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विजय हजारे ट्रौफी जीतने के बाद इस क्रिकेटर ने लिया संन्यास

किसी भी खिलाड़ी के लिए संन्यास लेने का इससे ज्यादा सही समय क्या होगा कि जब उसका आखिरी मैच कोई टूर्नामेंट का फाइनल हो और उसकी टीम वह टूर्नामेंट जीत जाए. कर्नाटक के बायें हाथ के तेज गेंदबाज श्रीनाथ अरविंद (33) ने मंगलवार को राज्य के विजय हजारे ट्रौफी एकदिवसीय टूर्नामेंट का चैम्पियन बनने के बाद प्रथम श्रेणी क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा की. अरविंद ने 2015 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ एक टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच में भी देश का प्रतिनिधित्व किया था. इस मैच में उन्होंने 44 रन देकर एक विकेट लिया था.

अरविंद ने कहा, ‘‘मैंने घरेलू क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास लेने का फैसला किया है. मैं जीत के साथ करियर को खत्म करना चाहता था और विजय हजारे के फाइनल में जीत से बेहतर कुछ और नहीं हो सकता था.’ मंगलवार को खेले गये फाइनल में कर्नाटक ने सौराष्ट्र को 41 रन से शिकस्त दी. अपने दस साल के करियर में अरविंद ने 56 प्रथम श्रेणी मैच में 186 विकेट झटके जिसमें दो बार पारी में पांच विकेट भी शामिल हैं.

अरविंद धीमी पिचों पर अक्सर बायें हाथ से स्पिन गेंदबाजी भी करते थे. उन्होंने 84 टी20 मैचों में 103 विकेट लिये. उन्होंने आईपीएल के कुछ सत्रों में रौयल चैलेंजर बेंगलुरु के लिए भी खेला हैं. अरविंद ने कहा कि टीम में प्रसिद्ध कृष्णा और टी प्रदीप जैसे काबिल तेज गेंदबाजों के आने के बाद उन्होंने करियर के शीर्ष पर संन्यास लेने का फैसला किया.

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अरविंद ने कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (केएससीए) का शुक्रिया अदा करते हुये कहा, ‘‘मैं किसी प्रतिभावान खिलाड़ी के रास्ते का रोड़ा नहीं बनना चाहता हूं. मुझे लगा यह सही समय है. मैंने इस फैसले के बारे में टीम के खिलाड़ियों को कल रात ही बता दिया था. राज्य का प्रतिनिधित्व का मौका देने के लिए मैं केएससीए का शुक्रगुजार हूं, मैं अपने अभिभावकों और भगवान का भी आभारी हूं.’’

अरविंद से जब पूछा गया कि क्या भारतीय टीम और आईपीएल में नजरअंदाज किये जाने से उन्होंने ऐसा फैसला लिया तो उन्होंने कहा, ‘‘नहीं, मैं ऐसा नहीं सोचता, यह बहुत निजी फैसला है.’’ अरविंद ने आर विनय कुमार और अभिमन्यु मिथुन के साथ मिलकर सबसे खतरनाक तेज गेंदबाजों की तिकड़ी बनाई थी. उनके टीम में रहते हुये कर्नाटक ने सभी राष्ट्रीय टूर्नामेंट अपने नाम किये जिसमें रणजी ट्रौफी, ईरानी कप, विजय हजारे ट्रौफी और सैयद मुश्ताक अली टी20 चैम्पियनशिप शामिल है.

तीसरी बार जीती विजय हजारे ट्रौफी

कर्नाटक ने फिरोजशाह कोटला मैदान पर खेले गए विजय हजारे ट्रौफी के फाइनल मुकाबले में मयंक अग्रवाल (90) और कृष्णप्पा गौथम (3/27) के शानदार प्रदर्शन के दम पर सौराष्ट्र को 41 रनों से हराकर खिताबी जीत दर्ज की. कर्नाटक ने इस जीत के साथ ही तीसरी बार यह खिताब अपने नाम तीसरी बार अपने नाम किया है. इससे पहले उसने 2013-14, 2014-15 में विजय हजारे ट्रौफी अपने नाम की थी.

सौराष्ट्र ने टौस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया. कर्नाटक ने मयंक की शानदार पारी के दम पर 45.5 ओवरों में सभी विकेट गंवाकर 253 रन बनाए. 79 गेंदों पर 11 चौके और तीन छक्के लगाने वाले मयंक के अलावा रविकुमार सामर्थ ने 49 तथा पवन देशपांडे ने 48 रनों की पारी खेली. श्रेयष गोपाल ने भी 31 रनों का योगदान दिया.

सौराष्ट्र की ओर से कमलेश मकवाना ने 34 रन देकर चार सफलता हासिल की. इसके अलावा प्रीराक मांकड ने दो विकेट लिए. दो खिलाड़ी रन आउट हुए. जवाब में सौराष्ट्र की टीम कप्तान चेतेश्वर पुजारा (94) की शानदार अर्धशतकीय पारी के बावजूद 46.3 ओवरों में सभी विकेट गंवाकर 212 रन ही बना सकी और हार गई.

पुजारा की पारी काम न आ सकी

पुजारा ने 127 गेंदों का सामना कर 10 चौके और एक छक्का लगाया. वह रन आउट हुए. इसके अलावा कोई और बल्लेबाज चल नहीं सका. चिराग जानी ने 22 रन जोड़े. मकवाना 22 रनों पर नाबाद लौटे. कर्नाटक की ओर से कृष्णपप्पा गौतम और प्रसिद्ध कृष्णा को तीन-तीन विकेट मिले. इसके अलावा, स्टुअर्ट बिन्नी और पवन देशपांडे को एक-एक सफलता मिली. श्रीनाथ अरविंद ने सात ओवर फेंके और 42 रन दिए लेकिन कोई विकेट हासिल नहीं कर सके.

आखिर क्या होता है जब कंपनी दिवालिया हो जाती है, पढ़ें विस्तार से

नीरव मोदी के स्वामित्व वाली कंपनी फायरस्टार डायमंड ने न्यूयौर्क की एक अदालत में दिवालिया होने की अर्जी दी है. ऐसे में आपके मन में कई तरह के सवाल आ रहे होंगे कि दिवालिया होने की अर्जी देने के बाद क्या होता है? आखिर किसी कंपनी के दिवालिया होने पर क्या होता है? आखिर निवेशकों का क्या होता है? हम अपनी इस खबर में आपके इन्हीं सवालों के जवाब देने जा रहे हैं.

कंपनी के दिवालिया होने पर क्या होता है: मान लीजिए अगर कोई कंपनी रियल एस्टेट/ प्रौपर्टी के बिजनेस से जुड़ी है और उसके दिवालिया होने की नौबत आती है, तो उस सूरत में निवेशक क्रेडिटर बन जाते हैं, क्रेडिटर भी दो तरह के होते हैं एक सिक्योर्ड और दूसरे अनसिक्योर्ड.

कंपनी को रिवाइव करने की होती है कोशिश: कंपनी के दिवालिया होने पर मामला नेशनल कंपनी लौ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) के पास जाता है और इनसौल्वेंसी प्रोफेशनल नियुक्त किया जाता है, जिसे यह जिम्मा सौंपा जाता है कि वो 180 दिनों के भीतर कंपनी को रिवाइव करने का प्रयास करे. अगर कंपनी 180 दिनों के भीतर कंपनी रिवाइव हो जाती है तो कंपनी फिर से सामान्य कामकाज करने लग जाती है, नहीं तो इसे दिवालिया मानकर आगे की कार्यवाही की जाती है.

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क्या करती हैं दिवालिया हो चुकी कंपनियां: दिवालिया होने के बाद कंपनी Wind-up Petition दाखिल करती है. इसके बाद कंपनी अपनी कुल एसेट्स की बिक्री कर क्रेडिटर को पैसा चुका देती है, हालांकि इस सूरत में अक्सर निवेशकों को नुकसान ही होता है. आप एक उदाहरण से समझिए.

मान लीजिए अगर किसी कंपनी में दो लोगों ने 100-100 रुपए का निवेश कर रखा है और दिवालिया होने के बाद कंपनी की कुल वैल्यु 20 रुपए रह गई है तो इन दोनों निवेशकों को 10-10 रुपए की राशि बराबर-बराबर बांट दी जाएगी. ऐसे में इन दोनों को 90 रुपए का नुकसान होगा.

क्या है निवेशकों के पास आखिरी रास्ता: ऐसी स्थिति में निवेशकों के पास आखिरी रास्ता यह होता है कि निवेशक कोर्ट डौक्टराइन औफ कौर्पोरेट वेल यानी यह साबित कर दें कि शुरुआत से ही कंपनी की मंशा निवेशकों का पैसा लेकर भागने की थी, तो ही आप कंपनी के प्रमोटर्स को लायबल (जवाबदेह) बना सकते हैं और इस सूरत में उनको आपका पैसा लौटाना होगा. फ्रीडम मोबाइल वाले मामले में कुछ ऐसा ही हुआ था.

28 फरवरी को दोपहर एक बजे दी जाएगी श्रीदेवी को अंतिम विदाई

अभिनेत्री श्रीदेवी का 24 फरवरी की देर रात दुबई के एक होटल में निधन हो गया था. दुबई पुलिस व वहां की सरकार ने अपने देश के कानून के मुताबिक इस मामले की जांच की. अंततः हर तरह की अटकलों को खत्म करते हुए दुबई के सरकारी वकील/पब्लिक प्रोसीक्यूएशन और दुबई पुलिस ने श्रीदेवी की मौत से जुड़ा केस हमेशा के लिए बंद कर दिया है. बोनी कपूर पर भी शक की उंगली नहीं उठायी है. और आज श्रीदेवी के पार्थिव शरीर को मुंबई लाने की इजाजत मिल गयी है.

सूत्रों के अनुसार श्रीदेवी का पार्थिव शरीर रात साढ़े दस बजे तक मुंबई पहुंचेगा. श्रीदेवी के पार्थिव शरीर को एयरपोर्ट से सीधे उनके अंधेरी के ग्रीन अक्राड स्थित घर ले जाया जाएगा. उसके बाद उनके शव को बोनी कपूर के पुराने बंगले यानी कि अंधेरी में ही सात बंगला स्थित भाग्य बंगले ले जाया जाएगा. कुछ समय वहां पर रखने के बाद श्रीदेवी के पार्थिव शरीर को पुनः ग्रीन अक्राड के मकान के बगल में स्थित ‘लोखंडवाला सेलेब्रेशन क्लब’ में रखा जाएगा, जहां श्रीदेवी के प्रशंसक व अन्य लोग उनके अंतिम दर्शन कर सकेंगे.

सूत्रों के अनुसार श्रीदेवी को आखिरी विदाई, बुधवार, 28 फरवरी की दोपहर एक बजे मुंबई में विलेपार्ले  स्थित पवन हंस श्मशान गृह में दी जाएगी.

श्रीदेवी के यकीन की हुई जीत, देर रात मुंबई पहुंचेगा पार्थिव शरीर

बौलीवुड की महान अदाकारा श्रीदेवी का गत शनिवार की देर रात दुबई के होटल जुमैरा के कमरा नंबर 2201 में अचानक निधन हो गया था. उसके बाद दुबई पुलिस प्रशासन ने श्रीदेवी के पार्थिव शरीर को श्रीदेवी के परिजनों को सौंपने से पहले अपने देश के नियमों के मुताबिक गहन छानबीन की, जिसके चलते श्रीदेवी के पार्थिव शरीर को भारत लाने में काफी देर होती रही.

श्रीदेवी के पार्थिव शरीर को भारत में लाने में होती देर के बीच उनकी मौत को लेकर कई तरह के सवाल उठ खड़े हुए. सूत्रों के अनुसार दुबई पुलिस ने श्रीदेवी के पति बोनी कपूर से करीबन तीन बार पूछताछ की. इस खबर के साथ ही अटकलों का बाजार गर्म हो गया कि बोनी कपूर और श्रीदेवी के बीच मनमुटाव हो गया था. कुछ लोगों ने कहा कि श्रीदेवी और बोनी कपूर के बीच जमकर झगड़ा हुआ था. उसके बाद बोनी कपूर उन्हे दुबई में अकेले ही छोड़कर मुंबई आ गए थे. और दो दिन बाद पुनः श्रीदेवी को मनाने के लिए दुबई पहुंचे थे..वगैरह वगैरह.

कुछ लोगों ने कहा कि श्रीदेवी की बहन श्रीलता भी दुबई में थी और श्रीदेवी व उनकी बहन श्रीलता के बीच भी झगड़े हुए. इस झगड़े में बोनी कपूर ने मध्यस्थता कराने की कोशिश की, जिसके चलते श्रीदेवी अपने पति बोनी कपूर से नाराज थी. यानी कि हर कोई अपने अपने हिसाब से एक नई कहानी सुना रहा था.

लेकिन मंगलवार, 27 फरवरी को भारतीय समय के अनुसार शाम तीन बजे दुबई के पब्लिक प्रोसीक्यूएशन विभाग ने सारी जांच करने के बाद श्रीदेवी के पार्थिव शरीर को मुंबई, भारत ले जाने की हरी झंडी दे दी. उसके बाद पुलिस ने भारतीय दूतावास और श्रीदेवी के परिजनों को श्रीदेवी के पार्थिव शरीर को भारत ले जाने का पत्र सौंपा.

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सूत्रों के अनुसार इस पत्र में पुलिस प्रशासन ने श्रीदेवी की मौत का केस पूरी तरह से बंद करने की बात कही गयी है, क्योंकि उन्हें कोई आपराधिक साजिश नजर नहीं आयी. बहरहाल, दुबई में पार्थिव शरीर पर रासायनिक लेपन की क्रिया शुरू की जा चुकी है और आज देर रात तक श्रीदेवी का पार्थिव शरीर मुंबई प्रायवेट जेट विमान से पहुंच जाएगा.

इससे बोनी कपूर और श्रीदेवी के बीच झगड़े की जो कहानियां प्रसारित हो रही थीं, वह गलत साबित हुई. आज भले ही श्रीदेवी इस संसार में नहीं हैं, मगर अंततः एक बार फिर श्रीदेवी का अपना यकीन जीता.

जी हां! लगभग आठ माह पहले श्रीदेवी ने बोनी कपूर के संग अपनी शादी की सफलता की चर्चा करते हुए हमसे एक्सक्लूसिव बात करते हुए बोनी कपूर पर अपने यकीन की बात कही थी. श्रीदेवी ने कहा था-‘‘मैरिड लाइफ में एक दूसरे पर यकीन करना बहुत महत्व रखता है. हमारे बीच यह यकीन कभी नहीं टूटा. इसके अलावा एक शादीशुदा जिंदगी को सफल बनाने में बच्चे अहम किरदार निभाते हैं. यह बच्चे पति व पत्नी के बीच रिश्ते को मजबूती देते हैं. प्यार को बढ़ाते हैं. इसके अलावा जरूरत यह होती हैं कि हम परिवार में अच्छे दोस्त बनकर रहें.’’

इतना नहीं पति बोनी कपूर की चर्चा करते हुए श्रीदेवी ने हमसे कहा था-‘‘बोनी कपूर एक अच्छे पति और एक अच्छे पिता हैं. वह मेरे लिए सब कुछ हैं. मैं बहुत खुशनसीब हूं कि मुझे ऐसे पति मिले. बोनी कपूर ऐसे पति हैं, जो कि मुझे अच्छी तरह से समझते हैं. मुझे प्यार देते हैं. हमारे बीच दिन प्रतिदिन प्यार बढ़ता चला गया. मैं ईश्वर की बहुत शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने मेरी जिंदगी में पति के रूप में बोनी कपूर को भेजा.’’

बीसीसीआई ने मानी द्रविड़ की बात, सभी को मिली बराबर की इनामी राशि

टीम इंडिया की दीवार कहे जाने वाले पूर्व कप्तान राहुल द्रविड़ ने एक बार फिर से साबित कर दिया कि इस जेंटलमैन गेम में वह क्यों सबसे अलग हैं. अभी हाल ही में अंडर-19 भारतीय टीम ने चौथी बार वर्ल्ड कप का खिताब अपने नाम किया. इसके बाद बीसीसीआई ने मुख्य कोच, सहायक कोच और टीम के खिलाड़ियों के लिए अलग अलग इनामी रकम का ऐलान किया था. लेकिन इनामी रकम में अंतर को लेकर राहुल द्रविड़ ने नाखुशी जाहिर की थी.

राहुल द्रविड़ ने मांग की थी कि इनाम के तौर पर दी जाने वाली राशि सभी को बराबर दी जाए. अब भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने राहुल द्रविड़ की इस मांग को स्वीकार कर लिया है. कमाल की बात ये है कि राहुल द्रविड़ की इस मांग को स्वीकार करते ही खुद उनकी इनामी राशि आधी रह जाएगी. राहुल द्रविड़ के इस काम की अब सोशल मीडिया पर जमकर तारीफ हो रही है.

अब हेड कोच द्रविड़ और सपौर्ट स्टाफ दोनों को 25-25 लाख रुपए मिलेंगे. इनामी रकम अब अंडर-19 टीम के उन सदस्यों को भी मिलेगी जो पिछले करीब एक साल से टीम के साथ जुड़े हैं. द्रविड के अनुरोध के बाद बीसीसीआई के इस फैसले का सबसे ज्यादा फायदा टीम ट्रेनर रहे राजेश सावंत के परिवार को मिलेगा. राजेश का पिछले साल निधन हो गया था और अब उनके परिवार को बड़ी इनामी रकम दी जाएगी.

बता दें कि बीसीसीआई ने राहुल द्रविड़ को 50 लाख, स्पोर्ट स्टाफ के प्रत्येक सदस्य को 30 लाख और टीम के हर मेंबर को 30 लाख रुपए इनाम की घोषणा की थी. बोर्ड की इस इनामी रकम की घोषणा से द्रविड नाखुश नजर आए क्योंकि इन रकम में काफी फर्क था. इनाम की रकम को लेकर उनका कहना था कि इस इनामी राशि में भेदभाव नहीं होना चाहिए.

फेस्टिव सीजन में ट्रेन से सफर करने वालों के लिए खुशखबरी

अगर आप भी होली के मौके पर ट्रेन से घर जा रहे हैं तो आपके लिए रेलवे का नया नियम जानना बेहद जरूरी है. दरअसल रेलवे ने वेटिंग लिस्ट के नियमों में बदलाव किया है. रेलवे की तरफ से इस कदम के शुरू होने के बाद यात्रियों को फायदा मिलेगा.

फेस्टिव सीजन पर अक्सर ट्रेन में सफर करने वालों को टिकट कन्फर्म न होने की समस्या का सामना करना पड़ता है. महीनों इंतजार करने के बाद भी टिकट कन्फर्म नहीं हो पाता. ऐसे में कई बार आप अपना प्लान चेंज कर देते हैं. लेकिन अब रेलवे ने तय किया है कि महिला कोटे के तहत इस्तेमाल नहीं होने वाली सीटों को पहले वेटिंग लिस्ट की महिला यात्रियों और उसके बाद वरिष्ठ नागरिकों को दिया जाएगा.

फिलहाल यह कोटा चार्ट बनने के समय तक बुकिंग के लिए खुला रहता है और उसके बाद कोटे की बची हुई सीटों को वेट-लिस्ट के यात्रियों के लिए छोड़ दिया जाता है. इस दौरान सीटों का आवंटन लैंगिक आधार पर नहीं होता. रेलवे बोर्ड ने 15 फरवरी के एक सर्कुलर में सभी व्यावसायिक प्रबंधकों को ‘महिला कोटा के तहत आने वाली सीटों के इस्तेमाल के तर्क में सुधार करने’ के अपने फैसले की जानकारी दी.

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पहले वेटिंग लिस्ट की महिला यात्रियों को दें सीट

सर्कुलर के मुताबिक चार्ट बनने के समय महिला यात्रियों के लिए कोटे की प्रयोग में ना आनेवाले सीटों को पहले वेटिंग लिस्ट की महिला यात्रियों को दिया जाए और बाद में वरिष्ठ नागरिकों को. साथ ही इसमें कहा गया, ‘अगर ऐसा कोई भी यात्री नहीं है और सीट खाली रहती है तो ट्रेन में मौजूद टिकट की जांच करने वाला स्टाफ सीट को किसी अन्य महिला यात्री या वरिष्ठ नागरिक को देने के लिए अधिकृत होगा.’

स्पेशल ट्रेनों की भी घोषणा की

दूसरी तरफ होली पर बढ़ती भीड़ को देखते हुए भारतीय रेलवे ने स्पेशल ट्रेनों की भी घोषणा की है. इनमें से अधिकतर ट्रेनों उत्तर रेलवे जोन में चलाई जाएंगी. उत्तर रेलवे की तरफ से एक बयान जारी कर कहा गया कि होली के मौके पर बढ़ती भीड़ को देखते हुए अतिरिक्त ट्रेनें चलाने का फैसला किया गया है.

अतिरिक्त ट्रेनें दिल्ली, यूपी, मुंबई, जम्मू, झारखंड और पश्चिम बंगाल के रूट पर चलाई जाएंगी. रेलवे ने उत्तरी जोन में रामनगर-हावड़ा, गोरखपुर-मुंबई, रांची-आनंद विहार और मुंबई-जम्मू के बीच होली स्पेशल ट्रेनें चलाई जाएंगी. इसके अलावा सेंट्रल रेलवे ने आठ साप्ताहिक ट्रेनों की घोषणा की है. ये ट्रेनें मुंबई के लोकमान्य तिलक टर्मिनस से बिहार के बरौनी के बीच चलेंगी. इन ट्रेनों के लिए रेलवे की तरफ से स्पेशल चार्ज वसूला जाएगा.

पीएनबी घोटाले की बढ़ी रकम, नीरव मोदी का एक और फ्रौड उजागर

हाल ही में नीरव मोदी द्वारा किये पंजाब नेशनल बैंक घोटाले का खुलासा हुआ था. देश के इस सबसे बड़े बैंकिंग स्कैम की परतें जैसे जैसे खुलती जा रही हैं वैसे वैसे कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आ रहे हैं. अभी नीरव मोदी घोटाले की गुत्थी सीबीआई और ईडी सुलझा ही रही थी कि इस मामले में एक और बड़ा खुलासा हुआ है.

पंजाब नेशनल बैंक की तरफ से खुद इस बात की जानकारी दी गई है कि घोटाले की रकम 11400 करोड़ नहीं बल्कि इससे भी ज्यादा है. इस घोटाले की रकम में अन्य 1300 करोड़ रुपए के फ्रौड ट्रांजैक्शन का पता लगा है. यानी पहले के 11400 और अब 1300 करोड़ के खुलासे के बाद अब इस स्कैम की कुल रकम 12700 करोड़ रुपए हो गई है.

मनी लान्ड्रिंग रोधक कानून (पीएमएलए) अदालत ने सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को हजारों करोड़ों का घपला करने वाले हीरा व्यापारी नीरव मोदी की संपत्ति के बारे में जानकारी हासिल करने और सीज करने के मामले में 6 देशों (हौन्गकौन्ग, अमेरिका, ब्रिटेन, संयुक्त अरब अमीरात, दक्षिण अफ्रीका और सिंगापुर) को अनुरोध पत्र (एलआर) भेजने की इजाजत दे दी है. ईडी का कहना था कि इस मंजूरी के बाद उसे हौन्गकौन्ग इन 6 देशों में अवैध कमाई जब्त करने और दस्तावेज तथा सबूत जुटाने में मदद मिलेगी.

सीबीआई ने 31 जनवरी को नीरव मोदी और उसकी कंपनियों तथा एक अन्य आभूषण कारोबारी मेहुल चौकसी के खिलाफ प्राथमिकी (एफआईआर) दर्ज की थी. बाद में प्रवर्तन निदेशालय ने भी इस मामले की जांच शुरू की. गौरतलब है कि जब से मामले का खुलासा हुआ है तभी से ईडी, सीबीआई की कार्रवाई जारी है. ईडी अभी तक 5000 करोड़ से अधिक की चल-अचल संपत्ति जब्त कर चुका है.

बता दें कि मामले में हुई लगातार छापेमारी के बाद नीरव मोदी ने पीएनबी को खत लिखकर कहा था कि कार्रवाई से उसके बिजनेस को काफी नुकसान पहुंचा है, इसलिए वह रकम वापस नहीं दे सकता है. हालांकि, पीएनबी ने जवाबी खत लिखते हुए कहा था कि जो भी कार्रवाई हुई है वह कानूनी तौर पर सही है और वह ठोस तरीके को बताएं जिसके तहत वो पैसा वापस लौटाएंगे.

श्रीदेवी का पार्थिव शरीर मुंबई लाने में क्यों हो रही है देरी, जानिए 10 बातें

बौलीवुड की दिग्गज अभिनेत्री श्रीदेवी की आकस्मिक मौत का रहस्य अब गहराता जा रहा है. उनकी मौत के कारणों को लेकर सामने आई अलग-अलग वजहों के बीच दुबई पुलिस और प्रशासन की सख्ती के चलते सोमवार को दिनभर श्रीदेवी के पार्थिव शरीर के मुंबई आने का इंतजार होता रहा. लेकिन कई कारणो के चलते ऐसा ना हो सका. अब माना जा रहा है कि उनका पार्थिव शरीर को मुंबई लाने में और देरी हो सकती है.

शनिवार देर रात हुई श्रीदेवी की मौत का पहला कारण हार्ट अटैक माना गया जो कुछ देर बाद कार्डिक अरेस्ट में बदल गया. सोमवार दोपहर यही माना जा रहा था और इंतजार सिर्फ इस बात का था कि पोस्टमार्टम की प्रक्रिया के बाद मृत्यु प्रमाणपत्र जारी कर दिया जाए. इसके बाद मुंबई लाकर श्रीदेवी के अंतिम संस्कार की औपचारिकताओं को पूरा किया जाए. लेकिन फिर दोपहर बाद घटनाक्रम तेजी से बदलना शुरू हुआ. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पोस्टमार्टम की पहली रिपोर्ट में कहा गया कि बाथटब में दुर्घटनावश डूब जाने से उनकी मौत हुई. इसी रिपोर्ट में कहा गया कि जांच में श्रीदेवी के खून में नशे की मात्रा पाई गई.

उनका मौत को लेकर इस उलझती मिस्ट्री की वजह से श्रीदेवी का पार्थिव शरीर लाने में और देरी हो सकती है, क्योंकि दुबई पुलिस ने भारतीय दूतावास नवदीप सूरी से कहा है कि अभिनेत्री का शव सुपुर्द करने से पहले एक और ‘मंजूरी’ मिलनी बाकी है. यह पूछे जाने पर कि शव कब देश लाया जा सकता है, सूरी ने कहा कि कोई समय सीमा देना मुश्किल है क्योंकि यूएई के अधिकारी अपनी प्रक्रिया का पालन कर रहे हैं. इससे पहले सोमवार रात सूरी ने श्रीदेवी की असमय मौत की वजहों को लेकर लगाई जा रही अटकलों को खारिज करते हुए कुछ ट्वीट किए. उन्होंने लिखा है, श्रीदेवी की अचानक मौत में मीडिया की दिलचस्पी की बात समझी जा सकती है. लेकिन अटकलबाजी से कोई मदद नहीं मिलने वाली है.

क्यों हो रही है देरी, जानें 10 बातें

यूएई में भारत के राजदूत नवदीप सूरी ने कहा कि दुबई पुलिस एक और ‘मंजूरी’ मिलने के बाद ही शव सुपुर्द कर सकती है. हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि किस तरह की ‘मंजूरी’ की जरूरत है. सूरी ने कहा, ‘यह उनकी आंतरिक प्रक्रिया है. हम नहीं जानते.’

दुबई सरकार ने ट्विटर पर लिखा कि पुलिस ने मामला ‘दुबई लोक अभियोजन’ को सौंप दिया है जो इस तरह के मामलों में अपनायी जाने वाली कानूनी प्रक्रिया का पालन करेगा.

दुबई सरकार के मीडिया अधिकारी ने ट्विटर पर कहा, “पोस्टमार्टम विश्लेषण होने के बाद दुबई पुलिस मुख्यालय ने आज बताया कि भारतीय अभिनेत्री श्रीदेवी की मौत उनके होटल के कमरे में बाथटब में बेहोश होने के बाद डूबने से हुई.”

दुबई के अखबार खलीज टाइम्स ने अपनी एक खबर में कहा कि आज दोपहर (स्थानीय समयानुसार) शव पर लेप लगाया जा सकता है. अभिनेत्री का शव लाने की प्रक्रिया तेज करने के लिए भारतीय दूतावास एवं वाणिज्य दूतावास स्थानीय अधिकारियों के साथ मिलकर प्रयास कर रहे हैं.

यह साफ नहीं हुआ है कि 54 वर्षीय अभिनेत्री किस कारण से बेहोश हुईं और क्या दिल का दौरा पड़ने से हुई मौत की शुरूआती खबर सच है या पिर वाकई बाथ टब में डुबने की वजह से उनकी मौत हुई. उनकी मौत से पूरे देश में उनके प्रशंसक और फिल्म जगत हैरान है. खबरों के अनुसार रिलायंस कौम्युनिकेशंस (आरकौम) के प्रमुख अनिल अंबानी ने अपने निजी विमान में अभिनेत्री का पार्थिव शरीर देश लाने की पेशकश की है.

दुर्घटनावश डूबने की इस ताजा खबर से श्रीदेवी की मौत को लेकर बना रहस्य और गहरा गया है. उनके परिवार ने अभिनेत्री की मौत के बाद दिए गए शुरूआती बयान के बाद से कुछ नहीं कहा है और मीडिया से दुख के इस समय में उन्हें अकेला छोड़ देने का अनुरोध किया है. श्रीदेवी के परिवार में उनके पति फिल्म निर्माता बोनी कपूर और दो बेटियां हैं.

पुलिस ने अपनी जांच के बाद पूरा मामला आगे की जांच के लिए वहां के सरकारी वकील के सुपुर्द कर दिया है और इसके बाद अपुष्ट रूप से दो अहम खबरों की जानकारी मिली है.

एक खबर यह है कि दुबई पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने श्रीदेवी के पति बोनी कपूर से पूछताछ की है और यहां तक संकेत मिले हैं कि बोनी कपूर का पासपोर्ट पुलिस ने अपने पास रख लिया है.

दूसरी खबर यह बताई जा रही है कि सरकारी पुलिस अब तक की जांच से संतुष्ट नहीं है और जांच आगे बढ़ाने के संकेत हैं. अगर ऐसा होता है तो न सिर्फ शव को मुंबई लाने में और ज्यादा विलंब हो जाएगा, बल्कि बोनी कपूर पर गिरफ्तारी का संकट गहरा सकता है.

एक और खबर ये है कि अब इस मामले में शादी समारोह में हिस्सा लेने गए कपूर परिवार के दूसरे सदस्यों के भी बयान लिए जाएंगे. इनमें श्रीदेवी की छोटी बेटी खुशी का नाम भी शामिल है. इस संभावना से भी इन्कार नहीं किया है कि जिस होटल में श्रीदेवी रुकी हुई थीं, वहां के स्टाफ से भी पूछताछ होगी. सूत्रों का कहना है कि होटल का रूम नंबर 2201 पुलिस ने सील कर दिया है. इसी रूम में यह हादसा हुआ था. यही नहीं श्रीदेवी की कौल डिटेल भी खंगाली जा रही है.

लौर्ड्स में इस शख्स को जवाब देने के लिए उतारी थी जर्सी : सौरव गांगुली

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली अपनी आत्मकथा ‘ए सेंचुरी इज नौट एनफ’ में क्रिकेट से जुड़ी अपनी कुछ बातों को फैन्स के सामने लाए हैं. यह किताब जल्द ही लौन्च होने वाली है, लेकिन लौन्च से पहले किताब के कुछ अंश को गांगुली ने फैन्स के साथ शेयर किया. एक बातचीत के दौरान सौरव गांगुली ने साल 2002 में खेले गए नैटवेस्ट सीरीज का जिक्र किया.

गांगुली ने कहा, ”फाइनल मैच में जीत को लेकर टीम काफी उत्साहित थी और जहीर खान के विनिंग शौट लगाते ही मैं अपने आपको रोक नहीं सका.” गांगुली ने बताया कि जीतने के बाद शर्ट उतारकर सेलिब्रेट करना सही नहीं था. जीत का जश्न मनाने के लिए और भी कई तरीके थे.” गांगुली ने कहा,

”जब इंग्लैंड की टीम भारत आई थी तो एंड्र्यू फ्लिंटौफ ने यह काम किया था. लौर्ड्स में फाइनल मुकाबला जीतने के बाद मैंने भी कुछ ऐसा ही किया. हालांकि, इस घटना के बाद इसे लेकर काफी पछतावा हुआ और मैं आज तक इस बात का अफसोस कर रहा हूं. रियल लाइफ में मैं इस तरह का इंसान नहीं हूं. खुशी जाहिर करने के और भी तरीके थे, लेकिन क्रिकेट का जुनून मुझ पर इस कदर हावी था कि मैंने फ्लिंटौफ को उन्हीं के अंदाज में जवाब देना बेहतर समझा.”

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बता दें कि इंग्लैंड की टीम ने मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में भारत को वनडे सीरीज के फाइनल मुकाबले में हराया था. इसके बाद जब भारतीय टीम इंग्लैंड दौरे पर गई थी तो वहां वो जीतने में कामयाब रही. इस मैच में मुश्किल परिस्थितियों से निकलकर भारतीय खिलाड़ियों ने जीत हासिल की थी. लौर्ड्स में खेले गए फाइनल मैच में इंग्लैंड की टीम ने 50 ओवर में 5 विकेट खोकर 325 रन बनाने में सफल रही थी.

326 रनों का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत अच्छी रही. कप्तान सौरव गांगुली और सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने पहले विकेट के लिए 106 रनों की पार्टनरशिप की थी. इसके बाद सहवाग 45 तो गांगुली 60 रन बनाकर आउट हो गएं. इन दोनों के अलावा युवराज सिंह और मोहम्मद कैफ ने टीम को जीत की ओर बढ़ाने का काम किया. अंतिम ओवर में भारतीय टीम ने दो विकेट से इस मैच को अपने नाम कर लिया.

स्मार्टफोन का पावर बटन करता है कई काम, आप भी जानें

अक्सर ही हम अपने स्मार्टफोन में दिये गये पावर बटन का इस्तेमाल फोन को औन-औफ करने या फोन को साइलेंट करने के लिए करते हैं, लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि फोन को बंद करने के लिए इस्तेमाल में आने वाले पावर बटन का क्या-क्या इस्तेमाल है. तो आपको बता दें कि फोन का पावर बटन इसके अलावा भी कई काम करता है.

पावर बटन के कई फीचर्स ऐसे हैं जो आप नहीं जानते होंगे. फोन के पावर बटन से कौल रिसीव और कट भी किया जा सकता है. इसके लिए अलग से कोई सेटिंग करने या ऐप डालने की जरूरत नहीं है. आइए जानते हैं कैसे काम करता है पावर बटन का ये फीचर.

इसके लिए फोन की सेटिंग में जाकर सिर्फ एक विकल्प को औन करना है. इसके बाद आप फोन के पावर बटन से दूसरे दो काम और कर सकेंगे.

कैसे करें फीचर औन

फोन की सेटिंग में जाकर Accsessebiltiy में जाएं.

यहां नीचे की तरफ पावर बटन एंड कौल का विकल्प दिखाई देगा. इसपर क्लिक कर इसे औन कर दें.

अब आप फोन के पावर बटन से कौल को काट सकते हैं.

कई फोन में कौल को रिसीव का विकल्प भी होता है.

इसके लिए भी आप Accsessebiltiy में जाकर देख सकते हैं और आपके स्मार्टफोन में दिये गये इस पावर बटन का इस्तेमाल कौल को कट करने या रिसीव करने के लिए कर सकते हैं.

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