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सैमसंग का वायरलेस इयरबड भारत में हुआ लौन्च, यह है कीमत

इस बार सैमसंग ने भारत में अपना नया वायरलेस इयरबड Gear IconX 2018 भारत में लौन्च किया है. यह पहले के मुकाबले काफी हल्का है. कंपनी ने इस डिवाइस को 4 जीबी रैम के साथ पेश किया है और यह फिलहाल ब्लैक कलर वेरियंट में उपलब्ध है. इसे आप औफलाइन और औनलाइन दोनों स्टोर्स से खरीद सकते हैं.

Gear IconX की खासियतों की बात करें तो इसमें आप यूएसबी के जरिए गाना ट्रांस्फर कर सकेंगे. साथ ही इसमें मोबाइल और कंप्यूटर से भी गाने डाले जा सकेंगे. इसके अलावा इसके जरिए आप फोन भी रिसीव कर सकेंगे.

कीमत की बात करें तो सैमसंग Gear IconX 2018 की कीमत 13,990 रुपये है और इसे ट्रैकिंग डिवाइस से भी कनेक्ट किया जा सकता है. इसे सैमसंग के स्टोर्स के अलावा फ्लिपकार्ट से भी खरीदा जा सकेगा.

इसके अलावा सैमसंग ने इसमें वौयस असिस्टेंट और फास्ट चार्जिंग की सुविधा भी दी है. कंपनी का दावा है कि एक बार की चार्जिंग में 5 घंटे तक लगातार गाने सुने जा सकते हैं. जिम आदि में इसके जरिए कैलोरी, टाइम का भी रिकौर्ड रखा जा सकेगा.

साहेब बीवी और गैंगस्टर 3 : समय व पैसे की बर्बादी

2011 की सफल फिल्म ‘‘साहेब बीवी और गैंगस्टर’’ का तीसरा सिक्वअल है फिल्म ‘‘साहेब बीवी और गैंगस्टर 3’’. राजशाही कथा की तीसरी कड़ी में भी लालच, षडयंत्र, धोखाधड़ी और वासना की कहानी ही है. यहां भी साहब और पत्नी एक दूसरे के खिलाफ हैं. सभी अपने व्यक्तिगत स्वार्थ के चलते निर्दयतापूर्ण कदम उठा रहे हैं. परिणामतः कहानी में अंधेरे के साथ ही खूनी मोड़ भी हैं. मगर फिल्म की कमजोर कड़ी है इसकी पटकथा व निर्देशन तथा संय दत्त का अभिनय.

इस कड़ी में भी फिल्म की कहानी अति महत्वाकांक्षी रानी माधवी देवी(माही गिल) और उनके पति आदित्य प्रताप सिंह(जिम्मी शेरगिल) के इर्दगिर्द घूमती है. रानी माधवी देवी राजनीति में काफी उंचा कद रखती हैं. जबकि आदित्य प्रताप सिंह अपने राजशी रुतबे और खोए हुए प्यार को पाने के लिए संघर्षरत हैं. महत्वाकांक्षाओं व स्वार्थ के चलते आदित्य प्रताप सिंह और माधवी देवी पति पत्नी होते हुए भी एक दूसरे के खिलाफ साजिश रचते रहते हैं. आदित्य प्रताप सिंह की दूसरी पत्नी हैं रंजना सिंह(सोहा अली खान).

कहानी वहां से शुरू होती है, जहां पर दूसरा भाग खत्म हुआ था. आदित्य प्रताप सिंह जेल में हैं और माधवी देवी महल में है. एक दूसरी सियासत के राजकुमार उदय प्रताप सिंह(संजय दत्त) लंदन में अपना बार चलाते हैं. भारत में उदय का सौतेला भाई (दीपक तिजोरी), मां (नफीसा अली), पिता (कबीर बेदी) व प्रेमिका सुहानी(चित्रांगदा सिंह) रहते हैं.

माधवी देवी मंत्री बन गई हैं और वह अपने साहब आदित्य प्रताप सिंह को जेल में ही रखना चाहती हैं. उधर आदित्य प्रताप सिंह अपनी बहन(रिशिमा कंधारी) और कन्हैया (दीपराज राणा) की मदद से जेल से बाहर निकलने का जुगाड़ कर लेते हैं. तब माधवी अपने लंदन में रह रहे दोस्त उदय प्रताप को भारत बुलाती हैं. उदय व माधवी नजदीकियां बढ़ती हैं. जिसके चलते अब आदित्य प्रताप सिंह ओर उदय प्रताप आमने समाने आ जाते हैं.

उधर रंजना की लगभग हत्या हो चुकी है और अब उसके पिता रंजना के पति आदित्य प्रताप सिंह की हत्या करना चाहते हैं, मगर वह सच जानने का प्रयास नहीं करते कि रंजना ने खुद आत्महत्या की या उसका कत्ल हुआ, तो असली कातिल कौन है? पर अचानक पता चलता है कि रंजना तो अस्पताल में जिंदा है. खैर, वही चूहे बिल्ली के खेल के साथ हत्याओं का दौर जारी रहता है.

लेखक की सबसे कमजोर कड़ी यह है कि उन्होने कहानी में किरदार तो भर लिए, पर किरदारों को कहानी के सूत्र में पिरो नहीं पाए. रंजना को लगभग मरा हुआ बताकर लेखक उसे भूल जाते है, पर अचानक उन्हे याद आता है कि रंजना तो अस्पताल में है. फिल्म में एक दृश्य में राजमहल में एक राजनेता घूम रहा है, अचानक उनकी नजर अपने भाई की प्रेमिका पर पड़ती है और वह उसकी हत्या कर देता है.

इस तरह के अति बचकाने हत्या के दृष्य को देखकर सवाल उठता है कि क्या वास्तव में इस फिल्म को किसी लेखक ने लिखा है या उदय प्रताप उर्फ बाबा जिस तरह अपने पूरे साम्राज्य को लंदन में छोड़कर अचानक भारत पहुंचते है, वह भी बात जमती नही है. फिल्म में इस तरह राजवाड़ा, प्रिवी पर्स और स्पैनिश डिप्लोमेट की कहानी आती है कि सिर चकरा जाता है. चित्रांगदा सिंह का किरदार भी जबरन ठूंसा हुआ नजर आता है. यानी कि कहानी सिर के उपर से जाती है. फिल्म शुरू होने के कुछ मिनटों बाद ही दर्शक ‘त्राहि माम’ करने लगता है. किसी भी किरदार का कहीं कोई भावनात्मक जुड़ाव नजर ही नही आता. फिल्म की लंबाई भी काफी है. कुल मिलाकर पटकथा व संवाद लेखक के तौर पर संजय चैहाण व तिग्मांशु धुलिया बुरी तरह से निराश करते हैं.

फिल्म का क्लायमेक्स भी अति घटिया है. फिल्म में ऐसा कुछ नही है जिसके लिए इसे देखा जाए. शायद यही वजह रही कि संजय दत्त ने इस फिल्म के प्रचार से खुद को दूर रखा.

फिल्म में बेहूदे प्रेम गीत सुन व देखकर दर्शक फिल्मकार को कोसने के अलावा कुछ नहीं कर पाता. मुजरा गीत भी प्रभावित नहीं करता.

बतौर निर्देशक तिग्मांशु धुलिया ने इस फिल्म में काफी निराश किया है. कम से कम यह फिल्म इस बात का अहसास ही नही दिलाती कि इसके निर्देशक ने कभी ‘हासिल’ व ‘पानसिंह तोमर’ जैसी बेहतरीन फिल्में निर्देशित की थी.

जहां तक अभिनय का सवाल है, तो जिम्मी शेरगिल व माही गिल को छोड़कर सभी प्रभावहीन है. मगर अति कमजोर पटकथा व निर्देशन के चलते जिम्मी शेरगिल व माही गिल का बेहतरीन अभिनय भी फिल्म को संभाल नहीं पाता. सोहा अली खान की प्रतिभा को जाया किया गया है. संजय दत्त भी निराश करते हैं. चित्रांगदा सिंह महज सेक्सी नजर आई हैं.

दो घंटे बीस मिनट की अवधि वाली फिल्म ‘‘साहब बीवी और गैंगस्टर 3’’ के निर्माता राहुल मित्रा और निर्देशक तिग्मांशु धुलिया हैं. फिल्म के पटकथा लेखक संजय चैहाण व तिग्मांशु धुलिया, संगीतकार राणा मजुमदार, अंजान भट्टाचार्य, सिद्धार्थ पंडित, कैमरामैन अमलेंदु चौधरी तथा फिल्म के कलाकार हैं -संजय दत्त, जिम्मी शेरगिल, माही गिल, दीपक तिजोरी, चित्रांगदा सिंह, सोहा अली खान, कबीर बेदी, दीपराज राणा, नफीसा अली, इमरान हासनी, रिशिमा कंधारी व अन्य.

यूट्यूब पर करें ये छोटा सा बदलाव, बचेगा काफी डेटा

हम सभी जानते हैं कि यूट्यूब का इस्तेमाल करते समय हमारा फोन ज्यादा डेटा का इस्तेमाल करता है. लेकिन आज हम आपको उन सभी स्टेप्स के बारे में बताएंगे जिसका इस्तेमाल कर आप इंटरनेट डेटा के इस्तेमाल की खपत को कम कर सकते हैं. खास बात तो ये है कि इसके लिए आपको अलग से कुछ नहीं करना है, सिर्फ आपको अपने फोन की सेटिंग्स में कुछ बदलाव करने होंगे, और हां, इन बदलाव से आपके फोन पर कोई असर नहीं पड़ेगा. इसमें उपलब्ध सभी सुविधाओं और सर्विसेज का इस्तेमाल वैसे ही कर पाएंगे जैसे कर रहे हैं.

तो चलिए जानते हैं कि कैसे आप अपने फोन का डेटा बचा सकते हैं.

यूट्यूब पर ज्यादातर लोग Autoplay फीचर का इस्तेमाल करते हैं. ऐसा होता है कि एक वीडियो के खत्म होने के बाद अगला वीडियो अपने आप प्ले हो जाता है. हाल ही में यूट्यूब अपने एंड्रायड यूजर्स के होम पेज पर औटो प्ले वाले फीचर की टेस्टिंग कर रहा है. यूट्यूब का यह फीचर वेब वर्जन और एप्पल पर पहले से ही उपलब्ध है.

अब सबसे जरूरी बात, अगर आप चाहें तो इस औटो प्ले फीचर को बंद भी कर सकते हैं. अगर आप इस फीचर को बंद करना चाहते हैं तो चलिए हम आपको बताते हैं कि यह कैसे मुमकिन है. अगर आप औटो प्ले विकल्प को बंद करना चाहते हैं तो कर सकते हैं. इसके लिए सबसे पहले अपने यूट्यूब के लेटेस्ट वर्जन (13.25.56) आना होगा.

ऐसे करें बंद

सबसे पहले अपने एंड्रायड स्मार्टफोन में यूट्यूब ऐप को ओपन करें.

इसके बाद सबसे ऊपर कौर्नर पर आ रहे आइकन पर क्लिक करें.

इसके बाद काफी विकल्प आपके सामने खुलकर आ जाएंगे. इसके बाद सेटिंग्स के विकल्प पर क्लिक करें.

इसके बाद AutoPlay के विकल्प पर क्लिक करें. इसके बाद ‘Autoplay next video’ के विकल्प पर क्लिक करें.

ट्विटर पर ट्वीट, लाइक और फौलो करने की समय सीमा होगी तय

माइक्रोब्लौगिंग साइट ट्वीटर ने सोशल मीडिया पर लगातार बढ़ रही फर्जी खबरों की शेयरिंग को लेकर एक बड़ा कदम उठाया है. ट्विटर ने अपनी नई पौलिसी तय कर ट्वीट करने, लाइक करने और फौलो करने की समय सीमा तय कर दी है.

इसकी जानकारी ट्विटर ने अपने ब्लौग पोस्ट के जरिए दी है. नई पौलिसी को जारी करते हुए ट्विटर ने कहा है कि इससे अभिनेताओं और सेलिब्रिटी को फौलोअर्स को रातों-रात बढ़ाने और उनकी छवी को खराब करने वाले ट्वीट को रोकने में मदद मिलेगी.

क्या है ट्विटर की नई पौलिसी ?

इस नई पौलिसी के लागू होने के बाद ट्वीट करने, रीट्वीट करने, लाइक्स, फौलो और डायरेक्ट मैसेज करने की एक सीमा तय होगी जिसके मुताबिक 3 घंटे में सिर्फ 300 ट्वीट और रीट्वीट किए जा सकेंगे. इसके अलावा 24 घंटे में आप सिर्फ 1000 ट्वीट को लाइक कर सकेंगे और 1000 लोगों को फौलो कर सकेंगे. साथ ही 24 घंटे में आप 15,000 लोगों को डायरेक्ट मैसेज भेज पाएंगे. ट्विटर की नई पौलिसी 10 सितंबर 2018 से लागू हो रही है.

किसका होगा नुकसान?

ट्विटर की इस नई पौलिसी से उन सेलिब्रिटीज को बड़ा नुकसान होगा जिनके फौलोअर्स अकाउंट बनने के 24 घंटे के भीतर लाखों हो जाते हैं और हजारों बार उनके ट्वीट को रीट्वीट करते हैं. हालांकि इस पौलिसी से फर्जी खबरों के प्रचार-प्रसार पर काफी हद तक रोक लगने में मदद मिलेगी.

उत्कर्ष शर्मा ने जीनियस के ट्रेलर से इंटरनेट पर मचाया गदर

‘गदर एक प्रेम कथा’ में सनी देओल के बेटे का रोल निभा चुके अभिनेता उत्कर्ष शर्मा की डेब्यू फिल्म ‘जीनियस’ का ट्रेलर रिलीज हो चुका है. इस फिल्म का ट्रेलर रिलीज होते ही इंटरनेट पर छा गया. एक दिन पहले रिलीज हुआ यह ट्रेलर यूट्यूब पर पहले नंबर पर ट्रेंड कर रहा है. साथ ही इसे 17 लाख से ज्यादा बार देखा जा चुका है.

तीन मिनट 20 सेकेंड लंबे इस ट्रेलर के शुरूआती हिस्से में उत्कर्ष एक कौलेज स्टूडेंट के तौर पर दिखाई देते हैं. ट्रेलर में दिखाया जाता है कि उत्कर्ष को संस्कृत और केमिस्ट्री पर अच्छी पकड़ है. कॉलेज में ही उसकी मुलाकात ईशिता चौहान से होती है जिसे देखते ही वो दिल दे बैठता है. लेकिन थोड़ी देर बाद पता चलता है कि उत्कर्ष कोई स्टूडेंट नहीं बल्कि एक रौ एजेंट है.

साधारण सा कौलेज स्टूडेंट नजर आने वाला उत्कर्ष दरअसल नवाजुद्दीन सिद्दीकी के नापाक इरादों को नेस्त्नाबूद करना चाहता है. हौलीवुड के गैंग्स्टर की तरह कपड़े पहने नवाज हेलीकौप्टर से उड़ते हैं, स्टायलिश कार से चलते है और मेन लीड उत्कर्ष की नाक मे दम कर देते हैं.

बता दें, 2001 में आई ‘गदरः एक प्रेम कथा’ सुपरहिट रही थी, और इसने बौक्स औफिस पर जबरदस्त रिकौर्ड भी कायम किए थे. फिल्म के डायरेक्टर अनिल शर्मा थे, और अब वे ‘जीनियस (Genius)’ फिल्म से अपने बेटे उत्कर्ष शर्मा को लौन्च करने जा रहे हैं. ‘जीनियस’ से इशिता चौहान भी बौलीवुड में डेब्यू करने जा रही हैं. इस फिल्म में बौलीवुड में निगेटिव किरदार के मशहूर एक्टर नवाजुद्दीन सिद्दीकी भी हैं. वह इस फिल्म में अलग-अलग रूप में दिखाई देने वाले हैं. इस एक्शन-लव स्टोरी में आयशा जुल्का और मिथुन चक्रवर्ती भी हैं. फिल्म को दीपक मुकुट ने प्रोड्यूस किया है और ‘जीनियस’ 24 अगस्त को रिलीज होगी.

दीपिका ने बताई रणबीर से ब्रेकअप की हैरान कर देने वाली वजह!

एक समय था जब चौकलेटी ब्वाय रणबीर कपूर और दीपिका पादुकोण बौलीवुड के खूबसूरत कपल में से एक हुआ करते थे. वो हर जगह साथ दुखाई देते थे लेकिन ये सिलसिला ज्यादा लंबे समय तक नहीं चल सका और रणबीर -दीपिका की राहें कई साल पहले ब्रेकअप के बाद अलग हो गईं. लेकिन इस ब्रेकअप का जिम्मेदार कौन था इसका खुलासा दीपिका ने अपने एक इंटरव्यू में किया है. वैसे दीपिका ने रणबीर का नाम लिए बिना अपने रिश्ते के टूटने का दर्द बयां किया.

एक इंटरव्यू में दीपिका ने बताया, मेरे लिए किसी से पर्सनल होना सिर्फ फिजिकली जरूरी नहीं, मुझे लगता है इसके लिए आपकी भावनाओं का जुड़ना जरूरी है. लेकिन ऐसा मैं सोचती हूं, सबकी सोच ऐसी हो जरूरी नहीं.

जब मैं रिलेशन में थी तब मुझे कई लोगों ने कहा वो तुम्हें धोखा दे रहा है. मैं खुद भी इस बात को जानती थी लेकिन उसे मेरे सामने रिश्ते की भीख मांगते देखकर मैंने दूसरा मौका दिया. लेकिन इसके बावजूद एक दिन मैंने उसे रंगे हाथों पकड़ा. यही वो वक्त था जब सारे इमोशन भूलकर अलग होने का फैसला किया.

दीपिका ने कहा, मैंने कभी रिलेशन में रहते हुए किसी को धोखा नहीं दिया क्योंकि यही करना है तो अच्छा है मैं सिंगल रहूं.

दीपिका ने अपने दिल में दबे सारे राज खोलते हुए कहा, जब उसने मुझे पहली बार धोखा दिया तो लगा हमारे रिश्ते में कहीं कोई बात सही नहीं, तभी सब हुआ. लेकिन जब धोखा देना किसी की आदत हो जाए तो आप रिश्ते में सब देने के बाद भी हार जाते हैं. मैंने रिश्ते में सब दिया लेकिन वापसी की उम्मीद नहीं की.

लेकिन भरोसा टूटने के बाद आप पूरी तरह से सामने वाले के प्रति सारी भावनाएं खो बैठते हैं. ब्रेकअप के बाद मैं कई दिनों तक रोती रही. समय बीतने के साथ मैं बेहतर इंसान बनी और आगे बढ़ गई.

बता दें दीपिका पादुकोण और रणबीर कपूर 2007 बचना ऐ हसीनों फिल्म के दौरान करीब आए थे. रिपोर्ट्स के मुताबिक दीपिका ने रणबीर के नाम का टैटू भी बनवाया था. फिलहाल रणबीर और दीपिका दोनों ही अपने रास्ते बदलने के साथ ही आगे बढ़ चुके हैं. इन दिनों दीपिका पादुकोण रणवीर सिंह को डेट कर रही हैं. ये दोनों स्टार्स जल्द ही शादी भी कर सकते हैं. वहीं रणबीर कपूर इन दिनों आलिया भट्ट को डेट कर रहे हैं. आलिया-रणबीर ने अपने रिलेशन को दबे शब्दों में कई मौकों पर स्वीकार किया है.

अगर मुझे अपनी जगह किसी को भेजना हो तो मैं सचिन को भेजूंगा : द्रविड़

भारतीय ए और अंडर-19 टीम के कोच राहुल द्रविड़ ने एक इंटरव्यू में कहा कि अगर उन्हें किसी बल्लेबाज को अपने स्थान पर हमेशा बल्लेबाजी के लिए चुनना हो तो वे सचिन तेंदुलकर को चुनेंगे. पूर्व भारतीय कप्तान द्रविड़ ने कहा कि मैंने जितने खिलाड़ियों के साथ खेला, उनमें सचिन सर्वश्रेष्ठ हैं. मैं सचिन को चुनूंगा. द्रविड़ और सचिन लगभग एक दशक से ज्यादा समय तक साथ खेले थे. द्रविड़ को हाल ही में आईसीसी हौल औफ फेम में शामिल किया गया है.

औस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने किया सबसे मजाकिया स्लेजिंग

द्रविड़ से पूछा गया कि उन्होंने अपने करियर में सबसे मजाकिया स्लेजिंग किस खिलाड़ी से मिली है तो उन्होंने औस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों का नाम लिया. द्वरने 2001 में ईडन गार्डंस स्टेडियम में खेले गए टेस्ट मैच जिक्र किया. उन्होंने कहा, “कोलकाता में मैं जब बल्लेबाजी के लिए गया, तो मुझे याद आया कि मैं पहले टेस्ट में नंबर-3 पर बल्लेबाजी करने गया था, लेकिन कोलकाता की तीसरी पारी में मैं नंबर-6 पर था. मुझसे कहा गया कि सीरीज के अंत तक मैं नंबर-12 पर खेलूंगा जो मुझे लगता है कि वाकई मजेदार था.”

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गावस्कर के साथ साझेदारी करना पसंद

द्रविड़ से जब पूछा गया कि वो करियर के दौरान किस बल्लेबाज के साथ साझेदारी करना पसंद करते, तो उन्होंने कहा, “मैं सुनील गावस्कर के साथ साझेदारी करना पसंद करता. हो सकता है हमारी साझेदारी के दौरान गावसकर आउट हो जाते और गुंडप्पा विश्वनाथ बल्लेबाजी करने आते. यह सबसे शानदार होता. यह दोनों मेरे बचपन के हीरो हैं.”

भुवनेश्वर का सामना करना चुनौतीपूर्ण होता

द्रविड़ ने कहा कि मौजूदा समय में अगर वो खेलते तो दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाज कागिसो रबाडा का सामना करना पसंद करते. वहीं भारतीय गेंदबाजों में भुवनेश्वर कुमार का सामना करना काफी चुनौतीपूर्ण होता. नई गेंद से भुवनेश्वर बहुत खतरनाक होते हैं.

बैंक फ्रौड के आरोपी विजय माल्या भारत आने का बना रहे हैं मन

समझा जाता है कि 9,000 करोड़ रुपए के बैंक फ्रौड केस में मुख्य आरोपी विजय माल्या ने कानूनी कार्रवाई का सामना करने के लिए भारतीय अधिकारियों के सामने देश वापस लौटने की इच्छा जाहिर की है. आधिकारिक सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी. भारत में भगौड़ा घोषित विजय माल्या फिर लंदन में हैं और लंदन की कोर्ट में भारत सरकार की कार्रवाई के खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं.

सूत्रों के मुताबिक, माल्या ने अपने करीबियों के माध्यम से भारतीय अधिकारियों को संदेश भेजा कि वह भारत आकर कानूनी कार्रवाई से जुड़ना चाहते हैं और फ्यूजिटिव इकोनौमिक अफेंडर्स और्डनैंस के तहत शुरू हुई कार्रवाई का सामना करने के लिए तैयार हैं.

हाल में पारित इस और्डनैंस के अंतर्गत सरकार देश और विदेश में मौजूद माल्या से संबधित संपत्तियों को तुरंत जब्त कर सकती है. हालांकि जांच एजेंसियों के उच्च पदस्थ सूत्रों ने कहा कि इसकी अंतिम रूपरेखा अभी स्पष्ट नहीं है, क्योंकि उन्होंने ज्यादा डिटेल देने से इनकार कर दिया है.

पीएमएलए कोर्ट ने भेजा समन

एक स्पेशल प्रिवेंशन मनी लौन्डरिंग एक्ट (पीएमएलए) कोर्ट ने एन्फोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ईडी) की याचिका पर बीते महीने मुंबई में भगोड़े कारोबारी को समन भेजकर 27 अगस्त तक पेश होने के लिए कहा था. ईडी की यह याचिका 9 हजार करोड़ रुपए के बैंक फ्रॉड केस से संबंधित थी.

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ED ने की है एसेट जब्त करने की अपील

पिछले महीने ही ईडी ने भारत से भगोड़ा घोषित विजय माल्या को वापस लाने और उनकी 12,500 करोड़ रुपए की एसेट जब्त करने के लिए कोर्ट में अपील की थी. हाल में पारित फ्यूजिटिव अफेंडर्स और्डनैंस जांच एजेंसियों को फरार लोन डिफौल्टर की सभी संबद्ध संपत्तियों को जब्त करने का अधिकार देता है.

भारत लौटने का बना रहे मन

एक सूत्र के मुताबिक लोन डिफौल्टर विजय माल्या ने कहा कि वह बैंकों के साथ अपने सभी बकायों को सेटल करने के लिए तैयार है और भारत वापस लौटना चाहता है. उनके मुताबिक, वह पहले भी अपने सभी बकाये चुकाना चाहता था और इसके लिए पीएम नरेंद्र मोदी को लेटर भी लिखा था, लेकिन सरकार की तरफ से उन्हें कोई सहयोग नहीं मिला.

सूत्रों के मुताबिक, माल्या ने कहा कि उसने 15 अप्रैल, 2016 को पीएम मोदी और वित्त मंत्री अरुण जेटली को लेटर लिखा था, लेकिन उसे कोई जवाब नहीं मिला.

बैंक डिफौल्ट का बना दिया पोस्टर ब्वौयः माल्या

माल्‍या ने अपने लेटर में कहा था कि वह बैंक डिफौल्‍ट के पोस्‍टर बौय बन चुके हैं. उन्‍हें लोगों का गुस्‍सा भड़काने के तौर पर इस्‍तेमाल किया जाने लगा है.

बता दें कि माल्‍या पर बैंकों का 9000 करोड़ रुपए से ज्‍यादा का बकाया है और वह इस वक्‍त भाग कर ब्रिटेन में रह रहे हैं. भारत की ओर से प्रत्‍यर्पण के लिए यूके की कोर्ट में मुकदमा चल रहा है. माल्‍या ने एक लंबे अर्से बाद कोई बयान दिया है.

सरकार और बैंकों के इशारे पर लगाए गए झूठे आरोप

माल्‍या ने कहा कि मुझे नेताओं और मीडिया द्वारा चोरी का आरोपी और किंगफिशर एयरलाइन्‍स को दिए गए 9000 करोड़ रुपए के लोन को लेकर भागने वाला करार दिया गया है. कुछ बैंकों ने तो मुझे विलफुल डिफौल्‍टर भी घोषित कर दिया है. सेंट्रल ब्‍यूरो औफ इन्‍वेस्‍टिगेशन (CBI) और प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कई अपुष्‍ट और झूठे आरोपों के साथ उनके खिलाफ चार्जशीट दायर की है. ये सब सरकार और बैंकों के इशारे पर हुआ है.

गेंदबाजी का ऐसा हुनर बहुत कम ही देखने को मिलता है, आप भी देखें

भारत में 12 महीने क्रिकेट का मौसम रहता है. टीम इंडिया जहां फिलहाल इंग्लैंड दौरे पर है. वहीं, तमिलनाडु में इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) की तर्ज पर तमिलनाडु प्रीमियर लीग (TNPL) खेली जा रही है. तमिलाडु प्रीमियर लीग में कई शानदार खिलाड़ी उभरकर सामने आ रहे हैं. इस लीग के मैचों से आए दिन कोई न कोई मजेदार पारी, कैच, आउट के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते रहते है. इस लीग का एक खिलाड़ी इन दिनों पूरे भारत में सुर्खियां बटोर रहा है. इस खिलाड़ी का नाम है- मोकित हरिहरण. मोकित टूर्नामेंट में वीबी कांची वीरंस की टीम की तरफ से खेल रहे हैं.

18 साल के मोकित हरीहरण अपनी खास गेंदबाजी की वजह से चर्चा में बने हुए हैं. मोकित की इस खास गेंदबाजी का नमूना टीएनपीएल में डिंडीगुल ड्रेगंस के खिलाफ देखने को मिला. बाएं हाथ के स्पिन गेंदबाज मोकित ने बाएं हाथ के बल्लेबाज को बाएं हाथ से गेंदबाजी की और दाएं हाथ के बल्लेबाज को दाएं हाथ से गेंदबाजी की.

बता दें कि अपने इस शानदार बौलिंग स्टाइल के बावजूद मोकित को चार ओवरों के स्पैल में सिर्फ एक विकेट मिली, लेकिन मोकित ने बल्ले से सबको प्रभावित किया. इसके अलावा मोकित ने आक्रामक बल्लेबाजी करते हुए उन्होंने 50 गेंद में 77 रनों की पारी खेली. इसमें 5 चौके और 5 छक्के शामिल थे. मोकित ने फ्रासिस रोकिन्स के साथ 139 रनों की भागीदारी भी की. इसी की बदौलत उनकी टीम 20 ओवर में 4 विकेट पर 166 रन बना पाई. इस जोड़ी ने अंतिम चार ओवरों में 65 रन बनाए. अंतिम ओवर में ही इन दोनों ने 26 रन बनाए.

8 साल की उम्र में निवेतन राधाकृष्णन ने ली थी हैट्रिक

बता दें कि भारत में दोनों हाथों से गेंदबाजी करने वाले मोकित अकेले खिलाड़ी नहीं है. तमिलनाडु के खिलाड़ी निवेतन राधाकृष्णन भी दोनों हाथों से गेंदबाजी का हुनर रखते हैं. हाल ही में निवेतन को औस्ट्रेलिया की अंडर-16 टीम में खेलने का मौका मिला था. 2013 में उनके माता-पिता औस्ट्रेलिया शिफ्ट हो गए. इसके बाद उनका नाता औस्ट्रेलियाई क्रिकेट से जुड़ गया.

बता दें कि निवेतन 14 साल की उम्र में तमिलनाडु प्रीमियर लीग में पर्दापण कर चुके हैं. पहली बार निवेतन की चर्चा तब हुई थी, जब उन्होंने 8 साल की उम्र में चेन्नई में खेले गए टीएनसीए के लोअर डिविजन लीग मैच में हैट्रिक ली थी. निवेतन की सबसे बड़ी खूबी है कि वह दोनों हाथ से गेंदबाजी की क्षमता रखते हैं. वह 6 साल की उम्र से क्रिकेट खेल रहे हैं. शुरुआती दिनों में उन्होंने बाएं हाथ से स्पिन गेंद फेंकी. इसके बाद उन्होंने दाहिने हाथ से औफ स्पिन फेंकने की कोशिश की. वह दाएं हाथ से मध्यम-तेज गति से गेंदबाजी कर सकते हैं. वह बाएं हाथ के सलामी बल्लेबाज भी हैं.

अक्षय कानेश्वर ने दोनों हाथों से गेंदबाजी कर कंगारुओं को कर दिया था हैरान

पिछले साल भारतीय दौरे पर आई औस्ट्रेलियन टीम ने अपना पहला वार्म अप मैच बोर्ड प्रेजीडेंट के खिलाफ खेला था. इस टीम में कई युवा और प्रतिभाशाली खिलाड़ी शामिल थे. इन्हीं में से एक थे- अक्षय कानेश्वर. इस मैच में 24 साल के इस स्पिनर ने एक ही ओवर में दोनों हाथों से गेंद फेंकने का करिश्मा किया था.

बता दें कि 10 जुलाई से तमिलनाडु प्रीमियर लीग का आगाज हो चुका है. इस लीग का यह तीसरा सीजन है और इसमें 8 टीमें हिस्सा ले रही हैं. पहले सीजन में तूती पैटरियट्स विजेता थी, वहीं दूसरे सीजन में चेपक सुपर गिल्लीज विजेता बनी थी. लीग का फाइनल 12 अगस्त को खेला जाएगा.

चेक बाउंस होने पर अब मुसीबत में फंस सकते हैं आप

अब चेक बाउंस के मामले में चेक जारी करने वाला बड़ी परेशानी में फंस सकता है. चेक बाउंस होने की स्थिति में प्राप्तकर्ता को और अधिक राहत प्रदान करने वाला ‘परक्राम्य लिखत (संशोधन) विधेयक, 2017 (नेगोशियेबिल इंस्ट्रूमेंट अमेंडमेंट बिल) मंगलवार (24 जुलाई को) लोकसभा में ध्वनिमत से पारित हो गया. विधेयक पर चर्चा का जवाब देते हुए वित्त राज्य मंत्री शिव प्रताप शुक्ल ने कहा कि समय-समय पर संबंधित कानून में संशोधन होता रहा है और जरूरत पड़ने पर आगे भी होगा.

20 फीसदी रकम अदालत में जमा करानी होगी

मंत्री ने कहा कि इस संशोधन विधेयक में प्रावधान किया गया है कि चेक बाउंस होने की स्थिति में आरोपी की तरफ से पहले ही चेक पर अंकित राशि की 20 फीसदी रकम अदालत में जमा करानी होगी. अगर निचली अदालत में फैसला आरोपी के खिलाफ आता है और वह ऊपरी अदालत में अपील करता है तो उसे फिर से कुल राशि की 20 फीसदी रकम अदालत में जमा करानी होगी. मंत्री ने उम्मीद जताई कि इस प्रावधान की वजह से चेक बाउंस के मामलों पर अंकुश लगेगा और अदालतों पर चेक बाउंस के मुकदमों का बोझ कम होगा.

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चेक बाउंस के 16 लाख केस

शुक्ल ने सदन को बताया कि मौजूदा समय में देश भर की निचली अदालतों में चेक बाउंस के करीब 16 लाख मुकदमें चल रहे हैं. इससे पहले विधेयक पेश करते हुए मंत्री ने कहा था कि चेक प्राप्तकर्ता को राहत देने के उद्देश्य से इस विधेयक में पर्याप्त उपाय किए गए हैं. इससे चेक की विश्वसनीयता और बढ़ेगी. सदन ने ध्वनिमत से इस विधेयक को पारित किया.

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