अब खाने का स्वाद ही माने नहीं, बल्कि सेहत पर इस का असर और प्रेजैंटेशन भी जरूरी है. इसलिए अच्छा कुक बनने के लिए खाने से संबंधित कुछ बातों को समझना बहुत जरूरी है. आइए, जानें कैसे बनें अच्छी कुक:
- न्यूट्रिशियस वैल्यू पर ध्यान दें:
किस सब्जी से कौन सा विटामिन, प्रोटीन, मिनरल्स मिलते हैं यह आप को पता होना चाहिए. जिन के लिए खाना बनाया जा रहा है उन के लिए रोज कितनी कैलोरी, प्रोटीन आदि लेना जरूरी है ये सब भी पता करें. ऐसा करना कोई मुश्किल काम नहीं है. बाजार में बहुत सी ऐसी किताबें मिल जाएंगी, जिन्हें पढ़ कर इन बातों का पता लगाया जा सकता है. न्यूट्रिशियस का शौर्ट टर्म कोर्स कर के भी इन बातों को सीखा जा सकता है.
2. वैराइटी पर ध्यान दें:
रोजरोज गिनीचुनी चीजें बनाने के बजाय आप को चाहिए कि अपने खाने में वैराइटी लाएं. एक ही आलू की सब्जी को कितने तरीकों से बनाया जा सकता है यह देखें और ट्राई करें. इस से खाने में विभिन्नता आएगी और एक सा खाने की बोरियत भी नहीं होगी.
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3. पत्रिकाएं हैं नई रैसिपी का खजाना:
सिर्फ अपनी उन चुनिंदा रेसिपीज को ही न बनाती रहें, बल्कि पत्रिकाओं में देख कर उन सभी रैसिपीज को भी ट्राई करें जो आप को बनानी नहीं आतीं. इस से आप का हाथ और भी ज्यादा सैट हो जाएगा.
4. रैस्टोरैंट में जाएं तो वहां शैफ से रैसिपी लें:
एक अच्छी कुक वही होती है जो हर जगह से कुछ नया सीखने की क्षमता रखती हो. अगर आप रैस्टारैंट में खाना खा रही हों और आप को वहां कोई डिश बहुत पसंद आती है तो आप के अंदर उसे सीखने की जो इच्छा होगी वही एक अच्छे कुक की निशानी है.
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5. कुकरी प्रतियोगिता में हिस्सा लें:
अगर आप अच्छा खाना बनाती हैं तो इस हुनर को घर तक ही सीमित क्यों रखना. अपने शहर या उस के आसपास हो रही कुकरी प्रतियोगिता पर नजर रखें और उस में भाग लें. एकाध बार अगर आप अच्छा नहीं भी कर पाईं तो क्या हुआ. कम से कम वहां जा कर बहुत कुछ सीखने को तो मिलेगा ही. हो सकता है आप का यह सफर आप को मास्टर शैफ जैसी प्रतियोगिता का हिस्सा भी बना दे. इसलिए अपनी स्किल्स को और निखारें.
6. घर के सदस्यों की बीमारी के अनुसार उन्हें खाना बना कर दें:
अगर परिवार में किसी को शुगर है तो सब्जियों में आलू का प्रयोग न करें, मीठे का उपयोग भी न करें. अगर किसी को कोलैस्ट्रौल की प्रौब्लम है तो बिना घी, तेल और कम नमक का खाना बनाएं. किस बीमारी के लिए किस तरह का खानपान होता है, इस बारे में आप को पता होना चाहिए और उसी के अनुसार खाना बनाना चाहिए. तभी आप अच्छी कुक कहलाएंगी.
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7. प्रेजैंटेशन भी है जरूरी:
सिर्फ अच्छा खाना बनाने भर से बात नहीं बनेगी. अगर खाना स्वाद में अच्छा है, लेकिन उसे परोसने का तरीका बेढंगा है तो कोई शक्ल देख कर ही उसे खाना नहीं चाहेगा. इसलिए आप को पता होना चाहिए कि कौन सा खाना किस क्रौकरी में सर्व करने पर अच्छा लगेगा. डाइनिंगटेबल को डैकोरेट करना भी इसी पाककला का हिस्सा है जोकि आप को अच्छी तरह से आना चाहिए.
8. बढ़िया कुक बनने के फायदे
टाइमपास का जरिया:
कुकिंग कर के अच्छा टाइमपास किया जा सकता है. अगर एक बार इस में मन लग गया तो आप का टाइम कब पास हो गया आप को खुद ही पता नहीं लगेगा.
9. हुनर की तारीफ होगी:
कुकिंग अच्छी करेंगी तो आप के बनाए खाने की हर तरफ तारीफ होगी. आप के रिश्तेदार आप के घर आने के बहाने खोजेंगे. इस से रिश्तेदारों से घनिष्ठता बढ़ाने में भी मदद मिलेगी. लोग आप की तारीफ करेंगे और इस हुनर की वजह से आप की इज्जत भी करेंगे.
10. घर बैठे कमा भी सकती हैं:
अगर आप को बाहर जा कर काम करना पसंद नहीं है तो कुकिंग के जरीए आप घर बैठ अपना काम शुरू कर सकती हैं. टिफिन सर्विस या बेकरी के काम के जरीए आप बहुत कमा सकती हैं.
11. स्ट्रैस रिलीज करने का तरीका:
आप ने कई लोगों को कहते हुए सुना होगा कि जब भी मुझे कोई टैंशन होती है तो मैं खाना बनाना शुरू कर देती हूं और फिर अपना सारा स्ट्रैस भूल जाती हूं. जी हां, यह बात बिलकुल सही है. अगर ध्यान खाना बनाने में लगा लो तो टैंशन का पता ही नहीं चलता और फिर अगर आप खाना बनाने की शौकीन हैं तो यह तो और भी अच्छा है.
12. अपनी हैल्थ को सही रख सकेंगी:
खुद खाना बनाने का एक फायदा तो जरूर है कि आप अपनी हैल्थ के मुताबिक खुद ही सजग हो कर खाना बना पाएंगी. आप को पता होगा कि आप के लिए क्या सही है और क्या नहीं, खाने में क्या एड करना है और क्या कट. अपनी किचन में ही ऐसी बहुत सी चीजें होती हैं, जिन से अपना इलाज स्वयं किया जा सकता है.
13. कौन्फिडैंस बढ़ेगा:
आप एक अच्छी कुक हैं यह बात आप का खुद का कौन्फिडैंस बढ़ाने के लिए काफी है. आप को पता होगा कि आप बेकार नहीं हैं, बल्कि आप के पास एक हुनर है जो आप को दूसरों से अलग पहचान दिलाता है. यही बात आप में आगे बढ़ कर कुछ और करने का भी जज्बा पैदा करेगी.
14. इन बातों का भी रखें ध्यान
खाना बनाने पर ध्यान दें:
अगर आप खाना बना रही हैं तो उस समय इधरउधर फोन पर न बतियाएं और न ही टीवी और म्यूजिक सुनने में ध्यान लगाएं. अगर खाना बना रही हैं तो केवल खाना बनाने में ही ध्यान केंद्रित करें. खाने की खुशबू और रंग कैसा आ रहा है यह देखें वरना बातों के चक्कर में खाने में कुछ कम या अधिक डल सकता है या फिर खाना जल भी सकता है.
15. पहले खुद टेस्ट करें:
स्वाद कई स्तरों पर उभरता है. परफैक्ट स्वाद लाने में वक्त लगता है. पहले आप चख लेंगी आप को पता चल जाएगा कि किस चीज की कमी है और फिर उसे दूर कर लेंगी.
16. किचन को व्यवस्थित रखें:
किचन को सही रखें. हर चीज की एक जगह फिक्स होनी चाहिए जैसेकि क्रौकरी कहां रखनी है, खाना बनाने के बतरन कहां रखने हैं ताकि जरूरत पड़ने पर सभी चीजें आसानी से मिल सकें और जो भी आप की किचन को देखे वह आप की पाककला की तारीफ के साथसाथ किचन को व्यवस्थित रखने की भी तारीफ करे वरना आप ने कितना भी अच्छा खाना क्यों न बनाया हो बिखरी किचन को देख कर हर किसी का मुंह बन जाएगा.
17. रैसिपी के बारे में पहले ही जानकारी लें:
अगर इंटरनैट से कोईर् रैसिपी देखनी हो तो उसे पहले ही देख कर उसी के हिसाब से सामान इकट्ठा कर लें. ऐसा न हो कि जब बनाने खड़ी हों तो आधे सामान के लिए बाजार भागना पड़े. इस के अलावा बारबार इंटरनैट से रैसिपी देखने के चक्कर में चीज खराब भी हो सकती है.
18. बरतनों का सही चुनाव करें:
बहुत हलकी कड़ाही में सब्जी जल सकती है और बड़े बरतन में थोड़ी सी चाय बनाने पर वह भी जल सकता है, इसलिए बरतनों का चुनाव भी सोचसमझ कर ही करें कि कौन सी डिश के लिए कौन सा बरतन लेना है.