डिजिटल ट्रांजेक्शन को बढ़ावा देने के लिए बैंकों का अपग्रेडेड यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस जल्द आ सकता है. इस इंटरफेस से यूजर्स को किफायती और सिक्योर्ड कैशलेस ट्रांजेक्शन ऑप्शन मिलेगा. आधिकारिक सूत्र ने बताया कि सभी बैंकों के इंडिविजुअल प्लेटफॉर्म की जगह लेने वाला सिंगल यूपीआई प्लेटफॉर्म फिलहाल डिवेलप किया जा रहा है.

फिलहाल एसबीआई, पीएनबी और केनरा बैंक सहित 30 बैंकों के इंडिविजुअल प्लेटफॉर्म हैं. नए यूपीआई को यूज करना आसान होगा और उसमें डेटा ज्यादा सिक्योर रहेगा. नए पेमेंट मेथड से मोबाइल फोन का इस्तेमाल वर्चुअल डेविट कार्ड की तरह किया जा सकता है. इसके जरिए कस्टमर तुरंत पैसे भेज सकेंगे. इसमें दूसरे फीचर्स भी होंगे.

देश में मोबाइल फोन की बढ़ती पहुंच और डिजिटिल बैंकिंग को सरकार की तरफ से बढ़ावा दिए जाने से यूपीआई का विस्तार होगा

पिछले महीने बड़े वैल्यू के नोट बैन किए जाने के बाद से यह देखा गया है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों ने तरह तरह के ट्रांजैक्शन के पेमेंट के लिए डिजिटल वॉलेट सहित ईपेमेंट माध्यम इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है. इस समय देश में लगभग 40 करोड़ स्मार्टफोंस हैं जबकि डेढ़ साल से भी कम समय में ई वॉलेट्स की संख्या बढ़कर 23 करोड़ तक पहुंच गई है.

यूपीआई देश में ही नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया का विकसित किया और आरबीआई और इंडियन बैंक्स एसोसिएशन (IBA) के सपोर्ट से स्थापित हुआ प्लेटफॉर्म है. NCPI वीजा और मास्टरकार्ड की तरह ही अपना रूपे पेमेंट्स इंफ्रास्क्चर ऑपरेट करता है. 

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