भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के औसत प्रदर्शन को लेकर पूर्व क्रिकेटर वीवीएस लक्ष्मण और अजीत अगरकर ने उन पर निशाना साधा है. उनका कहना है कि अब भारतीय टीम और खुद धोनी को नये खिलाड़ियों को खेलने का मौका देना चाहिये. आपको दें कि ये उन्होंने शनिवार को राजकोट में न्यूजीलैंड के खिलाफ हुए दूसरे टी-20 मैच के बाद कहा जब भारत को 40 रनों से हार का सामना करना पड़ा. इस मैच में 10वें ओवर पर बेटिंग करने आए एमएस धोनी ने 37 गेंदों पर 49 रन बनाए, लेकिन उनकी शुरुआत काफी धीमी थी. हालांकि बाद में धोनी ने आखिरी के 19वें और 20वें ओवरों में तेजी दिखाते हुए रन बनाए.

न्यूजीलैंड के खिलाफ हुए टी-20 मैच में एमएस धोनी के औसत प्रदर्शन को लेकर वीवीएस लक्ष्मण का कहना है कि न्यूजीलैंड के खिलाफ हुए मैच में जब विराट कोहली और धोनी दोनों ही क्रीज पर थे, तब धोनी स्ट्राइक बार बार विराट को दे रहे थे. कोहली की स्ट्राइक रेट 160 थी जबकि धोनी की स्ट्राइक रेट 80 थी, जो कि उस वक्त के लिए कम था क्योंकि उस वक्त टीम इंडिया एक बड़े लक्ष्य का पीछा कर रही थी और ऐसे में उन्हें और स्ट्राइक रेट का आवश्यकता थी. धोनी एकदिवसीय मैचों में अभी भी अच्छा कर रहे हैं. ऐसे में मुझे लगता है कि अब वह वक्त आ गया है जबकि टी-20 मैचों में एमएस धोनी को नए खिलाड़ियों को मौका देना चाहिये, क्योंकि इसके जरिए वे अपने प्रदर्शन से इंटरनेशनल क्रिकेट में जगह बना सकते हैं. ये अवसर युवा खिलाड़ियों के लिए काफी महत्वपूर्ण है

वहीं अजीत अगरकर का कहना है, ‘मुझे लगता है कि अब भारतीय क्रिकेट टीम को एक अच्छा विकल्प तलाशने की जरूरत है, कम से कम टी-20 के लिए तो यह बेहद जरूरी है. उन्होंने कहा कि जब आप कप्तान होते हो तब स्थिति अलग होती है, लेकिन क्या सिर्फ एक बल्लेबाज के तौर पर भारत धोनी को याद रखेगा, मुझे लगता है कि ऐसा नहीं होने वाला. मैंने बहुत से लोगों को ये कहते सुना है कि धोनी को अपने बल्लेबाजी का नंबर बदल लेना चाहिए, लेकिन हर बार की तरह इस बार भी वह 10वें ओवर में बल्लेबाजी करने आए. पिछले कई टी-20 मैचों में देखा गया है कि धोनी को क्रीज पर जमने के लिए काफी समय लगता है, लेकिन टी-20 मैचों में इतना समय नहीं होता और यहां पर कम समय में ही ज्यादा अच्छा प्रदर्शन करना होता है.

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