सर डौन ब्रैडमैन की विदाई के इतने साल बाद भी दुनिया में कोई भी ऐसा बल्लेबाज़ नहीं हुआ जो अंतराष्ट्रीय क्रिकेट में 100 के औसत के करीब भी पहुंचा हो. डौन ब्रैडमेन ने औस्ट्रेलिया के लिए टेस्ट क्रिकेट में 99.94 के औसत से रन बनाए. अगर वो करियर में चार रन और बना लेते तो वो आज दुनिया के इकलौते ऐसे बल्लेबाज होते जिनका अंतराष्ट्रीय स्तर पर बल्लेबाजी औसत 100 का होता.
लेकिन उनका ऐसा नहीं कर पाने का मलाल आज भी उनके साथी नील हार्वे को है. वो आज भी इस महान बल्लेबाज के इस विशाल उपलब्धि को हासिल नहीं कर पाने के पीछे खुद को जिम्मेदार मानते हैं.
दरअसल टेस्ट क्रिकेट की अपनी आखिरी पारी में ब्रैडमेन शून्य के स्कोर पर आउट हो गए और उन्हें आउट करने वाले गेंदबाज थे इंग्लैंड के लेग स्पिनर एरिक होलीज. अपनी आखिरी में उन्हें 100 का औसत हासिल करने के लिए चार रन चाहिए थे लेकिन वो शून्य पर बोल्ड हुए और ये सब यहीं ठहर गया.
दरअसल औस्ट्रेलिया के ब्रैडमेन के साथी खिलाड़ी नील हार्वे ब्रैडमेन के साथ उनके आखिरी मैच से एक मैच पहले क्रीज पर थे. इस मुकाबले की पहली पारी में हार्वे ने शानदार 112 रन बनाए. दूसरी पारी में ब्रैडमेन क्रीज पर थे और एक बल्लेबाज के आउट होने पर हार्वे क्रीज पर आए. अब औस्ट्रेलिया को जीत के लिए चार रनों की दरकार थी.
यहीं पर हार्वे ने एक चौका लगाया और मैच जिता दिया. ब्रैडमेन दूसरे छोर पर खड़े रह गए. उस समय ब्रैडमैन 173 रन बनाकर खेल रहे थे और अगर उस मैच में वो चार रन बनाते तो उनका औसत 100 का होता लेकिन ऐसा नहीं हुआ.