वाई-फाई से आजकल सभी लोग परिचित हैं, आपके घर में वाई-फाई का स्‍पेशल प्‍लेस होता है और लोगों की इंटरनेट सम्‍बंधी जरूरतों को इसके द्वारा पूरा किया जाता है. जो लोग इंटरनेट के हैवी यूजर होते हैं वो वाई-फाई को जरूर लगवाते हैं. घर में वाई-फाई सिग्‍नल को हर जगह तक पहुँचाने के लिए राउटर की जरूरत होती है.

लेकिन क्‍या आप वाई-फाई राउटर के अन्‍य फीचर्स के बारे में जानते हैं. वाई-फाई राउटर एक यूजफूल डिवाइस होती है जिसके माध्‍यम से इंटरनेट सिग्‍नल को स्‍प्रेड कर दिया जाता है. आइए जानते हैं वाई-फाई राउटर के बारे में कई अन्‍य बातें

एन्क्रिप्‍शन

अगर वाई-फाई राउटर पर सिंगल फीचर को इस्‍तेमाल किया जाता है तो यह पूरी तरह सुरक्षित होगा. एन्क्रिप्‍शन, नेटवर्क के बीच डेटा को सुरक्षित करने के लिए एक तकनीक होती है जो कि आपके निजी डेटा बाइट्स को इस्‍तेमाल करने से लोगों को रोकती है और आपके कनेक्‍शन को प्रोटेक्‍ट करती है.

MAC एड्रेस के लिए एड्रेस फिल्‍टर

एक MAC एड्रेस, 12 डिजि‍ट कोड होता है जो हर कम्‍प्‍यूटर को इंटरनेट पर एसाइन किया जाता है. यह, खरीदने पर आपके पीसी पर हार्ड-कोर्ड होता है और इसे बदला नहीं जा सकता है. इसे आपकी पीसी की यूनिक डिजिट भी माना जा सकता है, आप अन्‍य किसी MAC एड्रेस को फिल्‍टर आउट नहीं सकते हैं जो कि आपके वाई-फाई नेटवर्क राउटर को एक्‍सेस करने का प्रयास कर सकता है.

पोर्ट फॉरवर्डिंग

प्रत्‍येक डेटा पैकेट, जो कि एक नेटवर्क के माध्‍यम से गुजरता है और पोर्ट के चैन के माध्‍यम से गुजरते हुए इसके गंतव्‍य के लिए रास्‍ता ढूंढता है. राउटर, इन पोर्ट का इस्‍तेमाल, विभिन्‍न प्रकार में से ट्रैफिक को फिल्‍टर आउट करने के लिए उपयोग में लाया जाता है. HTTP, सबसे कॉमन एड्रेस होता है जो आमतौर पर 80 पोर्ट का इस्‍तेमाल करता है, आउटगोइंग ई-मेल पर SMTP 25 पोर्ट का इस्‍तेमाल करता है और अन्‍य दूसरे, एसाइन पोर्ट पर काम करते हैं और सुनिश्चित करते हैं कि यह सही डिवाइस तक पहुँचे. कुल मिलाकर 65,536 पोर्ट्स होते हैं और सिक्‍योरिटी की वजह से इनमें से कई ब्‍लॉक भी रहते हैं. अगर इनमें से कोई भी एड्रेस आपको दिक्‍कत देता है तो पोर्ट फॉरवर्डिंग कर दिया जाता है.

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