एक कहावत है 2 नावों पर सवारी करने, मतलब एक पांव एक नाव में और दूसरा दूसरी में, ऐसा व्यक्ति न इस नाव का रहता है न उस का. लेकिन जब इस में मजा आने लगे तो बात अलग हो जाती है. सैकंड ईयर में पढ़ने वाली शिप्रा का उदाहरण लेते हैं. खुले बाल,कैप्री, शौर्ट टौप और गौगल्स में जब वह कालेज आती है तो सब की नजरें उसी पर रहती हैं. वह है भी बिंदास.

अपनी जिंदगी में मस्त रहना, जो मन में आए वह करना. शायद इसीलिए उस के लिए प्यारव्यार का कोई मतलब नहीं है. हां, उस का बौयफ्रैंड तो है, वह भी एक नहीं 2. शिप्रा की ये 2 बौयफ्रैंड्स की कहानी बिलकुल शिप्रा की जिंदगी की तरह ही बिंदास है. आप को यह सोच कर आश्चर्य लग रहा होगा कि एकसाथ 2 बौयफ्रैंड्स कैसे?

मजे की बात यह है कि दोनों बौयफ्रैंड्स से उस के करीबी संबंध हैं. पर सवाल यह भी है कि वह मैनेज कैसे करती होगी? यही तो सब से मजेदार बात है. शिप्रा का एक बौयफ्रैंड उस के कालेज में है और दूसरा उस के घर के पास रहता है. शिप्रा दोनों रिलेशनों के बीच कभी भी अपनी आजादी को पिसने नहीं देती. न ही इस का अपनी निजी जिंदगी पर प्रभाव पड़ने देती है.

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जब लड़कियां करें डबल डेटिंग

आज के समय में लड़का हो या लड़की सभी के लिए डबल डेटिंग करना मानो आम बात हो गई है. कोई सोशल मीडिया पर लगा है तो कोई गलीमहल्ले से ले कर औफिस तक. शिप्रा भी कालेज में योगेश के साथ अपना अधिकतर समय बिताती है और घर आने के बाद अंकुर से फोन पर बात कर लेती है या उस से मिल लेती है.

अंकुर और योगेश के सोचविचार में काफी अंतर है. अंकुर और शिप्रा बचपन से एकदूसरे को जानते हैं. इसलिए अंकुर शिप्रा को ज्यादा मिलने या उस के साथ घूमने के लिए जिद नहीं करता. अंकुर बहुत खुले विचारों का है, वहीं योगेश शिप्रा पर रोकटोक और अपना अधिकार दिखाने की कोशिश करता है. लेकिन शिप्रा कहां किसी की सुनने वाली है.

शिप्रा थोड़ी जिद्दी है अपनी मरजी के आगे उसे कुछ और दिखता ही नहीं. यही कारण है कि योगेश और शिप्रा हमेशा लड़ते रहते हैं. कालेज के फैस्ट के दौरान भी दोनों लड़ पड़े. दरअसल, शिप्रा कालेज की डांस सोसाइटी में है. डांस सोसाइटी में राघव भी है, जिसे योगेश बिलकुल भी पसंद नहीं करता. फैस्ट के लिए डांस सोसाइटी ने कपल डांस डिसाइड किया, जिस में राघव शिप्रा का डांस पार्टनर था. ऐसे में शिप्रा और योगेश के बीच लड़ाई तो होनी ही थी.

योगेश शिप्रा को डांस के लिए मना करता रहा, लेकिन शिप्रा योगेश की बातों को नजरअंदाज कर फैस्ट की तैयारी में लग गई. दोनों के बीच बोलचाल बंद हो गई. फैस्ट खत्म होने के बाद भी दोनों के बीच बातचीत शुरू नहीं हुई. शिप्रा रोज कालेज आती, मौजमस्ती करती. शिप्रा के चेहरे पर योगेश से बात न करने का कोई दुख नहीं था.

दोनों हाथों में लड्डू

अंकुर पिछले कई दिनों से बेहद खुश था. दरअसल, शिप्रा अब अंकुर के साथ ज्यादा समय बिताने लगी थी. पूरे दिन उस से फोन पर चिटचैट करना, फिर कालेज के बाद रोज शाम को मिलना. ऐसे में शिप्रा को योगेश की कमी महसूस ही नहीं हुई.

यही तो मजा है डबल डेटिंग का, इस में रूठनेमनाने का कोई सिलसिला ही नहीं होता और वैसे भी जब हाथों में 2 लड्डू हों और एक टूट भी जाए तो क्या फर्क पड़ता है. बस, दूसरे लड्डू की मिठास बरकरार रहनी चाहिए.

शिप्रा और अंकुर के बीच नजदीकियां बढ़ने लगीं. शिप्रा को अब जब भी कोई जरूरत होती तो वह अंकुर से ही कहती. अंकुर भी शिप्रा के लिए हमेशा मौजूद रहता. हालांकि इस बीच योगेश ने शिप्रा से बात करने की कोशिश जरूर की लेकिन शिप्रा ने उसे बिलकुल भी भाव नहीं दिया. तब योगेश ने शिप्रा को मनाने के लिए सब के सामने माफी मांगने की सोची और योगेश के ऐसा करने पर शिप्रा ने योगेश को माफ कर दिया.

शिप्रा के पास एक ताले की 2 चाबियां थीं. जब कभी उस की दोनों में से किसी से भी अनबन होती वह दूसरे को ज्यादा समय देने लगती. शिप्रा को दोनों में से किसी से प्यार तो नहीं था लेकिन उसे ऐसे रिश्ते में रहने की आदत हो गई थी जो उस की जरूरतों को पूरा कर सके.

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बन चुका है नया ट्रैंड

आज अधिकतर लड़केलड़कियां ऐसे रिलेशन में हैं जहां उन्हें प्यार तो नहीं होता, लेकिन ‘आई लव यू’ बोलना उन्हें बहुत अच्छे से आता है. यह एक तरह से ट्रैंड बन गया है. लड़कों के लिए तो यह कूल बनने का सब से अच्छा तरीका है. यदि किसी लड़के की एकसाथ कई गर्लफ्रैंड्स हैं तो उसे काफी स्मार्ट समझा जाता है. इसमें बुराई भी क्या है? आजकल तो सभी इस ट्रैंड को अपना रहे हैं.

रोशन की भी 2 गर्लफ्रैंड्स हैं. पहली नीतिका जिस के साथ वह पिछले 2 वर्षों से रिलेशन में है. दूसरी मनीषा, जो रोशन को सोशल मीडिया पर मिली थी और अब दोनों पिछले 3 महीने से एकदूसरे को डेट कर रहे हैं. नीतिका बहुत सिंपल है, वहीं मनीषा बहुत बोल्ड है.

हालांकि, नितिन नीतिका की बहुत केयर करता है. नितिन और नीतिका एकदूसरे से कम ही मिल पाते हैं. ऐसे में नितिन को गर्लफ्रैंड होते हुए भी गर्लफ्रैंड की कमी हमेशा महसूस होती थी. तब नितिन ने डेटिंग ऐप पर अपना प्रोफाइल बनाया. जहां उसे मनीषा मिल गई. एकसाथ 2 रिलेशनों में नितिन पूरा बदल गया था. ऐसा लग रहा था मानो वह किसी फिल्म में डबल रोल का किरदार निभा रहा हो.

डबल डेटिंग में डबल रोल

नितिन नीतिका से ज्यादातर फोन पर बात करता था. खासकर रात को, लेकिन अब मनीषा भी उसे रात को फोन करने लगी थी. ऐसे में उस ने मनीषा को घरवालों का बहाना कर के रात को फोन करने से मना कर दिया और चैट पर बात करने को कहा. अब नितिन ईयरफोन लगा कर नीतिका से बात करता और साथ ही साथ मनीषा के मैसेजेस के जवाब भी देता.

नितिन और मनीषा कई बार फ्लैट में भी मिल चुके हैं. दरअसल, मनीषा अपने कुछ दोस्तों के साथ फ्लैट में रहती है. जब कभी उस के दोस्त नहीं होते तो वह नितिन को फ्लैट पर बुला लिया करती है. ऐसे में दोनों एकदूसरे के काफी क्लोज भी हुए. दोनों ने कई बार सैक्स का भी मजा लिया. नितिन मनीषा पर खर्च भी करता. लेकिन उस को इस का कोई दुख नहीं था क्योंकि उसे मनीषा से जो चाहिए था वह तो मिल ही रहा था.

एक दिन नितिन के पास नीतिका का फोन आया और उस ने अगले दिन मिलने के लिए कहा. नितिन ने भी हां बोल दिया. रात को वह मनीषा से बोलने ही वाला था कि वह कल मिल नहीं सकता, तभी मनीषा का मैसेज आया, ‘नितिन, हम कल मिल नहीं पाएंगे. दरअसल, मेरी तबीयत कुछ ठीक नहीं है.’ नितिन ने फोन कर के हालचाल पूछा और आराम करने को कहा.

अगले दिन नीतिका और नितिन मिले. दोनों ने साथ मूवी देखी. मूवी देखने के बाद जब दोनों रैस्तरां की तरफ खाने के लिए जाने लगे, तब नितिन ने मनीषा को वहां पर बैठे देखा.

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जरूरी है होशियारी

डबल डेट करने वाले लड़के हों या लड़कियां, खतरे की घंटी दोनों के सिर पर मंडराती है. यदि लड़की डबल डेट कर रही है तो एक तो घर पर पकड़े जाने का डर, दूसरा, दोस्तों से छिपाना पड़ता है. तीसरा, दोनों बौयफ्रैंड्स को होशियारी से मैनेज करना पड़ता है. फोन पर कोई भी पोस्ट बौयफ्रैंड के साथ नहीं डाल सकते और फोटो को फोन में छिपा कर रखना भी पड़ता है.

ऐसा ही कुछ लड़कों के साथ भी होता है. लेकिन लड़कों को इन सब के साथ जेब भी ढीली करनी पड़ती है. हां, अगर लड़की सुंदर और बोल्ड हो तो उन्हें जेब ढीली होने का गम नहीं होता.

डबल डेट करते वक्त होशियारी दिखाना बहुत जरूरी है. यदि आप के डबल डेटिंग के बारे में किसी भी पार्टनर को पता चल जाता है तो आप का नाम चीटर और लायर की लिस्ट में जुड़ जाएगा. इस से आप की इमेज भी डाउन हो सकती है. लेकिन डबल डेटिंग के बहुत से फायदे भी होते हैं.

डबल डेटिंग के फायदे

अगर आप का पार्टनर आप को डिच करता है, तो आप को उस के डिच करने से कोई फर्क नहीं पड़ेगा, क्योंकि आप के पास आप का दूसरा पार्टनर अभी भी है.

यदि आप का किसी एक पार्टनर से ब्रेकअप हो जाता है तो आप के साथ दिल टूटने वाली कंडीशन नहीं होगी.

आप इमोशनली सिक्योर रहेंगे.

यदि आप का एक पार्टनर आप के लिए उपस्थित नहीं है तो आप अपने दूसरे पार्टनर की मदद ले सकते हैं.

आप कभी खुद को अकेला महसूस नहीं करेंगे, कोई न कोई आप के लिए मौजूद रहेगा.

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जब मिले धोखा

जब नितिन ने रैस्तरां में मनीषा को देखा तो वह घबरा गया. उस ने नीतिका से बाहर जाने को कहा और वापस रैस्तरां की तरफ गया. वहां उस ने मनीषा को एक लड़के के साथ बैठे देखा, जो उसे प्यार से खाना खिला रहा था और उस के हाथों को चूम रहा था. यह सब देख कर नितिन मनीषा के पास गया. नितिन को देख कर मनीषा के चेहरे पर शांति छा गई. नितिन ने उस लड़के के सामने ही मनीषा को बुराभला कहा और वहां से चला गया.

मनीषा के धोखे से नितिन को कोई फर्क नहीं पड़ा क्योंकि वह भी डबल डेट कर रहा था. अगर वह मनीषा के साथ लौयल रहता तो शायद उसे फर्क पड़ता. यहां तो दोनों ही एकदूसरे को धोखा दे रहे थे.

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