देशभर में कोरोना वायरस अब तक 6412 लोगों को संक्रमित कर चुका है. कोविड-19 के शिकार लोगों के ताजा आकड़ों के मुताबिक भारत में संक्रमण के चलते अब तक 199 लोगों की मौत हो चुकी है. कोरोना के प्रसार की तेज़ी को देखते हुए यूपी के 15 जिलों के हॉटस्पॉट को बिलकुल सील कर दिया गया है. दिल्ली मुंबई में भी कई जगहें पूरी तरह सील हैं. अन्य तमाम राज्यों में भी कर्फ्यू जैसी सख्ती बरती जा रही है.लोगों के काम धंधे ठप्प हैं.बेरोज़गारी और भुखमरी से देश आने वाले सालों में कैसे निपटेगा, अर्थव्यवस्था पटरी पर कैसे आएगी, किसानो-मजदूरों को आत्महत्या जैसे घातक कदम उठाने से कैसे रोका जाएगा, इन तमाम चिंताओं ने सरकार, नीति-निर्णायकों और बुद्धिजीवियों की नींद हराम कर दी है.मगर निराशा, डर और तनाव के माहौल में भी शेयर मार्केट मुस्कुरा रहा है.बीते तीन दिनों पर नज़र डालें तो कोरोना का डर पीछे छोड़ शेयर बाजार ने लम्बी हुंकार भरी है.बीते दो दिनों में सेंसेक्स 2,500 अंक चढ़ने से निवेशकों की पूंजी 6.63 लाख करोड़ बढ़ी है.

दुनियाभर में कोरोना वायरस के बढ़ते मामले और देश में लॉकडाउन आगे बढ़ने की आशंका में शेयर बाजार बुधवार को लाल निशान के साथ खुला था मगर कुछ ही देर बाद सेंसेक्स और निफ्टी में जोरदार तेजी दिखने लगी. हालांकि दोपहर तक सुबह की बढ़त गंवाकर दोनों एक्सचेंज शाम को लाल निशान पर बंद हुए. सेंसेक्स 173 अंक लुढ़ककर 29893 के स्तर पर और निफ्टी 43 अंक टूटकर 8747 के स्तर पर बंद हुआ। जबकि इससे पहले मंगलवार को सेंसेक्स ने एक दिन की सबसे बड़ी बढ़त हासिल की थी. लॉकडाउन में छूट के संकेत, वैश्विक बाजारों में तेजी, दवाओं पर से निर्यात प्रतिबंध हटाने तथा एफपीआई निवेश बढ़ने की खबरों के बीच मंगलवार को भी सेंसेक्स में 2500 अंकों की तेजी दर्ज की गई थी. गुरुवार को शेयर मार्किट खुल कर मुस्कुराया और अब इसके बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही है.

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दरअसल कोरोना संक्रमण के कम पड़ने की उम्मीद से अमेरिकी शेयर बाजारों में थोड़ी तेज़ी आई तो एशियाई शेयर बाजारों में गुरुवार को फिर से रौनक बढ़ी. इसका असर घरेलू शेयर बाजार पर भी देखने को मिला और सेंसेक्स 1265 अंक उछल कर 31159 के स्तर पर बंद हुआ. वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 9100 का स्तर फिर पाने में कामयाब रहा. बैंक, फार्मा, ऑटो सेक्टर में भी खूब तेजी देखी गई.वहीं अगर निफ्टी के टॉप गेनर स्टॉक की बात करें तो महिंद्रा एंड महिंद्रा, मारुति, सिप्ला, टाइटन और टाटा मोटर्स प्रमुख रहे। जबकि हिन्दुस्तान लीवर, डॉक्टर रेड्डी, इंडसंड बैंक, यूपीएल के शेयर सबसे ज्यादा नुकसान उठाने वाले स्टॉक्स की लिस्ट में ऊपर थे.

गुरुवार को प्री-ओपनिंग सेशन में भारतीय शेयर हरे निशान पर थे. सुबह 9:02 बजे सेंसेक्स 462 अंक या 1.6% बढ़कर 30,356 अंक पर पहुंच गया.निफ्टी 209 अंक या 2.4% बढ़कर 8,958 पर था.बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का 30 शेयरों वाला प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 677 अंकों की उछाल के साथ 30571 के स्तर पर खुला. वहीं निफ्टी भी शुरुआती कारोबार में 234 अंक चढ़कर 9000 के करीब पहुंच गया था. डॉलर के मुकाबले रुपया 8 पैसे मजबूत होकर 76.29 के स्तर पर बंद हुआ.

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आईडीबीआई बैंक का शेयर 10.6 प्रतिशत तक उछल गया। बीएसई पर आईडीबीआई बैंक का शेयर 10.57 प्रतिशत बढ़कर 21.95 रुपये पर चल रहा था. इसी तरह एनएसई पर भी यह 6.34 प्रतिशत की बढ़त के साथ 20.95 रुपये पर चल रहा था.बैंक ने बुधवार को कहा था कि उसकी योजना चालू वित्त वर्ष में 7,500 करोड़ रुपये जुटाने की है.शेयर बाजार में जोरदार खरीदारी के चलते सेंसेक्स 1126 अंकों की उछाल के चलते 31,020 के स्तर पर पहुंच गया है जबकि निफ्टी 333 अंक उछलकर 9081 के स्तर पर कारोबार कर रहा है. बैंक निफ्टी, ऑटो, मिड कैप, फार्मा सेक्टर में जोरदार तेजी देखी गई.
बड़ा सवाल यह है कि बढ़ती महामारी के बावजूद शेयर बाजार में इतना उछाल कैसे आ रहा है? विशेषज्ञों की माने तो इसके लिए कुछ बिंदुओं पर विचार किया जाना चाहिए.

लॉकडाउन में छूट
सरकार द्वारा 14 अप्रैल के बाद चरणबद्ध तरीके से लॉकडाउन हटाने की खबरों से निवेशकों में भारी उत्साह पैदा हो गया है क्योंकि इससे एक बार फिर तमाम बिजनस शुरू हो जाएंगे.सरकारी अधिकारी एक प्रस्ताव पर विचार कर रहे हैं, जिसमें कोरोना के कम जोखिम वाले राज्यों और जिलों से लॉकडाउन को आंशिक रूप से हटाने और जिन इलाकों में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या अधिक है, वहां सख्ती बरकरार रखने की बात कही जा रही है. कोरोना वायरस महामारी से बुरी तरह प्रभावित दो देशों स्पेन तथा इटली में भी वायरस से मरने वालों की संख्या में तेजी से कमी आ रही है. इसलिए वहां के अधिकारी भी लॉकडाउन में छूट देने पर विचार कर रहे हैं। जिससे शेयर मार्किट में ख़ुशी देखी जा रही है.

1.3 अरब डॉलर का विदेशी निवेश
भारत में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों द्वारा 1.3 अरब डॉलर (लगभग 10 हजार करोड़ रुपये) के निवेश की खबरों का भी घरेलू निवेशकों पर सकारात्मक असर पड़ा है.दरअसल, विभिन्न क्षेत्रों में एफपीआई निवेश की सीमा को बढ़ा दिया गया है, जिसकी वजह से पैसिव फ्लो विदेशी निवेश में बढ़ोतरी होनी तय है.यह राहत ऐसे वक्त में सामने आ रही है, जब 1 मार्च तक विदेशी निवेशक भारतीय शेयर बाजार से 1.25 लाख करोड़ रुपये की निकासी कर चुके हैं.

भारत ने दवा निर्यात से बैन हटाया
अमेरिका में कोरोना वायरस से मरने वाले लोगों की संख्या से घबरा कर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन दवा की खेप भिजवाने का दबाव बनाया और ऐसा ना करने पर बदला लेने की धमकी दी. गौरतलब है कि भारत में कोरोना मरीज़ों की बढ़ती संख्या को देखते हुए इस दवा के निर्यात पर प्रतिबन्ध लगा हुआ था मगर अंकल सैम की धमकी के बाद भारत ने कोरोना के मरीजों के इलाज में इस्तेमाल में आने वाली 24 दवाओं के निर्यात पर से प्रतिबंध हटा लिया. सरकार के इस फैसले के बाद फार्मा कंपनियों के शेयरों में बड़ी तेजी दर्ज की गई.केडिल हेल्थकेयर, ऑरबिंदो फार्मा, सिप्ला और डॉ. रेड्डीज लबोरेट्रीज में 10-14% की तेजी की बदौलत निफ्टी फार्मा में 9.53% की तेजी देखी गई.हालांकि पैरासिटामोल तथा इसके फॉर्म्यूलेशंस पर प्रतिबंध बरकरार है अगर इस पर भी प्रतिबन्ध उठा लिया गया तो तो फार्मा शेयर्स में और उछाल आने की संभावना है.

वैश्विक बाजारों में तेजी का माहौल
अमेरिकी शेयर बाजार तथा एशियाई शेयर बाजारों में तेजी से घरेलू शेयर बाजार को बल मिला और लगातार तीन सत्रों की गिरावट झेल रहे भारतीय बाजार में जमकर लिवाली हुई.जापान के निक्केई में 2 फीसदी की तेजी देखी गई.
अमेरिकी शेयर बाजारों में तेजी के चलते एशियाई शेयर बाजारों में सकारात्मक रुख देखा जा रहा है.कारोबारियों को उम्मीद बंध रही है कि कोरोना वायरस संकट अब अपने चरम पर है और आगे स्थितियां सुधार की ओर बढ़ेंगी. यही वजह है कि हांगकांग, सियोल और सिंगापुर में एक प्रतिशत से अधिक और सिडनी में लगभग दो प्रतिशत की तेजी देखने को मिली है.

इन शेयरों में तेजी
बीएसई पर इंडसइंड बैंक के शेयर में सर्वाधिक 22.60 फीसदी, एक्सिस बैंक में 19.41 फीसदी, महिंद्रा ऐंड महिंद्रा में 14.44 फीसदी, आईसीआईसीआई बैंक में 13.82 फीसदी तथा हिंदुस्तान यूनिलीवर में 13.51 फीसदी की तेजी दर्ज की गई.वहीं, एनएसई पर इंडसइंड बैंक के शेयर में 25 फीसदी, एक्सिस बैंक में 20.14 फीसदी, ग्रासिम में 15 फीसदी, डॉ. रेड्डी में 14.40 फीसदी तथा हिंदुस्तान यूनिलीवर के शेयर में 13.69 फीसदी की मजबूती दर्ज की गई.

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