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डिजिटल ट्रांजेक्शन के लिए अब सिंगल UPI

डिजिटल ट्रांजेक्शन को बढ़ावा देने के लिए बैंकों का अपग्रेडेड यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस जल्द आ सकता है. इस इंटरफेस से यूजर्स को किफायती और सिक्योर्ड कैशलेस ट्रांजेक्शन ऑप्शन मिलेगा. आधिकारिक सूत्र ने बताया कि सभी बैंकों के इंडिविजुअल प्लेटफॉर्म की जगह लेने वाला सिंगल यूपीआई प्लेटफॉर्म फिलहाल डिवेलप किया जा रहा है.

फिलहाल एसबीआई, पीएनबी और केनरा बैंक सहित 30 बैंकों के इंडिविजुअल प्लेटफॉर्म हैं. नए यूपीआई को यूज करना आसान होगा और उसमें डेटा ज्यादा सिक्योर रहेगा. नए पेमेंट मेथड से मोबाइल फोन का इस्तेमाल वर्चुअल डेविट कार्ड की तरह किया जा सकता है. इसके जरिए कस्टमर तुरंत पैसे भेज सकेंगे. इसमें दूसरे फीचर्स भी होंगे.

देश में मोबाइल फोन की बढ़ती पहुंच और डिजिटिल बैंकिंग को सरकार की तरफ से बढ़ावा दिए जाने से यूपीआई का विस्तार होगा

पिछले महीने बड़े वैल्यू के नोट बैन किए जाने के बाद से यह देखा गया है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों ने तरह तरह के ट्रांजैक्शन के पेमेंट के लिए डिजिटल वॉलेट सहित ईपेमेंट माध्यम इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है. इस समय देश में लगभग 40 करोड़ स्मार्टफोंस हैं जबकि डेढ़ साल से भी कम समय में ई वॉलेट्स की संख्या बढ़कर 23 करोड़ तक पहुंच गई है.

यूपीआई देश में ही नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया का विकसित किया और आरबीआई और इंडियन बैंक्स एसोसिएशन (IBA) के सपोर्ट से स्थापित हुआ प्लेटफॉर्म है. NCPI वीजा और मास्टरकार्ड की तरह ही अपना रूपे पेमेंट्स इंफ्रास्क्चर ऑपरेट करता है. 

जानिए एंड्रायड 7.0 नगेट में क्या कुछ है खास

एंड्रायड 6.0 मार्शमैलो के बाद अब लेटेस्‍ट वर्जन 7.0 नगेट जल्‍द ही स्‍मार्ट डिवाइस में आने वाला है. इस लेटेस्‍ट ओएस वर्जन को लेकर कई यूजर्स खासा उत्‍साहित हैं और इसे जल्‍दी से जल्‍दी इस्‍तेमाल कर लेना चाहते हैं.

हालांकि, इसके जारी किए गए पिछले बीटा वर्जन में कोई खासा परिवर्तन नहीं किया गया है, इस नए ओएस वर्जन में कई फीचर्स आए हैं जिनसे आपकी लाइफ आसान हो सकती है या आप यूं कह सकते हैं कि इससे आपको स्‍मार्ट डिवाइस को हैंडल करना आसान हो जाएगा और आप एक ही समय पर कई सारे कामों को एक साथ कर पाएंगे.

कस्‍टमाइज कर सकने वाली क्विक सेटिंग

नगेट अपडेट में, यूजर्स आसानी से क्विक सेटिंग में सेटिंग टाइल्‍स की उपलब्‍धता को कस्‍टमाइज कर सकते हैं. क्विक सेटिंग को कस्‍टमाइज करने के लिए, यूजर्स को अपनी उंगली को टॉप पर रखना होगा और नोटिफिकेशन पैन को देखने के लिए स्‍लाइड डाउन करें और फिर से सेटिंग टॉग्‍ल्‍लस को देखने के लिए फिर से स्‍लाइड डाउन करे, अब क्विक सेटिंग टाइल्‍स को देखने के लिए एडिट बटन को क्लिक करे, कॉन्‍फीगर करें, ड्रैग और ड्रॉप करें, अगर आप इसकी उपलब्‍धता को सेट करना चाहते हैं.

डू-नॉट-डिस्‍टर्ब फीचर

इस वर्जन में यूजर्स, अपनी जरूरतों के आधार पर वॉल्‍यूम सेटिंग कर सकते हैं और ऑटोमेटिक रूल्‍स को सेट कर सकते हैं. नए वर्जन में यूजर, प्रीसेट टाइम्‍स को सेट कर सकेंगे जब उनका फोन डू-नॉट डिस्‍टर्ब मोड पर होगा. ये मोड आप वीकेंड पर लगा सकते हैं. इसके लिए आपको Settings>Sound>Do Not Disturb for more robust controls को फॉलो करना होगा. प्रीसेट ऑप्‍शन में से किसी एक पर टैप करें, या नए को बनाएं. साथ ही आप जिस दिन स्‍मार्टफोन से दूर रहना और डिस्‍टर्ब होना नहीं चाहते हैं वो भी सेट कर सकते हैं.

फास्‍टर मल्‍टीटास्किंग एंड्रायड

नगेट पर तेजी से मल्‍टीटास्किंग हुआ जा सकता है. लेकिन आप इसे कैसे कर सकते हैं… ये आसान है. आपको रिसेंट बटन (स्‍क्‍वायर) पर डबल टैप करना होगा जो कि नेविगेशन बार पर दिया जाता है और एंड्रायड, हाल ही में इस्‍तेमाल की गई अन्‍य एप पर स्‍वीच कर जाएगा.

नोटिफिकेशन से ही क्विक रिप्‍लाई

नगेट में यह बहुत ही खास सुविधा है. मान लीजिए आप व्‍हाट्सएप पर किसी से बहुत जरूरी बात कर रहे हैं और आपको किसी ने हैंगआउट पर पिंग किया तो आपको व्‍हाट्सएप बंद करके हैंगआउट को ओपन करने के बाद रिप्‍लाई देने की जरूरत नहीं रह गई है. जब आप बात कर रहे होंगे तो आपके फोन में ऊपर एक नोटिफिकेशन आएगा, आप उसी से तुंरत रिप्‍लाई दे सकते हैं और आपको अपने करंट एप से क्विट करने की जरूरत भी नहीं रह जाएगी. अगर यूजर्स आने वाले नोटिफिकेशन बार को बढ़ाना चाहें तो इसकी सुविधा भी नगेट में दी गई है.

फॉन्‍ट और स्‍क्रीन साइज को एडजस्‍ट करना

नगेट यूजर्स, टेक्‍स्‍ट के साइज को एडजस्‍ट कर सकते हैं. इसके अलावा, स्‍क्रीन के साइज को भी एडजस्‍ट किया जा सकता है. इसके लिए आपको, Settings app>select Display>tap Font size पर क्लिक करना होगा और अपने हिसाब से सेट कर लेना होगा. वहीं अगर आप डिस्‍प्‍ले को सेट करना चाहते हैं तो Settings app>click Display>tap Display size को फॉलो करना होगा और इस प्रकार आप इसे भी सेट कर सकते हैं. पर इतना ध्‍यान रहें कि आप सेटिंग ऐसी करें जिससे आपकी आंखों पर ज्‍यादा जोर न पड़ें.

सिस्‍टम यूआई ट्यूनर

नगेट में यूजर्स, सिस्‍टम यूआई ट्यूनर के साथ अधिक कस्‍टमाइजेशन को भी कर सकते हैं. यह अपडेट, कई व्‍यापक सेटिंग्‍स के साथ आया है जिसे आपको फाइन ट्यून डिजाइन और कई सारे एक्‍सपेरीमेंटल फीचर्स भी दिए गए हैं. इस शक्तिशाली और जोखिम भरी वृद्धि को सक्षम करने के लिए, स्‍क्रीन से नीचे की ओर स्‍वाइप करें, इससे क्विक सेटिंग ओपन हो जाएगा, फिर आप सिर्फ टैप करें और सेटिंग आईकॉन को होल्‍ड रखें, जब तक यह शुरू नहीं हो जाता है. आपको एक कन्‍फर्मेशन मिल जाएगा कि आपका फीचर एक्टिव हो गया है.

मल्‍टीपल विंडो/ स्‍पील्‍ट स्‍क्रीन का इस्‍तेमाल

एंड्रायड 7.0 नगेट में यूजर्स को सुविधा मिलेगी कि वो एक ही समय पर दो एप रनिंग को एक-एक ओर इस्‍तेमाल कर सकते हैं. ये हॉरीजेन्‍टल या वर्टिकल किया जा सकता है यानि यूजर्स अपनी सुविधा के हिसाब से फोन को एडजस्ट कर सकता है. स्‍क्रीन को स्‍पील्‍ट करने के लिए, ओवरव्‍यू बटन पर क्लिक करना होगा ताकि मल्‍टीटास्किंग स्‍क्रीन को देखा जा सकें, इसके बाद एक विंडो टाइटल बार को साइड में फिक्‍स करने के लिए ड्रेग कर दें या डिस्‍प्‍ले के टॉप पर फिक्‍स पर ले जाने के लिए ड्रेग करें. आप, इसके साथ ही अन्‍य विंडो का भी चयन कर सकते हैं. इसके बाद, जरूरत के अनुसार, विंडो को रिसाइज करने के लिए सेन्‍ट्रल ब्‍लैक बार को समायोजित कर लें.

कैशलेस ट्रांजेक्शन पर साइबर हमले का खतरा

नोट बंदी के बाद से ही सरकार कैशलेस समाज बनाने पर जोर दे रही है. लेकिन कैशलेस ट्रांजेक्शन पर भी साइबर हमले का खतरा काफी बढ़ गया है. केंद्र सरकार के नोटबंदी के फैसले के बाद माइक्रो-एटीएम और पीओएस काउंटर के बढ़ते इस्तेमाल के मद्देनजर देश की प्रमुख साइबर सुरक्षा एजेंसी सीईआरटी-इन ने ग्राहकों, बैंकरों और व्यापारियों को इन प्रणालियों पर मालवेयर हमलों को लेकर आगाह करते हुए ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए उनसे उच्च एनक्रिप्शन तकनीक को अपनाने के लिए कहा है.

माइक्रो-एटीएम जीपीआरएस नेटवर्क के जरिए बैंकों के सर्वरों से जुड़ते हैं. ऐसे में ‘सीईआरटी-इन’ (कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम-इंडिया) ने नेटवर्क की सुरक्षा को मजबूत बनाने और अपडेट करने की जरूरत पर बल दिया है.

एजेंसी ने ऐसे नेटवर्क की सुरक्षा विशेषताओं को मजबूत बनाने और अपडेट करने की जरुरत पर बल दिया है ताकि लोगों और बैंकों की गोपनीय जानकारी को हैक होने से बचाया जा सके. परामर्श में कहा गया है, ‘परंपरागत रूप से पीओएस प्रणाली में प्रविष्ट किये जाने वाले डेटा मेमोरी में होते हैं और गैर-एनक्रिप्टेड रूप में होते हैं, जिस कारण साइबर हमला करने वाले और डेटा चुराने की कोशिश करने वाले बहुत अधिक सफल हो सकते हैं.'

एजेंसी ने ग्राहकों से डेबिट और क्रेडिट कार्ड के पिन को लेकर सतर्कता बरतने और अनजान लोगों के साथ विवरण साझा नहीं करने का सुझाव दिया है.

बीसीसीआई vs लोढ़ा कमिटीः कोर्ट ने टाली सुनवाई

बीसीसीआई द्वारा लोढ़ा कमिटी की सभी सिफारिशें न मानने को लेकर सुप्रीम कोर्ट में होने वाली सुनवाई को कोर्ट ने 9 दिसंबर तक के लिए टाल दिया है. बीसीसीआई, लोढ़ा पैनल की सिफारिशों को मानने में लगातार आनाकानी कर रहा है. जबकि सुप्रीम कोर्ट पहले ही यह साफ कर चुका है कि बोर्ड को किसी भी सूरत में लोढ़ा पैनल की सिफारिशों को मानना ही होगा.

कुछ दिन पहले जस्टिस लोढ़ा ने शीर्ष अदालत से बोर्ड के कामकाज की देखरेख के लिए पूर्व गृह सचिव जीके पिल्लै को इसका पर्यवेक्षक नियुक्त करने का भी अनुरोध किया था.

इस मामले पर कोर्ट को अब यह तय करना है कि क्या क्रिकेट के लिए बीसीसीआई प्रशासक नियुक्त किया जाए या फिर बीसीसीआई को और वक्त दिया जाए. इससे पहले लोढ़ा पैनल की सिफारिशें न मानने तक बीसीसीआई द्वारा राज्य क्रिकेट संघों को किसी भी तरह का फंड जारी करने पर रोक है.

इस रोक के चलते भारत में क्रिकेट खेलने आई इंग्लैंड की टीम भी आर्थिक संकट से जूझ रही है. बोर्ड ने इंग्लिश खिलाड़ियों और टीम मैनेजमेंट को फंड जारी करने को लेकर अपनी विवशता दिखाई थी.

उल्लेखनीय है कि लोढ़ा कमिटी बीसीसीआई की रूप-रेखा पूरी तरह से बदलना चाहती है. बीते साल जुलाई में जस्टिस लोढ़ा समिति ने अपनी रिपोर्ट का पहला हिस्सा जारी किया था, जिसके बाद से बीसीसीआई में हलचल मची है.

लोढ़ा कमिटी बोर्ड में अधिक उम्र के अधिकारियों को नहीं चाहती और वह राज्य संघों में भी एक ही क्रिकेट संघ को चाहती है, जो पूर्ण सदस्य हो और उसे वोट देने का अधिकार हो. इसके अलावा पैनल की ऐसी और भी कई शर्ते हैं, जिन्हें बीसीसीआई मानने पर राजी नहीं हो पा रही है.

धोनी सबसे सफल भारतीय विकेटकीपर

क्रिकेट में विकेटकीपर का रोल काफी अहम होता है. विकेट के पीछे खड़े विकेटकीपर की राय को कोई भी कप्तान हल्के में नहीं लेता. भारतीय इतिहास में ऐसे कई विकेटकीपर रहे हैं जिन्होंने खेल पर अपना अलग ही प्रभाव छोड़ा है. इनमें सबसे पहले नाम भारत की मौजूदा सीमित ओवरों की टीम के कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी का आता है. धोनी ने विकेटकीपिंग की नई परिभाषा लिखी.

धोनी को भारतीय क्रिकेट इतिहास में सबसे सफल टेस्ट विकेटकीपर माना जाता है और आंकड़े भी इस बात की गवाही देते हैं. 2014 में टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहने वाले धोनी ने कुल 90 टेस्ट मैच खेले हैं और 256 कैच के साथ 38 स्टंपिंग की हैं जोकि किसी भी भारतीय विकेटकीपर द्वारा किए गए सबसे ज्यादा शिकार हैं.

धोनी टेस्ट क्रिकेट में दोहरा शतक लगाने वाले पहले विकेटकीपर हैं. उन्होंने टेस्ट में 38.09 की औसत से कुल 8,249 रन बनाए हैं जोकि भारतीय टेस्ट विकेटकीपर के तौर पर सबसे ज्यादा रन हैं. टेस्ट में धोनी ने कुल छह शतक और 33 अर्द्धशतक लगाए हैं.

सयैद किरमानी दूसरे सफल विकेटकीपर

धोनी के बाद 1983 में पहली बार विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा रहे सयैद किरमानी का नाम आता है. आंकड़ों के लिहाज से वह टेस्ट क्रिकेट में भारत के दूसरे सबसे सफल विकेटकीपर हैं. किरमानी ने भारत के लिए 88 मैच खेले हैं और 160 कैच तथा 38 स्टंपिंग की हैं. टेस्ट क्रिकेट में उनके नाम दो शतक और 12 अर्द्धशतक भी दर्ज हैं. किरमानी ने 27.04 की औसत से 2,759 रन बनाए हैं जिसमें उनका सर्वोच्च स्कोर 102 रन है.

किरन मोरे का नाम तीसरे नंबर पर

किरमानी के बाद किरन मोरे का नाम तीसरे नंबर पर आता है. किरन मोरे ने भारत के लिए कुल 49 टेस्ट मैच खेले हैं. उन्होंने टेस्ट में कुल 130 शिकार किए हैं जिसमें 110 कैच और 20 स्टंपिंग शामिल हैं. हालांकि मोरे टेस्ट में शतक नहीं लगा पाए. टेस्ट क्रिकेट में उनका सर्वोच्च स्कोर 73 है. उन्होंने 25.70 की औसत से कुल 1285 रन बनाए हैं, जिसमें सात अर्द्धशतक शामिल है.

नयन मोंगिया चौथे सफल विकेटकीपर

किरन मोरे के बाद नयन मोंगिया को भारत का चौथे नंबर का सबसे सफल विकेटकीपर माना जाता है. एक समय मोंगिया ने अपने देश के लिए कुल 44 टेस्ट मैच खेले हैं और 99 कैचों के साथ आठ स्टंपिंग से कुल 107 शिकार किए हैं. मोरे की छांव में रहे मोंगिया के नाम टेस्ट में एक शतक और छह अर्धशतक दर्ज हैं. उनका सर्वोच्च स्कोर 152 है.

फारुख इंजीनियर

मोंगिया के बाद आंकड़ों के लिहाज से भारत से सबसे सफल विकेटकीपरों में फारुख इंजीनियर का नाम आता है. इंजीनियर के नाम 46 टेस्ट मैचों में 66 कैच और 16 स्टंपिंग दर्ज हैं. इंजीनियर को धोनी के बाद बल्ले से सबसे सफल टेस्ट विकेटकीपर भी कहा जा सकता है.

वह शीर्ष पांच में धोनी के बाद 30 का औसत पार करने वाले दूसरे विकेटकीपर हैं. इंजीनियर ने 31.08 की औसत से कुल 2611 रन बनाए हैं जिसमें दो शतक और 16 अर्द्धशतक शामिल हैं. उनका सर्वोच्च स्कोर 121 है.

नोटबंदी के चलते “3 देव” का प्रदर्शन टला

"भिंडी बाजार" और "मुंबई मिरर" जैसी फिल्मों के निर्देशक अंकुश भट्ट अपनी नई फिल्म "3 देव" को लेकर काफी उत्साहित थे. जिसमें करण सिंह ग्रोवर, रायमा सेन, रवि दुबे, कुणाल रॉय कपूर जैसे कलाकारों ने अभिनय किया है. यह फिल्म जनवरी 2017 में प्रदर्शित होनी थी, लेकिन अब यह फिल्म कब प्रदर्शित होगी, खुद अंकुश भट्ट को भी नही पता.

फिल्म "3 देव" के नजदीकी सूत्रों ने बताया, "यह एक संदेशपरक फिल्म है. जिसे सिंगल थिएटर के दर्शकों को ध्यान में रखकर बनाया गया है. सिंगल थिएटर की टिकटें नगद राशि पर ही बिकती हैं. मल्टीप्लैक्स की तरह सिंगल थिएटरों की टिकटें इंटरनेट पर या डेबिट और क्रेडिट कार्ड से नहीं खरीदी जाती. अभी हर जगह नोट बंदी के चलते नगद राशि की मारामारी है.

कुछ लोगों के पास दो हजार के नए नोट हैं. मगर उसका छुट्टा नही मिल रहा. ऐेसे में फिल्म के निर्माता को लगा कि जनवरी में फिल्म को प्रदर्शित करना रिस्की है. यही सोचकर इस फिल्म को अब जनवरी में प्रदर्शित नहीं किया जाएगा."

यदि "3 देव" जनवरी में प्रदर्षित नही होगी, तो कब होगी? इसका जवाब किसी के पास नहीं है.

 

अब अभिषेक बच्चन खुद के लिए बना रहे हैं ‘लेफ्टी’

2014 में प्रदर्शित मल्टीस्टारर फिल्म ‘हैप्पी न्यू ईयर’ के बाद अभिषेक बच्चन की किसी भी फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर पानी तक नहीं मांगा. अभिषेक बच्चन को फिल्म ‘ऑल इज वेल’ से काफी उम्मीदें थीं, मगर इस फिल्म का बॉक्स ऑफिस पर बुरा हाल ही हुआ. सूत्रों की मानें तो अब वह खुद अपने करियर को संवारने के लिए ‘एबी कॉर्प’ बैनर तले फिल्म ‘लेफ्टी’ का निर्माण करने जा रहे हैं, जिसमें वह खुद मुख्य भूमिका निभाएंगे. फिल्म के निर्देशक प्रुभ देवा होंगे, जिनके निर्देशन में बनी ‘एक्शन जैक्सन’ और ‘सिंह इज ब्लिंग’ को सफलता नसीब नहीं हुई थी.

पर सच यही है कि अभिषेक बच्चन एक फिल्म ‘लेफ्टी’ का निर्माण कर रहे हैं. अभिषेक बच्चन ने खुद ही इस फिल्म की कहानी को पसंद किया है. फिल्म की कहानी व पटकथा लेखक कोना वेंकट हैं, जिन्होंने कभी सफलतम फिल्म ‘रेडी’ की कहानी व पटकथा लिखी थी. कोना वेंकट ने ही बोनी कपूर की नई फिल्म ‘मॉम’ लिखी है. अब वह ‘लेफ्टी’ लिख रहे हैं.

खुद कोना वेंकट का दावा है कि अभिषेक बच्चन ने खुद ही कहानी पसंद की और तीन वर्ष पहले अभिषेक बच्चन ने खुद ही कोना वेंकट को बुलाकर इस फिल्म को लिखने की जिम्मेदारी सौंपी थी. यह एक साइंस फिक्शन फिल्म है. अभिषेक बच्चन इसमें एक ऐसे युवक का किरदार निभा रहे हैं जो कि लेफ्टी है यानी कि बाएं हाथ से सारा काम करता है. सूत्रों की मानें तो अभिषेक बच्चन के इस किरदार के पास कोई सुपर पॉवर ताकतें नहीं हैं, मगर वह मुसीबत के वक्त लोगों का रक्षक बनकर आता है. फिल्म की शुरूआत 2017 में ही होगी. इसके प्रदर्शन की कोई तारीख तय नहीं की गयी है.

‘चमेली की शादी’ का रीमेक अब नहीं बनेगा

नोटबंदी के कारण बॉलीवुड की नई फिल्मों के निर्माण पर बहुत बड़ा असर पड़ा है. अब ‘चमेली की शादी’ की रीमेक नहीं बनेगा.

1986 में बासु चटर्जी निर्देशित फिल्म ‘चमेली की शादी’ प्रदर्शित हुई थी और इसे जबरदस्त सफलता मिली थी. इसलिए फिल्म निर्देशक रोहित जुगराज ने रीमेक फिल्मों के दौर में ‘चमेली की शादी’ का रीमेक बनाने का निर्णय लिया.

रोहित जुगराज ने अपनी इस फिल्म के लिए परिणीति चोपड़ा के साथ साथ दिलजीत दोशांज को अनुबंधित किया था. लेकिन अब यह फिल्म नहीं बनेगी. सूत्रों के अनुसार रोहित जुगराज को जिस स्टूडियो से इस फिल्म के निर्माण के लिए आश्वासन मिला था, नोटबंदी के बाद उस स्टूडियो ने अपना हाथ पीछे खींच लिए.

इतना ही नहीं पिछले एक माह से रोहित जुगराज कई निर्माताओं से संपर्क कर चुके हैं, पर सभी ने हाथ खड़े कर दिए. परिणामतः रोहित जुगराज ने अब ‘चमेली की शादी’ का रीमेक न बनाने का निर्णय कर लिया है. मगर रोहित जुगराज खुलकर इस बात को स्वीकार करने की बजाय कहते हैं, ‘हमने कुछ समय के लिए इसका निर्माण स्थगित किया है.’

बदल जायेंगे 20 और 50 के नोट

500 और 1000 के पुराने नोटों को बंद करने और 2000 और 500 के नए नोट लाने के बाद अब आरबीआई 20 और 50 के नए नोट लाने की तैयारी में है. ये नए नोट महात्मा गांधी सीरीज-2005 के होंगे जिन पर आरबीआई गर्वनर उर्जित पटेल के हस्ताक्षर होंगे.

इसकी छपाई में चित्र उभरे नहीं होंगे. महात्मा गांधी सीरीज-2005 की कड़ी में जारी किया जाने वाला 20 रुपये का नया नोट अंग्रेजी के इनसेट अक्षर L के साथ होगा जो अंकों के दोनों खानों में अंकित होगा. इन पर गवर्नर डॉ उर्जित पटेल के हस्ताक्षर होंगे.

गौरतलब है कि करीब 1 महीने पहले ही सरकार ने 500 और 1000 रुपये के पुराने नोटों को पूरी तरह बंद कर दिया था. इस फैसले के एक महीने बाद भी एटीएम और बैंकों के बाहर पुराने नोट बदलवाने और जमा करने के लिए लंबी कतारें लगी हुई हैं. यह मुद्दा विपक्ष के लिए एक सुनहरा मौक साबित हुआ. विपक्षी पार्टियों ने इस फैसले का जमकर विरोध भी किया.

माना जा रहा है कि बाजार में छोटी करंसी की उपलब्धता को बढ़ाने के लिए रिजर्व बैंक ने यह फैसला लिया है. गौरतलब है कि 8 नवंबर को नोटबंदी किए जाने के बाद से मार्केट में छोटी करंसी की समस्या पैदा हो गई है.

पाकिस्तान को हरा भारत ने जीता एशिया कप

भारत ने पाकिस्तान को 17 रन से हराकर लगातार छठी बार महिला एशिया कप के खिताब पर कब्जा जमा लिया है. 122 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी पाकिस्तान की टीम बीस ओवर में छह विकेट के नुकसान पर 104 रन ही बना सकी.

बैंकॉक में हुए फाइनल मुकाबले में भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में पांच विकेट के नुकसान पर 121 रन बनाए. भारतीय टीम की तरफ से ओपनर मिताली राज ने शानदार 73 रन की नाबाद पारी खेली और झूलन गोस्वामी ने 17 रन बनाए. पाकिस्तान की स्पिनर अनम अनीम ने 24 रन देकर दो विकेट लिए

भारतीय गेंदबाजों में से बाएं हाथ की स्पिनर एकता बिष्ट ने सबसे ज्यादा दो विकेट लिए. इसी टूर्नामेंट के एक लीग मैच में भारत ने कुछ दिन पहले पाकिस्तान को पांच विकेट से हराया था.

उससे पहले इसी साल भारतीय महिला टीम ने पाकिस्तान को वर्ल्ड टी20 में भी मात दी थी. एशिया कप में भारत और पाकिस्तान के अलावा श्रीलंका, बांग्लादेश, नेपाल और थाईलैंड की टीमों ने भी हिस्सा लिया.

गौरतलब है कि 2004 से शुरू हुए इस टूर्नामेंट पर भारत ने ही हर बार खिताबी जीत हासिल की है. 2004, 2005, 2006, 2008 में टीम ने श्रीलंका को मात देकर यह खिताब जीता था. यह टूर्नामेंट में 2004 से 2008 तक 50 ओवरों के फॉरमेट में खेला गया था लेकिन 2012 के बाद इसे टी-20 फॉरमेट में परिवर्तित कर दिया गया.

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