इंटरनेट की धूम होने के बाद हर कोई अपने घर में स्‍ट्रांग इंटरनेट नेटवर्क रखना चाहता है ताकि वह सभी के साथ समय पर कम्‍यूनिकेट कर सके. आजकल हर जगह पर वाई-फाई नेटवर्क कर दिया गया है ताकि सभी लोगों की संचार प्रक्रिया बाधित न होने पाएं.

हम आपको कुछ ऐसी गलतियों के बारे में बताएंगे जो वायरलेस नेटवर्क की सेटिंग के दौरान लोगों द्वारा अक्‍सर की जाती हैं.

राउटर को मैनुअली डिस्‍कार्ड: प्‍लग एंड प्‍ले और ऑन-द-गो डिवाइस के आने से, यूजर गाइड और मैनुअल, बॉक्‍स के कम-से-कम उपयोगी सामग्री हो गए हैं. हालांकि, यह कबाड़ को दूर रखने का अच्‍छा तरीका है, राउटर्स एक जटिल उपकरण है इसे मैनुअल सेट करना आपको समस्‍या में डाल सकता है. बेहतर होगा आप ऑटो मोड पर ही इसे सेट करें.

राउटर को दीवार के पास रखना: राउटर को कभी भी कंक्रीट दीवार के पास न रखें, इससे उसकी नेटवर्क प्रदान करने की क्षमता पर असर पड़ता है और यूजर को सही फ्रिक्‍वेंसी का नेटवर्क नहीं मिल पाता है.

कॉमन एसएसआईडी नाम: एसएसआईडी एक विशेष प्रकार की आईडी होती है जिसे आपके वाई-फाई नेटवर्क को अलॉट किया जाता है. अगर आपके अपॉर्टमेंट या ऑफिस में कई वायरलेस नेटवर्क हैं तो एक ही एसएसआईडी नाम दीजिए ताकि किसी भी प्रकार के कन्‍फ्यूजन से बचा जा सकें.

डिफॉल्‍ट पासवर्ड का उपयोग: यह सबसे बड़ी समस्‍या है और कई लोग इसे अपनी गलती भी मानते हैं. कई बार इतने आसान से पासवर्ड का उपयोग किया जाता है कि कोई भी इन्‍हें क्रैक कर सकता है.

वाई-फाई इनक्रिप्‍शन ऑफ: वाई-फाई इनक्रिप्‍शन का अर्थ, आपके नेटवर्क पैकेट डेटा के सोर्स या डेस्‍टीनेशन की पहचान को गुप्‍त रखते हुए आपके नेटवर्क की सुरक्षा से होता है. यह आमतौर पर यूं ही ऑन रह जाता है लेकिन आप इसे डबल चेक करें और ऑन रखें.

गलत इनक्रिप्‍शन का चयन: टूग्‍गल करने के लिए आपके सामने कई वाई-फाई नेटवर्क होते हैं और आप सबसे सही और अपनी जरूरत के हिसाब से ही इनक्रिप्‍शन का चयन करें. साथ ही अपने नेटवर्क को सही प्रोटेक्‍शन प्रदान करने के लिए स्‍ट्रांग पासवर्ड डालें.

फायरवॉल सिक्‍योरिटी ऑप्‍शन को नकारना: फायरवॉल सिक्‍योरिटी ऑप्‍शन को नकारना किसी भी यूजर की सबसे बड़ी भूल हो सकती है. आप इसे कभी न नकारें और अपने सिस्‍टम को सेफ रखें.

फर्मवेयर अपडेट को नकारना: महत्‍वपूर्ण अपडेट को नकारना, नेटवर्क की सुरक्षा को कम करने के समान होता है. कई बार यूजर्स नेटवर्क लगने के बाद इन अपडेट को करना सही नहीं समझते हैं, ऐसे में नेटवर्क सुरक्षा में कमी आ जाती है.

गलत कॉन्‍फीग्रेशन इन्‍फॉर्मेशन का इस्‍तेमाल: एक आईपी एड्रेस, सबसे अलग वायरलेस नेटवर्क एड्रेस होता है. लेकिन कई लोग वायरलेस नेटवर्क में गलत जानकारी दे देते हैं जो कि सही नहीं है.

गलत एडॉप्‍टर और राउटर्स को मिलाना: जी हां, गलत एडॉप्‍टर और राउटर्स को मिला देना भी एक गलती है. सही एडाप्‍टर को सही राउटर के साथ ही लगाना चाहिए वरना नेटवर्क की क्षमता पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है.

 

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