Exercie Tips Story in Hindi : इस आर्टिकल में हम आपके लिए लेकर आएं हैं, सरिता की 10 Exercise Tips in Hindi 2021 : इन दिनों लोग वजन बढ़ने को लेकर ज्यादा परेशान रहते हैं. हर दूसरा व्यक्ति अपना वेट लूज करना चाहता है. इसलिए हम आपको बताएंगे कैसे एक्सरसाइज करके आप अपना वजन कम कर सकते हैं. तो पढ़िए सरिता की Exercise Tips Story in Hindi .
- 40+ महिलाओं के लिए बड़े काम के हैं ये हैल्थ टिप्स
40+ उम्र में शारीरिक बदलाव में प्रमुख है वजन का बढ़ना. महिलाओं के कूल्हों, जांघों के ऊपरी हिस्सों और पेट के आसपास चरबी जमा होने लगती है. वजन बढ़ने के कारण उच्च रक्तचाप व मधुमेह का खतरा भी बढ़ जाता है. इस के अलावा ऐस्ट्रोजन हारमोन का लैवल घटने से हड्डियां कमजोर होने लगती हैं, जिस से बचाव के लिए स्वस्थ आहार (कम कैलोरी का भोजन, प्रोटीन भोजन में शामिल करना, फल, सब्जियां, अंकुरित व साबूत अनाज) अपनाना चाहिए.
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2. 4 सप्ताह में आप भी करें 4 किलो वजन कम
अगर आप वजन कम करना चाहती हैं, तो सब से पहले अपने बीएमआर यानी बेसल मैटाबोलिक रेट को बढ़ाना जरूरी है. इसे बढ़ाने के लिए आप को अपनी दिनचर्या और खानपान में बदलाव लाने की जरूरत है.
4 बातों को कहें न
– ओवरईटिंग न करें.
– तरल पदार्थों का सेवन बिना सोचेसमझे न करें.
– कृत्रिम शुगर लेने से बचें.
– ब्रेकफास्ट मिस न करें.
4 बातों का ध्यान रखें
– रोज सुबह 1 गिलास कुनकुने पानी में नीबू का रस और शहद मिला कर पीएं.
– संतुलित आहार का सेवन करें.
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3. Monsoon में फिट रहने के लिए अपनाएं ये 25 टिप्स
इस मौसम में पैरों का खास ध्यान रखना पड़ता है, क्योंकि बारिश में बाहर का गंदा पानी पैरों की उंगलियों में इन्फैक्शन कर सकता है. पैर सूखे रहें, इस पर ध्यान दें. जरूरत पड़े तो बोरिक ऐसिड या पाउडर का छिड़काव पांवों में करें.
– अनावश्यक बारिश के पानी में भीगना मौसमी बीमारी की वजह बन सकता है. इस से बचें.
– मौसम भले ही खराब हो, पर उस समय अच्छा फील करने के लिए मनपसंद संगीत का आनंद लें, किताबें पढ़ें और खुश रहने की कोशिश करें. इस से मानसिक रूप से स्वस्थ रह सकती हैं.
आज से ही इन बातों पर अमल करें और फुहारों के मौसम में भी चुस्तदुरुस्त रहें.
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4. इन टिप्स को करेंगी फॉलो तो नहीं बढ़ेगा आपका वजन
कुल मिला कर डाइट संतुलित मात्रा में लेनी चाहिए और डाइट में प्रोटीन, विटामिन, कार्बोहाइड्रेट की प्रचुर मात्रा होनी चाहिए. एक आम इनसान को प्रतिदिन 2,500 कैलोरी की डाइट लेनी चाहिए. तभी हमारा शरीर स्वस्थ व छरहरा रह सकता है. आप अपने लिए डाइट प्लान इस तरह करें:
– दिन में 3 बार की जगह 5 बार मील्स लें. इस में साबूत अनाज (ब्राउन राइस, व्हीट ब्रैड, बाजरा, ज्वार आदि) अवश्य शामिल करें. नौनरिफाइंड व्हाइट प्रोडक्ट्स (व्हाइट ब्रैड, व्हाइट राइस, मैदा आदि) को डाइट से पूरी तरह हटा दें.
– डाइट में टोंड दूध से बना दही, पनीर व दाल, मछली आदि शामिल करें.
– कब्ज व पेट की मरोड़ से बचने के लिए खाने में फाइबर की मात्रा बढ़ाएं. इस के लिए सप्लिमैंट्स के बजाय प्राकृतिक फाइबर लें. फाइबर के प्रमुख स्रोत हैं, साबूत अनाज, होम मेड सूप, दलिया, फल आदि. इन से फाइबर के साथसाथ कई मिनरल्स व विटामिंस भी मिलेंगे.
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5. चलने की आदत बनाएगी आपको फिट
3 से 4 मंजिल वाले भवनों में आनेजाने के लिए सीढि़यों के बजाय लिफ्ट का उपयोग करना आम हो गया है. इन सुविधाओं ने हमारे दैनिक कार्यों को सुलभ तो बनाया है परंतु इस के साथसाथ हमारे स्वास्थ्य को बहुत प्रभावित किया है. अब तो शहरों में ही नहीं, गांवों में भी डायबिटीज यानी मधुमेह, मोटापा, पाचन संबंधी समस्याएं, कब्ज, अनिद्रा, थायराइड, हार्मोन का असंतुलन, तनाव, हाई ब्लडप्रैशर, हृदयरोग जैसी गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं आम हो गई हैं. पहले ये सभी स्वास्थ्य समस्याएं बड़ी उम्र के लोगों में देखी जाती थीं परंतु आरामतलबी और कार्यसंबंधी तनाव के कारण आज की युवा पीढ़ी भी इन समस्याओं से जू झ रही है. वैसे तो स्वास्थ्य समस्याओं के पीछे और भी कई कारण होते हैं परंतु हमारा नहीं चलना भी एक प्रमुख कारण है. चलना एक प्राकृतिक स्वास्थ्य बीमा यदि हम अपने दैनिक कार्यों में चलने को शामिल करते हैं तो हमारा हृदय बेहतर तरीके से कार्य करता है.
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6. हमेशा फिट और एक्टिव रहने के लिए फॉलों करें ये आसान टिप्स
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7. डेली रूटीन में करें फेरबदल और दर्द को कहें गुडबाय
जर्नल औफ बोन ऐंड मिनिमल रिसर्च’ नामक पत्रिका के मुताबिक औस्टियोपोरोसिस के कारण होने वाले छोटे स्पाइनल फ्रैक्चर अकसर जांच में नजर नहीं आते, मगर तकलीफ पहुंचाते हैं. 4,400 बुजुर्गों पर 4 सालों से अधिक समय तक शोध किया गया. इस दौरान 28 लोगों के स्पाइन में फै्रक्चर डाइग्नोज किया गया.
हालांकि एक्सरे में यह बात साफ हुई कि अन्य 169 लोगों के स्पाइन में भी ब्रेक्स थे, मगर इन का पता नहीं लग सका था. जिन के स्पाइन में फ्रैक्चर था उन्होंने कमर दर्द की समस्या बताई. पिछले अध्ययनों के मुताबिक उम्रदराज महिलाओं में स्पाइनल फ्रैक्चर की समस्या और भी ज्यादा पाई जाती है.
ज्यादातर कमर दर्द मस्क्युलर होते हैं और 6 सप्ताह के अंदर ठीक हो जाते हैं, मगर ये लंबे समय तक टिकें तो पूरी जांच जरूर करवाएं.
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8. बिना हिले-डुले ऐसे कम करें वजन
आइसोमेट्रिक एक्सरसाइज या स्टैटिक एक्सरसाइज में एक्सरसाइज करते वक्त शरीर के अंगों को हिलाने-डुलाने की जरूरत नहीं पड़ती. लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि इन एक्सरसाइज को करने का कोई फायदा नहीं मिलता है. आइसोमेट्रिक एक्सरसाइज आपके शरीर की मांसपेशियों को मजबूत बनाती हैं, वही इन एक्सरसाइज को करते समय आपका शरीर प्रत्यक्ष रूप से कोई हरकत नहीं करता है, मगर शरीर के भीतर तमाम मसल्स एक्टिवेट रहती हैं. अगर आप अपनी बौडी को मजबूत बनाना चाहते हैं तो इन एक्सरसाइज को जरूर करे.
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9. फैट टमी : दवाओं से नहीं वर्कआउट से पाएं छुटकारा
पेट के मोटापे को एकदो हफ्ते के अंदर कम कर पाना संभव नहीं है. कुछ लोग पेट की चरबी कम करने के लिए दवाएं लेते हैं. हालांकि, कोई भी दवा, चाहे वह सिंथैटिक हो या चिकित्सीय न्यूट्रास्यूटिकल पदार्थ से बनी हो, कई संभावित साइड इफैक्ट्स के अलावा जिस्म के कई अंगों व हार्मोनल फंक्शन को प्रभावित कर सकती है. इसलिए, काउंटर से खुद ही दवा या कोई दूसरा पदार्थ खरीद कर इस्तेमाल करना सेहत के लिए अच्छा नहीं है, भले ही पेट की वसा हटाने के लिए उस में कितने ही दावे क्यों न किए गए हों.
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10. कम करना है वजन तो इन 5 बातों का रखें ध्यान
आम तौर पर वजन कम करने के लिए लोग खाने से ही दूरी बना लेते हैं. पर क्या आपको पता है कि भूखे पेट रहने से आपका वजन कम नहीं होगा. बल्कि आपके शरीर का और अधिक नुकसान होगा. भूखे रहने से मेटाबौलिज्म कमजोर होता है और ठीक तरीके से काम नहीं कर पाता है. इससे कैलोरी बर्न होने की प्रक्रिया में बाधा आती है. इसलिए वजन कम करना चाहते हैं तो भूखे रहने के बजाए हेल्दी चीजों का अधिक सेवन करें.