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शॉर्ट फिल्मों का बढ़ता क्रेज

शॉर्ट फिल्म की ओर दर्शकों के क्रेज को देखते हुए एक बार फिर से बड़े कलाकार समानान्तर फिल्मों की ओर रुख कर रहे है. ‘इंटीरियर कैफ़े’ इसी कड़ी की अगली फिल्म है, जिसे यंग डायरेक्टर अधिराज बोस ने निर्देशित किया है. फिल्म में रिश्तों की अहमियत को बताने की कोशिश की गई है. इसमें लिजेंड्री एक्टर नसीरुद्दीन शाह और शेरनाज पटेल ने मुख्य भूमिका निभाई है.

इस अवसर पर नसीरुद्दीन शाह ने कहा कि इस तरह की फिल्मों में नए और टैलेंटेड डायरेक्टर, एक्टर को काम करने का अवसर मिल रहा है. ऐसी फिल्में जितनी अधिक बने, उतनी अच्छी हैं और अगर यंग बनाये, तो और भी अच्छी हैं. इस फिल्म में मैंने सिर्फ एक बात को ‘हेट’ किया है, वह है दो रात की शूटिंग. लेकिन इसकी स्क्रिप्ट इतनी अच्छी थी कि मैंने नए डायरेक्टर के साथ काम करना और शेरनाज पटेल जैसी मजी हुई थिएटर कलाकार के साथ अभिनय करना अच्छा लगा. मैंने इस फिल्म में अपने जैसे कलाकार को जिया है.

इस चरित्र को निभाने में चुनौती क्या थी? पूछे जाने पर नसीरुद्दीन का कहना था कि अगर कोई भी चरित्र अच्छी तरह लिखा जाता है तो एक्टर का काम आधा कम हो जाता है. मैंने जो भी पहले फिल्में की है फिर वह चाहे ‘मासूम’ हो या ‘मानसून वेडिंग’ उनके स्क्रिप्ट इतने अच्छे थे कि 90 प्रतिशत काम कम हो जाता था. चुनौती तब आती है जब आपके पास ठीक से लिखी हुई स्क्रिप्ट न हो. आपको समझ नहीं आती कि कहाँ से शुरू करें. ऐसे में लेखक और निर्देशक की जिम्मेदारी अधिक होती है कि वह किसी दृश्य को कैसे देखता है, कैसे लिखता है. मसाला मूवी भी असफल हो जाती है अगर कहानी ठीक न हो, ऐसे में चुनौती यही होती है कि मैं उस कहानी को चुनूँ जो मेरे अभिनय को आसान बनाये.

‘बार-बार देखो’ तोड़ेगी मार्केटिंग के सारे रूल

फिल्म इंडस्ट्री के सामान्य पैटर्न को बार-बार देखो की टीम बदलने वाली है. आमतौर पर फिल्म रिलीज के पहले उसका टीजर, ट्रेलर और फिर गाना लॉन्च किया जाता है. इस पैटर्न से कुछ नया करने की सोच से बार-बार देखो आपके सामने जल्द आएगी. खबर है कि एक्सल एंटरटेंमेंट और धर्मा प्रोडक्शन की आने वाली फिल्म बार-बार देखो के मेकर्स सबसे पहले फिल्म का गाना लॉन्च करने जा रहे हैं.

बार-बार देखो की टीम इस कदम से बहुत ज्यादा उत्साहित है और होगी भी क्यों नहीं, इतना बड़ा बदलाव जो मेकर्स ने किया. पंजाबी कालजयी गाना काला चश्मा एक नए फ्लेवर में आ रहा है, जिसमें फ्रेश कपल कैटरीना कैफ और सिद्धार्थ मल्होत्रा एक साथ परफार्म करते नजर आएंगे. सूत्रों की माने तो कैटरीना कैफ फिल्म से एक नए अवतार में सामने आएंगी और यकीन मानिए उनका यह नया अवतार दर्शकों को आश्चर्यचकित कर देगा.

निर्माता करण जौहर कहते हैं “ काला चश्मा .2 एक पंजाबी पार्टी स्टाटर गाना है, जो पिछले एक दशक से लोगों के दिलों में राज करते आ रहा है. हमारा मोडिफाइड किया गया गाना, जिसमें म्यूजिक और बोल को ट्रीट करके पेश किया गया है, वास्तव में आपको एक अलग ही आनंद देगा. फिल्म बार-बार देखो प्यार और जिंदगी का सेलिब्रेशन है और यह गाना इन दोनों के संगम को बेहतर तरीके से लोगों के सामने पहली बार लेकर आएगा. हमारे कैंपेन की इस गाने के साथ शुरुआत हो रही है और इसके तुरंत बाद ही फिल्म का ट्रेलर लान्च कर दिया जाएगा. मैं आश्वस्त हूं कि यह गाना आपके चेहरे पर एक हल्की सी मुस्कान छोड़ देगा.

नित्य मेहरा कहते हैं “ काला चश्मा या केसी, जैसा मैं इस गाने को बुलाता हूं, एक सेलेब्रेटरी सॉन्ग यानी सेलिब्रेशन्स के समय आपके कदम थिरकाने वाला गाना है. जब से बार-बार देखो.. जो रिश्तों को सेलिब्रेट करनेवाली बनी है, तब से हम इसे एक गाने के साथ पहली झलक पेश करने की सोच रहे थे. यकीन मानिए केसी से बेहतर कुछ नहीं हो सकता. केसी फनी है, कदम थिरकानेवाला के साथ एक ऐसा गाना जिस पर आप अपने डांस स्टाइल को अपने अंदर दबा के नहीं बैठ पाएंगे वो सीधे डांस प्लोर आएगी. तो आनंद लें काला चश्मा का ”

बार-बार देखो के मेकर्स ने सुपरहिट गाना काला चश्मा से संबंधित सारे अधिकार पहले ही खरीद लिए हैं. अब काला चश्मा नए अवतार में लोगों के सामने आएगा, जिसमें सिद्दार्थ और कैटरीना की जबरदस्त परफॉर्मेंस के साथ दोनों की कैमस्ट्री दर्शकों के सामने आएगी. गाना 27 जुलाई को रिलीज होने जा रहा है.

काला चश्मा को नया रूप दिया है आज के सबसे बड़े रैपर्स एंड सिंगर बादशाह ने. बादशाह ने गाना को रिकंपोज करने के साथ नया टच दिया है. गाने में आवाज दी है अमर अर्शी, बादशाह और नेहा कक्कर ने. गाने के कोरियोग्राफर बॉस्को-सीजर हैं. काला चश्मा 1990 के गाने “तेनु काला चश्मा जचता वे…तू ” का ही नया वर्जन है. 90 से लेकर आज तक यह गाना हर पार्टी और नाइटक्लब की जान है. और अब इसका नया अवतार जिसे कैटरीना और सिद्दार्थ आपके सामने लेकर आ रहे हैं और इसे भी सबसे ज्यादा चलने वाले गानों की लिस्ट में अभी से शुमार कर लिया गया है. 9 सितंबर को रिलीज होने वाली बार-बार देखो को नित्य मेहरा ने डायरेक्ट किया है, जो उनकी पहली फिल्म है.

सिद्दार्थ और कैटरीना स्टारर फिल्म बार-बार देखो का इंतजार काफी समय से हो रहा है. लेकिन जब से काला चश्मा के नए अवतार में दोनों के परफॉर्मेंस और कैमेस्ट्री की चर्चा है तब से इसका इंतजार अब और बढ़ गया है.

मैं एक लड़की से प्यार करता हूं. हम दोनों से कुछ लड़कियां जलने लगी हैं. इस से कैसे छुटकारा पाएं.

सवाल

मैं एक लड़की से प्यार करता हूं. लेकिन वह होस्टल में रहती है जिस कारण उस से बात नहीं हो पाती है. यह देख कर हम दोनों से कुछ लड़कियां जलने लगी हैं. इस से कैसे छुटकारा पाएं?

जवाब

लड़कियां किस कारण आप से जलती हैं, यह स्पष्ट नहीं है. खैर उन के जलने के जो भी कारण हों, आप अपना व्यवहार संयत बनाए रखें और अपनी गर्लफ्रैंड को भी समझाएं कि वह अपनी फ्रैंड्स को इस विषय में अधिक कुछ न बताए और आप भी अपनी गर्लफ्रैंड्स के साथ अपना व्यवहार शांत रखें.

 

अगर आप भी इस समस्या पर अपने सुझाव देना चाहते हैं, तो नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में जाकर कमेंट करें और अपनी राय हमारे पाठकों तक पहुंचाएं.

 

क्या दीपिका ने रणवीर को कोई संदेश दिया..या..?

बौलीवुड में पिछले कुछ माह से दीपिका पादुकोण और रणवीर सिंह की गुप्त सगाई की खबरें काफी गर्म हैं. पर अब तक रणवीर सिंह और दीपिका पादुकोण दोनों चुप थे. लेकिन कुछ दिन पहले ही रणवीर सिंह इस खबर का खंडन कर चुके हैं. और अब दीपिका पादुकोण ने भी अपनी चुप्पी तोड़ी है.

पत्रकारों से बात करते हुए अपनी शादी की खबरों को लेकर दीपिका पादुकोण एक सांस में ही बहुत कुछ कह गयी. उन्होंने कहा कि यह सही समय है कि मैं अपनी शादी की खबरों को लेकर सफाई दे दूं. मेरी अभी शादी करने की कोई योजना नहीं है. मैं गर्भवती भी नहीं हूं. मैंने किसी से भी सगाई नहीं की है. मैं किसी के साथ जुड़ी नहीं हूं. मैं जल्द शादी करने की योजना भी नहीं बना रही हूं.’’

बौलीवुड में दीपिका पादुकोण के इस सफाईनामा को कई तरह से देखा जा रहा है. कुछ सूत्रों का दावा है कि दीपिका पादुकोण ने खुलेआम एक संदेश रणवीर सिंह तक पहुंचाने का प्रयास करते हुए शादी, प्रेम, सगाई आदि की खबरों पर हमेशा के लिए विराम लगाने की भी कोशिश की है. तो कुछ सूत्र मानते हैं कि यह भी प्रचार का एक हथकंडा ही है. अन्यथा गुप्त सगाई की खबर फैलते ही तुरंत सफाईनामा देने की बजाय अब तक चुप्पी क्यों थी? अब सच तो दीपिका ही जाने..

सेक्स शिक्षा को लेकर सचिन ने खोला राज

इन दिनों ‘यशराज फिल्मस’ की सिस्टर कंपनी ‘‘वाय फिल्मस’’ ने बच्चों तक सेक्स शिक्षा पहुंचाने का बीड़ा उठा लिया है. अब निर्देशक आशीष पाटिल के निर्देशन में ‘‘वाय फिल्मस’’ एक वेब सीरीज ‘‘सेक्स चैट विथ पप्पू एंड पापा’’ लेकर आ रहा है. जिसमे हस्तमैथुन, गर्भ धारण, सेक्स, समलैंगिक सेक्स जैसे मुद्दों पर बात की गयी है. इस वेब सीरीज में पप्पू के दादाजी का किरदार निभाने वाले अभिनेता सचिन पिलगांवकर ने इस वेब सीरीज के ट्रेलर लांच के अवसर पर अपनी जिंदगी का अनोखा रहस्य कबूला.

जी हां! इस अवसर पर सचिन पिलगांवकर ने सबको यह बताकर चौंका दिया कि जब वह छह साल की उम्र के थे, तभी उनके पिता ने उन्हे सेक्स की शिक्षा दी थी. इस अवसर पर जब सचिन पिलगांवकर से पूछा गया कि इस वेब सीरीज में पांच वर्ष के पप्पू को सेक्स की शिक्षा दी जा रही है, तो उन्हे पहली बार किसने और किस उम्र में सेक्स की शिक्षा दी थी, इस पर सचिन पिलगांवकर ने कहा-‘‘जब मैं छह साल का था, उस वक्त मैं जितना समझ सकता था, उतनी सेक्स की शिक्षा मेरे पिता ने ही मुझे दी थी. इसके अलावा जब मैं तेरह साल की उम्र में पहुंचा, तब एक बार फिर मेरे पिता ने ही सेक्स को लेकर मुझे विस्तार से ज्ञान दिया था. सेक्स को लेकर मेरी वही समझ आज भी बनी हुई है.’’

जब सचिन से पूछा गया कि उनकी बेटी को उन्होंने सेक्स की शिक्षा दी या नहीं? इस पर सचिन ने कहा-‘‘यह काम मेरी पत्नी ने बहुत ही खूबसूरती के साथ अंजाम दिया है.’’ इसी अवसर पर सचिन ने समलैंगिक को मजाक बनाए जाने का विरोध किया. सचिन ने कहा-‘‘मुझे नहीं लगता कि समलैंगिकता कोई मजाक है. हमारी फिल्मों में लोग ह्यूमर पैदा करने के लिए समलैंगिक पात्रों का उपयोग करते हैं, यह शर्मनाक बात है.’’

वेब सीरीज ‘‘सेक्स चैट विथ पप्पू एंड पापा’’ में सचिन पिलगांवकर के अलावा आनंद तिवारी, बाल कलाकार कबीर साजिद, उर्वशी राउतेला, अली फजल, फैजल खान आदि ने भी अभिनय किया है.

अब WhatsApp पर कर सकेंगे हर तरह की फाइल शेयर

व्हाट्सएप अपने यूजर्स के लिए एक बाद एक नया फीचर लाने की तैयारी में है. हाल ही में ये खबर आयी थी कि कंपनी अपने नए फॉन्ट पर काम कर रही है.

अब नई खबर के मुताबिक व्हाट्सएप पर हर तरह की फाइलें शेयर की जा सकेंगी, इतना ही नहीं कंपनी 70 नए इमोजी पर काम कर रही है जिसे जल्द एप में जोड़ा जा सकता है.

इतना ही नहीं WABetaInfo के लीक ,स्क्रून शॉट के मुताबिक दुनिया की मशहूर मैसेजिंग एप टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन पर काम कर रही है.

 ये ऑथेंटिकेशन सर्विस ईमेल की मदद से काम कर सकती है वहीं आप व्हाट्सएप वेब वर्जन से अपना रिकवरी मेल आसानी से बदल सकते हैं.

व्हाट्सएप में जिन फीचर्स के आने की चर्चा जोरों पर है उसमें एक है मेंशन फीचर. आने वाले महीनों में ये फीचर भी यूजर्स को मिलेगा.

आपको बता दें कि व्हाट्सएप अपने बीटा वर्जन पर नए फीचर की टेस्टिंग कर रहा है. इस नए फीचर में यूजर को चैट के लिए एक अलग फॉन्ट मिलेगा. एंड्रॉयड और iOS यूजर्स को ये नया ऑप्शन बीटा वर्जन पर मिल जाएगा.

व्हाट्सएप के v2.16.179 बीटा वर्जन में ये अपडेट आपको मिलेगा. इस नए फीचर को इस्तेमाल करने के लिए आपको बीटा टेस्टर होना होगा.

ये Fixedsys फॉन्ट माइक्रोसॉफ्ट फॉन्ट जैसा होगा. इस फॉन्ट में चैट करने के लिए सेटेंस के शुरुआत में तीन बार (`) मार्क और अंत में तीन बार (`) लगाना होगा. इतना करते ही आपको फॉन्ट में तबदीली नजर आएगी. सामान्य व्हाट्सएप यूजर्स के लिए जल्द ही ये नया अपटेड प्ले स्टोर पर मौजूद होगा.

नेपाल ने इंग्लैंड में लहराया झंडा

नेपाल क्रिकेट टीम ने एक बड़ा उलटफेर करते हुए मेरिलबोन क्रिकेट कमेटी (एमसीसी) इलेवन को वनडे मैच में 42 रनों से हराकर सबको हैरान कर दिया. लॉर्ड्स के मैदान पर नेपाल अपना पहला मैच खेल रहा था.

अपने पहले मैच में नेपाल ने पहले बल्लेबाजी करते हुए एमसीसी इलेवन के सामने जीत के लिये 218 रनों का लक्ष्य रखा था. एमसीसी इलेवन की तरफ से बल्लेबाज अडायर को छोड़कर कोई भी बल्लेबाज नहीं टिक सका और पूरी टीम 176 रन पर सिमट गई.

नेपाल की तरफ से ज्ञानेंद्र मल्ला ने 39 और कप्तान पारस खड़का ने अहम 30 रनों का योगदान दिया. नेपाल और इंग्लैंड के बीच द्विपक्षीय संबंधों के 200 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित इस मैच में नेपाल ने उम्मीद से बढ़कर प्रदर्शन किया और बल्ले के अलावा गेंदों से भी शानदार प्रदर्शन कर क्रिकेट जगत का ध्यान अपनी ओर खींचा.

इस मैच में नेपाल के स्पिनरों ने कमाल का प्रदर्शन किया. एमसीसी के लिए सलामी बल्लेबाज अडायर ने अंत तक साहस जारी रखते हुए सेंचुरी लगाया लेकिन अपनी टीम को जीत नहीं दिला सके. नेपाल के लिए सागर पुन और बसंता ने 3-3 विकेट झटके.

इस जीत के बाद नेपाल क्रिकेट टीम के कप्तान पारस खड़का ने कहा, “लाडर्स के मैदान पर मिली ऐसी जीत से टीम के सभी खिलाड़ी बहुत उत्साहित है. आपको हमेशा लाडर्स के मैदान पर खेलने का मौका नहीं मिलता, ऐसे में यह जीत हमारे लिये बहुत मायने रखती है. मुझे लगता है कि हमने खुद पर भरोसा रखा और अच्छा क्रिकेट खेला. टीम के सभी खिलाड़यिों ने अपना शतप्रतिशत योगदान दिया. हमने 20-30 रन कम बनाए लेकिन गेंदबाजों ने अच्छी गेंदबाजी की. इस जीत से काफी आत्मविश्वास जागा है.“

इस मैच के दौरान मैदान में लगभग पांच हजार क्रिकेट फैंस मौजूद थे जिन्होंने नेपाल के समर्थन में खूब नारे लगाए.

भारत-इंडीज मैच: इस खिलाड़ी की हो सकती है छुट्टी

भारतीय टेस्ट क्रिकेट में एक नए दौर की शुरुआत होने वाली है जहां एक युवा कप्तान (विराट कोहली), एक महान पूर्व खिलाड़ी व नए कोच (अनिल कुंबले) के साथ अपनी टीम को ऊंचाइंयों तक ले जाने के लिए मैदान पर उतरेगा. इस टेस्ट में यूं तो विराट के सामने कई चुनौतियां होंगी लेकिन एक फैसला ऐसा है जिस पर सभी की निगाहें टिकी होंगी, बड़ा सवाल यही है कि क्या विराट उठाएंगे ये ठोस कदम?

विराट की सोच का 'टेस्ट'

दरअसल, टीम इंडिया के संयोजन में जो सबसे बड़ा सवाल आज होगा, वो ये है कि ओपनर के तौर पर मुरली विजय के साथ मैदान पर कौन उतरेगा?

इस स्थान पर यूं तो शिखर धवन आते हैं, जिनके पास शानदार अनुभव मौजूद है लेकिन उनके स्तर के मुताबिक उनका हाल का फॉर्म इतना प्रभावी नहीं रहा है.

हाल में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भारत में खेलते हुए धवन 7 पारियों में सिर्फ 150 रन ही बना पाए थे. इस सीरीज के बाद उनकी काफी आलोचना हुई थी. उस सीरीज में उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 45 रन का रहा था. ऐसे में क्या अपने दिल्ली के इस सीनियर खिलाड़ी को विराट बरकरार रख पाएंगे?

क्या ये खिलाड़ी मारेगा 'मौके पर चौका'

यहां हम बात कर रहे हैं कर्नाटक के 24 वर्षीय विकेटकीपर-बल्लेबाज लोकेश राहुल की, जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट और खासतौर पर पिछले दो अभ्यास मैचों में अर्धशतक जड़कर अपना शानदार फॉर्म दिखाया है.

वहीं, पिछले साल ऑस्ट्रेलिया में सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर उनका शतक कैसे भूला जा सकता है जहां विराट ने ही पिच पर उनका साथ दिया था.

सवाल ये है कि विकेटकीपर रिद्धिमान साहा की मौजूदगी में क्या लोकेश राहुल के रूप में एक और विकेटकीपर बल्लेबाज को पिच पर उतारने का रिस्क विराट उठाएंगे? और क्या धवन को बाहर करने का ठोस कदम विराट ले सकेंगे? देखना दिलचस्प होगा विराट और नए कोच कुंबले की जोड़ी क्या फैसला लेती है.

भाजपा पर भारी मायावती का अपमान

भारतीय जनता पार्टी ने विधान परिषद का चुनाव हारने वाले दयाशंकर सिंह को जब प्रदेश में पार्टी का उपाध्यक्ष बनाया, तो यह नहीं सोचा था कि वह गले की हड्डी बन जायेंगे. बात केवल मायावती तक ही सीमित नहीं है. मायावती दलितों की नेता होने के साथ ही साथ महिला भी हैं. किसी महिला के खिलाफ ऐसे बयान सभ्यता और संस्कृति से पूरी तरह से परे हैं. नेताओं का बडबोलापन पहली बार नहीं हुआ है. ऐसे तमाम बयान समय समय पर आते रहते हैं. इनकी निन्दा होनी चाहिये.

बसपा ने अपनी नेता मायावती के अपमान के सहारे चुनावी जंग का भी ऐलान कर चुकी है. लखनऊ प्रशासन के तमाम प्रयासों के बाद भी गुरुवार 21 जुलाई की सुबह 9 बजे से पहले बसपा के लोगों ने धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया. बसपा का दबाव है कि मायावती के खिलाफ गलत शब्दों का प्रयोग करने वाले भाजपा नेता दयाशंकर सिह को गिरफ्तार किया जाये. बसपा हजरतगंज थाने में इस बात की रिपोर्ट पहले ही लिखा चुकी है.

दूसरी तरफ भाजपा ने अपने इस बडबोले नेता को बयान देने के 24 घंटे के अंदर ही पार्टी उपाध्यक्ष पद से हटाकर 6 साल के लिये पार्टी से बाहर भी कर दिया. इस बात की भनक दयाशंकर सिंह को 20 जुलाई की शाम ही लग गई थी. जिसके बाद वह लखनऊ से बाहर चले गये.

बलिया के रहने वाले दयाशंकर सिंह छात्र राजनीति से भाजपा में आये. वह लखनऊ विश्वविद्यालय में छात्र नेता रहे. भाजपा से दूसरी बार विधान परिषद का चुनाव लडे. मऊ जिले में सार्वजनिक भाषण देते समय वह मायावती के खिलाफ ऐसे शब्दों का प्रयोग कर गये जो नहीं करना चाहिये था. दलितों के प्रति दूषित सोच समाज के हर वर्ग में फैली है. दयाशंकर सिंह इसका उदाहरण भर मात्र हैं. उत्तर प्रदेश में बहुत पहले सपा और बसपा के नेताओं में गुंडा-गुंडी जैसे शब्दों का प्रयोग होता था.

भाजपा की चिन्ता का विषय दयाशंकर सिंह नहीं हैं. जिस समय दिल्ली में लोकसभा में मायावती के खिलाफ बयान को लेकर हंगामा हो रहा था और भाजपा नेता अरुण जेटली माफी मांग रहे थे, ठीक उसी समय गुजरात में दलितों की निर्मम पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा था. गुजरात के ऊना शहर में मरी गाय की खाल उतारते दलित युवकों पर गो हत्या का आरोप लगाकर गऊ रक्षक दल के सदस्यों ने बेरहमी से पीटा. एक सप्ताह पुरानी इस घटना को गुजरात सरकार ने तब संज्ञान में लिया जब पूरे देश में इसकी निंदा शुरू हो गई. दलितों को पीटने वाले दल का भाजपा से कोई लेना देना भले न हो, पर धर्म के मुद्दे पर दोनो एक ही सोच रखने वाले हैं.

मायावती के साथ ही साथ गुजरात की घटना से भाजपा बैकफुट पर चली गई है. भाजपा ने आने वाले चुनावों में दलितों को अपने साथ रखने का प्रयास शुरू किया था. एक के बाद एक घटने वाली घटनाओं ने उसके सामने संकट खड़ा कर दिया है. यही वजह रही कि भाजपा ने दयाशंकर सिंह को पार्टी से बाहर करने में कोई समय नहीं लगाया. जरूरत इस बात की है कि दलित और महिला विरोध की मानसिकता को छोड़ा जाये. केवल दयाशंकर सिंह के पार्टी से बाहर करने से काम नहीं चलने वाला है. इस तरह की मानसिकता से छुटकारा पाना चाहिये. गोहत्या और गोमांस को लेकर उत्तर प्रदेश के दादरी में हंगामा और हत्या के मामले से समाज और नेताओं ने कोई सबक लिया होता, तो गुजरात के ऊना में घटी घटना को रोका जा सकता था. केवल चुनावी लाभ के लिये दिखावा करने की जगह पर समाज का हितैषी होने की जरूरत है.                

आखिर ‘पद्मावती’ में कौन कर रहा है अभिनय

लगभग एक सप्ताह पहले ही हमने अपने पाठकों को सूचित किया था कि संजय लीला भंसाली की अति महत्वाकांक्षी ऐतिहासिक फिल्म ‘‘पद्मावती’’ में कौन सा कलाकार अभिनय करेगा, इसका सच तब तक सामने नहीं आ सकता, जब तक इस फिल्म की शूटिंग प्रारंभ नहीं होती. फिल्म की शूटिंग शुरू होने तक इस फिल्म के कलाकारों की अदला बदली का सिलसिला लगातार जारी रहेगा. शायद इसी वजह से संजय लीला भंसाली भी चुप हैं. पर खेल हो रहा है.

जी हां! बौलीवुड के बिचैलियों की माने तो संजय लीला भंसाली ने अपनी फिल्म ‘‘पद्मावती’’ में रणवीर सिंह, दीपिका पादुकोण और प्रियंका चोपड़ा को लेने का मन बनाया था. मगर इन कलाकारों के अति नजदीकी सूत्रों की माने तो यह तीनों ही कलाकार एक साथ काम करने को लेकर उत्सुक नजर नहीं आते. ‘बाजीराव मस्तानी’ के बाद से दीपिका पादुकोण और रणवीर सिंह के अलावा दीपिका पादुकोण और प्रियंका चोपड़ा के बीच आपसी समीकरण काफी बदले हुए हैं.

सूत्रों की माने तो दीपिका पादुकोण व रणवीर सिंह के बीच निजी स्तर पर रिश्ते काफी बिगड़ चुके है. मगर दीपिका के पास फिलहाल बौलीवुड में कोई फिल्म नहीं है, इसलिए अपनी उपस्थिति बनाए रखने के लिए प्रेम, सगाई आदि की खबरों को हवा देने के बाद इनका खंडन करते नजर आते हैं. हमें याद रखना चाहिए कि ‘बाजीराव मस्तानी’ के रिलीज के बाद जब संजय लीला भंसाली ने दीपिका पादुकोण को बुलाकर फिल्म ‘‘पद्मावती’’ की पटकथा सुनायी थी, तो दीपिका ने संजय लीला भंसाली से साफ साफ कहा था कि उन्हें  पटकथा पसंद है, मगर वह रणवीर सिंह के साथ कोई फिल्म नहीं करना चाहती.

दूसरी तरफ सूत्रों की माने तो जब से दीपिका पादुकोण ने हौलीवुड फिल्म ‘‘एक्स एक्स एक्स केज..’’की है, तब से प्रियंका चोपड़ा, दीपिका पादुकोण को अपने लिए बहुत बड़ी प्रतिद्वंदी मानने लगी हैं. इसलिए वह भी दीपिका के साथ फिल्म करने को लेकर उत्सुक नहीं हैं. इसी के चलते अब प्रियंका चोपड़ा खबरें फैला रही हैं कि उन्होंने अपनी पारिश्रमिक राशि तीन गुना बढ़ा दी है.

सिर्फ प्रियंका चोपड़ा ही नहीं कंगना रानौत को भी दीपिका पादुकोण ने दुश्मन बना लिया है. कंगना रानौत ने तो दीपिका के करियर पर कील ठोंकने का मन बना रखा है. सूत्रों की माने तो संजय लीला भंसाली ने पद्मावती के पति का किरदार निभाने के लिए नवोदित अभिनेता विक्की कौशल को तो तीन माह पहले ही चुना था. तब से दीपिका चुप थी, पर अब दीपिका की तरफ से खबर फैलायी गयी है कि उन्हे विक्की कौशल जैसे नए कलाकार की बजाय स्टार कलाकार के साथ काम करना है. जबकि दीपिका इस सच से वाकिफ हैं कि आज की तारीख में उनके साथ कोई भी बड़ा स्टार काम करने को तैयार नहीं है.

सलमान ने अपनी फिल्म से उन्हें अलग करवा दिया है. शाहरुख खान भी नाराज हैं, इसी के चलते आनंद एल राय की फिल्म से शाहरुख खान के साथ उनके होने की उम्मीदों पर विराम लग चुका है. इतना ही नहीं पूरा बौलीवुड जानता है कि संजय लीला भंसाली और शाहरुख के भी संबंध अच्छे नहीं हैं. इस मसले का सबसे बड़ा दिलचस्प पहलू यह है कि अब संजय लीला भंसाली कैंप ने खबर उड़ायी है कि दीपिका की आपत्ति पर गौर करते हुए संजय लीला भंसाली अब पद्मावती के पति के किरदार के लिए शाहिद कपूर के नाम पर विचार कर रहे हैं. पर सवाल यह है कि शाहिद कपूर कौन से बड़े स्टार कलाकार हैं? ‘‘शानदार’’ के बाद ‘‘उड़ता पंजाब’’ की असफलता के बाद शाहिद कपूर अपने लिए जमीन तलाश रहे हैं. इस तरह यह बात साफ तौर पर नजर आती है कि फिल्म ‘‘पद्मावती’’ के लिए कलाकारों का चयन टेढ़ी खीर बना हुआ है.

मगर बौलीवुड से जुड़ा एक तबका मानकर चल रहा है कि संजय लीला भंसाली स्वयं अपनी फिल्म व खुद को चर्चा में बनाए रखने के लिए कलाकारों के नामों को लेकर आए दिन खबरें उड़वा रहे हैं और स्वयं चुप रहकर सारे खेल का मजा ले रहे हैं.

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