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इस दिन रिलीज होगी केजरीवाल पर बनी फिल्म

दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की जिंदगी पर एक डाक्यूमेंट्री-ड्रामा फिल्म ‘एन इन्सिगनिफिकेंट मैन’ 17 नवंबर को रिलीज होगी. फिल्म को अमेरिका की मीडिया कंपनी वाइस लान्च करेगी.

खुशबू रांका और विनय शुक्ला द्वारा निर्देशित यह एक अकाल्पनिक राजनीतिक फिल्म है, जो सामाजिक कार्यकर्ता से लेकर राजनेता बने अरविंद केजरीवाल के भारतीय राजनीतिक क्षितिज पर उदय को दर्शाती है.

इस फिल्म को ‘मास्टरपीस’ बताते हुए, वाइस ने घोषणा की है कि अब वह फिल्म को पूरे भारत और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर रिलीज करने के लिए निर्माता आनंद गांधी की मेमिसिस लैब के साथ साझेदारी करेंगे.

वाइस डाक्यूमेंट्री फिल्म्स के कार्यकारी निर्माता, जेसन मोजिका ने कहा, ‘मैंने एन इन्सिगनिफिकेंट मैन टोरंटो अंतर्राष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल 2016 में देखी और मुझे लगा कि यह फिल्म मार्शल करी की ‘स्ट्रीट फाइट’ के बाद जमीनी राजनीति पर बनी सबसे बेहतरीन डाक्यूमेंट्री फिल्म है.’

इस फिल्म पर केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष पहलाज निहलानी को ऐतराज था. उन्होंने फिल्म रिलीज करने के लिए फिल्म निर्माताओं से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित और अरविंद केजरीवाल से अनापत्ति प्रमाणपत्र (एनओसी) लाने को कहा था. अंत में, फिल्म प्रमाणन अपीलीय न्यायाधिकरण ने फिल्म को मंजूरी दे दी.

मोजिका ने कहा, ‘हम पिछले कुछ महीनों में इस फिल्म पर फिल्म निर्माताओं और सेंसर बोर्ड के बीच की लड़ाई पर करीब से नजर रखे हुए थे. वाइस हमेशा अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के लिए लड़ रहे स्वतंत्र फिल्म निमार्ताओं को सहयोग करता रहेगा.’

मोजिका ने आगे कहा, ‘हम फिल्म को विश्वभर में अपने दर्शकों के सामने इसलिए ला रहे हैं, क्योंकि हम मानते हैं कि यह किसी भी व्यक्ति के लिए एक अत्यधिक प्रासंगिक फिल्म है जो अपने राजनीतिक प्रणालियों में समस्याओं को देखता है और जिसमें व्यक्तिगत रूप से चीजों को बदलने की कोशिश करने का जज्बा दिखता है.’

हालांकि सौदे की शर्तो का खुलासा नहीं किया गया है, लेकिन कयास लगाया जा रहा है कि यह फिल्म 22 से ज्यादा देशों में दिखाई जाएगी.

मेमिसिस लैब के आनंद गांधी ने कहा, ‘भारतीय सिनेमा के इतिहास में पहली बार एक ऐसी फिल्म दिखाई जाएगी, जिसे देखकर लोग समझ पाएंगे कि राजनीतिक दलों में बंद दरवाजों के पीछे क्या होता है.’

इस दीवाली एक रुपए में भी आप खरीद सकते हैं सोना

बढ़ती मंहगाई के बीच सोना खरीदना मुश्किल होता जा रहा है. आप हर दीवाली कुछ ना कुछ सोना जरूर खरीदते हैं लेकिन इस बार बढ़ती मंहगाई को देखते हुए आप अपने पांव पीछे खींच रहे हैं तो परेशान ना हों. आज हम आपको ऐसे उपाय बता रहे हैं, जिनके जरिए आप आसानी से दिवाली पर सोना खरीद सकते हैं.

अगर आप इस दीवाली सोना खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो पेटीएम गोल्ड आपके लिए विशेष औफर लेकर आया है. कंपनी ने ‘दीवाली गोल्ड सेल’ शुरू किया है. इस औफर के तहत आप 10 हजार रुपये या उससे ज्यादा का सोना खरीदते हैं, तो आप इसके साथ 3 फीसदी सोना बिल्कुल मुफ्त पा सकते हैं. यह सेल 10 अक्टूबर से शुरू हो चुकी है और यह 19 अक्टूबर तक जारी रहेगी.

पेटीएम गोल्ड लाया औफर

ई-वालेट पेटीएम के स्वामित्व वाली पेटीएम गोल्ड ने यह औफर पेश किया है. त्योहारी सीजन को ध्यान में रखकर यह औफर लाया गया है. अगर आप इस औफर का फायदा उठाना चाहते हैं, तो आपको गोल्डफेस्ट प्रोमो कोड का इस्तेमाल करना होगा. इसकी बदौलत आप कम से कम 10 हजार रुपये की खरीद पर 3 फीसदी अतिरिक्त सोना पा सकते हैं.

क्या है पेटीएम गोल्ड 

अगर आप पेटीएम ऐप का इस्तेमाल करते हैं, तो उसमें ही आपको पेटीएम गोल्ड का विकल्प भी मिलता है. पेटीएम का ये उपक्रम आपको 1 रुपये से लेकर 1.50 लाख रुपये तक का सोना खरीदने की आजादी देता है. यहां आप सोना खरीदने के साथ ही बेच भी सकते हैं. कंपनी का दावा है कि यहां से खरीदा गया सोना इंश्योर्ड होता है.

एक रुपए में खरीदें सोना

आप पेटीएम के प्‍लेटफार्म का उपयोग करते हुए एक रुपये का भी सोना खरीद सकते हैं. पेटीएम के जरिए यह सोना एमएमटीसी-पीएएमपी से कभी भी कहीं से भी एक रुपए से लेकर जितने रुपए का आप चाहें, खरीद सकते हैं. अच्‍छी बात यह है कि छोटे मूल्‍य और मात्रा में आपका यह सोना मुफ्त में एमएमटीसी-पीएएमपी स्‍टोर-लौकर में जमा होता जाएगा, जिसका बिना किसी चार्ज के 100 फीसदी इंश्‍योरेंस हो जाता है.

कंपनी को भरोसा है कि महज 1 रुपए में भी सोना खरीदने की सुविधा का फायदा दिवाली में कंपनी को मिल सकता है. क्योंकि किसी भी कीमत पर भी सोना खरीदने की आजादी होने से हर स्तर के लोग पेटीएम गोल्ड के प्लैटफार्म से सोना खरीदेंगे. इससे सोने की बिक्री बढ़ेगी.

जब चाहें, हो जाएगी डिलिवरी

पेटीएम गोल्‍ड की शुद्धता की 100 फीसदी गारंटी होती है और एक ग्राम होते ही आपके गोल्‍ड की डिलिवरी आपके आदेश पर हो जाएगी. डिलिवरी 1, 2, 5, 10, 20 ग्राम के सिक्‍कों में होती है. इसके साथ ही पेटीएम अपने प्‍लेटफार्म से डिजिटल ट्रांजैक्‍शन करने पर कैशबैक के रूप में डिजिटल गोल्‍ड लेने का विकल्‍प भी आपको देता है.

मैं 17 वर्षीय कालेजगोइंग छात्रा हूं. मेंरे हाथों व चेहरे का रंग सांवला है. रंगत निखारने का कोई घरेलू उपाय बताएं.

सवाल
मैं 17 वर्षीय कालेजगोइंग छात्रा हूं. मेंरे हाथों व चेहरे का रंग सांवला है. अत: रंगत निखारने का कोई घरेलू उपाय बताएं?

जवाब
चेहरे व हाथों की रंगत निखारने के लिए कच्चा दूध चेहरे व हाथों पर लगाएं. यह टोनर का काम करता है. कच्चे दूध को हाथों व चेहरे पर लगा कर मसाज करें और फिर सूखने पर धो लें. इस से रंगत में निखार आ जाएगा.

इस के अलावा पपीते के पल्प को मैश कर के चेहरे व हाथों पर लगाएं. इस से भी रंगत में सुधार आएगा. घर से निकलते समय चेहरे व बांहों पर एसपीएफ युक्त सनस्क्रीन जरूर लगाएं.

मुझे बैडमैथुन की आदत है. बिस्तर पर उछलकूद करने के बाद वीर्य निकल जाता है. शादी के बाद मैं बीवी के साथ कुछ कर पाऊंगा या नहीं.

सवाल
मैं 23 साल का हूं. मुझे बचपन से ही बैडमैथुन करने की आदत है यानी बिस्तर पर थोड़ी उछलकूद करने के बाद अंग से वीर्य निकल जाता है, फिर देर तक अंग ठंडा पड़ा रहता है. डर लगता है कि शादी के बाद मैं बीवी के साथ कुछ कर पाऊंगा या नहीं?

जवाब
हस्तमैथुन की तरह ही आप बैडमैथुन करते हैं. ये आदतें अच्छी नहीं हैं, पर इन्हें पक्का इरादा कर के छोड़ा जा सकता है. वैसे, इन से कोई नुकसान नहीं होता. शादी के बाद सब ठीक हो जाएगा.

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वीर्य की जानकारी आपके लिए है फायदेमंद

वीर्य आदमी के अंडकोष और अंग के मार्ग में मौजूद प्रोस्टै्रट, सैमाइनल वैसिकल और यूरेथल ग्रंथियों से निकले रसों से बनता है. वीर्य में तकरीबन 60 फीसदी सैमाइनल वैसिकल, 30 फीसदी प्रोस्ट्रैट ग्रंथि का रिसाव और केवल 10 फीसदी अंडकोष में बने शुक्राणु यानी स्पर्म होते हैं, जो वीर्य में तैरते रहते हैं. शुक्राणु की मदद से ही बच्चे पैदा होते हैं.

अंडकोष यानी शुक्राशय आदमी के शरीर के बाहर लटके होते हैं, क्योंकि शुक्राणु बनने के लिए शरीर से कुछ कम तापमान की जरूरत होती है. अगर किसी वजह से अंडकोष अंदर ही रह जाते हैं, तो ये खराब हो जाते हैं. शुक्राशय के 2 काम हैं, शुक्राणु बनाना और पुरुषत्व हार्मोन टैस्ट्रोस्ट्रान बनाना.

टैस्ट्रोस्ट्रान कैमिकल ही आदमी में क्रोमोसोम के साथ लिंग तय करता है. इसी के चलते बड़े होने पर लड़कों में बदलाव होते हैं, जैसे अंग के आकार में बढ़ोतरी, दाढ़ीमूंछें निकलना, आवाज में बदलाव, मांसपेशियों का ताकतवर होना वगैरह.

किशोर उम्र तक शुक्राशय शुक्राणु नहीं बनाते. ये 11 से 13 साल के बीच शुरू होते हैं और तकरीबन 17-18 साल तक पूरी तेजी से बनते हैं.

अंडकोष से निकल कर शुक्राणु इस के ऊपरी हिस्से में इकट्ठा हो कर पकते हैं. यहां पर ये तकरीबन एक महीने तक सक्रिय रहते हैं. शुक्राणु बनने की पूरी प्रक्रिया में 72 दिन का समय लगता है.

किशोर उम्र में बनना शुरू हो कर शुक्राणु जिंदगीभर बनते रहते हैं. हां, अधेड़ उम्र में इस के बनने की रफ्तार धीमी हो जाती है. शुक्राणु के बनने में दिमाग में स्थित पिट्यूटरी ग्रंथि, एफएसएच हार्मोन व टैस्टीज से निकले टैस्ट्रोस्ट्रान हार्मोन का हाथ होता है. इन हार्मोनों की कमी होने पर शुक्राणु बनना बंद हो जाते हैं.

वीर्य में मौजूद शुक्राणु 2 तरह के होते हैं, 3 3 या 3 4. अगर औरत के अंडे का मिलन 3 3 से होता है, तो लड़की और अगर 3 4 से होता है, तो लड़का पैदा होता है.

मां के पेट में बच्चे का लिंग आदमी के शुक्राणुओं द्वारा तय होता है. इस में औरत का कोई बस नहीं होता है. वीर्य में सब से ज्यादा रस सैमाइनल वैसिकल ग्रंथि से निकले पानी से होता है. इस में फ्रक्टोज शुक्राणुओं का पोषक तत्त्व होता है. इस के अलावा रस में साइट्रिक एसिड, प्रोस्ट्राग्लैंडिन और फाइब्रोजन तत्त्व भी पाए जाते हैं.

प्रोस्ट्रैट ग्रंथि का रस दूधिया रंग का होता है. इस में साइट्रेट, कैल्शियम, फास्फेट, वीर्य में थक्का बनाने वाले एंजाइम और घोलने वाले तत्त्व होते हैं. इन में अलावा मूत्र में स्थित यूरेथल ग्रंथियों का रिसाव भी वीर्य में मिल जाता है.

स्खलन के समय शुक्राशय से निकले शुक्राणु सैमाइनल वैसिकल व प्रोस्टै्रट के स्राव के साथ मिल कर शुक्र नली द्वारा होते हुए मूत्र नलिका से बाहर हो जाते हैं.

यह भी जानें

* एक बार में निकले वीर्य की मात्रा 2 से 5 मिलीलिटर होती है.

* वीर्य चिकनापन लिए दूधिया रंग का होता है और इस में एक खास तरह की गंध होती है.

* वीर्य का चिकनापन सैमाइनल वैसिकल व पीए प्रोस्टै्रट के स्राव के चलते होता है. अगर पीए अम्लीय है, वीर्य पीला या लाल रंग लिए है, तो यह बीमारी की निशानी है.

* वीर्य से बदबू आना भी बीमारी का लक्षण हो सकता है.

* 2-3 दिन के बाद निकला वीर्य गाढ़ा होता है, क्योंकि इस में शुक्राणुओं की संख्या ज्यादा होती है.

* वीर्य निकलने के बाद जम जाता है. पर इस में मौजूद रसायन फाइब्रोलाइसिन एंजाइम इसे 15-20 मिनट में दोबारा पतला कर देते हैं. अगर वीर्य दोबारा पतला न हो, तो यह बीमारी की निशानी है.

* 4-5 दिन बाद एक घन मिलीलिटर वीर्य में शुक्राणुओं की संख्या 8 से 12 करोड़ होती है. यानी एक बार में तकरीबन 40 करोड़ शुक्राणु निकलते हैं, पर एक ही शुक्राणु अंडे को निषेचित करने के लिए काफी होता है.

* अगर वीर्य में शुक्राणुओं की संख्या 6 करोड़ प्रति मिलीलिटर से कम हो, तो आदमी में बच्चे पैदा करने की ताकत कम होती है. अगर 2 करोड़ से कम हो, तो आदमी नामर्द हो सकता है.

* सामान्य शुक्राणु छोटे से सांप की शक्ल का होता है. इस का सिरा गोल सा होता है और सिर पर एक टोपी होती है, जिस को एक्रोसोम कहते हैं. साथ में गरदन, धड़ और पूंछ होती है.

* अगर शुक्राणुओं के आकार में फर्क हो, तब भी बच्चे पैदा करने की ताकत कम हो जाती है. यह फर्क सिर, धड़ या पूंछ में हो सकता है. अगर असामान्य शुक्राणुओं की संख्या 20 फीसदी से भी ज्यादा होती है, तो आदमी नामर्द हो सकता है.

* शुक्राणु वीर्य में हमेशा तैरते रहते हैं. अगर शुक्राणु सुस्त हैं या 40 फीसदी से ज्यादा गतिहीन हैं, तो भी आदमी नामर्द हो सकता है.

* अगर वीर्य में मवाद, खून या श्वेत खून की कणिकाएं मौजूद हों, तो यह भी बीमारी की निशानी है.

* वीर्य या शुक्राणु बनने में खराबी कई बीमारियों के चलते हो सकती है. हार्मोन के बदलाव से शुक्राणुओं की संख्या कम हो सकती है.

* शुक्राशय में कई तरह की बीमारियां हो सकती हैं, जैसे मम्स, लेप्रोसी, सिफलिस वगैरह.

* ट्यूमर, इंफैक्शन, फाइलेरिया से शुक्राशय खराब हो सकता है.

* शुक्राणु के बनने में प्रोटीन, विटामिन, खासतौर से विटामिन ई की जरूरत होती है.

वीर्य संबंधी गलतफहमियां

 *  अगर पेशाब के साथ वीर्य या वीर्य जैसा चिपचिपा पदार्थ निकलता है, तो लोग तनावग्रस्त हो जाते हैं. वे समझते हैं कि उन की ताकत कम हो रही है. नतीजतन, वे कई बीमारियों को न्योता दे बैठते हैं, जबकि वीर्य के निकलने या धातु निकलने से जिस्मानी ताकत में कमी होने का कोई संबंध नहीं है.

* हस्तमैथुन करने या रात को वीर्य गिरने से नौजवान समझते हैं कि इस के द्वारा उन की ताकत निकल रही है और वे तनावग्रस्त हो जाते हैं, जबकि यह सामान्य प्रक्रिया है.

* वीर्य जमा नहीं होता. अगर वीर्य के साथ शुक्राणु बाहर न निकलें, तो शरीर में इन की कमी हो जाती है. इसी तरह शौच जाते समय जोर लगाने से भी कुछ बूंद वीर्य निकल सकता है, इसलिए घबराएं नहीं.

* कुछ लोगों में यह गलतफहमी है कि वीर्य की एक बूंद 40 बूंद खून के बराबर है. यह गलत सोच है. वीर्य जननांगों का स्राव है, जो लार, पसीना या आंसू की तरह ही शरीर में बनता है.

* कुछ लोगों का मानना है कि वे वीर्य गिरने के समय जीवनदायक रस को बरबाद करते रहे हैं.

* अगर वीर्य के निकल जाने से कीमती ताकत का नाश होता है, तो सभी शादीशुदा आदमी कमजोर हो जाते, इसलिए वीर्य और सैक्स संबंध के बारे में गलत सोच न बनाएं, तनाव से दूर रहें और कामयाब जिंदगी का लुत्फ उठाएं.

दान हो या टिप मुफ्तखोरी ही है

टिप देना बुरा है यह सुन कर कुछ अजीब लगा. नए रेलमंत्री पीयूष गोयल का कहना है कि रेल कैटरिंग कर्मचारियों का खाना सर्व करने के बाद टिप लेना अवैध है और यह तुरंत बंद होना चाहिए. यह सच बात है कि रेल कैटरिंग के कर्मी अकसर टिप के लिए जिद करते हैं और यदि कुछ लोग न दें तो उन्हें जलील करने से भी बाज नहीं आते. रेलवे के ज्यादातर कैटरिंग कर्मी सीधे रेलवे द्वारा नियुक्त नहीं होते. उन्हें वे कौंट्रैक्टर रखते हैं, जो रेलवे ने मोटी लाइसैंस फीस ले कर नियुक्त किए होते हैं.

रेलमंत्री ने टिप को बुरा कहा पर भाजपा के आकाओं की नीति तो दान देने की और रोज देने की है. जितने भी स्वामी, गुरु, बाबा, संतमहात्मा हैं सब हर समय बिना काम के पैसे देने की वकालत करते रहते हैं और हमें इन सब पर और इन के कथनों पर बड़ा गर्व रहता है. ‘भगवान टिप’ वसूलने के लिए हर मंदिर में कदमकदम पर दानपेटियों का इंतजाम होता है, जिन में 1 नहीं 7-7 ताले लगे होते हैं.

जहां संस्कृति और संस्कारों का मतलब बिना काम किए टिप या दान देना हो, वहां सेवा के बदले टिप मांगना और देना कैसे बुरा हो सकता है? आप को आप की सीट तक खाना पहुंचाया जा रहा है यह क्या कम कृपा है रेलवे कैटरिंग कौंट्रैक्टरों की? पैसे तो वे लेंगे ही पर टिप का अधिकार तो ऊपर से नीचे तक सब का है और यह कैसे बंद हो सकता है?

जरा देखिए तो कि जहां टिप नहीं वहां रेल कर्मचारी कैसा काम करते हैं. रेलवे स्टेशनों पर भारी भीड़ होती है, अफरातफरी होती है, क्योंकि यहां रेल कर्मचारियों को टिप नहीं मिलती. टिकट खिड़कियों पर टिकट लेने में घंटों लगते हैं, क्योंकि यहां कर्मचारियों को टिप नहीं मिलती. अगर भीड़ का दबाव न हो तो टिप न मिलने के कारण आप को प्लेटफार्म पर घुसने देने में भी आनाकानी होने लगेगी.

‘सेवा के लिए पैसा ले लिया गया तो टिप क्यों’ जैसी सोच ही गलत है, कम से कम हमारे यहां जहां हर नेता बिना सेवा किए ही जीने देने के लिए टिप लेता है. टिप तो एक अधिकार है जो सेवा देता है चाहे इसे अच्छी सेवा का इनाम माने या जबरन वसूली.

इस देश में सरकारी क्षेत्रों में ही नहीं प्राइवेट रेस्तराओं ने भी 10 से 15% जबरन टिप बिल में शामिल करनी शुरू कर दी है. उन्होंने टिप को विधिवत रूप दे दिया और फिर वेटर ऐसे खड़ा हो जाता है कि ग्राहक को टिप देनी ही होती है.

जापान ऐसा देश है जहां टिप का रिवाज बिलकुल नहीं है. उधर अमेरिका ऐसा देश है जहां पगपग पर टिप दी जाती है और अच्छीखासी दी जाती है. टिप गलत है इस में संदेह नहीं. सेवा देने वाला अपनी पूरी सेवा का चाहे जो मूल्य तय कर ले उस पर ग्राहक का नियंत्रण नहीं है. उस के बाद जो पैसा चाहा जाए वह गलत है.

एक कर्मठ समाज को केवल मेहनत का मुआवजा मांगना चाहिए. मुफ्तखोरी चाहे वह दान हो या हफ्तावसूली केवल अपराध की गिनती में आना चाहिए.

इस दीपावली हवाई यात्रा करना हुआ और भी सस्ता

इस साल की दीपावली हवाई यात्रियों के लिए राहत लेकर आ रही है. इस साल त्यौहार पर हवाई किराये बढ़ने के बजाय घटते दिखाई दे रहे हैं. ट्रैवल पोर्टलों के अनुसार त्यौहारी सीजन पर दिल्ली से मुंबई का हवाई किराया 2500 से 3000 रुपये के बीच है जबकि चेन्नई से दिल्ली का किराया 4200-5000 रुपये के बीच है. हैदराबाद से दिल्ली का किराया 4500 से 5000 रुपये के बीच है.

औनलाइन ट्रैवल पोर्टल यात्राडौटकौम से मिले आंकड़ों के मुताबिक सबसे व्यस्त रूटों जैसे दिल्ली मुंबई और हैदराबाद दिल्ली के किराये में क्रमश: 38 फीसद और 32 फीसद की कमी दर्ज की गई है.

किराये में कमी की वजह

आमतौर पर त्यौहारी सीजन पर मांग बढ़ने के कारण हवाई किराये में भारी बढ़ोतरी दर्ज की जाती रही है. इस साल इसके विपरीत किराये घट रहे हैं. खास बात यह है कि तत्काल बुकिंग वाली टिकटों के भी किराये में कमी आई है.

जानकारों का कहना है कि मांग में कमी दरअसल इस वजह से दिखाई दे रही है कि कुछ रूटों पर क्षमता काफी बढ़ गई है. इसके कारण किराये में कमी आई है. क्लियरस्टिप के प्रमुख (एयर एंड डिस्ट्रीब्यूशन) बालू रामचंद्रन का कहना है कि सभी एयरलाइनों ने ज्यादा हवाई यात्रियों को सेवाएं सुलभ कराने की क्षमता तैयार कर ली है जबकि मांग में कमी बनी हुई है. इस वजह से किराये कम हो रहे हैं.

किन रूटों पर किराया बढ़ा

कुछ रूट ऐसे भी हैं जिन पर किराये में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है. मसलन दिल्ली बेंगलुरु और मुंबई गोवा रूट पर किराये में क्रमश: 15 फीसद और 19 फीसद की वृद्धि हुई है। यात्राडौटकौम के सीओओ (बी2सी) शरत ढल का कहना है कि व्यस्त रूटों पर क्षमता बढ़ने के कारण तत्काल टिकट के किराये में कमी आई है. हालांकि जिन रूटों पर क्षमता ज्यादा नहीं बढ़ी है, उन पर किराये में बढ़ोतरी आई है.

दिल्ली-सिंगापुर फ्लाइट अगले महीने से

एयर इंडिया एक्सप्रेस ने दिल्ली से कोयंबटूर के लिए नई उड़ान की घोषणा की है. अगले महीने शुरू होने वाली यह फ्लाइट कोयंबटूर से सिंगापुर जाएगी. एयर इंडिया की किफायती एयरलाइन सर्विस एयर इंडिया एक्सप्रेस ने एक बयान में कहा कि दिल्ली-कोयंबटूर-सिंगापुर फ्लाइट सप्ताह में तीन दिन मंगलवार, गुरुवार और शनिवार को मिलेगी.

चार्टर्ड विमान सेवा देगी ईजी चार्टर्स

एविएशन ग्रुप एयर वन ने एक नई कंपनी पेश की है. लोग इसके जरिये दुनिया के 38 शहरों के लिए चार्टर्ड प्लेन की बुकिंग करवा सकेंगे. ईजी चार्टर्स के नाम की कंपनी चार्टर्ड विमान सेवाओं की बढ़ती मांग को एग्रीगेटर के रूप में पूरा करने का प्रयास करेगी. ग्रुप के चेयरमैन आलोक शर्मा ने कहा कि ग्राहक 500 विमानों में से कोई भी चुन सकेंगे.

आपके रोजमर्रा के काम को आसान बना देंगे ये ऐप्स

एंड्रायड फोन का इस्तेमाल तो आप करते होंगे. और उन एंड्रायड फोन में आपने कई तरह के ऐप्स भी इंस्टाल किए होंगे. लेकिन आपके स्मार्टफोन में कुछ खास ऐप्स नहीं है तो वह डब्बा ही कहा जाएगा. तो चलिए आज हम आपको बता रहे हैं कुछ बेहतरीन ऐप्स के बारे में जो आपके छोटे-छोटे कामों को काफी आसान कर देंगे.

ShaPlus STD info

ShaPlus STD info पर आप अपने शहर का एसटीडी कोड डाल देंगे तो स्थानीय लैंडलाइन नंबरों के लिए हर बार एसटीडी कोड नहीं लगाना पड़ेगा, जैसा हम लैंडलाइन नंबरों पर डायल करते समय करते हैं. इसके अलावा जब भी आपको जरूरत पड़े, बिना कौल किए ही टेलिफोन नंबरों के शुरुआती 4-5 अंक डालते ही उनका ब्योरा देखा जा सकता है.

Anti Theft Alarm–Motion Alarm

औफिस या घर में चार्ज हो रहे मोबाइल को कोई चार्जर से अलग कर चुपके से झांकना चाहेगा, तो यह अलार्म बजाकर आपको बता देगा.

Open Signal

आपके फोन पर नेटवर्क कैसा आ रहा है, यह देखने के लिए Open Signal का सहारा ले सकते हैं. यह बताता है कि कमजोर सिग्नल की स्थिति में नेटवर्क किस तरफ ठीक-ठाक मिल रहा है. आप उधर ही खिसक सकते हैं. अगर आस-पास कोई वाईफ़ाई राउटर है तो वह भी पता चल सकता है.

Go SMS Pro

एसएमएस के लिए Go SMS Pro का प्रयोग किया जा सकता है, जिसमें जी-मेल चैट की तरह से बातचीत की जा सकती है. नाम, नंबर, समय, मैसेज के शब्दों का आकार बदला जा सकता है. थीम बदली जा सकती है, रात को सोते समय कोई मेसेज न आए, इसका इंतजाम हो सकता है. एसएमएस भेजे जाते समय अपने .सिग्नचर. भी चिपकाए जा सकते हैं.

Car Dashboard

अपनी कार से चलते हैं तो Car Dashboard रखें. यह स्पीडोमीटर का काम तो करता ही है, अलग-अलग स्थानों पर स्पीड बढ़ जाने पर चेतावनी भी देता है. आप किस जगह हैं, यह बताता है, आसपास का तापमान और समुद्र तल से ऊंचाई जैसी जानकारी भी देता है.

Blood Glucose Tracker

सेहत का रिकार्ड रखने के लिए Blood Glucose Tracker एक अच्छा ऐप है. इस ऐप की मदद से आपको यह याद रखने में आसानी हो जाती है कि कौन सी चीज खाने के बाद आपका शुगर का लेवल क्या था. इसके अलावा कुछ दिनों में इकट्ठा हुए आंकड़ों और ग्राफ की मदद से डायबीटीज के बढ़ने-घटने का पैटर्न समझा जा सकता है.

Gold Live

शेयर बाजार के उतार-चढ़ाव पर निगाह रखने के लिए Gold Live! ऐप अच्छा है. स्टौक मार्केट की हलचल, अपने शेयरों की स्थिति, बाज़ार की ख़बरों के लिए Stock Watch: BSE/NSE का यूज कर सकते हैं.

Delhi Route Planner

अगर आप दिल्ली में रहते हैं तो यह ऐप आपके काफी काम आ सकता है. यह मेट्रो और डीटीसी दोनों का कंबाइंड ऐप है.

FuelLog–Car Management

कार के .ऐवरेज. पर निगाह रखने के लिए FuelLog–Car Management इस्तेमाल कर सकते हैं. जरूरत पड़े तो, आंकड़ों और ग्राफ की सहायता से सारी स्थिति साफ देखी जा सकती है.

आलिया ने दिखाई शाहरुख की पत्नी के भव्य डिजाइनर स्टोर की झलक

कुछ समय पहले आलिया भट्ट अपने नए घर मे शिफ्ट हुईं हैं. अपने इसी नये घर को सजाने के लिए आलिया ने मुंबई के उपनगरी में स्थित शाहरुख की पत्नी गौरी खान के डिजाइनर स्टोर का दौरा कर वहां से कुछ जरूरी सजावट के समान की खरीदारी की.

जिसके बाद आलिया ने गौरी के खूबसूरत स्टोर की कुछ तस्वीरें इंस्टाग्राम पर साझा कर अपनी इस यात्रा के बारे में बात की. उन्होंने कहा कि, “गौरी खान एक नए और भव्य डिजाइन स्टोर में बिताई हुई एक सुंदर सी शाम.”

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वहीं गौरी खान ने भी सोशल मीडिया पर आलिया का एक वीडियो साझा किया है. इस वीडियो में वह आलिया का धन्यवाद करती हुई नजर आ रही हैं. उन्होंने कहा, “आशा है कि जल्द ही आपके सपनों के घर की खोज खत्म हो जाएगी, @aliaabhatt #GauriKhanDesigns इसका हिस्सा बनने के लिए उत्सुक हूं!”

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गौरी खान द्वारा साझा वीडियो में अभिनेत्री ने अपने उत्साह को व्यक्त किया. वीडियो में आलिया ने कहा कि वह हमेशा यहां पर आने की इच्छा रखती थी. हर रोज जब भी वह इस जगह से गुजरती थीं, इस स्टोर को निहारती थीं और आखिरकार आज वह यहां पहुंच ही गईं हैं. आलिया ने गौरी खान से अपने घर की साज-सजावट करवाने की इच्छा जाहिर करते हुए कहा, “मुझे आशा है कि एक दिन आप मेरे घर पर काम करेंगी और मैं वास्तव में इसका इंतजार कर रही हूं.”

गौरी के इस काम के बारे में बात करते हुए, आलिया कहती हैं कि, “ईमानदारी से आपके कारण आज हमारे पास भारत में हमारे घरों को देखने का एक नया नजरिया व एक नया तरीका है, जिस वजह से हम अपने दिल से सुंदर मकान और महलों में रह सकते हैं. आपकी खूबसूरत दृष्टि के लिए धन्यवाद.” जिसके बाद गौरी खान ने भी अपना विनम्र आभार व्यक्त कर उनका धन्यवाद किया.

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हाल ही में गौरी खान ने भी अपने नए डिजाइनर स्टोर की झलक दर्शकों को इंस्टाग्राम पर दिखाई थी.

बता दें कि आलिया से पहले रणबीर कपूर भी गौरी के इस भव्य डिजाइनर स्टोर में आ चुके हैं. रणबीर ने भी इस स्टोर की काफी तारीफ की थी.

ये 5 फैस्टिव मेकअप लुक्स त्योहारों में चार चांद लगा देंगे

त्योहारों की अपनी ही उमंग होती है, जिस में डूब कर मन खुशियों से सराबोर रहता है. इस खुशी में तब और भी निखार आ जाता है जब बिन बोले किसी की आंखें बहुत कुछ बोल देती हैं. जब किसी को देख कर लगता है कि चंद टूटे सितारे उस के मदमाते हुस्न की कैद में आने के लिए कुछ पलकों पर बिखर गए, कुछ होंठों पर सिमट गए. यही तो वह खूबसूरती है, जो बाकी लोगों से उसे खास दिखाती है.

अगर आप भी त्योहारों में औरों से खास दिखना चाहती हैं, तो आइए जानें फैस्टिव मेकअप लुक की जानकारी ताकि त्योहार के मौके पर जब आप मेकअप कर के घर से निकलें तो लोग आप को देखते ही रह जाएं.

सौफ्ट लुक

अवसर चाहे पारंपरिक त्योहारों का हो या फिर फैस्टिवल के समां को बांधती थीम पार्टी का, सौफ्ट गर्लिश लुक हर मौके पर खूबसूरत दिखता है. इस लुक के लिए आप लाइट पिंक शेड का इस्तेमाल कर सकती हैं.

स्टैप-1: चेहरे पर फ्लालैस इफैक्ट के लिए सूफले का इस्तेमाल करें और गालों पर खूबसूरती की छटा बिखेरने के लिए पिंक ब्लशऔन लगाएं.

स्टैप-2: आंखों पर चार्मिंग एहसास जगाने के लिए पिंक आईशैडो लगाएं और लोअर लैशेज पर काजल लगा कर स्मज कर लें. इस ओवरआल लुक पर कंट्रास्ट जगाने के लिए ब्लू लाइनर लगा सकती हैं. पलकों पर मसकारा लगा कर उन्हें कर्ल कर लें.

स्टैप-3: लिप्स पर पिंक शेड की लिपस्टिक या ग्लौस का इस्तेमाल इस पूरे मेकओवर में चार चांद लगाएगा.

स्टैप-4: अपने इस लुक को हलका ट्रैडिशनल टच देने के लिए मैसी ब्रेड, फ्रैंच ब्रेड या डच ब्रेड बना सकती हैं. ब्रेड्स बनाने से पहले  बालों में कलरफुल रिबन या ऐक्सटैंशन लगा लें. स्टाइलिश व फैशनेबल ब्रेड्स के बीच ये कलरफुल स्ट्रैंड्स बेहद खूबसूरत दिखेंगी.

लाइट रैडिएंट

जब बात हो रही है चारों ओर रोशनी के उजाले की तो चेहरे पर इस की झलक दिखनी जरूरी हो जाती है. इस लुक में सब कुछ हलका, ग्लौसी व रैडिएंट नजर आएगा.

स्टैप-1: परफैक्ट स्किन टोन के लिए लाइट बेस लगाएं.

स्टैप-2: अपनी ड्रैस से मैचिंग लाइट शेड को आंखों पर लगाएं और फिर उस के ऊपर वैसलीन का हलका सा टच दें. लाइनर के बजाय मसकारा का डबल कोट लगाएं.

स्टैप-3: चीकबोंस को हाईलाइट करने

के लिए उन पर वैसलीन लगा कर अच्छी तरह ब्लैंड कर लें.

स्टैप-4: लिपस्टिक लगाएं और ऊपर से लिप बाम लगा कर उन्हें ग्लौसी लुक दें.

स्टैप-5: बालों को स्ट्रेट करवा कर खुला छोड़ सकती हैं. अपने हेयरस्टाइल में थोड़ा सा स्टाइल ऐड करने के लिए फ्रंट से फ्रिंज निकाल लें और उसे टैंपरेरी हेयर चौक की मदद से कलर कर लें, क्योंकि इन दिनों कलरफुल फ्रिंज फैशन में है.

विंग्ड आईलाइनर ऐेंड बोल्ड लिप्स

रैट्रो इरा की अभिनेत्रियों के जलवों को अपने फैस्टिवल में मिक्स करना चाहती हैं, तो यह लुक आप के लिए बिलकुल परफैक्ट है:

स्टैप-1: अपनी आंखों पर मैटेलिक ब्लू, ब्लैक, ग्रीन या कौपर शेड से विंग्ड लाइनर लगाएं और वाटर लाइन पर ब्लैक आई पैंसिल के बजाय व्हाइट पैंसिल का इस्तेमाल करें. विंग्ड लाइनर की सब से बड़ी खासीयत यह है कि आप अपने लुक को अपनी मरजी के मुताबिक लाइट या लाउड दिखा सकती हैं.

स्टैप-2: फेस पर क्लीयर लुक के लिए मूज व रोज टिंट जगाने के लिए ब्लशऔन जरूर लगाएं.

स्टैप-3: बोल्ड लिप्स आप को कौन्फिडैंट एहसास देते हैं. ऐसे में आप रैड, कोरल और हौट पिंक जैसे फैशनेबल शेड्स को अपनी लिपस्टिक के तौर पर चुन सकती हैं.

स्टैप-4: बालों में फिशटेल या रिवर्स फिशटेल बनाएं. चमकीली इस रात की चमक को अपने बालों पर जगाने के लिए पर्ल, स्वरोस्की या नग जडि़त स्टड्स को चोटी के बीच में भी लगा सकती हैं.

ऐलिगैंट सोशलाइट लुक

किसी खास अवसर के लिए कुछ हट कर और शानदार मेकअप की तलाश में हैं, तो ऐंलिगैंट लुक आप के लिए सही चयन होगा. आजकल लिप मेकअप पर काफी फोकस किया जा रहा है.

स्टैप-1: चेहरा फेसवाश से साफ करने के बाद थपथपा कर सुखाएं. फिर एसपीएफ युक्त मौइश्चराइजर लगाएं. इस के बाद अपनी रंगत के मुताबिक बेस लगाएं. अच्छी तरह ब्लैंड करें ताकि पैची नजर न आए.

स्टैप-2: अब आंखों को डिफाइन करने के लिए उन के भीतरी कोनों से ले कर लैशलाइन बरौनियों के आखिरी कोने तक वन स्ट्रोक डिफाइनिंग आईलाइनर लगाएं. पलकों पर न्यूट्रल कौपर आईशैडो लगाएं. अच्छी तरह ब्लैड करें. बरौनियों को घना और आकर्षक दिखाने के लिए परफैक्ट मसकारे के 2 कोट लगाएं.

मसकारा लगाते समय नीचे देखें और मसकारा ब्रश को बरौनियों पर रोल कर के लगाएं. इस से मसकारा हर लैश पर लग जाएगा. एक जगह जमा नहीं होगा.

स्टैप-3: थोड़ा ग्लैम टच देने के लिए उसी शेड का एक लिप बाम होंठों पर लगाएं. यह न सिर्फ अतिरिक्त चमक देगा, बल्कि लिप कलर को लंबे समय तक टिका रहने में मदद भी करेगा. गोल्डन स्पार्कल लिप्स के लिए ब्रोंज शिमर न्यूड लिए ग्लौस लगाएं.

स्टैप-4: होंठों को आकर्षक बनाने के लिए स्टैंडआउट लिप बाम से मोटी रेखा (आउटलाइन) बनाएं. बीच का हिस्सा खाली रहने दें. कुछ सैकंड बाद उसी शेड को बीच की खाली जगह पर अच्छी तरह भरें.

स्टैप-5: इस लुक को कंप्लीट करने के लिए नाखूनों पर वैल्वेट रोप नेल इनैमल लगाएं.

स्टैप-6: ब्लो ड्राई करने के बाद टोंग की सहायता से कर्ल करें. सारे बालों को उंगलियों की सहायता से पीछे की तरफ ले जाएं और क्लचर से टक करें.

ब्रोंज क्रेज

आंखों और गालों पर किया जाने वाला यह मेकअप स्टनिंग लुक देता है.

स्टैप-1: फेस पर बीबी क्रीम लगाएं और ब्लशऔन के बजाय चीक्स पर ब्राउंजिंग करें. ऐसा करने से आप का चेहरा पतला नजर आएगा.

स्टैप-2: ब्रोंज शेड के आईशैडो के साथ अपनी आइज को ब्रोंज टच दें.

स्टैप-3: आइज के आउटर कौर्नर पर ब्राउन शेड से कंटूरिंग करने के बाद आंखों के नीचे काजल स्मज कर के लगाएं. अपने लुक को सैक्सी लुक देने के लिए लाइनर व मसकारा जरूर लगाएं.

स्टैप-4: ब्रौंजिश शेड की लिपस्टिक लगा कर लिप्स को स्टनिंग लुक दें. बालों में सौफ्ट कर्ल्स करवा लें. चेहरे पर बाल न आएं, इस के लिए साइड पार्टीशन कर के कोई भी सुंदर सी क्लिप लगा लें. कलर स्मोकी रियल और फ्लालैस लुक के लिए स्मोकी मेकअप का चलन बढ़ रहा है.

स्टैप-1: अपनी स्किन को फ्लालैस लुक देने के लिए टिंटिड मौइश्चराइज लगा लें. ऐसा करने से स्किन मौइश्चराइज्ड व स्किनटोन इवन नजर आएगी.

स्टैप-2: गालों पर पीच शेड का ब्लशऔन लगाएं, साथ ही चीक्स पर हाईलाइट जरूर करें.

स्टैप-3: फैशन और लेटैस्ट मेकअप मंत्र के अनुसार आप अपनी ड्रैस से मैचिंग कलर को आंखों पर ऐड कर के उसे ब्लैक या ग्रे शेड के साथ मर्ज कर दें. ऐसा करने से आप की आंखों पर कलर स्मोकी लुक छा जाएगा.

स्टैप-4: क्योंकि आई मेकअप डार्क है, तो ऐसे में चेहरे पर मेकअप का बैलेंस बनाए रखने के लिए लिप्स पर लाइट शेड जैसे बेबी पिंक या लाइट पीच ही लगाएं.

स्टैप-5: इन दिनों मैसी लुक इन है. ऐसे में आप बालों में मैसी साइड लो बन बना सकती हैं. चेहरे पर मेडअप लुक के बजाय नैचुरल लुक लाने के लिए जूड़े से कुछ लटों को जरूर निकाल दें. ऐसा करने से चेहरे पर रियल लुक नजर आएगा.

 – इशिका तनेजा, ऐग्जीक्यूटिव डाइरैक्टर, एल्प्स ब्यूटी क्लीनिक  

तलाक के बाद घर वापसी की कहानी महिलाओं के लिए मिसाल है

राजस्थान का जैसलमेर जिला अपनी खास विशेषताएं रखता है. भारत वहां पोखरण इलाके में परमाणु बम का टैस्ट कर चुका है. जबजब देश पर संकट के बादल मंडराए, वहां के मुसलिम एकजुट नजर आए और देशभक्ति दिखाई. वहां मुसलिमों की तादाद लाखों में है. उन के अपने रिवाज हैं. शादियां अपने ही समाज में पैसे ले कर या दे कर की जाती हैं.

जिस शख्स के पास 4 बेटियां हैं, वह उन चारों की शादी जहां करता है, उन से लाखों रुपए लेता है. वहां बेटियों वाले लखपति माने जाते हैं. ऐसे भी लोग हैं, जो बेटी का एक रुपया भी लड़के के पक्ष से नहीं लेते हैं. वैसे, इतने रुपए दे कर की गई शादियां कभी टूटती नहीं.

पुलिस के एक रिकौर्ड के मुताबिक, जैसलमेर में 17 जून तक तीन तलाक का एक भी मुकदमा दर्ज नहीं हुआ. यहां जो जीवनसाथी बन गया, वही ताउम्र मंजूर होता है.

ऐसे समाज में जब तीन तलाक का एक केस चर्चा में आया, तो जैसलमेर जिले में मानो भूचाल सा आ गया. लोग सकते में आ गए. वे कहने लगे कि यह सब टैलीविजन की देन है.

नगीना, जो गफूर भट्टा, जैसलमेर में अपने अब्बा के घर ससुराल जोधपुर से आई थी, को जुलाई, 2017 के दूसरे हफ्ते में पति अब्दुल ने फोन पर तीन तलाक कह दिया और पतिपत्नी का रिश्ता 3 सैकंड में तोड़ दिया.

नगीना की अम्मी सायरा पिछले एक साल से मायके बैठी नगीना और उस की फूल सी मासूम बेटी को देखदेख कर अंदर ही अंदर घुल रही थीं. नगीना के अब्बा बीमार रहने लगे थे.

दरअसल, नगीना की शादी 4 साल पहले अब्दुल से हुई थी. कुछ दिन तक तो सबकुछ ठीक चलता रहा. हां, नगीना गाहेबगाहे मायके जाने की जिद करती थी. नहीं भेजने पर वह जबरदस्ती जैसलमेर चली जाती.

अब्दुल उसे वापस आने को कहता, तो नगीना कहती कि कुछ दिन बाद आऊंगी. ये छोटीछोटी बातें खटास पैदा करने लगीं. एक बार मनमुटाव हुआ, तो वह बढ़ने लगा. दिलों की दूरियां भी बढ़ने लगीं. इस बीच नगीना के पैर भारी हुए. उस ने एक मरी हुई बेटी को जन्म दिया. इस से न केवल नगीना को दुख हुआ, बल्कि ससुराल वालों की उस पर निगाहें टेढ़ी हो गईं. उन्हें बेटा चाहिए था वंश बेल बढ़ाने वाला. और कहां वह मरी हुई बच्ची पैदा कर बैठी.

इस के बाद नगीना को परेशान किया जाने लगा. वह अगर कुछ कहती, तो सास, जेठजेठानी, पति और एक पड़ोसन भी उसे मारनेपीटने लगे.

ससुराल वालों का कहना था कि उन्हें बेटा चाहिए. अगर वह बेटा नहीं दे सकती, तो अपने मायके चली जा. वे लोग उसे नहीं रखेंगे. किचकिच करते ससुराल वालों व पति से नगीना परेशान हो गई. बेटा पैदा करना उस के हाथ में नहीं था.

नगीना के दूसरी बार पैर भारी हुए. राजस्थान में रिवाज है कि बेटी की पहली औलाद मायके में पैदा हो. इस वजह से नगीना मायके आ गई. कुछ दिनों बाद नगीना को दर्द उठा, तो उसे जैसलमेर के सरकारी अस्पताल ले जाया गया. वहां पर डाक्टरों ने चैकअप कर नगीना को जोधपुर रैफर कर दिया.

3 सौ किलोमीटर दूर जोधपुर नगीना को ले जाना खतरे से खाली नहीं था. सो, जैसलमेर के एक प्राइवेट माहेश्वरी अस्पताल में भरती करा दिया गया. आपरेशन से नगीना को बेटी हुई. इस बात की खबर नगीना की ससुराल पहुंची, तो वहां खुशी की जगह मातम पसर गया. उन लोगों को बेटा जो चाहिए था. बस, ससुराल वालों ने नगीना से एक तरह से रिश्ता तोड़ दिया. उस को देखने कोई नहीं आया.

अस्पताल से छुट्टी मिलने पर नगीना अपनी बेटी के साथ मांबाप के घर आ कर रहने लगी. एक साल से वह जैसलमेर में ही रह रही थी.

नगीना ससुराल फोन करती, तो उसे गालियां दी जातीं और कहा जाता कि उस ने बेटी पैदा की है. इस वजह से उस के लिए ससुराल के दरवाजे हमेशा के लिए बंद हो चुके हैं. नगीना पूछती है कि उस का क्या कुसूर है, तो जवाब में उस का पति अब्दुल कहता है  तुम्हारा कुसूर है बेटी पैदा करना.

इस तरह समय बीतता गया और जुलाई, 2017 के दूसरे हफ्ते में नगीना को उस के पति अब्दुल ने फोन पर ही ‘तलाक, तलाक, तलाक…’ कह कर रिश्ता खत्म कर दिया. नगीना ने यह बात अपने अम्मीअब्बा को बताई, तो घर में कुहराम मच गया.

नगीना अपने परिवार वालों व रिश्तेदारों के साथ जिला कलक्टर और पुलिस अधीक्षक गौरव यादव से मिली और फोन पर दिए गए तलाक व ससुराल वालों द्वारा सताए जाने का आरोप लगा कर इंसाफ की गुहार लगाई अफसरों ने नगीना को महिला थाना, जैसलमेर भेज दिया. महिला थाने के थाना प्रभारी जेठाराम ने नगीना की अर्जी के आधार पर भारतीय दंड संहिता की धारा 398ए के तहत अब्दुल व उस के परिवार वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी.

नगीना और उस के अम्मीअब्बा हर रोज थाने के चक्कर लगाने लगे. यह खबर जब मीडिया में आई, तो मामला हाईलाइट हो गया. नगीना और उस की अम्मी सायरा का आरोप था कि पुलिस उन्हें टरका रही है, कार्यवाही करने के लिए पैसे मांगे जा रहे हैं. थाने में कोई कार्यवाही होते न देख नगीना महिला आयोग की जैसलमेर जिलाध्यक्ष सुधा पुरोहित से मिली व उन्हें अपनी आपबीती सुनाई.

सुधा पुरोहित नगीना को इंसाफ दिलाने के लिए खड़ी हो गईं. उन्होंने पुलिस अधीक्षक से मिल कर नगीना के तलाक व ससुराल वालों द्वारा सताए जाने के केस में बातचीत की और उस का दोबारा घर बसाने की बात पर भी चर्चा की.

महिला थाना प्रभारी इंस्पैक्टर जेठाराम हरकत में आए और नगीना के पति से बात करने के साथ ही उस के परिवार वालों को भी समझाया. उन से कहा गया कि या तो वे लोग तलाकनामा वापस लें और उसे साथ रखें, वरना कानूनी कार्यवाही कर उन सभी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया जाएगा.

थाना प्रभारी जेठाराम ने समझाया कि यह तलाक गैरकानूनी है. ससुराल वालों के साथसाथ अब्दुल भी समझ गया कि उन लोगों का काम गलत है और उन्हें जेल की हवा खानी पड़ सकती है.

18 जुलाई, 2017 को नगीना ने महिला आयोग के सामने अपनी पीड़ा सुनाई. 19 जुलाई को महिला आयोग की टीम नगीना के घर पहुंची और उन से बातचीत कर उन के पास से मामले के समझौते के कागजात लिए .उसी दिन महिला थाना प्रभारी जेठाराम ने नगीना के ससुराल वालों को जैसलमेर बुला लिया.

महिला थाना, जैसलमेर में हुई काउंसलिंग के दौरान दोनों पक्षों के लोगों ने एकदूसरे पर आरोप लगाने शुरू कर दिए. नगीना ने अपने पति, जेठ और जेठानी समेत सास व एक पड़ोसन पर आरोप लगाए, वहीं उस की ससुराल वालों ने कहा कि नगीना बारबार अपने मातापिता के पास जाने की जिद करती है और वापस बुलाने पर भी ससुराल नहीं आती है.

दोनों पक्षों के बीच सुलह के दौरान गंभीर आरोप लगाने का सिलसिला चलता रहा, तो महिला आयोग की जैसलमेर जिलाध्यक्ष सुधा पुरोहित ने नगीना व उस के पति को अलग कमरे में ले जा कर समझाया. उस के बाद दोनों को आपस में सुलह करने की सलाह दी गई.

तकरीबन आधा घंटे तक दोनों में  बातचीत हुई, पर जैसे ही वे बाहर निकले, नगीना ने फिर से आरोप लगाने शुरू कर दिए. ऐसे में उन्हें दोबारा अकेले में सभी गिलेशिकवे दूर करने की बात कही गई. यह बात रंग लाई और दोनों पक्षों के बीच सुलह हो गई. लिखित में सभी समझौते हो गए. इस के बाद तीन तलाक रद्द हो गया और नगीना द्वारा दायर किया मुकदमा वापस ले लिया गया.

सुधा पुरोहित ने हाईकोर्ट की सीनियर वकील सुमन पोरवाल से गाइडलाइंस ले कर दोनों से आपसी सहमति लिखवाई, जिस में अब्दुल ने लिखा, ‘मैं ने गुस्से में तीन तलाक कह दिया था. मैं अपने शब्द वापस लेता हूं.’ इस के बाद नगीना की ओर से महिला थाने में दर्ज मुकदमा भी वापस ले लिया गया. इस तरह नगीना का घर दोबारा बस गया.

इस मामले से सीख लेनी चाहिए और थोड़ी सी कड़वाहट बढ़ने पर तीन तलाक देने से पहले सोचना चाहिए कि यह गलत है. तीन तलाक के केस में जहां से मामला जुड़ा होता है, वहां का पुलिस प्रशासन व महिला आयोग सतर्क हों, तो नगीना की तरह दोबारा घर बस सकता है.

अब्दुल नगीना व अपनी मासूम बेटी को ले कर जोधपुर चला गया है. नगीना के मातापिता ने भी चैन की सांस ली है. अब सब खुश हैं.

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