काले धन के खिलाफ ऐतिहासिक और कड़ा कदम उठाते हुए पीएम मोदी ने मंगलवार आधी रात से 500 और 1000 रुपए के बंद होने की घोषणा की. हालांकि, पीएम ने इस निर्णय के कारण उत्पन्न स्थितियों को देखते हुए 11 नवंबर की मध्यरात्रि तक कुछ विशेष व्यवस्थाएं भी की है.

इसके तहत अस्पतालों, सार्वजनिक क्षेत्र के पेट्रोल एवं सीएनजी गैस स्टेशनों, रेल यात्रा टिकट काउंटरों, शवदाह गृहों, अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों को 11 नवंबर की मध्यरात्रि तक छूट रहेगी. दुग्ध बिक्री केंद्रों, पेट्रोल एवं सीएनजी स्टेशनों आदि को स्टाक एवं ब्रिकी का रजिस्टर रखना होगा. उन्होंने कहा कि 100 रुपये, 50 रुपये, 20 रुपये, 10 रुपये, 5 रुपये, एक रुपये के नोट और सभी सिक्के प्रचलन में रहेंगे और वैध होंगे.

मोदी ने 2000 रुपये और 500 रुपये के नये नोट जारी किये जाने की घोषणा की.

राष्ट्र के नाम अपने पहले टेलीविजन संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा, ‘आज रात 12 बजे से 1000 रुपये और 500 रुपये की रकम वैध नहीं होगी. 1000 रुपये और 500 रुपये के नोट कागज के टुकड़े रह जाएंगे और उनका कोई मूल्य नहीं होगा.’ प्रधानमंत्री ने कहा, ‘लोग 10 नवंबर से 30 दिसंबर 2016 तक अपने-अपने बैंकों में 1,000 रुपये और 500 रुपये के नोट जमा करा सकेंगे. कुछ कारणों से जो लोग 1,000 रुपये और 500 रुपये के नोट 30 दिसंबर तक जमा नहीं करा सकेंगे, वे लोग पहचान पत्र दिखाकर 31 मार्च 2017 तक नोट बदलवा सकेंगे.

पहली बार नहीं हुआ बैन

लेकिन यह पहली बार नहीं है. 38 साल पहले मोरार जी देसाई ने भी यह 1000, 5000 और 10,000 के नोट को बैन करने का फैसला लिया था. यह इत्तेफाक ही है कि इस बार भी गुजरात से ही आने वाले पीएम नरेंद्र मोदी ने यह फैसला लिया. उस समय आरबीआई गवर्नर आईजी पटेल थे और इस बार उर्जित पटेल हैं.

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