Download App

दीवाली 2022: त्यौहारों पर सही लाइटिंग से जगमगाएं घर

लोग अब अपने  घरों  के लुक को लेकर पहले से ज्यादा जागरूक हो गए हैं, अब वे बारीक से बारीक पहलुओं पर ध्यान  देते है और जब बात घर की सजावट की आए तो इसमें भी पहले के मुकाबले काफी बदलाव देखे गए हैं. जहां पहले घरों में लाइट केवल रोशनी के लिए लगाई जाती थी, लेकिन आजकल लाइट घर की साजसजावत से लेकर लाइफस्टाइल में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. लाइट डौक्टर एक्सपर्ट्स की मानें तो घरों में कूल कलर की लाइट के इस्तेमाल करने के बजाए वार्म कलर की लाइट का इस्तेमाल करना चाहिए. कूल कलर की लाइट से जहा मन विचलित रहता है वहीं वार्म कलर मन को स्थिर रखती है. आइए जानते हैं प्राची लोड फौउन्डिंग पार्टनर और सीईओ , लाइट डौक्टर से कि घरों में परफेक्ट लाइट रिजल्ट पाने के लिए आपको किन किन बातों का ध्यान रखना

  1. रूम की लाइट

सस्पेंडेड लाइट जैसे की पेंडेंट्स और शेंडलीर लगाने से पहले आपको रूम की हाइट का ध्यान रखना चाहिए. लाइट न ही ज्यादा ऊंचाई पर होनी चाहिए और न ही ज्यादा ज़मीन के पास. एक्सपर्ट्स के अनुसार अगर आपके रूम की हाइट 9 फुट है, सीलिंग पर लगने वाली लाइट 12 -24 इंच नीचे होनी चाहिए. ध्यान रखे लाइट चलते हुए आपसे न टकराए.

  1. डायनिंग एरिया के लिए लाइट

अगर आप डयनिंग टेबल के ऊपर लाइट लगवाने की सोच रहे हैं तो ध्यान रखें कि लाइट  के बेस और टेबल के सरफेस के बीच 30 से 36 इंच का अंतर होना चाहिए.आमतौर पर छोटी लाइट को नीचे किया जा सकता है. थोड़ी सी क्रिएटिविटी और कुछ बातों का ध्यान रखकर आप अपने डयनिंग एरिया को सेंटर ऑफ़ अट्रैक्शन बना सकते हैं.

  1. प्री प्लानिंग है जरूरी

जैसे घर बनाने से पहले हर कार्नर का लेआउट बनाया जाता है , ठीक उसी प्रकार लाइट के लेआउट को भी प्रीप्लान करना जरूरी है. उदहारण के लिए अगर आप फाल्स सीलिंग पर शेडलीर लाइट लगवाने की सोच रहे हैं तो फिनिशिंग स्टेज में ब्रेकेज से बचने के लिए आपको पहले ही सपोर्ट फ्रेम लगवा लेना चाहिए. ऐसे ही इलेक्ट्रिक केबल, प्लग सॉकेट्स की प्लेसमेंट को भी पहले से ही प्लान करना जरुरी होता है.

  1. लेयरिंग लाइटिंग

अब आपको समझ आ गया होगा कि लाइट का उपयोग अब सिर्फ रोशनी के लिए ही सीमित नहीं है. एक्सपर्ट्स के अनुसार गुड लाइट में लेयरिंग को भी प्रैक्टिस किया जा सकता है.  लेयरिंग और बेहतरीन रिजल्ट के लिए एम बीएंट, ए कसेंट और टास्क लाइट का कौम्बिनेशन सबसे बेहतरीन माना जाता है. दीवारों और फ्लोर पर एम बीएंट लाइट  (फर्स्ट लेयर) लगाई जाती है. जिससे घरो में सफाई में मदद मिलती है. वहीं एक्सेंट लाइट उसी कार्नर को पहले की तुलना में बेहतरीन दिखाता है. ये लाइट किसी भी कार्नर को डेकोरेटिव बनाने के लिए लगाई जाती है और इस लाइट में टेबल लैंप, फ्लोर लैंप के कई औप्शन मिल जाते हैं. तीसरी लेयर टास्क लाइट की लगाई जाती है.

इन सब पहलुओं पर चर्चा करने के बाद आप समझ ही गए हैं कि परफेक्ट लाइट घर के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. लाइट आपके मूड, हेल्थ और लाइफस्टाइल पर अहम भूमिका निभाती है. इसलिए घरों में लाइट लगवाने से पहले लाइट डौक्टर के सुझावों पर जरूर ध्यान दे.

testing for formatting by rahul gupta

Bollywood : फिल्ममेकर्स कुछ नया और बड़ा करने के लिए धार्मिक फिल्मों का सहारा लेते हैं,

  • ul sdfsdf
  • ul sadf
  • ul sadf
  • ul sdf
  1. sdfsdf
  2. sadf
  3. sadf
  4. sdf

ये दर्शकों के बीच सब से ज्यादा पसंद भी की जाती हैं. बौलीवुड में ऐसी ही कुछ फिल्में हैं जो काफी विवादों में रहने के बावजूद भी छप्परफाड़ कमाई कर चुकी हैं.

h1

h2

h3

h4

h5
h6
preforma tted
   dtest
        rahul

this is div content

हिंदी फिल्में असल में मनोरंजन का एक पैकेज हुआ करती हैं, जिस में गाने, डांस, मारधाड़ आदि दृश्य होते हैं. फिल्मों को समाज का आईना भी कहा जाता है, इस वजह से हिंदी फिल्में भी उस बात को ध्यान में रखते हुए ही बनाई जाती हैं, जिस में सब से अधिक धार्मिक फिल्में सब को अधिक पसंद आती है, क्योंकि धर्म हर व्यक्ति की भावनाओं से जुड़ा होता है और इस पर बनी फिल्में दर्शकों को अधिक आकर्षित करती हैं.

BOLD

Italics

Underline

bold and italic with underline

बौलीवुड की ऐसी 5 सफल धार्मिक फिल्में हैं, जिसे दर्शकों ने काफी पसंद किया. ऐसी फिल्मों पर कई बार सवाल भी उठाए जाते हैं, लेकिन

youtube shorts

फिल्ममेकर इसे बनाने से नहीं चूकते.

पीके

अभिनेता आमिर खान और अभिनेत्री अनुष्का शर्मा की फिल्म ‘पीके’ भक्ति और आस्था के नाम पर चल रहे गोरखधंधे को ले कर बनाई गई फिल्म है, जिस में धर्म को ले कर आडंबर और लूटपाट की घटनाओं के बीच एक दूर ग्रह से एक अंतरिक्ष यात्री आता है, जिस के भाषा का कोई आचरण नहीं औ

youtube video embed

 

र न ही उस के शरीर पर वस्त्रों का कोई आवरण है. सच्चे दिल का एक इंसान है, लेकिन उस के बातचीत और सवालों से धरतीवासी चकित हो जाते हैं और मान बैठते हैं कि वह हमेशा पिए रहता है यानि पीके घूम रहा है.

Best Hindi Story

Baidyanath Sundari Sakhi : महावारी यानी मासिक धर्म एक ऐसी प्रक्रिया है जो हर महिला के जीवन का अहम हिस्सा है. यह केवल भौतिक विकास का प्रतिनिधित्व करता है, बल्कि अपने साथ काई तरह की समस्याएं भी उत्पन्न करता है. आइए, हम इन समस्याओं का विश्लेषण करें और उनके समाधान खोजें.

महावारी की समस्याएँ

   1. समस्याओं का संकोच 

बहुत सी महिलाएँ महावारी के दौरन होने वाले शरीरिक और मानसिक दर्द के बारे में बात करने में संकोच महसूस करती हैं. इसी वजह से उन्हें सहारा नहीं मिलता और समस्याओं को समझने और हल करने में कठिनाई होती है.

    2. शारीरिक दर्द

बहुत सी महिलाएँ महावारी के दौरन पेट दर्द, सर दर्द, और थकान का सामना करती हैं. ये दर्द कभीकभी इतना कठिन होता है कि उनका दिनचर्या प्रभावित होती है.

   3. मानसिक तनव

हार्मोनल परिवर्तन की वजह से महावरी के दौरान महिलाएं मानसिक तनाव और मूड स्विंग का सामना करती हैं. इस्से उनका सामान्य जीवन जीने में कठिनाइयां होती है.

   4. स्वास्थ्य संबंधि समस्याएँ

कुछ महिलाओं को अत्यधिक रक्तस्राव, अनियमित मासिक धर्म, या PCOS जैसा स्वास्थ्य संबंध समस्याओं का सामना करना पड़ता है, जो उनकी जीवन शैली को प्रभावित कर सकती हैं.

समाधान

     1. समस्या का विश्लेषण 

महावरी से जुड़ी समस्याओं पर खुली बातचीत करना जरूरी है. परिवार और दोस्त इसमें मददगार साबित हो सकते हैं. जागरूकता बढ़ाने से समस्या कम होती है.

    2. दर्द प्रबंधन

दर्द के लिए दर्द निवारक दवा का उपयोग किया जा सकता है. कुछ महिलाएं योग और ध्यान के माध्यम से भी दर्द को कम करने का प्रयास करती हैं.

   3. पोषण और व्यायाम 

सही पोषण और नियमित व्यायाम से आप अपने शरीर को स्वस्थ रख सकते हैं. फल, सब्जियां और hydration का ध्यान रखना जरूरी है.

   4. मानसिक स्वास्थ्य सहायता

अगर आपको मानसिक स्वास्थ्य के दौरान स्वास्थ्य समस्याओं से जूझना पड़ता है, तो पेशेवर मदद लेना संभव है. Counselling या therapy से आपको समस्याओं का समाधान मिल सकता है.

यदि इसे भी आराम नहीं मिलता, तो आप वैद्य से परामर्श लेकर बैद्यनाथ द्वारा दी गई सुंदरी सखी का उपयोग कर सकते हैं;

बैद्यनाथ सुंदरी सखी आयुर्वेदिक जड़ीबूटियों से तैयार किया गया एक healthy टॉनिक है, सेहत को हर स्तर पर सुधारने में मदद करता है। इसमें शामिल जड़ीबूटियाँ सिर्फ शारीरिक बल देती हैं, बल्कि मानसिक तनाव को भी कम करती हैं.

बैद्यनाथ सुंदरी सखी में शामिल आयुर्वेदिक जड़ीबूटियाँ

  1. अशोका: महिलाओं के प्रजनन स्वास्थ्य को सुधारने वाली यह जड़ीबूटी मासिक धर्म की अनियमितताओं में बहुत लाभकारी है.
  2. अश्वगंधा: यह जड़ीबूटी शरीर की थकान और दर्द को दूर कर ऊर्जा प्रदान करती है.
  3. मंजिष्ठा – यह त्वचा के स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करता है

सुंदरी सखी का उपयोग कैसे करें?

  • वैद्य से परामर्श लेकर रोजाना सुबह और शाम 2 चम्मच सुंदरी सखी को गुनगुने पानी  के साथ लें.
  • इसे नियमित रूप से 3 महीने तक उपयोग करें.
अनलिमिटेड कहानियां-आर्टिकल पढ़ने के लिएसब्सक्राइब करें