लेखिका-प्रीति सेठ
शरीर में इम्यूनिटी का होना वैसे तो हैल्थ के लिए हर समय जरूरी है लेकिन कोरोनाकाल में इस बात का विशेष ध्यान रखने की जरूरत है कि इसे संतुलन में लगातार कैसे रखा जाए. स्वस्थ जीवनशैली अपनाना एक मजबूत प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए सब से अच्छा विकल्प है. आप के शरीर का हर अंग बेहतर ढंग से काम करता है जब वह स्वस्थ भोजन और सकारात्मक वातावरण से भरा होता है. जीवन में तनाव कम से कम हो. पर्याप्त नींद लें : नींद और रोग प्रतिरोधक क्षमता का गहरा संबंध है. कम या खराब गुणवत्ता वाली नींद कोरोना या दूसरी बीमारियों की एक वजह बन सकती है.
एक अध्ययन के मुताबिक, जो लोग हर रात 6 घंटे से कम सोते हैं उन्हें हर रात 6 घंटे या उस से अधिक सोने वालों की तुलना में सर्दी होने की अधिक संभावना होती है. हरी सागसब्जियां लें : हरी सागसब्जियां आप की प्लेट में आवश्यक पोषक तत्त्व और विटामिन लाती हैं. इम्यूनिटी लैवल बढ़ाने के लिए अपने आहार में फल, हरी पत्तेदार सब्जियां, नट्स, फलियां और बीज शामिल करें. हैल्दी फैट : हैल्दी फैट जोड़ों को चिकनाई प्रदान करने के लिए जाने जाते हैं. इन से लंबे समय में गठिया जैसी स्थितियों को रोका जा सकता है. जैतून का तेल, अखरोट और ओमेगा-3 फैटी एसिड के अन्य स्रोतों का सेवन भी प्रतिरक्षा में मदद कर सकता है. दही : दही एक प्राकृतिक प्रोबायोटिक है.
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यह हमारे शरीर में अच्छे बैक्टीरिया के निर्माण में सहायक है. याद रखें, इसे ताजा बनाया जाना चाहिए. चीनी का सेवन सीमित करें : चीनी का सेवन खराब प्रतिरक्षा स्तर से जुड़ा हुआ है. प्रौसेस्ड फूड, सोडा, जूस में शुगर का उच्च स्तर होता है जो समग्र स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है. किसी भी नकारात्मक प्रभाव को रोकने के लिए हम फलों की तरह प्राकृतिक शर्करा से चिपके रहने और प्रौसेस्ड फूड व पेय की खपत को सीमित करने की सलाह देते हैं. हल्दी : सुनहरा मसाला हल्दी अपने एंटीऔक्सीडैंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों के लिए जानी जाती है. करक्यूमिन, हल्दी में मौजूद यौगिक एक बहुत ही शक्तिशाली एजेंट है जो घावों और संक्रमणों को ठीक करने में सहायता करता है.
यही कारण है कि अकसर हल्दी वाले दूध का सेवन करने की सलाह दी जाती है. ज्यादातर लोग इस का इस्तेमाल गलत तरीके से करते हैं. यदि आप हल्दी खा रहे हैं तो इसे पानी में न लें, इस के बजाय इसे दूध में उबाल लें और हल्दी वाला दूध लें. आप इसे नारियल के तेल और कालीमिर्च के साथ भी ले सकते हैं.
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- जिंक : यह एक और पोषक तत्त्व है जो आप की प्रतिरक्षा प्रणाली और मेटाबौलिज्म को कार्य करने में मदद करता है. एक व्यक्ति या तो जिंक टेबलेट ले सकता है या काजू, कद्दू के बीज, छोले आदि के माध्यम से इसे अपने आहार में शामिल कर सकता है.
2. रोजाना व्यायाम : उम्र के साथ जोरदार शारीरिक गतिविधि कठिन हो सकती है लेकिन इस का मतलब यह नहीं है कि आप को पूरी तरह से चलना बंद कर देना चाहिए. नियमित शारीरिक गतिविधि आप की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत कर सकती है और आप के शरीर को संक्रमण व वायरस से लड़ने में मदद कर सकती है. सप्ताह में 3 दिन कम से कम 30 मिनट की शारीरिक गतिविधि का लक्ष्य रखें. इस में पैदल चलना, बाइक चलाना, तैराकी या अन्य कम प्रभाव वाले वर्कआउट शामिल किए जा सकते हैं.
3. हाइड्रेटेड रहें : उच्च प्रतिरक्षा के लिए पानी का सेवन आवश्यक है, खासकर गरमी के महीनों में जब डिहाइड्रेशन की संभावना रहती है. यह सुनिश्चित करने के लिए कि हाइड्रेशन का स्तर कम न हो, दिन में 8 गिलास पानी पीना जरूरी है.
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4. तनाव कम करना : तनाव कभी भी बेहतर प्रतिरक्षा स्तर में योगदान नहीं देता है. यदि आप पेशेवर या व्यक्तिगत तनाव से गुजर रहे हैं तो अपने दिमाग को चिंता से हटाने के लिए कसरत का सहारा लें. यह चिंता को दूर करने में मदद करेगा.
5. धूम्रपान छोड़ें : सिगरेट में रसायन फेफड़ों के ऊतकों को नुकसान पहुंचाने और कैंसर के खतरे को बढ़ाने के लिए जाने जाते हैं. वहीं, वे फ्लू, ब्रोंकाइटिस और निमोनिया जैसी श्वसन संबंधी बीमारियों का कारण भी बन सकते हैं. अपनी प्रतिरक्षा प्रणाली को बेहतर बनाने के लिए सिगरेट पीने की आदत को छोड़ना होगा.
6. बाहर समय बिताएं : विटामिन डी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में भी मदद करता है. यदि आप का विटामिन डी का स्तर कम है तो आप का डाक्टर सप्लीमैंट्स लिख सकता है या ओवर-द-काउंटर मल्टीविटामिन की सिफारिश कर सकता है. बाहर अतिरिक्त समय बिताने से आप का शरीर प्राकृतिक रूप से विटामिन डी को सूर्य के संपर्क में आने से परिवर्तित कर सकता है.
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आप को आवश्यक विटामिन डी प्राप्त करने के लिए सूर्य के संपर्क की मात्रा आप की त्वचा की टोन पर निर्भर करेगी. कुछ लोगों को केवल 15 मिनट की आवश्यकता होती है, जबकि अन्य को 2 घंटे तक की आवश्यकता हो सकती है.
7. विटामिन सी : खट्टे फल और साग विटामिन सी से भरपूर खाद्य पदार्थ, जैसे अंगूर, संतरा, कीनू, मीठी लाल मिर्च, ब्रोकली, स्ट्राबैरी, केला और कीवी फ्रूट का सेवन सफेद रक्त कोशिकाओं के उत्पादन को बढ़ाने के लिए माना जाता है जो संक्रमण से लड़ने की कुंजी हैं.