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दीपिका ने बताई रणबीर से ब्रेकअप की हैरान कर देने वाली वजह!

एक समय था जब चौकलेटी ब्वाय रणबीर कपूर और दीपिका पादुकोण बौलीवुड के खूबसूरत कपल में से एक हुआ करते थे. वो हर जगह साथ दुखाई देते थे लेकिन ये सिलसिला ज्यादा लंबे समय तक नहीं चल सका और रणबीर -दीपिका की राहें कई साल पहले ब्रेकअप के बाद अलग हो गईं. लेकिन इस ब्रेकअप का जिम्मेदार कौन था इसका खुलासा दीपिका ने अपने एक इंटरव्यू में किया है. वैसे दीपिका ने रणबीर का नाम लिए बिना अपने रिश्ते के टूटने का दर्द बयां किया.

एक इंटरव्यू में दीपिका ने बताया, मेरे लिए किसी से पर्सनल होना सिर्फ फिजिकली जरूरी नहीं, मुझे लगता है इसके लिए आपकी भावनाओं का जुड़ना जरूरी है. लेकिन ऐसा मैं सोचती हूं, सबकी सोच ऐसी हो जरूरी नहीं.

जब मैं रिलेशन में थी तब मुझे कई लोगों ने कहा वो तुम्हें धोखा दे रहा है. मैं खुद भी इस बात को जानती थी लेकिन उसे मेरे सामने रिश्ते की भीख मांगते देखकर मैंने दूसरा मौका दिया. लेकिन इसके बावजूद एक दिन मैंने उसे रंगे हाथों पकड़ा. यही वो वक्त था जब सारे इमोशन भूलकर अलग होने का फैसला किया.

दीपिका ने कहा, मैंने कभी रिलेशन में रहते हुए किसी को धोखा नहीं दिया क्योंकि यही करना है तो अच्छा है मैं सिंगल रहूं.

दीपिका ने अपने दिल में दबे सारे राज खोलते हुए कहा, जब उसने मुझे पहली बार धोखा दिया तो लगा हमारे रिश्ते में कहीं कोई बात सही नहीं, तभी सब हुआ. लेकिन जब धोखा देना किसी की आदत हो जाए तो आप रिश्ते में सब देने के बाद भी हार जाते हैं. मैंने रिश्ते में सब दिया लेकिन वापसी की उम्मीद नहीं की.

लेकिन भरोसा टूटने के बाद आप पूरी तरह से सामने वाले के प्रति सारी भावनाएं खो बैठते हैं. ब्रेकअप के बाद मैं कई दिनों तक रोती रही. समय बीतने के साथ मैं बेहतर इंसान बनी और आगे बढ़ गई.

बता दें दीपिका पादुकोण और रणबीर कपूर 2007 बचना ऐ हसीनों फिल्म के दौरान करीब आए थे. रिपोर्ट्स के मुताबिक दीपिका ने रणबीर के नाम का टैटू भी बनवाया था. फिलहाल रणबीर और दीपिका दोनों ही अपने रास्ते बदलने के साथ ही आगे बढ़ चुके हैं. इन दिनों दीपिका पादुकोण रणवीर सिंह को डेट कर रही हैं. ये दोनों स्टार्स जल्द ही शादी भी कर सकते हैं. वहीं रणबीर कपूर इन दिनों आलिया भट्ट को डेट कर रहे हैं. आलिया-रणबीर ने अपने रिलेशन को दबे शब्दों में कई मौकों पर स्वीकार किया है.

अगर मुझे अपनी जगह किसी को भेजना हो तो मैं सचिन को भेजूंगा : द्रविड़

भारतीय ए और अंडर-19 टीम के कोच राहुल द्रविड़ ने एक इंटरव्यू में कहा कि अगर उन्हें किसी बल्लेबाज को अपने स्थान पर हमेशा बल्लेबाजी के लिए चुनना हो तो वे सचिन तेंदुलकर को चुनेंगे. पूर्व भारतीय कप्तान द्रविड़ ने कहा कि मैंने जितने खिलाड़ियों के साथ खेला, उनमें सचिन सर्वश्रेष्ठ हैं. मैं सचिन को चुनूंगा. द्रविड़ और सचिन लगभग एक दशक से ज्यादा समय तक साथ खेले थे. द्रविड़ को हाल ही में आईसीसी हौल औफ फेम में शामिल किया गया है.

औस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने किया सबसे मजाकिया स्लेजिंग

द्रविड़ से पूछा गया कि उन्होंने अपने करियर में सबसे मजाकिया स्लेजिंग किस खिलाड़ी से मिली है तो उन्होंने औस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों का नाम लिया. द्वरने 2001 में ईडन गार्डंस स्टेडियम में खेले गए टेस्ट मैच जिक्र किया. उन्होंने कहा, “कोलकाता में मैं जब बल्लेबाजी के लिए गया, तो मुझे याद आया कि मैं पहले टेस्ट में नंबर-3 पर बल्लेबाजी करने गया था, लेकिन कोलकाता की तीसरी पारी में मैं नंबर-6 पर था. मुझसे कहा गया कि सीरीज के अंत तक मैं नंबर-12 पर खेलूंगा जो मुझे लगता है कि वाकई मजेदार था.”

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गावस्कर के साथ साझेदारी करना पसंद

द्रविड़ से जब पूछा गया कि वो करियर के दौरान किस बल्लेबाज के साथ साझेदारी करना पसंद करते, तो उन्होंने कहा, “मैं सुनील गावस्कर के साथ साझेदारी करना पसंद करता. हो सकता है हमारी साझेदारी के दौरान गावसकर आउट हो जाते और गुंडप्पा विश्वनाथ बल्लेबाजी करने आते. यह सबसे शानदार होता. यह दोनों मेरे बचपन के हीरो हैं.”

भुवनेश्वर का सामना करना चुनौतीपूर्ण होता

द्रविड़ ने कहा कि मौजूदा समय में अगर वो खेलते तो दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाज कागिसो रबाडा का सामना करना पसंद करते. वहीं भारतीय गेंदबाजों में भुवनेश्वर कुमार का सामना करना काफी चुनौतीपूर्ण होता. नई गेंद से भुवनेश्वर बहुत खतरनाक होते हैं.

बैंक फ्रौड के आरोपी विजय माल्या भारत आने का बना रहे हैं मन

समझा जाता है कि 9,000 करोड़ रुपए के बैंक फ्रौड केस में मुख्य आरोपी विजय माल्या ने कानूनी कार्रवाई का सामना करने के लिए भारतीय अधिकारियों के सामने देश वापस लौटने की इच्छा जाहिर की है. आधिकारिक सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी. भारत में भगौड़ा घोषित विजय माल्या फिर लंदन में हैं और लंदन की कोर्ट में भारत सरकार की कार्रवाई के खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं.

सूत्रों के मुताबिक, माल्या ने अपने करीबियों के माध्यम से भारतीय अधिकारियों को संदेश भेजा कि वह भारत आकर कानूनी कार्रवाई से जुड़ना चाहते हैं और फ्यूजिटिव इकोनौमिक अफेंडर्स और्डनैंस के तहत शुरू हुई कार्रवाई का सामना करने के लिए तैयार हैं.

हाल में पारित इस और्डनैंस के अंतर्गत सरकार देश और विदेश में मौजूद माल्या से संबधित संपत्तियों को तुरंत जब्त कर सकती है. हालांकि जांच एजेंसियों के उच्च पदस्थ सूत्रों ने कहा कि इसकी अंतिम रूपरेखा अभी स्पष्ट नहीं है, क्योंकि उन्होंने ज्यादा डिटेल देने से इनकार कर दिया है.

पीएमएलए कोर्ट ने भेजा समन

एक स्पेशल प्रिवेंशन मनी लौन्डरिंग एक्ट (पीएमएलए) कोर्ट ने एन्फोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ईडी) की याचिका पर बीते महीने मुंबई में भगोड़े कारोबारी को समन भेजकर 27 अगस्त तक पेश होने के लिए कहा था. ईडी की यह याचिका 9 हजार करोड़ रुपए के बैंक फ्रॉड केस से संबंधित थी.

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ED ने की है एसेट जब्त करने की अपील

पिछले महीने ही ईडी ने भारत से भगोड़ा घोषित विजय माल्या को वापस लाने और उनकी 12,500 करोड़ रुपए की एसेट जब्त करने के लिए कोर्ट में अपील की थी. हाल में पारित फ्यूजिटिव अफेंडर्स और्डनैंस जांच एजेंसियों को फरार लोन डिफौल्टर की सभी संबद्ध संपत्तियों को जब्त करने का अधिकार देता है.

भारत लौटने का बना रहे मन

एक सूत्र के मुताबिक लोन डिफौल्टर विजय माल्या ने कहा कि वह बैंकों के साथ अपने सभी बकायों को सेटल करने के लिए तैयार है और भारत वापस लौटना चाहता है. उनके मुताबिक, वह पहले भी अपने सभी बकाये चुकाना चाहता था और इसके लिए पीएम नरेंद्र मोदी को लेटर भी लिखा था, लेकिन सरकार की तरफ से उन्हें कोई सहयोग नहीं मिला.

सूत्रों के मुताबिक, माल्या ने कहा कि उसने 15 अप्रैल, 2016 को पीएम मोदी और वित्त मंत्री अरुण जेटली को लेटर लिखा था, लेकिन उसे कोई जवाब नहीं मिला.

बैंक डिफौल्ट का बना दिया पोस्टर ब्वौयः माल्या

माल्‍या ने अपने लेटर में कहा था कि वह बैंक डिफौल्‍ट के पोस्‍टर बौय बन चुके हैं. उन्‍हें लोगों का गुस्‍सा भड़काने के तौर पर इस्‍तेमाल किया जाने लगा है.

बता दें कि माल्‍या पर बैंकों का 9000 करोड़ रुपए से ज्‍यादा का बकाया है और वह इस वक्‍त भाग कर ब्रिटेन में रह रहे हैं. भारत की ओर से प्रत्‍यर्पण के लिए यूके की कोर्ट में मुकदमा चल रहा है. माल्‍या ने एक लंबे अर्से बाद कोई बयान दिया है.

सरकार और बैंकों के इशारे पर लगाए गए झूठे आरोप

माल्‍या ने कहा कि मुझे नेताओं और मीडिया द्वारा चोरी का आरोपी और किंगफिशर एयरलाइन्‍स को दिए गए 9000 करोड़ रुपए के लोन को लेकर भागने वाला करार दिया गया है. कुछ बैंकों ने तो मुझे विलफुल डिफौल्‍टर भी घोषित कर दिया है. सेंट्रल ब्‍यूरो औफ इन्‍वेस्‍टिगेशन (CBI) और प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कई अपुष्‍ट और झूठे आरोपों के साथ उनके खिलाफ चार्जशीट दायर की है. ये सब सरकार और बैंकों के इशारे पर हुआ है.

गेंदबाजी का ऐसा हुनर बहुत कम ही देखने को मिलता है, आप भी देखें

भारत में 12 महीने क्रिकेट का मौसम रहता है. टीम इंडिया जहां फिलहाल इंग्लैंड दौरे पर है. वहीं, तमिलनाडु में इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) की तर्ज पर तमिलनाडु प्रीमियर लीग (TNPL) खेली जा रही है. तमिलाडु प्रीमियर लीग में कई शानदार खिलाड़ी उभरकर सामने आ रहे हैं. इस लीग के मैचों से आए दिन कोई न कोई मजेदार पारी, कैच, आउट के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते रहते है. इस लीग का एक खिलाड़ी इन दिनों पूरे भारत में सुर्खियां बटोर रहा है. इस खिलाड़ी का नाम है- मोकित हरिहरण. मोकित टूर्नामेंट में वीबी कांची वीरंस की टीम की तरफ से खेल रहे हैं.

18 साल के मोकित हरीहरण अपनी खास गेंदबाजी की वजह से चर्चा में बने हुए हैं. मोकित की इस खास गेंदबाजी का नमूना टीएनपीएल में डिंडीगुल ड्रेगंस के खिलाफ देखने को मिला. बाएं हाथ के स्पिन गेंदबाज मोकित ने बाएं हाथ के बल्लेबाज को बाएं हाथ से गेंदबाजी की और दाएं हाथ के बल्लेबाज को दाएं हाथ से गेंदबाजी की.

बता दें कि अपने इस शानदार बौलिंग स्टाइल के बावजूद मोकित को चार ओवरों के स्पैल में सिर्फ एक विकेट मिली, लेकिन मोकित ने बल्ले से सबको प्रभावित किया. इसके अलावा मोकित ने आक्रामक बल्लेबाजी करते हुए उन्होंने 50 गेंद में 77 रनों की पारी खेली. इसमें 5 चौके और 5 छक्के शामिल थे. मोकित ने फ्रासिस रोकिन्स के साथ 139 रनों की भागीदारी भी की. इसी की बदौलत उनकी टीम 20 ओवर में 4 विकेट पर 166 रन बना पाई. इस जोड़ी ने अंतिम चार ओवरों में 65 रन बनाए. अंतिम ओवर में ही इन दोनों ने 26 रन बनाए.

8 साल की उम्र में निवेतन राधाकृष्णन ने ली थी हैट्रिक

बता दें कि भारत में दोनों हाथों से गेंदबाजी करने वाले मोकित अकेले खिलाड़ी नहीं है. तमिलनाडु के खिलाड़ी निवेतन राधाकृष्णन भी दोनों हाथों से गेंदबाजी का हुनर रखते हैं. हाल ही में निवेतन को औस्ट्रेलिया की अंडर-16 टीम में खेलने का मौका मिला था. 2013 में उनके माता-पिता औस्ट्रेलिया शिफ्ट हो गए. इसके बाद उनका नाता औस्ट्रेलियाई क्रिकेट से जुड़ गया.

बता दें कि निवेतन 14 साल की उम्र में तमिलनाडु प्रीमियर लीग में पर्दापण कर चुके हैं. पहली बार निवेतन की चर्चा तब हुई थी, जब उन्होंने 8 साल की उम्र में चेन्नई में खेले गए टीएनसीए के लोअर डिविजन लीग मैच में हैट्रिक ली थी. निवेतन की सबसे बड़ी खूबी है कि वह दोनों हाथ से गेंदबाजी की क्षमता रखते हैं. वह 6 साल की उम्र से क्रिकेट खेल रहे हैं. शुरुआती दिनों में उन्होंने बाएं हाथ से स्पिन गेंद फेंकी. इसके बाद उन्होंने दाहिने हाथ से औफ स्पिन फेंकने की कोशिश की. वह दाएं हाथ से मध्यम-तेज गति से गेंदबाजी कर सकते हैं. वह बाएं हाथ के सलामी बल्लेबाज भी हैं.

अक्षय कानेश्वर ने दोनों हाथों से गेंदबाजी कर कंगारुओं को कर दिया था हैरान

पिछले साल भारतीय दौरे पर आई औस्ट्रेलियन टीम ने अपना पहला वार्म अप मैच बोर्ड प्रेजीडेंट के खिलाफ खेला था. इस टीम में कई युवा और प्रतिभाशाली खिलाड़ी शामिल थे. इन्हीं में से एक थे- अक्षय कानेश्वर. इस मैच में 24 साल के इस स्पिनर ने एक ही ओवर में दोनों हाथों से गेंद फेंकने का करिश्मा किया था.

बता दें कि 10 जुलाई से तमिलनाडु प्रीमियर लीग का आगाज हो चुका है. इस लीग का यह तीसरा सीजन है और इसमें 8 टीमें हिस्सा ले रही हैं. पहले सीजन में तूती पैटरियट्स विजेता थी, वहीं दूसरे सीजन में चेपक सुपर गिल्लीज विजेता बनी थी. लीग का फाइनल 12 अगस्त को खेला जाएगा.

चेक बाउंस होने पर अब मुसीबत में फंस सकते हैं आप

अब चेक बाउंस के मामले में चेक जारी करने वाला बड़ी परेशानी में फंस सकता है. चेक बाउंस होने की स्थिति में प्राप्तकर्ता को और अधिक राहत प्रदान करने वाला ‘परक्राम्य लिखत (संशोधन) विधेयक, 2017 (नेगोशियेबिल इंस्ट्रूमेंट अमेंडमेंट बिल) मंगलवार (24 जुलाई को) लोकसभा में ध्वनिमत से पारित हो गया. विधेयक पर चर्चा का जवाब देते हुए वित्त राज्य मंत्री शिव प्रताप शुक्ल ने कहा कि समय-समय पर संबंधित कानून में संशोधन होता रहा है और जरूरत पड़ने पर आगे भी होगा.

20 फीसदी रकम अदालत में जमा करानी होगी

मंत्री ने कहा कि इस संशोधन विधेयक में प्रावधान किया गया है कि चेक बाउंस होने की स्थिति में आरोपी की तरफ से पहले ही चेक पर अंकित राशि की 20 फीसदी रकम अदालत में जमा करानी होगी. अगर निचली अदालत में फैसला आरोपी के खिलाफ आता है और वह ऊपरी अदालत में अपील करता है तो उसे फिर से कुल राशि की 20 फीसदी रकम अदालत में जमा करानी होगी. मंत्री ने उम्मीद जताई कि इस प्रावधान की वजह से चेक बाउंस के मामलों पर अंकुश लगेगा और अदालतों पर चेक बाउंस के मुकदमों का बोझ कम होगा.

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चेक बाउंस के 16 लाख केस

शुक्ल ने सदन को बताया कि मौजूदा समय में देश भर की निचली अदालतों में चेक बाउंस के करीब 16 लाख मुकदमें चल रहे हैं. इससे पहले विधेयक पेश करते हुए मंत्री ने कहा था कि चेक प्राप्तकर्ता को राहत देने के उद्देश्य से इस विधेयक में पर्याप्त उपाय किए गए हैं. इससे चेक की विश्वसनीयता और बढ़ेगी. सदन ने ध्वनिमत से इस विधेयक को पारित किया.

अब व्हाट्सऐप ग्रुप एडमिन करेगा तय, कौन मैसेज करेगा कौन नहीं…

व्हाट्सऐप में एक नया अपडेट आया है, जिसके बाद व्हाट्सऐप ग्रुप के एडमिन को बेहद पौवरफुल बना दिया गया है. अब व्हाट्सऐप पर एडमिन की इजाजत के बिना ग्रुप का कोई भी सदस्य ग्रुप में मैसेज नहीं कर पाएगा यानि अब व्हाट्सऐप का ग्रुप एडमिन तय करेगा कि ग्रुप में कौन मैसेज करेगा और कौन नहीं. साथ ही व्हाट्सऐप ग्रुप एडमिन के पास सेटिंग्स बदलने का अधिकार होगा. इसके बाद एडमिन ही तय करेगा कि ग्रुप का कौन-सा सदस्य ग्रुप का विवरण बदल सकेगा

इस नए फीचर को लेकर व्हाट्सऐप का कहना है इस फीचर के आने के बाद ग्रुप में फालतू के मैसेज से मुक्ति मिलेगी. हालांकि व्हाट्सऐप में इस फीचर के आने के बाद बवाल भी हो सकता है क्योंकि ग्रुप के सदस्यों को एडमिन के साथ झगड़ा भी हो सकता है. उदाहरण के तौर पर ग्रुप एडमिन इस फीचर का गलत इस्तेमाल भी कर सकता है.

इस नए फीचर को पाने के लिए सबसे पहले व्हाट्सऐप को अपडेट करें. इसके बाद आप जिस ग्रुप के एडमिन हैं उस ग्रुप के नाम पर क्लिक करें और नीचे की ओर जाएं. अब आपको एक नया विकल्प ग्रुप सेटिंग्स का मिलेगा. इस पर क्लिक करने पर आपको एडिट ग्रुप इंफो, सेंड मैसेज और एडिट ग्रुप एडमिन्स का विकल्प मिलेगा. एडिट ग्रुप के विकल्प पर क्लिक करके आप आप तय कर सकते हैं कि ग्रुप का विवरण यानि डिस्क्रिप्शन कौन बदल सकेगा और कौन नहीं. इसी तरह सेंड मैसेज पर क्लिक करके आप सेटिंग कर सकेंगे कि ग्रुप में कौन सदस्य मैसेज भेजेगा और कौन नहीं.

भारत में बैन हो सकते हैं आईफोन ?

मोबाइल फोन की दिग्गज कंपनी एप्पल की मुश्किलें भारत में बढ़ती नजर आ रही हैं. खबरों के मुताबिक आईफोन के भारतीय नेटवर्क पर काम करने में पाबंदी लग सकती हैं. इसके पीछे वजह ये है कि टेलिकौम अथारिटी आफ इंडिया (ट्राई) ने फेक कौल्स और स्पैम मैसेज रोकने को लेकर दूरसंचार प्रदाता कंपनियों के लिए नए नियमों की घोषणा की है. ऐसे में ट्राई एप्पल के साथ चल रहे तकरार को लेकर कोई बड़ा कदम उठा सकता है. बताया जा रहा है कि ट्राई एयरटेल, वोडाफोन जैसी कंपिनयों को नोटिस जारी कर एप्पल का रजिस्ट्रेशन रद्द कर सकती है.

एप्पल और ट्राई के बीच तकरार की वजह

गौरतलब है कि एप्पल और ट्राई के बीच डू नौट डिस्टर्ब (डीएनड) ऐप को लेकर काफी समय से तकरार जारी है. ट्राई ने आईफोन यूजर्स के लिए डीएनडी ऐप का नया वर्जन DND 2.0 डिजाइन किया है, लेकिन एप्पल ने इसे अपने ऐप स्टोर पर इसे जगह नहीं दी है. ट्राई चाहता है कि इस ऐप को ऐप्पल अपने स्टोर में जगह दे ताकि यूजर्स को फेक कौल्स और स्पैम मैसेज से राहत मिल सके. मालूम हो कि डू नौट डिस्टर्ब ऐप का 2.0 वर्जन गूगल ने अपने प्ले स्टोर में एंड्रायड यूजर्स के लिए उपलब्ध करा दिया है.

ट्राई का साफ कहना है कि अगर अमेरिकी स्मार्टफोन कंपनी एप्पल अपने फोन में इस ऐप को जगह नहीं देता है तो फोन भारतीय नेटवर्क पर काम करना बंद कर देगा. लेकिन एप्पल का इस मामले पर कहना है कि डीएनडी एप यूजर्स के कौल्स और मैसेज रिकार्ड करने की अनुमति मांगता है, इससे यूजर्स की प्राइवेसी को खतरा है. साथ ही एप्पल का कहना है कि वो ट्राई के ऐप की जगह खुद का अपना ऐप डेवलप करेगी.

ट्राई की नई गाइड लाइन के अनुसार, देश के सभी टेलिकौम औपरेटरों को यह सुनिश्चित करना है कि उनके नेवटर्व पर सभी रजिस्टर्ड डिवाइस पर डीएनडी ऐप के 2.0 वर्जन को रेग्यूलेशन के नियम 6(2)(e) तथा 23 (2) (d) के तहत नेटवर्क की अनुमति मिले. अगर किसी भी टेलिकौम आपरेटर पर रजिस्टर्ड डिवाइस पर इस ऐप की अनुमति नहीं मिलती है तो उसके रजिस्ट्रेशन को टेलिकौम नेटवर्क से रद्द कर दिया जाएगा.

अब मात्र 250 रुपये में खुलवाएं सुकन्या समृद्धि योजना में खाता

सरकार ने सुकन्या समृद्धि योजना के तहत न्यूनतम सालाना जमा किए जाने रकम को घटाकर 250 रुपये कर दिया है. इससे पहले तक इस खाते में न्यूनतम 1000 रुपये जमा करने होते थे. सरकार के इस फैसले से ज्यादा से ज्यादा लोग अपनी बेटियों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए बचत कर सकेंगे. सरकार ने सुकन्या समृद्धि खाता नियम-2016 में संशोधन कर स्पष्ट किया है कि इस योजना के तहत खाता न्यूनतम 250 रुपये की राशि के साथ भी खोला जा सकता है.

गौरतलब है कि सुकन्या समृद्धि स्कीम वर्ष 2015 में लौन्च की गई थी. नवंबर 2017 तक देश भर से करीब 1.26 करोड़ खाते खोले गये थे, जिनमें 19183 करोड़ रुपये की राशि जमा थी.

इस स्कीम के तहत माता-पिता या कानूनी संरक्षक 10 वर्ष तक की बेटी के नाम से खाता खोल सकते हैं. यह खाता किसी भी पोस्ट औफिस शाखा या अधिकृत सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक में खुलवाया जा सकता है. हाल ही में हुए संशोधन के बाद न्यूनतम जमा 250 रुपये और एक साल में किया जाने वाला अधिकतम जमा राशि 1.5 लाख रुपये हो गई है. हालांकि किसी भी महीने या वित्त वर्ष के दौरान जमा कराने की संख्या पर कोई सीमा नहीं है.

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अकाउंट खोलने के 21 वर्षों के बाद यानि कि अकाउंट के मैच्योर होने के बाद सारा पैसा खाताधारक को दे दिया जाएगा. अगर खाते को मैच्योरिटी के बाद बंद नहीं कराया जाता तो बकाया राशि पर निर्धारित दर से ब्याज मिलता रहेगा.

ब्याज दर पीपीएफ की तरह

पीपीएफ एवं अन्य छोटी बचत योजनाओं की तरह इस स्कीम की ब्याज दर भी तिमाही आधार पर तय होती है. जुलाई-सितंबर तिमाही के लिए इस स्कीम की ब्याज दर 8.1 फीसद तय की गई है. सरकार के नोटिफिकेशन के मुताबिक सुकन्या समृद्धि योजना के तहत किसी भी पोस्ट औफिस और सरकारी बैंक में अकाउंट खुलवाया जा सकता है.

जमा रकम पर आयकर नहीं

खास बात है कि खाते में जो रकम जमा की जा रही है या फिर जितनी रकम उसमें जमा हुई है उस पर आय कर नहीं लगेगा. खाते में न्यूनतम 250 तो अधिकतम 1.5 लाख जमा हो सकेंगे. रकम जमा कराने की कोई सीमा नहीं है. ये खाते खुलने की तिथि से 21 साल तक वैध रहेंगे.

मानुषी छिल्लर का लेटेस्ट फोटोशूट हुआ वायरल, आपने देखा

मिस वर्ल्ड का खिताब अपने नाम कर चुकीं मानुषी छिल्लर ने हाल ही में एक फोटोशूट कराया है. जिसकी तस्वीरें उन्होंने अपने फैंस के साथ सोशल मीडिया पर शेयर की हैं. मानुषी की इन आदाओं को देखने के बाद फैंस का मानना है कि वो हौटनेस और क्यूटनेस का कौम्बो हैं. मानुषी की ये तस्वीरे सोशल मीडिया पर ना केवल पसंद की जा रही हैं बल्कि यूजर्स इन तस्वीरों पर लाइक के साथ-साथ कमेंट करते नहीं थक रहे हैं.

प्रकृति के साथ कराए गए इस फोटोशूट में मानुषी व्हाइट कलर की वन पीस ड्रेस के साथ खुले बालों और हाई हील्स में दिखाई दे रही हैं. उनके इस अंदाज को हर कोई पसंद कर रहा है.


बता दें कि मिस इंडिया बनने के बाद से ही मानुषी अपने फैशन स्टेटमेंट को लेकर काफी लाइमलाइट में आ गई थी. इसके बाद जब से मानुषी 17 साल के लंबे इंतजार को खत्म करते हुए मिस वर्ल्ड का खिताब एक बार फिर से भारत में लाई हैं तभी से उनकी फैन फौलोइंग में जबरदस्त इजाफा देखने को मिल रहा है.

गौरतलब है कि हाल ही में मानुषी ने रणवीर सिंह के साथ एक ब्रांड का विज्ञापन शूट किया था जिसे सोशल मीडिया पर भी काफी जबरदस्त रिस्पान्स मिला है.

मैदान के बाहर अपने राज्य झारखंड में धोनी ने बना डाला यह रिकौर्ड

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और रांची के युवराज महेंद्र सिंह धोनी मैदान में तो अक्सर ही नए-नए रिकौर्ड बनाते रहते हैं लेकिन अब उन्होंने मैदान के बाहर भी एक रिकौर्ड बनाया है. जी हां दरअसल धोनी वित्तीय वर्ष 2017-18 में झारखंड के लिए सबसे ज्यादा टैक्स देने वाले शख्स हैं.

महेंद्र सिंह धोनी ने 2017-18 के लिए 12.17 करोड़ रूपए टैक्स जमा किया है. बिहार और झारखंड में महेंद्र सिंह धोनी सबसे अधिक टैक्स देने वाले शख्स बने हैं. बिहार और झारखंड के आयकर विभाग हेडक्वार्टर की ज्वाइंट कमिश्नर निशा अरोन ने इस बात की जानकारी दी. उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि धोनी ने वित्त साल 2017-2018 में बिहार-झारखंड क्षेत्र से सबसे अधिक टैक्स जमा किया है.’

धोनी पिछले कई सालों से लगातार बिहार और झारखंड में ये रिकौर्ड अपने नाम कर रहे हैं. धोनी ने 2016-17 में भी सबसे अधिक 10.93 करोड़ टैक्स जमा किया था. फोर्ब्स के अनुसार धोनी की 2017 में धोनी की कमाई लगभग 63.77 करोड़ थी.

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आपको बता दें कि धोनी टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं और वन डे की कप्तानी भी छोड़ चुके हैं. आईपीएल में धोनी चेन्नई सुपरकिंग्स की कप्तानी करते हैं. क्रिकेट से सैलेरी के अलावा धोनी कई ब्रैंड को एंडौर्स करते हैं और साथ ही धोनी की इंडियन सुपर लीग में भी एक टीम है.

वहीं अगर संस्था की बात करें तो झारखंड में सबसे अधिक सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड (सीसीएल) ने टैक्स अदा किया है. रांची स्थित आयकर भवन में आयोजित एक प्रेस कौन्फ्रेंस में प्रधान आयकर आयुक्त वी महालिंगम ने इसकी जानकारी दी. उन्होंने कहा कि आयकर संग्रह के मामले में वित्तीय वर्ष 2017-18 में झारखंड का प्रदर्शन काफी अच्छा रहा है.

10 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा आयकर संग्रह किए गए हैंवी महालिंगम के मुताबिक व्यक्तिगत आयकर संग्रह के मामले में भी राज्य ने काफी बेहतर प्रदर्शन किया है. पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में इस बार 88 प्रतिशत वृद्धि दर्ज कराते हुए 2217 करोड़ रुपये संग्रह किये गये हैं. वहीं अगले वर्ष के लिए 2560 करोड़ रुपये का लक्ष्य रखा गया है.

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