटबौलर मेसी को पीछे छोड़ते हुए विराट कोहली उनसे एक कदम आगे निकल गए थे. फोर्ब्‍स की इस लिस्‍ट में विराट कोहली सातवें स्‍थान पर थे, जबकि मेसी नौवें स्‍थान पर थे.

हरभजन सिंह ने अपने पुराने दोस्त की मदद कर बचाई जान

हरभजन सिंह की खुशमिजाजी के सभी कायल हैं वे लंबे समय से टीम में नहीं हैं, आईपीएल में जिस टीम के साथ उन्होंने सालों बिताए, उस मुंबई इंडियन्स ने भी उन्हें रीटेन नहीं किया. चेन्नई ने उन्हें बेस प्राइस पर ही खरीदा तो भी वे अपने मिजाज के मुताबिक खुश ही रहे. साल 2018 के आईपीएल में भी उन्हें केवल कुछ ही मैचों में खिलाया गया लेकिन जब भी वे मैदान में दिके उन्हें खेल का मजा लेते ही देखा गया. इस साल वे काफी कूल और खुश भी नजर आए और अपने साथी खिलाड़ियों के साथ हर लम्हे में पूरे जोश के साथ नजर आए. लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं उन्होंने अपने एक साथी क्रिकेटर की भी मदद की जो अपनी जिंदगी से लड़ रहा था.

भज्जी का यह रूप केवल उनके साथी खिलाड़ी के अलावा कोई नहीं जानता वे अपने साथियों की मदद के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं. हरमन हैरी जिन्होंने भज्जी के साथ 1990 में पंजाब के लिए अंडर 16 क्रिकेट खेला था, हाल ही में अपनी आंतों में फिश्चुला के हो जाने से अपनी जिंदगी की लड़ाई लड़ रहे थे.

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1990 के बाद हरभजन तो टीम इंडिया में जगह पाने में सफल रहे लेकिन हैरी का करियर उड़ान नहीं भर सका. लेकिन एक दिन हैरी ने मदद की उम्मीद में भज्जी को फोन लगा दिया. भज्जी ने फौरन ही उसकी मदद करने का फैसला कर लिया. भज्जी ने बताया, “ उसने किसी तरह से मुझसे संपर्क किया और अपनी तकलीफ दायक बीमारी के बारे में मुझे बताया. उसे पैसों की सख्त जरूरत थी. मैने उससे कहा कि वह बेझिझक औपरेशन करा ले और वादा किया कि मैं सारे जरूरी खर्च देख लूंगा. एक मानव जीवन से बढ़कर कुछ भी नहीं होता.” उन्होंने कहा, “मैने उससे कहा कि वह पैसे को भूल जाए और अपना अच्छे अस्पताल में किसी अच्छे डौकटर को दिखाकर औपरेशन कराए.

हरमन का हुआ सफल औपरेशन

आखिर हरमन हैरी को नांग्लोई स्थित राठी अस्पताल में उनका औपरेशन हुआ. उनका औपरेशन करने वाले डा. राठी ने कहा  “उनकी हालत काफी खराब होती जा रही थी और उन्हें तुरंत ही औपरेशन की जरूरत थी. उन्हें परफोरेशन पेरिटौनिटिस और एनट्रो्क्यूटेनियस फिश्चुला हुआ था जिसमें आंतों या पेट और चमड़ी के बीच असामान्य कनेक्शन विकसित हो जाता है जिसकी वजह से आंतो में से चीजें त्वचा के माध्यम से बाहर आने लगती हैं.”

हरमन हैरी के बारे में खुद हरभजन ने डा. राठी से बात की और उन्हें आश्वस्त किया कि इलाज का सारा खर्च वे उठाएंगे उसकी चिंता वे न करें और इलाज पर ध्यान दें. बताया जा रहा है कि भज्जी ने पूरे इलाज में करीब ढाई लाख रुपये खर्च किए और आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स के साथ व्यस्त कार्यक्रम होने के बावजूद हरभजन ने सुनिश्चित किया कि इलाज में कोई कसर न छूटे.

हरमन ने कहा, “मैं जीवन भर उसका (हरभजन) कर्जदार रहूंगा. उसने साबित किया है कि सच्ची दोस्ती क्या होती है. पिछले साल ही इलाज पर अपनी पूरी बचत खर्च करने के बाद मेरे पास बिलकुल भी पैसा नहीं बचा था. हरभजन एक मसीहा की तरह आया और उसने मुझे मौत के मुंह से निकाल लिया.”

भारतीय बाजार में एक बार फिर वापसी कर सकती है मारुति जेन

देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी (Maruti Suzuki) अपने ग्राहकों के लिए समय-समय पर नई कार लौन्च करती रहती है. पिछले दिनों मारुति स्विफ्ट को नए अवतार में लौन्च करने के बाद अब खबर है कि कंपनी हैचबैक वैगनआर का इलेक्ट्रिक वर्जन पेश करने के लिए काम कर रही है. फरवरी 2018 में ग्रेटर नोएडा में संपन्न हुए औटो एक्सपो में मारुति ने कौन्सेप्ट कार फ्यूचर एस (Future S) को पेश किया था. शहरी युवाओं को ध्यान में रखकर पेश की गई कौन्सेप्ट कार देखने में कंपनी की एसयूवी कार लग रही थी.

विटारा ब्रिजा से नीचे आएगी

जानकारों को उम्मीद है कि कंपनी इसे एसयूवी सेग्मेंट में विटारा ब्रिजा (Vitara Breeza) से नीचे लेकर आए. अगर मारुति ऐसा करती है तो मौजूदा लाइनअप में यह काफी पसंदीदा कार साबित हो सकती है. सूत्रों का यह भी दावा है कि मारुति अपनी पुरानी कार को नई सब-कौम्पेक्ट एसयूवी की तरह भी पेश कर सकती है. ऐसे में उम्मीद है कि मारुति की पसंदीदा कार मारुति जेन (Maruti Zen) को क्रासओवर/ एसयूवी अवतार में लेकर आ सकती है. मारुति जेन का नाम लेते ही यकीनन आपकी पुरानी यादें ताजा हो गई होंगी.

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जेन बेस्ट सेलिंग कारों में से एक

उस समय मारुति जेन बेस्ट सेलिंग कारों में से एक थी. आज भी लोग मारुति जेन को काफी पसंद करते हैं और इसकी री-सेल वैल्यू भी काफी रहती है. कुछ साल पहले कंपनी ने अपनी इस कार का प्रोडक्शन बंद कर दिया था. कंपनी का यह प्रयोग सफल हो सकता है. ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि साल 2002 में बलीनो को बंद करने के बाद मारुति ने प्रीमियम हैचबैक सेग्मेंट में बलीनो (Baleno) को फिर से पेश किया है. नए बदलाव के साथ यह कंपनी के नेक्सा चैनल में सबसे ज्यादा बिकने वाली कार है.

कई नए प्रोडक्ट पर काम कर रही मारुति

एक खबर के अनुसार मारुति बाजार में मजबूत होने के लिए कई नए प्रोडक्ट पर काम कर रही है. वित्त वर्ष 2020-21 में कंपनी का नई कौम्पेक्ट एसयूवी कार पेश करने का प्लान है. ऐसी उम्मीद है कि इसके लिए कंपनी अपने पसंदीदा जेन ब्रांड के साथ वापसी करेगी. आपको बता दें कि मारुति जेन (Maruti Zen) अपने समय की पसंदीदा कारों में रही है. पहली बार कार खरीदने वाले परिवारों ने जेन को काफी पसंद किया था. जेन से कंपनी भी वित्तीय फायदे में रही थी और यह ग्राहकों का भरोसा जीतने में भी कामयाब हुई थी.

मारुति की कौन्सेप्ट फ्यूचर एस को कंपनी की रिसर्च एंड डेवलपमेंट टीम ने देश में ही डिजाइन किया. इसका डिजाइन भी एसयूवी कार की तरह दिया गया. भारतीय बाजार में पिछले कुछ सालों में एसयूवी कारों की बिक्री तेजी से बढ़ी है. ग्राहक भी एंट्री लेवल कारों में अब नए-नए फीचर पसंद करते हैं. सब कौम्पेक्ट एसयूवी सेग्मेंट में विटारा ब्रिजा से कंपनी की बिक्री को काफी मदद मिली है.

एक नहीं बल्कि तीन एयरलाइन्सों ने निकाला यह बेहतरीन औफर

अगर आप भी इन गर्मियों में कही घूमने का प्लान कर रहे हैं तो एयरलाइन कंपनियां आपके लिए बंपर औफर लेकर आई हैं. गर्मियों की इस सीजन में मानसून फ्लाइट औफर के तहत एक नहीं बल्कि तीन बड़ी एयरलाइन कंपनियां सस्ते दामों पर यात्रा की पेशकश कर रही हैं. इस बार गोएयर, एयर एशिया और विस्तारा ने घरेलू उड़ान के टिकट पर बेहतरीन औफर की पेशकश की है. इस सेल में आप 1400 रुपये से कम में घरेलू यात्रा कर पाएंगे.

5 से 7 जून तक मानसून सेल

मानसून आने के साथ ही एयरलाइंस ने भी औफर की शुरुआत कर दी है. गो एयर की मानसून सेल 5 से 7 जून तक है और इसमें वन वे किराया 1299 रुपये से शुरू हो रहा है. इसमें आप 7 जून को रात 12 बजे तक टिकट की बुकिंग करा सकते हैं. इसके तहत आप 24 जून से 30 सितंबर तक यात्रा कर सकते हैं. इसी तरह एयर एशिया ‘अर्ली मानसून सेल’ के तहत 1399 रुपये की शुरुआती कीमत में फ्लाइट टिकट का औफर कर रही है.

ऐप से बुकिंग पर 10 प्रतिशत डिस्काउंट

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गो एयर के ऐप से टिकट बुक कराने पर आपको 10 प्रतिशत का डिस्काउंट भी मिलेगा. कंपनी का यह औफर 30 जून तक वैलिड है. इसमें आप 16 जुलाई से 10 अगस्त तक यात्रा कर सकते हैं. दरअसल मानसून में हवाई यात्रा की डिमांड घटने पर एयरलाइंस की तरफ से औफर दिए जाते हैं. एयर एशिया ‘अर्ली मानसून सेल’ में 1399 रुपये के टिकट पर आप बेंगलुरू, नई दिल्ली, कोलकता, हैदराबाद और रांची जैसे रूट पर सफर कर सकते हैं. इसके तहत 10 जून तक टिकट बुक कराया जा सकता है.

1399 रुपये में कई शहरों का सफर

इस औफर में आप हैदराबाद से बेंगलुरू, बेंगलुरू से कोच्चि और बेंगलुरू से हैदराबाद 1399 रुपये में सफर कर सकते हैं. भुवनेश्वर से कोलकता के लिए आपको 1599 रुपये, रांची से कोलकता के लिए 1699 रुपये, कोलकता से इंफाल के लिए 1899 और कोच्चि से जयपुर के लिए 5433 रुपये देने होंगे. इस सेल में अन्य रूट जैसे गोवा से बेंगलुरू के 1699 रुपये, बेंगलुरू से पुणे के लिए 1999 रुपये, श्रीनगर से नई दिल्ली के लिए 2799 रुपये और पुणे से नई दिल्ली के लिए 3499 रुपये खर्च करने होंगे.

विस्तारा एयरलाइंस की 24 घंटे चलने वाली सेल में कंपनी की तरफ से वन-वे रूट पर 75 प्रतिशत तक का डिस्काउंट दिया जा रहा है. इकोनौमी क्लास में 1599 रुपये से किराया शुरू हो रहा है. वहीं प्रीमियम इकोनौमी क्लास में शुरुआती किराया 2499 रुपये और बिजनेस क्लास का शुरुआती किराया 6999 रुपये है. विस्तारा एयरलाइन की तरफ से कहा गया कि सेल 6 जून को रात 12 बजकर 1 मिनट पर शुरू हुई. 24 घंटे की इस सेल में बुक कराए गए टिकट पर आप 21 जून 2018 से 27 सितंबर 2018 तक सफर कर सकते हैं. एयरलाइन ने कहा कि सीट कम है, इस कारण फर्स्ट कम फर्स्ट सर्विस के आधार पर बुकिंग की जाएगी.

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