देश की आम जनता अब चौक चौराहे पर यह चर्चा कर रही है कि गंभीर आरोपों में जेल में बंद एक डेरा प्रमुख राम रहीम को अखिर हरियाणा की भाजपा सरकार ने किस जुगत में फरलो के तहत 21 दिन के लिए जेल से बाहर लाने कारनामा कर दिखाया है .

बात यह है कि सत्ता उसके हाथ पैर – यानी पुलिस के नुमाइंदे और प्रशासन अब राम रहीम की सुरक्षा को खतरा है कह कर जेड प्लस सुरक्षा दे दी गई है.

एक जेल कट्टू को देश की सर्वाधिक महत्वपूर्ण जेड प्लस सुरक्षा को देना बहुत कुछ सच दिखा गया है. चुनाव के इस समय में जब शुचिता सबसे ज्यादा महत्व रखती है भाजपा के नेताओं ने सत्ता सुंदरी की खातिर सारे नियम कानून और नैतिकता को ताक पर रख दिया है.

यह बड़े ही शर्म की बात नहीं है क्या कि जो लोग  देश प्रेम, और राष्ट्रवाद की बात करते नहीं अघाते हैं और दूसरों को देशद्रोही साबित करने मे थोड़ा भी समय नहीं लगाते ऐसे लोग जिन्हें नैतिकता का पालन करना चाहिए. यह लोग राम रहीम के मामले में बीच चौराहे पर देश में नंगे हो चुके हैं.

आखिर भाजपा राम रहीम पर इतनी तबीयत से निछावर क्यों है सिर्फ चुनाव के कारण, पंजाब में चल रहे चुनाव को प्रभावित करने के लिए राम रहीम को तुरुप के पत्ते के रूप में भाजपा उपयोग करने में लगी है.

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राजनीति का यह पतन यह दिखाता है कि सत्ता के लिए राजनीतिक पार्टियां क्या-क्या नहीं कर गुजरती है और सबसे चिंता का सवाल यह है कि देश का संविधान जिसमें सारे नियम कायदे दर्ज हैं वह मौन रह जाता है. क्योंकि जिनके ऊपर संविधान का पालन कराने का दायित्व है वह भी इसमें शामिल हो जाते हैं.

खूंखार अपराधियों से खतरा

अर्थात जो ” जेड प्लस सुरक्षा ” देश के प्रथम श्रेणी के नेताओं को मिलती है, प्रधानमंत्री जैसी विभूतियों को मिलती है, यह जेड सुरक्षा अगर बाबा राम रहीम को दी जा रही है तो प्रश्न खड़ा होना स्वाभाविक है.

राम रहीम, जैसा सारे देश ने देखा है कि किस तरह कानून को अपने हाथ में लेकर न्यायालय पर, पुलिस पर दबाव बनाने का प्रयास किया गया कि राम रहीम तो निर्दोष है उसे फंसाया जा रहा है. मगर अपने गंभीर अपराधों के कारण आखिरकार राम रहीम को जेल जाना पड़ा और सजा भी घोषित हो चुकी है.

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ऐसे में अचानक जब पंजाब में और अन्य चार राज्यों में चुनाव चल रहा है तब राम रहीम को फरलो, 21 दिन की जमानत दे देना उसके बाद जेड प्लस सुरक्षा देना. यह दर्शाता है कि राम रहीम की पंजाब के चुनाव में इस्तेमाल करने की पूरी तैयारी है. अब पुलिस यह भी कह रही है कि राम  रहीम को तो खूंखार आतंकवादियों से खतरा है इसलिए जेड प्लस सुरक्षा दिया जाना अनिवार्य है. यह  चित्र देखकर शर्म आती है आज की राजनीति और सत्ता के खातिर बड़े-बड़े नेताओं के समर्पण को देख कर के ऐसा महसूस होता है कि आने वाले समय में क्या हमारे लोकतंत्र पर बाबा राम रहीम जैसे लोगों का वर्चस्व हो जाएगा.

देश की जनता जिस तरीके से इन सब मामलों को देखते हुए चर्चा कर रही है उसके आधार पर कहा जा सकता है कि अब तो सिर्फ न्यायालय पर ही भरोसा है.

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