तनाव आज के आधुनिक समय का एक हिस्सा बनता जा रहा है. तनाव बहुत ज्यादा मैंटल या इमोशनल प्रैशर की फीलिंग है. जब आप इस प्रैशर से निबट नहीं पाते, यह प्रैशर तनाव बन जाता है. स्ट्रैस या तनाव कहींकहीं मोटिवेशनल फैक्टर का भी काम करता है. पर यह भी ध्यान देने की बात है कि तनाव सिर्फ किसी मुश्किल स्थिति की बात नहीं है, इस का आप के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है. यदि आप लगातार तनाव में रहते हैं तो इस की कीमत आप के शरीर और मस्तिष्क को चुकानी पड़ती है.
स्ट्रैस लैवल का बढ़ना सीधेसीधे माइग्रेन, मोटापा जैसी कई शारीरिक बीमारियों का कारण बन जाता है. कभीकभी हार्टअटैक भी हो सकता है. तनाव दूर करने की यहां आसान सी टिप्स दी जा रही हैं जिन्हें आजमा कर आप तनाव को दूर कर स्वस्थ व खुश रहे सकते हैं. तो आइए, जानते हैं-
जब हम तनाव में होते हैं, अपने आसपास बहुत सी नकारात्मकता फैला लेते हैं. हमें यह पता भी नहीं कि यह हमें कितना नुकसान पहुंचा रही है. कई काम ऐसे होते हैं जो उतने जरूरी नहीं होते कि तभी निबटाए जाएं. सो, वे काम हाथ में लें जो उस समय ज्यादा जरूरी हैं. अपने काम को एक और्डर में और समय पर करना सीखें, तनाव महसूस नहीं होगा.
हम लगभग रोज ही न्यूजपेपर्स में या औनलाइन मैडिटेशन और ब्रीदिंग ऐक्सरसाइज के महत्त्व के बारे में पढ़ते हैं. पर इस के लिए टाइम निकालना मुश्किल लगता है. यदि आप अपना स्ट्रैस लैवल कम करना चाहते हैं तो ब्रीदिंग पर ध्यान देना बहुत जरूरी है. जब आप ब्रश कर रहे हों, ट्रैफिक में फंसे हों, 5 सैकंड्स के लिए सांस लें, 5 सैकंड्स होल्ड करें, 5 सैकंड्स में सांस छोड़ दें. यह टिप आजमा कर देखें.
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अपने दिमाग को शांत रखने के लिए छोटीछोटी चीजें करें. काम के बीच छोटेछोटे ब्रेक लें. डार्क चौकलेट खाएं. मजेदार आर्टिकल पढ़ें. ये चीजें तनाव कम करने में आश्चर्यजनक रूप से काम करती हैं.
ऐसा म्यूजिक सुनें जो आप के मूड को ठीक कर देता हो. प्लेलिस्ट बनाएं. म्यूजिक का आनंद लेते रहें. शावर लेते हुए, ब्रैकफास्ट के समय या सफर करते हुए अपनी पसंद का गाना सुनें. इस से आप का दिमाग तुरंत शांत होगा और तनाव से आप बहुत दूर रह सकते हैं.
अपनी सीमाएं जानें, उतना ही काम हाथ में लें जितना आप कर सकते हों. वरना आप तनाव में आ सकते हैं. मल्टीटास्ंिकग का आइडिया आप को हीरो जैसी फीलिंग तो दे सकता है पर यह जानना भी बहुत जरूरी है कि एक पौइंट पर आप कितना काम बिना तनाव में आए कर सकते हैं.
ऐक्सरसाइज से एनर्जी और कार्यक्षमता बढ़ती है. स्ट्रैस जल्दी कम करने का यह सब से आसान तरीका है. ऐक्सरसाइज के बाद दिमाग एंडोर्फिन्स रिलीज करता है. वौकिंग, स्विमिंग, बाइकिंग, वेट लिफ्ंिटग मूड सुधारने के लिए बहुत लाभदायक हैं, सो ऐक्सरसाइज जरूर करें.
अच्छी नींद लें. यदि आप की नींद पूरी नहीं होती है, आप का दिमाग ठीक तरह से काम नहीं कर सकता और फिर छोटी से छोटी प्रौब्लम भी आप को बहुत बड़ी लगेगी जिस से फिर आप तनाव के घेरे में आ जाएंगे. अध्ययन के अनुसार, व्यक्ति को 8 घंटे की नींद जरूर लेनी चाहिए. इस का एक साइकिल होता है. कम सोने से स्ट्रैस बढ़ता है और तनाव ज्यादा रहने पर नींद आने में परेशानी होती है. इसलिए समय पर सोएं. नींद पूरी करना जरूरी है.
पौजिटिव रहें. जब भी अपने शरीर में तनाव महसूस हो, आंख बंद करें, अच्छी और पौजिटिव बातें सोचें, अपने दिमाग में शांतिपूर्ण जगह की कल्पना करें और अपने जीवन की उन सिंपल चीजों को याद करें जिन्होंने आप को खुशियां दीं. तनाव होने पर यह आसान नहीं होगा पर जीवन के प्रति पौजिटिव सोच रखना असंभव भी नहीं है.
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स्वस्थ खाने की आदत डालें. विटामिन बी से युक्त डाइट लें. जैसे, पालक, ब्रोकली, दालें, बादाम, हरी पत्तेदार सब्जियां खाएं. ओमेगा थ्री फैटी एसिड्स, जिंक तनाव दूर करने में बहुत मदद करते हैं.
कभीकभी खुद को औरों से डिस्कनैक्ट भी कर लें क्योंकि आज के जमाने में एकदूसरे से सोशल मीडिया पर जुड़े रहने में काफी समय जाता है. मस्तिष्क को आराम देने के लिए कभीकभी स्विचऔफ मोड में भी चले जाएं. फोन, टीवी, कंप्यूटर कुछ समय के लिए बंद करें. बाहर निकलें. नेचर के साथ कुछ समय बिताएं. शांत जगह का आनंद लें और अपने मस्तिष्क को फिरकाम करने के लिए अच्छी पौजिटिव एनर्जी दें.
स्ट्रैस कम करने के लिए कभी भी ड्रग्स, अलकोहल का सहारा न लें.
साफसुथरी जगह मन शांत रहता है. साफसफाई का ध्यान रखें. थोड़ी मेहनत करनी होगी, रोज 10-15 मिनट अपने सामान को व्यवस्थित करने में जरूर लगाएं.
अपने घर में ही आप को स्ट्रैस कम करने के तरीके मिल जाएंगे जिन से आप का तनाव तुरंत कम होगा. घर में किसी प्रियजन को गले लगाएं, फिजिकल टच आप के तनाव को दूर करेगा. जब आप किसी के गले लगते हैं, औक्सीटोसिन रिलीज होता है. इस का संबंध प्रसन्नता और तनाव कम होने से है. औक्सीटोसिन स्ट्रैस हार्मोन नोरएपिनफ्राइयन कम करता है और शरीर को रिलैक्स करता है.
अपनेआप से सकारात्मक, आशावादी बातें करें. इस से आप अपनी भावनाओं को मैनेज कर पाएंगे.
अपने आसपास सपोर्टिव लोग रखें, कोई फैमिली मैंबर या कोई दोस्त ऐसा हो जिस से आप अपने मन की बात शेयर कर सकें. इस से आप को सोशल सपोर्ट मिलेगा.
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हंसने से स्ट्रैस कम होता है. डाक्टर पैच एडम्स के अनुसार, ह्यूमर बीमारी और सर्जरी की रिकवरी में हैल्पफुल है. स्ट्रैस महसूस हो रहा हो, तो हंसनेहंसाने वाले लोगों से मिलें.